मैं समझ रहा हूं भाई । ये कहानी है मेनका की । मेनका के मेमोरेबल सौ घटनाओं की । ये सब कुछ मेनका के प्वाइंट आफ भिव से लिखा जा रहा है ।
लेकिन स्टोरी के नजरिए से... अगर कोई किरदार गलत काम करेगा तो उसे हम गलत ही कहेंगे न । और यदि कोई बढ़िया काम करेगा तो उसे हम सराहेंगे । जैसे कि नकुल का किरदार अभी तक सराहने लायक ही था और भाभी जी को सभी लोग बुरा ही कहेंगे ।
कहानी बहुत ही सुन्दर है । एक अलग तरह की स्टोरी है ये । एक देहाती लड़की जो ज्वाइंट फैमिली में रहती है.... जिसके पांच घरों का परिवार है.... ऐसे पृष्ठभूमि की लड़की किस तरह अपनी जिंदगी को जी रही है... उसके जीवन में कौन कौन सी मेमोरेबल घटनाएं घट रही है.... उसके जीवन में कौन कौन आ रहा है और किस किस के साथ कैसा सम्बन्ध बन रहा है.....इसे अब तक आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से दिखाया है ।
आप ने जैसा इस कहानी के बारे में सोच रखा है वो आप अपनी कहानी के माध्यम से बिल्कुल सही पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है ।
हमारा कमेन्टस जो भी होगा वो कहानी के किरदारों पर होगा । और वो तो हमारा हक बनता है ।