यह तो पहले ही समझ में आ गया था कि विक्रम के फादर के कमरे से जुड़ा हुआ एक तहखाना है । तहखाने तक पहुंचने का रास्ता पुरा फिल्मी था । और मुझे लगता है कि तहखाने में दीवार पर बने जिस चौकोर को देखकर विक्रम चौंका वो वहां से बाहर निकलने का रास्ता है ।
लेकिन सवाल यह है कि उसके पुजनीय बापू जी के कमरे में इतना रहस्यमई तहखाना क्यों है ? जिस तहखाने के बारे में उन्होंने अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं बताया उससे उनका कैरेक्टर शक के घेरे में आ जाता है ।
विक्रम को सबसे पहले तो अपने बापू जी से ही पुछना चाहिए कि यह सब क्या है । आखिर वो क्या कहते हैं यह जानना भी जरूरी है । शायद उनके पास कोई सही जवाब हो ।
बहुत ही बेहतरीन अपडेट था शुभम भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग ।