SANJU ( V. R. )
Divine
Story - Maine jab dekha tha tughko.
Writer - Aagasyta (Y. A.)
अगस्त्य भाई साहब , आप की यह स्टोरी इमोशनल रोमांटिक स्टोरी थी या फिर काॅमेडी रोमांटिक स्टोरी ? मुझे तो यह कॉमेडी रोमांटिक स्टोरी लगा ।
हमारे हीरो ' ऋषि ' साहब ने अपनी हीरोइन ' सिया ' के साथ सारे विषयों पर बातें की । एजुकेशन से लेकर बाॅलीवुड तक । घर-परिवार के खैर - खैरियत तक । जुकाम से लेकर दिल्ली के मौसम तक ।
वैसे उन्हें अपने घर के गाय - भैंस , उनके चारे और दूध देने की मात्रा , अपने पड़ोसी - पड़ोसन , अपने बचपन की शरारतें वगैरह वगैरह की भी बातें अवश्य करनी चाहिए थी।
सबकुछ करना था लेकिन इश्क मुहब्बत की बातें नही करनी थी । और अगर गलती से सिया की तरफ से लव - सव के इशारे शुरू भी हो तो फिर बातों का रूख दूसरी ओर बदल देना था ।
और ठीक यही काम हमारे हीरो ने किया । ऐसे लड़की थोड़ी न पटती है ! जब इश्क करो तो लड़की को स्पष्ट शब्दों मे प्रपोज करने की हिम्मत भी करो ! वरना बहुत देर हो जाती है ।
आप की यह कहानी भी मुझे बहुत पसंद आया ।
Writer - Aagasyta (Y. A.)
अगस्त्य भाई साहब , आप की यह स्टोरी इमोशनल रोमांटिक स्टोरी थी या फिर काॅमेडी रोमांटिक स्टोरी ? मुझे तो यह कॉमेडी रोमांटिक स्टोरी लगा ।

हमारे हीरो ' ऋषि ' साहब ने अपनी हीरोइन ' सिया ' के साथ सारे विषयों पर बातें की । एजुकेशन से लेकर बाॅलीवुड तक । घर-परिवार के खैर - खैरियत तक । जुकाम से लेकर दिल्ली के मौसम तक ।
वैसे उन्हें अपने घर के गाय - भैंस , उनके चारे और दूध देने की मात्रा , अपने पड़ोसी - पड़ोसन , अपने बचपन की शरारतें वगैरह वगैरह की भी बातें अवश्य करनी चाहिए थी।

सबकुछ करना था लेकिन इश्क मुहब्बत की बातें नही करनी थी । और अगर गलती से सिया की तरफ से लव - सव के इशारे शुरू भी हो तो फिर बातों का रूख दूसरी ओर बदल देना था ।
और ठीक यही काम हमारे हीरो ने किया । ऐसे लड़की थोड़ी न पटती है ! जब इश्क करो तो लड़की को स्पष्ट शब्दों मे प्रपोज करने की हिम्मत भी करो ! वरना बहुत देर हो जाती है ।
आप की यह कहानी भी मुझे बहुत पसंद आया ।