• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

10,173
42,754
258
इन सोलह दिनों मे सुयश साहब अपने दोनो भूमिका मे , दोनो भुमिका कहने का मतलब शिप के कैप्टन और दूसरा एज ए डिटेक्टिव , मे सफल होते हुए नजर नही आए । जहाज कटी पतंग की तरह दिशाहीन हो गई है । कभी एक अजीब प्रजाति सुनहले मानव जिसकी विश्वसनीयता यकीन लायक ही नही है , के इशारे पर शिप को एक ओर मोड़ दिया जाता है, कभी एक विचित्र तोते के आधार पर एक सम्भावित जमीन का आकलन कर शिप को एक और दिशा दे दिया जाता है ।
इसके पहले शिप के एक स्टाफ असलम ने भी शिप को अपने इच्छानुसार एक दिशा देने की कोशिश की थी ।
एक जहाज का कैप्टन इस तरह से फैसले नही करता ।
जहां तक इस जहाज पर हुई खून खराबों की बात है वहां भी सुयश साहब ने एज ए डिटेक्टिव अब तक कोई भी उपलब्धि हासिल नही की ।
इस अपडेट की ही बात करते है । सुयश साहब ने बिल्कुल सही आकलन लगाया कि थाॅमस को मारने वाले व्यक्ति ने ही लैब मे आग लगाई थी और आग पुरे जहाज पर न फैल जाए इसलिए उसने ही आवाज लगा कर भीड़ को इकठ्ठा किया होगा ।
इस थ्योरी पर उन्हे आगे बढ़ना चाहिए था । घटनास्थल पर मौजूद भीड़ से पूछताछ करनी चाहिए थी कि आग लगने की खबर सबसे पहले किस व्यक्ति ने दी !
इसके अलावा अल्बर्ट साहब की पत्नी मारिया को खोजने का भी प्रयास नही किया गया ।

शायद व्योम साहब इस शिप पर मौजूद होते तो हालात फिर कुछ दूसरी होती ।

शैफाली ही इस कुंजी की चाबी है । इस मिस्ट्रीयस प्लेस से जमीन तक पहुंचाना सिर्फ शैफाली के बूते सम्भव लग रहा है ।
इस अपडेट मे भी एक बेहतरीन गणितीय पहेली का उल्लेख हुआ जो वास्तव मे शानदार पहेली है ।

खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,778
54,258
259
Gzab ki update he Raj_sharma Bhai,

Qatil ko pakde jaane ka andesha pehle se hi gaya tha..............

Tabhi usne Lab me Thomas ka murder kar diya...............aur badi hi chalaki se bheed me ghus gaya...........

Ho na ho qatil ka koi na koi sathi bhi he..............tabhi use pata chala ki lab me thomas sab rumalo ki jaanch kar raha he............

Dekhna he suyash ko koi sabut milta bhi he ya nahi............

Keep rocking Bro
Bilkul bhai, ye wala kaatil koi bevkoof nahi hai, isne najar jamaye betha tha lab me, rahi baat suyash ki to bevkoof to wo bhi nahi hai, kisi na kisi tarah se kaatil kapata nikalega hi, Thank you so much for your valuable review and superb support bhai :hug:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,778
54,258
259
Bahut hi umda update he Raj_sharma Bhai,

Shaifali ne pehle to supreme ki galat disha me jaane par afsos jataya shayad jahaj sahi disha me nahi ja raha he..........

Emu naam se shaifali chaunk gayi.............shayad uske sirhane jo sone ka sikka mila tha..............Emu hi rakh kar gaya ho.............

Keep rocking Bro
Ho sakta ho wo sikka emu ne hi rakha ho, main abhi kuch nahi bata sakta bhai, ha ye jaroor kahunga ki sunahre manav wali disha jyada sahi thi :declare: Thank you very much for your wonderful review and support :thanx:
 

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing]
4,330
8,630
144
# 44 .

ऐमू को इस तरह से बोलते देख ना चाहते हुए भी सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गई।

“ब्रैंडन...पहले तो शिप को उस दिशा में मोड़ने के लिए कह दो, जिधर से ये तोता........म...मेरा मतलब है कि यह ऐमू आया है।“ सुयश ने ऐमू को देखते हुए तुरंत अपनी बात सुधारी- “और हां ऐमू के खाने के लिए कुछ फल ले आओ।“

“फल नहीं खाता......ऐमू फल नहीं खाता..... फल उल्लू खाता.... ऐमू उल्लू नहीं.........मैं ऐमू.......ये ऐमू का दोस्त..... ऐमू टमाटर, मिर्ची खाता।“ ऐमू ने मुंह बनाते हुए कहा।

“अच्छा-अच्छा ! ऐमू जी के लिए टमाटर व मिर्ची भिजवा दो।“ इस बार सुयश के चेहरे पर भी मुस्कुराहट आ गई।

“अच्छा ऐमू जी, जब तक आप यहां बैठें और टमाटर मिर्ची खाएं। मैं अभी थोड़ी देर में आता हूं।“ सुयश ने ऐमू से कहा।

“जल्दी आना.....ऐमू के दोस्त...... तुम बार-बार ऐमू को छोड़ कर चले जाते हो।“
हालांकि सुयश ने ऐमू की बात सुनी जरुर, पर उसे कुछ समझ में नहीं आया कि ऐमू क्या बोल रहा है ?सुयश ऐमू को ब्रैंडन के हवाले कर, असलम को लेकर एक ओर बढ़ गया।

“कैप्टेन, मेरी समझ में नहीं आया कि आपने उस तोते की वजह से शिप क्यों मुड़वाया ?“ असलम ने चलते-चलते पूछा।

“क्यों ?“ सुयश ने ना समझने वाले भाव से कहा।

“क्यों कि कल जब आपने उस सुनहरे मानव की वजह से शिप को मुड़वाया था। तब से अभी तक हमारे ऊपर कोई मुसीबत नहीं आई है। फिर यह दोबारा से शिप को मोड़ना, मेरी समझ में नहीं आया।“ असलम ने कहा।

“तुम ऐमू को ध्यान से देखो असलम। वह कितनी साफ इंग्लिश बोलता हैं। इसका मतलब वह जिस दिशा से आया है, वहां पर सभ्य इंसान रहते हैं। इसलिए मैंने शिप को उस दिशा में मुड़वा दिया।“ सुयश ने असलम को समझाते हुए कहा।

“ठीक है कैप्टन, अगर आपने ऐसा सोचा है। तो सही ही सोचा होगा। पर जाने क्यों आज मेरा मन बहुत भारी-भारी सा हो रहा है। ऐसा लगता है जैसे आज कोई खतरनाक घटना घटने वाली है।“ असलम के चेहरे पर घबराहट साफ नजर आ रही थी।

“यह तुम्हारा भ्रम भी तो हो सकता है। अच्छा छोड़ो इस बात को।“ कहते हुए सुयश ने टॉपिक को चेंज किया- “यह बताओ कि अलबर्ट की स्थिति अब कैसी है? डॉक्टर निक्सन ने अलबर्ट के बारे में क्या बताया ?“

“अलबर्ट की स्थिति अब पहले से बहुत बेहतर है। कभी-कभी वो थोड़ा भावुक हो जाते हैं। लेकिन कोई ऐसी परेशानी की बात नहीं है। हम लोगों ने उन्हें पुरानी बातें भुलाने के लिए, उनके पुराने कमरे को बदलकर उन्हें नए कमरे में कर दिया है। आज सुबह से ही शैफाली और उसके मम्मी-पापा अलबर्ट के ही कमरे में हैं। डॉक्टर निक्सन के अनुसार भी वह पूरी तरह से नॉर्मल हैं। थोड़ी सी परेशानी उनके सिगरेट ना पीने की वजह से हुई थी क्यों कि वह काफी लंबे अरसे से सिगरेट पी रहे थे। लेकिन धीरे-धीरे वह अपने आप को कंट्रोल कर लेंगे।“ असलम ने कहा।

“चलो पहले मैं उन्हीं से मिल लूं। इसी बहाने थोड़ा उनका मन भी हल्का हो जाएगा।"

लेकिन इससे पहले की सुयश और असलम, अलबर्ट के नए कमरे की ओर बढ़ते, एक सिक्योरिटी गार्ड वहां दौड़ा-दौड़ा आया और बोला-

“कैप्टेन जल्दी चलिए, पता नहीं कैसे हमारी लैब में आग लग गई है?“

“क्या ऽऽऽ?“ सुयश ने आश्चर्य से कहा। यह खबर सुनते ही सुयश का दिमाग ब्लास्ट हो गया।

“असलम जल्दी चलो, लगता है कोई नयी मुसीबत हमारा इंतजार कर रही है।“ इतना कहकर सुयश, असलम को लेकर तेजी से लैब की ओर भागा।

चैपटर-14 6 जनवरी 2002, रविवार, 15:00;

थॉमस अपनी लैब में बैठा हुआ था। उसके बगल में रुमाल का एक ढेर लगा था। वह बार-बार अलग-अलग रुमाल उठाता और उस पर कोई केमिकल डालकर रुमाल को चेक कर रहा था। उसकी गहरी निगाहें रुमाल के ऊपर लगीं थीं।

अचानक एक रुमाल पर केमिकल डालते ही उसकी आंखें चमक उठीं। रुमाल पर कुछ छोटे-छोटे कण अब चमकने लगे थे। थॉमस ने एक बार पुनः वह रसायन उस रुमाल पर डाला और ध्यान से उसके रिएक्शन को देखने लगा। वह काले कण कुछ और ज्यादा गाढ़े हो गए।

“निश्चित ही यह बारूद के कण हैं।“ थॉमस मन ही मन बड़बड़ाया- “इसका मतलब है कि जिसने भी हॉल में लॉरेन को गोली मारी, यह रुमाल उसी का है और उसने रिवाल्वर को रुमाल से पकड़ रखा था।“

रुमाल का एक हिस्सा रिवाल्वर की नाल की वजह से थोड़ा जल भी गया था, जो अब थॉमस को साफ दिख रहा था। रुमाल से अभी भी संदल की खुशबू आ रही थी। थॉमस ने तुरंत रुमाल को उठाकर उसे पीछे पलटा। पीछे उस आदमी का नाम और रूम नंबर पड़ा था। थॉमस ने मन ही मन उस नाम को दोहराया।

“खाना खाने नहीं चलना है क्या सर?“ पीछे से उसके असिस्टेंट पीटर ने आवाज लगाई- “सभी लोग लंच के लिए जा चुके हैं, बस हम ही लोग बाकी बचे हैं।“

“2 मिनट रुक जाओ पीटर........या फिर ऐसा करो कि तुम खाने के लिए चलो, मैं बस थोड़ी ही देर में आ रहा हूं।“ थॉमस ने पीटर से कहा।

“ओ.के. सर।“ कहकर पीटर रुम से बाहर निकल गया, शायद उसे तेज भूख लगी थी।

“मुझे तुरंत कैप्टेन को कातिल का नाम बता देना चाहिए।“ थॉमस मन ही मन बड़बड़ाया।

यह सोचकर वह फोन की ओर बढ़ गया। थॉमस ने जैसे ही फोन को उठाकर अपने कान से लगाया, उसे फोन पर एक खरखराती आवाज सुनाई दी-

“तुझे अपनी जिंदगी प्यारी नहीं है क्या ? जो मेरे बारे में कैप्टन को बताने जा रहा है।“ एकदम से फोन पर आयी आवाज से थॉमस हैरान हो गया।

वह एक पल में समझ गया कि इस फोन के पैरलल में लगे किसी फोन पर कातिल मौजूद है और वह उसे भली भांति देख रहा है। यह अहसास ही उसे एक पल के लिए कंपा गया। थॉमस ने तुरंत आसपास के सभी फोन पर नजर मारी।

उसकी निगाह एक दिशा में जाकर ठहर गई। एक खंभे के पास अंधेरे में खड़ा, उसे एक साया नजर आया। जो उसी की तरफ देख रहा था। कातिल के सीधे हाथ में रिसीवर था, जो वह अपने कान पर लगाये था।

“कौन हो तुम?“ थॉमस ने हिम्मत करते हुए जोर से पूछा और फिर रिसीवर को धीरे से क्रैडल पर रख दिया।

“अभी-अभी तुमने मेरा नाम रुमाल पर से पढ़ा तो है, फिर भी भूल गए।“ कातिल की गुर्राती हुई आवाज वातावरण में गूंजी।

“तो क्या तुम......?“

“मेरा नाम लेने की कोशिश मत करो।“ कातिल ने थॉमस के शब्दों को बीच में ही काटते हुए, उसे चुप करा दिया- “क्यों कि मेरे हिसाब से हवा के भी कान होते हैं और मैं नहीं चाहता कि मेरी आवाज, मेरा नाम अभी किसी तक पहुंचे।“

“क्या चाहते हो तुम?“ थॉमस के शब्दों में भय साफ नजर आ रहा था।

“अजीब पागल हो तुम.....।“ कातिल के स्वर में खतरनाक भाव आ गये- “अब जब तुमने मेरा नाम ‘जान‘ लिया है, तो अब मैं भी तुम्हारी ‘जान‘ ही लूंगा।“

“तुम..... तुम मुझे नहीं मार सकते।“ थॉमस ने गिड़गिड़ाते हुए कहा ।

थॉमस की आँखें अब अंधेरे में भी कातिल के हाथ में थमे रिवाल्वर की स्पष्ट देख रहीं थीं। और इससे पहले कि थॉमस अपने बचाव में कुछ कर पाता, एक ‘पिट्‘ की आवाज हुई और एक गोली उसके गले में सुराख कर गई। थॉमस किसी कटे पेड़ की तरह धड़ाम से फर्श पर गिर गया। उसकी आंखों में आश्चर्य के भाव थे। शायद मरते दम तक उसे अपनी मौत पर विश्वास नहीं था।

कातिल ने रिवाल्वर की नाल से निकलते हुए धुंए को फूंक मारकर हवा में उड़ाया और फिर रिवाल्वर की नाल पर लगा साइलेंसर हटाकर, दोनों ही चीजें अपनी जेब के हवाले कर लीं। अब कातिल रुमाल के ढेर के पास पहुच गया। उसने अपनी जेब में हाथ डालकर एक लाईटर निकाल लिया। ‘खटाक‘ की आवाज के साथ लाइटर ऑन हुई और उससे निकलती हुई लौ ने तुरंत ही रुमाल के गठ्ठरों को अपने घेरे में ले लिया।

कातिल ने एक-दो जलते हुए रुमाल थॉमस के ऊपर व कुछ रुमाल कमरे में इधर-उधर फेंक दिये। धीरे-धीरे पूरे कमरे ने आग पकड़ ली। कुछ ज्वलनशील रसायनों को भी आग ने अपने घेरे में ले लिया। कातिल अब सधे कदमों से रुम के बाहर निकला और एक दिशा में चल दिया। कुछ आगे जाने पर उसकी स्पीड एका एक तेज हो गई। अब वह तेजी से चिल्ला रहा था-

“आग.....आग.....लैब में आग लग गई......गार्ड.....गार्ड..जल्दी सीजफायर लाओ।“ उसके चिल्लाते ही बहुत से लोगों का ध्यान उस ओर आकर्षित हो गया।

तब तक लैब से काला धुआं निकलने लगा था। बहुत से लोग लैब से धुंआ निकलते देख वहां पर एकत्रित हो गए। कुछ लोगों ने शीशे तोड़कर आग बुझाने के यंत्र निकाल लिए। वह सिलेण्डर हाथ में लेकर लैब में घुस गए। आग अभी इतनी ज्यादा नहीं फैली थी कि उसे बुझाया न जा सके।

धीरे-धीरे गार्ड्स ने आग पर काबू पा लिया। कातिल भी अब भीड़ में शामिल हो गया था। आग परशकंट्रोल होते देख उसके चेहरे पर एक दबी-दबी सी मुस्कान आ गयी। तभी वहां भागते हुए सुयश, असलम और ब्रैंडन दाखिल हुए।

“क्या हुआ? यह आग कैसे लग गई?“ सुयश ने एक गार्ड से पूछा।

“पता नहीं सर.......अभी इस बारे में कुछ मालूम नहीं हुआ है.... धुंआ छटे तो शायद कुछ समझ में आए।“

तभी पीटर वहां दौड़ता हुआ आया- “थॉमस सर तो ठीक हैं ना ?..... वो लैब के अंदर ही थे।“

“क्या ऽऽऽ?“ सुयश ने हैरानी से कहा। सुयश तुरंत छलांग लगाकर धुंए को हाथों से हटाता हुआ अंदर दाखिल हो गया।

धुंआ अब काफी कम हो गया था। लैब के सारे खिड़की दरवाजे खोल दिए गए और एग्जास्ट फैन चालू कर दिए गए। बामुश्किल 5 मिनट में ही धुंआ काफी हद तक छंट गया। पीटर भी अब अंदर दाखिल हो गया। तभी सुयश को दूर जमीन पर कुछ पड़ा दिखाई दिया।

पास पहुंचने पर पता चला कि वह थॉमस की लाश है। लाश बुरी तरह से जल गई थी, लेकिन फिर भी पीटर ने उसे पहचान लिया। लाश के कपड़ों से अभी भी कहीं-कहीं से धुआं निकल रहा था। धुंआ निकल जाने की वजह से अब रुम की सभी चीजें बिल्कुल साफ नजर आ रहीं थीं।





जारी रहेगा________✍️
Thomas bechara ka story mein thoda sa role mila aur upar nikal liya. Agar kaatil khul kar kisi ke samne aaya hai bhale hi usko kisi ne nahi dekha hai par uske upar pahla shak ja sakta hai kyonki usi ne guard ko chilla kar bataya hai lab mein aag lagne ke bare mein.

Peter ye bhi sayad aaj pahli baar samne aaya hai ya ye pahle bhi story mein shamil ho chuka tha.

Well parrot 🦜 se abhi information Mila nahi hai, Albert ki wife ki koi jankari nahi hai aur ek aur vyakti ki maut.

Aur sabse bada sawal Parrot ne Suyash se aisa kyon kaha ki wo baar baar Suyash Emu ko chhod kar chala jata hai.

Well nice 👍 update brother.
 
Last edited:

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing]
4,330
8,630
144
# 45 .

थॉमस की लाश देखने के बाद सुयश की नजरें अब पूरी लैब में दौड़ने लगीं।

ब्रैंडन ने किसी भी यात्री को अंदर आने से मना कर दिया। सुयश की नजरें तेजी से किसी सर्चलाइट की तरह पूरी लैब में घूम रही थीं। तभी उसकी निगाह कुछ दूर पड़े एक अधजले रुमाल पर पड़ी। अचानक ही कुछ यादकर सुयश के दिमाग में धमाके से होने लगे। उसने फिर अपनी नजरें इधर-उधर दौड़ाईं।

अब उसकी नजरों के आगे लैब में बिखरे कई अधजले रुमाल नजर आने लगे। सुयश धीरे-धीरे चलता हुआ, थॉमस की लाश के पास आया और उसे ध्यान से देखने लगा। कुछ ही देर में सुयश की पैनी निगाहें थॉमस के गले पर थीं। अब वह थॉमस की लाश के पास बैठकर ध्यान से उसके गले के पास देखने लगा।

ब्रैंडन व असलम की भी निगाहें अब सुयश की निगाहों का पीछा करते हुए थॉमस की लाश के गले पर चलीं गयीं। गले के पास का हिस्सा जल जाने के बाद भी गोली का सुराख स्पष्ट नजर आ रहा था।

“आखिरकार लॉरेन के ब्वॉयफ्रेंड ने एक और कत्ल कर ही दिया।“ सुयश के चेहरे पर अफसोस के भाव आ गये।

“कैप्टेन आपकी यह बात तो सही है कि इनकी हत्या की गयी है और वह भी गोली मारकर। पर आप यह कैसे कह सकते हैं कि उनकी हत्या लॉरेन के ब्वॉयफ्रेंड ने की है।“ ब्रैंडन के स्वर में उत्सुकता के भाव नजर आये।

“ब्रैंडन जरा पूरी लैब में बिखरे हुए इन रुमालों को देखो और कुछ याद करने की कोशिश करो।“ सुयश के शब्दों को सुन ब्रैंडन और असलम दोनों की निगाह लैब में चारों ओर घूम गई।

“मैं समझ गया कैप्टेन कि आप क्या कहना चाहते हैं।“ ब्रैंडन ने गंभीर स्वर में कहा- “थॉमस ने जरूर रुमाल के द्वारा कातिल का पता लगा लिया होगा। जिससे की कातिल ने उसे खत्म कर दिया।“

“लेकिन इससे एक और बात पता चलती है कि कातिल जो भी है, वह बहुत तेज व चालाक है और वह हम लोगों की एक-एक हरकत पर नजर रखे है। ये भी हो सकता है कि बाहर खड़ी भीड़ में भी वह हो और यह पता करने की कोशिश कर रहा हो कि अंदर के हालात क्या हैं?“ सुयश ने बाहर खड़ी भीड़ पर नजर मारते हुए कहा।

“मेरी समझ में यह नहीं आया कि वह कातिल पागल है क्या ? जो उसने कत्ल करने के बाद लैब में आग लगा दी ? क्यों कि उसको भी पता होगा कि अगर शिप में आग ज्यादा भड़क जाती तो पूरा शिप जलकर राख हो जाता और शिप में तो वह स्वयं भी था। फिर उसने इतना बड़ा रिस्क कैसे लिया ?“ ब्रैंडन ने अपने दिमाग में घूम रहे प्रश्नों का उत्तर जानना चाहा।

“ये भी तो हो सकता है कि आग उसने इस तरह लगाई हो कि वह ज्यादा ना भड़कने पाए या फिर आग लगाने के बाद उसने ही सबको बुला कर इकट्ठा किया हो?“ सुयश ने कहा।

“होने को तो कुछ भी हो सकता है लेकिन वह सब हमारी कल्पना मात्र होगा। इसलिए फिलहाल बहस करने का को ई फायदा नहीं है। ऐसा करते हैं सर कि फिलहाल हम इस लाश को भी स्टोर रुम में रखवा देते हैं और बाकी की परेशानियों की ओर ध्यान दें। जो कि आने वाली हैं ना कि जो बीत गईं हैं।“ असलम ने सबको भविष्य की तस्वीर दिखाते हुए कहा।

“ठीक है ऐसा ही करो।“ सुयश ने सिर हिलाते हुए कहा- “ब्रैंडन तुम इस लाश को भी स्टोर रूम में रखवा दो और असलम तुम मेरे साथ अलबर्ट के रुम की ओर चलो।“ इतना कहकर सुयश लैब से बाहर निकल गया। असलम भी उसके पीछे-पीछे था।

6 जनवरी 2002, रविवार, 16:45;

“हां तो ग्रैंड अंकल, अब अगला सवाल।“ शैफाली ने अपनी नीली-नीली आंखें चमकाते हुए अलबर्ट को फिर से एक पहेली में उलझा दिया-

“सबसे पहले आपका जन्म जिस तारीख को हुआ था वह लिख लीजिए.......फिर उसे 4 से गुणा करके उसमें 13 जोड़ दीजिए।“

अलबर्ट शैफाली की कही बातों को सुनकर, एक पेज पर कैलकुलेशन करने लगा। चूंकि रुम का दरवाजा खुला था इसलिए सुयश व असलम को बेल बजाने की जरुरत नहीं पड़ी। वह दोनो कमरे में दाखिल हो गये।

अलबर्ट को कैलकुलेशन में व्यस्त देख सुयश व असलम बिना किसी को डिस्टर्ब किए सोफे पर बैठ गये। उधर शैफाली लगातार बोले जा रही थी-

“अब जो संख्या आई है उसे 25 से गुणा कर दीजिए.......अब आयी नयी संख्या में से 200 को घटा दीजिए..... अब आपका जन्म जिस महीने में हुआ है, उसे इस पूरी संख्या में जोड़ लीजिए......यानी कि यदि आपका जन्म जुलाई में हुआ हो तो पूरी संख्या में 7 को जोड़ दीजिए... ... अब फिर से पूरी संख्या को 2 से गुणा कर दीजिए........अब पूरे में से 40 को घटा दीजिए ........अब सबका गुणा 50 से कर दीजिए... ....अब जिस वर्ष में आपका जन्म हुआ है उसे पूरी संख्या में जोड़ लीजिए.. ....यानी यदि आपका जन्म सन 1950 में हुआ हो तो पूरी संख्या में 50 जोड़ लीजिए........ अब जो भी संख्या आई, उस पूरी संख्या से 10500 घटा दीजिए।“

इतना कहकर शैफाली अब चुप हो गई। अलबर्ट ने सारी कैलकुलेशन करने के बाद, पुनः इस तरह शैफाली को देखा मानो वह पूछना चाहता हो कि ‘अब क्या करना है?‘

शैफाली ने जब अलबर्ट को थोड़ी देर शांत देखा, तो पूछ लिया-
“हां ग्रैंड अंकल अब आप जो भी उत्तर आया है, वह मुझे बता दीजिए।“

‘260435‘ अलबर्ट ने शैफाली को उत्तर दिया।

“इसका मतलब आपका जन्म 26 अप्रैल सन 1935 को हुआ था।“ अलबर्ट शैफाली का उत्तर सुनकर हैरान हो गया। क्यों कि वह जो बोल रही थी, वह बिल्कुल सही था।

अलबर्ट एक पल के लिए अपनी सारी परेशानियां भूल गया। वह काफी देर तक इस कैलकुलेशन में उलझा रहा। परंतु यह नहीं समझ पाया कि यह कैलकुलेशन आई कैसे?

“कहिए ग्रैंड अंकल, पहेली कैसी रही?“ शैफाली ने चहकते हुए कहा।

“बहुत ही शानदार।“ अलबर्ट ने शैफाली की तारीफ करते हुए कहा- “पर तुम इतनी कठिन गणित की पहेलियां बना कैसे लेती हो ?“

“मुझे स्वयं नहीं पता ग्रैंड अंकल। मैं तो बस गणित के इन अक्षरों से खेलती हूं। खेलते-खेलते ये पहेलियां अपने आप बन जाती हैं।“ कहते-कहते शैफाली अचानक रुक गई। उसने इधर-उधर देखा। उसका चेहरा अब सोफे पर बैठे सुयश की ओर था।

“गुड इवनिंग कैप्टेन अंकल।“ शैफाली ने हवा में अपनी नाक पर जोर देते हुए कहा- “आपके साथ भी कोई है?“

“गुड इवनिंग बेटा।“ सुयश के चेहरे पर पुनः शैफाली के लिए तारीफ के भाव आ गये- “मेरे साथ इस शिप के सेकेंड असिस्टेंट कैप्टेन असलम हैं।“

“हैलो मिस्टर अलबर्ट, कैसे हैं आप?“ सुयश ने आगे बढ़कर अलबर्ट से हाथ मिलाया।

“ठीक हूं।“ अलबर्ट का स्वर बिल्कुल शांत था- “अब पहले से अच्छा महसूस कर रहा हूं।“

सुयश ने भी अलबर्ट से मारिया के बारे में कुछ ना पूछा। वह नहीं चाहता था कि अलबर्ट को मारिया की याद आए।

“शैफाली का दिया हुआ सवाल हल कर रहे थे?“ सुयश ने टॉपिक चेंज करते हुए पूछा।

“हां, उसके पास सवाल ही ऐसे हैं कि उसे हल करने में मजा आता है। वैसे ये काफी टैलेंटेड और एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी लड़की है।“

“आपने बिल्कुल सही कहा।“ सुयश ने भी शैफाली की तारीफ की- “मुझे भी ऐसा लगता है, जैसे शैफाली के अंदर कुछ अंजानी विचित्र शक्तियां हैं, लेकिन इसका पता इसे स्वयं नहीं है। अब शैफाली के सपनों के बारे में ही ले लीजिए। इसने जो भी अपने सपनों में देखा था, वह सब एक-एक करके सही हो रहे हैं।“

“तो क्या उस रहस्यमय द्वीप की तरह सुनहरा मानव भी दिखाई दिया ?“ चूंकि अलबर्ट को कल घटी घटना की कोई जानकारी नहीं थी, इसलिए वह पूछ बैठा।

“जी हां ! कल रात समुद्र की लहरों पर दौड़ता हुआ एक सुनहरा मानव हमें दिखाई दिया। जिसके शरीर से बहुत तेज सुनहरी रोशनी निकल रही थी। उसने ठीक शैफाली के सपनो की तरह एक दिशा की ओर इशारा किया और गायब हो गया। हमने कल शिप को भी उसी दिशा में मोड़ दिया था, जिधर उस सुनहरे मानव ने इशारा किया था।“ सुयश ने कहा।

“था ?......था से आपका क्या मतलब है कैप्टेन अंकल?“ शैफाली ने हैरानी से पूछा- “क्या अब शिप उस दिशा में नहीं चल रहा है?“

“नहीं !“ सुयश ने नकारात्मक अंदाज में अपना सिर हिलाया- “हमें ऐमू नाम का एक तोता उड़कर एक दिशा से आता हुआ दिखाई दिया। वह तोता बड़ा ही रहस्यमई था। वह बिल्कुल साफ इंग्लिश बोल रहा था, इसलिए हमने उसे एक सभ्य दुनिया से आया जानकर, शिप को उस दिशा में मोड़ दिया, जिधर से वह आया था।“

“ओ.....नो !“ शैफाली के शब्दों में अफसोस झलकने लगा।

“क्या हुआ?“ सुयश को भी शैफाली के शब्दों से किसी खतरे का अहसास हुआ- “क्या कोई गलती हो गई?“

“पता नहीं , पर जाने क्यों मुझे ऐसा लग रहा है, जैसे मैंने यह ऐमू नाम पहले भी कहीं सुन रखा है?“ शैफाली के शब्द इस बार किसी रहस्य से भरे थे।

“क्या ऽऽऽऽ? सुयश यह सुनकर सिहर उठा- “शैफाली तुम याद करने की कोशिश करो कि तुमने यह शब्द कहां सुन रखा है?“

“ऐमू......ऐमू ....।“ शैफाली ने होठों ही होठों में यह शब्द दोहराया और अपने दिमाग पर जोर देना शुरू कर दिया। शैफाली लगातार अपने दिमाग पर जोर डाल रही थी।

सभी की निगाहें अब सिर्फ और सिर्फ शैफाली पर थी। ब्रूनो शैफाली के पास शांत बैठा था। अचानक उसने एक झटके से अपना सिर उठा कर शैफाली की ओर देखा। ब्रूनो के कान अब खड़े हो गए और वह एकटक शैफाली को घूरने लगा।

अचानक ब्रूनो शैफाली के पास से उठा और कुछ दूर जा कर चुपचाप जमीन कर बैठ गया। लेकिन अभी भी उसकी आंखें शैफाली को घूर रही थीं। उधर शैफाली लगातार अपने दिमाग पर जोर डालते हुए ऐमू के बारे में सोच रही थी।

ब्रूनो की यह विचित्र हरकत इस बार किसी से छिपी ना रह सकी। सुयश ने बहुत ध्यान से इस बार ब्रूनो को देखा । जाने क्या सोचकर एक बार तो वह सिहर उठा। उसे ब्रैंडन की बात याद आ गई।

“यह क्या.......?“ अचानक शैफाली की आवाज ने सबको हैरान कर दिया- “यह तो वही रहस्यमई द्वीप है।“





जारी रहेगा_________✍️
Chalo Shefali ki kuchh talent dekhne ko mili aur Suyash katil ke bare mein bahut sahi disha mein soch raha hai.

Emu ne ab sahi rasta bataya hai ya sahi rasta bataya hai kya ye agle update mein dekhne ko milega???
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,778
54,258
259
इन सोलह दिनों मे सुयश साहब अपने दोनो भूमिका मे , दोनो भुमिका कहने का मतलब शिप के कैप्टन और दूसरा एज ए डिटेक्टिव , मे सफल होते हुए नजर नही आए । जहाज कटी पतंग की तरह दिशाहीन हो गई है । कभी एक अजीब प्रजाति सुनहले मानव जिसकी विश्वसनीयता यकीन लायक ही नही है , के इशारे पर शिप को एक ओर मोड़ दिया जाता है, कभी एक विचित्र तोते के आधार पर एक सम्भावित जमीन का आकलन कर शिप को एक और दिशा दे दिया जाता है ।
इसके पहले शिप के एक स्टाफ असलम ने भी शिप को अपने इच्छानुसार एक दिशा देने की कोशिश की थी ।
एक जहाज का कैप्टन इस तरह से फैसले नही करता ।
जहां तक इस जहाज पर हुई खून खराबों की बात है वहां भी सुयश साहब ने एज ए डिटेक्टिव अब तक कोई भी उपलब्धि हासिल नही की ।
इस अपडेट की ही बात करते है । सुयश साहब ने बिल्कुल सही आकलन लगाया कि थाॅमस को मारने वाले व्यक्ति ने ही लैब मे आग लगाई थी और आग पुरे जहाज पर न फैल जाए इसलिए उसने ही आवाज लगा कर भीड़ को इकठ्ठा किया होगा ।
इस थ्योरी पर उन्हे आगे बढ़ना चाहिए था । घटनास्थल पर मौजूद भीड़ से पूछताछ करनी चाहिए थी कि आग लगने की खबर सबसे पहले किस व्यक्ति ने दी !
इसके अलावा अल्बर्ट साहब की पत्नी मारिया को खोजने का भी प्रयास नही किया गया ।

शायद व्योम साहब इस शिप पर मौजूद होते तो हालात फिर कुछ दूसरी होती ।

शैफाली ही इस कुंजी की चाबी है । इस मिस्ट्रीयस प्लेस से जमीन तक पहुंचाना सिर्फ शैफाली के बूते सम्भव लग रहा है ।
इस अपडेट मे भी एक बेहतरीन गणितीय पहेली का उल्लेख हुआ जो वास्तव मे शानदार पहेली है ।

खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
Abhi tak ki aapki baat se main bhi sahmat hu SANJU BHAIYA ki suyash abhi tak na-kaamyaab raha hai😞 kintu saboot ke abhaav me wo kare bhi to kya? Thomas ki lab wale kisse ko hi le lijiye, usne dimaak to sahi lagaya, per ek saath jab 10 cheeje dimaak me chale to aadmi kya kare :shhhh: Shefaali hi inko aage ka clue degi isme koi shak nahi bhai :declare:Waise mera maanna bhi yahi hai ki us toote ki baat per yakeen kar ship 🚢 mod dena kahi inke gale ki haddi na ban jaaye,:derisive: Sath bane rahiye bhai,
Thank you very much for your amazing review and wonderful support :hug:
 
Last edited:

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,778
54,258
259
Thomas bechara ka story mein thoda sa role mila aur upar nikal liya. Agar kaatil khul kar kisi ke samne aaya hai bhale hi usko kisi ne nahi dekha hai par uske upar pahla shak ja sakta hai kyonki usi ne guard ko chilla kar bataya hai lab mein aag lagne ke bare mein.

Peter ye bhi sayad aaj pahli baar samne aaya hai ya ye pahle bhi story mein shamil ho chuka tha.

Well parrot 🦜 se abhi information Mila nahi hai, Albert ki wife ki koi jankari nahi hai aur ek aur vyakti ki maut.

Aur sabse bada sawal Parrot ne Suyash se aisa kyon kaha ki wo baar baar Suyash Emu ko chhod kar chala jata hai.

Well nice 👍 update brother.
Raaj pe raaj ikkathe huye ja rahe hai, per sabka samadhaan hoga👍 fikar not, Peter repeter nahi hai dost :shhhh: Usko bhi pahli baar hi role mila hai, thomas bina kuch bole nikal liye, uski bhi padtaal honi chahiye, hum tumhare sath hai bhaiya, ye tota unhe kya batayega? Ya sahi batayega ya nahi? Janne ke liye saath bane rahiye, Thanks for your wonderful review and support bhai :hug:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
20,778
54,258
259
Chalo Shefali ki kuchh talent dekhne ko mili aur Suyash katil ke bare mein bahut sahi disha mein soch raha hai.

Emu ne ab sahi rasta bataya hai ya sahi rasta bataya hai kya ye agle update mein dekhne ko milega???
Shefaali hi inki naiya paar karegi bhai, rahi baat talent ki to wo to usme bhara pada hai:declare: Parrot 🦜 ka maamla thoda pecheeda hai, mujhe lagta hai ki ye aap update me hi padhe to behter hai :shhhh:
Thanks for your valuable review and superb support bhai :hug:
 
Top