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Aisa Kya ho gaya kamdev99008 bhaiya ki aap bhi bruno ki tarah chup ho gaye?
Beautiful update Bhai
बहुत ही शानदार और लाज़वाब अपडेट है शुरूआत अच्छी थी
Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,
Lara ko aakhirkar Prof Albert ne samjha hi diya, ki bahgne vale vyakti vo nahi the............
Lekin jis tarah ka description Prof ne bataya he ki us person ke kandhe par koi cheez to jo lambe roll ke rup me thi............
Mujhe lagta he ye aadmi kahi shaifali ko hi utha kar naa le gaya ho...............
Keep rocking Bro
इस ' सम्राट ' जहाज पर पहले दिन से ही रोज कुछ न कुछ अजीब घटनाएं हो रही है । लाॅरेन की हत्या , शिप का बारमुडा ट्राईंगल के क्षेत्र मे पहुंच जाना , एक अजीबोगरीब यान का शिप के ऊपर से गुजरना और अब एक अज्ञात पैसेंजर का समंदर मे छलांग लगाना - ऐसी चीजें एक साथ प्रायः होती तो नही है लेकिन इस शीप पर यह सब हुआ है ।
कभी तो लगता है यह सब किसी भयंकर षड्यंत्र की वजह से हो रहा है पर जब कारण की बात आती है तो हमारा दिमाग धोखा दे देता है । पर एक बात बार-बार दिल कह रहा है यह सब किया धरा किसी विशेष व्यक्ति या एक विशेष गिरोह का ही है ।
एक व्यक्ति का समंदर मे छलांग लगाना और मौका-ए-वारदात पर अल्बर्ट साहब की मौजूदगी संदेह पैदा करने वाली है । वैसे अल्बर्ट साहब और सुयश साहब के दरम्यान सिगरेट पर अच्छी खासी तर्क हुई और सवाल-जवाब भी बिल्कुल ही परफेक्ट था । यह वास्तव मे एक शानदार लेखनी का नमूना था । लेकिन क्या वास्तव मे अल्बर्ट साहब पर शक किया जा सकता है ! मेरा दिल यह मानने को तैयार नही है ।
लेकिन शिप के असलम नामक कर्मचारी पर मेरा शक पहले की तरह अब भी बना हुआ है । वगैर कैप्टन से राय लिए वह जहाज का रूख टापू की ओर कैसे कर सकता है !
खैर , सनसनीखेज घटनाक्रम के अगले कड़ी मे इस बार एक लड़की की बारी है । लड़की कौन है , वह क्यों चित्कार करी , क्या समंदर मे छलांग लगाने वाला व्यक्ति इस लड़की का करीबी है - यह नेक्स्ट अपडेट मे ही पता चलेगा ।
अद्भुत लेखनी शर्मा जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड जगमग जगमग ।
Ye sala kya chakkar ho gaya Rozer or Aslam staf ke sath nashe me dhut kaise ho gaye duty me the or bat ek bar pine ki thi koi ek bar me kaise nashe me ho sakta hai bhala
.
Ab to Florida ka Caption itni der se call kar raha tha ship galat disha me Jaa Raha hai wo bhi
Ab ye to bahut he ajeeb bat ho gayi hai ek tarf ship Barmuda Triangle ki tarf Jaa Raha tha uper se achnak se ship ki light gayab ho gay lekin Albert bahar kya such me cigrate pine aaya tha ya kuch chupa Raha hai
Update kafi tagda raha ye wala Raj_sharma bhai
Wait for your next step
Bahut hee behatareen update! Ab yeh keede ka bhi rahasya or add ho gaya … kahani ek dum suspense ke beech main hai
Kuch idea nahin agey kya hoga….
Jabardast likh rahe hai mitr aap!
Behtreen update bhai ab louranse ki laash gayab ho gyi, guthi ulazti ja rhi h Raj_sharma bhai
Nice all are putting their possibilities ab kya hota hai ye dekhna hoga kya abhi abhi Jo ladki chikhi kya wo Shefali hai jo phir se sapna dekhne lagi ho aur sapne mein hi chilla padi??
Aur jo bhi sea ke andar gira tha mujhe nahi lagta wah chij ship ka hoga??
for complete pages
भाई, मुझको ये प्रोफेसर अल्बर्ट, इस अटलांटिस द्वीप के मुकाबले कोई कम मायावी नहीं लग रहे हैं। जब देखो तब, मौका-ए-वारदात के आस पास मौज़ूद दिखाई देते हैं। उनकी तार्किक मेधा का कोई सानी ही नहीं है - बस एक शेफ़ाली को छोड़ कर! कहीं इन महाशय का कनेक्शन भी अटलांटिस से नहीं? इनकी भूमिका बहुत तेजी से संदिग्ध होती जा रही है। याद रहे कि माईकल, मार्था, शेफ़ाली और ब्रूनो की सुप्रीम पर व्यवस्था करवाने वाले ये अल्बर्ट महाशय ही थे। शायद वो शेफ़ाली को अटलांटिस को सौंपने जा रहे हों! क्या पता - वो खुद अटलांटिस निवासी हों!
इनसे जुड़ा हुआ कोई अन्य भी है शिप पर - जो शेफ़ाली के सिरहाने अटलांटिस का सिक्का रख देता है, क्रिस्टी के कमरे में हरा जीव प्लांट कर देता है, लॉरेन के शव को ठिकाने (मतलब पानी में फेंक) लगा देता है, गार्ड के शव को गायब कर देता है, इत्यादि! उधर, कहानी की शुरुवात में शेफ़ाली के “सपनों” की बातें - अंधेरा, लहरें, रोशनी, फायर, लाम, कीड़े, द्वीप - सब एक के बाद एक सच होती जा रही हैं।
इतना तो लगभग पक्का लग रहा है कि लॉरेन के शव को ही सुप्रीम से फेंका गया है। लेकिन उससे क्या हासिल होना है? हत्यारे को डरने की कोई ज़रुरत ही नहीं है। हत्या से जुड़ा लगभग हर साक्ष्य दूषित है। सुप्रीम पर हो रहे उथल पुथल के कारण - अगर ये सभी किसी सौभाग्य से कहीं किसी मानवीय सभ्यता में जा भी सके - वैसे ही कुछ नहीं होना है। वैसे भी लॉरेन की हत्या फ़िलहाल एक छोटी समस्या है।
तौफ़ीक़ की गोली चलाने की स्टाइल शेफ़ाली के बताए अनुसार है। लेकिन कोई भी उसकी नक़ल कर सकता है - निशानेबाज़ी की प्रतियोगिता के समय कोई भी उसकी स्टाइल को देख सक रहा था। अब चूँकि लॉरेन का शव गायब हो गया है, तो शायद तौफ़ीक़ और लॉरेन के रिश्ते की सच्चाई सामने आ जाए।
एक नया कोण आ गया है - तुंगुस्का इवेंट का। जैसा कि लगभग हर प्रसिद्ध उस घटना के साथ होता है, जिसमें प्रमाणों का अभाव होता है, तुंगुस्का इवेंट पर भी ज्ञानियों की बहस चल रही है। ख़ैर, चूँकि यह कहानी फंतासी है - इसलिए तुंगुस्का इवेंट, अटलांटिस, बरमूडा त्रिकोण, वो हरा अतरंगी जीव और सुप्रीम पर आन पड़ी मुसीबतें - सब जुड़ी हुई हैं।
कहानी में कई स्थानों में सरनेम के जगह “________” का प्रयोग हुआ है। अल्बर्ट, असलम... ऐसा क्यों भाई?
बहुत ही रोचक कहानी है भाई, बहुत ही रोचक! और बहुत बढ़िया तरीक़े से लिखी गई है। आनंद ही आनंद!
Badhiya update
To loren ke sath guard ki bhi lash gayab ho gayi ab ye jo bhi ha lash ka kar kya raha ha kher suyesh ne dimag lagakar bruno ka use kiya ha or bruno ne ek rumal bhi dhundh nikala ha jo ki lagta ha kisi ladki ka rumal ha ab dekhte han ki age kya hota ha
Congratulations for completing 100 pages of the story Sir
For completed 100 pages on your story thread....
बडा ही जबरदस्त और लाजवाब अपडेट है भाई मजा आ गया
पिछले अपडेट में बताये गये अल्बर्ट के कहे अनुसार सायबेरिया मे हुआ धमाका और कुछ लोग अपने जानवरों के साथ लापता होना बस एक हरे रंग का विचित्र किडा मिलना क्या ये कही परग्रही यान का अपघात नहीं हो सकता क्यो की बाद में सब लापता था इस किडे का संबंध भी परग्रह से हो सकता हैं
अब ये लाशों का लापता होना भी एक रहस्य ही हैं ब्रुनो कुछ हद तक मदत कर सकता हैं
वैसे सुप्रिम अभी भी बर्मुडा त्रिकोण के क्षेत्र में ही है
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
एक लाश का रहस्य सुलझता दिख रहा है ब्रूनो की सहायता से।
फिलहाल ये प्रोफेसर साहब को थोड़ी देर बंद कर देना चाहिए सुयश को।
Intersting update
Loren ki lash ke bad guard ki lash bhi gayab ho gayi hai
Ab suyash Bruno ki help le rha hai dekhte hai kitni help milti hai
Shayad next ab jaldi hi sefali ki help bhi mangi jayegi uske chatur mind ke karan
Superb update Bhai
Dekte hai bruno rumaal ke alawa bhi kuch or dund pata hai kya
Shaandar jabardast update# 11.
चैपटर-4 31 दिसम्बर 2001, सोमवार, 20:00;
“दोस्तों ! आज एक खुशियों भरी रात है।“ सुयश ने माइक संभाल कर बोलना शुरू किया-
“अब से ठीक 4 घंटे के बाद हमारे लिए एक नए वर्ष की शुरुआत होगी। हमारा “सुप्रीम” भी एक नए वर्ष में कदम रख रहा है। आज हम धरती से हजारों किलोमीटर दूर, अनंत सागर में हैं। लेकिन मैंने अपने इस शिप पर किसी चीज की कमी नहीं होने दी है। मैं यह चाहता हूं, कि आज की रात, आप अपनी जिंदगी में एक नया अध्याय शुरू करें और आज की तारीख को अपने अनमोल जिंदगी का एक इतिहास बना दें। एक ऐसा इतिहास, जिस के पन्ने आप जब भी पलटें, तो आपको गर्व हो, आज के दिन पर और इस यादगार लम्हे पर। कल एक नई सुबह, एक नई ‘सुप्रीम’ हमारा इंतजार कर रही है। ‘सो लेट्स इंजॉय दिस नाइट‘।“
इतना कहकर सुयश स्टेज से उतर गया। सभी इस रंगारंग कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे। तभी स्टेज पर, प्रोफेसर अलबर्ट डिसूजा चढ़ गए। उनके साथ सुयश भी था। स्टेज पर पहुंचकर, सुयश ने अलबर्ट को माइक की ओर आने का इशारा किया। अलबर्ट ने धीरे से माइक संभाल लिया। पुनः अब सभी का ध्यान स्टेज की ओर केंद्रित हो गया।
“दोस्तों ! कृपया ध्यान दें।“ अलबर्ट ने बोलना शुरू किया- “मेरा नाम अलबर्ट डिसूजा है। मैं एक अमेरिकन साइंटिस्ट हूं। मेरा सारा जीवन सिर्फ अविष्कार और खोज करने में ही चला गया। यहां तक कि मैं अपनी बीवी मारिया को आज तक कोई यादगार खुशी नहीं दे सका।“ सभी व्यक्ति बहुत ध्यान से अलबर्ट की बा त सुन रहे थे।
“मुझे इस बात का बहुत दुख है, कि मैं उसके लिए आज तक कुछ न कर सका। पर दोस्तों आज की रात को मैं भी, अपने जीवन में यादगार बनाना चाहता हूं। दरअसल बात यह है, कि आज हमारी 40वीं मैरिज एनिवर्सरी है। और मैं चाहता हूं कि इस खुशी के मौके पर, आप लोग भी हमारी खुशी में शामिल होइये। इसलिए आज की रात सभी को मेरी तरफ से शैम्पेन फ्री में बांटा जाएगा। तो दोस्तों मेरी इस यादगार एनिवर्सरी में सभी लोग मेरे साथ मिलकर खुशियां बांटेंगे।“
इतना कहकर अलबर्ट चुप हो गया। तभी एक व्यक्ति ने हाथ में शैंपेन की बोतल लाकर अलबर्ट को दे दिया। अलबर्ट ने उसे तेजी से ऊपर-नीचे हिलाया और फिर एक झटके से उसका कार्क खोल दिया और हवा में बोतल को उठा कर कहा –
“मेरी खूबसूरत और जीवन भर साथ देने वाली बीवी मारिया के नाम।“ चारों तरफ से तालियां बजने लगीं। मारिया की भी आंखों में आंसू आ गए। लेकिन यह आंसू खुशी के थे। अलबर्ट उसके बाद धीरे से स्टेज से उतरकर, मारिया के पास आकर खड़ा हो गया और मारिया का हाथ, अपने हाथ में इस तरह ले लिया, मानों अब वह उसे पूरी जिंदगी ना छोड़ने वाला हो।
तभी धीरे-धीरे सभी लोग आकर उन्हें कां ग्रेचुलेट करने लगे। इस भीड़ में माइकल, मारथा और शैफाली भी थे।
“इधर सभी लोग न्यू ईयर सेलिब्रेट कर रहे हैं, तो क्यों ना थोड़ी देर के लिए कहीं और चलें। आइये शिप के कंट्रोल रूम में चलें। जरा यहां भी तो देखें, यहां का चालक दल न्यू ईयर के बारे में क्या सोच रहा है?“
“यार रोजर!“ असलम जो कि रोजर का हमउम्र होने के कारण उसे नाम से संबोधित करता था, रोजर से मुखातिब होकर बोला - “आज न्यू ईयर की रात है। 12 बजे के बाद से न्यू ईयर शुरू हो जाएगा। बाहर हॉल में तो सभी सेलिब्रेट कर रहे हैं। पर हम क्या ऐसे सूखे-सूखे ही नया साल मनाएंगे।“
“क्या मतलब है तुम्हारा ?“ रोजर ने समझ कर भी, ना समझने वाले भाव से कहा। “अरे अगर आप आर्डर दें, तो थोड़ा गला हम लोग भी तर कर लें।“ असलम ने रोजर को मनाते हुए कहा।
“तुम्हारा मतलब है, कि ड्यूटी टाइम पर ड्रिंक।“ रोजर ने धीरे से अपने कानों को हाथ लगाते हुए कहा-
“ना बाबा ना। अगर कैप्टन को यह पता चल गया कि, हम लोगों ने ड्यूटी टाइम पर ड्रिंक किया था, तो वह हंगामा खड़ा कर देगा। और वैसे भी तुम्हें मालूम है कि वह नियम और कानून का कितना पक्का है। भाई मुझे तो यह रिस्क लेना मंजूर नहीं है।“ उनकी बातें सुन चालक दल के अन्य सदस्य भी उस ओर आ गए और उनकी बातें सुनने लगे।
“अरे यार! मैं थोड़े से की तो बात कर रहा हूं। कौन सा हमें पूरी बोतल पीनी है। एक-दो पैग से कैप्टेन को क्या पता चलेगा ?“ असलम ने रोजर को उकसाते हुए कहा- “और वैसे भी कैप्टन तो इस समय हॉल में है। उसकी निगाहें तो अपराधी को खोज रही हैं। वह भला इस समय यहां क्या करने आएगा ?“
असलम के शब्द सुनकर रोजर सोच में पड़ गया। असलम रोजर को सोचते देख, उसके मन की दशा भांपकर, एक चोट और की।
“अब मान भी जाओ यार। वैसे अगर तुम कहो, तो थोड़ी देर के लिए, कंट्रोल रूम का दरवाजा अंदर से बंद कर देते हैं। अगर कोई आएगा भी, तो पहले दरवाजे पर नॉक करेगा। इतने में तो हम बोतलें छिपा लेंगे।“
इतना कहकर असलम फिर चुप हो गया और रोजर का चेहरा देखने लगा। तभी बाकी के चालक दल के लोग, जो अब तक उनकी बातें सुन रहे थे वह भी रोजर को मनाने में लग गए।
“अब मान भी जाइए रोजर सर, असलम सर बिल्कुल ठीक कह रहे हैं। एक दो पैग में कोई नहीं जान पाएगा।“
“अच्छा ठीक है, अगर तुम सभी लोग इतना कह रहे हो, तो ठीक है पर कोई भी आदमी दो पैग से ज्यादा नहीं पियेगा।“ रोजर ने लगभग हथियार डालते हुए जवाब दिया।
“हुर्रेऽऽऽऽऽ!“ सभी के मुंह से समवेत स्वर निकला।
“श्श्श्श्श्श्!“ पर तुरंत ही असलम ने मुंह पर हाथ रखकर सबको चुप रहने का इशारा किया। फिर क्या था । आनन-फानन ड्रिंक की व्यवस्था हुई, और कंट्रोल रूम के दरवाजे को अंदर से लॉक कर लिया गया। ये जाम वर्ष 2002 के नाम। चियर्स .....।“ रोजर ने असलम के जाम से जाम टकराया और जोर का जयकारा लगाते हुए चियर्स किया।
“चलिए यहां भी नए साल की पार्टी आखिरकार हो ही गई। आइए अब वापस हॉल में चलते हैं। देखें तो वहां की पार्टी किस तरह परवान चढ़ रही है।“
हॉल में बहुत ही धूमधाम से पार्टी का आयोजन चल रहा था। सभी लोग अपने- अपने दोस्तों के साथ सेलिब्रेट कर रहे थे। वक्त भी “सुप्रीम” की मानिंद मंथर गति से चल रहा था।
इस समय रात के 11:30 बज रहे थे। 10 मिनट के बाद जेनिथ का डांस शुरू हो गया। हॉल की लाइट अब धीमी कर दी गई थी। जेनिथ अपनी सहेली लॉरेन के साथ स्टेज पर प्रकट हुई। स्वर लहरियां बज उठीं। धीमी गति से डांस शुरू हो गया। इस समय हॉल के हर कोने में लाउडस्पी कर लगे होने के कारण पूरे हॉल में मध्यम संगीत गूंज रहा था।
सभी की आंखें, जैसे इस यादगार लम्हे को कैमरे की मानिंद शूट कर रहीं थीं। सभी की निगाहें अपने-अपने लक्ष्य पर थीं। जैसे डांस करती हुई, जेनिथ की निगाहें रह-रह कर तौफीक की ओर जा रहीं थीं।
उसने सोच रखा था कि जैसे ही 12:00 बजे लाइट ऑफ होगी। उसे भागकर तौफीक के पास पहुंचना है। जेनिथ, तौफीक के साथ ही न्यू ईयर सेलिब्रेट करना चाहती थी। तौफीक की भी निगाहें स्टेज पर ही थीं। लॉरेन की निगाहें, अपने बॉयफ्रेंड पर थीं। सुयश पूरे हॉल में नजरें दौड़ा कर, अपराधी को ढूंढने की कोशिश कर रहा था। ऐलेक्स की नजरें क्रिस्टी पर और क्रिस्टी की नजरें लॉरेन पर थीं। लारा अपने सिक्योरिटी के इंतजाम को चेक करने में व्यस्त था। ब्रैंडन की नजर सिर्फ और सिर्फ जॉनी पर थी। अलबर्ट डिसूजा, मारिया के साथ व्यस्त थे। उनसे कुछ दूरी पर खड़े माइकल, मारथा व शैफाली भी अपने आप में व्यस्त थे।
उधर जॉनी ने जैक को पहले ही बता दिया था, कि लाइट ऑफ होते ही वह जेनिथ की ओर जाएगा और उसे किस करके दिखाएगा। जॉनी का यह सोचना था कि 1 मिनट के अंधेरे में वह जेनिथ को किस करके वापस आ जा एगा। इसलिए वह स्टेज के पास खड़ा था और उसकी निगाहें लगातार जेनिथ की ओर थीं।
जैक, जॉनी का यह कारनामा देखना चाहता था, इसलिए उसने अपनी जेब में अंधेरे में देख सकने वाला चश्मा डाल डाल रखा था। उसकी निगाहें, जॉनी पर व एक हाथ अपनी जेब में था। फिलहाल हर आदमी का लक्ष्य निश्चित था। पार्टी जोरों से चल रही थी। घड़ी की सुईयां भी टिक-टिक करती हुई अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहीं थीं।
और आखिरकार वह समय भी आ गया। जब घड़ी की तीनों सुइयां एकाकार होने के लिए मचल उठीं। “15....14.... 13....12.....11....“ उल्टी गिनती शुरू हो चुकी थी- “5.....4.....3.....2............1“ जैसे ही तीनों सुइयों ने एक-दूसरे को अपने आलिंगन में लिया। तुरंत पूरे हॉल की लाइट ऑफ हो गयी।
हर तरफ शोर शराबे का माहौल था। जॉनी लाइट के ऑफ होते ही स्टेज की ओर भागा। लेकिन उसे यह नहीं पता था, कि जेनिथ लाइट के ऑफ होते ही तौफीक की तरफ जा चुकी है। अंधेरा होते देख, जैक ने तुरंत आंखों पर चश्मा लगा लिया। चश्मा लगाते ही उसे जेनिथ स्टेज से गायब दिखी।
उधर जॉनी भाग कर, लॉरेन को जेनिथ समझ, उसके पास पहुंच गया। यह देख के जैक के मुंह से एक ही शब्द निकला-
“अब तू मरा जॉनी ।“
इस भारी शोर-शराबे के बीच, एक शख्स ऐसा भी था, जिसे इस अंधेरे से कोई फर्क नहीं पड़ना था, और वह थी केवल शैफाली। सुयश की निगाहें, अपनी रेडियम युक्त घड़ी की सुईयों पर थी। 10 सेकेंड्स के बाद उसके चेहरे पर बेचैनी साफ झलकने लगी। ना जाने क्यों उसे ऐसा लगने लगा कि 30 सेकेंड्स के लिए, लाइट ऑफ की छूट देकर उसने गलती कर दी।
तभी पूरे हॉल में एक फॅायर की आवाज गूंजी- “धां यऽऽऽऽऽऽ।“ और इसी के साथ, एक चीख की आवाज सुनाई दी।
सुयश सहित सभी सिक्योरिटी के आदमी तुरंत हरकत में आ गए। हर तरफ से अब तेज शोर सुनाई दे रहा था। एका एक पूरे हॉल में सनसनी का माहौल हो गया।
“लाइट-जलाओ! लाइट-जलाओ!“ कई जगह से आवाजें उभरीं । तभी लाइट आ गई। सुयश भागकर स्टेज पर पहुंच गया। वहां पहुंचकर वह हक्का-बक्का रह गया ।
क्यों कि स्टेज पर लॉरेन की लाश पड़ी थी। उसके माथे के बीच में गोली लगी थी। लाश का चेहरा गोली लगने के कारण विकृत हो गया था। जॉनी, स्टेज पर, लॉरेन की लाश के बगल में खड़ा, थर-थर कांप रहा था। उसकी नजरें कभी लॉरेन की लाश पर, तो कभी उसे घूरते सुयश पर पड़ रही थी। सुयश ने अपनी सिक्योरिटी के द्वारा हॉल के सभी दरवाजे बंद करवादिए। अब हॉल में पिन ड्रॅाप साइलेंट था। उधर जेनिथ जो अभी तक रास्ते में थी, भागकर तौफीक के पास पहुंच गयी।
“सभी लोग कृपया ध्यान दें।“ सुयश ने माइक संभालते हुए सभी को संबोधित करते हुए कहा-
“देखिए जैसा की आप सभी देख रहे हैं, कि यहां पर एक मर्डर हो गया है। इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं, कि कृपया थोड़ा सा हमें सहयोग दें। जिसने भी हत्या की है, वह अभी यहीं पर होगा। इसलिए जो जहां पर है। कृपया वहीं पर खड़ा रहे।“
यह कहकर सुयश ने सभी सिक्योरिटी के आदमियों को अपने पास बुला कर, सभी की तलाशी लेने की बात की। सबसे पहले तलाशी जॉनी की ली जाती है। जॉनी का चेहरा डर के कारण बिल्कुल सफेद पड़ चुका था। उसकी तलाशी में कोई हथियार बरामद नहीं हुआ।
जारी रहेगा..........
Shaandar jabardast update# 12.
“हाँ तो मिस्टर जॉनी !“ सुयश ने जॉनी के सीने पर, अपने सीधे हाथ की तर्जनी उंगली से, चोट करते हुए कहा-
“सबसे पहले आप ये बताइए कि आप स्टेज पर लाश के बगल में क्या कर रहे हैं। और देखिए अगर मुझे लगा कि आप झूठ बोल रहे हैं, तो समझ लीजिए अब आपकी खैर नहीं।“
जॉनी समझ गया, कि यदि उसने अब झूठ बोला, तो वह और भी फंस जाएगा। इसलिए उसने टेपरिकार्डर की तरह ऑन हो कर सब कुछ सही-सही बता दिया। कहानी वही थी, जिसके बारे में सुयश को पहले से ही पता था। बस नहीं पता था, तो यह कि जॉनी किसे ‘किस‘ करना चाहता था। लेकिन अब जेनिथ का नाम उसके सामने था।
“तो तुम्हारा यह कहना है, कि तुम एक छोटी सी शर्त पूरी करने के लिए, यहां आए थे।“ सुयश ने जॉनी के चेहरे पर अपनी नजरें, एक्स-रे मशीन की तरह, गड़ाते हुए कहा।
जॉनी ने अपना सिर किसी हैंडपंप की तरीके से ऊपर-नीचे किया। चूंकि जॉनी की तलाशी में उनके हाथ कुछ नहीं लगा। इसलिए सुयश ने फिलहाल जॉनी को छोड़ इधर-उधर नजरें दौड़ाना शुरू कर दिया। अब सुयश की निगाहें जेनिथ पर थीं।
“मिस जेनिथ!“ सुयश ने जेनिथ को देखते हुए कहा- “आपको तो इस समय स्टेज पर होना चाहिए था। आप वहां कैसे पहुंच गयीं। सुयश की आवाज सुन, जेनिथ धीरे-धीरे चलती हुई स्टेज तक आ गई। एक बार उसकी नजरें लॉरेन की लाश पर पड़ी। लाश का चेहरा अब बड़ा डरावना लग रहा था।
लॉरेन की लाश देखकर, जेनिथ की आंखें भर आयीं। जेनिथ ने भी सुयश को तौफीक के पास पहुंचने तक की स्टोरी बतादी। तभी ब्रैंडन की नजर कालीन पर पड़े एक रिवाल्वर पर पड़ी-
“सर वह देखिए, वहां एक रिवाल्वर पड़ी है।“ सुयश सहित सभी का ध्यान उस रिवाल्वर की ओर चला गया। सुयश धीरे-धीरे चलता हुआ, उस रिवाल्वर तक पहुंचा और फिर जेब से रूमाल निकालकर, उस रिवाल्वर को रुमाल से पकड़कर हाथ में उठा लिया।
“इस रिवाल्वर की नाल गरम है।“ सुयश ने ऊंची आवाज में बोलते हुए कहा-
“इसका मतलब मर्डर इसी से हुआ है। यानी कि हथियार तो मिल गया। अब हमें तलाशी लेने की कोई जरूरत नहीं है।“
“कैप्टेन!“ लारा ने आगे आते हुए कहा- “हमें इस रिवाल्वर से फिंगरप्रिंट उठा लेने चाहिए। उससे अपराधी का पता चल सकता है।“
“मुझे नहीं लगता कि फिंगरप्रिंट उठाने से कोई फायदा होगा।“ सुयश ने रिवाल्वर को ध्यान से देखते हुए कहा।
“क्या मतलब?“ लारा ने हैरानी से सुयश को देखकर बोला।
“मतलब यह, कि मर्डर प्रीप्लान है।“ सुयश ने लारा की ओर देखते हुए कहा-
“और वैसी स्थिति में जबकि ये रिवाल्वर यहां पड़ा हुआ मिला है, तो मेरा दावा है, कि इस पर किसी प्रकार का कोई फिंगरप्रिंट नहीं होगा। यह तो मैंने वैसे ही सावधानी वश इसे रुमाल से उठाया था।“ लारा ने समझने वाले भाव से सिर हिलाया।
“फिर भी हमें एक बार, इस रिवाल्वर से फिंगरप्रिंट उठाने की कोशिश करनी होगी। क्या पता कोई सुराग मिल ही जाए?“ सुयश ने धीरे से खड़े होते हुए कहा। सुयश ने अब रिवाल्वर को फिर एक बार ध्यान से देखा। रिवाल्वर पर अमेरिकन कंपनी ‘कोल्ट‘ का लोगो लगा था। सुयश ने एक झटके से उसे खोल दिया। वह एक सिक्स राऊन्डर, लेटेस्ट रिवाल्वर थी। जिसमें 0.22 एम.एम. की गोलियां लगती थीं। रिवाल्वर के चेम्बर में 5 गोलियां अभी भी भरी थीं। जब रिवाल्वर से और कोई भी क्लू नहीं मिला तो सुयश ने रुमाल सहित वह रिवाल्वर लारा की ओर बढ़ाते हुए कहा-
“फिलहाल इसे लैब में भेज कर टेस्ट करवाइये। शायद कुछ हाथ लग ही जाए।“
“सर एक तरीका और है।“ लारा ने पुनः जोश में आकर सुयश से मुखातिब होकर कहा-
“कातिल को पकड़ने का। क्यों ना हम सबका पैरा फिन टेस्ट कर लें।“ सुयश ने ना समझने वाले भाव से लारा की ओर देखा।
“सर! पैराफिन टेस्ट यह जानने के लिए किया जाता है, कि किसने फायर आर्म चलाया है। जब गोली चलती है, तो उससे छिटकने वाले बारूद के कण, गोली चलाने वाले के हाथ पर भी आ जाते हैं। जो कि खाल में इस कदर पैवस्त हो जाते हैं, कि एक बार तो हाथ धोने से भी साफ नहीं होते। ऐसे हाथ को लिक्विड पैराफिन में डुबाया जाता है। पैराफिन सूख जाने पर, हाथ पर एक झिल्ली जैसी पतली पर्त बना देता है। जिसे हाथ पर से उतार लिया जाता है। इस तरह से खाल में जमे बारूद के सूक्ष्म कण, खाल से निकलकर पैराफिन में आ जाते हैं। बाद में पैराफिन से बनी उस झिल्ली को लैबोरेटरी में चेक किया जाता है। अगर उसमें बारुद के कण मिलते हैं, तो इसका मतलब जिसके भी हाथ का एग्जामिन किया गया है। उसने कोई फायर आर्म चलाया था। और विशेष बात है कि पैराफिन हमारी लैब में आसानी से मिल जाएगा।“
इतना कहकर लारा, कुछ क्षणों के लिए रुक कर, सुयश का चेहरा देखने लगा। सुयश, जो इतनी देर से लारा की सारी बातें ध्यान से सुन रहा था, उसने एक लंबी सांस छोड़ी और फिर बोल उठा-
“तुम्हारी बतायी ये पैराफिन टेस्ट वाली थ्योरी तो बहुत अच्छी है। लेकिन अगर किसी का पैराफिन टेस्ट पॉजिटिव रहा, तो यह कैसे पता चलेगा कि उसने फायर आर्म अभी हैंडल किया है या फिर चार-पांच घंटे पहले। क्यों कि यहां तो अक्सर निशानेबाजी के लिए लोग फायर आर्म हैंडल करते रहते हैं। और तुम्हारा यह कहना है, कि एक बार साबुन से हाथ धोने पर भी यह बारूद के कण हाथ से नहीं जाते हैं। फिर इससे समय का ठीक-ठीक अंदाजा कैसे लगेगा कि यह l रिवाल्वर कब चलाई गई थी।“
लारा के पास सुयश के इस सवाल का कोई जवाब नहीं था। अतः वह निरुत्तर हो चुप हो गया।
“और हां ! एक चीज और है।“ सुयश ने थोड़ा रुक कर फिर बोलना शुरु किया-
“जिसने भी रिवाल्वर का इस्तेमाल किया है। उसने गोली चलाकर रिवाल्वर को फेंक दिया है। जिसका सीधा सा मतलब निकलता है, कि रिवॉल्वर पर फिंगरप्रिंट नहीं होंगे और अगर रिवाल्वर पर फिंगरप्रिंट नहीं होंगे तो एक बात तो साफ है, कि रिवाल्वर चलाने वाले ने या तो रबड़ के दस्ताने पहने होंगे, या फिर रिवॉल्वर को रुमाल से पकड़ रखा होगा। और दोनों ही स्थितियों में पैराफिन रिपोर्ट में कुछ नहीं आने वाला। क्यों कि अगर हमारा सोचना सही है, तो बारूद के कण, रबड़ के दस्ताने पर या रुमाल पर गिर होंगे।“
लारा सहित स्टेज पर खड़े सभी लोग मंत्रमुग्ध से सुयश के तथ्यों को सुन रहे थे।
“लारा !“ सुयश कुछ देर सोचते रहने के बाद, लारा से मुखातिब होकर धीरे से बोला-
“सभी की तलाशी लो और अगर किसी के पास रबड़ के दस्ताने हों, तो वह अपने कब्जे में कर लो। और हाल में खड़े सभी लोगों के रुमाल पर उनका नाम लिखकर, उसे जमा करवा लो और उसके बाद सभी को जाने दो।“
सुयश ने बाद के सारे शब्द लारा से धीमे शब्दों में कहे, जिससे कि उसकी बातें सुनकर अपराधी पहले ही अपना रुमाल निकाल कर बाहर ना फेंक दे। लारा ने अपनी सिक्योरिटी के सारे लोगों को तलाशी में लगा दिया। बाहर निकलने वाले 2 दरवाजे खोल दिए गए। लेडीज और जेंट्स सिक्योरिटी वाले, अलग-अलग अपने काम को अंजाम देने लगे। कुछ देर बाद हॉल बिल्कुल खाली हो गया। जैसा कि सुयश ने सोचा था। वैसा ही हुआ, किसी के भी पास से रबड़ के दस्ताने नहीं मिले। अब पूरे हॉल में लारा, ब्रैंडन और सुयश के सिवा कोई नहीं था। क्यों कि सिक्योरिटी के आदमियों को भी सुयश ने जाने के लिए कह दिया था।
“सर!“ ब्रैंडेन ने सुयश की तरफ देखते हुए कहा-
“आपने रुमाल की भी तलाशी ली। यह भी तो हो सकता है, कि अपराधी ने तलाशी के पहले ही अपना रुमाल कहीं फेंक दिया हो।“
“होने को तो कुछ भी हो सकता है।“ सुयश ने ब्रैंडन की ओर देखते हुए कहा- “लेकिन अपराधी इतना बेवकूफ नहीं हो सकता कि इतनी भीड़ में अपना रुमाल निकाल कर फेंके। क्यों कि अगर ऐसा करते हुए किसी की भी नजर उस पर पड़ जाती तो वह समय से पहले ही फंस जाता।“ ब्रैंडन ने सुयश की बातें सुन, अपना सिर सहमति से हिलाया।
“सर, मुझे एक बात समझ में नहीं आई।“ लारा ने उलझन भरे स्वर में कहा।
“क्या ?“ सुयश ने लारा से पूछा।
“जिसने भी गोली चलाई है। उसने अंधेरे में गोली चलाई है। तो इसका मतलब कि वह बहुत बड़ा निशानेबाज है। क्यों कि अंधेरे में किसी पर गोली चलाकर, उसे मारना हर किसी के बस की बात नहीं। लेकिन समझ में मुझे यह नहीं आया, कि गोली तो लाइट ऑफ होने के लगभग 20 सेकंड के बाद चली है, तो फिर कातिल को इतना सटीक अंदाजा कैसे हो गया ? कि लॉरेन इस समय वहीं खड़ी है क्यों कि लाइट ऑफ होने से पहले और लाइट ऑफ होने के बाद, लगभग हर आदमी की स्थिति में परिवर्तन हुआ था।“
“क्या मतलब?“ सुयश ने प्रश्न भरी निगाहें लारा पर डाली- “मैं कुछ समझा नहीं ?“
“मतलब साफ है सर या तो गोली किसी और के लिए चलाई गई थी और वह गलती से लॉरेन को लग गई या फिर कोई ऐसी चीज जिससे कि उसको लॉरेन की सही स्थिति का पता चल रहा था।“ लारा ने सुयश को समझाते हुए कहा। इस बार सुयश की आंखों में चमक सी आ गई। वह धीरे-धीरे चलता हुआ पुनः लॉरेन की लाश के पास पहुंच गया और उसे गौर से देखने लगा। कुछ देर देखते रहने के बाद सुयश की निगाह, लॉरेन की लाश के गले में पड़े लॉकेट पर थी। कुछ देर तक वह ध्यान से लॉकेट को देखता रहा। फिर उसने धीरे से आगे बढ़कर लॉकेट को, लॉरेन के गले से निकाल लिया। अब वह लॉकेट को लेकर हॉल के एक कोने में पहुंचा और वहां पर लगे लाइट के बटनों को एक-एक करके ऑफ कर दिया।
एक क्षण के लिए पुनः पूरे हॉल में अंधेरा हो गया। लेकिन उस अंधेरी जगह में भी, वह लॉकेट तेजी से चमक रहा था और अब उसके साथ चमकने लगी थीं, सुयश की आंखें भी। सुयश ने पुनः पूरे हॉल की लाइट को ऑन कर दिया और पलट कर वापस ब्रैंडन और लारा के पास पहुंच गया।
जारी रहेगा.......
Shaandar jabardast update# 13.
“ये था तुम्हारे सवाल का जवाब।“ सुयश ने लारा के सामने लॉकेट को लहराते हुए कहा-
“इस लॉकेट में रेडियम लगा हुआ है, जिसकी वजह से कातिल ने अंधेरे में भी इतना सटीक निशाना लगा लिया। और इससे एक बात यह भी साफ हो गई, कि कातिल का निशाना कोई और नहीं लॉरेन ही थी।“
“लेकिन इससे एक बात और समझ में आयी सर।“ ब्रैंडेन ने लॉकेट को देखते हुए कहा-
“कि कातिल लॉरेन से अच्छी तरह परिचित था और हो ना हो यह लॉकेट भी उसी ने लॉरेन को गिफ्ट किया होगा। क्यों कि लॉरेन किसी अंजान से लिया गया लॉकेट अपने गले में भला क्यों डालेगी “
“अब इसके बारे में तो हमें जेनिथ ही बता सकती है।“ सुयश ने कहा-
“क्यों कि वह लॉरेन की रुम पार्टनर थी।“
सुयश यह कहकर पुनः ध्यान से उस लॉकेट को देखने लगा कि शायद उसे, उसमें कोई और क्लू मिल जाए । लेकिन रेडियम पॉलिश के अलावा उस लॉकेट में और कुछ भी खास नहीं था। काफी देर तक देखने के बाद, सुयश ने उसे अपनी जेब में डाल लिया।
“लारा, अब तुम जरा 3-4 आदमी बुलवालो। जो इस लाश को कोल्ड स्टोर रूम में रख सकें। अगले स्टापेज पर सोचेंगे कि इसका क्या करना है?“ सुयश ने कहा।
लारा ने तुरंत फोन करके चार आदमी बुलवा लिए। वह सभी लॉरेन की लाश को, एक बड़ी सी पॉलीथिन में पैक करने लगे। लॉरेन की लाश को पैक हो जाने के बाद, सुयश ने लारा को लाश ले जाने का इशारा किया। हॉल से निकलते हुए लारा ने ब्रैंडन को भी साथ आने का इशारा किया। सबके जाने के बाद सुयश ने भी पहले एक नजर स्टेज की ओर दौड़ाई और फिर सिर को झटक कर थके कदमों से अपने केबिन की ओर चल दिया।
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 02:00;
सुयश इस समय अपने केबिन में था। रात के लगभग 2:00 बज रहे थे। लेकिन सुप्रीम पर मर्डर हो जाने के कारण, किसी की भी आंख में नींद का नामो निशान नहीं था। सुयश के सामने, वह सभी सिक्योरिटी के आदमी लाइन से खड़े थे, जिन्हें लारा ने, निशानेबाजी के सभी 28 प्रतियोगियों के रूम चेक करने के लिए भेजा था।
“क्या अब सभी लोग यहां पर आ चुके हैं?“ सुयश ने लारा से पूछा- “या फिर अभी कोई आना बाकी है?“
“यस सर!“ लारा ने तसल्ली से सभी को देखते हुए जवाब दिया- “अब कोई भी आना बाकी नहीं है।“
“हां ! तो अब आप लोग बताइए।“ सुयश ने इस बार सभी को देखते हुए पूछा- “क्या किसी को तलाशी में कोई गड़बड़ चीज दिखाई दी ? ये ध्यान रहे कि छोटी से छोटी चीज भी, अगर तुम्हें विचित्र लगी हो, तो उसके भी बारे में बता देना।“
“नहीं !“ सभी का समवेत स्वर गूंजा- “हमें तलाशी में कोई भी ऐसी चीज नहीं दिखी, जिससे हमें किसी पर शक हो।“
“1 मिनट कैप्टन!“ सिक्योरिटी के एक आदमी ने लाइन से बाहर निकलते हुए सुयश से कहा-
“मुझे जैक का रुम चेक करने के लिए भेजा गया था। मैं उसका रूम चेक कर रहा था लेकिन अभी मैं आधा रूम ही चेक कर पाया था कि तभी मुझे बगल वाले रूम से कुछ अजीब सी आवाजें सुनाई दीं । मुझे मालूम था कि इस समय सारे यात्री हॉल में है। इसलिए मैं उन अजीब सी आवाजों को सुनकर आश्चर्य में पड़ गया। मैंने कान लगा कर, दूसरे रूम से आती हुई आवाजों को सुनने की कोशिश की। पर मैं यह नहीं समझ पाया की ये आवाजें कैसी हैं?“
“कैसी आवाजें थीं वह?“ सुयश ने लगभग आतुर स्वर में पूछा।
“ठीक से तो नहीं कह सकता सर, पर वो आवाजें ऐसी लग रही थीं, जैसे कोई किसी चीज को खुरच रहा हो।“ सिक्योरिटी मैन ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा।
“तुरंत मेरे साथ चलो।“ सुयश ने बाहर निकलते हुए कहा। अब उसकी आंखों में ठीक वैसी ही चमक थी, जैसी एक इनामी अपराधी को पकड़ते समय इंस्पेक्टर के चेहरे पर होती है। लारा , ब्रैंडन सहित सभी लोग तेजी से सुयश के पीछे-पीछे बाहर निकल गए।
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 02:30;
“मॉम-डैड, अब मेरा अगला सवाल सुनिये।“ शैफाली ने चहकते हुए कहा।
“अरे बेटा ! अब सो जाओ, रात के 2:30 बज रहे हैं।“ माइकल ने प्यार से शैफाली को समझाते हुए कहा।
“बस डैड! ये अंतिम प्रश्न है। उसके बाद और नहीं पूछूंगी।“ और फिर शैफाली ने बिना उनकी हां इंतजार किए, अपने सवाल का गोला दाग दिया –
“एक मेज पर, एक प्लेट में, तीन अंडे रखे हैं, जबकि खाने वाले चार हैं। बताइए वह इसे कैसे खायेंगे? जबकि शर्त यह है, कि अंडों को काटना नहीं है। और सभी को एक-एक खाना है।“
“यह कैसे संभव है?“ मारथा ने अपना सिर खुजाते हुए, माइकल की ओर देखते हुए कहा-
“अंडे तीन हैं और खाने वाले चार हैं। फिर वह पूरा-पूरा कैसे खा पाएंगे।“ माइकल ने भी ना समझ में आने वाले अंदाज में सिर हिला दिया।
“यह संभव है। अगर आप लोग अपनी हार मानें और मेरे लिए चॉकलेट का पैकेट व ब्रूनो के लिए बिस्किट लाने का वादा करें। तो मैं इसका उत्तर आपको बता सकती हूं।“ शैफाली ने दोनों को अपने गले से लगाते हुए, शरारत भरे स्वर में कहा। माइकल ने पहले मारथा को देखा और फिर हारे हुए स्वर में कहा-
“अच्छा मेरी माँ ! चॉकलेट लाना तो मंजूर। पर ब्रूनो का फेवरेट बिस्किट तो जितना स्टॉक में है। अभी उसी से काम चलाना पड़ेगा। क्यों कि वह इस शिप पर नहीं मिलता .......अब तो उत्तर बता दो।“
“मैं यह कहां कह रही हूं, कि अंडे 3 हैं, अंडे तो चार हैं।“ शैफाली ने अपनी नीली-नीली आंखें, गोल-गोल नचाते हुए कहा-
“एक मेज पर है और बाकी के तीन प्लेट में। तो फिर आप ही बताइए चारों लोग एक-एक अंडा खा सकते हैं या नहीं।“ माइकल ने शैफाली के प्रश्न को एक बार फिर अपने दिमाग में दोहराया और शैफाली का आशय समझ उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। मारथा भी अब मुस्कुराने लगी थी।
“अच्छा ! अब तो सो जाओ। अब तो तुम्हारे सारे प्रश्न कम्प्लीट हो गए।“ माइकल ने प्यार से शैफाली के गालों पर थपकी देते हुए कहा।
लेकिन इससे पहले कि माइकल, शैफाली को और कुछ कह पाता। बाहर लगी डोर बेल, मधुर संगीत बिखेरती हुई बज उठी।
“यह इतनी रात गए, दरवाजे पर कौन हो सकता है?“ माइकल के चेहरे पर असमंजस के भाव आ गये। माइकल ने तुरंत शैफाली को, ब्रूनो को अंदर ले जाने के लिए कहा।
“कौन?“ माइकल ने दरवाजे के पास पहुंचकर तेज आवाज में पूछा।
“सिक्योरिटी मैन!......हमें आपसे कुछ काम है? दरवाजा खोलिए।“
बाहर से आवाज आई। माइकल ने धीरे से एक नजर पीछे मारने के बाद, आगे बढ़कर दरवाजा खोल दिया। बाहर सुयश, ब्रैंडन व लारा सहित, कई सिक्योरिटी के आदमी खड़े नजर आये। दरवाजा खोलते ही सभी तेजी से अंदर आ गए।
“क्या बात है कैप्टन? आप इतनी रात गए। हमारे केबिन में क्या करने आए हैं?“ माइकल के चेहरे पर, अभी तक सोच के भाव थे। सुयश भी माइकल को देख हैरान हो गया।
“यह आपका कमरा है मिस्टर माइकल? सुयश ने आश्चर्य से कहा। उधर ब्रैंडन, सुयश को इस तरह बात करते देख, यह जान गया था, कि सुयश, माइकल से पहले से ही परिचित है।
“क्या बात है कैप्टन कोई परेशानी है? माइकल ने अपने शब्दों को दोबारा से दोहराया-“इतनी रात गए, आप हमारे रूम का दरवाजा क्यों नॉक कर रहे हैं?“
“सॉरी, मिस्टर माइकल, एक्चुली हमारे सिक्योरिटी के कुछ आदमि यों को, आपके रूम से, कुछ अजीब सी आवाज आती हुई सुनाई दी थीं। जिसकी वजह से उन्हें कुछ कनफ्यूजन हो गया था। इसलिए हम सभी आपके कमरे तक आए थे।“ सुयश ने अपनी बात क्लीयर करते हुए कहा।
“कैसी आवाजें?“ माइकल ने पूछा।
“ऐसा लग रहा था जैसे को ई कुछ खुरच रहा हो।“ अपनी बात कहते-कहते अचानक सुयश को कुछ याद आया-
"ब्रूनो कहां है मिस्टर माइकल?“ तभी शैफाली दूसरे रूम से, ब्रूनो को लिए हुए, उस कमरे में दाखिल हुई-
“यह रहा ब्रूनो, कैप्टेन अंकल। यह दूसरे कमरे में मेरे साथ था।“
“अब मैं समझ गया।“ सुयश ने मुस्कुराते हुए कहा- “शायद मेरे सिक्योरिटी वाले लोगों को ब्रूनो की ही आवाज सुनाई दी होगी।“
“हो सकता है।“ माइकल ने जवाब दिया - “क्यों कि हममें से जब कोई भी ब्रूनो के साथ नहीं रहता है, तो वह अकेला कभी-कभी दरवाजे पर खरोंच मारता है। हो सकता है, वही आवाज सिक्योरिटी के लोगों ने सुनी हो और आपको जा कर बता दी हो।“ बैंडन, आश्चर्य से ब्रूनो को देख रहा था।
“सॉरी मिस्टर माइकल ! इतनी रात में आपको डिस्टर्ब करने के लिए सॉरी।“ सुयश ने माइकल से माफी मांगते हुए कहा-
“मैं चलता हूं। आप ब्रूनो को कमरे में ही रखिएगा। नहीं तो बाकी के यात्री इसे देखकर डर जाएंगे।“
“ब्रूनो ! कैप्टन अंकल को थैंक यू बोलो।“ शैफाली ने ब्रूनो को इशारा करते हुए कहा- “इन्होंने तुम्हारे लिए इस शिप पर विशेष व्यवस्था की है।“
“भौं-भौं !“ इतना सुनते ही ब्रूनो ने, कि सी सर्कस के जानवर की तरह, दो पैरों पर खड़े हो कर, सुयश को अपनी भाषा में थैंक्यू कहा। उसकी यह हरकत देख, एक बार तो सुयश सहित सभी के चेहरों पर मुस्कान आ गई। सुयश ने एक बार फिर सब पर नजर डाली, और पलटकर दरवाजे की ओर बढ़ने लगा।
“1 मिनट रुकिये कैप्टेन अंकल।“ शैफाली की आवाज ने एकाएक ही सुयश के कदमों पर ब्रेक लगा दिया। वह रुककर पुनः शैफा ली की तरफ देखने लगा ।
“कैप्टेन अंकल! मैं आपको हॉल में हुए मर्डर के बारे में कुछ बताना चाहती हूं।“ शैफाली ने कहा।
“मर्डर के बारे में.......!“ सुयश के चेहरे पर आश्चर्य के भाव उभर आए- “मर्डर के बारे में तुम क्या बताना चाहती हो। तुम तो अंधी हो, फिर तुम मर्डर के बारे में क्या बता सकती हो।“
“अंकल! मैं बचपन से अंधी जरूर हूं। पर मेरी सुनने की शक्ति बहुत तेज है। हॉल में जिस समय मर्डर हुआ, उस समय लाइट ऑफ थी। इसलिए कोई कुछ नहीं देख पाया कि मर्डर किसने किया ? पर मैंने अपने कानों से जो कुछ सुना। मैं आपको वह बताना चाहती हूं।“
अब सुयश, शैफाली की बात सुनकर वापस कमरे में आ गया और उत्सुकता से शैफाली की ओर देखने लगा।
“सबसे पहले मैं आपको यह बता दूं कि हॉल में गोली एक नहीं, बल्कि दो चली थीं।“ शैफाली ने बिल्कुल गंभीर स्वर में कहा।
“व्हाट!“ सुयश आश्चर्य से भर उठा। सुयश सहित सभी के लिए यह शब्द किसी धमाके से कम नहीं थे।
“यह तुम क्या कह रही हो ? गोली तो एक ही चली थी, जो कि लॉरेन के लगी।“ सुयश के शब्दों में आश्चर्य के भाव थे।
“आप लोग नहीं जानते। गोली एक नहीं दो चलीं थीं, और दोनों ही अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा चलाई गई थीं। लेकिन दोनों गोलियां एक ही समय चलने के कारण, और हॉल में अधिक शोर-शराबा होने के कारण, आप लोग यह बात जान नहीं पाए।“ शैफाली बड़े ही निश्चिंत भाव से रुक-रुक कर बोल रही थी-
“अगर आपको मेरी बात का विश्वास ना हो तो हॉल में आप लोग ध्यान से देखिए। कहीं ना कहीं दूसरी गोली लकड़ी में धंसी हुई आपको जरूर मिल जाएगी।“
शैफाली की बात सुनकर, अब सुयश के चेहरे पर उलझन के भाव थे। क्यों कि वह अभी एक ही गोली का रहस्य सुलझा नहीं पाया था। अब दूसरी गोली की बात सुनकर वह और भी परेशान हो गया।
“हम लोगों से गलती हो गई लारा।“ सुयश ने लारा की ओर देखते हुए कहा- “यदि शैफाली सही कह रही है, तो हमें उस समय तलाशी के दौरान सबके रिवाल्वर भी चेक करने चाहिए थे। लेकिन हम समझे कि गोली एक ही चली है और एक रिवाल्वर हमें मिल भी गई। इसलिए तलाशी में हमने रिवाल्वर की ओर तो ध्यान ही नहीं दिया। अब तो हमें विश्वास हो रहा है, कि जो रिवाल्वर हमें मिली, उससे लॉरेन का मर्डर नहीं हुआ है। अपराधी हद से ज्यादा चालाक निकला। उसने योजना बना कर यह मर्डर किया और हम लोग मिली हुई रिवाल्वर में ही उलझे रहे। लेकिन इससे एक बात तो कंफर्म हो गई कि अपराधी एक नहीं कई हैं। और वह सभी अलग-अलग रह रहे हैं।“ इतना कहकर सुयश पुनः शैफाली की तरफ घूमा -
“तुम कुछ और बताना चाहती हो ?“
“जी हाँ अंकल!“ शैफाली ने अंदाजे से सुयश की ओर मुंह करते हुए कहा-
“पहली गोली मैं जहां खड़ी थी, उसके 6 मीटर पीछे से किसी ने चलाई थी और दूसरी गोली, मेरे बांए तरफ से 8.5 मीटर की दूरी से किसी ने चलाई थी। अब यह सोचना आपका काम है। कि मेरे 6 मीटर पीछे और 8.5 मीटर बाएं कौन खड़ा था ?” शैफाली की बात सुनकर, माइकल व मारथा को छोड़कर, वहां खड़े सभी लोग हक्का-बक्का रह गए। लारा तो शैफाली को ऐसे देख रहा था, मानो विश्व का आठवां आश्चर्य उसके सामने खड़ा हो।
“लेकिन यह कैसे पता चलेगा कि तुम कहां खड़ी थी ? क्यों कि बिना तुम्हारी स्थिति जाने हुए, हम अगल-बगल खड़े लोगों का अंदाजा कैसे लगाएंगे?“ सुयश ने दिमाग लगाते हुए कहा।
“कैप्टेन अंकल, आप जब स्टेज पर खड़े होकर अनाउंसमेंट कर रहे थे, तो आपकी आवाज एक ही जगह से आ रही थी। इसका साफ मतलब निकलता है कि स्टेज पर जो माइक लगा है, वह एक ही जगह पर फिक्स है। मैं आपकी आवाज उस समय ध्यान से सुन रही थी। अतः आप अगर वापस स्टेज पर जाकर बोलना शुरू करेंगे, तो मैं जिस जगह खड़ी थी, उस जगह पर वापस जा कर खड़ी हो सकती हूं। जिससे आप मेरी जगह के बारे में जान सकते हैं। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होगा। क्यों कि अपराधी ने फायर के तुरंत बाद, अपनी वास्तविक स्थिति से जगह चेंज कर दी होगी ।“ सुयश भी शैफाली के तर्कों को सुन, उसके दिमाग का लोहा मान गया।
“बेटे, अगर ये सारी बातें, तुमने उसी समय बता दी होतीं, तो शायद कातिल अब तक हमारे शिकंजे में होता।“ ब्रैंडन ने आगे बढ़ते हुए कहा।
“आप क्या मुझे इतना बेवकूफ समझते हैं?“ शैफाली के शब्दों में इस बार थोड़ी तल्खी उभर आई-
“जो मैं इतनी भीड़ में, सबके सामने कातिल का नाम बताती। और वैसे भी असली कातिल के पास उस समय तक रिवाल्वर थी। क्या पता उसका अगला निशाना मैं ही बन जाती ? और उसका निशाना तो आप लोग देख ही चुके हैं।“ ब्रैंडन ने भी हालात को समझ कर सिर हिलाया।
“वैसे आप उस समय कहां थे?“ शैफाली का इशारा, इस बार सीधे ब्रैंडन की ओर था।
“मैं......मैं......तो उस समय सिक्योरिटी के आदमियों के साथ था।“ एकाएक पूछे गए प्रश्न से ब्रैंडन एकदम हड़बड़ा सा गया उसकी हालत का अंदाजा लगाकर, शैफाली के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई।
“उसको छोड़ो।“ सुयश किसी मचलते बच्चे की तरह बोला – “तुम मुझे यह बताओ, कि क्या तुम मुझे कातिल के बारे में भी कुछ बता सकती हो ?“
जारी रहेगा.....….
Thanks brother for your valuable reviewShaandar jabardast update
Bilkul, redium jo tha usme, Thank you very much for your valuable review bhaiShaandar jabardast update
Locket se hi Loren ki hatya ka raaz khule .
Aage or bhi dhamaal hoga bhai, dekhte jaao, thanks for the valuable review bhaiShaandar jabardast update
Shefali ne apna jalwa for dekhaya ab dekhte hai kon kon hai shak ke dayre me