• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Romance Ek Duje ke Vaaste..

10,165
42,723
258
आदि भाई ने अक्षिता की बीमारी के बाद की परिस्थिति का बिल्कुल ही जीवंत वर्णन किया है । अक्षिता और एकांश के दिल की हालत , उनके मन मस्तिष्क के अंदर चल रहे अंतर्द्वंद , उनके आंसू पाठक वर्ग को इमोशनल कर ही रहा है ।
लेकिन मै यहां बात करना चाहता हूं इनके अभिभावक के बारे मे , इनके माता पिता के बारे मे ।
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि आप की एकमात्र संतान एक ऐसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है जिसमे उसका मरना तय है , वह रोजाना तिल तिल कर मर रहा है ; ऐसे सिचुएशन मे मां-बाप पर क्या बीतती होगी ! उनके दिल पर क्या बीत रहा होगा !
और अगर उनकी औलाद की मृत्यु हो जाए तब की हालात क्या होगी ! मां-बाप आजीवन अपने पुत्र के बचपन की यादों , शैशव काल की यादों , स्कूल कालेज के समय की यादों , संतान के जवानी के कुछ समय की यादों के सहारे , संतान के विरह के तड़प मे अपने जीवन के बाकी दिन गुजार रहे होंगे ।
मृत्यु दुनिया का सबसे कटू सत्य है । सभी लोग की मृत्यु अटल है । लेकिन मृतक के जाने के बाद सबसे अधिक पीड़ा , सबसे अधिक दुख उसके अपनो को होता है । खासकर मां-बाप के लिए उनके संतान के मृत्यु से बढ़कर और कोई दुख नही ।

खुदा न करे , अगर एकांश अपने प्रियतमा के वियोग मे अपनी जान गंवा दे तब एकांश साहब के मां-बाप पर भी वही पहाड़ आ गिरना है जो अक्षिता के मां-बाप पर गिरा था । एकांश भी अपने मां-बाप का एक मात्र औलाद है । ऐसे मे उसके मां-बाप अपना बाकी जीवन किस के आस लिए काटेंगे ! कौन उनके आंसु पोछेगा ! उनके जीवन का मकसद क्या बचेगा !

अक्षिता की मृत्यु पर पांच जिंदगीओं का दांव लगा हुआ है । अक्षिता के माता पिता और एकांश एवं एकांश के माता पिता । एकांश साहब अगर खुद को संभालने मे कामयाब हो गए तब सिर्फ अक्षिता के मां-बाप के लिए अपना जीवन काटना काफी दुश्वार काम होगा ।

मरने वाला व्यक्ति तो चला जाता है लेकिन गमों का अंतहीन सफर उनके परिजन के हवाले किए जाता है ।

खुबसूरत अपडेट आदि भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
 
Last edited:

Adirshi

Royal कारभार 👑
Staff member
Sr. Moderator
38,375
54,375
304
To doctor ka appointment mil gaya, very good 👍 abhi ekansh to jayega hi Germany to fir kyu na akshita ko bhi saath le jaye, uski bhi ghumaai ho jayengi, or thoda hawa paani badlega, kaafi samay baad ekansh apne maa baap se mila, kuch purane gile sikve door huye, or unke chehre ki ronak apne laal ko dekh kar laut aayi, ekansh ka ghar jaana bhi uske liye faydemand hi sabit hua, kyu ki isi bahane unke pita ne dr. Ka appointment dilwa diya👌🏻 ek ummeed to jagi Aakhir, update ne ek bar fir bhavuk kar diya mitra, akshita aur ekansh ki nok jhok ant me khusi ka meetha sa ras bhi ghol gai, to is update me, complete package tha, bole to jhama-jham update, shandaar:applause::applause::applause:
Bagair doctor ke approval ke akshita ko abhi Germany le Jana ekdum theek nahi rahega better pehle ekansh waha Jake baat kare then akshita ko uske maa papa ke sath waha bulaye :D

Thank you for the review bhai :thanx:
 
Top