Ji aapke aaklan ko bhi maine note kar liya hai... Bahut se logon ki pratikriya ko bhi... Chhoti si baat se apni baat rakhna chahunga...
11th me padhne wali ek ladki... Maturity level.. presence of mind aur uski chal rahi purn manodasha mai dikha raha hun ...
Bus use apni bhabhi se wo baat pata chali jo uske dil ka bojh utar gayi... Main kewal abhi menka ko janta hun... Isliye I am very sorry ... Kyonki yahan menka ko jitna pata hoga aur menka us baat ko jis hisab se react karegi aapko bus usi ka pata chalega...
11th ki ladki ko mai itna bhi mature nahi dikha sakta ki wo rupa bhabhi jaise strong charecter ki baat par soch me par jaye... Ek baat to jo tay hai... Menka rupa ko apni maa se badhkar manti hai..
Ummid hai mere najariye ke sath kahani dekhne ka ab alag hi maza hoga.. kisi ke man ki shanka ko dur karne ke liye main menka ko purn mature charecter nahi bana sakta ...
Is vishay me aap ki rai lena chahunga aap kitna sahmat hai .. aur kya mai kahani ko sahi soch ke sath likh raha hun
मैं समझ रहा हूं भाई । ये कहानी है मेनका की । मेनका के मेमोरेबल सौ घटनाओं की । ये सब कुछ मेनका के प्वाइंट आफ भिव से लिखा जा रहा है ।
लेकिन स्टोरी के नजरिए से... अगर कोई किरदार गलत काम करेगा तो उसे हम गलत ही कहेंगे न । और यदि कोई बढ़िया काम करेगा तो उसे हम सराहेंगे । जैसे कि नकुल का किरदार अभी तक सराहने लायक ही था और भाभी जी को सभी लोग बुरा ही कहेंगे ।
कहानी बहुत ही सुन्दर है । एक अलग तरह की स्टोरी है ये । एक देहाती लड़की जो ज्वाइंट फैमिली में रहती है.... जिसके पांच घरों का परिवार है.... ऐसे पृष्ठभूमि की लड़की किस तरह अपनी जिंदगी को जी रही है... उसके जीवन में कौन कौन सी मेमोरेबल घटनाएं घट रही है.... उसके जीवन में कौन कौन आ रहा है और किस किस के साथ कैसा सम्बन्ध बन रहा है.....इसे अब तक आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से दिखाया है ।
आप ने जैसा इस कहानी के बारे में सोच रखा है वो आप अपनी कहानी के माध्यम से बिल्कुल सही पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है ।
हमारा कमेन्टस जो भी होगा वो कहानी के किरदारों पर होगा । और वो तो हमारा हक बनता है ।