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Jaroor bhai,intezaar rahega....
Jaroor bhai,intezaar rahega....
Besabari se intezaar kar rahe hai next update ka Raj_sharma bhai....Agla update aaj dopahar tak aayega dosto
Update abhiBesabari se intezaar kar rahe hai next update ka Raj_sharma bhai....
nice update
एक दम शानदार अपडेट और फिर से विराम से पहले एक और सस्पेंस का तड़का लगा दिया है!
अब यह चोरी का नया मामला शुरू हो गया है !
सस्पेस तो इस कहानी में कूट कूट कर भरा है आपने !
Bhai sach bolu to story to kal night se lekar parso tak khatam kar sakta hu par it's so interesting ki har part ko enjoy kar ke yaad rakh kar age badh raha hu bura mat mana dost
जो सामने नहीं उसका तो रहस्यमयी होना जायज़ है लेकिन जो सामने है उसका नाम छुपाना सस्पेंस थोपना है
नाजायज़ फ़ायदा मत उठाओ भोले भाले पाठकों का
Bhut shandaar update..... कातिल का नाम सामने आने से पहले ही वो 1 मर्डर और कर गया....
Afsos ship pr ek aur maut ho gyi kaatil ko pkdna aur muskil ho gya Raj_sharma bhai
Aage dekhte h kya hota h
Wo khooni jaroor aslam hi hoga sir, m i ️?? Kyu ki itni pohonch usi ke pas ho sakti hai ki aasani se kahi bhi aa ja sake? Ant me sabhi ko raah shefali hi dikha sakti hai waise, or dikhayegi bhibatana to padega, awesome writing sir
Badhiya update
Lab me aag lagane wala loren ka boyfriend ha ye to suyesh ko pata lag gaya lekin ye kon ha abhi bhi raj ha idhar shefali albert ko apni paheliyan me uljhakar use mariya ke gum se bahar nikalne ki koshish kar rahi ha or jaise kast me kaha ki shefali ne emu naam kahin suna hua ha or use dekhkar bruno fir usse dur beth gaya jaise ki use fir kisi ka ahsas hi gaya shefali ke sath or shefali ne kaha ki ye to wahi rahasyamayi dwip ha ab ye konsa naya dwip ha jahan se emu aya ha ye pata nahi kya pata sunhera manav inhe sahi raste per le ja raha ho ya fir emu inhe bhakane ke liye hi aya ho dekhte han
Awesome update
Sefali se help li ja rahi hai lekin kya uski kathin paheliyan koi suljha payega Kyoki lag nhi rha ki wo sidhe sidhe koi solutions dene wali hai
यार ये बड़ी अनोखी सी बात है सुयश की सोच में! सुनहरे मानव की अपेक्षा उसको बोलने वाले तोते पर अधिक भरोसा है!
बचपन में उसने तोते वाले भविष्यवक्ताओं से बहुत लाभ उठाया रहेगा!
सोचो थोड़ा -- कोई शिप का ही व्यक्ति इस तोते को मौका देख कर खोल सकता था। उस हिसाब से सुयश की सारी थ्योरी धरी की धरी रह जाए! सुनहरा मानव फिर भी विश्वास करने योग्य है क्योंकि सभी ने उसके अत्याधुनिक तकनीकी व्यवस्था का दर्शन किया है। और ऐसी अतरंगी जगह - जहाँ न तो मानवीय इंस्ट्रूमेंट्स काम करें, न दिशा का ज्ञान हो, और न ही अपनी स्थिति का - से निकलने के लिए किसी अत्याधुनिक तकनीक का ही सहारा चाहिए सुप्रीम को!
सुयश की एक और ग़लती है - वो जहाज़ का कप्तान है, न कि मिस मार्पल या हरक्यूल पायरो! ये जासूसी मासूसी के काम से कम से कम अब उसको दूरी बना लेनी चाहिए। इस खेल में वो ऐसा उलझा है कि जो उसका पहला दायित्व है - मतलब जहाज़ और उसके यात्रियों की सुरक्षा, वो उससे पूरी तरह से विमुख हो चला है। पूरे जहाज़ में जासूसी करने लायक कोई है तो वो है शेफ़ाली। केवल उसी का दिमाग़ उस तरह से सोच पाता है, जैसा जासूसी दिमाग को सोचना चाहिए।
थॉमस की हत्या और लैब के जलने के बाद क़ातिल का पता चलना बेहद कठिन है। वैसे इस समय वो आवश्यक भी नहीं है। अटलांटिस में पहुँच कर, उन अत्याधुनिक तकनीकी से लेस मानवों के बाच पहुँच कर वो गुत्थी बेहद आसानी से सुलझ सकती है। जैसा मैंने पहले कहा है, अग्रणी सभ्यताएँ पुछल्ली सभ्यताओं को नुक़सान नहीं पहुंचाती हैं। हाँ, उनको उन निम्न-स्तरीय समाजों से आए हुए लोगों से नुकसान अवश्य होता है। इस बात का प्रमाण आज भी मिलता है - UK, Canada, Germany, France जैसे देख इस बात का अच्छा उदाहरण हैं। ख़ैर, उस पर चर्चा फिर कभी!
सुयश की बात, “...कातिल जो भी है, वह बहुत तेज व चालाक है और वह हम लोगों की एक-एक हरकत पर नजर रखे है” -- यह सही है, लेकिन ये कैसे हो रहा है?
एक क़ातिल सभी पर कैसे नज़र रख रहा है? क्यों इतनी लचर व्यवस्था कर रखी है सुयश ने? पुनः, वो कप्तानी के काम में बुरी तरह विफल साबित हो रहा है, अपने क्रिकेट वाले कप्तान की तरह!
बढ़िया कहानी है - लिखते रहें!
बहुत ही सुंदर लाजवाब और रहस्यमयी अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Bhut hi badhiya update
To akir me phir sabhi shaifali ke pass hi loat aaye hai or saifali kis dveep ki baat kar rahi thi
Dekte hai ab aage kya hota hai
Shaandar jabardast Romanchak Update
Shefali ke sapne sach hone lage hai
Jhoony kuon is baat pe jo de ra raha ki sab marenge
Katil ho bhi hai bahut he jada shatir hai wo aakhir hai kaun wo
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Dosre tarf Shafali ki ajeeb paheli mere to sir ke uper se nikal gaye
Ab to majboori meri hai jada socha Shafali ki paheli ko Mere HONEYMOON ki lag jaygi
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Lekin Shafali ne kaha suna hai Amoo ka name or sochte sochte aakhir Shafali esa kya sochne lagi ki Bruno sirf Shafali ko sochte dekh usse door hone laga aakhir Shafali ki kya Mistry ho skti hai is safar me
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Bahut he Amazing Update hai Raj_sharma bhai
Aapki story ke baare mein toh bhul hi gye thi...padhte hoon time milne par
Bahut hi umda update he Raj_sharma Bhai,
Shaifali ne pehle to supreme ki galat disha me jaane par afsos jataya shayad jahaj sahi disha me nahi ja raha he..........
Emu naam se shaifali chaunk gayi.............shayad uske sirhane jo sone ka sikka mila tha..............Emu hi rakh kar gaya ho.............
Keep rocking Bro
इन सोलह दिनों मे सुयश साहब अपने दोनो भूमिका मे , दोनो भुमिका कहने का मतलब शिप के कैप्टन और दूसरा एज ए डिटेक्टिव , मे सफल होते हुए नजर नही आए । जहाज कटी पतंग की तरह दिशाहीन हो गई है । कभी एक अजीब प्रजाति सुनहले मानव जिसकी विश्वसनीयता यकीन लायक ही नही है , के इशारे पर शिप को एक ओर मोड़ दिया जाता है, कभी एक विचित्र तोते के आधार पर एक सम्भावित जमीन का आकलन कर शिप को एक और दिशा दे दिया जाता है ।
इसके पहले शिप के एक स्टाफ असलम ने भी शिप को अपने इच्छानुसार एक दिशा देने की कोशिश की थी ।
एक जहाज का कैप्टन इस तरह से फैसले नही करता ।
जहां तक इस जहाज पर हुई खून खराबों की बात है वहां भी सुयश साहब ने एज ए डिटेक्टिव अब तक कोई भी उपलब्धि हासिल नही की ।
इस अपडेट की ही बात करते है । सुयश साहब ने बिल्कुल सही आकलन लगाया कि थाॅमस को मारने वाले व्यक्ति ने ही लैब मे आग लगाई थी और आग पुरे जहाज पर न फैल जाए इसलिए उसने ही आवाज लगा कर भीड़ को इकठ्ठा किया होगा ।
इस थ्योरी पर उन्हे आगे बढ़ना चाहिए था । घटनास्थल पर मौजूद भीड़ से पूछताछ करनी चाहिए थी कि आग लगने की खबर सबसे पहले किस व्यक्ति ने दी !
इसके अलावा अल्बर्ट साहब की पत्नी मारिया को खोजने का भी प्रयास नही किया गया ।
शायद व्योम साहब इस शिप पर मौजूद होते तो हालात फिर कुछ दूसरी होती ।
शैफाली ही इस कुंजी की चाबी है । इस मिस्ट्रीयस प्लेस से जमीन तक पहुंचाना सिर्फ शैफाली के बूते सम्भव लग रहा है ।
इस अपडेट मे भी एक बेहतरीन गणितीय पहेली का उल्लेख हुआ जो वास्तव मे शानदार पहेली है ।
खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
Chalo Shefali ki kuchh talent dekhne ko mili aur Suyash katil ke bare mein bahut sahi disha mein soch raha hai.
Emu ne ab sahi rasta bataya hai ya sahi rasta bataya hai kya ye agle update mein dekhne ko milega???
intezaar rahega....
Update posted friendsBesabari se intezaar kar rahe hai next update ka Raj_sharma bhai....
Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....# 46 .
शैफाली के शब्दों को सुन एक पल के लिए सबके रोंगटे खड़े हो गए, पर शैफाली का बोलना निरंतर जारी रहा-
“यह वही द्वीप है जिसे मैंने पहले सपने में देखा था.......यह तोता..... .....यह यहां ? ......यह मूर्ति तो एक बहुत ही खूबसूरत लड़की की है.......इसके हाथ में डोरी है.....ऐमू .....ऐमू इस डोरी से बंधा है.......पर यह क्या ?......यह तो छूट गया... ...नहीं नहीं मैंने गलत कहा....... मूर्ति ने ऐमू को छोड़ दिया....... यह..... यह पत्थरों पर बनी अजीब सी आकृतियाँ कैसी ?.......यह क्या ?........यह तो आप हैं कैप्टेन अंकल.... .....पर आप.....आप इस द्वीप पर क्या कर रहे हैं?.....आपके हाथों में यह डायरी कैसी ?......यह झोपड़ी उड़ रही है.......ये झरना... ...और.... और यह रोशनी.......ये रोशनी तो बहुत तेज है.......मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा......मैं वापस आ रही हूं..... पीछे....और पीछे......हां अब रोशनी कुछ कम हुई........यह सुनहरा मानव..... मुझे रुकने का इशारा कर रहा है....... लेकिन मैं फिर वापस आ रही हूं ........आह्ऽऽऽऽ........मेरे सिर में बहुत तेज दर्द हो रहा है।“
बोलते-बोलते अचानक शैफाली ने अपना सिर पकड़ लिया। सभी जैसे सोते से जागे हों। सुयश ने आगे बढ़कर शैफाली को झकझोरा-
“क्या हुआ शैफाली ? तुम ठीक तो होना।“
शैफाली जैसे एका एक किसी सम्मोहन से बाहर आई- “क्या हुआ अंकल आप मुझे क्यों हिला रहे हैं?“
“तुम..... तुम ठीक तो हो ?“ मारथा ने आगे बढ़कर शैफाली को अपनी बाहों में ले लिया।
“क्यों ? क्या हुआ मुझे?“ शैफाली के शब्दों में आश्चर्य था- “आप लोग इतना परेशान क्यों है?“
“कुछ नहीं बेटा । तुम सुनहरे मानव व ऐमू के बारे में बता रही थी। इसलिए हम थोड़ा डर से गये थे।“ माइकल ने शैफाली के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा।
“मैं?“ शैफाली ने इस तरह से आश्चर्य व्यक्त किया, जैसे उसे कुछ समझ में ना आ रहा हो- “मैं..... सुनहरे मानव व ऐमू के बारे में बता रही थी......नहीं तो...... मैंने तो ऐसा कुछ नहीं कहा........मैं....मैं तो कह रही थी कि ऐमू नाम कुछ सुना हुआ लग रहा है।“ शैफाली के शब्दों में दुनिया भर का आश्चर्य भरा था।
“तो क्या शैफाली जो अब तक बोल रही थी, वह कोई उससे बुलवा रहा था ?“ सुयश ने होठों ही होठों में बड़बड़ाया- “क्या वह बिना सोये हुए भी सपना देख सकती है? क्या ब्रूनो किसी और को देखकर पीछे हट गया था। ऐसे ही सैकड़ों सवाल वहां मौजूद लोगों के दिमाग में घूमने लगे।
“क्या तुम्हें सचमुच यह याद नहीं कि तुम अभी क्या बोल रही थी ?“ असलम ने जेब से रुमाल निकाल कर अपने माथे पर छलक आए पसीने को पोंछते हुए कहा।
“नहीं......मुझे तो कुछ भी याद नहीं। क्या मैं वास्तव में कुछ बोल रही थी ?“ शैफाली ने अपने दिमाग पर जोर डाला।
“एक विशेष बात और भी है।“ सुयश ने सोफे से उठकर खड़े होते हुए कहा- “तुमने यह बताया कि उस रहस्यमय द्वीप पर मैं भी था। जबकि तुम बचपन से ही अंधी हो और तुम मेरा चेहरा नहीं पहचानती। फिर तुमने जो आदमी उस रहस्यमय द्वीप पर देखा, यह कैसे जाना कि वह मैं ही हूं?“
“मुझे नहीं पता कि मैंने कब आपके बारे में बताया।“ शैफाली ने अजीब से शब्दों में कहा।
ब्रूनो अब टहलता हुआ वापस शैफाली के पास जाकर बैठ गया।
असलम शैफाली की बात सुनकर इतना घबरा गया कि उसका पसीना ए.सी . रूम में भी नहीं रुक रहा था।
तभी शैफाली एका एक आश्चर्य से भर उठी। उसने अपना चेहरा असलम की ओर करते हुए अपनी नाक पर जोर दिया-
“मिस्टर असलम, आपने यही नाम बताया था ना कैप्टन अंकल।“ शैफाली के इस तरह टॉपिक चेंज करते देख, सुयश को बहुत अजीब सा महसूस हुआ।
सुयश का चेहरा अब शैफाली की ओर से हटकर असलम की ओर गया। शैफाली बिना सुयश का जवाब सुने पुनः असलम से मुखातिब होती हुई बोल उठी-
“हां तो असलम अंकल, आपके चेहरे पर कुछ पसीना आ रहा लगता है। क्या बात है आपकी तबीयत तो ठीक है?“
“हां.....मेरी तबियत को क्या हुआ?“
असलम शैफाली को अपनी ओर मुड़ता देख और घबरा गया-
“मैं.....मैं बिल्कुल ठीक हूं।“ असलम ने फिर से रुमाल से अपने चेहरे पर बह रहे पसीने को पोंछा।
“वैसे अंकल आप परफ्यूम बहुत अच्छा इस्तेमाल करते हैं।“ शैफाली के भोले से चेहरे पर अब एक नन्हीं सी मुस्कुराहट आ गयी- “संदल की खुशबू वाला परफ्यूम इस्तेमाल करते हैं ना ?“ शैफाली के शब्द सुन सुयश को बहुत तेज झटका लगा। उसे तुरंत शैफाली के वह शब्द याद आ गए-
“अंकल कातिल के रुमाल से संदल स्मेल वाले सेंट की भीनी-भीनी खुशबू आ रही थी।“
लेकिन वह चुपचाप खड़ा होकर शैफाली के शब्दों को सुन रहा था।
“आपने जवाब नहीं दिया असलम अंकल।“ आप संदल स्मेल वाला सेंट इस्तेमाल करते हैं ना ?“ शैफाली ने असलम को चुप देख दोबारा से पूछ लिया।
“हां.....यह मेरा फेवरेट सेंट है।“ असलम ने जवाब दिया।
“वैसे अंकल, आप रिवाल्वर तो चलाना जानते ही होंगे?“ शैफाली ने एक नया सवाल कर दिया।
“क्या बकवास है? क्या तुम मुझे कातिल समझ रही हो ?“ असलम ने सोफे से उठते हुए चिल्ला कर कहा।
“मैंने तो अभी यह बात आप से कही भी नहीं। फिर आप इतना क्यों परेशान हैं?“ शैफाली के चेहरे पर निरंतर मुस्कान बनी हुई थी।
“मैं तो जिस समय हॉल में कत्ल हुआ, उस समय वहां था भी नहीं। उस समय तो मैं शिप के कंट्रोल रूम में था।“ असलम ने कहा।
“असलम सही कह रहा है शैफाली।“ सुयश ने बीच में आते हुए असलम का बचाव किया- “ये तो उस समय कंट्रोल रूम में था और वह भी नशे की हालत में। ऐसी हालत में यह चलकर हॉल तक नहीं पहुंच सकता था।“
“आप इतने यकीन से कैसे कह सकते हैं कैप्टन अंकल कि असलम अंकल उस समय कंट्रोल रूम में ही थे और इन्होंने नशा ज्यादा कर रखा था। क्या उस समय आप इनके साथ थे?“ शैफाली ने जिद पकड़ते हुए कहा।
“नहीं मैं तो हॉल में ही था लेकिन बहुत से लोग उस समय असलम के साथ थे, जो इस बात की गवाही दे सकते हैं।“ सुयश ने कहा।
“अभी आप कह रहे थे कि यह इतना नशे की हालत में थे कि इन्हें होश भी नहीं था।“ शैफाली ने कहा- “तो फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि इनके साथ जितने भी लोग थे, वह भी नशे की हालत में थे।“
“जी हां, आप सही कह रहीं हैं....वह सारे नशे की हालत में थे।“ अंजाने में ही सुयश के मुंह से शैफाली के लिए रेसपेक्ट भरे शब्द निकले।
“फिर आप इतने विश्वास से कैसे कह सकते हैं कि यह पूरी तरह नशे में धुत थे और सभी के साथ थे?“ शैफाली अपने लॉजिक से सभी को दूसरी दिशा में सोचने पर विवश कर रही थी- “यह भी तो हो सकता है कि इन्होंने ही सबको पीने की सलाह दी हो और जब सारे लोग नशे में धुत हो गए हों तो फिर यह धीरे से कंट्रोल रूम के बाहर आए हों और फिर हॉल में पहुंचकर इन्हों ने गोली चलाई हो और फिर तेजी से वापस आकर पुनः कंट्रोल रूम में पहुंच गए हो और फिर उसके बाद बेहोशी का नाटक करके सभी के बीच गिर पड़े हों।“
“तुम्हारी कहानी तो बहुत अच्छी है बेटे।“ असलम ने अब नॉर्मल होते हुए कहा- पर इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है और वैसे भी ड्रिंक करने के लिए मैने नहीं रोजर सर ने सबसे कहा था।“
सुयश बहुत तेजी से इस समय जाने क्या सोच रहा था। तभी ड्रेजलर दौड़ता हुआ रुम में दाखिल हुआ-
“कैप्टेन-कैप्टेन आप यहां हैं। मैंने आपको ढूंढने के लिए पूरा शिप छान मारा। तब जा कर ब्रैंडन सर से आपके बारे में पता चला।“
“क्या बात है ड्रेजलर, तुम इतना घबराए हुए क्यों हो ?“ असलम ने ड्रेजलर की तरफ देखते हुए पूछा।
“सर वो रहस्यमय द्वीप एक बार फिर हमारे रास्ते में आ गया है।“ ड्रेजलर ने घबरा कर कहा। यह खबर सुनते ही सभी के होश उड़ गए।
“असलम तुम डेक पर पहुंचो। मैं अभी ड्रेजलर के साथ वहां पहुंचता हूं।“ सुयश ने एक तरह से ड्रेजलर को भी रोकते हुए कहा।
असलम ने अजीब सी नजर सुयश पर डाली और कमरे के बाहर निकल गया। ड्रेजलर सुयश को देखते हुए, उसके अगले हुक्म का इंतजार कर रहा था।
“हां ड्रेजलर, तुम तो हमारे कंट्रोल रूम में काम करते हो ना ?“ सुयश ने ड्रेजलर से पूछा।
“जी हां !“ ड्रेजलर ने अजीब सी नजरों से सुयश को देखा। वह समझ नहीं पा रहा था कि सुयश ने उसे क्यों रोका ? और वह उससे क्या पूछना चाहता है?
“ड्रेजलर, तुम न्यू ईयर की रात उस समय भी कंट्रोल रूम में थे, जब सभी नशे की हालत में हो गए थे और ‘सुप्रीम’ रास्ता भटक गया था?“
जारी रहेगा________
Check and mate to kar hi diya, dekhne wali baat ye hi ki dezlor kya batayega? And yahi to sochne waali baat hai ki shefaali ne aisa kyu kaha ki usne Suyash ki moorti waha dekhi? Jabki usne kabhi Suyash ki shakal hi nahi dekhi?Badhiya update bhai
Shefali ko sach me koi to ha jo sapne dikha raha ha or is bar wale sapne ne to bum fod diya ha sabke uper khasker suyesh ke uper uski murti lagi hui ha or use hi nahi pata bolo or udti hui jhopdi ye to lagta ha wahi dwip ha jis per vyom ko bandi banakar rakha ha or yahi dwip fir in sabke samne aa gaya ha
And last me shefali clear the case aisa lagta ha jaisa shefali ne kaha bilkul waisa hi hua lagta ha or aslam hi tha jisne sabko pine ke liye kaha tha to lagta ha katil aslam hi ha or waise bhi ye aslam nakli ha bhes badalkar aya hua ha kuchh bhi ho shefali ne chek mate kar diya aslam ka