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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing]
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# 6.
25 दिसम्बर 2001, मंगलवार, 19:00 “सुप्रीम”

आज क्रिसमस का दिन था । सुबह से ही सारे लोग एक-दूसरे को बधाइयां दे रहे थे। पूरे शिप पर एक त्यौहार का माहौल था। सुयश ने भी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया हुआ था। पूरे दिन भर लोगों ने एक बड़ी संख्या में, इन विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। शिप के हॉल को भी दुल्हन की तरह सजाया गया था।

धीरे-धीरे शाम हो चली थी । शिप के लगभग सभी व्यक्ति, उस विशालकाय हॉल में एकत्रित थे। हमेशा की तरह इस बार भी सुयश ने स्टेज पर चढ़कर, सबसे पहले सभी को अभिवादन किया, और फिर एक गहरी निगाह उस विशालकाय भीड़ पर डाली । हॉल में इतने सारे लोगों के होने के बाद भी, इस समय बिल्कुल सन्नाटा था । सभी की निगाहें सिर्फ और सिर्फ सुयश पर थीं। सुयश ने सब पर एक नजर डालने के बाद धीरे से माइक संभाला ।

“दोस्तों ! जैसा कि आप जानते हैं, कि आज क्रिसमस का त्यौहार है।“ सुयश की आवाज पूरे हॉल में गूंज रही थी-

“यह त्यौहार पूरे विश्व भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है ।इसलिए हमने भी अपने शिप पर मौजूद सभी यात्रियों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा। उनको जरूरत की लगभग हर चीज उपलब्ध कराई और इस त्यौहार को खुशी का नया रंग देने के लिए, मैंने शिप पर कुछ प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया। मुझे बड़ी खुशी हुई कि अधिक से अधिक लोगों ने इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। अब मैं उन प्रतियोगियों के नाम बताऊंगा, जिन्होंने इन प्रतियोगिताओं में भाग लेकर सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है।

सुयश ने कुछ क्षण रुककर रोजर के हाथ से, कागज का एक पन्ना लिया और उसे खोल कर देखने के बाद फिर बोलना शुरु कर दिया-

“सबसे पहले मैं अपनी सबसे शानदार प्रतियोगिता, निशानेबाजी में भाग लेने वाले उन सभी 28 प्रतियोगियों को धन्यवाद देना चा हूंगा, जिन्होंने इस प्रतियोगिता में खुले दिल से भाग लिया और अपनी निशानेबाजी का हुनर दिखा कर, सभी का मनोरंजन किया। अब मैं इस प्रति योगिता में प्रथम, द्वित्तीय और तृतीय आए लोगों के नाम एनाउंस करुंगा, जिनके खूबसूरत और अचूक निशाने को देखकर, आपने भी अपने दांतो तले उंगली दबाली।“

“तो निशानेबाजी का प्रथम पुरस्कार जाता है, मिस्टर तौफीक के नाम पर, जिन्होंने अपने निशाने से, पहले दिए गए सभी लक्ष्यों को भेदा, फिर एक ही गोली से एक कतार में रखी 6 जलती हुई मोमबत्तियों को बुझाया और उसके बाद अभेद्य समझे जाने वाले, 6 सिक्कों को हवा में उछाल कर, जमीन पर गिरने से पहले ही निशाना बनाया ।“


सुयश लगातार बोल रहा था- “अतः मैं मिस्टर तौफीक से आग्रह करूंगा कि वह स्टेज पर आकर अपना मेडल प्राप्त करें।“ सुयश के इतना कहते ही, पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा ।

इन तालियों में एक ताली की आवाज ऐसी थी, जिसमें खुशी की गूंज भी थी और प्यार का इजहार भी। और वह ताली थी जेनिथ की, जो हॉल में एक स्थान पर लॉरेन के साथ बैठी थी। तौफीक इन दोनों से कुछ ही दूरी पर बैठा था। उसने अपना नाम एनाउंस होते देख, एक नजर जेनिथ पर डाली और फिर धीरे धीरे चलता हुआ स्टेज पर जा पहुंचा। अब वह सुयश के सामने था । सुयश ने एक बार बड़े ही गौर से तौफीक को ऊपर से नीचे तक देखा और फिर आगे बढ़कर तौफीक से हाथ मिलाते हुए, बगल में खड़े रोजर से मेडल लेकर तौफीक के सीने पर टांक दिया। पूरा हॉल एक बार फिर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा ।

तौफीक के सीने पर चमचमाता हुआ मेडल देख, जेनिथ खुशी से फूली नहीं समा रही थी । उधर मेडल तौफीक के सीने पर टांकने के बाद सुयश ने माइक के सामने जाकर, तौफीक को माइक पर आने का इशारा किया। एक पल के लिए तौफीक ठिठका और फिर कुछ सोचकर धीरे से माइक के सामने जा पहुंचा। उसके माइक पर पहुंचते ही, सुयश ने तौफीक को संबोधित करते हुए कहा –

“अब मैं मिस्टर तौफीक से उनकी इस शानदार निशानेबाजी का राज पूछना चाहूंगा । मैं चाहूंगा कि वे सबके सामने अपने इस शानदार हुनर का कारण बताएं।“ यह कहकर सुयश शांत हो कर तौफीक के चेहरे को इस तरह देखने लगा जैसे कि उस पर लिखा हो, कि वही अपराधी है। तौफीक ने एक नजर पहले वहां बैठे सभी दर्शकों पर मारी, फिर जेनिथ पर और फिर बिल्कुल शांत भाव से बोलना शुरू किया-

“दोस्तों ! मेरा नाम तौफीक है। मैं वैसे तो मूलतः मिश्र का रहने वाला हूं, पर फ्रांस में रहने के कारण, मुझे वहां की नागरिकता प्राप्त है। मैं वहां की आर्मी फोर्स में मेजर के पद पर कार्य करता हूं। यही कारण है कि मेरा निशाना इतना अचूक है। वैसे तो मैं आमतौर पर इस तरह की, किसी प्रतियोगिता में भाग नहीं लेता, पर आज किसी के कहने पर मैंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया । इसलिए ये मेडल उसी के नाम पर।“ यह कहते समय तौफीक की नजर जेनिथ पर जा कर टिक गई, जो अपलक उसी को देख रही थी । तत्क्षण उसकी नजरें पुनः पूरे हॉल में सरसरी तौर पर घूमी और फिर वह बोला-

“बस दोस्तों ! इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना चाहूंगा ।“ यह कहकर तौफीक स्टेज से उतरता हुआ धीरे-धीरे अपने स्थान की ओर बढ़ गया। सुयश ने तौफीक को जाते देख पुनः आकर माइक संभाल लिया ।

“अब मैं निशानेबाजी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान पाने वाले, उस प्रतियोगी को स्टेज पर बुलाना चाहूंगा, जिन्होंने बाकी सभी जगहों पर तौफीक को बराबरी की टक्कर दी, परंतु अंतिम राउंड में हार गए। उनका नाम है मिस्टर लोथार।“

तालियों की गूंज के बीच, लोथार स्टेज पर आया। सुयश ने लोथार को एक छोटी सी शील्ड प्रदान की, और फिर उसे भी माइक पर बुलाया ।

“दोस्तों ! मेरा नाम लोथार है। मैं साऊथ अफ्रीका का रहने वाला हूं। मुझे बचपन से ही निशानेबाजी का शौक था । इसलिए मैंने साऊथ अफ्रीका की जानी मानी ‘टारगेट शूटर्स‘ ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण लिया। जिसकी वजह से मैं आज यहां इस मुकाम तक पहुंचा हूं।“

इतना कहकर लोथार ने अपने दाहिने हाथ से अपने होठों को चूम कर, एक फ्लाइंग किस हवा में उछाला और एक हाथ हिलाते हुए, विदाई की मुद्रा में स्टेज से उतर गया।

“अब मैं इस प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहे, मिस्टर जैक को स्टेज पर बुलाना चाहूंगा।“ सुयश ने पुनः माइक संभालते हुए कहा-

“इन्होंने भी इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया।“ जैक, सुयश से नजरें चुराता, सिर झुकाए स्टेज पर आया और इससे पहले कि सुयश उसे माइक पर बुला पाता, तेजी से अपनी शील्ड लेकर बिना कुछ बोले स्टेज से उतर गया। सुयश की तीखी निगाहें अंत तक जैक पर थीं। फिर वह अन्य प्रतियोगिताओं के विनर्स का नाम घोषित करने में लग गया। इस प्रकार उस शाम का अंत, सेलिब्रेट करते हुए, शोर- शराबे के बीच बीता।

25 दिसम्बर 2001, मंगलवार, 19:00; “सुप्रीम” मीटिंग रुम :
“हम लोगों का प्लान व प्रतियोगिता का आयोजन तो शानदार रहा।“ सुयश ने रोजर व लारा को बारी-बारी से देखते हुए कहा-

“लेकिन असली चुनौती तो अब शुरू होगी। क्यों कि अब हमें इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उन सभी 28 प्रतियोगियों के कमरे चेक करने होंगे। जिससे हमें अपराधियों का कुछ सुराग लग सके।“

“कैप्टन!“ रोजर ने सुयश की बात पूरी होते ही पूछा- “वैसे आपने इन सभी 28 प्रतियोगियों को देखा। आपकी समझ से इनमें अपराधी कौन हो सकता है?“ रोजर की बात सुनते ही तुरंत सुयश की आंखों के सामने जैक का चेहरा घूम गया।

“वैसे तो अभी किसी के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।“ सुयश ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा-
“लेकिन फिर भी मुझे सबसे ज्यादा शक जैक पर हो रहा है। क्यों कि कुछ तो उसकी हरकतें भी अपराधियों के जैसी हैं, और फिर तुम लोगों ने देखा, कि कैसे वह स्टेज पर आकर, बिना कुछ बोले ही चला गया। यहां तक कि उसने यह भी नहीं बताया, कि उसने इतनी अच्छी निशानेबाजी कहां से सीखी ?“

“आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, कैप्टन।“ लारा ने भी कैप्टन सुयश की हाँ में हाँ मिलाते हुए कहा-
“मुझे भी वह आदमी कुछ अजीब सा लगा।“

“अच्छा ! अब यह सोचो ।“ रोजर ने लारा की तरह देखते हुए कहा- “कि इन लोगों का कमरा, चेक कब और कैसे करना है? क्यों कि किसी-किसी के साथ तो दो या तीन लोग रहते हैं, और जरूरी नहीं कि सारे लोग एक साथ कमरे से बाहर जाएं। ये भी हो सकता है कि वह लोग जल्दी ही कमरे में वापस आ जाएं। जबकि हमें कमरे चेक करने के लिए समय चाहिए होगा।“

“रोजर बिल्कुल सही कह रहा है।“ सुयश ने लारा की तरफ देखते हुए कहा-

“हमें तलाशी चुपचाप ही लेनी होगी। यदि किसी को इस बारे में पता चल गया तो शिप की बदनामी तो होगी ही, बल्कि समय से पहले अपराधी भी सतर्क हो जाएगा।“

“तो फिर तलाशी के लिए हमें एक महोत्सव फिर से करना पड़ेगा।“ लारा ने सुयश की ओर देखते हुए कहा- “और इस महोत्सव में यह कोशिश करनी होगी कि अधिक से अधिक यात्री, इस में सम्मिलित हों।“

“उसकी जरूरत नहीं है। 5 दिन के बाद नया साल आने वाला है। उसकी पार्टी में तो वैसे भी सारे आदमी हॉल में रहेंगे। यह हमारे लिए सबसे अच्छा मौका रहेगा । हम उसी समय उन सभी के कमरे चेक करेंगे।“ सुयश ने पास रखे पेन को हाथ की उंगलियों में फंसाकर नचाते हुए कहा।

“ठीक है कैप्टन!“ लारा ने जोश में आते हुए जवाब दिया -

“मैं अपनी सिक्योरिटी के सभी आदमियों को एलर्ट करके, उस दिन के बारे में बता दूंगा, और यह 28 प्रतियोगियों की लिस्ट भी, उनके रुम नंबर सहित उनके हवाले कर दूंगा।“

“हाँ ! लेकिन एक बात का ख्याल रहे, तलाशी लेते समय यात्रियों के सामानों के साथ, इस तरह की छेड़छाड़ न की जाए, कि उन्हें बाद में पता चल जाए कि उनके रुम की तलाशी ली गई है।“ सुयश ने कहा।

“ठीक है सर! मैं ऐसा अपनी सिक्योरिटी के आदमियों को बता दूंगा।“ इतना कहकर लारा ने सुयश की ओर जाने की आज्ञा लेने वाली दृष्टि से देखा । सुयश ने यह देख लारा को जाने का इशारा कर दिया। लारा के जाने के बाद सुयश, रोजर की तरफ घूमा-

“रोजर वैसे तो हमारा प्लान बहुत अच्छा है, पर अगर हमें इसके द्वारा सफलता ना मिली तो ?“

“इसके लिए हमें पहले से ही कुछ और प्लान भी करना पड़ेगा।“ रोजर ने शांत स्वर में कहा-

“लेकिन आप चिंता ना करें कैप्टेन, मैं कोई ना कोई प्लान और बना ही लूंगा।“

“ठीक है, फिर आगे की बातें हम बाद में ही करेंगे।“ सुयश ने मीटिंग खत्म करने वाले अंदाज में कहा , और उठकर खड़ा हो गया । रोजर भी उठ कर खड़ा हो गया और सुयश से विदा लेकर केबिन से बाहर निकल गया।




जारी रहेगा…..... :writing:
Kabhi kabhi jo hum sochte hain wo sach nahi hota criminal achhe se janta hai ki yadi wo logo ke jawab nahi deta hai to shak ke ghere mein aa sakta hai isliye abhi first aur second position aane wale bhi shak ke dayre mein aate hain aur jahan tak main samajh pa raha hoon Jack innocent hona chahiye kyonki yadi wo criminal hota to captain ke sawal jarur de deta taki wo shak ke ghere mein na aaye??
Phir bhi dekhte hain aapne kya soch rakha hai??
 

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# 14.
“कातिल के बारे में तो नहीं बता सकती। पर हां उसकी एक आदत के बारे में जरूर बता सकती हूं।“ शैफाली की बात सुनकर, एक बार फिर सभी का ध्यान शैफाली की तरफ गया। “अंकल, जो पहली गोली चली थी। वह चलाने वाला मेरे 6 मीटर पीछे था। उस हिसाब से गोली चलने के 5 सेकेण्ड के बाद, बारूद की खुशबू, मुझ तक पहुंचनी चाहिए थी। पर बारुद की खुशबू मात्र 3 सेकेण्ड में मुझ तक पहुंच गई थी।“

“क्या मतलब हुआ इसका ?“ सुयश ने व्यग्र स्वर में पूछा।

“इसका साफ मतलब निकलता है, कि गोली चलाने वाली की आदत, गोली चलाने के बाद, रिवाल्वर की नाल से निकलते हुए धुंए को फूंक मारने की है। और ऐसा वही आदमी करता है, जो बहुत अच्छा निशानेबाज होता है और रिवाल्वर हमेशा अपने साथ रखता है।“ शैफाली एक के बाद एक धमाका कर रही थी।

“वेरी गुड!“ सुयश ने शैफाली के तर्कों की तारीफ करते हुए कहा- “क्या दिमाग पाया है!“ सुयश कुछ रुक कर फिर बोला –

“बेटे आप कुछ ऐसा, मर्डर के बारे में बता सकती हो। जिससे हमें कातिल को पकड़ने में कुछ हेल्प मिल सके।“

“यस अंकल! मैं एक बात मर्डर के बारे में और बताना चाहती हूं।“ शैफाली ने धीरे से सांस लेते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान सिर्फ और सिर्फ शैफाली की बातों को सुनने में लगा था। पर उन्हें यह एहसास नहीं था, कि कोई दरवाजे के बाहर खड़ा, इन सारी बातों को सुन रहा था।

“अंकल, मेरे पास गोली चलने के बाद, एक अजीब सी खुशबू और आई। जैसे कपड़े पर जब बहुत गर्म प्रेस कर दिया जाता है तो कपड़े से एक अजीब सी, सोंधी सी खुशबू आती है। वह खुशबू ठीक वैसी ही थी। कहने का मतलब यह है कि जिसने भी मेरे पीछे से पहले गोली चलाई थी, उसने रिवाल्वर की नाल पर जरूर कोई कपड़ा रखा था, जो कि निश्चित रूप से को ई रुमाल रहा होगा। जब गोली चली, तो रिवाल्वर की नाल गर्म हो गई होगी, जिससे रुमाल भी हल्का सा जल गया होगा। वह खुशबू जरुर उसी की रही होगी। और उसके साथ में रुमाल से किसी संदल की स्मेल वाले सेंट की, बहुत ही खूबसूरत खुशबू आई।“ यह कहकर शैफाली 1 मिनट के लिए रुकी और फिर बोलना शुरु किया-

“आपने हॉल में खड़े सभी लोगों के रुमाल जमा करवा लिए थे। आप उन सभी रुमालों को ध्यान से देखिए। क्या किसी पर जले का निशान है? और उन सभी रूमालों में से किसमें से संदल स्मेल वाले सेंट की खुशबू आ रही है? इससे आपको कातिल को ढूंढने में आसानी होगी।“

“एक्सीलेंट!“ सुयश ने माइकल की ओर देखते हुए कहा- “आपकी बच्ची बहुत समझदार है। मैंने अपनी पूरी जिंदगी में इतना तेज दिमाग वाला इंसान आज तक नहीं देखा।“

“और हाँ अंकल।“ शैफाली ने पुनः बोलना शुरु किया- “जो व्यक्ति, मेरे 8.5 मीटर बांए था, उसी ने गोली चलाने के बाद, अपनी रिवाल्वर जमीन पर फेंकी थी।“

“यानि की लॉरेन का मर्डर तुम्हारे 6 मीटर पीछे वाले व्यक्ति ने किया है।“ सुयश ने शैफाली की नीली-नीली आँखों में झांकते हुए कहा।

“जी हाँ अंकल! मैं भी यही कहना चाह रही हूं।“ शैफाली ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा- “और मैं बस इतना ही जानती हूं।“

“थैंक्स बेटा !“ सुयश ने शैफाली को आभार प्रकट करते हुए कहा-

“मैं तुम्हारा ये हेल्प हमेशा याद रखूंगा।“ यह कहकर सुयश ने माइकल और मारथा को भी थैंक्स बोला और फिर वहां से जाने के लिए मुड़ा। तभी शैफाली ने उसे फिर से टोक दिया।

“कैप्टेन अंकल! वैसे आपको अगर ब्रूनो की जरूरत पड़े तो आप जरूर बताइएगा। क्यों कि यह भी आपकी काफी मदद कर सकता है।“

“ठीक है बेटे! अगर हमें ब्रूनो की जरूरत पड़ी, तो हम अवश्य बताएंगे।“ यह कहकर सुयश सभी के साथ दरवाजे की ओर बढ़ा। उधर दरवाजे के बाहर खड़ी आकृति, सभी को बाहर आता देख, धीरे से सरक कर गैलरी में गायब हो गई। सुयश के दरवाजे के बाहर निकलते ही, एक सिक्योरिटी का आदमी भागा भागा वहां पहुंचा और बोला-

“माफी चाहता हूं कैप्टन, पर आपको इसी समय तुरंत कंट्रोल रूम में चलना होगा। वहां शायद कुछ गड़बड़ है?“

सुयश यह सुनते ही, सभी के साथ तेज कदमों से कंट्रोल रूम की ओर चल दिया। लेकिन उसका दिल पुनः किसी अंजानी आशंका से तेजी से धड़क रहा था।

चैपटर-5
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 03:00; कंट्रोल रूम के बाहर, सिक्योरिटी के आदमियों और शिफ्ट में काम करने वाले लोगों की भीड़ लगी थी। कुछ लोग कंट्रोल रुम का दरवाजा खुलवाने की कोशिश कर रहे थे।

“क्या हुआ?“ सुयश ने वहां पहुंचकर तेज आवाज में, वहां खड़े लोगों से पूछा।

“पता नहीं कैप्टेन!“ उस भीड़ में से एक व्यक्ति ने आगे निकलकर, सुयश को जवाब दिया - “जब हम लोग शिफ्ट चेंज करने के लिए यहां पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसा इसके पहले कभी नहीं हुआ था। हम लोग लगभग 20 मिनट से दरवाजे पर नॉक कर रहे हैं, पर ना तो कोई अंदर से जवाब दे रहा है और ना ही दरवाजा खोल रहा है।“

“तुरंत कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खोलो।“ सुयश ने लारा की तरफ मुड़ते हुए, उसे आर्डर दिया।

“यस कैप्टेन!“ लारा तुरंत साइड में लगे इमरजेंसी डोर के कंप्यूटर पर पासवर्ड लगाने लगा।

कुछ ही देर में कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खुल चुका था। डोर खुलते ही सुयश ने तेजी से कंट्रोल रूम में प्रवेश किया। उसके साथ लारा भी था। अंदर का नजारा ही कुछ और था।

रोजर व असलम सहित चालक दल के सभी सदस्य, नशे की हालत में धुत इधर-उधर पड़े थे। शराब की कई बोतलें भी फर्श पर बिखरी हुई थीं। लारा ने अंदर आते ही, तुरंत आगे बढ़कर कंट्रोल रूम का मेन दरवाजा खोल दिया

सुयश ने एक नजर पूरे कंट्रोल रुम पर मारी और फिर आगे बढ़ कर रोजर का कॉलर पकड़कर उसे उठाने की कोशिश करने लगा-

“रोजर-रोजर!......उठो। मैंने तुम लोगों को ड्यूटी टाइम में ड्रिंक करने से मना किया था। फिर भी तुम लोगों ने ड्रिंक किया।“

अभी सुयश रोजर को झकझोर ही रहा था, कि तभी कंट्रोल बोर्ड पर लगी, एक लाल बत्ती तेजी सेणस्पार्क करने लगी। जो इस बात का संकेत थी कि ट्रांसमीटर पर कोई मैसेज है। सुयश तुरंत रोजर को छोड़, उस ट्रांसमीटर सेट की ओर भागा और तुरंत वहां रखे हेडफोन को अपने कानों पर चढ़ा कर एक बटन ऑन कर दिया।

“हैलो ! ब्लू क्रॉस कालिंग ‘सुप्रीम’।“ उधर से महीन आवाज सुनाई दी- “कोई हमारी बात सुन रहा है।“

“हैलो ! सुप्रीम कॉलिंग ब्लू क्रॉस।“ मैं सुप्रीम से कैप्टन सुयश बोलरहा हूं।“ सुयश ने कहा।

“कैप्टन! मैं फ्लोरिडा आईलैंड से ‘स्टीफेन‘ बोल रहा हूं।“ दूसरी तरफ से फिर से आवाज आयी-

“थैंक गॉड कि आपने मेरा कॉल रिसीव किया। इससे पहले भी मैंने 4 बार आप लोगों से सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश की। पर किसी ने भी हमारा कॉल रिसीव नहीं किया । वहां सब कुछ ठीक तो है ना ? ओवर।“

सुयश ने यह सुनकर एक नजर वहां बेहोश पड़े लोगों पर मारी फिर बोला –

“यस स्टीफेन! एक छोटी सी प्राब्लम थी, पर अब सब ठीक है। आप बताइये आप ने क्यों कॉल किया ? ओवर“

“कैप्टेन! आपका शिप बारामूडा त्रिकोण के डेंजर जोन की ओर, गलत रास्ते पर जा रहा है।“ आवाज पुनः आयी।

“बारामूडा त्रिकोण!“ सुयश के शरीर में बारामूडा त्रिकोण का नाम सुन कर एक झुरझुरी सी हुई। उधर लारा, अब रोजर व असलम सहित बाकी सभी लोगों को होश में ला चुका था। जो अब सिर झुकाये खड़े थे। सुयश ने भी रोजर को खड़ा होते देख, हेडफोन को हटाकर, फोन कॉल को अब स्पीकर मोड पर डाल दिया, जिससे अब सभी लोग इस वार्तालाप को ध्यान से सुनने लगे। अब स्टीफेन की आवाज बिल्कुल साफ कमरे में गूंज रही थी-

“यस कैप्टेन! बारामूडा त्रिकोण, जो कि पृथ्वी का सबसे डेंजर जोन कहलाता है। आपको मालूम भी है, कि आपका शिप, अपने वास्तविक रूट से 30 डिग्री नॉर्थ ईस्ट में, 80 नॉटिकल माइल, गलत दिशा में जा चुका है। और अब आप की वास्तविक स्थिति 56 डिग्री पश्चिमी देशांतर रेखाओं के मध्य है। इसके आगे आज तक जो भी शिप गया है, वह बारामूडा त्रिकोण के भयानक जोन में फंसकर गायब हो गया है और उसके वापस आने की संभावना लगभग ना के बराबर रही है। आप समझ रहे हैं ना मैं क्या कह रहा हूं? ओवर।“

“जी हां ! मैं आपकी बातों का मतलब समझ रहा हूं। ओवर।“ सुयश ने तेजी से रोजर के हाथ से कॉपी-पेन लेते हुए शिप की वास्तविक स्थिति को तुरंत कॉपी पर नोट किया।

“कैप्टेन, तुरंत शिप को मोड़िये। जल्दी करिये कहीं ऐसा ना हो कि आप का शिप भी......... खट्......खट्.........खटाक।“

फ्लोरिडा का संदेशवाहक अभी अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया था, कि उसका संपर्क ‘सुप्रीम’ से टूट गया

“हैलो -हैलो ! .................।“ सुयश पुनः संपर्क स्थापित करने के लिए, तेजी से बटनों से जूझने लगा । लेकिन अभी इससे पहले कि यह लोग कुछ समझ पाते। पूरा शिप एक अजीब सी नीली रोशनी से भर गया और एक बहुत तेज विचित्र सी ध्वनि सुनाई दी।

“जन्न.....न्..........न्ऽऽऽऽऽऽऽऽऽ।“ ऐसा लगा जैसे शिप के ऊपर से कोई चीज बहुत तेजी से, नीली किरणें बिखेरती हुई निकली है। उस चीज की आवाज, सुपर सोनिक जहाज की तरीके से तेज, परंतु महीन थी। उसकी स्पीड इतनी ज्यादा थी, कि उसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल था कि वह चीज क्या थी ?

“धड़ाम ........धड़ाम .......फटाक ....किर्र ..... किर्र ....खटाक।“

तभी सुप्रीम में लगे सभी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र ‘धड़ाम-धड़ाम‘ की आवाज करते हुए ब्लास्ट हो गए। यहां तक कि पूरे शिप की लाइट भी चली गई। सभी लोग हक्के-बक्के से खड़े रह गए।

तभी ‘खटाक‘ की आवाज के साथ कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गयी। किसी की भी ये समझ में नहीं आया कि यह क्या हो रहा है? यहां तक कि इनका दिशा सूचक यंत्र भी खराब हो गया । सभी लोग डरकर इधर-उधर देख रहे थे। एका एक सुयश को जैसे होश आया। उसने तुरंत आर्डर जारी किया ।

“तुरंत शिप को रोक दिया जाए। ये इस समय जहां पर है, इससे आगे नहीं बढ़ना चाहिए।“ सुयश की आवाज में बेचैनी और घबराहट साफ नजर आ रही थी। इस बार सुयश, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर ब्रेव फोर्ड की ओर मुड़ा और उनसे बोला-

“मिस्टर ब्रेव फोर्ड, कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट तो अपने आप ऑन हो गयी है, पर पूरे शिप पर, अभी भी अंधेरा है। आप तुरंत पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट को ऑन करवा दीजिए।“

“और आप मिस्टर जेम्स हुक!“ सुयश का इशारा इस बार फॉल्ट फाइंडिंग इंजीनियर जेम्स हुक की ओर था- “आप तुरंत अपनी पूरी टीम के साथ जुट जाइये, और ये देखिये कि शिप को कितना नुकसान हुआ है और इसे सही करने की कोशिश कीजिए।“

उधर खतरे को भांप, रोजर ने शिप को रुकवा दिया था। उनका नशा अब पूरी तरह से हिरण हो चुका था। ब्रेव फोर्ड भी आर्डर मिलते ही बाहर निकल गया। जेम्स हुक अपनी पूरी इंजीनियर्स की टीम के साथ, शिप के सारे कंट्रोल्स को चेक करने में लग गया। तभी पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गई। सुयश तुरंत दौड़कर, माइक के पास पहुंच गया।

“दोस्तों ! मैं शिप का कैप्टन, सुयश बोल रहा हूं।“ सुयश ने माइक संभालते हुए, पूरे शिप पर अनाउन्स करना शुरू कर दिया-

“कुछ तकनीकी खराबी आ जाने के कारण, कुछ देर के लिए, हमारी इलेक्ट्रिक लाइन में बाधा आ गई थी। मैं आप सब से इस चीज के लिए माफी मांगता हूं। अब स्थिति सामान्य है अतः कृपया आप लोग अपने-अपने स्थान पर जा कर आराम करें। इनकन्वीनियंस इज रिग्रेटेड।“

सुयश अनाउन्समेंट के बाद अब धीरे-धीरे नॉर्मल हो रहा था। अब उसने शिप की स्थिति पर ध्यान देना शुरू कर दिया। सफाई कर्मचारी तेजी से कंट्रोल रूम में बिखरे कांच को साफ करने में जुटे थे। सुयश इस बार कुछ कहने के लिए लारा की ओर घूमा। पर इससे पहले कि वह उससे कुछ कह पाता, कंट्रोल रूम में भागते हुए, अलबर्ट डिसूजा दाखिल हुए।

“कैप्टेन-कैप्टेन!“ आपने देखा अभी शिप के ऊपर से कोई यान-नुमा चीज, नीली रोशनी बिखेरती हुई, बहुत तेजी से निकली है। क्या वह कोई उड़न तश्तरी थी ?“अलबर्ट ने घबराए अंदाज में सुयश को देखते हुए कहा।

अलबर्ट की बातें सुनकर, सुयश की आंखें सोचने वाली मुद्रा में सिकुड़ गईं। सुयश ने पहले अलबर्ट के पसीने से लथपथ चेहरे को देखा और फिर बोला-

“मिस्टर अलबर्ट, जो भी चीज अभी शिप के ऊपर से निकली है, हम उसके बारे में बाद में बात करेंगे । पर पहले आप यह बताइए कि आपने उस चीज को देखा कहां से?“

“वो....वो...मैं डेक पर खड़ा था। तभी मैंने देखा, कि नीली रोशनी बिखेरता एक तश्तरी नुमा यान, बहुत तेजी से शिप की ओर आया। उसकी स्पीड इतनी तेज थी, कि वह लगभग 1 सेकेण्ड में, शिप के ऊपर से होता हुआ, तेजी से मेरी नजरों से ओझल हो गया। मुझे एक पल के लिए ऐसा लगा, जैसे मेरे सिर के ऊपर से कई सुपर सोनिक यान निकल गए हों। उसके शिप के ऊपर से निकलते ही पूरे शिप की लाइट भी ऑफ हो गई। मैं एकदम से बहुत डर गया। अभी तक मेरे पूरे शरीर के रोंये रोमांच की वजह से खड़े हैं।“

“वो सब तो ठीक है।“ सुयश के माथे पर उभरी सिकुड़न, इस बात का सबूत थी, कि वह कोई चीज, बहुत तेजी से सोच रहा है-

“पर पहले आप यह बताइए, कि आज न्यू ईयर की रात है। रात के लगभग 3:30 बज रहे हैं। शिप पर एक मर्डर भी हो चुका है और आपकी तो आज मैरिज एनिवर्सरी भी है। ऐसी स्थिति में तो आपको इस समय अपने रूम में होना चाहिए था, पर आप इस समय डेक पर क्या कर रहे थे?“

“वो....वो....मैं....सिगरेट पीने के लिए डेक पर गया था।“ अचानक इस तरह का प्रश्न पूछ लेने पर, अलबर्ट थोड़ा हड़बड़ा से गए। पर सुयश को यह महसूस हुआ कि अलबर्ट झूठ बोल रहे हैं। पर क्यों ?.....पता नहीं।






जारी रहेगा.………✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब और रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
 

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# 15.

“आप फिलहाल अपने रूम में पहुंचिए मिस्टर अलबर्ट। क्यों कि अभी कुछ देर के लिए शिप की लाइट भी ऑफ हो गई थी। ऐसी स्थिति में शायद मिसेज अलबर्ट भी परेशान हों। मैं आपसे इस टॉपिक के बारे में बाद में बात करूंगा।“

यह कहकर सुयश, जेम्स हुक की तरफ बढ़ गया जो अब लगभग सभी कंट्रोल्स को चेक कर चुका था।

“कैप्टेन! शिप को चलाने वाले सभी मैकेनिकल यंत्र व व्हील तो सही काम कर रहे हैं।“ जेम्स हुक ने सुयश को अपनी तरफ आते देख बताना शुरु किया-

“पर शिप के सारे इलेक्ट्रानिक यंत्र, गेज, मीटर्स व ट्रांसमीटर सेट, पूरी तरह खराब हो चुके हैं। अब आप यह समझ लीजिए कि बाहरी दुनिया से फिलहाल हमारा संपर्क पूर्ण रुप से टूट चुका है। यहां तक कि हमारा दिशा सूचक यंत्र भी काम नहीं कर रहा है। इस समय तो हमें यह भी नहीं पता, कि हम किस दिशा में खड़े हैं।“

उधर रोजर व असलम को भी अब स्थिति की भयानकता का अंदाजा हो गया था। वह दोनों अभी तक, सिर झुकाए, चुपचाप खड़े हो कर बातें सुन रहे थे। सुयश ने ध्यान से जेम्स हुक की सारी बातें सुनी और फिर धीरे से एक हुंकारी भरते हुए, एक नजर रोजर व असलम पर मारी।

“सबसे पहले मैं आप लोगों को वास्तविक स्थिति से अवगत करा देना चाहता हूं।“ सुयश ने गंभीर स्वर में कहा-

“रोजर व असलम, तुम लोगों की एक छोटी सी गलती से, आज जहाज के सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में है। तुम्हें स्वयं नहीं मालूम कि तुम लो गोंने क्या किया है?“

“हम अपने किए की माफी मांगते हैं कैप्टन।“ सुयश की बातें सुनकर, रोजर ने धीरे से सिर उठाते हुए कहा-

“हम महसूस कर रहे हैं, कि हमसे वास्तव में बहुत बड़ी गलती हो गयी है, पर हम आपको यह विश्वास दिलाते हैं, कि भविष्य में फिर कभी ऐसी गलती नहीं करेंगे।“

असलम ने भी सिर उठाते हुए रोजर की हां में हां मिलायी। सुयश समझ गया कि उनको अब कुछ कहने की जरूरत नहीं है क्यों कि वह खुद ही समझ चुके हैं कि उनसे बहुत बड़ी गलती हो चुकी है।

“फिलहाल मैं तुम लोगों से इस बारे में बाद में बात करूंगा।“ सुयश ने कहा- “पहले हमारा काम शिप को, अपने वास्तविक रुट पर वापस लाना है, क्यों कि बारामूडा त्रिकोण का यह क्षेत्र, विश्व के सबसे खतरनाक क्षेत्रों में गिना जाता है। और इस क्षेत्र के रिकार्ड ये कहते हैं कि आज तक जो भी जहाज इस क्षेत्र में आया है, वह वापस नहीं जा सका। इसका एक छोटा सा उदाहरण अभी आपने देखा भी है कि हमारे शिप के ऊपर से कोई उड़नतश्तरी नुमा, अजीब सा यान बहुत तेजी से निकला है। वह क्या था ? अभी इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है? पता है तो बस इतना, कि उस चीज के शिप के ऊपर से निकलते ही, हमारे सभी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र खराब हो गए।“

“विश्व के अनसुलझे रहस्यों की यदि कोई लिस्ट बनाई जाए तो यह स्थान सबसे ऊपर रहेगा । सैकड़ों बाम्बर यान से लेकर ना जाने कितने शिप, इस रहस्यमयी क्षेत्र का शिकार बन चुके हैं। जितना मैंने इस क्षेत्र के बारे में सुना है, उसके हिसाब से इस पूरे क्षेत्र में, तीव्रतम विद्युत चुंबकीय तरंगे फैली हुई हैं, जो हर इस क्षेत्र में आने जाने वाले, शिप और यानों का संपर्क, दुनिया से काटकर, उनके पूरे इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को ध्वस्त कर देती हैं। यान के यात्रियों का अपने यान पर से, इसी कारण से कंट्रोल खत्म हो जाता है और वह क्षतिग्रस्त हो जाता है। इसलिए दोस्तों इस मुसीबत की घड़ी में, हमें दूसरी अन्य समस्याओं से ध्यान हटाकर, सबसे पहले अपने शिप को इस रहस्यमई व खतरनाक क्षेत्र से निकालकर, अपने वास्तविक रूट पर लाना होगा।“

सुयश की बातें सुनकर हर आदमी तुरंत एक्शन में आ गया। उनके लिए यह विचार ही खतरनाक था, कि वह इस समय विश्व के सबसे खतरनाक क्षेत्र में हैं।

“कैप्टन यह कार्य पहले जितना आसान था, अब उतना ही मुश्किल है।“ रोजर ने अपनी प्रॉब्लम बताते हुए कहा-

“क्यों कि ना तो अब हमारे पास दिशा सूचक यंत्र है और ना ही ट्रांसमीटर सेट और बिना इन दोनों के, अब हम शिप को अपने वास्तविक रुट पर नहीं ला सकते।"

"इसलिए हमें सबसे पहले यह दिमाग लगाना होगा कि हमारा शिप है किस स्थिति में? क्यों कि इस समय बिना शिप की वास्तविक स्थिति जाने हुए, हम शिप को मोड़ेंगे कैसे?“

“और कैप्टेन हमारा दिशा सूचक यंत्र खराब हो जाने के कारण, हमें अपनी वास्तविक दिशा का भी ज्ञान नहीं हो पा रहा है।“ असलम ने अपने माथे पर छलक आए, हल्की पसीने की बूंदों को रुमाल से साफ करते हुए कहा-

“अगर दिन का समय होता तो सूर्य को देखकर, कुछ आइडिया लगाया भी जा सकता था। परंतु अंधेरी रात होने की वजह से तो आज चंद्रमा भी नहीं निकला है। फिर हम अपने जहाज की दिशा कैसे पता कर पायेंगे?“

“आप दिशा ज्ञान के लिए ज्यादा परेशान मत हो इए।“ सुयश ने कहा-
“क्यों कि अंधेरी रात में भी सितारों के द्वारा हमें दिशा ज्ञान हो सकता है। आकाश में जो 7 सितारों का समूह होता है। उसका आखिरी सितारा हमेशा उत्तर दिशा की ओर इशारा करता है और इस तारा मंडल की स्थिति पूरे वर्ष भर, एक ही रहती है। यानि कि इसमें कोई बदलाव नहीं होता। इसलिए आप दिशा ज्ञान को लेकर भ्रमित ना हों। अब रही शिप की इस समय की वास्तविक स्थिति के बारे में जानने की, तो आप लोगों को इसके लिए परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। मेरी अभी फ्लोरिडा के ऑफिसर से, कुछ देर पहले बात हुई थी, जिसमें उसने जहाज की वास्तविक स्थिति मुझे बताई थी।............ लारा ! जरा टेबल पर रखा, कॉपी और पेन तो उठाना।“

लारा ने तुरंत ट्रांसमीटर सेट के बगल में रखा, कॉपी और पेन उठा कर सुयश को दे दिया। सुयश ने पहले एक नजर कॉपी पर लिखे उस को आर्डीनेट्स पर मारी जो उसने स्टीफेन से सुनकर कॉपी पर लिखा था और फिर उस पर एक रेखा चित्र बनाने में व्यस्त हो गया। सभी की निगाहें अब उस कॉपी के पन्ने पर थीं, जिसमे सुयश बहुत तेजी से एक डायग्राम बना रहा था। थोड़ी देर की मेहनत के बाद सुयश ने डायग्राम पूरा कर लिया। उस डायग्राम में सुप्रीम की वास्तविक स्थिति बनी थी। जिसके बीच-बीच में, वह दूरियां और दिशा लिखी थीं, जो स्टीफेन ने कुछ देर पहले सुयश को बतायी थीं।
इतना करके सुयश कुछ देर रुका और फिर कुछ सोचकर उसने दोबारा कलम चलानी शुरु कर दी। इस बार वह कुछ कैलकुलेशन कर रहा था। थोड़ी ही देर में सुयश ने अपना काम पूरा कर लिया। काम पूरा करने के बाद, सुयश ने वह पन्ना, बीच टेबल पर इस तरह रख दिया कि वह अब सभी को दिखायी दे रहा था। रोजर सहित अब सभी की निगाह सिर्फ और सिर्फ उस पन्ने पर थी। उस पन्ने पर सुयश ने ज्यामिती का प्रयोग करके, शिप का एक डायग्राम बनाया था और त्रिकोणमिती के फार्मूले लगा कर कुछ कैलकुलेशन भी की थी। सभी की नजरें, डायग्राम की तरफ देख, सुयश ने कहना शुरु किया-

“इस डायग्राम में मैंने ‘सुप्रीम’ की वास्तविक स्थिति दिखायी है। फ्लोरिडा के द्वारा बताए गए मैसेज के अनुसार, इस समय हमारा शिप 30 डिग्री नॉर्थ ईस्ट में, 80 नॉटिकल माइल, गलत दिशा में जा चुका है। और अब हमारा शिप, अपनी वास्तविक स्थिति से 56 डिग्री पश्चिमी देशांतर रेखाओं के मध्य इस जगह पर है।“ सुयश ने पेन से पेज पर एक जगह निशान लगाते हुए कहा-

“तो फिर मेरी कैलकुलेशन के हिसाब से, अगर हम ‘सुप्रीम’ को 120 डिग्री, दाहिने मोड़ते हैं और फिर 40 नॉटिकल माइल चलकर, 90 डिग्री बायें मोड़ते हैं तो हम अपने असली रास्ते पर आ जाएंगे। और फिर वह स्थिति हमारी पिछली स्थिति से 69 नॉटिकल माइल आगे होगी।“

सभी अब तारीफ वाली नजरों से सुयश को देख रहे थे। इतना स्ट्रांग कैलकुलेशन देखकर सभी समझ गये थे कि क्यूं इतनी छोटी उम्र में सुयश को इस शिप का कैप्टेन बनाया गया था। सुयश ने एक बार फिर सब पर नजर डाली और कह उठा-

“अगर आप लोगों को इस प्लान में किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो रही हो, तो आप साफ-साफ शब्दों में मुझे बता सकते हैं। या फिर आपके पास कोई इससे भी अच्छा प्लान हो, तो आपका स्वागत है।“

सुयश की बात सुन रोजर ने वहां खड़े हर इन्सान पर एक नजर मारी और फिर सबको संतुष्ट देख, बोल उठा-
“आप का प्लान बिल्कुल पर्फेक्ट है कैप्टन। हमें इसमें कोई बदलाव नहीं करना है।“

“ओ.के. तो फिर आप लोग अब शिप को, फिलहाल प्लान के मुताबिक मोड़िये। और जब शिप अपने वास्तविक रुट पर आ जाये तो मुझे बता दीजिएगा। उसके आगे क्या करना है? ये मैं आपको बाद में बताता हूं।“

यह कहकर सुयश ने वह कॉपी रोजर को पकड़ा दी। अब सुयश, जेम्स हुक की ओर मुड़कर बोला-

“मिस्टर जेम्स हुक, आपने शिप की खराबियां पता की या नहीं ?“

“यस कैप्टेन!“ जेम्स हुक ने सुयश को जवाब दिया- “हमारे शिप के पूरे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र खराब हो चुके हैं। हमें तेजी से वह सारे यंत्र बदलने पड़ेंगे। परंतु पूरी लाइन में खराबी आ जाने के कारण, सारे यंत्र बदलने में बहुत समय लगेगा। जहां तक मेरा अंदाजा है, कि इस क्षेत्र में एका एक तीव्र विद्युत चुंबकीय तरंगे उत्पन्न हो गई थीं। जिसके कारण हमारे सारे इलेक्ट्रॉनिक यंत्र फेल हो गए थे।“

“फेल हो गए थे से क्या मतलब है आपका ?“ असलम जो कि इतनी देर से सिर्फ बातें सुनकर माहौल का जायजा ले रहा था, बोल उठा-

“यह भी तो हो सकता है, कि इस क्षेत्र में अभी तक विद्युत चुंबकीय तरंगे फैली हों, जो कि हमारे द्वारा बदले गई यंत्रों को पुनः खराब कर दें।“

“आगे इस क्षेत्र में यदि पुनः चुंबकीय तरंगे फैल जाएं, तो वह बात अलग है। लेकिन इस बात का तो दावा है, कि इस समय हम लोग जिस क्षेत्र में हैं। वहां पर तो, विद्युत चुंबकीय तरंगे बिल्कुल नहीं हैं।“ जेम्स हुक ने अपना एक हाथ मुक्का बनाते हुए, अपने दूसरे हाथ के पंजे पर मारा-

“क्यों कि हमारी लाइट्स एक बार ऑफ हो जाने के बाद पुनः ऑन हो चुकी हैं। अगर विद्युत चुम्बकीय तरंगें अभी भी यहां होतीं तो यह सारी लाइटें फिर से खराब हो जातीं। जिससे यह पता चलता है कि यह क्षेत्र विद्युत चुंबकीय तरंगों वाला क्षेत्र नहीं है।“

“इसका सीधा सा मतलब निकलता है।“ सुयश ने गहरी सांस छोड़ते हुए कहा- “कि जो अंतरिक्ष यान, अभी-अभी हमारे सिर के ऊपर से निकला । विद्युत चुम्बकीय तरंगे जरुर उसी से निकल रही होंगी, और उसके जाते ही, पूरा क्षेत्र पुनः सामान्य हो गया।“

“मुझे भी कुछ ऐसा ही लगता है।“ जेम्स हुक ने कहा- “फिलहाल हमारे सारे इंजीनियर्स, तेजी से जहाज की खराबी को दूर करने में लगे हैं और हम आशा करते हैं कि जल्द से जल्द वह इसे दूर कर लेंगे।“

“ठीक है। जैसे ही शिप की सारी प्रॉब्लम सही हो जाए, आप मुझे खबर कर दीजिएगा।“ सुयश ने जेम्स हुक से कहा।

सभी को इंसट्रक्शन देने के बाद सुयश वहां पड़ी एक खाली कुर्सी पर बैठ गया।




जारी रहेगा …….....✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
एक अनजान यान से उत्पन्न तीव्र विद्युत तरंगों से खराब यंत्रों के सुधारने तक क्या शेफाली के अद्भुत शक्ती से कुछ मदत ली जा सकती हैं क्या
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing]
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# 7.
26 दिसम्बर 2001, बुधवार 15:00; “सुप्रीम”

“क्या बात है तौफीक?“ जेनिथ ने धीरे से अपना हाथ तौफीक के हाथ पर रखते हुए कहा-

“तुम मुझसे इतना अलग-अलग सा रहने की कोशिश क्यों करते हो ? ठीक तरह से बातें भी नहीं करते।“ तौफीक ने धीरे से अपना हाथ जेनिथ के हाथ के नीचे से निकालते हुए, कोल्ड ड्रिंक का गिलास उठाया, और होठों से लगा कर धीरे-धीरे चुस्कियां लेने लगा । जब थोड़ी देर तक तौफीक ने कोई जवाब नहीं दिया, तो जेनिथ फिर से पूछ बैठी-

“तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया तौफीक।“

“जिस आदमी की जिंदगी खुद एक सवाल बन गई हो, वह भला किसी की बात का क्या जवाब दे सकता है।“ तौफीक ने बड़े उलझे हुए शब्दों में कहा ।

“क्या मतलब?“ जेनिथ ने तौफीक से पूछा।

“मतलब तुम समझने की कोशिश नहीं कर रही हो।“ तौफीक ने सपाट स्वर में कहा- “जो तुम सोच रही हो। वह कभी संभव नहीं हो सकता।“

“मैं क्या सोच रही हूं?“ एका एक जेनिथ के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान उभरी ।

“यही कि मैं तुमसे प्यार करूं। तुम्हारे साथ शादी कर लूं।“ तौफीक ने एका एक थोड़ा सा उत्तेजित हो कर कहा- “और तुम्हारे साथ पूरी जिंदगी बिताऊँ।“

“थैंक गॉड! कि तुम्हें यह एहसास है कि मैं तुम्हें प्यार करती हूं।“ जेनिथ ने चेहरे पर क्रास बनाते हुए, खुशी भरे स्वर में कहा-

“लेकिन इसमें आखिर बुराई क्या है? क्या तुम किसी और से प्यार करते हो ? या मैं तुम्हें पसंद नहीं .. ...या.......या फिर ......कोई और बात है।“

“बार-बार एक ही बात को मत दोहराओ जेनिथ।“ तौफीक ने झुंझलाते हुए कहा-

“मुझे एहसास है, कि तुम क्या सोच और समझ रही हो। पर तुम इस बात को नहीं जानती, कि मैं इस समय सस्पेंड चल रहा हूं और फिर मेरी जिंदगी का भी कोई भरोसा नहीं है। हर कदम पर हजारों दुश्मन घूम रहे हैं। क्या पता, कब किधर से एक गोली आए और ............।“

लेकिन इससे पहले की तौफीक उसके आगे और कुछ बोल पाता, जेनिथ ने आगे बढ़कर, अपना हाथ तौफीक के होठों पर रख दिया । जेनिथ के चेहरे को देखकर ऐसा महसूस हो रहा था, जैसे वह अभी रो देगी ।

“बस! इसके आगे कुछ मत बोलना।“ जेनिथ एका एक भावुक हो गई-

“तुम्हारे ऊपर आई हर गोली के आगे, मैं अपना शरीर कर दूंगी । पर तुम्हें आंच नहीं आने दूंगी ।“

“मैं तुम्हारे भावनाओं की कद्र करता हूं।“ तौफीक ने जेनिथ का कोमल हाथ अपने मुंह के ऊपर से हटाते हुए कहा-
“पर मैं अपनी जिंदगी के साथ-साथ, तुम्हारी जिंदगी को भी खतरे में नहीं डाल सकता।“

“जब मैं खतरा उठाने को तैयार हूं, तो फिर तुम्हें क्या परेशानी है?“ इस बार जेनिथ ने थोड़ा रोष में आते हुए कहा।

“परेशानी है........ क्यों कि........ क्यों कि......।“ तौफीक एका एक कुछ कहते- कहते चुप हो गया।


“हां......हां......बोलो.....बोलो...... तुम्हें क्या परेशानी है तौफीक?“ जेनिथ ने शायद उसके आगे के शब्द समझ लिए और तौफीक की आंखों में अपने लिए प्यार की भाषा भी पढ़ ली। इसी लिए वह तौफीक को जोश दिलाते हुए बोली। अचानक तौफीक के चेहरे के भाव परिवर्तित हुए और वह फिर उत्तेजित नजर आने लगा-

“क्यों कि मेरे डिक्शनरी में प्यार नाम का, तब तक कोई शब्द नहीं आएगा, जब तक मेरा काम पूरा नहीं हो जाता।“

“तुम किस काम की बात कर रहे हो? मैं समझी नहीं।“ जेनिथ ने उलझे स्वर में तौफीक से पूछा ।

“तुम समझोगी भी नहीं । फिलहाल तो मैं इतना बता दूं, कि मुझे एक बहुत जरूरी काम को सरअंजाम देना है। और इस काम के पहले मैं तुम्हारे बारे में सोच भी नहीं सकता।“ तौफीक ने जवाब दिया ।

“ठीक है! अगर तुम मुझे उस बात के बारे में नहीं बताना चाहते। तो मैं तुम्हें इसके लिए बाध्य नहीं करुंगी। मेरे जिंदा रहने के लिए इतना ही काफी है, कि कभी न कभी तुम मेरे होकर ही रहोगे।“ जेनिथ ने कहा।

“वैसे तब तक के लिए हम एक अच्छे दोस्त बने रह सकते हैं, या नहीं ।“ जेनिथ ने पुनः मुस्कुराते हुए तौफीक की आंखों में आंखें डालकर, अपना दाहिना हाथ आगे बढ़ाते हुए पूछा।

“बेशक!“ तौफीक ने जेनिथ का हाथ थामते हुए कहा-
“लेकिन कब तक? ........पता नहीं ।“

“अच्छा ! अब जब हम अच्छे दोस्त बन ही गए हैं, तो तुम्हारी हर परेशानी मेरी ।“ जेनिथ ने खुश हो कर कहा-

“अब तुम ये बताओ कि तुम्हें सस्पेंड क्यों कर दिया गया?“ कहकर जेनिथ एक क्षण के लिए रुकी। शायद वह अब तौफीक के बोलने का इंतजार कर रही थी । कुछ देर तक तौफीक को न बोलते देख, वह फिर से बोल उठी -

“ठीक है अगर तुम अपने मिशन के बारे में नहीं बताना चाहते, तो मत बताओ। पर दोस्त होने के नाते, कम से कम अपने सस्पेंड होने का कारण तो बता सकते हो । और वैसे भी तुमको पता नहीं है कि मेरे डैड भी फ्रांस की आर्मी में कर्नल की पोस्ट पर हैं। मैं उनसे कह कर तुम्हारा सस्पेंशन ऑर्डर कैंसिल कराने की कोशिश करुंगी।“

“अब कोई चाहकर भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकता । क्यों कि मेरे ऊपर, देश के दुश्मनों के साथ मिलकर, गद्दारी करने का आरोप लगाया गया है। यह बात अलग है कि फ्रांस की सरकार, अभी तक इसे पूरी तरह सच नहीं मान रही है। लेकिन कब तक.........सारे सबूत मेरे खिलाफ हैं। एक न एक दिन, सभी लोग इसे सच मान ही लेंगे। फिर मेरा क्या होगा ?“ तौफीक के शब्दों में रोष और निराशा साफ झलक रही थी ।


“अच्छा छोड़ो इन बातों को।“ जेनिथ ने तौफीक को दुखी होते देख, टॉपिक को चेंज करते हुए कहा-

“आओ डेक पर चलते हैं। बाहर मौसम बहुत अच्छा है।“ यह कहकर जेनिथ ने रेस्टोरेंट के बिल पर साइन किया और तौफीक के हाथों में हाथ डालकर, धीरे-धीरे चलते हुए, रेस्टोरेंट के बाहर निकल गई। जेनिथ का हाथ तौफीक के हाथ में देखकर, किसी के चेहरे पर एक कड़वी मुस्कुराहट आई और फिर वह परछाई भी रेस्टोरेंट के बाहर निकल गयी।


चैपटर-3
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 10:15;
आज मौसम काफी खुशगवार था। परंतु ऐलेक्स के ऊपर मौसम का, आज कोई भी प्रभाव नहीं दिख रहा था। वह बहुत परेशान था, क्यों कि आज तीसरा दिन था, जबसे उसकी क्रिस्टी से बात नहीं हुई थी। वह इन बीते हुए 3 दिनों से क्रिस्टी के पीछे भाग-भाग कर परेशान हो गया था।

पहली बात तो वह जल्दी अपने रूम से निकलती नहीं थी, और अगर निकल भी गयी, तो किसी न किसी के पास खड़े हो कर बातें करने लगती। ऐलेक्स को वह अकेले कभी मिल ही नहीं रही थी।

आज ऐलेक्स सुबह से ही उसके कमरे के बाहर इधर-उधर टहल रहा था। उसने यह निश्चय कर लिया था कि आज वह क्रिस्टी से बात करके ही रहेगा, चाहे इसके लिए उसे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। उसे गैलरी में टहलते हुए काफी देर हो गई थी।

तभी ‘खटाक्‘ की आवाज के साथ क्रिस्टी के कमरे का दरवाजा खुला और क्रिस्टी कमरे से निकलकर बाहर आयी। उसने चाबी से रूम को लॉक किया और चाभी को अपनी चुस्त जींस की जेब के हवाले कर दिया । दरवाजा लॉक करने के बाद, उसने सरसरी तौर पर एक नजर गैलरी में डाली । उसकी नजर कुछ दूर खड़े ऐलेक्स पर पड़ी, जो कि लगातार उसी को देख रहा था ।

ऐलेक्स को देख क्रिस्टी ने अजीब सा मुंह बनाते हुए, कुछ बड़बड़ाया । पर ऐलेक्स को वह बातें, दूरी अधिक होने के कारण सुनाई नहीं दी । लेकिन इतना तो वह समझ चुका था कि क्रिस्टी ने उसके लिए कुछ विशेष ‘इटैलियन मंत्र‘ पढ़ा था।

तभी क्रिस्टी गैलरी के दूसरी ओर से डेक की ओर चल दी । ऐलेक्स ने जब उसे दूसरी तरफ जाते देखा, तो वह तेज कदमों से उसके पीछे चल दिया । क्रिस्टी कई गलियों को पार करती हुई, सीढ़ियां चढ़कर डेक पर आ गयी। ऐलेक्स अभी भी उसके पीछे था।

क्रिस्टी ने धीरे से पीछे से आ रहे ऐलेक्स पर एक नजर डाली और फिर किसी की तलाश में, अपनी नजर इधर-उधर घुमाने लगी। ऐलेक्स अब उस से कुछ ही दूरी पर था। तभी क्रिस्टी की नजर सामने खड़े तौफीक व लोथार पर पड़ी। जो कि आपस में बातें कर रहे थे। वह ऐलेक्स से पीछा छुड़ाने के उद्देश्य से तेजी से उन दोनों की तरफ बढ़ गई।

“हैलो मिस्टर तौफीक! हैलो मिस्टर लोथार!“ क्रिस्टी ने दोनों के पास पहुंचते हुए उन्हें संबोधित किया।


“हैलो !“ दोनों ने समवेत स्वर में क्रिस्टी की ओर देखते हुए कहा।

“आप दोनों का निशाना तो गजब का है। क्रिस्टी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा-

“बाई द वे! मेरा नाम क्रिस्टीना जोन्स है।“ यह कहते हुए क्रिस्टी ने बारी-बारी दोनों से हा थ मिलाया ।

“मैं तो आप लोगों के निशाने की फैन हो गई। क्या आप मुझको भी निशाना लगाना सिखा सकते हैं?“ यह कहकर क्रिस्टी, सिर्फ दिखावे के लिए, दोनों से बात करने में मशगूल हो गई। उधर ऐलेक्स, क्रिस्टी को तौफीक व लोथार की तरफ जाते देख एक जगह रुक गया।

क्रिस्टी की पीठ ऐलेक्स की तरफ थी। ऐलेक्स गुस्से के कारण मन ही मन में अपने आप पर बड़बड़ाने लगा। उसकी बड़बड़ाहट सुनकर पास से जाती हुई लॉरेन, उसके पास आ गई। “आपने मुझसे कुछ कहा क्या ? मिस्टर....... !“
इतना कहकर लॉरेन ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी।

“ऐलेक्स!......मुझे ऐलेक्स कहते हैं।“ ऐलेक्स ने एका एक घबरा कर कहा ।

“ऐलेक्स!..... गुड नेम!.... आप शायद रूस से हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स में दिलचस्पी दिखाते हुए कहा।

“जी हां ! मिस लॉरेन! आपने बिल्कुल सही कहा।“ ऐलेक्स ने एक नजर लॉरेन पर डालते हुए कहा- “मैं रुस से ही हूं।“

“वाह! आप तो मेरा नाम भी जानते हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की भूरी-भूरी आंखों में झांकते हुए कहा ।

“जी हाँ ! आपको मैंने जेनिथ के साथ डांस करते हुए देखा था।“ ऐलेक्स ने तुरंत क्रिस्टी व लॉरेन की मुलाकात का जिक्र गोल करते हुए कहा।

“वैसे आप काफी हैंडसम हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की तारीफ करते हुए कहा।

“आपके कहने से क्या होता है?“ ऐलेक्स ने उलझे-उलझे से स्वर में कहा- “जिसको समझना चाहिए, वह तो नहीं समझती।“

“क्या मतलब?“ इस बार लॉरेन ने ऐलेक्स की नजरों का पीछा करते हुए, क्रिस्टी पर नजर डाली।

“ओऽऽऽऽऽ मैं समझ गई।“ लॉरेन ने होंठों को गोल करते हुए, समझने वाले अंदाज में कहा-

“वैसे, उसका नाम क्रिस्टी है। .....मेरी दोस्त है...... आप कहें तो मैं उससे आपकी दोस्ती करवा सकती हूं।“ इस बार पहली बार ऐलेक्स ने गहरी निगाहों से लॉरेन को देखा और मुस्कुराते हुए कहा-

“क्या आप सचमुच उससे मेरी दोस्ती करवा सकती हैं?“

“क्यों नहीं ! यह तो मेरे बांए हाथ का खेल है। पर यह सब करने से मेरा क्या फायदा ?........ मतलब कि यह सब करने से मुझे क्या मिलेगा ?“ लॉरेन ने कहा।

“आपको ! ...... “ ऐलेक्स ने लॉरेन को आश्चर्य से देखते हुए कहा-

“आपको क्या चाहिए?“

“चलिए! ..... मेरी छोड़िए।“ लॉरेन ने एका एक टॉपिक चेंज करते हुए कहा-


“मैं आपकी दोस्ती तो क्रिस्टी से करवा सकती हूं, पर वह अजनबियों से दोस्ती नहीं करती। इसलिए आपको थोड़ा सा नाटक करना पड़ेगा।“

“नाटक! ...... कैसा नाटक?“ ऐलेक्स ने ना समझने वाले भाव से कहा।

“कोई खास नहीं.......। बस आपको ये शो करना होगा कि आप मेरे बहुत पुराने दोस्त हैं।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर देखते हुए कहा।

“ठीक है। अगर बात सिर्फ इतनी सी है, तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है।“ ऐलेक्स ने सहमति से सिर हिलाते हुए कहा।

“तो फिर ठीक है। मैं उसे अभी बुलाती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने पलट कर क्रिस्टी को आवाज लगाई-

“क्रिस्टी ऽऽऽऽ“ क्रिस्टी जो कि तौफीक से बातें कर रही थी, अपना नाम किसी को पुकारते देख, उधर पलट गयी। लॉरेन को देखकर क्रिस्टी ने वहीं से हाथ हिलाया। तभी लॉरेन ने इशारे से क्रिस्टी को वहां बुलाया। क्रिस्टी , तौफीक व लोथार से इजाजत लेकर लॉरेन की तरफ आ गयी। तभी उसकी निगाह, लॉरेन के साथ खड़े ऐलेक्स पर पड़ी। ऐलेक्स को वहां देख वह आश्चर्य से भर उठी।

“हैलो ! कैसी हो ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी से हाथ मिलाते हुए कहा। क्रिस्टी ने जैसे लॉरेन की बात सुनी ही ना हो। उसकी निगाहें अभी भी लगातार ऐलेक्स पर थी।

“ओऽऽऽऽ सॉरी-सॉरी ! मैं तुम दोनों को तो मिलवाना ही भूल गई।“ लॉरेन ने ऐलेक्स की ओर इशारा करते हुए कहा-

“ये हैं..... मेरे पुराने ब्वायफ्रेंड- ऐलेक्स। जिनके बारे में मैं तुम्हें अक्सर बताया करती थी। जिनकी फोटो देखने के लिए तुम मुझसे जिद कर रही थी।“ क्रिस्टी ने आश्चर्य से ऐलेक्स को देखते हुए कहा-

“ये हैं वो ऽऽऽ!“

"जी हाँ ! यही हैं वो।“ लॉरेन के चेहरे पर एक खोखली मुस्कान उभरी। जिसे उसने तुरंत नियंत्रित किया।

ऐलेक्स भी लॉरेन की बात सुनकर आश्चर्य से भर उठा। क्यों कि लॉरेन ने उससे यह नहीं बोला था कि वह उसे ब्वायफ्रेंड बना कर, क्रिस्टी से मिलाने वाली है। पर अब कुछ नहीं हो सकता था। इसलिए ऐलेक्स ने भी क्रिस्टी की ओर अनमने भाव से हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा -

“हाय! ......“ क्रिस्टी ने भी धीरे से हाथ बढ़ाकर ऐलेक्स से हाथ मिलाया। परंतु उसके चेहरे पर भी आश्चर्य व उलझन के भाव थे।

“क्या हुआ? तुम्हें इनसे मिलकर खुशी नहीं हुई क्या ?“ लॉरेन ने क्रिस्टी के उलझे हुए चेहरे को देख कर कहा-

“वैसे तो तुम मुझसे बहुत पूछा करती थी।“

“नहीं -नहीं ..... वो बात नहीं है।“ एका एक क्रिस्टी ने सामान्य होते हुए मुस्कुराते हुए जवाब दिया और फिर धीरे से ऐलेक्स के हाथ से अपना हाथ छुड़ाया। जिसे कि वह अब भी कोई कीमती चीज समझ कर पकड़े हुए था।

“अच्छा, अब तुम लोग बातें करो। मैं अभी आती हूं।“ यह कहकर लॉरेन ने धीरे से ऐलेक्स को आँख मारकर क्रिस्टी की तरफ इशारा किया और वहां से उस दिशा की ओर बढ़ गई, जिधर उसने अभी-अभी तौफीक व जेनिथ को जाते हुए देखा था।


“आपने पहले बताया नहीं कि आप ही लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं।“ क्रिस्टी ने लॉरेन के जाते ही शंका भरे स्वर में ऐलेक्स से पूछा।

“मुझे भी कहां पता था ?“ ऐलेक्स ने क्रिस्टी के पूछते ही एका एक बौखला कर कहा।

“क्या मतलब?“ क्रिस्टी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा।

“म ...म ... मेरा मतलब है कि मुझे ही कहां पता था कि आप लॉरेन की बेस्ट फ्रेंड हैं।“ ऐलेक्स ने पुनः घबरा कर अपनी बात को सुधारते हुए कहा।

“शायद हमें कहीं बैठकर बातें करनी चाहिए।“ क्रिस्टी ने इधर-उधर देखते हुए कहा।

“वो देखिए, उधर स्विमिंग पूल के पास की कुर्सियां खाली पड़ी हैं। चलिए उधर ही चलते हैं।“ ऐलेक्स ने पास पड़ी कुर्सियों की ओर इशारा करते हुए कहा। दोनों पूल के पास पहुंचकर खाली पड़ी दो कुर्सियों पर बैठ गये।

क्रिस्टी की निगाहें अभी भी, किसी एक्सरे मशीन की तरह, ऐलेक्स के चेहरे का जायजा लेने में लगी थी।
ऐलेक्स बार-बार, इधर-उधर देखने का बहाना बना कर, क्रिस्टी से नजरें चुराने की कोशिश कर रहा था।

“क्या बात है मिस्टर ऐलेक्स?“ क्रिस्टी ने ऐलेक्स के चेहरे पर नजरें गड़ाए- गड़ाए ही पूछा-

“आप कुछ परेशान दिख रहे हैं।“

“नहीं-नहीं ! ऐसी कोई बात नहीं है।“ ऐलेक्स ने अपने माथे पर छलक आए पसीने को रुमाल से पोंछते हुए कहा-

“वो मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है।“

“क्या हुआ आपकी तबीयत को ? अभी कुछ देर पहले तो आप बिल्कुल सही थे।“ क्रिस्टी ने पुनः ऐलेक्स को टटोलते हुए कहा -

“अच्छा छोड़िये। आप यह बताइए कि आपकी लॉरेन से पहली मुलाकात कब और कहां हुई? आप उसे इतने पहले से जानते हैं, फिर भी आपने अभी तक उससे शादी क्यों नहीं की ? पहले आप उससे शिप पर क्यों नहीं मिलना चाहते थे? आपके शिप पर कौन से दुश्मन हैं? जिनकी वजह से आप लॉरेन से पहले बात भी नहीं करना चाहते थे। और फिर एकाएक आज सामने आकर आप मुझसे भी मिल लिए। आप जब लॉरेन के ब्वायफ्रेंड हैं, तो इतने दिनों से मेरे पीछे क्यों पड़े हैं? वगैरह-वगैरह.....।“

क्रिस्टी ने एक साथ ऐलेक्स पर प्रश्नों की बौछार कर दी। ऐलेक्स इतने प्रश्नों को सुनकर अब पूरी तरह नर्वस हो गया था। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्रिस्टी के प्रश्नों का क्या उत्तर दे? अगर वह सच बोलता है, तो इस बार क्रिस्टी का रिएक्शन क्या होगा ? और झूठ बोलने के लिए उसके पास जवाब ही नहीं हैं ।

वह कुछ देर सोचता रहा । पर जब उसे कुछ समझ में नहीं आया । तो वह धीरे से खड़ा होता हुआ बोला-

“माफ कीजिएगा मिस क्रिस्टी ! अचानक मेरी तबियत कुछ ज्यादा गड़बड़ लग रही है। मैं आपके प्रश्नों का उत्तर, फिर कभी दूंगा। अभी तो मुझे चलकर पहले दवा लेनी होगी।“ यह कहकर ऐलेक्स वहां से चलने लगा।

“एक्सक्यूज मी मिस्टर ऐलेक्स! क्रिस्टी ने ऐलेक्स को पीछे से टोकते हुए कहा-

“अगर आपकी तबियत ज्यादा खराब हो, तो मैं आपको आपके रूम तक छोड़ दूं।“

“नहीं-नहीं । आप बिल्कुल परेशान मत होइए।“ ऐलेक्स ने लगभग जान छुड़ाते हुए, भागने वाले अंदाज में कहा- “मैं धीरे-धीरे चला जाऊंगा।“

“वैसे आपका रूम नंबर क्या है?“ क्रिस्टी ने पीछे से पुकारते हुए कहा-

“मैं आपसे फोन करके, आपकी तबियत पूछ लूंगी।“

“465“ ऐलेक्स ने एक बार पीछे मुड़कर जवाब दिया, और फिर इससे पहले कि क्रिस्टी और कुछ कह पाती, वह तेज-तेज__________ कदमों से चलता हुआ, उसकी आँखों से ओझल हो गया। क्रिस्टी, ऐलेक्स को जाते हुए, अंत तक देखती रही, और फिर उसके होठों पर एक रहस्यमई मुस्कान उभरी।





जारी रहेगा……....:writing:
Mujhe laga hi tha kuchh na kuchh gadbad hai... Tofiq innocent hai mujhe to yahi lag raha hai.
Aur ye Cristy ke face par mysterious smile kaise aa gayi??
 

dhalchandarun

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# 8.
27 दिसम्बर 2001, गुरुवार, 20:20; “सुप्रीम”

जैक और जॉनी मुंह लटका कर, बियर बार में बैठकर शराब पी रहे थे। “जॉनी !“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“हाँ !“ जॉनी ने जैक की आवाज सुन हुंकारी भरी। और फिर व्हिस्की का गिलास होंठों से लगाकर, पीने में मशगूल हो गया।

“यार! हम लोगों ने सोचा था कि शिप पर खूब ऐश करेंगे।“ जैक ने काजू का एक टुकड़ा मुंह में डालते हुए निराशा भरे स्वर में कहा-


“पर यहां तो कहानी ही उल्टी हो गयी। उस कमीने कैप्टन ने तो, उस घटना के बाद से, हम पर नजर रखने के लिए, सिक्योरिटी के आदमी भी लगा दिए। अब तो हम लोग चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते।“

“क्यों.... नहीं कर स..क..ते।“ जॉनी ने लड़खड़ाती आवाज में कहा-

“वो सा ऽऽऽला ऽऽऽ कैप्टन हमा... रा ऽऽ क्या बिगा ऽऽड़ लेगाऽऽ और ये सिक्योरिटी वाले.... इनकी तो......।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने का प्रयास करने लगा पर तुरंत जैक ने उसका हाथ पकड़ कर उसे वापस कुर्सी पर बैठा दिया।

“पागल हो गए हो क्या ?“ जैक ने गुस्से में जॉनी को फटकारते हुए कहा-

“अभी तक कम से कम, अपने कमरों से निकलकर, हम लोग घूम तो सकते हैं। पर तुम्हारी यह हरकत हम लोगों को इंटरपोल के हवाले करवा देगी।“

“पुलिस की भी.....।“ जॉनी ने एक गंदी गाली मुंह से निकालते हुए जवाब दिया-

“मैं किसी....से भी नहीं.... डरता ऽऽऽ। मैं जो ऽऽऽ भी चाऽऽहूं ....आज भी .....उसको हाऽऽसिल कर सकता ऽऽ हूं।“

“हासिल कर सकता हूं...।“ जैक ने जॉनी का मखौल उड़ाते हुए कहा-

“हुंह ...! बड़ा आया हासिल करने वाला । वो दिन याद है, जब जेनिथ के कमरे में तुम कैप्टन के सामने हाथ जोड़े, गिड़गिड़ा कर माफी मांग रहे थे। उस दिन क्यों नहीं हासिल कर लिया जेनि थ को। गए थे बड़े जोश के साथ, पर कैप्टन को देखकर सारी हवा क्यों निकल गई?“ जैक के व्यंग भरे शब्द सुनकर जॉ नी का चेहरा नशे और गुस्से के का रण ला ल हो गया ।

“अबे तू .... क्या ऽऽ समझता ऽऽ है, मैं उस दिन कैप्टन.... से डर गया ऽऽ था ऽऽ।“ जॉ नी ने कहा-

“मैं किसी के बाऽऽप से भी नहीं... डरता ऽऽ। और रही बात जेनिथ की .... तो उसे...तो मैं किसऽऽ करके ...दिखा ऽऽ सकता हूं।“

“अबे बैठ जा-बैठ जा।“ जैक ने जॉनी का मजाक उड़ाते हुए कहा-

“ये तू नहीं तेरी शराब बोल रही है। जब उतर जाएगी, तो तू अपने आप लाइन पर आ जाएगा।“

“अबे! तू मुझे शराऽऽबी समझताऽऽ है क्या ऽ?“ जॉनी ने किसी तरह खड़े होते हुए कहा-

“इतनी थोड़ी सी शरा ऽऽब...से मुझ पर कोऽऽई फर्क...नहीं पड़ने वाला ऽऽ। मैं आज भी...जो चाहूं, वो.... कर सकता ऽऽ हूं।“ जॉनी ने जैक को पकड़कर झकझोरते हुए कहा-

“समझ...गया ऽऽ ना ऽऽ मैं कु....छ भी कर...सकता ऽऽऽ हूं।“ जैक ने जॉनी को कुर्सी पर बैठाते हुए कहा-

“अबे वीरान जंगल की गिरी हुई इमारत। पहले ढंग से खड़ा हो ना तो सीख ले, फिर कुछ करने की सोचना।“

“तू मु...झ...से शर्त लगा ऽऽ ले।“ जॉनी ने जैक की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा- “मैं सबके...सा ऽमने... जेनिथ को... किस क..र..के दिखा ऽऽसकता ऽऽ हूं।“

“और अगर तू ऐसा न कर पाया तो....। “ जैक ने जॉनी का हाथ थामते हुए कहा।

“तो मैं तुम्हें ‘दस हजा ऽऽऽर डॉलर‘ दूंगा.....नहीं तो ऽऽ तुम... मुझे दे देना ऽ।“

“मंजूर।“ दोनों ने हाथ मिला कर एक शर्त की रूपरेखा तैयार कर ली। अगर उन्हें यह मालूम होता, कि उनकी यह छोटी सी शर्त, आगे जा कर कितना बड़ा हंगामा करेगी । तो शायद आज वह शर्त ना लगाते। हाथ मिलाने के बाद जॉनी धीरे से खड़ा होने लगा।

“अबे, शराब के गोदाम। कहां जा रहा है?“ जैक ने जॉनी को संबोधित करते हुए कहा।

“सोचता हूं....एक पैग और....पी लूं ...क्यों कि इ..तने में तो मेरा ऽ दिमा...ग ही नहीं चल रहा ऽऽ है।“ इतना कहकर जॉनी लड़खड़ाते कदमों से बार काउंटर की ओर बढ़ गया।

“लो , इतने से तो चला नहीं जा रहा है और अब एक पैग और लेंगे।“ जैक ने जॉनी पर कमेंट मारा। जैक की निगाहें अब हॉल में इधर-उधर घूम रहीं थीं। तब तक जॉनी एक पैग और लेकर लड़खड़ाते कदमों से अपनी टेबल पर पहुंच गया। वह जैक को इधर-उधर देखते हुए, देख कर बोला-

“इधर-उधर क्या देख रहे हो?“

“बाकी के तीन आदमी ढूंढ रहा हूं।“ जैक की निगाहें अभी भी आसपास घूम रही थी।

“कौ..न से ती..न आऽदमी ?“ जॉनी ने ना समझने वाले भाव से लड़खड़ाते हुए पूछा।

“अबे एक तो मैं हूं। पर बाकी के तीन और चाहिए ना, तुझे उठा कर ले चलने के लिए। क्यों कि एक और पैग पीने के बाद, तू कुर्सी पर तो बैठ नहीं पाएगा।“

“कुछ नहीं....होगा ऽऽ मु..झे। अ...भी इसके...बा ऽद तो मैं... दो, ती..न पैग ..और पी सक..ता हूं।“ जॉनी ने लगभग कुर्सी पर बिछते हुए कहा।

तभी हॉल में जेनिथ ने प्रवेश किया। उसकी निगाह पहले हॉल में इधर-उधर घूमी, उसके बाद जैक और जॉनी पर पड़ी। जेनिथ ने जैक और जॉनी को देखकर ऐसे मुंह बनाया, जैसे उसके मुंह में किसी ने कुनैन की गोली रख दी हो। फिर वह एक खाली टेबल पर जा कर बैठ गई। उसकी निगा हें दरवाजे पर थीं।

थोड़ी देर बाद हॉल में तौफीक ने भी प्रवेश किया। तौफीक, सफेद शर्ट और ब्लैक ट्राउजर पहने था। तौफीक ने भी इधर-उधर नजर दौड़ाई। उसकी निगाहें एक टेबल पर अकेले बैठी जेनिथ पर पड़ीं। तौफीक ने हाथ के इशारे से जेनिथ को वहीं रुकने को कहा और फिर वह बार काउंटर की ओर बढ़ गया। पर जैसे ही वह जॉनी की टेबल के पास से गुजरा। जॉनी ने हाथ बढ़ा कर तौफीक का हाथ पकड़ लिया और बोला-


“ऐ वे.ट.र मेरे लि..ए एक पैग और...ले..क..र आओ।“ तौफीक ने पहले एक नजर जॉनी पर डाली फिर उसके उस हाथ पर जो अब भी तौफीक का दाहिना हाथ पकड़े था।

“सु..ना ऽऽई नहीं दे..ता क्या ? जो अ..भी तक.. यहीं प..र खड़ा ऽऽ है?“ जॉनी ने पुनः मिचमिचाती आँखों से तौफीक को देखने की असफल कोशिश करते हुए कहा। इससे पहले कि और को ई कुछ समझ पाता, तौफीक का बांया हाथ बहुत तेजी से चला और ‘धड़ाक ऽऽऽ‘ की आवाज के साथ, जॉनी के चेहरे का पोस्टर बना गया। जॉनी कुर्सी समेत वहीं फर्श पर गिर पड़ा।

सभी कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जैक को कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला। जॉनी के गिरने की आवाज सुनकर हर आदमी उधर देखने लगा। जेनिथ भी यह देखकर दौड़कर तौफीक के पास आ गई। उधर देख रहा हर आदमी वहां के हालात को समझने की कोशिश कर रहा था।

“ये आदमी तुम्हारे साथ है मिस्टर जैक।“ तौफीक ने इस बार सामने की कुर्सी पर बैठे जैक को संबोधित करते हुए कहा। जैक ने सहमति से सिर हिलाया।

“ये जब होश में आ जाए, तो इसे समझा देना कि इतना ना पिये कि आदमी ना पहचान पाये।“ यह कहकर तौफीक, जेनिथ का हाथ पकड़कर वहां से दूर हट गया।

तौफीक के जाते ही जैक झटके के साथ, अपनी कुर्सी से उठा और गिरे पड़े, बेहोश जॉनी को उठाने की कोशिश करने लगा। “अब तो लगता है, सचमुच ही 3 आदमी की और व्यवस्था करनी पड़ेगी।“ वह मन ही मन बुदबुदाया।

28 दि सम्बर 2001, शुक्रवार, 11:10;
इस समय और जैक और जॉनी दोनों ही अपने कमरे में बैठे थे। जॉनी की नाक पर मल्टी प्लाई का निशान बनाती हुई, 2 ‘बैंड-एड‘ लगी हुई थी। तौफीक के मुक्के से, जॉनी का गाल भी अंदर से कट गया था।

“अब आया समझ में।“ जैक ने जॉनी को समझाते हुए कहा-

“मैं तो पहले ही कह रहा था, कि कम पी। पर मेरी बात तब तुम्हारी समझ में नहीं आई थी। अब तो हो गई तसल्ली। पड़ गई दिल को ठंडक।“ जैक ने एक क्षण रुककर जॉनी के गुस्से भरे लाल चेहरे को देखा और फिर बोलना शुरू किया–

“और एक बात और ठीक से सुन ले। वो जो तौफीक है ना, वो जेनिथ का ब्वायफ्रेंड है। अब तक जेनिथ ने उसे पहली वाली घटना के बारे में भी बता दिया होगा। और तुमने उसका निशाना तो देखा ही है। अगर अंधेरे में भी गोली मारेगा तो सीधी तेरी खोपड़ी में ही लगेगी। इसलिए अब भूल जा जेनिथ को और चुपचाप मुझे दस हजार डॉलर दे दे।
क्यों कि अगर तू शर्त पूरी करने में लगा तो मुझे पूरा विश्वास है, कि तू फिर कभी जमीन नहीं देख पाएगा। और मुझे तेरी लाश भी समुद्र के हवाले करनी पड़ेगी। फिर तेरे बाद तेरे सारे रुपए भी मेरे हो जाएंगे। इसलिए ये ले बोतल और पूरी पीकर चुपचाप सो जा। क्यों कि अब ये शर्त पूरी करना, तेरे बस के बाहर की बात हो गयी है।“

यह कहकर जैक ने जॉनी की ओर बोतल बढ़ा दी। जॉनी कुछ देर तक शून्य में देखता रहा। फिर उसने बोतल उठा कर उसका ढक्कन खोला और मुंह से लगा कर गटा गट, नीट ही सारी शराब अपने हलक में उतार ली।

“बस! खत्म हो गई तेरी बकवास। तू क्या समझता है कि जॉनी अब बेकार हो गया। उसमें आऽज भी वही.. दि..माग और ताक..त है...जो पहले थी। इसलिए पीछे नहीं हटूंगा ऽऽ। शर्त तो ऽऽ मैं पूरी...करके ही रहूंगा। और बहुत...अच्छा ऽऽ हुआऽ जो ..तूने..मुझे.. यह...बताऽऽ दिया ऽऽ कि जेनिथ, तौफी...क की गर्लफ्रेंड है। अब...तो सा ऽऽऽले तौफीक से भी...तो... ब..दला लेना ऽ है।“ यह कहकर जॉनी खड़ा होने लगा, पर लहरा कर, वह ठिठक गया। जैक ने यह देखकर तुरंत जॉनी को सहारा दिया।

“अबे क्यों अपनी जान का दुश्मन बना हुआ है।“ जॉनी ने कहा- “कह रहा हूं ना, कि तुझसे नहीं होगा।“

“होगाऽऽऽ। जरूऽऽऽर होगा ऽऽ।“ यह कहकर जॉनी इस बार जोश के साथ खड़ा हो गया और फिर धीरे-धीरे कमरे के दरवाजे की ओर बढ़ा। इस बार जैक ने भी उसे नहीं रोका। जॉनी के कदमों में लड़खड़ाहट थी। लेकिन फिर भी वह दरवाजा खोल कर बाहर निकल गया। उसके बाहर निकलते ही जैक के चेहरे पर एक मुस्कुराहट उभरी-

“जा भाई जा। देखें तो आखिर कौन सी तरकीब लगा रहे हो तुम?“




जारी रहेगा...…….. :writing:
Ye Jack to Johny ko bhadkaye ja raha hai phir bhi mujhe Johny kyon innocent lag raha hai...
 

dhalchandarun

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# 9.
28 दिसम्बर 2001, शुक्रवार, 11:30;

जॉनी कमरे से लड़खड़ाता हुआ बाहर निकला, गैलरी में कुछ दूर तक, वह धीरे-धीरे लड़खड़ाता हुआ चला, पर गैलरी को पार करते ही, वह आश्चर्यजनक रूप से एकदम सही चलने लगा। अब ना तो उसके कदमों में लड़खड़ाहट थी और ना ही वह शराब पिए हुए दिखाई दे रहा था। अब उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट दिखाई दे रही थी।


“बेवकूफ है जैक। जो यह सोचता है कि जॉनी की ताकत और दिमाग खत्म हो गया है।“ जॉनी मन ही मन बुदबुदाया। गैलरी से निकलकर, धीरे-धीरे कदमों से चलते हुए, उसने डायनिंग हॉल में प्रवेश किया।

अब उसकी तिरछी निगाह, अपने पीछे आ रहे, एक सिक्योरिटी के आदमी पर थी। उसने एक बार पूरे हॉल में नजर दौड़ाई और फिर धीरे से टॉयलेट की ओर बढ़ गया।

सिक्योरिटी मैन, जॉनी को टॉयलेट में घुसते देख, इत्मीनान से वहीं खड़ा हो गया। उसे पता था कि टॉयलेट में दूसरी तरफ से कोई दरवाजा नहीं है। अंदर पहुंचकर जॉनी एक छोटे टॉयलेट में घुस गया। उसने सिक्योरिटी मैन को बाहर रुकते देख लिया था।

अंदर पहुंचकर, जॉनी ने सिटकनी अंदर से बंद कर ली। अब उसने तेजी से अपनी टी-शर्ट और पैंट को उतारकर, उसे उल्टा कर के दोबारा पहन लिया। दूसरी तरफ से कपड़ों का कलर चेंज था। उसने पैंट व जींस में रखे पर्स व अन्य जरुरी सामान को, अब पैंट की आगे वाली जेब में डाल लिया। जिससे सामान की जरूरत पड़ने पर पैंट उतारने की नौबत ना आ जाये।

जॉनी ने अब अपने सूखे बालों को पानी से भिगोया और जेब से कंघी निकाल कर तुरंत अपना हेयर स्टाइल चेंज कर लिया। फिर अपने नाक पर लगे ‘बैंड-एड‘ को हटाकर, जेब से काला चश्मा निकालकर, अपनी आंखों पर चढ़ा लिया। अब उसका गेटअप पूरी तरह चेंज हो गया था। एक नजर में उसे कोई नही पहचान पाता। अब जॉनी ने अपने आप को एक बार ध्यान से शीशे में देखा और पूर्ण रूप से संतुष्ट होते ही सिटकनी हटा कर दरवाजा खोल दिया।

अब वह टॉयलेट से निकलकर, लापरवाह कदमों से, गाना गाते हुए सिक्योरिटी मैन के बगल से होता हुआ बाहर निकल गया। बाहर निकल कर कुछ दूर चलने के बाद, जॉनी ने एक बार फिर सिक्योरिटी मैन पर नजर डाली। उसे अब भी अपने स्थान पर खड़ा देख, जॉनी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। अब वह धीरे-धीरे एक दिशा की ओर बढ़ गया। कई गैलरियों को पार करता हुआ, जॉनी वहां से सीधा शिप के रिकॉर्ड रूम में पहुंच गया।

‘रिकॉर्ड रूम‘ वह रूम होता है। जहां शिप में काम करने वाले छोटे-बड़े सभी लोगों का नाम व उनकी ड्यूटी का ब्यौरा रहता है। जॉनी, रिकॉर्ड रूम के रिसेप्शन पर जा कर रुक गया।

“मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूं?“ रिसेप्शन के पीछे से एक लड़की ने निकलकर, जॉनी को संबो धित किया।

“मिस!.....“ इतना कहकर जॉनी ने अपनी बात को अधूरा छोड़ दिया।

“फ्रेजी ! मुझे फ्रेजी कहते हैं।“ फ्रेजी ने जॉनी का आशय समझ कर अपना नाम बताया ।

“मिस फ्रेजी ! मेरे एक दोस्त का भाई ‘सुप्रीम ‘ में ही, आपके इलेक्ट्रिक विभाग में काम करता है। मेरे दोस्त ने मुझे उससे मिलने को कहा था। पर मेरे पास से उसका कार्ड खो गया है। अब मुझे उसका नाम भी याद नहीं आ रहा। तो क्या आप रजिस्टर से देखकर, मुझे उसका नाम और रुम नं0 दे सकती हैं?“

“लेकिन मुझे क्या पता कि आपके दोस्त के भाई का क्या नाम है?“ फ्रेजी ने उलझे स्वर में कहा।

“आप मुझे बस अपने इलेक्ट्रिक रुम वाले वर्कर्स का रजिस्टर दिखा दीजिए। मैं उस में लगी फोटो से उसे पहचान लूंगा। क्यों कि मेरे दोस्त ने मुझे उसकी एक फोटो दिखाई थी ।


“ जॉनी ने निवेदन करने वाले अंदाज में कहा। “लेकिन बाहरी आदमी को रिकॉर्ड रूम का रजिस्टर नहीं दिखाया जाता।“ फ्रेजी ने जॉनी की ओर देखते हुए कहा।

“प्लीज मिस फ्रेजी !“ जॉनी ने पुनः अनुनय करते हुए, अपना दाहिना हाथ आगे कर दिया -

“बस 2 मिनट की ही तो बात है।“ फ्रेजी ने ना समझते हुए भी, अपना हाथ आगे बढ़ा कर जॉनी से मिला लिया। हाथ मिलाते ही उसे यह एहसास हुआ कि उसके और जॉनी के हाथ के बीच में कुछ है। और वह ची ज जो भी थी, उसे वह क्या सारी दुनिया खूब समझती है। वह चीज एक 100 डॉलर का नोट था, जिसे फ्रेजी ने तुरंत अपने वस्त्रों में छिपा लिया। अब उसका स्वर थोड़ा चेंज हो गया।

उसने पीछे से इलेक्ट्रिक रूम वाला रजिस्टर उठा कर उसे रिसेप्शन पर रख दिया। लेकिन इससे पहले कि जॉनी उस रजिस्टर को अपनी तरफ घुमा पाता, किसी ने रिकॉर्ड रूम में प्रवेश किया। उसे देखते ही फ्रेजी के चेहरे पर दहशत के भाव उभरे।

आने वाला शख्स ब्रैंडन था। लारा का दाहिना हाथ, उसका असिस्टेंट और सिक्योरिटी का सबसे खतरनाक स्तंभ। जॉनी ने आहट सुनते ही अपना हाथ रजिस्टर से तुरंत हटा लिया। फ्रेजी के चेहरे को देख वह समझ गया था कि आने वाला किसी ऑफिसर रैंक का है। चूंकि जॉनी की पीठ दरवाजे की तरफ थी। इसलिए ना तो वह आने वाले को देख पा रहा था और ना ही आने वाले ने उसका चेहरा देखा था। फ्रेजी को तुरंत अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अपने चेहरे के भावों को सामान्य किया।

“मिस फ्रेजी !“ ब्रैंडन ने फ्रेजी को संबोधित करते हुए कहा-

“क्या यहाँ पर लारा सर आए थे?“ फ्रेजी ने तुरंत नकारात्मक अंदाज में सिर हिलाया और जवाब दिया -

“नहीं !“

“ठीक है! मैं चलता हूं पर जब वो आएं, तो उन्हें बता देना कि मैं उन्हें पूछ रहा था।“ ब्रैंडन ने फ्रेजी से कहा। यह सुनकर जॉनी और फ्रेजी दोनों ने ही राहत की सांस ली, कि अच्छा हुआ ब्रैंडन जल्दी में है, नहीं तो ना जाने कितने सवालों का जवाब देना पड़ता। पर वह मुसीबत ही क्या जो इतनी आसानी से टल जाए।

दरवाजे से निकलते-निकलते एका -एक ब्रैंडन ठिठका और मुड़कर जॉनी पर नजर डाली। अब वह दोबारा रिकार्ड रुम में आ गया। फ्रेजी के चेहरे के भाव तो सामान्य थे, पर उसका दिल अब जोरों से उछलने लगा था। उछलता भी क्यों ना ? आखिर उसने जॉनी से 100 डॉलर जो लिए थे। अगर जॉनी से सवाल-जवाब होते, और वह उसका नाम ले लेता तो उसकी तो नौकरी चली जानी थी। क्यों कि बाकी सारे अपराध तो माफ हो सकते हैं, पर रिकॉर्ड रूम की सीक्रेसी लीक करना तो बहुत बड़ा अपराध है। जिसे कैप्टन कभी माफ नहीं करता।

उधर जॉनी भी ब्रैंडन की आवाज पहचान चुका था। उसकी आंखों के आगे तुरंत जेनिथ के कमरे वाला सीन आ गया। जैक की कॉलर पकड़े, उसे कैलेंडर के समान टांगे हुए जल्लाद ब्रैंडन नजर आने लगा।

“कौन है ये?“ ब्रैंडन ने थोड़ा आगे बढ़ते हुए फ्रेजी से पूछा “य... य..... ये मेरा दोस्त है।“ फ्रेजी ने एका एक घबराए स्वर में कहा-

“इसी शिप पर सफर कर रहा है। मुझसे मिलने आया है।“

“वो तो ठीक है पर........ ।“ कहते हुए ब्रैंडन थोड़ा और आगे आ गया

“पर क्या ?“ फ्रेजी के चेहरे पर अब आतंक के भाव साफ दिखाई देने लगे। जॉनी के भी दिल की धड़कन अब बहुत तेज हो गई थी। किसी भी पल कुछ भी हो सकता था।

“ये तुम्हारा दोस्त है पर.........।“ ब्रैंडन ने एक बार पुनः अपने शब्द दोहराए-

“पर...... ये रिकार्ड रुम में काला चश्मा क्यों लगाए है? यहाँ तो धूप भी नहीं है।“ जॉनी व फ्रेजी दोनों की ही तुरंत जान में जान आ गई। वह समझ गए, कि वह गलत समझ रहे थे। ब्रैंडन सिर्फ काले चश्मे को देखकर रुका है।

“वो ... वो ..... सर! दरअसल इसकी आंखें कंजेक्टि-वाइटिस हो जाने के कारण, इस समय सूजी हुई हैं।“ फ्रेजी ने जॉनी के बोलने से पहले ही बात को संभाला-

“इसी वजह से ये रिकॉर्ड रूम में भी काला चश्मा पहने है।“

“ओ.के. फ्रेजी ! मैं अब चलता हूं। पर हाँ, ये याद रहे कि अपने दोस्तों से ड्यूटी टाइम में और रिकॉर्ड रूम में मत मिला करो।“ ब्रैंडन ने हंसकर फ्रेजी से कहा, और बाहर निकल गया। ब्रैंडन के जाते ही दोनों ने राहत की साँस ली।

“थैंक्स!...... थैंक्स मिस फ्रेजी।“ जॉनी ने आभार प्रकट करने वाले अंदाज में कहा-

“आपने सिचुएशन को बड़ी अच्छी तरह से हैंडल कर लिया। वरना मैं तो डर ही गया था।“ फ्रेजी ने उसे खा जाने वाली निगाहों से घूरा क्यों कि उसी के कारण आज उसकी इतनी शानदार नौकरी से उसे हाथ धोना पड़ता।

“आपको अब रजिस्टर में जो भी देखना है, उसे जल्दी से देखिए और यहां से जाइए।“ फ्रेजी का लहजा अब तीखा था। जॉनी ने हालात को भांपते हुए, तेजी से रजिस्टर अपनी ओर खींचा, और उसका पहला पृष्ठ खोल दिया। उस पृष्ठ पर एक व्यक्ति का नाम, उसकी फोटो, उसका पद और इस महीने उसकी ड्यूटी किस दिन कहां लगी है, इसका विवरण दिया हुआ था।

तुरंत जॉनी की निगाह, ड्यूटी वाले कॉलम पर केंद्रित हो गई। वह तेजी से पन्ने पलट रहा था। फ्रेजी की निगाहें बार-बार रिकॉर्ड रूम के दरवाजे की ओर उठ रही थी। तभी जॉनी, पन्ने पलटते-पलटते एक जगह रुक गया। उसकी निगाहें पन्ने पर लगी फोटो व उसके विवरण पर चिपक गयी।

“नाम- आर्थर, पद- इलेक्ट्रिक सर्विसमैन, ड्यूटी- 31 दिसंबर, नाइट शिफ्ट, जेनरेटर रूम।“ जॉनी को एक पन्ने पर रुकते देख, फ्रेजी ने भी उस पन्ने पर निगाह डाली।

जॉनी ने एक बार गहरी निगाहों से आर्थर की फोटो को देखा और रजिस्टर बंद कर के, थैंक्स बोलते हुए, उसे फ्रेजी की ओर बढ़ा दिया। फिर वह काउंटर से हटा और चुपचाप रिकॉर्ड रूम से बाहर निकल गया।

उसके बाहर निकलते ही फ्रेजी ने एक गहरी सांस ली और रजिस्टर को उठा कर, पीछे मुड़कर रैक में लगाने लगी। रजिस्टर को रैक में लगा कर, जैसे ही वह पलटी, उसकी साँस हलक में अटक गयी। क्यों कि ठीक उसके सामने खड़ा ब्रैंडन, जहरीले भाव से उसी को देख रहा था।

फ्रेजी के होंठ, जैसे उसके तालू से चिपक गए। वह भयभीत निगाहों से लगातार ब्रैंडन को देखने लगी।






जारी रहेगा…....... :writing:
Oh fuck new twist in the end!!
Kya Brandon ne dono ki baten sun li hain??
Kya ye fantasy story hai jo Johny ko sharab pine se Nasha nahi Chadha??
 
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[Death is the most beautiful thing]
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# 10.
29 दिसम्बर 2001, शनिवार, 19:40;

“यार जॉनी ! तुम आदमी बहुत बढ़िया हो। पर एक बात समझ में नहीं आई।“ आर्थर ने जॉनी की ओर देखते हुए व्हिस्की का गिलास अपने होठों से लगाया और फिर बोला –

“कि तुम मुझ जैसे छोटे से आदमी पर इतने मेहरबान क्यों हो ?“ कोई ना कोई बात तो जरूर है?“

“तुम बिल्कुल ठीक कह रहे हो।“ जॉनी ने आर्थर को देखते हुए कहा-

“तुम्हें मेरा एक छोटा सा काम करना होगा। बदले में मैं तुम्हें 200 डॉलर दूंगा।“

“कोई गड़बड़ काम तो नहीं है?“ आर्थर ने शंकित स्वर में कहा।

“पहले तुम काम तो सुन लो। अगर तुम्हें लगे कि काम गड़बड़ है, तो तुम उसे मत करना।“ जॉनी ने आर्थर की शंका दूर करते हुए कहा।

“अच्छा बताओ क्या काम है?“ आर्थर ने इधर-उधर देखते हुए धीमे स्वर में कहा।

“देखो ! न्यू ईयर की रात तुम्हारी ड्यूटी जेनरेटर रूम में है।“ जॉनी ने कहा।


“हाँ !“ आर्थर ने सहमति से सिर हिलाया।

“तुम्हें करना सिर्फ इतना है, कि 31 दिसंबर की रात, 12 बजते ही जब 10 सेकेंड्स के लिए लाइट ऑफ की जाए तो तुम्हें कोई छोटी सी खराबी दिखाकर, उसे 1 मिनट के लिए आने नहीं देना है।“

“इससे तुम्हारा क्या फायदा होगा ?“ आर्थर ने शंकित स्वर में जॉनी से पूछा।

“तुम यह क्यों जानना चाहते हो ?“ जॉनी ने मुस्कुराते हुए आर्थर से कहा।

“इसलिए कि कहीं तुम लाइट ऑफ का फायदा उठाकर, कोई बड़ी गड़बड़ तो नहीं करने वाले हो ?“

“नहीं ऐसी कोई बात नहीं है। वैसे तो मैं तुम्हें यह बात नहीं बताना चाहता था। पर अब जब तुम इतना पूछ रहे हो, तो मैं बता देता हूं। बात दरअसल यह है कि, मेरी अपने दोस्त से शर्त लगी है कि मैं एक लड़की को सबके सामने किस करके नहीं दिखा सकता। और मेरा यह कहना है, कि मैं ऐसा कर सकता हूं। बस इसीलिए मैं तुमसे ऐसा करवा कर, उसे अंधेरे में सबके सामने किस करना चाहता हूं। अगर तुम्हें ये गलत लग रहा है तो तुम यह काम रहने दो। मैं कोई दूसरा उपाय सोच लूंगा।“

यह कहकर जॉ नी धीरे से अपनी कुर्सी से उठने लगा। आर्थर जो अभी तक ध्यान से जॉनी की बात सुन रहा था, उसे उठते देख अचानक बोल पड़ा-


“अरे यार, बैठो तो। मैंने अभी काम के लिए तुम्हें मना थोड़े ही किया है।“ आर्थर के ऐसा कहते ही, जॉनी के चेहरे पर बेसाख्ता ही एक मुस्कान उभरी। जिसे उसने तुरंत कंट्रोल किया। अब जॉनी पुनः कुर्सी पर बैठ गया। आर्थर ने फिर अपना गिलास भरा और उसे एक ही साँस में ही पी गया।

“अगर बात सिर्फ इतनी सी है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। पर इस काम के लिए 200 डॉलर कुछ कम लग रहे हैं।“ आर्थर ने अब मक्कारी से अपने दाँत चमकाये।

“मैं तुम्हें 300 डॉलर देने के लिए तैयार हूं। अब ठीक है।“ जॉनी ने आर्थर की तरफ देखते हुए कहा।

“मैं इस काम के लि ए 500 डॉलर लूंगा।“ आर्थर ने मौके की नजाकत को देखते हुए अपने भाव बढ़ाए-
“और वो भी अभी।“

500 डॉलर की बात सुन, पहले तो जॉनी को बहुत गुस्सा आया। क्यों कि इतने छोटे से काम के लिए 500 डॉलर बहुत अधिक थे। लेकिन फिर भी ना जाने क्या सोच, उसने जेब में हाथ डाला और 500 डॉलर के नोट निकालकर, धीरे से, इधर-उधर देखते हुए, आर्थर की ओर खिसका दिया। आर्थर ने ‘ही -ही ‘ करके दांत चमकाए और नोट को तुरंत झपट कर, इस तरह जेब के हवाले कर लिया, मानो जॉनी कहीं दोबारा उससे छीन ना ले।

नोट देने के बाद जॉनी ने एक बार पुनः गहरी नजरों से आर्थर को देखा और वहां से उठ कर चल दिया। आर्थर नोट पाते ही जॉनी को भूल, पुनः ड्रिंक बनाने में लग गया। कुछ ही देर में जॉनी हॉल के बाहर निकल गया।

जॉनी के हॉल से बाहर निकलते ही, दूर खंभे के पीछे खड़ा ब्रैंडन, धीरे-धीरे चलता हुआ आर्थर के पास आ पहुंचा। ब्रैंडन को पास आते देख आर्थर एका एक सतर्क नजर आने लगा।

“क्या रहा ?“ ब्रैंडन धीरे से आर्थर के सामने वाली कुर्सी पर बैठते हुए बोला।

“बिल्कुल ठीक रहा सर।“ आर्थर ने ब्रैंडन को सारी बात बताते हुए कहा-

“उसे मैंने इस बात का एहसास नहीं होने दिया, कि मैंने उसकी सीक्रेसी लीक कर दी है। फाइनली मैंने उसकी बात मान ली है। पर अब यह बताइए कि मुझे आगे क्या करना है?“

“फिलहाल तो तुम उसके प्लान के हिसाब से ही चलो। बाकी आगे कुछ प्लान चेंज होता है, तो मैं तुम्हें बता दूंगा।“ यह कहकर ब्रैंडन खड़ा होने लगा।

“इक्सक्यूज मी सर!“ ब्रैंडन को खड़ा होते देख आर्थर बोल उठा- “ये.... 500 डॉलर के नोट, जो मैंने नाटक में जान डालने के लिए, जॉनी से लिया था। इसे आप रख लीजिए।“ ब्रैंडन ने एक नजर नोट पर डाली और मुस्कुराते हुए बोल उठा-

“ये तुम अपने पास ही रख लो। समझो यह तुम्हारी उस शानदार एक्टिंग के लिए इनाम है।“

“थैंक यू सर!“ आर्थर ने आभार प्रकट करते हुए कहा। कुछ ही देर में आथर्र व ब्रैंडन दोनों ही हॉल के बाहर थे।

उनके जाने के बाद, एक साया बगल वाली टेबल से उठ खड़ा हुआ। उसके चेहरे पर एक विजयी मुस्कान थी।

29 दिसम्बर 2001, शनिवार, 21:30;
सुयश के रूम में पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ था। सुयश के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही थीं। उसके सामने की कुर्सियों पर रोजर, लारा व ब्रैंडन भी चुपचाप बैठे थे। कुछ देर सोचते रहने के बाद, सुयश धीरे से उठकर खड़ा हुआ और चहल कदमी करने लगा।

“हूँ! तो तुम्हारा यह कहना है ब्रैंडन, कि जॉनी किसी लंबे चक्कर में है।“ सुयश ने टहलते हुए, सन्नाटे को भंग किया।

“यस सर! क्यों कि आपके बताने के अनुसार, हम लोगों ने जैक और जॉनी दोनों पर ही नजर रखे थे। फिर एक दिन जॉनी हमारे सिक्योरिटी मैन को डॉज देकर, रिकॉर्ड रूम पहुंचा और कुछ इंफॉर्मेशन ली। लेकिन उसे यह नहीं पता था, कि हमने उसकी सिक्योरिटी में एक नहीं , बल्कि कई आदमी लगा रखे हैं। मुझे जैसे ही यह पता चला जॉनी ने भेष बदलकर, सिक्योरिटी के आदमी को डॉज देने की कोशिश की है। मैं तुरंत उसके पीछे लग गया। बाद में रिकॉर्ड रूम में फ्रेजी से मुझे यह पता चला, कि वह जेनरेटर रूम में काम करने वाले, एक आदमी आर्थर के बारे में पता कर रहा था। मैं तुरंत आर्थर से मिला और उससे जॉनी के बारे में बता कर, उसे उसकी योजना में शामिल करवा दिया। अब जॉनी को यह नहीं पता है कि हम लोग उसकी योजना के बारे में जान चुके हैं।“ इतना कहकर ब्रैंडन शांत हो गया और सुयश की ओर देखने लगा।

“तो तुम्हारा कहना है कि जॉनी, ‘न्यू ईयर‘ की रात लाइट ऑफ करवा कर, किसी लड़की को किस करना चाहता है।“ सुयश ने एक नजर ब्रैंडन पर मारते हुए कहा।

“नो सर! यह मेरा कहना नहीं है। यह बात तो जॉनी ने आर्थर से कही थी । यह भी हो सकता है कि उसने आर्थर से झूठ कहा हो और वह किसी लंबे चक्कर में हो।“ ब्रैंडन ने सुयश की बात को सही करते हुए कहा।

“क्यों रोजर! तुम्हारा इस बारे में क्या कहना है?“ इस बार सुयश ने रोजर को संबोधित करते हुए कहा।

“जहां तक मेरा ख्याल है सर। तो जॉनी किसी बड़े चक्कर में हो सकता है, क्यों कि पहली बात तो इतनी आसानी से जॉनी ने अपना उद्देश्य आर्थर को बता दिया। यह बात समझ में नहीं आती और दूसरी बात, सिर्फ एक लड़की को किस करने के लिए और शर्त पूरी करने के लिए इतना बड़ा ड्रामा करना, मेरी समझ से तो बाहर है।“ रोजर ने कहा।

“मैं भी रोजर की बात से सहमत हूं। “ लारा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

“लेकिन सर! एक बात तो इससे स्पष्ट हो गई कि जॉनी चाहे जिस चक्कर में हो, पर है वह अपराधी टाइप का ही आदमी।“ ब्रैंडन पुनः बोल उठा-

“क्यों कि जितनी सफाई से, उसने हमारे सिक्योरिटी के आदमी को डॉज देने की कोशिश की है, वह कोई बहुत चालाक अपराधी ही कर सकता है।“

“हाँ ! यह बात तो तुमने ठीक कही।“ सुयश ने ब्रैंडन की बात सुनकर अपनी सहमति जताई। सुयश पुनः चहलकदमी छोड़ अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गया। कुछ देर के लिए कमरे में फिर सन्नाटा छा गया। सन्नाटा ज्यादा लंबा होता देख, लारा बोल उठा-

“तो फिर कैप्टन! अब हमें आगे क्या कदम उठाना चाहिए? क्या हमें जॉनी को पकड़ लेना चाहिए? या फिर सावधानी से उस पर नजर रखते हुए, उसके अगले स्टेप का इंतजार करना चाहिए।“

“अभी हमें यह नहीं पता है, कि जॉनी वास्तव में क्या करना चाहता है। इसलिए हम अभी उसे कुछ नहीं कहेंगे। वैसे भी न्यू ईयर में बस अब एक ही दिन बचा है। तो फिर जॉनी पर कड़ी निगाह रखो और उसके कोई गलत कदम उठाते ही, उसे पकड़ लो। और हां , उसका प्लान न्यू ईयर की रात 1 मिनट के लिए लाइट ऑफ करवाना है।

ठीक है, लाइट ऑफ होगी। लेकिन उसके प्लान के हिसाब से नहीं। क्यों कि उसका प्लान खतरनाक भी हो सकता है। इसलिए लाइट सिर्फ 30 सेकेंड्स के लिए ऑफ होगी।

और चूंकि उसका प्लान 1 मिनट का है, तो जाहिर सी बात है, कि उसके आधे प्लान के बीच में ही लाइट आ जाएगी और हम उसे रंगे हाथों पकड़ लेंगे।........... क्यों ये प्लान कैसा रहेगा ?“ सुयश ने सभी को संबोधित करते हुए कहा।

“एक्सीलेंट!“ रोजर के मुंह से निकला । ब्रैंडन और लारा ने भी सहमति से सिर हिलाया।

“तो फिर यह प्लान फाइनल है। लेकिन हाँ लारा, इस बात का ध्यान रहे कि न्यू-ईयर की पार्टी में कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए।“ और जैक पर भी नजर रखना। वह भी कम दुष्ट नहीं है।“ सुयश ने कहा।

“ओ.के. सर! और हाँ सर, फ्रेजी का क्या करना है? क्यों कि उसने आपके नियमों के विरुद्ध, ‘सुप्रीम’ की सीक्रेसी लीक की है।“ ब्रैंडन ने पूछा।

“फिलहाल उसे अभी वैसे ही काम करने दो। जॉनी को पकड़ने के बाद उसके बारे में सोचेंगे। वैसे भी अगर हम उसे पहले ही पकड़ कर, उसके अगेंस्ट कोई एक्शन लेंगे, तो जॉनी पहले से ही सतर्क हो जायेगा।“ यह सुनकर ब्रैंडन ने सहमति से सिर हिलाया।

इतना कहकर सुयश ने तीनों को जाने का इशारा किया। इशारा मिलते ही रोजर, लारा और ब्रैंडन कमरे से बाहर निकल गए।





जारी रहेगा...........:writing:
Ye to story complex hoti ja rahi hai..
Brandon ne Arther ko apne plan mein shamil kar liya par Frezh ka kya??
Aur jaise clue story mein chhoda ja raha hai...
Ye sirf kiss ka hi sawal nahi hai??
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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मुझे लगता है कि सुयश को पैराफिन टेस्ट करने से मना नहीं करना चाहिए था। अभी अभी गोली चलाने पर बारूद के कणों का घनत्व अधिक होता। उससे कई बातें स्पष्ट हो सकती थीं। टेस्ट मना करना उसने निराशा-वश किया या फिर किसी सोची समझी नीयत के कारण - यह बातें तो बाद में ही साफ़ होंगी। वैसे जो कुछ सुयश के बारे में मालूम है, उस पर फिलहाल तो हत्या का संदेह नहीं किया जा सकता। लॉरेन चलता फिरता बीकन थी - इसलिए लग रहा है कि उसी के ख़ून का बंदोबस्त किया गया था।
:shhhh:Lagta to mujhe bhi aisa hi hai bhai per kiya kya ja sakta hai, ab mai to supreme ka captain nahi hu na, i am very innocent 😊
शेफ़ाली ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए इस क़त्ल की बहुत सी बातें स्पष्ट कर दी हैं। दो गोलियाँ चलीं - लेकिन स्पष्ट है कि दो लोगों ने साथ में मिली-भगत कर के गोलियाँ चलाई हैं। एक गोली सबको भ्रमित करने के लिए, और दूसरी अपने लक्ष्य को ले कर सच्ची। लेकिन अपनी बात कहते कहते उसने ब्रैंडन पर थोड़ा शक़ डाल दिया। फिर भी, क़ातिलों की पहचान का फिलहाल कोई पता नहीं।
Shefali koi aam ladki nahi lag rahi hai bhai, jaisi buddhi ka parichay usne diya hai, rahi baat brandan ki to shak nahi balki uski khichaai kar rahi thi wo bas😀
एक बात सोच रहा हूँ, और वो यह कि क्या वाक़ई इस साज़िश में दो लोग ही शामिल हैं, या और भी कई लोग? अगर दोनों क़ातिल प्री-प्लानिंग के तहत क़त्ल करते, तो दस सेकंड के भीतर करते - क्योंकि उनको जॉनी की रिक्वेस्ट के बारे में पता नहीं होता। क़त्ल दस सेकंड के बाद हुआ।
Bhai 2 to pakka lag hi rahe hai, per jaisa ki captain ko message mila tha, aur bhi ho sakte hai👍
सच तो यह है कि पृथ्वी के मैग्नेटिक पोल्स को ले कर लगभग हर जगह में प्राकृतिक विविधताएं होती हैं (ट्रू नार्थ और मैग्नेटिक नार्थ शायद ही कहीं एक जैसा होता है), और यह बात नाविकों और अन्य एक्सप्लोरर्स को शताब्दियों से मालूम है। ख़ैर - वो एक अलग बात है।
Satya to yahi hai mitra, logo ko pata hai bhi or kuch ko to aaj bhi gand me khujli hoti hai, aur apni chull mitane ke chakkar me jaan gawa dete hai, pritvi per 2 jagah to saaf taur pe define ho chuki hai, ek barmuda triangle, doosra Kailash Parvat :declare:Dono hi jagah alag magnetic field aur effect hai👍

इतना तो तय है कि इस क्षेत्र में मौसम अचानक से ही बहुत बिगड़ जाता है, जिसकी जानकारी समय पर मुहैया करवा पाना बहुत कठिन होता है (ठीक वैसे ही जब हवाई जहाज़ अचानक ही एयर पॉकेट में चले जाते हैं, और अचानक से ही प्लेन कई कई फ़ीट नीचे चले जाते हैं -- एयर टर्बुलेन्स के कारण)! सन साठ के दशक तक ऐसी दुर्घटनाएँ उस क्षेत्र में होती रहीं, लेकिन उसके बाद कम्युनिकेशन सिस्टम बेहतर होने के बाद, दुर्घटनाओं में बेहद कमी आ गई है।
Likha padhi to aapne bhi poori kar rakhi hai bhai ji😀 aapke kathan se sahmat bhi hu, accident kam ho gaye hai, lekin abhi bhi hote hai, ek to waha dhund jyada rahti hai, doosre magnetic field, and aur bhi reason ho sakte hai, accident kam hue hai, band nahi:nope:Kyu ki logo ko us area ka thoda gyan jyada hua to uske pas bhi nahi jaate hai.
80 नॉटिकल माइल्स - मतलब कोई डेढ़ सौ किलोमीटर -- कोई बहुत दूरी नहीं होती। मतलब ‘सुप्रीम’ जल्दी ही अपने सही रास्ते पर होना चाहिए।
100% sahi, doori to jyada nahi hai, lekin in sab patisthitiyo me itna bhi aasaan nahi hai bhaiya :shhhh:
लेकिन, वो रहस्यमय यान क्या था? कोई एक्सपेरिमेंटल वेपन - जो EMP (electromagnetic pulse) फ़ैलाता हो? प्रोफेसर अल्बर्ट कहीं इसी वेपन से सम्बंधित हो नहीं? अगर हाँ - तो शुरू में सुयश को जिन अपराधियों के बारे में आगाह कराया गया था, वो शायद प्रोफ़ेसर के पीछे हों?
Mujhe to alien space ship 🚀 laga tha bhai, waise ho kuch bhi sakta hai, jaisa ki aapne kaha.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🎆🎇
Aapko bhi aneko anek subh kamnaye bhai🎊🎊💥💥💐💐

Thank you very much for your amazing review and superb support avsji bhaiya :hug:
 

Raj_sharma

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Wow 😲 matlab story mein ab INTERPOL bhi aa gayi.

Lara, Suyash aur Roger ne masterplan bana liya hai criminals ko pakadne ke liye.

Now the point is that will they get them??
Padhte jaao mitra, sabkuch aayega, sabse badi baat padh kar maja aayega:declare:Thanks bhai for your amazing support and valuable review :thanx:
 

Raj_sharma

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Strang qualities she possesses jo maine pahle hi kaha tha ki yadi Shefali janm se hi blind hai to uske baki sense organs bahut strong honge!!
Chalo Albert ko to surprise kar diya Shefali ne.
Kya Shefali bhi criminals ko pakadne mein help kar sakti hai???
A big question??
If yes!
Then how??
Yess she can help,👍 but how? Iska jabaab aage ke updates me mil jayega:declare:, thank you for your valuable review and support bhai :thanx:
 
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