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Incest हाय रे ज़ालिम.....

Rakesh1999

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देवा और पप्पू बात करते है।
 
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Rakesh1999

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रत्ना आहे भरती हुई अपनी चुत पर अपने बेटे के मुँह की गर्माहट को महसूस करके मस्ती में मदहोष होने लगती है…
कुछ समय तक देवा अपनी माँ की चुत को चाटता है और फिर चाटता हुआ अपनी जीभ को चुत की गहराइयो में पेल देता है।
रत्ना: “आह चूस बेटे………आह……तेरा जैसा बेटा मिलना सौभग्य की बात है……आहह…चूस अपनी माँ की तडपती चूत को…आह्ह्ह्ह……”
देवा अपनी माँ की चुत को काटते हुए अपनी जीभ कभी अंदर डालता तो कभी अपनी २ उंगलिओ से चुत को चौड़ा करता…
ऐसे ही कुछ देर तक देवा अपनी माँ की चूत को चाटता चुसता काटता रहता है और फिर उठ जाता है।
देवा:“माँ मुझे तुम्हे चोदना है अभी…”
रत्ना: “तो चोद न रे……किसने रोका है फाड़ डाल…”और देवा नीचे झुक कर अपनी माँ के ऊपर लेट जाता है और अपने होठो को रत्ना के होठों से मिला लेता है और उसकी गर्दन पकड़ कर चुसने लगता है।
देवा और रत्ना पूरी ताकत से एक दूसरे के मुँह को चुसते हुए एक दूसरे के मुह में अपनी जीभ ड़ालने लगते है।
देवा रत्ना के पैर को ऊपर उठाकर बड़े आराम से उसके पैरो के बीच चला जाता है,
और उसका लंड अपनी माँ की तडपती चुत को टक्कर मारते हुए रत्ना की साँसे तेज कर देता है।
देवा बड़े प्यार से रत्ना को चुमते हुए ही अपना लंड हाथो से पकड़ कर अपनी माँ की चुत में घुसाने लगता है…
रत्ना की चुत में देवा अपना पूरा का पूरा लंड उतार देता है और कुछ पल उसे बिना हिलाये अपनी माँ के बालो को सहलाने लगता है।
कुछ पल ऐसे ही देवा रत्ना के चुचे भी दबाता है…
फिर दोबारा रत्ना के होठो को अपने होठो से मिला लेता है।
रत्ना भी अपने बेटे का साथ देते हुए उसके मुँह को चुसने लगती है।
अब देवा अपने लंड को चुत से बाहर निकाल कर दोबारा अंदर डालता है।
और झटके मारना शुरू कर देता है।
देवा रत्ना का मुँह चुसते हुए उसे चोद रहा था।
हर झटके के साथ रत्ना की सिसकिया बढ़ती जा रही थी और वो देवा की राफ्तेर भी…बढ़ती जा रही थी।
रत्ना के मुँह से सिर्फ एक बात निकली… “हाय रे ज़ालिम धीरे कर दर्द होता है……………”
पर देवा अपनी माँ को चोदने में कोई कसर नहीं छोडना चाहता था…
वह पिछले १० मिनट से रत्ना को पेले जा रहा था अब रत्ना को भी दोबारा मजा आने लगा…
 

Rakesh1999

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रत्ना: “आह चोद बेटा चोद अपनी माँ को और जोर से पूरा लंड डाल दे अंदर तक……और चूस मेरे चुचो का काट मेरे निप्पल्स को……आहह”
देवा बहुत तेजी से रत्ना की चुत में अपना लंड पेले जा रहा था…कुछ देर में ही रत्ना झड़ने लगी।उसकी चूत में देवा का लंड फुल स्पीड में अंदर बाहर हो रहा था।
कुछ ही पल में देवा का पानी निकलने वाला था तो उसने अपना लंड रत्ना की चुत से बाहर निकाला और कहा।
देवा:“चूस मेरा लंड माँ…”
और रत्ना तुरंत उसके लंड के सामने आयी और अपने मुह में लेने लगी।
रत्ना देवा के लंड के टोपे को चूसते हुए अपनी चूत का रस भी पीने लगी जो उस पर लगा था।
कुछ देर ऐसे ही रत्ना अपने बेटे का लंड चुसती रही और देवा ने अपना पानी निकालना शुरू कर दिया जो उसकी माँ के मुँह से निकलने लगा…
देवा का माल रत्ना के मुँह से बहता हुआ बाहर आकर उसके चुचो पर गिरने लगा…
देवा ने अपना लंड रत्ना के मुँह से निकाला और उसे हिलाने लगा।
रत्ना किसी कुतिया की तरह अपनी जीभ बाहर निकालकर उसके बाकी माल को अपने मुँह में लेने का इन्तजार करने लगी…
देवा ने बाकी माल भी अपनी माँ के मुँह में छोड दिया जिसे रत्ना गटक गयी…
अपने चुचो पर गिरे माल को रत्ना ने वही मल दिया और देवा के लंड के आगे बैठी हुई उसकी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी…
देवा: “आह मजा आ गया…मादरचोद बनने में तो बड़ा फायदा है”
और रत्ना और देवा हँसने लगे…
फिर देवा और रत्ना साथ साथ नहाये और रत्ना ने एक नाइटी डाल ली।
और घर की साफ़ सफाई में जुट गयी…
देवा ने बस अंडरवियर पहन लिया और अपनी माँ को काम करता हुआ देखता रहा…
 

Rakesh1999

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कहानी जारी रहेगी।अपडेट भी जल्दी देने की मैं कोशिश करूँगा।कहानी आपलोगों को कैसी लगी ।अपने विचार अवश्य दें।thanks.
 

Rowdy

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रत्ना: हाँ बेटे मेरी गाँड बिलकुल कुँवारी थी इसे मैंने अपने बेटे के लिए ही संभाल के रखा हुआ था।तेरा बाप को भी वहाँ कभी हाथ लगाने नहीं दिया।आज पूरी तरह फाड़ दे मेरी गांड मेरे बेटे....

देवा: बहुत मस्त गांड है तेरी माँ ।तेरी गाँड में कितनी गर्मी है । मेरा लंड आज धन्य हो गया है अब तो रोज तेरी गांड मारूँगा साली।तेरी मतवाली गांड को आज पूरी खोल दूँगा।

रत्ना: पेल मेरे शेर जैसे मन करे वैसे पेल आज से रत्ना तेरी है जब बोलेगा तब अपनी गांड खोल देगी तेरी माँ.....

देवा: आह्ह्ह माँ कितना मज़ा आ रहा है तेरी गांड मारने में आह्ह्ह साली कितनी गरम है तू। आज से तू मेरी रांड है।

ये कहकर देवा रत्ना की गाण्ड मारने लगता है।एक घंटे तक गांड मारने के बाद देवा रत्ना की गांड में ही झड़ जाता है।इस बीच रत्ना दो बार चुकी थी।

रात गुज़रती रही देवा अपनी माँ की गाण्ड से लेकर चूत तक और चूत से लेकर मुँह तक हर एक सुराख़ खोलता चला गया।
दोनो रात भर न रुके न थके सुबह सुबह जब सूरज निकलने वाला था तब दोनों नंगे एक दूसरे की बाँहों में
लिपट कर सो जाते है।
मगर उस वक़्त भी रत्ना की खवाहिश के मुताबिक देवा अपना लंड रत्ना की चुत में ही रखता है।
 

Rowdy

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दूसरी तरफ,, नीलम और बीना।
बीना: और बता देवा कैसा है…
नीलम देवा का नाम सुनते ही शर्मा गयी और साथ ही साथ उसके दिमाग में सुबह वाली और कल रात वाली घटना भी सामने आ गयी, और उसे याद आया की उसे वीना से उस बारे में भी तो बात करनी है, पर आखिर कैसे स्टार्ट करे यह बात??
नीलम: वो अच्छा है वीना, अच्छा सुन एक बात पुछनी थी तुझसे बस मेरी बात को गलत मत लेना।
वीना: अरे पगली दोस्त हूँ। गलत क्यों लुंगी, तू बेझिझक पूछ क्या मैंटर है?
नीलम को समझ नहीं आ रहा था की वो कैसे बोले की उसका अपना भाई उसकी माँ को चोदता है और देवा भी अपनी माँ को चोदता है,, क्या यह सही हो रहा है?
नीलम: वीणा मुझे समझ नहीं आ रहा की मै यह बात तुझसे कैसे कहूँ। शर्म आ रही है।
बीना: ऐसी क्या बात है क्या देवा ने तेरे साथ कुछ…?
नीलम: नहीं वीना यह नही पर कुछ इसी से रिलेटेड है।
वीना: मतलब देवा ने किसी के साथ करा?
नीलम: नहीं देवा के बारे में नहीं है।
बीना: तो कौन है, क्या किसी और ने तेरे साथ कुछ करा?
वीना अपना दिमाग लगाते हुए तुक्के भिड़ा रही थी।
नीलम: नहीं नहीं यह नहीं मेरे बारे में है नहीं देवा के बारे में...
नीलम ने झूठ बोला, वो देवा को शायद बदनाम नहीं करना चाहता थी।
बीना: तो बता फिर की आखिर क्या बात है।
नीलम: क्या घर वालों में सम्भोग होना आम बात है?
नीलम के मुँह से यह शब्द सुन के वीना को एक झटका सा लगा।
बीना: यह…यह तू क्या पूछ रही है…मतलब ऐसा क्या हुआ…तूने ऐसा क्यों पुछा।
नीलम को अहसास हुआ की वीना के पसीने छूट गए है…

दूसरी तरफ.... देवा का घर
७:१५ हो गए है रत्ना और कितना सताओगी अपने बेटे को अपने सुहाग को.... देवा रत्ना के दरवाजे को खटखटाते हुए बोला…
उसने ऐसा बोला ही था की तभी दरवाजा खुला जिसे देवा बहुत खुश हो गया।
वह जैसे ही अंदर घुसा उसने पाया की कमरे की बत्ती बंद है और बिलकुल अँधेरा है....
इसलिये उसने सबसे पहले बत्ती चालु करी और सामने का नजारा देख कर उसका लंड खड़ा होने लगा…
Ab teja ki gaand bhi marwa dena bhai sahab deva se

Sala naam se hi moti gand ka pta lag rahi

Name selection gajab hai bhai aapka

Suuuuuuuppppppppppeerrrrrrrrbbbbbbb
 
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