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Upto now I read 55 update and I'm going to read full story till I complete it ...
Superb story and mind blowing
बहुत बहुत शुक्रिया भाई आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,,,,,Nice story
End like a novel ...
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Superb story and mind blowing
बहुत बहुत शुक्रिया भाई आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,,,,,Nice story
End like a novel ...
Waiting for it very eagerlyबहुत बहुत शुक्रिया भाई आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,,,,,
सवालों के जवाब ज़रूर मिलेंगे भाई, बस इन्तज़ार कीजिए।
Shubham Bhai aapki is bat se hame bohot tassalli Hui hai AAP time le lo Bhaiबहुत बहुत शुक्रिया भाई आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,,,,,
अधूरी एण्डिंग तो जानबूझ कर की गई है भाई, लेकिन आपने तो सिर्फ बहनों की लव स्टोरी को अधूरी कहा, जबकि कहानी में इसके अलावा भी बहुत कुछ अधूरा है। ख़ैर, इस कहानी का दूसरा भाग तो ज़रूर आएगा भाई, किन्तु उसके लिए समय लगेगा।
दोस्तो, मुझे पता है कि आप सब इस कहानी की समाप्ति से खुश अथवा संतुष्ट नहीं हैं। इस कहानी में और भी बहुत कुछ हो सकता था मगर ऐसा हुआ नहीं। इसकी वजह ये है कि मेरे सामने वक्त और हालात ही ऐसे थे कि मैं कुछ और बेहतर करने की सोच ही नहीं पा रहा था। हलाॅकि कहानी के शीर्षक के हिसाब से मैने इस कहानी के इस भाग को समाप्त किया है। अंत में इतने सारे सवाल इस लिए छोंड़ दिये गए क्योंकि इसके आगे का कथानक कुछ अलग ही बनने वाला था।
मैने आप सबसे यही सोच कर ये कहा था कि इसका दूसरा भाग होगा। क्योंकि इसके आगे का कथानक इस कथानक से अलग होगा जो अलग शीर्षक के साथ होगा। हलाॅकि शुरू में मैने ऐसा सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा। मैं तो बस वही लिखता चला गया था जो मेरे दिमाग़ में आता जा रहा था। दूसरे भाग की बात तो तब दिमाग़ में आई जब कथानक ने ऐसा रूप लिया।
आप सबने मेरा बहुत साथ व सहयोग दिया तथा बहुत प्यार भी दिया, इसके लिए आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया। इस सफर में बहुत सारे अनुभव मिले तथा बहुत कुछ देखने सुनने को मिला और साथ ही बहुत कुछ सीखने की भी मिला। कभी अच्छा लगा तो कभी थोड़ा बुरा भी लगा, लेकिन कोई बात नहीं। यही तो जीवन है, हर दिन एक जैसा नहीं हुआ करता।
यहाॅ पर हर ऊम्र के लोग हैं तथा हर तरह की सोच रखने वाले भी हैं। आप सब जानते हैं कि जीवन में हम सारी ज़िंदगी सबको खुश व संतुष्ट रखने की कोशिश करते हैं मगर सच्चाई ये है कि हम अपनी इस कोशिश में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाते। अब सवाल उठता है कि ऐसा क्यों??? क्या हम पूरी इमानदारी व सच्चे दिल से कोशिश नहीं करते अथवा हम जिन्हें खुश रखने की कोशिश करते हैं वो हमारी कोशिशों का जान बूझ कर मान नहीं रखते?? इस सवाल का जवाब ज़रा विवादास्पद है अतः इस बारे में कुछ कहने का कोई फायदा नहीं है।
इस कहानी का अगला भाग कब आएगा इस बारे में अभी मैं खुद भी कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मैं आप सबको पहले ही बता चुका हूॅ कि आजकल मैं मानसिक रूप से ठीक नहीं हूॅ। किन्तु हाॅ इतना ज़रूर कहूॅगा कि इस कहानी का अगला भाग लिखूॅगा ज़रूर, भले ही उसके लिए मुझे ज्यादा समय लग जाए।
कहानी के अंत में मैं किसी से कोई शिकवा गिला नहीं करना चाहता। जिन्होंने मुझे अच्छा कहा उनका भी शुक्रिया और जिन्होंने मुझे बुरा कहा उनका भी शुक्रिया। मुझे सबसे बहुत कुछ सीखने को मिला, अतः सबकी हर बात के लिए भी शुक्रिया।
!! धन्यवाद !!
You are absolutely right bro. Ab to bas next part ka besabri se intjaar hai.Aisi story and aisi writing skill bahut kam dekhne aur padhne ko milti hai The_InnoCent bhai. Hindi bhasha me aapki pakad kaabile tareef hai. Har kirdaar ko bariki se likhna aur har bhaav ko ujagar karne ki kala lajawaab hai bhai_____
Aapne story me second part ke liye hi wo sare sawaal chhode hain. So ham sab ummeed karege ki aap bahut jald iska second part shuru karege. Aapko jab bhi time mile tab aap second part ki shuruaat kijiye. Ham sab ka sath hamesha aapke sath rahega_____
BEST OF LUCK FOR THE SECOND PART OF THIS FANTASTIC STORY____