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Kaal subah update milega bro।।।। thanksVery very nice story bro
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maate rohini aap pareshan na ho.... yeh supriya jee mardo ka kaal hain... gotiya forne mein inhe bara maza aata hain....
ab apna gussa beti ke nikalne ke baad shankar jee pe nikal rahe hain,, bechare apna mota pet liye bhaag bhi na paa rahe hain... khud toh bach bhi jaye lekin 58 inch ka ghera samne aa hi jata hain.... waise shankar jee ko niche ka toh dikhta hain na ya phir thora jyada jhukna parta hain...
ab kaali matake prakop se bhagwan shankar bhi na samne aa sake toh... phir yeh charay jee kya cheej hain... yeh toh watak liye supriya ko kop ka bhajan ban ke...
khair spuriya ke karname kaheen kisi din isse khud hi mushibat mein na daal de... saare larke toh biscuit toh na milenge... kisi din kisi ariyal tatto se pala par gaya toh inke tange kee disha badal dega.... ek maa ko toh dar lagta hee hain.. bhale hi pati kitna bhi bara admi kyun na ho..
Badi danger h yeh ladki iske bhai ko dekho gao m ek aur aur n nanga dekh lia gher se nahi nikle bhai 2 3 din ab isko iski bahen hi sahi karegi jab milega apni family seअपडेट–१०
"सुनो । कहा हो " रोहिनी ने चिढ़िया उतरते हुए अपने पति को आवाज लगाई
"हां बोलो । क्या हुए भाई । लाडली ने फिर कुछ किया क्या ?" शंकर आर्मचेयर पे पीठ टिका कर अखबार खोल के समासर पढ़ने में व्यस्त था
"और क्या हो सकता है । कॉलेज न्यासियों के तरफ से फोन आया हे । आपकी लाडली फिर किसी लड़के की मिडल स्टाम तोड़ दी ही लात मार कर । जाइए जल्दी जाइए "
शंकर घर में पहनावे में ढीले ढाले कुता पायजामा में ही मोबाइल हाथ में लिए निकल पड़े । और डर्वर को जल्दी चलने को बोल रहे थे ।
कूची देर में शंकर इनवर्सिटी में पोहोश जाते हे । और सीधा कन्वरेंस रुम एंटर करते हे जहां बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सारे मेम्बर और प्रिंसिपल बाकी टीचर्स बैठे हुए शंकर का इंतजार कर रहे थे । और एक तरफ शुप्रिया अपनी टॉम बॉय बेबाक और बोल्ड अंदाज में खड़ी थी । जेसे उसे किसी बात का न पछतावा ही और ना ही किसी बात का दर हे ।
शंकर को देख सारे लोग खड़े हो गए और इत्जत देते हुए उन्हें बैठने को बोले । शंकर अपनी बेटी सुप्रिया गुस्से से घूरते हुए सामने चेयर पे बैठ जाते हे । सुप्रिया शहर झुका लेती है ।
ट्रस्टीज की एक मैंबर बोलता हे ।" शंकर जी चोटी मुंह बड़ी बात लेकिन अब हमसे न संभाला जायेगा ये मामला । मामला इस बार हद से ज्यादा बढ़ चुका है "
शंकर बोला " इस बार किया क्या है इसने "
तब वाइस प्रिंसिपल बोले " सर अभी अभी एक लड़के को बुरी तरह से घायल कर चुका है । लड़का सीरियस कंडीशन में हॉस्पिटल में ऐडमिट है "
प्रिंसिपल बोले " देखिए शंकर जी आप इतने बड़े सक्सेसफुल बिस्नेसममेन में है । आपने इस कालेज में बोहोत से डोनेशन दिए है और आए दिन किसी भी कार्य के लिए स्पॉन्सर करते हे । प्यारा कॉलेज आपका मान रखता है । और मजबूरी में हमने कॉलेज की तरफ से डिसिशन लिया हे की हम आपके बेटी सुप्रिया को इस कॉलेज में अब पढ़ने नही दे सकते हे ।" प्रिंसिपल एक गहरी सांस लेता है और दर से शंकर के प्रतिक्रिया का इंतजार करते हे ।
तभी शुप्रीय बोलती हे । " ओह झाड़ू । हलवा समझा हे क्या बे । मुझे कॉलेज से निकलेगा । "
शंकर गुस्से में टेबल पे हाथ मार के बोला " व्हाट नॉनसेन ! इस डिश एये तू टॉक ! क्या यही शिखाए मैने । बड़ो को कैसे सम्मान करना चाहिए पता नही हे क्या ।"
सारे लोग एक पल के लिऐ सहम जाते है शंकर के गुस्से को देख के लेकिन सुप्रिया को कोई फर्क नही पड़ा ।
शंकर बोला " देखिए में आप लोगो के से हाथ जोड़ के माफी मांगता हूं । मुझमें ही कोई कमी रह गई हे अपनी बेटी को सिस्ताचार देने में । "
प्रिनिपल बोला " प्लीज सर आप माफी मांग के हमे शर्मिन्दा न करे "
शंकर बोला " देखिए अभी इसे कालेज से निकाल देंगे तो पढ़ाई पे असर पड़ेगा । और रेसिट्रेशन भी इसी कॉलेज से हुआ है तो बोहोत मुस्किले आयेगी दूसरे कॉलेज में एडमिशन करवाने में । देखिए उस लड़के से और उसके परिवार वालो से में माफी मांगूंगा और इलाज का सारा खर्चा उठाऊंगा । प्लीज मेरी बात को समझने की कोशिश कीजिए "
वाइस प्रिंसिपल बोला " सर हमे बेहद दुख के साथ कहना पड़ रहा है के"
उसके बात पूरी होने से पहले प्रिंसिपल बोला ।" सर हमारी भी कॉलेज एक रेपुटेशन बचानी है । हम भी मजबूर हे लेकीन आपका मान रखते हुए हम सुप्रिया को एक आखरी चैन देते है । प्लीज आपसे गुजारिश हे की आप अपनी बेटी को थोड़ा समझाएगा "
शंकर बोला " बेहद बेहद धन्यवाद आपका प्रिंसिपल साहब । में पूरी गेरंती लेता हूं कि अगली बार कोई शिकायत का मौका नही आयेगा मेरी बेटी को तरफ से "
और शंकर अपनी बेटी को ले के बाहर आ जाते हे। शंकर और सुप्रिया दोनो कार में बैठ जाते हे । ड्राइवर कार चलाने लगता हे । शंकर काफी गुस्से में था । मुंह फुलाए बैठा था ।
कुछ देर दोनो बाप बेटी चुप चाप कार के खिड़की के बाहर देखते हुए बैठे रहते हे । अचानक दोनो ठहके लगा के हसने लगते हे पागलों की तरह ।
शंकर हास हास के बोलता हे " हा हा हा हा । तूने फिर से एक लड़के को पीट दिया "
सुप्रिया हास के बोलती हे " पापा मैंने इस लड़के को ऐसी जगह मारि हे साइड वो अब किसी काम का नही रहेगा । उसके अंडे फूट चुकी होंगी हा हा हा हा"
शंकर बोला " तू भी न बेटी । ऐसे मत मार किसी को कि वो जिंदगी बाहर बद्दूया देते रहे । देख तुझे अपने गुस्से पर कंट्रोल करना होगा वरना ऐसे कब तक तुझे बचाते रहेगें । "
शुर्पिया बोली " पापा में क्या करू । गुस्सा आ हो जाता हे । कंट्रोल ही नही होता हे । और हां मम्मी से बचा लेना "
शंकर बोला " अरे नही । तूझे बचाने के शक्कर मे में बली का बकरा बन जाता हुं । तूझे जितना नही दादत्ती उतना ज्यादा तो मुझे सुनना पड़ता हे ।
सुप्रिया मासूम सा चेहरा बना के बोलता हे " प्लीज पापा । आप नही बचाएंगे तो और कौन बचाएगा मुझे । प्लीज़ पापा मेरे अच्छे पापा " शंकर को मासूमियत की जाल में फंसते हुए गोदी में बैठ गया ।
शंकर भी हमेशा अपनी लाडली के ऊपर लडडू हो जाते हे ।" ठीक हे । लेकीन प्रोमिस कर अगली बार कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए कॉलेज से । अब तक तू ३६ लड़कों पीट दिया हे इस वाले को मिला के "
सुप्रिया शंकर के गाल चूम के बोली " पिंकी प्रोमिस मेरे गोलू मोलू स्वीट पापा "
Bahot behtareen updateअपडेट–११
यहां रोहिनी परेशान हो के खुदसे बड़बड़ाए जा रही " पता नही इस लड़की ने अब क्या कर दिया हे । कितना भी समझाओ समझती नही । हे भगवान प्लीज मेरी बेटी को थोड़ा सतबुद्धि दे । अब तो उसके बाहर जाते ही दर लगा रहता हे की कोई मुसीबत खरी कर ना आई हो " और उसकी नजर दीवार पे टांगे बड़े से फोटो फ्रेम में पड़ी
जिसमे वो अपने बेटे को गोद के लिए हुए हे और बगल में शंकर सुप्रिया को गोद में लिए हुए हे । वो उस फोटो के पास चली जाती हे और फोटो पे अपने बेटे के मासूम चेहरे के ऊपर छुने लगती है । और उसके आंखों से धरा धर आसूं निकलने लगते हे । और सुबक सुबक के बोलती हे " मेरा बच्चा । अब रहा नही जाता बच जल्दी से आ के अपनी मां की छीने में लग जा "
कुछ देर बाद शंकर और सुप्रिया दोनो घर पोहोछ जाते हे लेकीन दोनो घर में घुसते ही सोक जाते हे । क्यो की रोहिनी हाथ में चढ़ी ले के बैठी थी । शंकर भी सुप्रिया से गुस्सा होने का नाटक चालू करता है । और बोला गुस्से से " चलो जाओ अंदर कमरे में । आज से तेरा स्कूल कॉलेज घूमना फिरना सब बंद । आज के बाद कमरे से एक कदम भी बाहर पेड़ मत रखना बरना "
शुप्रिय छोटा मुंह बना के कमरे की तरफ जाने लगता हे लें आज दोनो बाप बेटी बकरे की तरह हलाल होने वाला था । रोहिनी शुप्रियां के पिछे भागते हुए चढ़ी से मारने लगी ।" बोहोत हो गई तेरी बदमासी अब रोक लगाने ही होगा । आज बताती हूं तुझे में क्या चीज़ हूं "
शुप्रिया चिल्लाते हुए तेज भाग के चढ़ी चढ़ते हुए अपने कमरे में घुस के रोहिनी के मुंह पे दरवाजा बंद कर के किसी तरह जान बचा ली ।
रोहिनी दरवाजा पीट पीट के गुस्सा निकल रही थी । और जब उसे लगा कि अब शुप्रिया दरवाजा नही खोलेगी तो नीचे आए । उसका गुस्सा आज सातवे आसमान पर था । अचानक अपने पति शंकर के ऊपर चीज़ फेकने लगी " आप भी कुछ कम नहीं हे । आपकी ही हद से ज्यादा लाड प्यार की वजह हे महारानी बिगड़ गई हे । "
शंकर चिल्लाते हुए खुद को बचाते हुए बाहर भागने लगा " अरे मार गया री । आउच लग गई मां । बचाओ कोई " शंकर अपना भारी पेट हिलाते हुए किसी तरह जान बचा के भगा ।
रोहिनी एक दम काली माता की तरह लग रही थी जैसे उसके शरीर में आदि मां की शक्ति आ गई हे । चीजों तोड़ फोड़ करने लगी । और गुस्से हैंह हैंह कर के हाफने लगी ।
और पूरे हाल में घूमते हुए नौकरों को बोली ।" खबर दर अगर आज से किसी ने दोनो बाप बेटी को खाना दिया तो । उसके में हाथ काट दुंगी । बोहोत हो गया अब मुझसे झेला नही जाता । इस लड़की ने मकड़ी की तरह खा गईं हे मुझे । सुन बेटी अगर कमरे से बाहर निकला तो तेरी सच में जान ले लूंगी में"
शुप्रिया आज बेहद दर गई अपनी मां को इतने गुस्से में देख के । मन में कहने लगी " बेटा आज तो में गई । मदर इंडिया आज हिटलर बन गई । आज तो पापा को भी नही छोरा उनको भी पटका । पता नही पापा कहा भाग गए
और अपनी पापा को फोन लगाता है ।
" हेल्लो बेटा । क्या हुए "
"पापा आप कहा हो "
" मत पूछ बेटा । दोरते दोरते पाण्डे अंकल के यह आ गया "
" पापा लगता हे आज तो एटम बॉम में बड़ा धमाका कर दिया "
" हां बेटी । आज तो मुझे भी पड़ी । बेटा तू अपनाखायल रखना । जब तक एटम बॉम रख में नही मिटा जाता में नही आऊंगा "
" लेकिन पापा मेरा क्या होगा"
" बेटा जिंदगी मे पहली बार बोलता हूं अब में तेरी कोई मदद नहीं कर पाऊंगा । वरना पक्का मेरा गर्दन कटा जायेगा "
" पापा"
शंकर फोन काट चुका था । सुप्रिया सोचने लगी अब मेरा क्या होगा पापा तो जान बचा के निकल लिए।
शुक्रिया दोस्त .......वैल्युएबल कमेंट के लिए बोहूत बोहोत बहत धन्यबाद .....Badi danger h yeh ladki iske bhai ko dekho gao m ek aur aur n nanga dekh lia gher se nahi nikle bhai 2 3 din ab isko iski bahen hi sahi karegi jab milega apni family se
Bahot behtareen shaandaar update bhai
धन्यबाद दोस्त .....................,Bahot behtareen update
Maate tow kaali maa ka autaar leker chadh gayi Shankar per
Ab dekhte Shankar ji kab wapas aate h aur kab tak supriya room m band m band rehti
Bahot zaberdast shaandaar update