विराट सर का छोटी छोटी बात पर क्रोध करना उनके जी का जंजाल न बन जाए ! आखिर वह हर समय इतनी हड़बड़ाहट मे क्यों रहते है ! हर वक्त गुस्सा उनके नाक पर क्यों सवार रहता है !
पहले अनुष्का मैडम के साथ , फिर साधना के साथ , फिर विधि के साथ , फिर शनाया के साथ , और अब दिव्या के साथ ; सभी महिलाओं के साथ इन्होने अपना आपा खोया ।
हर काम अपने सही समय पर ही होता है । धैर्य से होता है । सही अवसर प्राप्त होने पर होता है ।
विराट साहब गर्मागर्म दूध पीने की कोशिश कर रहे है जो सिर्फ मुंह जला ही सकता है ।
" थोड़ा सब्र तो कर मेरे यार , जरा सांस तो ले दिलदार ...
धीरे धीरे हो जायेगा प्यार सजना ...धीरे धीरे हो जायेगा प्यार ...."
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट शुभम भाई ।