Position | Benifits |
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Winner | 1500 Rupees + ![]() |
1st Runner-Up | 500 Rupees + ![]() |
2nd Runner-UP | 5000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories) + 2 Months Prime Membership |
Best Supporting Reader | ![]() |
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Superb गोलू भाईUpdate:1
Apne Parents ke Jane Ke baad me apne Chacha chachi aur unki beti (meri cousin sister) ke sath rehta tha.
Apko bata du meri meena chachi ka badan bhut hi madak aur mast hai.
Uski choochi 38 size ki hai hai patli kamar aur bhut hi pyare 2 mote 2 chootud 42 size ke hai jise dekha kar kisi ka bhi lund tan jye.
Aur meri behan jo bs jawan hi huyi thi ek dum apni maa ki tarah mast dikhne lagi thi.
Usne abhi saal bhar se hi apni 32 size ki choochi ko bra me band krna chalu kra tha Aur jab wo school dress me skirt phen kar aati thi.
Me humesha koshish krke uske samne hi betha krta taki muje uski chinni jaaghe aur chadi me kasi chut ka ubhar aur chootd dikh ske.
Me humesha is firak me rhta tha ki muje ek bar apni meena chachi aur soniya behan puri nangi dekhne ko mil jaye.
Jab sham ko chachi sarri aur blouj me beth kar whisky piti thi aur smoke krti thi. to mera lund kas kr akad jata tha
Dosto apne kbhi sarri wali aurat ko whisky aur cigarette pite hue dekha hai ki nhi...?
Itna mst seen hota hai ki icha krti hai ki whai sali ki sarri utha ke lund peel du
Me un dono maa beti ko sirf dekhne kar hi mast ho jata tha aur bathroom me jaa kar unki utri hue bra aur chaddi, jiss me se unki mst chut aur choochi ki khushboo aati thi
Aur kbhi chachi ki uchi ady wali sandle jin me se unke peero ke paseene ki mehak aati thi, khub sungta hua muth marta tha,
Meena chachi ki chaddi me humesha madak sugand aati thi aur soniya ki chaddi me uski taji chut ko khushboo me sungta tha.
Aur Unki bra, chaddi aur sandle ki chat chat kar apne lund ki thanda karta tha..
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उफ्फ क्या update हैUpdate:3
पता नहीं मैं किस ख्याल में सोनिया के कमरे में
घुस गया। मुझे जब ध्यान आया तो मैंने अपने आप को सोनिया के बिस्तर के पास खड़ा पाया। सोनिया इस समय अपनी नाईटी में आराम से सो रही थी जो उसके चुतड़ों को सिर्फ आधा ढके हुई थी।
मेरे सामने अभी भी मीना चाची की चुदाई का सीन चल रहा था और इसी गर्मी में मैंने देखा कि सोनिया की मस्त चिकनी- चिकनी टाँगें और फुले हुए चुतड़ जो उसने चड्डी छुपाऐ मुझ रहा नहीं गया और मैं बिस्तर के साइड में हो कर उस्की चिकनी टाँगों को अपने होठों से चूमने लगा, और धीरे धीरे उसकी गाँड की दरार में अपने होंठ और नाक रख दी।
जिस चुतड़ की खुशबू मैं चड्डी में सूँघता और चाटता था वही चुतड़ आज मैं असली में मैं सूँघ रहा था और अपने होंठों से किस कर रहा था।
इतने में सोनिया कुनमुनाई और मैं डर के मारे चुप चाप कमरे से निकल गया।
उस के बाद मैं बाथरूम गया और मीना चाची की चड्डी और ब्रा अपने रूम में ला कर सूँघते और चाटते हुए खूब मुठ मारी, और मैंने इरादा किया की एक बार मैं मीना चाची के साथ ट्राई तो मार के देखूँ, क्या पता, प्यासी चूत है, अपने आप ही मुझे चोदने को दे।
मुठ मारते मारते मैं मीना चाची की ब्रा अपने होंठों से लगा कर सो गया।
अगली सुबह में मीना चाची ने मुझे झखझोड़ के जगाया और बोली “गोलू आज कालेज क्यों नहीं गया ?
देख सुबह के दस बज रहे हैं, तेरे चाचा को तो आज सुबह महीने भर के लिये बम्बई जाना था,
वो तो कभी के चले भी गये और सोनिया भी अपनी स्कूल ट्रिप के साथ जयपुर चली गई है, मैं भी थक रही हूँ, तू नहा धो के नाश्ता कर ले तो मैं भी थोड़ा लेटूंगी।"
मैंने जल्दी से उठ कर सबसे पहले मीना चाची की चड्डी और ब्रा ढूंढी पर मुझे कहीं नहीं मिली। मेरी तो डर के मारे सिट्टी पिट्टी गुम हो गई, और मैं सोचने लगा की अगर चाची को पता पड़ गया चाची मेरी खूब पिटाई करेंगी।
मैं चुपचाप अपने सारे काम पूरे करके टीवी देखने बैठ गया और उधर चाची मुझे नाश्ता देकर अंदर जा कर लेट गयीं।
थोड़ी देर बाद आवाज दे कर मुझे अपने कमरे में बुलाया और बोली “गोलू मेरा जरा बदन दबा दे”।
उस समय मीना चाची सिर्फ़ ब्लाऊ और पेटीकोट थीं और कहने के बाद पेट के बल हो कर उल्टी लेट गई।
मीना चाची ने अपने ब्लाऊ का सिर्फ़ एक हुक छोड़ कर सारे हुक खोले हुए थे और अपना पेटीकोट भी कुछ ज्यादा ही नीचे कर के बाँधा हुआ था जिस से उनकी गाँड की दरार साफ आ रही थी।
मेरे साम नज़र आ रही मेरे सामने वो चुतड़ थे जिसे सिर्फ़ देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मीना चाची तो अपना पूरा बदन मेरे को दिखाते हुए मसलने को कह रही थी।
मैं बिना देर करे चुप चाप चाची के साईड में बैठ कर धीरे धीरे उनका बदन दबाने लगा, उनके चिकने बदन को छूते ही मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया और मैं डरने लगा की कहीं मीना चाची को पता नहीं चल जाए।
जब पेटीकोट के ऊपर से मीना चाची के चूतड़ दबाए तो लंड एक दम मस्त हो गया। पेटीकोट के ऊपर से ही मीना चाची के चूतड़ दबा कर मालूम पड़ गया था कि गाँड वाकई में बहुत मोटी और तगड़ी थी।
थोड़ी देर बाद चाची बोली “अरे गोलू, जरा तेल लगा कर जोर से जरा अच्छी तरह से मालिश कर।"
मैंने कहा “चाची तेल से आपका ब्लाऊज़ खराब हो जाएगा, आप अपना ब्लाऊज़ खोल दो।"
मीना चाची बोली “गोलू मैं तो लेटी हूँ, तू मेरे पीछे से ब्लाऊज के हुक खोल के साईड में कर दे।" मैं जिस मीना चाची को नंगा देखने को तरसता था और जिसके ब्रा चाटता था, उनके मैंने बड़े धीरे धीरे से ब्लाऊज के हुक खोले और अब चाची की नंगी पीठ पर सिर्फ़ काली ब्रा के स्ट्रैप दिख रहे थे।
मैंने थोड़ा सा तेल अपने हाथों पर लेकर चाची की पीठ पर मलना चालू किया पर बार बार चाची की काली ब्रा के स्ट्रैप दिक्कत दे रहे थे।
मैंने मीना चाची को बोला कि "चाची आपकी पूरी ब्रा खराब हो रही है और मालीश करने में भी दिक्कत हो रही है।"
तब मीना चाची बोली कि “तू मेरे ब्रा के स्ट्रैप खोल दे।”
मीना चाची के मुँह से यह सुन कर मेरा लंड तो झटके लेने लगा। मैंने भी बड़े ही प्यार से ब्रा के हुक खोल दिये। पहली बार इतने पास से मैं मीना चाची की चिकनी सुन्दर पीठ देख रहा था। मैं उस नंगी पीठ पर धीरे धीरे तेल से मालीश करने लगा।
थोड़ी देर बाद मीना चाची बोली "गोलू जरा मेरे नीचे भी मालीश कर दे।”
मैंने कहा “चाची कहाँ करूँ" तो मीना चाची बिना किसी शरम के बोलीं की “मेरे चुतड़ों की और किसकी।”
मैंने भी सोचा मौका अच्छा है और मैंने कहा पर उसके लिए तो आपका पेटीकोट उतारना पड़ेगा।”
तब चाची बोली "जा कर अच्छे से पहले दरवाजा बंद कर आ।"
मैं जल्दी जाके दरवाजा बंद कर के आया तो देखा मीना चाची पहले से ही अपना पेटीकोट उतार कर पिंक चड्डी और काली ब्रा को अपने हाथों से दबाए, पेट के बल उल्टी बिस्तर पर लेटी हुई थीं।
मैंने तेल लेकर धीरे धीरे चाची की मस्त टाँगों की और उन मस्ताने मोटे चूतड़ों की मालिश चालू कर दी।
मैं कभी सपने में भी नहीं सोच सकता था की वो मीना चाची जिसका नाम लेकर मैं रात भर मुठ मारता था, एक दिन ब्रा और चड्डी में मेरे समने लेट कर मेरे हाथ से अपनी मालीश करवाऐंगी।
मालीश करते करते जब मैं मीना चाची की जाँघों पर पहुँचा तो मेरे हाथ बार बार चड्डी के ऊपर से मीना चाची की कसी हुई चूत की मछलियों से टच हो रहे थे जो मुझे एक अजीब तरह का आनन्द दे रहे थे।
मुझे पता नहीं क्या सूझा, मैंने मीना चाची की चड्डी के साइड से अपनी एक उंगली धीरे धीरे अंदर डाली और मीना चाची की चूत पर उंगली फेरने लगा।
मीना चाची की चूत एक दम बिना बाल की थी और उसकी साफ़्टनैस से मालूम हो रहा था की चाची शेव नहीं बल्कि हेयर रिमूवर से अपनी चूत के बाल साफ़ करती थीं।
तभी अचानक चाची सीधी हुई और अपनी काली ब्रा को छोड़ के एक चाँटा मेरे गाल पर मार दिया और बोली "मादरचोद, तुझे शरम नहिं आती मेरी बूर में उंगली डालते हुए।"
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Update:5
लंड चूसाने के बाद मैं भी थोड़ा सा मस्त हो चूका था, मैंने कहा "क्यों मीना चा... मेरा मतलब सिर्फ़ मीना... तुम्हारा इतना चुदास बदन है, तुमने शादी से पहले किसी से चुदवाया या नहीं?"
मीना चाची बड़े दुख से बोली "अरे नहीं रे, मेरे पास अपनी चूत फड़वाने के और नए-नए लंड लेने के मोके तो बहुत थे पर मैंने सोचा हुआ था के मैं अपनी चूत सुहाग रात वाले दिन ही अपने मर्द को दूँगी।
पर मुझे क्या पता था की मेरी किस्मत में ऐसा गांडू लिखा हुआ है।
अगर मुझे पता होता तो मैं शादी से पहले जम कर अपनी चूत का मज़ा उठाती तेरे चाचा का सिर्फ 5 इन्च लंबा और 1 इंच मोटा है और बस पाँच छ: धक्के में ही झड़ जाता है और गांडू की तरह मेरी चूचियों पर उल्टा लेट कर सो जाता है”।
इतना कह कर मीना चाची बिस्तर से उठीं और अलमारी से नौ इन्च लम्बा वाइवेटर लेकर आयी और बोली "अभी तक तो मेरा असली मर्द यह ही है जिस से मैं अपनी चूत की आग बुझाती हूँ"।
"तू पहला मर्द है जिस से मैं अपना नंगा बदन चुदवाऊँगी, बस तू मेरा साथ मत अलग करना।”
मीना चाची कहते-कहते बहुत भावुक हो गयी थीं। मैंने मीना चाची को अपनी बाहों में भर लिया और एक दम फ़िल्मी डायलोग मारते हुए बोला “मीना डारलिंग आज से मैं तुम्हारे जिस्म की भूख को शांत करूंगा और जब तुम कहोगी उसी समय अपना लंड तुम्हारी सेवा में हाज़िर कर दूंगा, आज से तुम्हारे दुख के ओर वाइब्रेटर के दिन बीत गये।
आज से तुम सिर्फ़ इस असली लंड का मज़ा लो" और इतना कह कर मीना चाची को दबा दबा कर उसके रसीले होंठ चूसने लगा।
मीना चाची की चूचियों का दबाव पाकर और उनकी मस्त मोटी मोटी जवानी सीने से लगा कर मेरा लंड फिर से पूरा तन गया था।
मीना चाची बोली “भोसड़ी के तेरा लंड है की मस्त गन्ना, देख तो सही कैसे खड़ा हो कर लहरा रहा है।
मैंने कहा "मीना यह तो फिर से तुम्हारे होंठों को ढूँढ रहा है चुसाने के लिये”।
मीना चाची बोली, "गोलू गन्ना तो मैं अबकी बार अपनी बुर में ही चूसूँगी, पहले तो मुझे अपनी सिगरेट और ड्रिंक आराम से पीने दे और तु अपनी ड्रिंक मेरी चूत से निकाल कर पी, आ जा गोलू आज तुझे औरतों की चूत पीना सिखा दूँ" ।
इतना कह कर मीना चाची अपने चूतड़ आराम से बिस्तर पर टिका कर बैठ गयी और अपनी दोनों टाँगें खोल कर चड्डी में कसी हुई चूत की मछलियों को दिखाने लगी।
मैं भी देखना ही था की जब भी मैं मीना चाची और सोनिय की चड्डी सूँघता था तो बहुत ही मादक खुशबू आति थी। आखिर वो आती कहाँ से है।
इतने में मीना चाची बोली “चल मादरचोद मेरी टाँगें और जाँघें चूसते हुए मेरी चड्डी उतार और मेरी चूत में अपना मुँह लगा कर ऐसे चूस जैसे आइसक्रीम चूसता है और फिर अपनी जीभ को मेरी दरार के अंदर डाल और खूब घुमा घुमा कर मेरी बुर को अंदर तक चाट, याद रहे चूसाई और चटाई तब तक चलती रहे जब तक मैं तुझे मना नहीं करूं और इस दौरान अगर मेरी चूत से मेरी मस्ती निकले तो उसे अपनी ड्रिंक समझ कर चाट कर पी जाइयो”
बड़ा ही सैक्सी सीन था, मीना चाची बिल्कुल नंगी सिर्फ चड्डी और सैक्सी सैंडल पहने, एक हाथ में डिंक और एक हाथ में सिगरेदे लेकर स्मोक कर रही थीं।
उनके मस्त जोबन पर उनके भूरे-भूरे निप्पल ऐसे दिख रहे थे कि जैसे कह रहे हों कि आजा आज जी भर के मज़ा ले ले बहुत मुठ मार ली तू ने और फिर चाची ने अपनी चिकनी मस्त टाँगों को फैला दिया।
मैंने भी झुकते हुए मीना चाची की मस्त जाँघों को बारी-बारी खूब चसा और फिर मस्ती में पहली बार मीना चाची की चड्ड के उपर से हि उनकी चूत की दरार को चाटने लगा
मेरे होंठ मीना चाची की चूत पर लगते ही मीना चाची मस्ती में आ गयी और बोली
"गोलू अब जल्दी से मेरी चड्डी उतार के मेरी मस्त जवानी चूस ले, मदरचोद इतना मज़ा दूंगी कि किसी औरत ने आज तक किसी मर्द को नहीं दिया होगा।
मैं बड़े प्यार से मीना चाची की चड्डी धीरे-धीरे उनकी बुर से सरकाते हुए उतारने लगा। मीना चाची ने अपने चूतड़ हवा में उठा दिये थे ताकी मैं जल्दी से उनकी चड्डी उतार कर चूसना चालू करूं।
मीना चाची शायद यह नहीं जानती थी कि यह मेरे लिए किसी सुहाग रात से कम नहीं थी, और अपनी प्यारी दुल्हन का मुखड़ा, जिसके कारण ना जाने मैंने कितनी बार अपने हाथ से अपने लंड का पानी गिराया था।
आराम से चड्डी उतार कर इतमिनान से देखना चहता था मीना चाची बोली "देख ले गोलू जी भर के देख मेरी चिकनी चूत को पता है मैं अपनी चूत शेव नहीं करती क्योंकि उस से चूत थोड़ी सी खुरदरी हो जाती है, बल्कि हेयर रिमुवर से बाल साफ़ करती हूँ ताकी मेरी चूत हमेशा मुलायम और चिकनी रहे” ।
मैं देर तक मीना चाची की चूत को देखता रहा और अपनी हथेली फेरता रहा। कुछ देर बाद मीना चाची बोलीं "देख गोलू इतना नहीं तरसाते, मेरे भोसड़े में आग लग रही है, जल्दी से चूसके ठन्डी कर दे।
मैंने भी अब ज्यादा रुकना मुनासिब नहीं समझा और अपने होंठ मीना चाची की चूत के गुलाबी होंठों पर रख दिये। मीना चाची ने एक गहरी सितकारी लेते हुए मेरे सर को अपनी बुर पें दबा लिया।
मेरा मुँह दबने से मेरी नाक में मीना चाची की चूत की खुशबू उतरती चली गयी और मुझ पर ना जाने क्या नशा चढ़ा मैंने अपने होंठों से उनकी चूत दबाकर चूसनी चालू कर दी और अपनी जीभ अंदर बहार करते हुए मीना चाची की चूत के अंदर करने लगा।
इस समय मीना चाची ने मेरा सर अपनी पूरी ताकत से अपनी चूत पर दबाया हुआ था और अपनी मस्त चिकनी जाँघों से मेरा सर जकड़ा हुआ था, जिसके कारण मीना चाची की सितकारियाँ और गालियाँ मेरे कानों तक नहीं पहुँच पा रही थीं।
मीना चाची के मस्त चूतड़ अब उछलने चालू हो गये थे, और उन्होंने मेरे हाथ अपनी चूचियों पर से हटा कर अपने दोनों चूतड़ों के नीचे कर दिये थे।
मैं भी इशारा पा कर उन मस्त चूतड़ों को दबा दबा कर मसलते हुए मीना चाची की चूत चूसता रहा।
अचानक मीना चाची ने अपने चूतड़ों का एक जोरदार झटका मारा और मेरा सर दबा कर मेरे मुँह में अपनी चूत का पानी निकालने लगी।
पहले मुझे अजीब सी टेस्ट लगा पर बाद में इतना देस्टी लगा की मैं दोबारा उनकी चूत में जीभ घुसैड़ कर उनकी चूत की दीवारों पर लगा हुआ उनकी चूत का पानी चाटने लगा।
मीना चाची शायद इस दोबारा चुसाई के लिये तैयार नहीं थीं और अचानक चालू हुई दोबारा चुसाई ने मीना चाची को पागल बना दिया और उन्होंने अपनी जाँघे जोर से कस कर झड़ना चालू किया।
उन्होंने अपनी जाँचें इतनी जोर से दबा ली थी कि अगर मैं अपने दोनों हाथों से उन्हें अलग नहीं करता तो शायद मेरा सर चकनाचूर हो जाता मैंने जब मुँह उठा कर देखा तो मीना चाची के चेहरे पर भरपूर ठंडक दिखायी पड़ रही थी।
उन्होंने मेरी आँखों में आँखें डालते हुए कहा, “पता है गोलू, आज मेरे जीवन में पहली बार मेरी चूत के लिप्स किसी मर्द के होंठों से चूसे गये हैं।
मैंने आज तक सिर्फ़ किताबों में पढ़ा था कि औरतों को अपनी बुर मर्दों से चुसवानी चाहिए जिससे औरत को चूत को वो सुख मिलता है जो उसको लंड से चुदवाकर भी नहीं मिलता।
वाकई में गोलू आज तूने मेरी चूत चूसकर वोह सुख दिया है जो मुझे आज तक नसीब नहीं हुआ था।
थैंक यू”।
मैंने भी कहा “चाची... सारी... मीना... मुझे नहीं मालूम तुम्हें कितना मज़ा आया पर मुझे तो तुम्हारी चूत का पानी पी कर और चूत चूसकर मज़ा आ गया, आज के बाद जब भी तुम मिलोगी, मैं सबसे पहले तुम्हारी बुर चूसूँगा और चाटूंगा” ।
मेरा लंड इतनी सारी मस्ती एक साथ मिल जाने पर लोहे की रॉड की तरह हो रहा था।
चाची ने बड़े प्यार से अपने होंठों को चौड़ा करके मेरे लंड का सुपाड़ा अपने होंठों में भर लिया और फिर एक मिनट तक उसके ऊपर अपनी जीभ फिराती रही जिससे मैं अपना कँट्रोल खो बैठा और मीना चाची की गर्दन पकड़ कर उनका मुँह अपने लंड पर दबाने लगा।
मीना चाची ने झट से अपना मुँह ऊपर खींच लिया और प्यार से बोली, “गोलू मैं तो तेरे लंड को बता रही थी की अपनी दुल्हन से मिलने के लिये तैयार हो जा, आज तेरी दुल्हन जी भर के तेरे धक्के लेगी और बाद में तेरी आखरी बूँद तक चूसेगी।
अब बस आजा गोलू तुझे आगे का पाठ पढ़ा दूँ।
अब मुझसे सहन नहीं हो पा रहा है"।
मीना चाची ने एक तकिया अपने चूतड़ों के नीचे लगाया और एक अपने सर के नीचे और पीठ के बल लेट गयीं। बड़े प्यार से बोली "चल आज तू अपनी मीना चाची की सवारी कर ले, चड़ जा अपनी मीना पर, और तू भी सीखले औरत पर तू चढ़ना किस को कहते हैं।
बहुत तरसा है ना तु मेरी चूत के लिए, चल आज के बाद नहीं तरसेगा, चल आजा बना ले अपनी चाची से सम्बंध बना दे अपनी चाची को रंडी”।
क्या चाची की चुदाई हो पाये गी....?
या कोई आ जायेगा......?
अगले अपडटे
मे.....!
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ZabardastUpdate:6
मुझे मीना चाची ने अपनी टाँगें फैला कर टाँगों के बीच में कर लिया और तकिया लगा होने के कारण मीना चाची की चूत एकदम फूल कर उठी हुई थी।
मीना चाची बोली "देख गोलू मैं अपने हाथ से अपनी चूत के लिप्स खोलूँगी, तू बस अपने हाथ से अपना लंड पकड़ कर मेरा जो गुलाबी छेद दिखेगा, उस पर अपने लंड का सुपाड़ा रगड़, और जब तक मैं ना कहूँ लंड मेरे अंदर मत उतारियो” ।
मीना चाची ने एक सिगरेट जलाई और दूसरे हाथ से अपनी उंगली से अपनी चूत के लिप्स खोल कर दिखाने लगी और बोली “आजा बेटा चल रगड़ अपना लंड”।
मैंने भी अपनी मस्ती में दूबे हुए लंड को मीना चाची की फैली हुइ चूत पर रगड़ना चालू कर दिया।
पहली बार मुझे मीना चाची की चूत की गरमी महसूस हुई। मीना चाची सितकारी लेते हुए बोली, "देख ले बहनचोद जैसे तूने मुझे बाहों में लेकर किस करा था उसी तरह मैं तेरे लंड को अपने बुर के लिप्स के बीच में लेकर किस कर रही हूँ, मज़ा आ रहा है कि नहीं?”
मेरी ज़िंदगी में तो पहली बार मेरा लंड किसी चूत से टच हुआ था। मेरे दोनों कान लाल हो गये थे,
मैंने कहा मीना मेरे बदन में यह कैसी आग लग रही है।
मीना चाची बोली “बस मेरी जान थोड़ा सा और फिर तू मेरी आग बुझा और मैं तेरी आग बुझाऊँगी” ।
एक मिनट और लंड घिसने से मेरा बदन मारे मस्ती के कांपने लगा। मीना चाची समझ गयी कि मैं अब कंट्रोल के बाहर हूँ।
उन्होंने बड़े प्यार से अपना हाथ आगे बढ़ा कर अपनी चूत के छेद पर टिका दिया और बोलीं,
"देख गोलू तेरा लंड बहुत मोटा लम्बा और तगड़ा है, मेरी चूत में इसकी जगह धीरे-धीरे ही बनेगी, इस लिये तू धीरे-धीरे अपना लंड मेरी चूत में उतार और अपने चूतड़ के धक्के दे और लंड आगे पीछे कर, चल अब चालू हो जा, तु भी सीख ले चुदाई क्या होती है, चोद ले अपनी चाची को जी भर के, पर मदरचोद अगर तू अपने चाचा की तरह जल्दी झड़ा तो इसी वाइब्रेटर से तेरी गाँड मारूंगी वो भी बिना क्रीम के”।
मैंने पहले तो एक हल्का सा शॉट लगाया जिस से मेरा 2 इन्च लंड मीना चाची की चूत में सरक गया और उनकी चूत के गुलाबी लिप्स ने मेरा लंड जकड़ लिया ।
मीना चाची की चूत अंदर से सुलग रही थी जिसकी असली गरमी मैंने अब महसूस करी ।
मीना चाची बोली “आआहहहहहहहहहहहाआ मेरे राजा शाबाश मेरे शेर अब धीरे-धीरे अपना लंड पेल मेरे में।"
मैंने भी एक दो धक्के तो दिये पर इतना ताव आ गया की मैंने एक जोर का झटका मारा और मेरा 6 इन्च लंड मीना चाची की चूत में समा गया ।
मीना चाची ने अपने चूतड़ ऐसे उछाले जैसे उसे बिजली का करंट लग गया हो और बोली "बहन के लौड़े चोदना सीखा नहीं और मेरी चूत फाड़ने पर उतर आया,
मैंने कहा था भोसड़ी वाले मेरी चूत तेरे चाचा की लुली से ही चूदी है अब तक मर्द का लंड तो आज पहली बार खा रही है।
ज़रा आहिस्ता-आहिस्ता चोद अपनी चूत रानी को।”
मीना चाची बोलती रहीं और मैंने मीना चाची को उनकी कमर के नीचे से उभरे हुए मोटे चूतड़ से पकड़ा और अपने चूतड़ों का पूरा दम लगा कर जबर्दस्त शॉट मारा जिस से मेरा पूर लंड मीना चाची की चूत में समा गया
और मीना चाची के बदन पर लेट गया और अपनी बाहों में कस के पकड़ लिया जिस से उनकी निप्पल मेरे निप्पल से लग गयी और उनके माँसल जोबन मेरी छाती के नीचे दब गये।
मीना चाची ने दर्द के मारे करीब एक फुट अपनी गांड हवा में उछाली और गालियाँ देती हुई बोली
"माँ के लौड़े क्या कर दिया तुने, माँ चोद कर रख दी मेरी बुर की, अरे भोसड़ी वाले ऐसे थोड़ी मैंने चूत की माँ चोदने को कहा था,
"तेरा साला लंड है की मूसल, मेरी तो मदरचोद चूत फट गयी आजा, चोद दे मादरचोद मेरे को, हाय हाय बड़ा दर्द हो रहा है। "
पर मैंने मीना चाची को पूरी तरह से दबोच रखा था और उनकी टाँगें अपनी टाँगों में फसाई हुई थीं। अब धीरे-धीरे अपना लंड आगे पीछे करना चालू किया और उनके होंठों पर अपने होंठ रख कर बड़े प्यार से उनके मुँह को और उनकी जीभ को चूसते हुए शॉट लगाने लगा।
जब मैंने देखा की मीना चाची का तड़पना कुछ कम हो गया तो मैंने उन से पूछा कि "डारलिंग दर्द हो रहा है तो थोड़ा सा बाहर निकाल लूं।"
मीना चाची एक दम शेरनी की तरह बोली, “मादरचोद इतने साल मैं इसके लिये तो तड़पी हूँ की कोई तो मेरी चूत फाडे और चोद चोद कर उसक भोसड़ा बना दे और तू कह रहा है की बाहर निकालूँ, आज पहली बार तो औरत होने का सुख मिल रहा है, चोद मेरे राजा मेरी टाँगें उठ उठा के जितना चोदना है चोद ले,
"मेरे सनम मेरी तो चूत अब तेरी हो गयी।”
मीना चाची इस समय पूरी मस्ती में थीं। झूठ नहीं बोलूंगा, मैं भी पूरी तरह से मस्ताया हुआ था और मैंने एक किताब में देखे हुए पोज़ को आज़माते हुए मीना चाची की दोनों टाँगें अपने कंधे पर रखीं और उनके मस्त जोबन अपने हाथों में कस कर पकड़ लिये और उछल-उछल कर मीना चाची की चूत में पेलने लगा जिस से मेरा लंड पूरा जड़ तक मीना चाची की चूत में उतर रहा था।
इतना प्यारा सीन था दोस्तों की जब मैं कस कर शॉट लगाता था उस समय मीना चाची के चूतड़ पूरे फैल जाते और चौड़े हो कर दब जाते और मेरा पूरा लंड मीना चाची की चूत में समा जाता औए फिर जब मीना चाची नीचे से अपने चूतड़ों के धक्का देती तो मेरा लंड थोड़ा सा बाहर आता और मीना चाची की वो मस्त गाँड़ फिर गोल और मस्त हो जाती।
अब हम दोनों की चुदाई की लय सैट हो चुकी थी और मीना चाची तो मानो जन्नत की सैर कर रही थी, और बार बार यही बोल रही थी कि
“आज जैसी चुदाई का सुख मुझे कभी नहीं मिला। मुझे मालूम था की चुदाई में मज़ा आता है पर इतना मज़ा आता है मुझे नहीं मालूम था।
ले मेरे बलम चोद अपनी चाची को, जी भर के अपनी चाची की जवानी का मज़ा लूट ले।
कहाँ था बहन चोद, अभी तक क्यों नहीं सेकी मेरी चूत अपने लौड़े से।
अब तो खूब चुदवाऊँगी मेरे राजा मेरे खसम, आज से तो तू मेरा असली खसम है।"
करीब पन्द्रह तू बीस मिनट तक जम कर टाँगें उठा कर चोदने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था।
मैंने मीना चाची की दोनों टाँगें छोड़ कर उन्हें अपनी बाहों में भर लिया और बोला
“मेरी रानी! ले मेरा पानी अपनी मस्त चूत में कर ले ठंडा अपनी चूत को मेरे लंड के पानी से।”
मीना चाची भी बोलीं कि राजा मैं भी बस झड़ने की कगार पर हूँ जरा दो तीन धक्के करारे-करारे जमा दे मेरी चूत में।"
मैंने मीना चाची को कस के अपने चूत्तड़ हिला-हिला कर जबर्दस्त शॉट देने चालू कर दिये। मीना चाची तो दो धक्कों बाद ही किलकारी मरते हुए झड़ने लगी।
उनका पानी सीधा मेरे लंड के लाल हुए सुपाड़े पर गिर रहा था जिसे मैं पूरी तरह से महसूस कर रहा था। मैंने भी दो तीन धक्के और मारे और मीना चाची के होंठों पे अपने होंठ चिपका दिये और उनकी जीभ चूसते हुए अपने लंड का पानी मीना चाची की चूत में निकाल दिया।
दोस्तों मेरी ज़िन्दगी में वोह पहला अवसर था जब मैंने किसी औरत के साथ सम्भोग करा था।
मीना चाची की चूत के अन्दर झड़ने में जो स्वर्ग का आनन्द प्राप्त हो रहा था उसके कारण मैं क्षणभर के लिये अपने होश हवास खो बैठा।.....!
To be continue....
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