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Incest ज़िंदगी का सफर दीदी के साथ भाग 2

abhaysuri0

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जिंदगी का सफर दीदी के साथ भाग 3​

मैं बाहर आ कर चुपचाप सोफे पर बैठ कर मैच देखने लगा….. दीदी बोली बड़ी देर लगा दी बाथरूम में मैंने कहा हां हाथ मुह धोने लगा था…. दीदी बोली अभी तो आ कर हाथ मुह धोया था आज बहुत हाथ मुह धोए जा रहा है क्या बात है…. मैंने कहा अरे अब हाथ मुह धोना भी गलत हो गया क्या दुनिया मे अब तुम मेरी टांग मत खींचो दीदी फौरन उठ कर मेरे पास आई और मेरे गाल खींच कर बोली चल ठीक है मैं भी गाल ही खींच लेती हूँ…. फिर दीदी बोली चल मैं तो सोने जा रही…. गुड नाईट मैंने कहा गुड नाईट दीदी…. और वो उठ कर अपने रूम में जाने लगी और रूम के दरवाजे पर रुकी मेरी ओर देखा और मेरी नजर तो उनकी नाइटी में झलकते चूतड़ों पर थी उसे हल्का सा भांप भी लिया उन्होंने मैंने उनके रुकते ही उनके चेहरे की ओर देखा तो वो मुस्कुरा कर बोली थैंक्स मेरे प्यारे भाई आज का दिन वाकई अच्छा था मेरे लिए मैंने हाथ उठा कर उन्हें अंगूठा दिखाते हुए thumbsup किया और कहा दीदी अब से अच्छे दिन हर रोज आएंगे और फिर कहा दीदी ऐसे सूखा सूखा थैंक्स सारा दिन तुम्हे राजकुमारी बना कर घुमाता रहा तो दीदी ने हंस कर कहा गीला वाला थैंक्स बोलना मुझे नही आता उसके लिए कोई गर्ल फ्रेंड ही बना ले और वो रूम में चली गयी मैंने अपना फ़ोन उठाया और उन्हें व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज किया…..
दीदी कल से आप घर पर वो ही ड्रेस पहनोगी जो मैं आज लाया हूँ उन पुरानी साड़ी में अब दिखना मत मुझे…. गुड नाईट…. और सेंड कर दिया उनके कमरे से मुझे फ़ोन की मैसेज received टोन सुनाई दी और मैं tv ऑफ कर के अपने रूम में चला गया एक मिनट बाद वो मैसेज सीन हुआ और दीदी का रिप्लाई आया गुड नाईट अब सो जाओ….. और मैं फ़ोन रख कर चैन से सो गया….. हमेशा की तरह सुबह 7 बजे मेरी नींद खुली और दीदी जो कि हमेशा ही मुझसे पहले उठ कर नहा कर नाश्ता बना रही होती थी वो किचन में थी मैं बाहर आ कर सीधा बाथरूम में घुस गया और फटाफट नहा कर टॉवल में ही बाहर आया दीदी टेबल पर नाश्ता तैयार किये बैठी थी और उन्होंने ब्लैक जीन्स और रेड टॉप पहना हुआ था बाल बांध कर एक पोनीटेल बनाई हुई थी और मेकअप के सामान का बढ़िया इस्तेमाल किया था उन्हें देख कर मेरे कदम ठिठक गए मैं उनके पास आ कर उन्हें देखते हुए मुस्कुरा कर गुड मोर्निंग बोला और दीदी ने भी स्माइल करते हुए मुझे रिप्लाई दिया आठ बज रहे थे और एक घण्टा मुझे आफिस पहुंचने में लगना था तो मैं अपने रूम में आ कर कपड़े पहन कर शूज़ पहन के तैयार हुआ और अपना लैपटॉप ले कर नाश्ते के टेबल पर आ गया….. मुझे कुछ मेल चेक करने थे तो मैं सैंडविच कुतरते हुए लैपटॉप ऑन कर के काम भी करने लगा…. तभी दीदी बोली संजू मेरी ड्रेस कैसी लग रही है….. मैंने एकदम झक्कास दीदी मैं तो देख के पहचान ही नही पाया कि ये वही लड़की है जिसे मैं गांव से ले कर आया था दीदी फिर से मुस्कुराते हुए बोली है तो वही लड़की पर अब इस लड़की को शहर की हवा लग गयी है मैंने कहा दीदी अब इस हवा को लगी रहने देना प्लीज ऐसे आप बहोत अच्छी लग रही हो और आपको खुश देख कर मैं भी बहोत खुश हूं….. फिर मैंने नाश्ता करते हुए मेल्स चेक किया और दीदी से थोड़ी बहोत बातचीत भी करता रहा…… फिर मैं नाश्ता खत्म कर के लैपटॉप उठा कर कार की चाभी ले के दीदी को bye बोल कर बाहर आ गया और दीदी दरवाजे तक मुझे छोड़ने आयी मैंने सीढियां उतरते हुए कहा दीदी शाम को तैयार रहना मैं जल्दी आ जाऊंगा….. और मैने नीचे आ कर कार निकाली और आफिस निकल गया ।
आफिस में आज मेरा मन खास लग नहीं रहा था कल से आज तक कि सारी घटनाएं मेरे जेहन में चल रही थीं तभी मेरे ब्रांच का कैशियर मेरे केबिन में आया और गुड मॉर्निंग बोल कर बैठ गया फिर वो बोला सर आज मेरा बर्थडे है और मैंने शाम को छोटी सी पार्टी रखी है घर पर अगर आप भी आते तो मुझे बहोत अच्छा लगता…. मैंने कहा ठीक है पर एक काम करना तुम शाम को 5 बजे मेरे साथ निकलना और मुझे 6 तक फ्री कर देना क्यों कि मुझे 7 बजे दीदी के साथ कही जाना है और मैं लेट हुआ तो वो गुस्सा होंगी…… फिर मैंने उस से कहा यार संजीव एक काम है मुझे वो बोला सर आदेश करिये मैंने कहा मुझे अपने घर मे कैमरे लगवाने हैं दीदी सारा दिन घर मे अकेली रहती हैं और आजकल का माहौल तो तुम जानते ही हो वो बोला एकदम सही आईडिया है सर मैं एक बंदे को जानता हूँ उसकी शॉप पास में ही है मैं उसे बुलवा लेता हूँ वो आपका काम कर देगा आप अपनी requirement उसे बता देना बाकी वो समझदार है…. संजीव भी खुश था कि आज के दिन उसे एक घंटे पहले छुट्टी मिल रही थी….. फिर मैंने दोपहर में कॉल की दीदी को वो बस खाना खा कर लेटी थी मेरी कॉल देख कर उन्होंने पूछा कि आज मेरी याद कैसे आ गयी मैंने कहा बस कल आपके साथ इतना अच्छा वक्त गुजरा की सुबह से ही आपकी याद आ रही थी दीदी ने कहा है ठीक है शाम को टाइम पर आ जाना फिर से वक़्त साथ गुजार लेंगे…. दीदी में मुझे लंच के बारे में पूछा कि मैंने खाना खाया या नही मैं दोपहर को पास की ही एक कैंटीन से टिफ़िन मंगवा लेता था मैंने बताया कि लंच आ गया है बस करने जा रहा हूँ फिर उन्होंने कॉल काट दी और मैंने लंच किया शाम को संजीव 4:40 पर ही मेरे केबिन में आ गया और बोला सर चलें मैंने कहा ठीक है चलो मैं उसके साथ उसके घर आया वहां उसकी बीवी माँ और बच्चे मिले मैं उनसे मिला काफी दिनों बाद किसी परिवार से मिल कर अच्छा लग रहा था उसने मुझे सब से मिलवाया फिर अपने रूम में ले गया बिठाया और बोला सर आपका इंतजाम जल्दी से कर देता हूँ आपको 5 बजे निकलना है…. मैंने कहा ठीक है मुझे लगा वो खाने को कह रहा होगा पर वो बाहर गया और एक व्हिस्की की बोतल ले आया और उसकी बीवी ग्लास और तले हुए काजू प्लेट में रख गयी मैंने कहा ये सब क्या है तो वो बोला सर प्लीज मेरे साथ बस थोड़ी सी मैंने कहा पर मैं नही पीता तो वो बोला सर थोड़ी सी सिर्फ एक pag मैंने फिर से कहा यार मैंने कभी नही पी पहले तो वो बोला सर कैसे मैनेजर हैं आप एक pag लेने में इतना डर रहे हैं और ये सुनते ही मुझे लगा जैसे वो मुझे चैलेंज कर रहा है मैंने ताव में बोल दिया ठीक है बनाओ फिर…. उसने खुश हो के दो तीन बार मुझे थैंक यू बोला अजर बोतल खोल के दो pag बना लिए और एक मुझे दे कर चियर्स किया मैंने एक बार ग्लास में पड़ी हुआ दारू को देखा और मन कड़ा कर के उसे मुह से लगाया उसकी बदबू से लगा कि मुझे उल्टी हो जाएगी पर मैंने सांस रोक ली और गिलास मुह से लगा कर एक सांस में गटक गया वो मेरे तरीके से समझ गया कि मैं पहली बार पी रहा हूँ उसने फौरन मुझे काजू दिये वो मुह में डाल के मेरे मुह के स्वाद कुछ सही हुआ और मैं काजू खाते हुए उस से बातें करने लगा 5 मिनट बाद उसने पूछा सर कोई प्रॉब्लम मैंने कहा नही तो एकदम नही पर मेरे दिमाग में काफी हल्कापन आ रहा था जैसे दुनिया बड़ी रंगीन है और मुझे काफी अच्छा महसूस हो रहा था संजीव ने मुझसे पूछे बिना दोबारा ग्लास भर के दो और pag बना लिए और मेरा ग्लास मुझे पकड़ा के बोला सर बस ये लास्ट फिर खाना लगवाता हूं…. मैंने भी सोचे समझे बिना ग्लास पकड़ लिया और एक बार फिर हिम्मत कर उसे भी किसी तरह गले से उतार लिया… फिर थोड़ी देर में उसकी बीवी ने खाना लगाया अब मुझे नशा से होने लगा था और संजीव की बीवी जिसे मैंने पहले ठीक से देखा भी नही था वो अब मुझे एक मस्त औरत दिखने लगी थी वो जब खाना परोसने झुकती तो उसके ब्लाउज में कसे हुए मम्मे देख कर मेरा मन डोलने लगा था जैसे तैसे खुद पर काबू किये हुए किसी तरह थोड़ा सा खाना खाया और फिर संजीव से बोला यार कोई कैब बुला दो मैं ड्राइव कर के घर नही जा पाऊंगा….. संजीव में कही कॉल कर के एक टैक्सी बुला दी और मुझे बिठा कर घर के लिए रवाना कर दिया…. मैं घर से थोड़ी ही दूर था कि दीदी का कॉल आ गया मैंने कॉल रिसीव को दीदी ने पूछा कहाँ हो मैंने कहा बस 10 मिनट में पहुच रहा फिर दीदी ने कहा मैं खाना बना लेती हूं तब तक मैने फौरन मना किया कि खाना मत बनाना मैं खाना खा चुका हूं और काल काट दी फिर मैं घर पहुंचा मुझे ठीक ठा seeक नशा हो रहा था पर मज़ा भी आ रहा था मैंने ड्राइवर को किराया दे कर भेज दिया और ऊपर आया घंटी बजाई दीदी ने दरवाजा खोला और मैंने उन्हें मुस्कुरा कंसर गुड इवनिंग बोला दीदी ने इस टाइम रेड साड़ी पहनी हुई थी…. और हल्का सा मेकअप किया हुआ था मैं अंदर आया और सोफे पर बैठ गया मैंने कहा दीदी कहाँ की तैयारी है बहोत सुंदर लग रही हो तो दीदी हंसते हुए बोली भूल गया शाम को हमे घूमने जाना था… मैंने कहा ओह्ह हां कहा तो था ठीक है मैं कपड़े बदल लूं फिर चलते है और मैं अपने कमरे में आ कर पंत4 शर्ट निकाल कर बाथरूम में घुस गया हाथ मुह धो कर मैंने एक लोअर और टी शर्ट पहन ली और स्लीपर पहन कर बाहर आ गया…. मैंने अपना पर्स मोबाइल और घर की चाभी जेब मे डाल ली और उसी वक़्त मुझे कल दरवाजे पर जेब से चाभी निकालने वाली बार याद आयी और मेरे दिमाग मे खुराफात सूझने लगी…. मैंने कहा चलो दीदी फिर हम बाहर आये और मैंने गेट लॉक कर के चाभी जेब मे डाल ली और फिर हम बिल्डिंग से बाहर आ के पैदल ही टहलते हुए चल पड़े पार्क की ओर अभी हम कुछ कदम ही चले थे कि मैंने दीदी का हाथ अपने हाथों में पकड़ लिया दीदी ने एक बार मेरी ओर देखा और फिर अच्छे से मेरा हाथ पकड़ कर साथ चलने लगी….. मैंने चलते चलते कहा दीदी कल माल में जब आपके अंडरगार्मेंट्स खरीद रहे थे वो लेडी आपको भाभी जी क्यों बोल रही थी… दीदी बोली लगता है वो हमें पति पत्नी समझ रही थी….. मैंने दीदी को छेड़ते हुए कहा ऐसा लगता है क्या दीदी बोली मैं क्या जानू….. फिर हम ऐसे ही बातें करते हुए पार्क में आ गए ये काफी बड़ा पार्क था मैं रोज आफिस जाते हुए इस पार्क के सामने से गुजरता था पर कभी अंदर नही गया था….. अंदर एक पक्की सड़क पार्क के पिछले हिस्से तक गयी थी और दोनों ओर पेड़ लगे हुए थे कही कही सड़क के किनारे पत्थर के बेंच लगी हुई थी और थोड़ी थोड़ी दूर पर लाइट्स भी लगी हुई थी….. कुछ लोग नजर आ रहे थे ज्यादातर कपल्स ही थे जो एक दूसरे के हाथों में हाथ डाल कर बैठे हुए थे कुछ पेड़ों के नीचे कुछ बेंच पर मैं और दीदी पहली बार आये थे इस पार्क में तो मैंने सोचा पीछे तक घूम के पूरा पार्क देखते हैं तो हम चलते चले गए काफी आगे जाने पर पार्क एकदम सुनसान था और हम चुपचाप चले जा रहे थे तभी मेरे कान में कोई आवाज़ आयी मैंने उधर देखा तो एक 20 साल की लड़की और एक 22-23 साल का लड़का सड़क से थोड़ा हट के एक पेड़ के नीचे आपस मे लिपटे हुए खड़े थे…. लड़की की सलवार नीचे सरकी हुई थी और लड़का शायद उसे खड़े खड़े चोद रहा था वो सीन देख के मैं एक पल के ठिठक से गया दीदी की नजर उस ओर गयी कुछ सेकेंड्स तक वो भी उन्हें देखती रही तभी उस लड़के का ध्यान हमारी ओर गया तो उसने थोड़ा सा शर्मा कर कहा भाई और आगे चले जाओ वहां एकदम खाली है कोई नही होगा….. दीदी ने फौरन मुझे हाथ से खींचते हुए आगे चलना शुरू किया मैं भी उनके साथ चल दिया….. पर चार पांच कदम चलने के बाद मैंने फिर से उस ओर मुड़ कर देखा और मेरे साथ ही दीदी ने भी देखा वो लड़का अब तेज तेज कमर हिलाते हुए लड़की को चोद रहा था… हम अब आगे आ चुके थे और पेड़ो की वजह से वो लोग हमें दिखने बन्द हो गए थोड़ा और आगे पहुंचे तो देखा वहां पार्क की पिछली बाउंडरी थी फिर हम वही एक बेंच पर बैठ गए एकदम शान्त वातावरण था हल्की हवा चल रही थी…. मैं और दीदी एकदम पास बैठे थे….. हमारे हाथ अब भी एक दूसरे को पकड़े हुए थे मैंने कहा शहर के लोग कही भी शुरू रहते हैं…. कोई शर्म नहीं इन्हें दीदी ने कोई जवाब नही दिया वो नीचे देख रही थीं…. मैंने कहा सॉरी दीदी मुझे नही मालूम था यहां ये सब देखने को मिलेगा दीदी ने कहा उसमे तेरी क्या गलती है और उन्होंने मेरी ओर देखा फिर नाक से तेजी से सांस लेते हुए कुछ सूंघने की कोशिश करने लगी और फिर उन्होंने पूछा तूने शराब पी है क्या…. मैंने उन्हें बताया कि आज मेरे स्टाफ की बर्थडे पार्टी थी और वहां कैसे उन्होंने जिद कर के मुझे थोड़ी सी पिला दी….. दीदी ने कहा संजू शराब की आदत मत डालना कभी मैंने इस शराब की वजह से कितने दुख उठाये हैं तू नही जानता मैंने कहा दीदी निश्चिंत रहो मैं कभी इतनी नही पियूँगा की आप को कोई तकलीफ हो…. फिर मैंने कहा दीदी अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो मैं कभी कभी एक दो pag घर पर ही ले लिया करूँ…. दीदी ने थोड़ा सोच कर कहा ठीक है पर वादा कर तू कभी घर से बाहर नही पियेगा घर पर कम से कम मैं नजर तो रखूंगी की कितनी पी रहा है वैसे ना ही पी तो अच्छा है ये कोई अच्छी चीज नही मैंने कहा दीदी मैं कौन सा बेवड़ो जैसे पीने को कह रहा हूँ आजकल तो थोड़ा बहोत सब पीते हैं… दीदी बोली देख संजू तू पढ़ा लिखा है समझदार है अपना अच्छा बुरा खुद समझता है मैं तुझे किसी चीज के लिए रोक टोक तो नही सकती तेरी अपनी जिन्दगी है जैसे चाहे जी पर इतना याद रखना अब तेरे सिवा मेरा कोई नही इस दुनिया मे और तुझे नहीं खो सकती किसी भी कीमत पर ऐसा कहते हुए दीदी के हाथों की पकड़ मेरे हाथों पर सख्त हो गयी थी…. मैंने दूसरे हाथ से दीदी की ठुड्डी पकड़ कर उनका चेहरा ऊपर किया उनकी आंखों में आंसू थे ये देख कर मेरी आंखों भी भर आयी और मैंने दीदी को कंधों से पकड़ कर अपने गले से लगा लिया और कहा दीदी मैं कभी तुम्हारा दिल नही दुखाऊंगा और आपको इतना प्यार दूंगा की आपको किसी कमी का अहसास नहीं होगा दीदी ये सुन कर भावुक हो गईं और मुझे अपनी बाहों में कस लिया….. एक तो शराब का नशा उस पर अभी अभी देखा हुआ वो लाइव सेक्स सीन और दीदी का हसीन बदन मेरी बाहों में मैं बहकने लगा था और मेरे हाथ दीदी की पीठ पर रेंगने लगे और ब्लाउज के नीचे नंगी पीठ पर घूमने लगे….. एक मिनट तक हम ऐसे ही गले लगे रहे दीदी का पता नही पर मुझे ऐसा लग रहा था वक़्त यही रुक जाए और दीदी बस ऐसे ही मेरी बाहों में रहे हमेशा…. फिर दीदी ने थोड़ा कसमसा कर अब छोड़ भी मैंने अलग हो कर दीदी को देखा और धीरे से love you दीदी….. दीदी ने भी मेरी ओर देखा और मुस्कुरा कर बोली love you to मेरे प्यारे भाई….. हमे यहां बैठे 5 मिनट हुए थे मैंने कहा अब वापस चलें दीदी बोली ठीक है और हम उठ कर वापस चल दिये….. दो मिनट में हम फिर से उस जगह को क्रॉस कर रहे थे जहां वो जोड़ा लगा हुआ था और हम दोनों की नजर उधर ही थी पर अब वो वहां नही थे…. मैंने कहा लगता है चले गए वो लोग तो दीदी हड़बड़ा कर सामने देखने लगी….. फिर हम पार्क से बाहर आये और रास्ते मे एक होटल से मैंने खाना पैक करवा लिया दीदी के लिए मैं तो खा ही चुका था और और हम घर आ गए मेरे दोनों हाथों में खाने के पैकेट थे और जब हम घर के दरवाजे पर पहुंचे तो मैंने कहा दीदी चाभी निकालो दीदी के एक पल के लिए मेरी नजरो में देखा फिर मेरी जेब मे हाथ डाला आज मैंने लंड को सेट नही किया था वो लोअर में फ्री नीचे को लटक रहा था….. आज ना मैंने बताया ना दीदी ने पूछा कि चाभी किस जेब मे है और वो दाईं ओर खड़ी थी तो उसी जेब मे हाथ डाल दिया पर चाभी बायीं जेब मे थी… उन्होंने हाथ डाल कर जेब मे टटोला चाभी थी ही नही तो मिलती कैसे और इस टटोलने के चक्कर मे उनकी उंगलियां एक बार फिर मेरे सख्त सुपाड़े को छू ही गईं…. पर उन्होंने बड़े आराम से उसे टच करते हुए जेब मे अच्छे से हाथ घुमाया और बोली चाभी नहीं है मैंने कहा शायद दूसरी जेब मे होगी तो उन्होंने मेरे सामने आ कर दूसरी जेब मे हाथ डाला थोड़ा झटके से और इस बार भी उनका हाथ मेरे लंड को छू गया एक बार तो मुझे लगा दीदी जान बूझ कर ऐसे टच कर रही क्या फिर मैंने इस खयाल को मन से निकाल दिया दीदी ने चाभी निकाल कर दरवाजा खोला और हम अंदर आ गए मैंने उनका खाना टेबल पर रख5 और tv खोल ली और सोफे पर बैठ कर tv देखने लगा….. दीदी अपने रूम में गई और 5 मिनट बाद नाइटी में बाहर आई और उन्हें देख कर ही मेरा लंड गरम हो कर सर उठाने लगा वो किचन में गयी और अपना खाना प्लेट में लगा कर वही ले आयी और मेरे नजर उनके गोल कसे हुए चूतड़ों पर बार बार जा रही थी….. मैंने एक हाथ लंड पर रख कर उसे छिपाया हुआ था ताकि दीदी को पता न चले कि वो खड़ा है…. दीदी मेरे साइड में आ कर बैठ गयी और खाना खाने लगी…. मैंने चार रोटियां पैक कराई थी और दीदी ने कभी 3 से ज्यादा खाई नही इतनी ही इनकी खुराक थी दीदी बोली खाना ज्यादा है अगर भूख लग रही हो तो थोड़ा सा ले लो….. मैंने कहा आप खा लो जो बचेगा मैं खा लूंगा दीदी तुनक कर बोली अरे वाह तू बचा खुचा क्यों खायेगा और उन्होंने रोटी तोड़ कर सब्जी लगा कर कहा मुह खोलो तो मैंने मुह खोल दिया और उन्होंने मुझे खिला दिया….. फिर वो ऐसे ही मुझे भी खिलाते हुए खाने लगी और हमने खाना खत्म किया फिर थोड़ी देर tv देख कर वो मुझे गुड नाईट बोल कर अपने रूम में चली गयी….. मैं भी tv ऑफ कर के अपने रूम में आ गया और लैपटॉप ऑन कर के एक मस्त पोर्न प्ले की आज शराब पीने की वजह से मेरे लंड को ज्यादा ही गर्मी चढ़ रही थी इसकी गर्मी शांत करने का एक ही उपाय था मैंने एकदम नंगा हो कर एक बार मुठ मारी और शांत हो कर लेट गया एक बार फिर से मेरे खयालों में दीदी आ गयी और मैं सोचने लगा अगर दूसरी लड़कियों का नंगा बदन देख कर मुठ मारने में इतना मज़ा आता है तो दीदी का नंगा बदन देख कर ये सोच कर ही मेरे लंड में फिर से गर्मी आने लगी पर किसी तरह मैंने अपने मन को शांत किया और सो गया…..
To be continued







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sunoanuj

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Next update kab tak aayega ….
 

Motaland2468

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Bhai apne chahne walon ko itna mat tadpao plz update de do plz plz plz
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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