• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest ❦वो पल बेहद खूबसूरत होता है❦

Yogibaba00007

Active Member
831
2,290
124
अपडेट–४

रहीनाथ और शिवांश दोनो शहर के बिग बाजार पोहोच गए और घर के रेसन पानी से लेकर गाय भैंसों के लिय दाना भी ले लिया और सारा सामान टेम्पो पे घर पोहोछा दिया ।


गर्मी में दोनो बाजार कर के थक गए तो दोनो गन्ने की जूस पीने बैठ गए ।


"शिवा बेटा अब आगे क्या पढ़ाई करना चाहते हो" रघुनाथ गन्ने का जूस पीते हुए पूछा

"बापू मुझे और पढ़ना नहीं है । जितना पढ़ना था पढ़ लिया अब आपके साथ काम करूंगा "

"नही बेटा । वो जमाना गया अब बिना उच्चो शिक्षा के बिना नौकरी मिलना मुश्किल ही । और में भला तूझे अपने साथ क्यू मजदूरी करवाऊंगा । तेरे अम्मा मेरा सपना ही की तू पढ़ लिख कर इंसान बनेगा । बड़ी नौकरी करेगा हमारा नाम रोशन करेगा"

"लेकिन बापू खचरा बेहद होगा । ऊपर से गांव में कोई कालेज भी तो नहीं है ।"

"खर्चे की शिंता मत कर । इसी शहर में सरकारी कालेज है। बाइक से आना जाना करना । आधे घंटे की हो रास्ता है।"

"में सोचूंगा इस बारे मे बापू"

"कोई सोचने की जरूरत नही है मैने कह दिया ना । बास रिजल्ट आते ही तेरा कालेज में दाखिला करा देंगे"।




इधर चमेली घर में पोछा लगा रही थी । लेकीन आज उसका मन उदास थी किसी बात पे गहरी सोच में थी । नागेश्वरी जब चमेली के पॉश से गुजर रही थी तो चमेली की फीका चेहरा देख के पूछ ली "क्या हया तूझे ऐसे क्यू मुंह लटकाए काम कर रही ही । तबियत खराब ही तो जा के अरम कर ना"

"नही अम्मा जी में ठीक हूं बास ऐसे ही"

"रघु से किसी बात पे जगरा हुए ही क्या" माहेश्वरी उसके पास बैठ के बोली

"नही अम्मा। अम्मा एक बात पूछूं"

"हां पूछ ।"

" अम्मा शिवा के विश बर्ष होते ही जेठजी और भावी उसको लेने आएंगे ना" चमेली बड़ी दुख के साथ पूछी


अपनी बहु की सवाल सुन के नागेश्वरी भी मायूस हो गई । कुछ देर छुप रह के बोली " उनकी अमनत ही । कोइ भला अपनी अमानत को ऐसे ही छोर देगा क्या । लेने तो आयेगा ही"

"अम्मा में अपने बेटे के बिना नहीं रह पाऊंगी "

"इसलिए कहा था ज्यादा सीने में भर के लड़ प्यार मत कर । असली मां बाप तो रोहिनी और शंकर है इस बात को कैसे जुठलाएगी । और वो लोग भी कब से तड़प रहे ही अपने बेटे के बिना । बदकिस्मती देखो चेहरा तक देखने को नसीब नही हया आज तक ।" नागेश्वरी के आखें पानिया गई ।


"उनलोगो को भी यही गांवों में रहने को बोल देना "


" शंकर माना करने के बावजूद जगरा कर के शहर चला गया अच्छी ज़िंदगी के लिए । भला अब यह क्यू रहेगा । अभी से आदत डाल लो शिवा के बिना जीने की बाद में काम आएगा । मेरी तो एक पेड़ कबर पे ही है ।"



दादी और अम्मा की बातें शोभा दीवार में चुप के कान लगा के चुन रही थी । उसे भी पता थी सब बातें । वो रूवानी सी हो के नागेश्वरी के आगे आ के बोलने लगी ।" में शिवा को ले के जाने नही दूंगी । मैने भी उसको पाला है"


नागेश्वरी शोभा को हसने के लिए बोली। " तूझे वैसे भी शादी कर के अपनी सुसराल जाना ही । तू क्यू खमखा रो रही ही।"

शोभा गुच्चे में बोली " में कोई शादी वाडी नही करूंगी " और पेड़ पटक के चली गई ।

 

Naik

Well-Known Member
21,067
76,737
258
अपडेट–४

रहीनाथ और शिवांश दोनो शहर के बिग बाजार पोहोच गए और घर के रेसन पानी से लेकर गाय भैंसों के लिय दाना भी ले लिया और सारा सामान टेम्पो पे घर पोहोछा दिया ।


गर्मी में दोनो बाजार कर के थक गए तो दोनो गन्ने की जूस पीने बैठ गए ।


"शिवा बेटा अब आगे क्या पढ़ाई करना चाहते हो" रघुनाथ गन्ने का जूस पीते हुए पूछा

"बापू मुझे और पढ़ना नहीं है । जितना पढ़ना था पढ़ लिया अब आपके साथ काम करूंगा "

"नही बेटा । वो जमाना गया अब बिना उच्चो शिक्षा के बिना नौकरी मिलना मुश्किल ही । और में भला तूझे अपने साथ क्यू मजदूरी करवाऊंगा । तेरे अम्मा मेरा सपना ही की तू पढ़ लिख कर इंसान बनेगा । बड़ी नौकरी करेगा हमारा नाम रोशन करेगा"

"लेकिन बापू खचरा बेहद होगा । ऊपर से गांव में कोई कालेज भी तो नहीं है ।"

"खर्चे की शिंता मत कर । इसी शहर में सरकारी कालेज है। बाइक से आना जाना करना । आधे घंटे की हो रास्ता है।"

"में सोचूंगा इस बारे मे बापू"

"कोई सोचने की जरूरत नही है मैने कह दिया ना । बास रिजल्ट आते ही तेरा कालेज में दाखिला करा देंगे"।




इधर चमेली घर में पोछा लगा रही थी । लेकीन आज उसका मन उदास थी किसी बात पे गहरी सोच में थी । नागेश्वरी जब चमेली के पॉश से गुजर रही थी तो चमेली की फीका चेहरा देख के पूछ ली "क्या हया तूझे ऐसे क्यू मुंह लटकाए काम कर रही ही । तबियत खराब ही तो जा के अरम कर ना"

"नही अम्मा जी में ठीक हूं बास ऐसे ही"

"रघु से किसी बात पे जगरा हुए ही क्या" माहेश्वरी उसके पास बैठ के बोली

"नही अम्मा। अम्मा एक बात पूछूं"

"हां पूछ ।"

" अम्मा शिवा के विश बर्ष होते ही जेठजी और भावी उसको लेने आएंगे ना" चमेली बड़ी दुख के साथ पूछी


अपनी बहु की सवाल सुन के नागेश्वरी भी मायूस हो गई । कुछ देर छुप रह के बोली " उनकी अमनत ही । कोइ भला अपनी अमानत को ऐसे ही छोर देगा क्या । लेने तो आयेगा ही"

"अम्मा में अपने बेटे के बिना नहीं रह पाऊंगी "

"इसलिए कहा था ज्यादा सीने में भर के लड़ प्यार मत कर । असली मां बाप तो रोहिनी और शंकर है इस बात को कैसे जुठलाएगी । और वो लोग भी कब से तड़प रहे ही अपने बेटे के बिना । बदकिस्मती देखो चेहरा तक देखने को नसीब नही हया आज तक ।" नागेश्वरी के आखें पानिया गई ।


"उनलोगो को भी यही गांवों में रहने को बोल देना "


" शंकर माना करने के बावजूद जगरा कर के शहर चला गया अच्छी ज़िंदगी के लिए । भला अब यह क्यू रहेगा । अभी से आदत डाल लो शिवा के बिना जीने की बाद में काम आएगा । मेरी तो एक पेड़ कबर पे ही है ।"



दादी और अम्मा की बातें शोभा दीवार में चुप के कान लगा के चुन रही थी । उसे भी पता थी सब बातें । वो रूवानी सी हो के नागेश्वरी के आगे आ के बोलने लगी ।" में शिवा को ले के जाने नही दूंगी । मैने भी उसको पाला है"


नागेश्वरी शोभा को हसने के लिए बोली। " तूझे वैसे भी शादी कर के अपनी सुसराल जाना ही । तू क्यू खमखा रो रही ही।"

शोभा गुच्चे में बोली " में कोई शादी वाडी नही करूंगी " और पेड़ पटक के चली गई ।
Shuruwat bahot achchi h bhai kahani bahot shaandaar ja rahi h dekhte college
Life kaisi jati h
Bahot behtareen shaandaar update bhai
 

aalu

Well-Known Member
3,073
13,048
143
sala shankar charya iss janam mein toh tharkee hain hee... pichhle janam mein kaun sa paap kar diya... bechare ko abodh balak ko apne maa-baap se door rahna par gaya... khair saath rahne waale bhi apne hain door jaane waale bhi apne... 20 varsh umra ke apne maa-baap se door... bhala wo bachha kya bara hoke apnayea un maa-baap ko jinhone khud se door kar diya... karan bhale koi bhi ho...

pyar diya raghunath aur chameli ne maa-baap ka toh kaise jaane de... yashoda aur devaki mein kaun bara toh aksar yashoda ka naam aata hain... bhale hi janm diya ho... lekin pyar ka rishta janma dene waale se bara hota hain... kya bara hoke shiva apne janmdata ke pass jayega ya apne palanhar ke pass... waise bhi wo toh thaga sa mehsoos karega jab usse apni hi wajood ka inta bara sach achanak maloom chalega...

chameli abhi se vichhubd ho rahi hain... akhir itna pyar jo diya tha... kaise door jaane de... wahee haal sobha ka hain... ek bahan udhar bhi hain jisse fashion se fursat na hain... aur ek idhar bhi hain... jo uske bichharne kee soch se hi tarap rahi hain... khair faisla toh shiva ko hi karna hain..

ab padhne likhne ke liye sahar jayega... toh kya yeh wahee sahar hain jahan pe uske so-called ma-baap rahte hain...
 

Yogibaba00007

Active Member
831
2,290
124
sala shankar charya iss janam mein toh tharkee hain hee... pichhle janam mein kaun sa paap kar diya... bechare ko abodh balak ko apne maa-baap se door rahna par gaya... khair saath rahne waale bhi apne hain door jaane waale bhi apne... 20 varsh umra ke apne maa-baap se door... bhala wo bachha kya bara hoke apnayea un maa-baap ko jinhone khud se door kar diya... karan bhale koi bhi ho...

pyar diya raghunath aur chameli ne maa-baap ka toh kaise jaane de... yashoda aur devaki mein kaun bara toh aksar yashoda ka naam aata hain... bhale hi janm diya ho... lekin pyar ka rishta janma dene waale se bara hota hain... kya bara hoke shiva apne janmdata ke pass jayega ya apne palanhar ke pass... waise bhi wo toh thaga sa mehsoos karega jab usse apni hi wajood ka inta bara sach achanak maloom chalega...

chameli abhi se vichhubd ho rahi hain... akhir itna pyar jo diya tha... kaise door jaane de... wahee haal sobha ka hain... ek bahan udhar bhi hain jisse fashion se fursat na hain... aur ek idhar bhi hain... jo uske bichharne kee soch se hi tarap rahi hain... khair faisla toh shiva ko hi karna hain..

ab padhne likhne ke liye sahar jayega... toh kya yeh wahee sahar hain jahan pe uske so-called ma-baap rahte hain...


Guruji bohot bohot shukriya prerna dene ke liye.......... thank you
 
Top