अपडेट 128
पिछली रात देवा और रत्ना और करीब आ गये थे
क्यूंकि देवा ने रत्ना को आज तक चोदी हर औरत के बारे में सब कुछ बता दिया था।
उसने यह सब बता दिया था की कैसे और किस किस को उसने कहा कहा चोदा है।
पदमा, देवकी, नूतन, कौशल्या, ममता, कोमल, प्रिया, रानी, रुक्मनि,बिंदिया, किरण, शालू, रश्मि इन सब औरतो के बारे में अब रत्ना भी सब जानती थी।
और देवा से चुदने में अब और मजा उसे आने लगा था…
अगली सुबह दोनों उठे अपने काम धाम में लग गये, देवा खाना खाकर खेतो में चल दिया।
आज दोपहर के खाने के समय उसे नीलम से नदी किनारे मिलना था तो वो बहुत खुश था।
अपने खेतो पर पहुँच कर देवा ने काम करना शुरू कर दिया और फिर भेंसो को चरने को छोड दिया।
और एक पेड़ के नीचे बैठ कर अपनी भेंसो पर नजर रखने लगा और सोचने भी लगा की नीलम आखिर क्या बाते करने वाली है आज…।
ऐसा कुछ बात करने वाली है जिससे हम और क़रीब आ जायेंगे…
पर ऐसा वो क्या बात करेगी मुझसे…
देवा इसी सोच में डूबा रहा की तभी उसे किसी लड़की की आवाज सुनाइ पड़ी…
रश्मि: “देवा…जान कैसे हो…”
देवा: “एक दम मस्त तू बता कितने दिन और रहने वाली है गाँव में…”
रश्मी का मुँह बन जाता है।
वह चुपचाप चलकर देवा के पास आकर बैठ जाती है।
देवा: “क्या हुआ जवाब तो दे मुँह क्यों बना रही है…”
रश्मि: “मुझे तो लगा की तुम मुझसे थोड़ी छेड़ छाड़ करोगे पर तुम तो मुझे वापस भेजने की जल्दी में हो…
देवा रश्मि की बात सुनकर मुस्कुरा देता है: “तभी तो पूछा ताकि ज्यादा से ज्यादा समय जान लूँ छेड़ छाड़ करने का…”
देवा की बात सुनकर रश्मि बोलि, “रहने दो अब तो तुम नीलम से ही छेड़ छाड़ करोगे, साली से क्या मतलब…”
देवा:“साली तो आधि घर वाली होती है रश्मि, तू कहे तो तुझे आधी रंडी जरुर बना सकता हुँ अपनी…”
रश्मि: “वो तो मै हूँ ही पहले से…”
रश्मी ने देवा का लंड दबाते हुए कहा…।
देवा: “इरादा नेक नहीं लगता…”
रश्मि:“उसी मकसद से तो देवा को ढूँढ़ते हुए आयी हूँ।
ये कहते ही रश्मि ने अपने होंठ देवा के होठो पर रख दिए और दोनों ने एक दूसरे को चुमना शुरू कर दिया,
रश्मी ने देवा का हाथ पक़डा, “बहुत आग लगी हुई है शांत कर दो आज देवा…”