Ruhani Mishra
Member
- 404
- 1,511
- 138
Aapke updates achhe hote hai but choote hai updates thode aur bada likho
Update 2
सुबह मै, ससुर जी और सास रसोईघर मे नाश्ता कर रहे थे। ससुर जी को कल दूध पिलाने से अच्छी नींद आ गई थी। वो आज थोड़े अच्छे लग रहे थे। मेरे पास ही बैठे थे। नाश्ता होने के बाद मै उनको बोली,"चलो आपको दूध पिला देती हू ससुरजी। " वो शरमाते हुए बोले," पर बहू ये पाप है ।" मैंने कहा ,"कोई पाप नहीं इसमें। चलो आओ। " मैंने जबरदस्ती उनको मेरे गोद मे लिटा दिया। अब उनका सर मेरे स्तनों के बहुत ही नजदीक था। उन्होंने इतने करीब से किसिके स्तन नहीं देखे होंगे। वो मेरे स्तनों को निहारने लगे। सास हसते हुए बोली ,"मै हॉल मेे टीवी देखती हूं। " सास चली गई। ससुरजी नहीं नहीं बोल रहे थे फिर भी मैंने पल्लू के नीचे हाथ डालकर ब्लाऊज के कुछ बटन खोल दिए। फिर ससुरजी का सर पल्लू से ढकते हुए मै उनको अपना दूध पिलाने लगी। वो बिलकुल किसी छोटे बच्चे की तरह पी रहे थे। मैंने उनको आधा घंटे तक स्तनपान किया। फिर मैंने अपने ब्लाऊज के बटन लगा लिए और पल्लू भी ठीक कर लिया। उनको मैंने पूछा ,"कैसा लगा दूध आपको?" ससुरजी बोले ,"काफी स्वादिष्ट था। " मै मुस्कुराकर बोली,"आपके अच्छी सेहत के लिए ही तो पिला रही हूं ना । " ससुरजी कुछ नहीं बोले।
शाम को हम सब हॉल मेे टीवी देख रहे थे। मैंने उनको ऐसेही मेरे गोद में लिटाया था। मैंने जानबूझकर मेरे एक मुम्मे से पल्लू हटा दिया था। ससुरजी उसको बारीकी से निहार रहे थे। उनके मुंह मेे से तो लाल टपकना बाकी था। थोड़ी देर उन्होंने मुझे कहा,"मुझे दूध पिलाओ ना बहू। " मै हसते हुए बोली ,"ठीक है। " फिर सास के सामने ही मै ससुरजी को स्तनपान करने लगी। सास भी खुश लग रही थी। हम दोनों बातें भी कर रही थी।
रात को ससुरजी बिना किसी शिकायत लिए मेरा दूध पी रहे थे।
Update 2 बहुत अच्छी कहाणी है.. मुझे आपकी स्तनपान की कहाणी पडणे मैं बहुत मजा आया.. खास करके किसीं बुढे ससुर को दूध पिलाना बडी बात हैं.. ससुर के अलावा और भी बुढे आदमी को दूध पिलाओ.. कहाणी पडणे मैं मजा आयेगा.... धन्यवाद
सुबह मै, ससुर जी और सास रसोईघर मे नाश्ता कर रहे थे। ससुर जी को कल दूध पिलाने से अच्छी नींद आ गई थी। वो आज थोड़े अच्छे लग रहे थे। मेरे पास ही बैठे थे। नाश्ता होने के बाद मै उनको बोली,"चलो आपको दूध पिला देती हू ससुरजी। " वो शरमाते हुए बोले," पर बहू ये पाप है ।" मैंने कहा ,"कोई पाप नहीं इसमें। चलो आओ। " मैंने जबरदस्ती उनको मेरे गोद मे लिटा दिया। अब उनका सर मेरे स्तनों के बहुत ही नजदीक था। उन्होंने इतने करीब से किसिके स्तन नहीं देखे होंगे। वो मेरे स्तनों को निहारने लगे। सास हसते हुए बोली ,"मै हॉल मेे टीवी देखती हूं। " सास चली गई। ससुरजी नहीं नहीं बोल रहे थे फिर भी मैंने पल्लू के नीचे हाथ डालकर ब्लाऊज के कुछ बटन खोल दिए। फिर ससुरजी का सर पल्लू से ढकते हुए मै उनको अपना दूध पिलाने लगी। वो बिलकुल किसी छोटे बच्चे की तरह पी रहे थे। मैंने उनको आधा घंटे तक स्तनपान किया। फिर मैंने अपने ब्लाऊज के बटन लगा लिए और पल्लू भी ठीक कर लिया। उनको मैंने पूछा ,"कैसा लगा दूध आपको?" ससुरजी बोले ,"काफी स्वादिष्ट था। " मै मुस्कुराकर बोली,"आपके अच्छी सेहत के लिए ही तो पिला रही हूं ना । " ससुरजी कुछ नहीं बोले।
शाम को हम सब हॉल मेे टीवी देख रहे थे। मैंने उनको ऐसेही मेरे गोद में लिटाया था। मैंने जानबूझकर मेरे एक मुम्मे से पल्लू हटा दिया था। ससुरजी उसको बारीकी से निहार रहे थे। उनके मुंह मेे से तो लाल टपकना बाकी था। थोड़ी देर उन्होंने मुझे कहा,"मुझे दूध पिलाओ ना बहू। " मै हसते हुए बोली ,"ठीक है। " फिर सास के सामने ही मै ससुरजी को स्तनपान करने लगी। सास भी खुश लग रही थी। हम दोनों बातें भी कर रही थी।
रात को ससुरजी बिना किसी शिकायत लिए मेरा दूध पी रहे थे|