देवा “काकी आप कब आयी…”
शालु: “तुमसे भी पहले हम तीनो यहाँ एक साथ आये थे…रश्मि को बहुत रोका मैंने पर वो आ गयी तुम्हारे पास अभी…”
देवा: “क्या आप लोग एक साथ यहाँ थे तो छूप कर क्या कर रहे थे…”
शालु, “तुम्हारे मुँह से सारी बाते सुनने का इन्तजार कर रहे थे पर नीलम के मुँह से गलती से कुछ शब्द निकल गए जिससे तुम्हे भनक लग गयी तो रश्मि मेरे मना करने पर भी बाहर आ गई ।”
देवा का सर चकरा रहा था “आखिर यह हो क्या रहा है…मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है…”
शालू:“देखो देवा यह सारा खेल हमारा रचा हुआ है। कल जब हम तुम्हारे घर से लौटे थे रिश्ता पक्का कर के तो घर पर रश्मि पप्पू से चुदवा रही थी जिसे नीलम ने देख लिया…सबसे बड़ी बात तो यह की रश्मि चुद्वाते हुए तुम्हारे को ही याद कर रही थी और उसने मेरा भी नाम ले लिया की मै भी तुमसे चुदवाती हुँ…इसलिये नीलम को यह सब पता चल गया की हम दोनों तुमसे चुद्वाते है।
पर नीलम ने कुछ बुरा नहीं माना, क्युकी उसे लगा की रश्मि झूठ बोल रही थी, इसलिए सच खुद जानने के लिए कल वो शाम तुम्हारे पास आयी थी और यहाँ आने का कहकर गयी……कल रात को आकर उसने मुझे और रश्मि को सारी बाते बता दी की उसने सब देखा है, पर उसे तब भी यकीन नहीं हुआ था।
मुझे लगा की अब कोई फायदा नहीं छुपा कर नीलम से कुछ, इसलिए उसके सामने सब साबित कर ही देते है तो इससे सबके बीच की बाते साफ़ हो जाएगी, तो मैंने रश्मि से कहा था की तुम आज सुबह उसके पास जाओ और यह बात साबित करवाओ…मैं नीलम को अपने साथ तुम्हारे खेतो पर ले गयी तब तुम रश्मि को अपनी बांहो में उठा कर अंदर ले जा रहे थे, कुछ पल बाद अंदर जाकर तुमने आगे जब करना शुरू किया तो हम लोग खिड़की से देखने लगे, पर जब उसने तुम्हे रश्मि के साथ देखा तो वो तुम्हे रोक ही नहीं पायी आगे करने से… और तुमने बातो ही बातो में सारा राज़ उगल दिया की तुमने उसे उसकी शादी की रात चोदा था और यह भी की तुम मुझे भी चोदते हो…
हम दोनों ने बाहर एक साथ तुम्हे रश्मि की गांड मारते हुए देखा था, जब चुदाई पूरी हो गयी और तुम सो रहे थे तब रश्मि ने दरवाजा खोला और हम अंदर आ गए तो मैंने ही नीलम के सामने तुम्हे कच्छा पहना दिया ताकि अगर अंदर कोई आ जाये तो तुम्हे नंगा न देख ले, फिर हम चले गये, तब तक नीलम को पता चल गया था की तुम अपनी माँ के अलावा मुझे नूतन और रश्मि को भी काफी समय से चोदते आ रहे हो…तो हमे लगा की शायद और भी कई औरते होंगी जिन्हे तुम चोदते हो, इसलिए हमने सोचा की तुमसे ही क्यों न पूछ ले सारा किस्सा…… इसलिए देवा अब सब जान चुके है तो बोल दो सब कुछ आज… नीलम तुमसे दुर नहीं होगी…बस राज़ बेनक़ाब कर दो सारे आज…”
शालु की बातो से देवा की गाण्ड फट गयी।
उसका चेहरा बेनक़ाब हो चुका है अब नीलम के सामने,
पर एक बात सुनकर देवा को ख़ुशी भी हुई की नीलम अब भी उससे दुर नहीं होना चाहती।