अपडेट –१३
दो दिन तक नागेश्वरी न ठीक से सो पा रही थी और न ही ठीक से खा पा रही थी । बस पोते का चेहरा देख के यही सोचती रहती थी की काकी की बात झूठ निकले । और मेरा पोता फल फुल देने वाला वारिस निकले ।
नागेश्वरी को ठिक से खाना न खाते हुए देख के चेमेली एक दिन रात के सोने के समय नागेश्वरी की कमरे में आई । और पूछ ली तबियत तो ठीक हे ना ।
नागेश्वरी भी हास के जवाब दी ।" हा सब ठीक हे । मुझे क्या हो सकता है । कही अपने बेटे की तरह ये सोच के खुस तो नही हो रही है की अम्मा बीमार हो के जल्दी से मार जाए "
" क्या अम्मा । शुभ शुभ बोला करिए । दो तीन दिनों से देख रही हूं आप कुछ परेशान नजर आ रही हे । बताइए ना क्या समस्या आ गई है ।"
" अरे ऐसी कोई बात नही है। जाह जा के सो जाओ । मेरा बेटा बैचेन हो रहा होगा तेरे ऊपर चढ़ने के लिए " माहेश्वरी अपनी बहु की मजे लेने लगी
" धेत्त अम्मा । आप भी ना । बताइए ना क्या बात है ।" चमेली शर्मा गई
" अरे कुछ नही । बस ऐसे ही ।"
" अम्मा "
" तू सुने बिना नही जायेगी न ।"
" नह"
"बेटी बात जरा टेढ़ा हे । "
" क्या बात है अम्मा कोई बड़ी समस्या ही क्या " चमेली बात सुने बिना ही घबरा रही थी ।
" बात हमेरे शिवा के बारे में हे"
" क्या । कुछ हुआ हे क्या उसे "
" देखा तू पहले ही घबरा गई । इसलिए बता नही रहा था " नागेश्वरी बोली
" क्या हया हे । बताइए ना" चेमेली आतुर हो रही थी
नागेश्वरी उसे सारी बात बता देती है । और अब चमेली भी परेशान हो गई । अपने जिगर के टुकरे की ये बात जान के ।
" अम्मा जी अब क्या करे " चमेली परेशान हो कर बोली
" यही तो समझ नही आ रहा है की करे तो क्या करे "
कुछ पल दोनो चुप हो के एक दूसरे की मुंह ताकते रह गए । नागेश्वरी कुछ सोछ के बोली । " बहु शिवा के सारे कपड़े तो तू ही धोती हे "
" हां । पर क्यू अम्मा "
" जब तू उसके कच्छे या पैंट धोती हो तब क्या कच्छे और पैंट पे उस हिस्से पे गीलापन या कोई दाग धब्बा देखा हे " नागेश्वरी ऐसे नजरों से देखने जैसे चमेली हां बोलने वाली हो
" नही अम्मा " लेकिन चमेली के मुंह से ना निकली
" जरा याद कर के बता "
" नही अम्मा । मुझे ऐसा कुछ मिला होता तो मुझे जरूर याद रहती और एहसास होता की मेरा बेटा जवान हो गया"
" अरे जवान तो गया हे डरी मुचे भी आने लगे है लेकिन मर्द बन रहा हे की नही । यही समस्या है बेटी " नागेश्वरी परेशान हो गई ।
" अगर बात सोच निकली तो । मुझे तो बेहद दर लग रहा हे "
" अरे तू शिंटा मत कर में हूं ना । कुछ न कुछ उपाय जरूर होगा "
" बच्चों के बापू को बता दू । "
" अरे नही रघु शादी की काम के आप धाप ऐसे ही परेशानी हे । ऊपर से ये बता के उसे और परेशान करना सही नहीं होगा । हम दोनो मिल के कुछ उपाय ढूंढ लेंगे । "
" उसे डाक्टर के पास ले चले क्या "
" अरे गाधी ऐसे डाक्टर के पास नही ले जा सकते । पहले हम पता करना होगा । फिर कुछ वैसा निकला तो डाक्टर के पास ले जायेंगे । तू परेशान मत हो सब ठीक होगा में हूं ना । जा जा के सो जा "
चमेली अपने कमरे में सोने चली गई । और पूरी रात नागेश्वरी सोचती रही और फिर कुछ निर्नाय लिया ।