RB7
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Good oneUpdate 49
Next day tapan's house
समय शाम के 6 बजे ।
तपन घर पर नहीं था और उसके पापा भी जतिन मार्केट में गए थे । घर पर सिर्फ शीतल , तानिया और दीपाली थी । दरासल दीपाली की आईडिया थी वो तीनो मिले अकेले में और जो कांड हुआ हे उसके बारे में और जाने और दोनों को सहेली की तोर पर उनकी मार सके ।
Kitchen room
दीपाली बॉस बनी हुई थी और वो दोनो सूई मुई सी भीगी बिल्ली बनी हुई थी । दोनो दीपाली से बचने की कशिश कर रही थी । लेकिन दीपाली कहा दोनों आज ऐसे ही छोड़ने वाली थी गांड में मिर्ची जरूर डालेगी आज दोनो की ।
तानिया ,,, क्या ऐसे क्यू घूर रही हे ,,
दीपाली उसकी बाल पकड़ती हे पीछे से और पीठ पे मुक्का मारने लगती है ,, कुलक्षणी नाचपीति बैरागढ़ कमीनी ये सब कर रही थी ,,,
तानिया मुस्कुराती हुई उससे बचने की कशिश कर रही थी ,,, शीतल बचाओ मुझे मार डालेगी भूतनी आज ,,,
शीतल पतली गली से निकलना चाहती थी लेकिन दीपाली ने उसे भी आड़े हाथों लिया और उसको स्लैप पर झुका के बेलन उठा के उसकी गांड पर मारने लगी । शीतल को थोड़ी लग रही थी ,,, आ नही बहन नही । आह्ह्ह्ह लग रही है । प्लीज छोर दे ना ,,,
दीपाली दोनो को पहले कूटती है जब तक उसका गुस्सा ठंडा नेहि हो जाती तब तक दोनो को लाठर लथर के पिटती हे ।
दीपाली ,, मुझे विश्वास नहीं हो रहा हे तुम दोनो ने एक दूसरे के बेटे के साथ ही । ऊपर से शादी भी सच मच के । उन बच्चो के नाम पर सिंदूर लगाती हो मंगलसूत्र पहनती हो ,,,
तानिया उसे शांत करने की कशिश करती हे और उसको पीछे बाहों में पकड़ के शीतल को भी इशारा करती है दीपाली की गुस्से को शांत करने की और बोली ,,, मेरी प्यारी बहन माफ कर दे । क्या करे कुछ समझ ही नही आया बस हो गया सबकुछ ,,,
शीतल भी दीपाली की साइड से गले लग जाती है और अपनी रूठी हुई सहेली को मनाने लगती है ,,, कान पकड़ के जितना मारना है मार ले पर हमे माफ कर दीपू उम्म्म मेरी प्यारी बहन । अपनी दो बहनें की एक गलती माफ नही कर सकती क्या ,,,
दीपाली दोनो के गाल पे हल्के हल्के थप्पड़ मारती है ,, मन तो कर रहा है दोनो की खून पी जाऊं लेकिन कैसे अपनी बहन जैसी सहेली की खून पीऊं । क्या तराली को पता है ,,,
तानिया ,, तेरी ही गुस्सा हम झेल नही पा रहे और उसकी । वो तो और गुस्से वाली है मार डालेगी हमे । प्लीज तुम भी अभी मत बताना अच्छा समय देख के उसे बाद में बता देंगे,,,
दीपाली ,,, मुझे भी कहा बताने वाली थी तुम दोनो वो तो चेतन ने बता दिया ,,,
शीतल ,, क्या करे बात ही ऐसी है । अब गुस्सा थूक दो तुम्हारे लिए घी का तड़का लगा के हलवा बना देती हूं ,,
दीपाली ,,, रहने दे में हलवा खाने नही आई हूं तुम दोनो की हलवा बनाने आई हूं ,,,
तानिया अपनी हाथ दीपाली की मखमली पेट पर मसलने लगती हे और शरारत से उसकी कान की लौ को काट लेती है । शीतल भी शैतानी मुस्कान दे के दीपाली की चूचियां ब्लाउज के ऊपर से हल्का हल्का दबाने लगती हे ।
दीपाली आनंद आती है और ना चाहते हुए भी मुस्कुराती है ,, अच्छा तो तुम दोनो का यह तरीका है मनाने का ,,
शीतल ,, कितने दिन हुए ना हमने अपनी वाली मजे नहीं किए ,,,
तानिया ,,, दो महीने हो गए । वक्त ही नही मिलती न ही मौका मिलती है ,,,
दीपाली पीछे हाथ ले जा कर बाल खींचती है और साथ में साइड से शीतल की भी बाल खींचती है ,,, अच्छा दोनो बच्चो के साथ रोज रोज करने पर वक्त ही वक्त और मौका ही मौका मिलता हे ना कामिनी काहिकी ,,
तानिया और शीतल हास पड़ती है ।
तानिया मुस्कुरा के ,,, क्या करे वो दोनो सुपर हीरो जो है झट से आते है पट्ट से हमारी ले के चले जाते हे ,,,,
दीपाली ,,, सुपर हीरो ?,,,
शितल ,,, तुमको वरदान के बारे में नही पता ,,,
दीपाली ,,, वरदान किस वरदान की बात कर रहे हो ,,,
तानिया (इसे वरदान के बारे में चेतन ने नही बताया उफ्फ शीतल ने तो सच उगल ही दी अब फिर एक सच बता के इसे मानना होगा ),, कुछ नही बस ,,
दीपाली दोनो को अलग करती है और सख्ती से पूछती है ,,, क्या छुपाने की कशिश रहे हो । सच सच बता नही तो दोनों के हलक से सच बाहर निकाल लूंगी ,,,
तानिया और शीतल एक दूसरे को देखती है और उलझन में पर जाती है । अब तो दीपाली को बताना ही पड़ेगा ।
शीतल और तानिया दोनो मिल के चारो की वरदान वाली बात बताती है और अच्छे से समझती है । दीपाली को एक झटका लगता है लेकिन उसे विश्वास हो जाता हे कुछ वीडियो क्लिप्स देख कर जो उसको तानिया अपने मोबाइल में चारो के कुछ कारनामा दिखाती है और एक पुरानी याद से ।
दीपाली दिमाग पर जोड़ डालते हुए ,,, अच्छा तो उस दिन चेतन इसलिए मैथ्स की कैकुलेशन चुटकियों में जवाब दे रहा था । बदमाश ने मुझे बताया ही नही । लेकिन क्या सच में एक सपने में ऐसी वरदान मिल सकता है । मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है मुझे लगता है कोई sceince का मिरेकल होगा किसी बायो कैमिकल का रिएक्शन हो गया होगा ,,,
तानिया ,, देख डॉक्टर साहिबा बे सक हो सकता है ऐसा । लेकिन उनको सपना भी आया था । हो सकता तेरी बात सच हो और उन लोगो को अभी तक नही पता हो इसके बारे में पर चारो में दैविक आलौकिक शक्तियां जरूर हे इसे तुझे विश्वास करना ही होगा ,,,
दीपाली ,,, विश्वास हुआ । (मजाक में) क्या सच में उन लोगो का सामान बोहोत बड़ा बड़ा हो गया है ,,,
तानिया और शीतल हास्ती है और तानिया तपन के लंड का फोटो दीपाली को दिखाती है जिसे शीतल भी देख लेती है एक नजर और अपने बेटे का लंड देख के जिस्म पर अजीब सी हलचल मेहसूस करती है ।
दीपाली की आंखे बाहर आ जाती है और मोबाइल अपने हाथों में ले के देखने लगती है zoom कर के ,,,, आउच मम्मी इतना बड़ा । तू कैसे लेती है मर गई बाबा,,,
तानिया शर्मा जाती है और उसको कस के पकड़ कर उसकी कंधे पे काट लेती है ,,,, बोहोत तकलीफ होती है शुरू में पर मजा । क्या बताऊं में बता नही सकती ,,,
दीपाली सरारत से ,,, शीतल तू भी दिखा ना ,,,
शीतल मुस्कुराती हुई अपने मोबाइल से जिशू का लंड की फोटो दिखाती है । तानिया भी देख लेती है अपने बेटे का लंड और उसकी जिस्म पर भी वोही हलचल होती हे एक गुदगुदी जिससे रोम रोम खड़ी हो गई उसकी ।
दीपाली की मन बुरी तरह ललचा जाती है दो बड़े लंड देख के और ना चाहते हुए भी जिशु और तपन को नंगा होते हुए कल्पना करती है एक पल के लिए ।
दीपाली ,,, तुम दोनो के तो मजे ही मजे है (मजाक में) अब तक तो तुम दोनो की मुनिया कुवा बन गई होगी ,,,
तानिया ,,, और नही तो क्या ,,,
तीनो हास पड़ती है ।