• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy Aryamani:- A Pure Alfa Between Two World's

nain11ster

Prime
23,612
80,681
259
Last edited:

Chutiyadr

Well-Known Member
16,902
41,578
259
वेयरवोल्फ और उसके शिकार की अहम जानकारी



वेयरवोल्फ क्या है?

वेयरवोल्फ एक प्रकार का रूप–बदल इंसान होता है जो इंसान से भेड़िया और भेड़िए से इंसान बन सकते हैं। वेयरवोल्फ का जीवन उनके चरित्र का उल्लेख करते हैं। जिनकी मानसिक मनोदशा हिंसक होती है उनमें खून पीने और मांस खाने की तलब उतनी ही ज्यादा होती है।

शेर की तरह ही, एक बार जिन वेयरवॉल्फ को इंसानी मांस और खून मुंह में लग जाता है फिर वह किसी अन्य जानवर का शिकार नही करते। केवल और केवल इंसान का शिकार करते है। भेड़िए की तरह ही वेयरवोल्फ भी झुंड में रहना पसंद करते हैं और उनका झुंड ही उनका परिवार होता है। इनका झुंड की ताकत को ऐसा भी समझा जा सकता है कि एक आम वेयरवोल्फ मुखिया बनने के लिए कितना ही अपने मुखिया पर हमला क्यों न करे, किंतु झुंड का मुखिया कभी पलट कर अपने सदस्य को मारने की कोशिश नही करता। अपने झुंड को बचाने के लिए कोई भी सदस्य किसी भी हद तक जा सकता है। "वूऊऊऊऊऊ" यह एक ऐसा वुल्फ कॉलिंग साउंड है जिसके एक आवाज पर पूरा पैक दौड़ा चला आया। "वूऊऊऊऊऊ" वुल्फ कॉलिंग का वह आवाज भी है जिसे पैक का कोई भी सदस्य कई मिलों दूर से भी सुन सकता है। वहीं जब कोई वेयरवोल्फ बागी होकर झुंड छोड़ता है तब कई बार उनके झुंड के दूसरे वेयरवोल्फ ही उसे मार देते है।


वेयरवोल्फ के रूप, आकर और संरचना.…

इंसानी रूप से जब यह रूप–बदल जीव अपना रूप बदलते है, फिर इनकी लंबाई 7 से 8 फिट तक होती है। इनका चेहरा का आकार बदलकर भेड़िए की तरह दिखने लगता है और उन्ही की तरह इनके 2 बड़े–बड़े, नुकीले दांत दोनो किनारे से निकल आते हैं, जिन्हे फेंग कहते है। किसी भी मांस को यह फेंग फाड़ सकने में सक्षम होते है।


रूप बदलने के बाद जैसे इनके शरीर का आकार लंबा और दैत्यकारी हो जाता है। ठीक उसी के साथ इनकी भुजाएं और पाऊं की लंबाई भी बदल जाती है और पूरे शरीर पर बाल होते है। इनके चौड़े हथेली बड़े से पंजे की तरह दिखते है जिसमे बड़े, मजबूत और धारदार नाखून लगे होते है, जिन्हे क्ला कहते है। एक क्ला की लंबाई 2 इंच से लेकर 6 इंच तक हो सकती है। यह क्ला गेंडे की चमरी को भी आसानी से फाड़ सकती है।

कुछ वेयरवोल्फ पूर्णतः भेड़िया बन जाते हैं जो अपने दोनो पाऊं के जगह 4 पाऊं पर किसी जानवर की तरह खड़े रहते है। इस प्रकार के वेयरवोल्फ को सबसे खतरनाक माना जाता है। इन वेयरवोल्फ की लंबाई 8 से 10 फिट और ऊंचाई से 6 फिट तक होती है। इसे अजय आकार भी माना जाता है जो किसी भी 2 पाऊं पर खड़े वेयरवोल्फ से हार नही सकता।


वेयरवोल्फ के प्रकार.… और उनकी पहचान..

किसी भी झुंड में 2 प्रकार के वेयरवोल्फ होते हैं। सबसे पहले होता है बीटा। किसी भी झुंड में इनकी संख्या ज्यादा होती है और ये काफी आक्रामक प्रवृति के होते है। सबसे पहले शिकार के ओर दौड़ना, खूनी भिडंत करना या किसी भी प्रकार की जंग इन्ही के आक्रमक स्वभाव के वजह से होती है... एक बीटा की पहचान उसकी पीली आंखों से किया जाता है।

इन सभी बीटा को झुंड का मुखिया नियंत्रित करता है, जिन्हे अल्फा कहते है। एक अल्फा काफी हद तक खुद को नियंत्रित रखता है और अपनी मर्जी अनुसार आक्रमक होता है। हां लेकिन किसी एक अल्फा में इतनी ताकत होती है कि वह अकेले ही 20 बीटा का शिकार कर ले। इनकी पहचान इनके लाल आंखों से होती है और हर झुंड का अपना एक अल्फा होता है।

वैसे झुंड में एक हॉफ अल्फा भी होती है। हॉफ अल्फा वह वेयरवोल्फ होते है, जिनमे सारे गुण तो अल्फा के ही होते है, और उनकी आंखें भी लाल ही होती है, परंतु उनमें वह ताकत नही होती जो आम तौर पर एक अल्फा की होनी चाहिए।


बीस्ट वुल्फ या फर्स्ट अल्फा.…

ताकत का नशा वेयरवोल्फ के अंदर भी होता है। हर वेयरवोल्फ ताकत का भूखा होता है और शक्तियां अर्जित करने के लिए उतना ही आक्रमक। एक वेयरवोल्फ, जिस किसी भी दूसरे वेयरवॉल्फ को अपने क्ला (पंजे के बड़े बड़े नाखून) या फेंग से मारता है, फिर उसकी ताकत हासिल कर लेता है। एक लंबे वक्त तक दूसरे अल्फा और बीटा वेयरवोल्फ को मारकर ताकत हासिल करते–करते एक अल्फा बीस्ट अल्फा में बदल जाता है। यह होता एक अल्फा ही है किंतु इसकी चमरी इतनी सख्त हो जाती है जैसे किसी हीरे की चमरी हो। आंख तक को किसी बंदूक की गोली से भेदा नही जा सकता हो।

एक बीस्ट वुल्फ प्रायः 3–4 या उससे अधिक वुल्फ पैक को अपने अंदर रखते है, इसलिए इन्हे फर्स्ट अल्फा भी कहा जाता है। कई अल्फा के ऊपर का एक अल्फा... कुछ पैक फर्स्ट अल्फा के साथ अपनी मर्जी से रहते है तो ज्यादातर पैक को फर्स्ट अल्फा अपने साथ रहने पर मजबूर करता है। जहां अपने झुंड के लिए कोई भी वेयरवोल्फ कुछ भी कर सकता है वहीं फर्स्ट अल्फा या बीस्ट अल्फा थोड़े अलग होते है। यह रहते पैक के साथ ही हैं लेकिन अपने साथ रह रहे कई पैक में से किसी भी अल्फा या बीटा वेयरवोल्फ का शिकार उनके पैक के सामने ही कर लेते है।



वेयरवोल्फ के जानवर नियंत्रण शक्ति (Animal control power) और कुछ खास शक्तियां.....

कोई भी वेयरवोल्फ अपने आंखों से दूसरे जानवर, तथा खुद से निचले स्तर के वेयरवोल्फ को नियंत्रित कर सकता है। जैसे एक अल्फा, अपने बीटा और हॉफ अल्फा को कंट्रोल कर सकता है। वहीं फर्स्ट अल्फा, अल्फा वेयरवोल्फ को कंट्रोल कर सकता है।

हर वेयरवोल्फ में कमाल की सूंघने की शक्ति होती है। गंध की पहचान करने में ये कुत्तों से 100 गुना आगे होते है। वेयरवोल्फ के सूंघने की शक्ति के साथ साथ वह खून में बहने वाले हार्मोंस को महसूस कर किसी के भी भावना को मिलो दूर से महसूस कर सकते हैं। वह किसी के हंसना, रोना, उदास होना इत्यादि भावनाएं।

इन सब के अलावा वेयरवोल्फ हृदय के धड़कन को भी महसूस कर सकते हैं। किसी से बात करते वक्त उसके हृदय की धड़कन में आए परिवर्तन से ये लोग सच और झूठ का भी पता लगा सकते हैं। हां लेकिन यह बात भी सत्य है की ताजा टपकते खून की खुशबू में वेयरवोल्फ का दिमाग इस कदर आकर्षित करता हो, मानो किसी नशेड़ी को महीने दिन बाद उसके नशे के समान का दर्शन हुआ हो। फिर सारे सेंसस बिलकुल गायब। दिमाग या तो अंदर के आकर्षण को काबू करने में लगा रहता है या फिर खुद बेकाबू होकर खून के पास पहुंच जाते हैं और भेड़िया तो हमेशा भूखा ही होता है।


एक वेयरवोल्फ कैसे बनते हैं.…

वेयरवोल्फ बनने के 2 तरीके है। पहले नर और मादा वेयरवोल्फ के मिलन से जो बच्चा पैदा होता है वह वेयरवोल्फ होता है या नही तो किसी अल्फा के बाइट के बीटा वेयरवोल्फ बनता है। हां लेकिन किसी अल्फा द्वारा काटे जाने पर यदि इंसानी शरीर का इम्यून सिस्टम उस बाइट को स्वीकार कर लेता है तभी वह इंसान बीटा वेयरवोल्फ बनता है। यदि किसी इंसान के शरीर का इम्यून सिस्टम बाइट को रिजेक्ट कर देता है तब इंसान वेयरवोल्फ नही बनता अलबत्ता शरीर में कई तरह के केमिकल रिएक्शन के कारण उसकी मौत तक हो सकती है। इसलिए जब भी किसी अल्फा को अपने पैक का विस्तार करना होता है तब वह किसी किशोर अवस्था वाले लड़के या लड़की का चयन करता है जिनका इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग हो।

कुछ अन्य बातें...

१) किसी भी वेयरवोल्फ से उसकी शक्तियां चुराई जा सकती है। एक अल्फा कल बीटा भी हो सकता है।

२) हर वेयरवोल्फ के पास असमान्य रूप से हील होने की क्षमता होती है। बड़ा से बड़ा घाव महज मिनटों में भर जाता है और चोट के निशान भी नही होते।

३) हां लेकिन किसी बीटा को यदि उसका अल्फा चोट देता है फिर वह वेयरवॉल्फ इंसानी क्षमता जैसा सामान्य रूप से ही हिल करता है और उसके निशान हमेशा के लिए रह जाते हैं।

४) जैसे हर वेयरवोल्फ खुद को हिल कर सकता है ठीक उसी प्रकार वह अपनी नब्ज में दूसरों के दर्द और तकलीफ को उतारकर दूसरों को भी हिल कर सकता है। हर किसी वेयरवोल्फ में दूसरों को हिल करने की बहुत ही न्यूनतम क्षमता होती है। हां लेकिन एक ट्रू अल्फा दुनिया का सबसे शानदार हीलर होता है और यदि वो लगातार हिल करके अपने इस गुण को निखरते रहे फिर तो वह क्या न हिल कर दे.…

ट्रु अल्फा:– वेयरवोल्फ की दुनिया में यह नाम काफी दुर्लभ माना जाता है। जहां एक बीटा, भले ही वो 2 वेयरवोल्फ के मिलन से पैदा हुआ बीटा क्यों न हो, अल्फा बनने के लिए या तो कई सारे बीटा को मारते है या फिर उन्हे किसी अल्फा को मारना होता है। वहीं एक ट्रू–अल्फा इन सब से अलग होता है। वह अपनी इच्छा शक्ति से अल्फा बनता है। जो हिल करने के दर्द को लगातार झेलता है। कभी किसी का शिकार नही करता और न ही मांसहारी प्रवृति को अपने ऊपर हावी होने देता। इन्ही सब लागातार परिश्रम और अथक मेहनत के बाद एक ट्रू–अल्फा बनता है जिसकी शक्ति को कोई चुरा नही सकता।

वेयरवोल्फ कड़ी उनके शक्तियों के हिसाब से...

१) फर्स्ट अल्फा या बीस्ट अल्फा
२) ट्रू अल्फा
३) अल्फा
४) वेयरकायोटी (फीमेल फॉक्स शेप शिफ्टर, जो बीटा होती है और इनकी आंखें नीली होती है)
४) हॉफ अल्फा
५) बीटा
६) ओमेगा... (ओमेगा उन वेयरवोल्फ के लिए इस्तमाल होता है जिनका कोई पैक न हो। यह अल्फा या बीटा कोई भी हो सकते हैं। ओमेगा को हमेशा सबसे नीचे माना गया है क्योंकि अकेला वुल्फ सबसे कमजोर होता है, फिर वह अल्फा ही क्यों न हो)


कुछ खास बातें वेयरवोल्फ पैक के.…

वेयरवोल्फ के पैक में होने के एक ही नियम है, वह है ब्लड ओथ... एक अल्फा अपने पैक के सभी वुल्फ से ब्लड ओथ के साथ जुड़ता है। ब्लड पैक से जुड़े वुल्फ अपने मुखिया के ब्लड को, ब्लड ओथ के वक्त महसूस कर सकते है। एक पैक से जुड़े वुल्फ दूसरे पैक में, पैक तोड़ कर जा तो सकता है लेकिन ब्लड ओथ से जुड़े होने के कारण 2 पैक में खूनी भिडंत होनी आम बात है। या कभी–कभी खुशी से जाने भी देते हैं।

वहीं यदि किसी पैक ने दूसरे पैक के मुखिया को मार दिया तब वह हारे हुए पैक का मालिक बन जाता है। उसके बाद जीता हुआ पैक या तो दूसरे पैक के वुल्फ को अपने पैक में सामिल कर ले, या फिर गुलाम बनाकर रखे या फिर चाहे मार ही दे, वह जीते हुए पैक के मुखिया के ऊपर निर्भर करता है।

यदि कोई वुल्फ मरने की स्थिति में हो और उसकी जान कोई और बचाता है, उस परिस्थिति वुल्फ अपने ब्लड ओथ पैक को तोड़ सकता है और जान बचाने के एवज में उसे अपना मुखिया चुन सकता है। २ पैक के बीच शक्ति के वर्चस्व और क्षेत्र को लेकर खूनी भिडंत होनी आम सी बात है।



वेयरवोल्फ को रोकने और मारने के तरीके.....

वेयरवुल्फ मे कुछ बातें असमान्य होती है। कोई भी वेयरवुल्फ कितना भी घायल क्यों ना हो महज चंद मिनट में हील हो जाते है, इसलिए शिकारी उन्हे मारने के लिए खास हथियार का इस्तमाल करते है।

माउंटेन एश या अवरुद्ध भस्म.… हिमालय के क्षेत्र में पाया जानेवाला एक खास फुल जिसका भस्म की रेखा लक्ष्मण रेखा की तरह होती है। माउंटेन एश या अवरुद्ध भस्म 2 अलग दुनिया की दीवार मानी जाती है। अर्थात यदि हम धरती पर है और धरती पर पाए जाने वाले जीव के अलावा कोई अन्य जीव इसके रेखा को पार नही कर सकता है। इसी तरह यदि यह माउंटेन एश या अवरुद्ध भस्म किसी और डायमेंशन या अलग दुनिया में हो तो वहां पृथ्वी का कोई भी जीव इस अवरुद्ध भस्म को पार नही कर सकता।

सुपरनैचुरल के लिए यह माउंटेन एश किसी बुरे सपने की तरह होता है। इसकी रेखा यदि खींच दी गई हो और गलती से कोई सुपरनैचुरल इसकी रेखा को छू भी ले, फिर 4 दिन तक गहरे सदमे में रहता है।


लेथारिया वुलपिना:– वेयरवोल्फ के लिए एक तरह का धीमा जहर जो रक्त कोशिकाओं को तोड़ देता है। यदि समय रहते इलाज नहीं किया गया फिर तो वुल्फ न तो मरते हैं और न ही जीते है बस काली रक्त हर वक्त आंख, कान और नाक से निकलता रहता है। इसके बाद किसी भी वुल्फ को काबू में करना अथवा मारना आसान हो जाता है।

करंट फ्लो:– यूं तो करेंट हर किसी के लिए घातक होता है, लेकिन वेयरवोल्फ जो खुद को हिल कर सकते है, जिन्हे आसानी से नहीं मारा जा सकता, करेंट फ्लो एक विकल्प रहता है।

वोल्फबेन:– ये आम इंसान पर कुछ असर नहीं करती लेकिन यदि यह जहर किसी वुल्फ के सीने तक पहुंच जाता तो उसकी मृत्यु उसी वक़्त हो जाती।

कैनिन मॉडिफाइड वायरस:– कैनिन मॉडिफाइड वायरस को खाने में मिलाकर खिला दिया जाता। कैनिन वायरस कुत्ते में पाया जाना वाला वायरस है, जिसके मॉडिफाइड फॉर्म को एक वुल्फ पर ट्राय किया गया। परिणाम यह हुआ कि ये वायरस शरीर में जाते ही शेप शिफफ्टिंग बंद हो जाता है। लूथरिया वोलापिनी की तरह ही काले रक्त बहने लगते है और एक वुल्फ आम इंसान से ज्यादा कुछ नहीं रहता।


पूर्णिमा, अमावस्या और चंद्रग्रहण:– कोई भी शिकारी वुल्फ का शिकार करने के लिए इन सभी मौकों को भुनता है। जहां एक ओर पूर्णिमा की रात वुल्फ काफी आक्रमक होते है, और उन्हें रक्त और मांस का झांसा देकर फंसाया जा सकता है। वहीं चंद्रग्रहण और अमावस्या तो शिकारियों के लिए लॉटरी से कम नहीं। एक छोटा सा विंडो 10 मिनट से लेकर 1 घंटे के बीच खुलता है, जिसमे हर वेयरवॉल्फ अपनी शक्तियां खोकर आम इंसान की तरह रहता है, और आम इंसान वाले सारे वार कारगर होते हैं।



फिलहाल इतनी जानकारी दी गई है... इसमें जैसे–जैसे कुछ नया आता है, अपडेट होता रहेगा.…
Wow :love:
 

Anky@123

Well-Known Member
2,061
6,872
143
Bus thode comment reply samet lun Anky bhai... Waise aapse ek khas sawal tha .. jitni baten maine teen wolf ko lekar kahi thi, kahani me utna hi yogdan hai ya kahani ka plot kuch match kar raha ..
Bahut jyada alag h bhai, bat agar family ki kero to waha uski keval maa thi family ke nam per aur yaha pura kunba basa pada hai, wo defensive Raha aur aarya offensive hai, wo planing plotting itni na kerta tha balki halato ke hisab se decision leta tha, aarya planning me mastery ker chuka hai, baki consept match ker rha hai, terminology lagbhag same hi hai, isliye ye kahani ek si lagte huye bhi alag hai
 
Last edited:
Top