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Mast update hai bhai.... College aata hai Deva na apna takat ka jhalak dhikla deya ...अध्याय 8
फिर दिन में खास नहीं होता है उस दिन पूरे दिन आराम करती हैं क्योंकि उसे कल कॉलेज में भी जाना था
नीलम कल के लिए बहुत खुश थी वो कॉलेज जाएंगी वो भी देवा के साथ
देवा आगे क्या करना है कैसे करना है ये सब ही सोच कर अपनी योजना बना रहा था
अगली सुबह नीलम और देवा जल्दी उठ जाते हैं और दोनो कॉलेज के लिए तैयार हो जाते हैं जब नीलम तैयार हो कर बाहर आती है तो बहुत सुन्दर लग रही थी
वो आज इस तरह से तैयार हुई थी
अभी तक देवा किचन में खाना बना रहा था जब नीलम को देखता है तो कहता है अच्छी लग रही हो
नीलम थैंक यू बोल कर देवा को तैयार होने के लिए बोल देती है और खुद खाना प्लेट में रखने लगती हैं थोड़ी देर में देवा भी तैयार हो जाता है
देवा
देवा को देखकर नीलम तो उसमें खो ही जाती है
देवा - क्या हुआ ऐसे क्या देख रही हो अच्छा नहीं लग रहा हूं क्या
नीलम ( शर्मा कर)_ बहुत अच्छे लग रहे है
फिर देवा अपनी जेब में से 1000 रुपए निकाल कर नीलम को दे देता है
नीलम - आप मुझे इतने पैसे क्यू दे रहे है
देवा - रख लो तुम्हारे काम आयेंगे और हा और चाहिए तो मांग लेना शर्माना मत ठीक है
नीलम अपना सर हिला देती है और वो दोनो खाना खाने लगते है
देवा _ ( खाना खाते हुए) नीलम बस अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान और अगर कोई परेशानी हो तो तुरन्त मुझे बताना
देवा नीलम को किसी छोटी बच्ची की तरह समझा रहा था देवा और नीलम जब तक खाना खा रहे थे तब तक देवा नीलम को कुछ ने कुछ समझाता रहा और नीलम अपना सर हिला रही थी
फिर दोनो नीचे रोहिनी आंटी के पास पहुंच जाते है जहां अंकल किचन में काम कर रहे थे
रोहिणी आंटी
आंटी देवा और नीलम को देख कर खुश हो जाती है और जाकर नीलम और देवा को काला टीका लगा देती है
आंटी _ किसी की नजर ना लगे तुम दोनो को भगवान ने तुम दोनो को हमसफ़र बना कर दुनिया को आठवां अजूबा बना दिया है बिल्कुल एकदम परफेक्ट कपल लग रहे हो
ये सुन कर नीलम शर्मा जाती है पर देवा आंटी को बोलता है
देवा - आंटी आप भी बहुत सुन्दर लग रही हैं क्यों अंकल में सही बोल रहा हु ना
अंकल अंदर किचन से हा मे सर हिला देता है और झूठी मुस्कान चेहरे पर ले आता है
आंटी _ अरे सुन से क्या पूछ रहे हो उन्होंने आज तक मेरी तारीफ नहीं की है चाहिए में कितनी भी सुंदर दिखु
नीलम - आंटी हमे चलना चाहिए वरना देर हो जाएगी
आंटी _ ठीक है चलो मैं अपनी स्कूटी निकालती हूं
फिर आंटी अपनी स्कूटी निकाल लेती है नीलम उनके पीछे बैठ कर चली जाती है
देवा भी अपनी बाइक से कॉलेज के लिए चल देता है
Tps कॉलेज में
आंटी और नीलम कॉलेज में पहुंच जाती है नीलम को देख कर सभी लड़के तो अपनी लार टपकाने लगते है
पर रोहिणी मेम को सभी जानते थे कि वो कितनी कड़क मिजाज वाली टीचर हैं कोई भी लड़का नीलम के पास भी नहीं आता है
आंटी और नीलम अंदर चले जाते है अंदर आंटी के साथ पढ़ाने वाली और महिला टीचर भी थी
1_ अनुष्का मैम _ ये 25 साल की महिला थी इनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ है इनके पति के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है अनुष्का मैम अपने सास ससुर के साथ मुंबई में रहती हैं ये एक संस्कारी औरत है
2_ तेजल मैम _ ये भी 28 साल की एक महिला है इनके पति पुलिस में है इनकी शादी को 5 साल हो गए हैं अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है इनका पति बहुत बड़ा हरामी और कमीना इंसान है
3_ शीला मेम _ ये 27 साल की महिला है इनके पति बैंक में काम करते हैं इनका एक बेटा है जो 3 साल का है ये बहुत ही चुदक्कड औरत है इसके ना जाने कितने मर्दों से संबंध रह चुके है उन मर्दों में इसकी कॉलेज के स्टूडेंट भी शामिल है इसने पढ़ाना इसलिए शुरू किया था जिससे इसे जवान लड़कों का लन्ड मिल सके
ये तीनों आकर रोहिणी के पास आ जाती है क्योंकि रोहिणी मेम इन तीनों से उमर में भी बड़ी थी और सीनियर टीचर भी थी
तीनों _ हेलो मेम
आंटी _ हेलो
अनुष्का मैम _( नीलम को देख कर)मैम ये लड़की कौन है आपके साथ
आंटी _ ये मेरी बेटी है नीलम ( नीलम उन तीनों को गुड मॉर्निंग बोलती हैं वो तीनो भी गुड मॉर्निंग बोल देती है)
तेजल _ पर आपकी तो एक ही बेटी थी
आंटी _ ये मेरी बहन की बेटी हैं मेरी बहन अब इस दुनिया में नहीं है इसलिए मैने इसे अपनी बेटी बना लिया है इसका मैंने यही एडमिशन कराया है
शीला मेम _ ये तो अच्छी बात है वैसे नीलम तुम बहुत सुन्दर हो
नीलम - थैंक यू मेम
आंटी _ तुम तीनों जरा ध्यान रखना नीलम को कोई परेशानी ना हो ये बहुत सीधी है जरा ध्यान रखना
अनुष्का मैम _ आप चिंता ना करे हम इसका ध्यान रखेंगे में तो इसे अपनी छोटी बहन बनाके रखूंगी
( नीलम से) और तुम आज से मुझे दीदी कहना पर क्लास में नहीं ठीक है
नीलम - जी मेम
शीला मेम _( अनुष्का से) तुम्हें अकेले क्यू हम तीनों को दीदी ही कहना चाहिए
तेजल मैम _ हा नीलम तुम हम तीनों को दीदी ही कहना
नीलम - जी
इधर देवा भी कॉलेज में आ जाता है
देवा को देखते ही लड़कियों की चूत पानी छोड़ने लगती है और लड़कों की झांटे सुलग जाती है क्योंकि सारी लड़किया बस देवा को ही देख रही थीं
देवा थोड़ा मुस्कुराते हुए कॉलेज में जाने लगता है
उससे थोड़ी पर एक ग्रुप बैठा हुआ था जो सभी स्टूडेंट्स की रैगिंग कर रहे थे
उस ग्रुप में 3 लड़के और एक लड़की थी
(1 )दीपक सिंह _ ये 19 साल का लड़का था इसके पिता बहुत बड़े बिजनेस मेन है ये अपने परिवार का दूसरा बेटा है अपने भाई से जलता है क्योंकि इसका भाई इससे ज्यादा टैलेंटेड है
(2) ओम तिवारी _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता की इस शहर में कही होटल है
(3) गौरव अग्रवाल _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता मुंबई में कमिश्नर है
(5) प्रीति _ ये दीपक की बहन है इसकी उमर 18 साल है इसने इसी साल कॉलेज में एडमिशन लिया है दिखने में ये भी बहुत सुन्दर है इसका फिगर बहुत ही कातिलाना है इसकी और दीपक की बहुत बनती है ये भाई बहन की तरह नहीं एक दोस्त की तरह रहते है दीपक भी अपनी बहन पर जन छिड़कता है पर इसमें पैसे का घमंड बहुत हैं
ये समझ लो ये सभी अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलादें है
ये चारों मिल कर सभी की अच्छी तरह से रैगिंग कर रहे थे तभी दीपक की नजर देवा पर पड़ती है वो उसके देखकर ही आवाज देकर अपने पास बुलाता है
देवा चारों के पास पहुंच जाता है प्रीति तो बस देवा को ही देख रही थी
दीपक _ चल बे अपना नाम बता
देवा _ देवा
ओम _ बाप का नाम ( ये बात सुनकर देवा को गुस्सा तो आता है पर वो अपने आप को रोक लेता है )
देवा - प्रताप सिंह
गौरव _ अपनी मां का नाम भी बता दे ( इस सवाल का जवाब तो देवा के पास भी नहीं था क्योंकि उसके बाबा ने उसे कभी उसकी मां के बारे मे बताया ही नहीं था)
जब देवा कुछ भी नहीं बोलता है तो
दीपक _ क्या हुआ सुना नहीं मां का नाम बता
देवा _ नहीं पता ( ये बोलकर देवा उदास हो जाता है)
ये सुन कर तीनों लड़के हसने लगते है पर प्रीति को देवा के लिए बुरा लगता है
ओम _ (हस्ते हुए) दीपक यार लोगों को अपने बाप का नाम नहीं पता होता है पर यहां तो उल्टा है इसे अपनी मां का ही नाम नहीं पता है
ये सुन कर जो पास खड़े लड़के भी हंसने लगते है
फिर गौरव ( हस्ते हुए)_ अरे कही ऐसा तो नहीं कि मां इसके बाप को छोड़कर किसी और के साथ भाग गई हो
इतना सुनते ही देवा का पारा चढ़ जाता है और एक थप्पड़ देता है घुमाकर सीधा गौरव के गाल पर थप्पड की आवाज से सब लोग चुप हो जाते हैं
गौरव को थप्पड़ इतनी जोर से पड़ा कि वो चक्कर खा कर नीचे गिर जाता है दीपक गुस्से मे देवा की तरफ आता है तो उसे प्रीति पकड़ लेती है
दीपक ( गुस्से मे)_ छोड़ मुझे प्रीति इसकी इतनी हिम्मत की मेरे दोस्त पर हाथ उठाया
प्रीति _ नहीं रुको तुम्हें मेरी कसम ( प्रीति की कसम सुनकर रुक जाता है प्रीति आगे आ कर)
प्रीति _ (देवा से) सॉरी हमे तुम्हारी मां के बारे मे गलत नही बोलना चाहिए था
दीपक ( शॉक में था क्योंकि पहली बार प्रीति किसी से सॉरी बोल रही थी)_ प्रीति तुम क्या कर रही हो तुम्हें पता भी है इसने अभी मेरे दोस्त को मारा है और तुम उसी से सॉरी बोल रही हो
प्रीति _ हा भाई क्योंकि तुम लोगों की ग़लती है
दीपक ( गुस्से में)_ तुझे तो में अभी देख लेता अगर मेरी बहन मुझे कसम ना देती तो
देवा _ (हस्ते हुए) भगवान का धन्यवाद करना कि तुम्हारी बहन है और उसने तुम्हें बचा लिया वरना देवा किसी को मारता है ना तो वो इंसान किसी काम का नहीं रहता है
ये बोलकर देवा वहां से चल देता है फिर वापस मुड़कर _ और हा इस पर थोड़ा पानी डाल देना वरना दो घंटे से पहले इसे होश नहीं आएगा ( प्रीति से) तुम बहुत सुन्दर हो बस ये कपड़े ढंग के पहना करो
ये बोलकर देवा वहां से चला जाता है प्रीति अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है पर दीपक गुस्से में पागल हुए जा रहा था
ThankMast update hai bhai.... College aata hai Deva na apna takat ka jhalak dhikla deya ...
Bahot khoob badhiya shaandar update
अध्याय 7
देवा रात में देर सोने से उसकी नींद नहीं खुलती है पर नीलम की नींद खुल जाती है और खुद को देवा की बाहों मे पा कर बहुत खुश हो जाती है वो देवा को निहारती रहती है और मन में _ ये सोते हुए बहुत मासूम और प्यारे लग रहे हैं
और देवा को और जोर से बाहों मे कस लेती हैं
उसके ऐसा करने से देवा की नींद खुल जाती है तो देवा की नींद खुलते देख नीलम अपनी आंखो को बंद कर लेती है
देवा थोड़ी देर नीलम को देखता है फिर वो नीलम के माथे को चूम कर बड़े आराम से उठता है और अपने कपड़े को लेकर बाथरूम में चला जाता है तो देवा के बाथरूम में जाने के नीलम अपनी आंखो को खोल लेती है और अपने हाथ को अपने माथे पर रखकर देवा के होठों को महसूस करने लगती हैं
इधर नीचे रोहिनी आंटी अभी तक सो रही थी और अंकल भी आ गए थे रोहिणी आंटी को अब तक सोता देख कर खुश हो गए और और जाकर रोहिणी आंटी को जगाने लगे तो आंटी भी कुन्मुनते हुए उठ जाती हैं
अपने पति को देखकर रोहिणी को कल रात की बात ध्यान आ जाती है तो
आंटी ( गुस्से में)_ क्या हुआ क्यों इतना शोर मचा रहे हो
अंकल _ अरे तो बस जगा रहा था देखो ना 7 बजने वाले है
आंटी _मन में ( इनको बता दूं कि मैने इनकी रासलीला कल देख ली है नहीं नहीं फिर ज्यादा ज्यादा क्या होगा यह मुझसे माफी मांगने लगेगे और मुझे माफी नहीं इनको ये दिखाना है कि एक पत्नी अपने पति के धोखे का बदला कैसे लेती हैं)
अंकल _ क्या हुआ अब क्या सोच रही हो
आंटी _ में सोच रही हु कि मैं कुछ ज्यादा ही सो रही हूं में आज ही डॉक्टर को दिखाऊंगी
अंकल ( डर से)_ अरे तुम बिल्कुल ठीक हो तुम्हे डॉक्टर को दिखाने की कोई जरूरत नहीं है इस उम्र में ऐसा ही होता है
आंटी _ ( उमर तुम को तो में बुड्ढी ही लगूंगी देवा से पूछो कितनी जवान हु) हा ठीक है तो तुम एक काम करो जब तक में बाथरूम से नहाकर आती हु तुम जब तक नाश्ता बना कर लाओ
अंकल ( आश्चर्य से) _ में खाना बनाऊं
आंटी _ हा तुमने देखा नहीं मेरी तबीयत खराब है इसलिए आज घर का सारा काम तुम करोगे अब जाओ मुझे नहाने जाना है
अंकल को तो झटके पर झटके लग रहे थे आज पहली बार उनकी पत्नी ने खाना बनाने को बोला था और दूसरी की वो आप की तुम बोल रही थी पर अंकल मजबूरी में हा मे गर्दन हिला कर किचन में चले जाते हैं
तो आंटी भी बेड से उठने लगी तो उनको अपनी चूत दर्द होने लगा और जैसे ही खड़ी हुई तो दर्द के कारण उनके मुंह से चीख निकल गई _ ओ मां मर गई फिर भी दीवार का सहारा ले कर वो लगड़ाते हुए बाथरूम में आ जाती है और गर्म का शावर लेकर लेती है जिससे उन का दर्द थोड़ा कम होता है अपनी चूत को ध्यान से देखती है तो फुल कर पकोड़ा हो गई थी आंटी को उंगली रखने से ही दर्द हो रहा था
आंटी _ क्या हालत कर दी जालिम ने ऐसी तो मेरी पहले बार में भी नहीं हुई थी पर मजा भी इतना दिया है कि साली चूत इतने दर्द के बाद भी उसके बारे मे सोचने पानी छोड़ रही है फिर नहाकर बाहर आ कर तैयार होने लगती है
उधर देवा नहाकर नीलम को जगाकर किचन में चला जाता है जब तक देवा खाना बनाता है तब तक नीलम भी तैयार हो कर आ जाती है
देवा नीलम को एक बार देखता है और उसे देखकर वो उसकी सुंदरता में खो जाता है क्योंकि नीलम पीले रंग के शूट में बिल्कुल अप्सरा लग रही थीं
देवा को ऐसे देखने से नीलम शर्मा जाती हैं और धीरे धीरे देवा के पास पहुंच जाती हैं देवा अभी नीलम को देख रहा था
नीलम _ आप ऐसे क्या देख रहे है
देवा _ ( मदहोशी में) नीलम तुम सच में बहुत सुन्दर लग रही हो
नीलम ( मन ही मन खुश हो जाती है)_ और दिन क्या में आपको सुंदर नहीं लगती थी
देवा - ऐसी बात नहीं है तुम हो ही सुंदर वो आज तुम इस पीले रंग के शूट में और भी ज्यादा सुंदर लग रही हो
तुम्हे पता है पीला मेरा सबसे पसंदीदा रंग है
नीलम _ मेरा भी ( ये बोल कर शर्मा जाती है)
देवा _ चलो नाश्ता कर लेते हैं वरना ठंडा हो जाएगा
फिर देवा और नीलम नाश्ता करने लगे और उनका नाश्ता भी ही गया तो
नीलम - वो में आपसे कुछ पूछना चाहती हूं
देवा - हा पूछो क्या पूछना है
नीलम - वो अगर आप कहे तो में अपनी चाची से बात कर लू वो मेरे लिए परेशान होगी ( ये बोल कर नीलम अपना सर नीचे कर लेती है तो देवा उसे देखता है फिर नीलम की मासूसियत को देख मुस्कुराने लगता है)
देवा - ठीक है कर लो पर अपने फोन से नहीं ( फिर अपनी जेब में से एक छोटा बटन वाला फोन निकाल कर नीलम को देता है) इस फ़ोन से करना पर उनके ये मत बताना हम कहा है
नीलम - (खुश हो कर) ठीक है
देवा - चलो तुम बात कर लो में थोड़ा नीचे हो कर आता हूं
फिर देवा नीचे चला जाता है नीलम तुरन्त अपनी चाची को फोन लगा देती है तो उस तरह से कोई फोन उठाता है तो नीलम फिर से लगा देती हैं नीलम की चाची के पास छोटा nokia कंपनी का फोन था
इस बार कोई फोन उठा लेता है
औरत _ हेलो
इस औरत आवाज सुनकर नीलम समझ जाती हैं ये मीना चाची की ही आवाज है
औरत _ हेलो आवाज नहीं आ रही है क्या
नीलम - चाची ( इतना बोलते ही उसकी आंखों में आसूं आ जाते हैं)
मीना _ (नीलम की आवाज सुनकर) नीलम मेरी बच्ची तू ठीक है ना
नीलम - में ठीक हूं चाची आप कैसी है
मीना _ बस बेटा तू ठीक रहे तो तेरी चाची भी ठीक रहेंगी
नीलम - में ठीक हूं पर आपको चाचा जी ने फिर मारा तो नहीं
मीना _ ये कोई नहीं बात नहीं है वो तू ये बात छोड़ ये बता तू कहा है
नीलम - आप मुझे माफ कर देना में आपको ये नहीं बता सकती हु में कहा हु
मीना _ क्यों बेटा मुझे तेरी फिक्र है पता नहीं मेरी बच्ची कहा होगी
नीलम - बस में आपको इतना ही बता सकती हु कि मैं अपने पति के साथ हु
मीना _ पति के साथ ( आश्चर्य से)
नीलम - चाची मुझे माफ कर देना मैने आपको बिना बताए शादी कर ली है
मीना _ शादी कर ली पर किससे बेटा ( घबराते हुए)
नीलम - वो जब मैं वहां भाग आई थी तो 2 दो दिन ऐसे ही इधर से उधर भागती रही जब में तीसरे दिन जब स्टेशन पर पहुंची तो में किसी से टकरा गई तो आपने मुझे जो पैसे दिए थे वो गिर गए तभी चाचा जी के गुंडे आ गए में वहां से स्टेशन पर भाग गई फिर उन्होंने मुझे पकड़ लिया और मुझे लाने लगे तभी उन्होंने मुझे बचाया और मुझे अपने साथ यहां ले आए और हमने शादी कर ली अब हम एक किराए के घर में रहते है
मीना _ बेटा उनका नाम क्या है कैसे दिखते हैं परिवार में कौन कौन है कही तुझसे उमर में बड़े तो नहीं हैं
नीलम हसने लगती हैं चाची के इतने सवाल सुनकर
मीना _ बता ना हस क्या रही है
नीलम - चाची उनका नाम देवा है और वह उमर में भी मुझसे 3 दिन छोटे हैं और देखने में बिल्कुल किसी राजकुमार से कम नहीं है और परिवार में बस उनके पिता जी ही हैं जो गाँव में रहते हैं
मीना _ बेटा क्या तुम गांव मे ही रही हो
नीलम - नहीं चाची वो इनकी मां का सपना था कि ये पढ़ कर बड़े आदमी बने इसीलिए ये पढ़ने के लिए शहर में रहते है
मीना _ अच्छी बात है ( अब मीना को सुकून मिला था)
नीलम - चाची आप को पता है इन्होंने पूरे 4 लाख देकर मेरा भी एडमिशन कराया है में भी कल से कॉलेज जाऊंगी ( खुश हो कर)
मीना _ बेटा में तेरे लिए बहुत खुश हु बस तू अपना और दामादजी का ख्याल रखना
नीलम - चाची वो मेरा ऐसे ख्याल रखते हैं जैसे आप रखती थीं मुझे प्यार से उठाता है फिर खाना बनाकर खिलाते हैं ये आप से भी अच्छा खाना बना लेते है
मीना _ हाय राम बेटा तू दामाद जी पर खाना बनवाती है
नीलम - ( उदास हो कर) सब आप की गलती आपने मुझे खाना बनाना सिखाया ही नहीं तो में क्या करु
मीना _ पर बेटा अब तू खाना बनाना सीख ले कब तक दामादजी से खाना बनवाएंगी
नीलम - में अब सीख रही हु में अब चाय बनाना सीख गई हु खाना बनाना भा सीख जाऊंगी
मीना उसकी बात सुन कर हसने लगती है तभी उसे अपने पति की आवाज आती है
मीना _ बेटा में अब जाती हूं वरना उनको मुझ पर शक हो जाएगा
नीलम - ठीक है चाची
मीना फ़ोन कट कर देती है नीलम भी बर्तन साफ करने चली जाती है
इधर देवा जैसे ही नीचे पहुंचा तो अंकल को किचन में काम करता देख
देवा - गुड मॉर्निंग अंकल क्या बात है आज आप किचन में
अंकल _ हा वो आज तुम्हारी आंटी की तबीयत थोड़ी खराब थी इसलिए मैं आज नाश्ता बना रहा हूं
देवा - ( अंजान बनते हुए) क्या हो गया आंटी को
अंकल _ (गुस्से में)तुम खुद ही देख लो कमरे में होंगी
देवा भी मुस्कुराते हुए आंटी के कमरे में चला जाता है
वहां पर आंटी भी आज क़यामत बन कर बैठी थी
देवा - मेरी जान लेने का इरादा है क्या आंटी
आंटी _ आंटी नहीं रोहिणी अकेले में तुम मुझे नाम से पुकारोगे समझे
देवा - ठीक है पर अंकल तो कह रहे थे तुम्हारी तबीयत खराब है पर तुम तो बिल्कुल ठीक लग रही हो
आंटी ये सुनकर खड़ी हो कर लगड़ाते हुए देवा के पास जाती हैं
आंटी _ अब दिखाई मेरी तबीयत खराब तुमने रात में मेरी ऐसी चुदाई की की मुझसे चला भी नहीं जा रहा है
देवा - ( आंटी को बाहों मे भर लेता है) तो क्या में फिर अपना इंजेक्शन लगा देता हूं तुम बिल्कुल ठीक हो जाओगी
आंटी _ (देवा की बाहों से निकल कर) बिल्कुल भी नहीं तुम को तो में 4 5 दिन तक हाथ भी नहीं लगाने दूंगी पता है मुझे कितना दर्द हो रहा है
देवा - ठीक पर सिर्फ 2 दिन दिए आराम करने को उसके बाद में तुम्हे तो कच्चा ही खा जाऊंगा समझी मेरी रोहिणी डार्लिंग
आंटी _ नहीं कम से कम 3 दिन तो चाहिए मुझे
देवा - चल 3 दिन दिए अब ये बता ये अंकल के बारे मे क्या सोचा है
आंटी _ मुझे कुछ भी नहीं सोचना है जो सोचना है वो तुम्हें सोचना बस कुछ ऐसा करना कि ये तीनों मेरे गुलाम बनके रहे
देवा - एक बार और सोच ले मेरा तरीका बहुत अलग है
आंटी _ मैने सोच लिया है तुम कुछ भी कर सकते हो
देवा - तो चल में अभी किचन में जा रहा हूं तुम मेरे पीछे छिप कर सुनना
ये बोलकर देवा किचन में अंकल के पास पहुंच जाता है
अंकल _ देख आए महारानी को ( गुस्से मे)
देवा - हा देख आया वैसे अंकल मानना पड़ेगा आपको आप इस उमर में भी काफी जवान हो
अंकल _ (अपनी तारीफ सुनकर) ऐसा कुछ नहीं वो तो थोड़ी फिटनेस रखनी पड़ती है
देवा - तभी तो अंकल कल रात आपने उस पड़ोस वाली आंटी की चीखे निकलवा दी थी
ये सुनते ही अंकल के कानो से धुआं निकल गया था
अंकल _ कैसी अनाप शनाप बातें कर रहे हो
देवा - अरे अंकल आप को तो खुश होना चाहिए कि आप इस उमर में भी औरतों की चीखे निकलवा देते हो
अंकल( गुस्से में)_ देखो देवा ये फालतू बातें मत बनाओ तुम अब यहां से जा सकते हो और हा अपने लिए कोई और घर देख लेना जाओ अब
देवा - ( कुटिल मुस्कान के साथ)_ क्या अंकल आप तो गुस्सा हो गए ठीक है ये सारी बातों को में आंटी को बता देता हूं
अंकल _(घबराते हुए) नहीं ऐसा बिल्कुल भी मत करना
देवा - अरे बताना क्या है उनको तो में दिखा ही दूंगा मेरे पास तो पूरी वीडियो कल रात की
अंकल _ (डर कर हाथ जोड़ लेते है) बेटा ऐसा बिल्कुल मत करना वरना मेरा घर उजड़ जाएगा
देवा - अगर में ऐसा न करु तो मेरा भी तो कुछ फायदा होना चाहिए
अंकल _ क्या चाहिए तुम्हे (घबराते हुए)
देवा _ अरे मुझे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए बस मेरी दो शर्त है बस
अंकल _ कौन सी दो शर्त हैं
देवा - पहली आप मुझसे किराया नहीं लेगे और जब तक में न चाहूं आप मुझे इस घर नहीं निकाल सकते हैं
अंकल _ मुझे मंजूर है
देवा - ठीक है तो हा दूसरी शर्त में आपके पास विकल्प होगा आ चुन सकते हैं आप मुझे क्या देंगे
अंकल _ तो बताओ क्या चाहिए
देवा - मुझे आंटी और उस औरत( नैना) में से एक चाहिए
अंकल _ (गुस्से मे) तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ये बोलने की
देवा - अंकल थोड़ा शांत वरना आंटी आ जाएगी और उन्हें सब पता चल जाएगा
अंकल _ तुम जानते भी हो तुम क्या मांग रहे हो एक मेरी पत्नी है तो दूसरा मेरे बचपन का प्यार है
देवा - बचपन का प्यार ( शॉक में)
अंकल _ हा मै और नैना एक ही गांव के थे में उससे प्यार करता था पर में उससे कभी कह नहीं पाया तब मेरी नौकरी लग गई तो मैं ट्रेनिंग पर चला गया और जब वापस आया तो उसकी शादी हो चुकी थी
फिर घरवालों ने मेरी शादी रोहिणी से करा दी पर में कभी रोहिणी से प्यार नहीं कर पाया और जब नैना यहां अपने बेटे टीटू के साथ यहां आई तो मुझे जब पता चला वो विधवा हो जाती है और उसके परिवार वालों ने उसे घर से निकाल दिया है तो मुझे अपना प्यार दुबारा पाने की उम्मीद जागी और तब से में और नैना एक दूसरे से प्यार करते हैं
देवा - ये प्यार नहीं हवश है अगर आप नैना से प्यार करते तो बस उनकी मदद करते न कि शारीरिक संबंध बनाते और आप ये कैसे भूल गए आप शादी शुदा हैं अब मुझे कुछ भी नहीं सुनना है बताइए आप मुझे क्या देते हैं अगर आप आंटी को सच बता भी देंगे फिर भी मेरा कोई नुकसान नहीं है
अंकल थोड़ी देर सोच में रहते हैं फिर भी अंकल जवाब नहीं देते हैं
देवा - फिर क्या सोचा है आप ने
अंकल _ ठीक है तुम ये सब रोहिणी के साथ कर लेना
देवा_ में इसकी वजह जान सकता हु क्यों आपने आंटी को चुना है जबकि वो आपकी बीबी है
अंकल _ वो इस लिए क्योंकि उसे में रात में नींद की दवाई देता हूं तो तुम उसके साथ कर लेना उसे पता भी नहीं चलेगा
देवा - ये काम तो आप नैना के साथ भी कर सकते थे उसे भी नींद की दवाई दे सकते थे
अंकल _ हा दे सकता था पर हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं में उसके साथ ऐसा नही कर सकता हु
देवा - ठीक है तो में ये सब आंटी के साथ पर उससे पहले में आपके प्यार की परीक्षा लूंगा
अंकल _ कैसी परीक्षा
देवा - यही की आप दोनों कितना प्यार करते हैं में उनको बिना धमकाए बिना सच्चाई बताए उनके साथ चुदाई करने की कोशिश करूंगा अगर वो नही मानी तो में अपनी दोनों शर्तों को भूल जाऊंगा
अंकल ( खुश हो जाते हैं)_ ठीक है मुझे मंजूर है
देवा - अंकल आप पूरी बात नहीं सुनते हो अगर वो मान गई तो फिर में आंटी को पटाकर चोदूंगा वो भी उनके होश में होते हुए वो भी आपके सामने
अंकल _ मन में _ पहले तो नैना ही नहीं मानेगी अगर मन भी गई तो रोहिणी कभी इससे नि पटेंगी वो एक संस्कारी औरत है
देवा _ क्या हुआ अंकल अपने प्यार पर भरोसा नहीं है क्या
अंकल _ चलो मंजूर है
देवा - पर नैना को हमारी बातों के बारे मे कुछ भी नहीं बताओगे वरना में आंटी को सब बता दूंगा
अंकल _ ठीक है चलो तुम अब जाओ रोहिणी आती होगी
देवा किचन से जाता है तो उसे पता था कि आंटी ने सब कुछ सुन लिया है तो वो रोहिणी के कमरे में चला जाता है वहा रोहिणी उसे रोती हुई मिलती है
देवा उसे समझा कर प्यार के वादे कर अपने घर चला जाता है
Sahi h college pahochte hi pangaअध्याय 8
फिर दिन में खास नहीं होता है उस दिन पूरे दिन आराम करती हैं क्योंकि उसे कल कॉलेज में भी जाना था
नीलम कल के लिए बहुत खुश थी वो कॉलेज जाएंगी वो भी देवा के साथ
देवा आगे क्या करना है कैसे करना है ये सब ही सोच कर अपनी योजना बना रहा था
अगली सुबह नीलम और देवा जल्दी उठ जाते हैं और दोनो कॉलेज के लिए तैयार हो जाते हैं जब नीलम तैयार हो कर बाहर आती है तो बहुत सुन्दर लग रही थी
वो आज इस तरह से तैयार हुई थी
अभी तक देवा किचन में खाना बना रहा था जब नीलम को देखता है तो कहता है अच्छी लग रही हो
नीलम थैंक यू बोल कर देवा को तैयार होने के लिए बोल देती है और खुद खाना प्लेट में रखने लगती हैं थोड़ी देर में देवा भी तैयार हो जाता है
देवा
देवा को देखकर नीलम तो उसमें खो ही जाती है
देवा - क्या हुआ ऐसे क्या देख रही हो अच्छा नहीं लग रहा हूं क्या
नीलम ( शर्मा कर)_ बहुत अच्छे लग रहे है
फिर देवा अपनी जेब में से 1000 रुपए निकाल कर नीलम को दे देता है
नीलम - आप मुझे इतने पैसे क्यू दे रहे है
देवा - रख लो तुम्हारे काम आयेंगे और हा और चाहिए तो मांग लेना शर्माना मत ठीक है
नीलम अपना सर हिला देती है और वो दोनो खाना खाने लगते है
देवा _ ( खाना खाते हुए) नीलम बस अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान और अगर कोई परेशानी हो तो तुरन्त मुझे बताना
देवा नीलम को किसी छोटी बच्ची की तरह समझा रहा था देवा और नीलम जब तक खाना खा रहे थे तब तक देवा नीलम को कुछ ने कुछ समझाता रहा और नीलम अपना सर हिला रही थी
फिर दोनो नीचे रोहिनी आंटी के पास पहुंच जाते है जहां अंकल किचन में काम कर रहे थे
रोहिणी आंटी
आंटी देवा और नीलम को देख कर खुश हो जाती है और जाकर नीलम और देवा को काला टीका लगा देती है
आंटी _ किसी की नजर ना लगे तुम दोनो को भगवान ने तुम दोनो को हमसफ़र बना कर दुनिया को आठवां अजूबा बना दिया है बिल्कुल एकदम परफेक्ट कपल लग रहे हो
ये सुन कर नीलम शर्मा जाती है पर देवा आंटी को बोलता है
देवा - आंटी आप भी बहुत सुन्दर लग रही हैं क्यों अंकल में सही बोल रहा हु ना
अंकल अंदर किचन से हा मे सर हिला देता है और झूठी मुस्कान चेहरे पर ले आता है
आंटी _ अरे सुन से क्या पूछ रहे हो उन्होंने आज तक मेरी तारीफ नहीं की है चाहिए में कितनी भी सुंदर दिखु
नीलम - आंटी हमे चलना चाहिए वरना देर हो जाएगी
आंटी _ ठीक है चलो मैं अपनी स्कूटी निकालती हूं
फिर आंटी अपनी स्कूटी निकाल लेती है नीलम उनके पीछे बैठ कर चली जाती है
देवा भी अपनी बाइक से कॉलेज के लिए चल देता है
Tps कॉलेज में
आंटी और नीलम कॉलेज में पहुंच जाती है नीलम को देख कर सभी लड़के तो अपनी लार टपकाने लगते है
पर रोहिणी मेम को सभी जानते थे कि वो कितनी कड़क मिजाज वाली टीचर हैं कोई भी लड़का नीलम के पास भी नहीं आता है
आंटी और नीलम अंदर चले जाते है अंदर आंटी के साथ पढ़ाने वाली और महिला टीचर भी थी
1_ अनुष्का मैम _ ये 25 साल की महिला थी इनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ है इनके पति के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है अनुष्का मैम अपने सास ससुर के साथ मुंबई में रहती हैं ये एक संस्कारी औरत है
2_ तेजल मैम _ ये भी 28 साल की एक महिला है इनके पति पुलिस में है इनकी शादी को 5 साल हो गए हैं अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है इनका पति बहुत बड़ा हरामी और कमीना इंसान है
3_ शीला मेम _ ये 27 साल की महिला है इनके पति बैंक में काम करते हैं इनका एक बेटा है जो 3 साल का है ये बहुत ही चुदक्कड औरत है इसके ना जाने कितने मर्दों से संबंध रह चुके है उन मर्दों में इसकी कॉलेज के स्टूडेंट भी शामिल है इसने पढ़ाना इसलिए शुरू किया था जिससे इसे जवान लड़कों का लन्ड मिल सके
ये तीनों आकर रोहिणी के पास आ जाती है क्योंकि रोहिणी मेम इन तीनों से उमर में भी बड़ी थी और सीनियर टीचर भी थी
तीनों _ हेलो मेम
आंटी _ हेलो
अनुष्का मैम _( नीलम को देख कर)मैम ये लड़की कौन है आपके साथ
आंटी _ ये मेरी बेटी है नीलम ( नीलम उन तीनों को गुड मॉर्निंग बोलती हैं वो तीनो भी गुड मॉर्निंग बोल देती है)
तेजल _ पर आपकी तो एक ही बेटी थी
आंटी _ ये मेरी बहन की बेटी हैं मेरी बहन अब इस दुनिया में नहीं है इसलिए मैने इसे अपनी बेटी बना लिया है इसका मैंने यही एडमिशन कराया है
शीला मेम _ ये तो अच्छी बात है वैसे नीलम तुम बहुत सुन्दर हो
नीलम - थैंक यू मेम
आंटी _ तुम तीनों जरा ध्यान रखना नीलम को कोई परेशानी ना हो ये बहुत सीधी है जरा ध्यान रखना
अनुष्का मैम _ आप चिंता ना करे हम इसका ध्यान रखेंगे में तो इसे अपनी छोटी बहन बनाके रखूंगी
( नीलम से) और तुम आज से मुझे दीदी कहना पर क्लास में नहीं ठीक है
नीलम - जी मेम
शीला मेम _( अनुष्का से) तुम्हें अकेले क्यू हम तीनों को दीदी ही कहना चाहिए
तेजल मैम _ हा नीलम तुम हम तीनों को दीदी ही कहना
नीलम - जी
इधर देवा भी कॉलेज में आ जाता है
देवा को देखते ही लड़कियों की चूत पानी छोड़ने लगती है और लड़कों की झांटे सुलग जाती है क्योंकि सारी लड़किया बस देवा को ही देख रही थीं
देवा थोड़ा मुस्कुराते हुए कॉलेज में जाने लगता है
उससे थोड़ी पर एक ग्रुप बैठा हुआ था जो सभी स्टूडेंट्स की रैगिंग कर रहे थे
उस ग्रुप में 3 लड़के और एक लड़की थी
(1 )दीपक सिंह _ ये 19 साल का लड़का था इसके पिता बहुत बड़े बिजनेस मेन है ये अपने परिवार का दूसरा बेटा है अपने भाई से जलता है क्योंकि इसका भाई इससे ज्यादा टैलेंटेड है
(2) ओम तिवारी _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता की इस शहर में कही होटल है
(3) गौरव अग्रवाल _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता मुंबई में कमिश्नर है
(5) प्रीति _ ये दीपक की बहन है इसकी उमर 18 साल है इसने इसी साल कॉलेज में एडमिशन लिया है दिखने में ये भी बहुत सुन्दर है इसका फिगर बहुत ही कातिलाना है इसकी और दीपक की बहुत बनती है ये भाई बहन की तरह नहीं एक दोस्त की तरह रहते है दीपक भी अपनी बहन पर जन छिड़कता है पर इसमें पैसे का घमंड बहुत हैं
ये समझ लो ये सभी अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलादें है
ये चारों मिल कर सभी की अच्छी तरह से रैगिंग कर रहे थे तभी दीपक की नजर देवा पर पड़ती है वो उसके देखकर ही आवाज देकर अपने पास बुलाता है
देवा चारों के पास पहुंच जाता है प्रीति तो बस देवा को ही देख रही थी
दीपक _ चल बे अपना नाम बता
देवा _ देवा
ओम _ बाप का नाम ( ये बात सुनकर देवा को गुस्सा तो आता है पर वो अपने आप को रोक लेता है )
देवा - प्रताप सिंह
गौरव _ अपनी मां का नाम भी बता दे ( इस सवाल का जवाब तो देवा के पास भी नहीं था क्योंकि उसके बाबा ने उसे कभी उसकी मां के बारे मे बताया ही नहीं था)
जब देवा कुछ भी नहीं बोलता है तो
दीपक _ क्या हुआ सुना नहीं मां का नाम बता
देवा _ नहीं पता ( ये बोलकर देवा उदास हो जाता है)
ये सुन कर तीनों लड़के हसने लगते है पर प्रीति को देवा के लिए बुरा लगता है
ओम _ (हस्ते हुए) दीपक यार लोगों को अपने बाप का नाम नहीं पता होता है पर यहां तो उल्टा है इसे अपनी मां का ही नाम नहीं पता है
ये सुन कर जो पास खड़े लड़के भी हंसने लगते है
फिर गौरव ( हस्ते हुए)_ अरे कही ऐसा तो नहीं कि मां इसके बाप को छोड़कर किसी और के साथ भाग गई हो
इतना सुनते ही देवा का पारा चढ़ जाता है और एक थप्पड़ देता है घुमाकर सीधा गौरव के गाल पर थप्पड की आवाज से सब लोग चुप हो जाते हैं
गौरव को थप्पड़ इतनी जोर से पड़ा कि वो चक्कर खा कर नीचे गिर जाता है दीपक गुस्से मे देवा की तरफ आता है तो उसे प्रीति पकड़ लेती है
दीपक ( गुस्से मे)_ छोड़ मुझे प्रीति इसकी इतनी हिम्मत की मेरे दोस्त पर हाथ उठाया
प्रीति _ नहीं रुको तुम्हें मेरी कसम ( प्रीति की कसम सुनकर रुक जाता है प्रीति आगे आ कर)
प्रीति _ (देवा से) सॉरी हमे तुम्हारी मां के बारे मे गलत नही बोलना चाहिए था
दीपक ( शॉक में था क्योंकि पहली बार प्रीति किसी से सॉरी बोल रही थी)_ प्रीति तुम क्या कर रही हो तुम्हें पता भी है इसने अभी मेरे दोस्त को मारा है और तुम उसी से सॉरी बोल रही हो
प्रीति _ हा भाई क्योंकि तुम लोगों की ग़लती है
दीपक ( गुस्से में)_ तुझे तो में अभी देख लेता अगर मेरी बहन मुझे कसम ना देती तो
देवा _ (हस्ते हुए) भगवान का धन्यवाद करना कि तुम्हारी बहन है और उसने तुम्हें बचा लिया वरना देवा किसी को मारता है ना तो वो इंसान किसी काम का नहीं रहता है
ये बोलकर देवा वहां से चल देता है फिर वापस मुड़कर _ और हा इस पर थोड़ा पानी डाल देना वरना दो घंटे से पहले इसे होश नहीं आएगा ( प्रीति से) तुम बहुत सुन्दर हो बस ये कपड़े ढंग के पहना करो
ये बोलकर देवा वहां से चला जाता है प्रीति अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है पर दीपक गुस्से में पागल हुए जा रहा था
Ye mara papad wale ko maza agayaअध्याय 8
फिर दिन में खास नहीं होता है उस दिन पूरे दिन आराम करती हैं क्योंकि उसे कल कॉलेज में भी जाना था
नीलम कल के लिए बहुत खुश थी वो कॉलेज जाएंगी वो भी देवा के साथ
देवा आगे क्या करना है कैसे करना है ये सब ही सोच कर अपनी योजना बना रहा था
अगली सुबह नीलम और देवा जल्दी उठ जाते हैं और दोनो कॉलेज के लिए तैयार हो जाते हैं जब नीलम तैयार हो कर बाहर आती है तो बहुत सुन्दर लग रही थी
वो आज इस तरह से तैयार हुई थी
अभी तक देवा किचन में खाना बना रहा था जब नीलम को देखता है तो कहता है अच्छी लग रही हो
नीलम थैंक यू बोल कर देवा को तैयार होने के लिए बोल देती है और खुद खाना प्लेट में रखने लगती हैं थोड़ी देर में देवा भी तैयार हो जाता है
देवा
देवा को देखकर नीलम तो उसमें खो ही जाती है
देवा - क्या हुआ ऐसे क्या देख रही हो अच्छा नहीं लग रहा हूं क्या
नीलम ( शर्मा कर)_ बहुत अच्छे लग रहे है
फिर देवा अपनी जेब में से 1000 रुपए निकाल कर नीलम को दे देता है
नीलम - आप मुझे इतने पैसे क्यू दे रहे है
देवा - रख लो तुम्हारे काम आयेंगे और हा और चाहिए तो मांग लेना शर्माना मत ठीक है
नीलम अपना सर हिला देती है और वो दोनो खाना खाने लगते है
देवा _ ( खाना खाते हुए) नीलम बस अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान और अगर कोई परेशानी हो तो तुरन्त मुझे बताना
देवा नीलम को किसी छोटी बच्ची की तरह समझा रहा था देवा और नीलम जब तक खाना खा रहे थे तब तक देवा नीलम को कुछ ने कुछ समझाता रहा और नीलम अपना सर हिला रही थी
फिर दोनो नीचे रोहिनी आंटी के पास पहुंच जाते है जहां अंकल किचन में काम कर रहे थे
रोहिणी आंटी
आंटी देवा और नीलम को देख कर खुश हो जाती है और जाकर नीलम और देवा को काला टीका लगा देती है
आंटी _ किसी की नजर ना लगे तुम दोनो को भगवान ने तुम दोनो को हमसफ़र बना कर दुनिया को आठवां अजूबा बना दिया है बिल्कुल एकदम परफेक्ट कपल लग रहे हो
ये सुन कर नीलम शर्मा जाती है पर देवा आंटी को बोलता है
देवा - आंटी आप भी बहुत सुन्दर लग रही हैं क्यों अंकल में सही बोल रहा हु ना
अंकल अंदर किचन से हा मे सर हिला देता है और झूठी मुस्कान चेहरे पर ले आता है
आंटी _ अरे सुन से क्या पूछ रहे हो उन्होंने आज तक मेरी तारीफ नहीं की है चाहिए में कितनी भी सुंदर दिखु
नीलम - आंटी हमे चलना चाहिए वरना देर हो जाएगी
आंटी _ ठीक है चलो मैं अपनी स्कूटी निकालती हूं
फिर आंटी अपनी स्कूटी निकाल लेती है नीलम उनके पीछे बैठ कर चली जाती है
देवा भी अपनी बाइक से कॉलेज के लिए चल देता है
Tps कॉलेज में
आंटी और नीलम कॉलेज में पहुंच जाती है नीलम को देख कर सभी लड़के तो अपनी लार टपकाने लगते है
पर रोहिणी मेम को सभी जानते थे कि वो कितनी कड़क मिजाज वाली टीचर हैं कोई भी लड़का नीलम के पास भी नहीं आता है
आंटी और नीलम अंदर चले जाते है अंदर आंटी के साथ पढ़ाने वाली और महिला टीचर भी थी
1_ अनुष्का मैम _ ये 25 साल की महिला थी इनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ है इनके पति के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है अनुष्का मैम अपने सास ससुर के साथ मुंबई में रहती हैं ये एक संस्कारी औरत है
2_ तेजल मैम _ ये भी 28 साल की एक महिला है इनके पति पुलिस में है इनकी शादी को 5 साल हो गए हैं अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है इनका पति बहुत बड़ा हरामी और कमीना इंसान है
3_ शीला मेम _ ये 27 साल की महिला है इनके पति बैंक में काम करते हैं इनका एक बेटा है जो 3 साल का है ये बहुत ही चुदक्कड औरत है इसके ना जाने कितने मर्दों से संबंध रह चुके है उन मर्दों में इसकी कॉलेज के स्टूडेंट भी शामिल है इसने पढ़ाना इसलिए शुरू किया था जिससे इसे जवान लड़कों का लन्ड मिल सके
ये तीनों आकर रोहिणी के पास आ जाती है क्योंकि रोहिणी मेम इन तीनों से उमर में भी बड़ी थी और सीनियर टीचर भी थी
तीनों _ हेलो मेम
आंटी _ हेलो
अनुष्का मैम _( नीलम को देख कर)मैम ये लड़की कौन है आपके साथ
आंटी _ ये मेरी बेटी है नीलम ( नीलम उन तीनों को गुड मॉर्निंग बोलती हैं वो तीनो भी गुड मॉर्निंग बोल देती है)
तेजल _ पर आपकी तो एक ही बेटी थी
आंटी _ ये मेरी बहन की बेटी हैं मेरी बहन अब इस दुनिया में नहीं है इसलिए मैने इसे अपनी बेटी बना लिया है इसका मैंने यही एडमिशन कराया है
शीला मेम _ ये तो अच्छी बात है वैसे नीलम तुम बहुत सुन्दर हो
नीलम - थैंक यू मेम
आंटी _ तुम तीनों जरा ध्यान रखना नीलम को कोई परेशानी ना हो ये बहुत सीधी है जरा ध्यान रखना
अनुष्का मैम _ आप चिंता ना करे हम इसका ध्यान रखेंगे में तो इसे अपनी छोटी बहन बनाके रखूंगी
( नीलम से) और तुम आज से मुझे दीदी कहना पर क्लास में नहीं ठीक है
नीलम - जी मेम
शीला मेम _( अनुष्का से) तुम्हें अकेले क्यू हम तीनों को दीदी ही कहना चाहिए
तेजल मैम _ हा नीलम तुम हम तीनों को दीदी ही कहना
नीलम - जी
इधर देवा भी कॉलेज में आ जाता है
देवा को देखते ही लड़कियों की चूत पानी छोड़ने लगती है और लड़कों की झांटे सुलग जाती है क्योंकि सारी लड़किया बस देवा को ही देख रही थीं
देवा थोड़ा मुस्कुराते हुए कॉलेज में जाने लगता है
उससे थोड़ी पर एक ग्रुप बैठा हुआ था जो सभी स्टूडेंट्स की रैगिंग कर रहे थे
उस ग्रुप में 3 लड़के और एक लड़की थी
(1 )दीपक सिंह _ ये 19 साल का लड़का था इसके पिता बहुत बड़े बिजनेस मेन है ये अपने परिवार का दूसरा बेटा है अपने भाई से जलता है क्योंकि इसका भाई इससे ज्यादा टैलेंटेड है
(2) ओम तिवारी _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता की इस शहर में कही होटल है
(3) गौरव अग्रवाल _ ये भी 19 साल का लड़का है इसके पिता मुंबई में कमिश्नर है
(5) प्रीति _ ये दीपक की बहन है इसकी उमर 18 साल है इसने इसी साल कॉलेज में एडमिशन लिया है दिखने में ये भी बहुत सुन्दर है इसका फिगर बहुत ही कातिलाना है इसकी और दीपक की बहुत बनती है ये भाई बहन की तरह नहीं एक दोस्त की तरह रहते है दीपक भी अपनी बहन पर जन छिड़कता है पर इसमें पैसे का घमंड बहुत हैं
ये समझ लो ये सभी अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलादें है
ये चारों मिल कर सभी की अच्छी तरह से रैगिंग कर रहे थे तभी दीपक की नजर देवा पर पड़ती है वो उसके देखकर ही आवाज देकर अपने पास बुलाता है
देवा चारों के पास पहुंच जाता है प्रीति तो बस देवा को ही देख रही थी
दीपक _ चल बे अपना नाम बता
देवा _ देवा
ओम _ बाप का नाम ( ये बात सुनकर देवा को गुस्सा तो आता है पर वो अपने आप को रोक लेता है )
देवा - प्रताप सिंह
गौरव _ अपनी मां का नाम भी बता दे ( इस सवाल का जवाब तो देवा के पास भी नहीं था क्योंकि उसके बाबा ने उसे कभी उसकी मां के बारे मे बताया ही नहीं था)
जब देवा कुछ भी नहीं बोलता है तो
दीपक _ क्या हुआ सुना नहीं मां का नाम बता
देवा _ नहीं पता ( ये बोलकर देवा उदास हो जाता है)
ये सुन कर तीनों लड़के हसने लगते है पर प्रीति को देवा के लिए बुरा लगता है
ओम _ (हस्ते हुए) दीपक यार लोगों को अपने बाप का नाम नहीं पता होता है पर यहां तो उल्टा है इसे अपनी मां का ही नाम नहीं पता है
ये सुन कर जो पास खड़े लड़के भी हंसने लगते है
फिर गौरव ( हस्ते हुए)_ अरे कही ऐसा तो नहीं कि मां इसके बाप को छोड़कर किसी और के साथ भाग गई हो
इतना सुनते ही देवा का पारा चढ़ जाता है और एक थप्पड़ देता है घुमाकर सीधा गौरव के गाल पर थप्पड की आवाज से सब लोग चुप हो जाते हैं
गौरव को थप्पड़ इतनी जोर से पड़ा कि वो चक्कर खा कर नीचे गिर जाता है दीपक गुस्से मे देवा की तरफ आता है तो उसे प्रीति पकड़ लेती है
दीपक ( गुस्से मे)_ छोड़ मुझे प्रीति इसकी इतनी हिम्मत की मेरे दोस्त पर हाथ उठाया
प्रीति _ नहीं रुको तुम्हें मेरी कसम ( प्रीति की कसम सुनकर रुक जाता है प्रीति आगे आ कर)
प्रीति _ (देवा से) सॉरी हमे तुम्हारी मां के बारे मे गलत नही बोलना चाहिए था
दीपक ( शॉक में था क्योंकि पहली बार प्रीति किसी से सॉरी बोल रही थी)_ प्रीति तुम क्या कर रही हो तुम्हें पता भी है इसने अभी मेरे दोस्त को मारा है और तुम उसी से सॉरी बोल रही हो
प्रीति _ हा भाई क्योंकि तुम लोगों की ग़लती है
दीपक ( गुस्से में)_ तुझे तो में अभी देख लेता अगर मेरी बहन मुझे कसम ना देती तो
देवा _ (हस्ते हुए) भगवान का धन्यवाद करना कि तुम्हारी बहन है और उसने तुम्हें बचा लिया वरना देवा किसी को मारता है ना तो वो इंसान किसी काम का नहीं रहता है
ये बोलकर देवा वहां से चल देता है फिर वापस मुड़कर _ और हा इस पर थोड़ा पानी डाल देना वरना दो घंटे से पहले इसे होश नहीं आएगा ( प्रीति से) तुम बहुत सुन्दर हो बस ये कपड़े ढंग के पहना करो
ये बोलकर देवा वहां से चला जाता है प्रीति अपनी तारीफ सुनकर खुश हो जाती है पर दीपक गुस्से में पागल हुए जा रहा था