अपडेट 12
नीलम की बात सुनकर मोहिनी की हालत पतली हो गई उसे अब समझ मे ही नही आ रहा था कि वह क्या बोले । उसे इस तरह परेशान देख कर नीलम बोली
नीलम :" तुम परेशान मत हो मैं किसी से कुछ भी नही कहूंगी ।यह तुम्हारी लाइफ है जैसे मर्जी जी सकती हो बस एक बात का ध्यान रखना कि कही ऐसा ना हो कि तुम्हे इस वजह से बाद में पछताने का भी मौका ना मिले। "
मोहिनी उसकी बात सुनकर कुछ बोली तो नही बस नीलम की तरफ देखती रही फिर बोली
मोहिनी : ” मैं यह तो नही कहूंगी कि इसमे मेरी गलती नही है । गलती तो मुझसे हुई है लेकिन अब मैं इतना आगे निकल चुकी हूं कि मैं चाह कर भी पीछे नही हट सकती हूं पर मैं तुझसे वादा करती हूं कि तुझे उस दलदल में नही जाने दूंगी।"
नीलम : "अब बहुत देर जो चुकी है मोहिनी अब कुछ नही हो सकता है इसलिए अब सबके लिए यही ठीक होगा कि इस बात को तुम यही पर भूल जाओ और मैं भी भूल चुकी हूं कि मैंने कभी किसी को पसन्द किया या प्यार किया था ।"
इतना बोल कर नीलम वंहा से चली गयी ।इधर हम लोग भी विदाई के लिए पूरी तैयारी कर चुके थे । मैं किरण दीदी और पूजा दी के साथ बैठ कर बाते कर रहा था कि तभी नीलम आती हुई दिखाई दी ।उसकी बेरुखी ने मेरा दिल बहुत दुखाया था इसलिए ही दोनो दीदी मुझे समझा रही थी उसे आते हुए देख कर मैं उठने को हुआ तो किरण दीदी मुझे रोकते हुए बोली
किरण दीदी : "क्यों अपने आप को फिर दुखी करना चाहते हो । तुमने मुझसे वादा किया था कि अगर इसने तुम्हे नापसंद किया तो जो मैं बोलूंगी तुम वही करोगे इसलिए तुम इसका पीछा करना छोड़ दो ।एक बार मेघना से मिल लेना अगर वह तुम्हे पसन्द नही आई तो कहना और वैसे भी जब तक मेघना से सेटिंग नही हो जाती तुम्हारी तब तक के लिए हम दोनों तो है ही क्यों पूजा सही कह रही हु ना मैं ।"
पूजा दीदी : यही बात तो मैं इसे कबसे समझाने की कोशिश कर रही हु पर यह है कि समझना ही नही चाहता है। इसे तो पता नही इस लड़की में क्या दिख गया है जो उसके पीछे पड़ गया है ।"
मैं : " दीदी आप मेरी भावनाओ को समझने की कोशिश क्यों नही कर रही है ।मैं उसे पसन्द करता हु और शायद प्यार भी ।"
किरण दीदी : आज मैं तुझे एक बात बता देती हूं कि तू लड़कियों के पीछे मत जा ।खुद को इस काबिल बना की लड़कियां खुद तेरे पीछे आये समझा मेरी बात ।
वही पापा भाभी के पापा रविकांत जी से बात करके बिदाई का प्रोग्राम चालू करवा दिया । अब भैया भाभी और रागिनी तीनो एक गाड़ी में बैठ कर निकल लिए । पीछे से हम सब घर की तरफ निकल लिए नीलम के बरताव से कही न कही दूख पहुचा था मुझे पर जो बात किरण दीदी ने मुझे बोला वह भी सही बात थी इसलिए मैंने पहले खुद को सेटल करने के बारे में सोच लिया था पर मुझे क्या मालूम था कि आज होने वाली एक घटना के बाद मेरी पूरी लाइफ ही बदल जाएगी।
हुआ यूं कि जब मैं घर पहुचा तो सभी लोग भाभी के स्वागत में लगे हुए थे तो मैं अपनी बाइक ले कर ऐसे ही निकल गया बिना किसी को कुछ भी बोले। ऐसे ही बाइक ले कर मैं शहर के बाहर की तरफ एक नदी बहती है उसी के किनारे पर बने एक खूबसूरत पार्क में शांति के लिए कभी कभी मैं आया करता था वंहा जाकर मुझे बहुत ही शांति मिलती थी अभी मेरा मन कुछ अशांत था तो मैं वही पर निकल लिया और वंहा पहुचा तो पूरा पार्क लगभग शांत था तो मैं अपनी फेवरेट जगह पर जा कर बैठ गया ।अभी मुझे बैठे हुए कुछ ही समय हुआ था कि तभी किसी लड़की की चीखने की आवाज आई जैसे वह किसी मुशीबत में हो मैं दौड़ कर उधर गया तो देखा कि कुछ बदमाश टाइप के लोग दो लड़कियों को पकड़ रखे है जिसमे में से वह एक लड़की को बुरी तरह से पिट रहे थे । अभी मैं समझने की कोशिश कर ही रहा था कि तभी जिस लड़की को वह सब पकड़ कर रखे हुए थे वह बोली
लड़की 1: तुम लोगो ने मेरी दीदी को मजबूर करके यंहा पर बुलाया और उन्हें मार रहे हो ।अगर दम है तो सामने से मुकाबला करो।
(वह सब चार गुंडे है उन्हें ग1 ग2 ग3 ग4 लिखूंगी)
तभी उनमे स एक आगे बढ़ता है और उस लड़की के बाल पकड़ कर पीछे खिंचता है और बोलता है
ग 1 : साली बहुत बोलती है तू आज तुम दोनों का ही आखिरी दिन है । बॉस ने कुछ करने से मना किया है वरना तुम दोनो बहनो का पहले जवानी चखता फिर मारता पर कोई नही मेरी बुलबुल पहले तेरी बहन को मार दे फिर तुझे तो अपनी रखैल बनाऊंगा।
उसकी बात सुनकर वह दूसरी लड़की जो मार खा रही थी वह गुस्से में आकर एक गुंडा जो उसे मार रहा था उसका हाथ पकड़ कर कुछ इस तरह से मारा उसके गर्दन पर की वह गुंडा वही लुढ़क गया। जिसे देख कर बाकी के तीनों डर गए पर उनमे से एक ने उस पहली वाली लड़की के गर्दन पर चाकू रख दिया और बोला
ग2 : साली अगर तूने अपना हाथ चलाया तो तेरी यह मासूम बहन को अभी इसी वक्त यह अपनी जान से हाथ धो बैठेगी।
अब उन तीनो का ध्यान सिर्फ उस दूसरी लड़की पर था तो मेरे लिए तो बस यही सबसे अच्छा मौका लगा और मैंने तुरंत ही उस गुंडे पर जिसने उस लड़की पर चाकू रखा हुआ था उसके हाथ को पकड़ कर ऐसे दबाया की चाकू उसके हाथ से छूट गया । वह सब इस अचानक हमले को तैयार नही थे इसलिए वह सब चौक गए और मैंने इसी का फायदा उठा कर उस पहली लड़की को एक ओर करके उस दूसरी लड़की को जो लोग पकड़ रखे थे उनपर हमला बोल दिया ।मुझे देख कर उस दूसरी लड़की ने उन गुंडों पर हमला बोल दिया और कुछ ही देर में वह तीनो भी जमीन पर गिरे पड़े थे । तब उस दूसरी लड़की ने आगे बढ़कर अपनी बहन के पास गई और बोली
लड़की : छोटी तू ठीक तो है ना कहि चोट तो नही लगी है ना।
लड़की 2 :,दीदी आपके होते हुए भला मुझे क्या हो सकता है पर आपको तो उन सबने बहुत मारा है आपको जरूर चोट लगी होगी।
लड़की : नही मुझे कही चोट नही लगी (मेरी तरफ देखते हुए ) आपका बहुत बहुत सुक्रिया अगर आप ने मदद नही की होती तो आज यह सब हम दोनों बहनों को जाने से मार दिए होते।
मैं : नही इसमे सुक्रिया कहने की कोई जरूरत नही है । आप लोगो को मुशीबत में देख कर मैंने अपना फर्ज समझ कर मदद कर दी ।
अभी मैं कुछ और बोलता तब तक पीछे से एक गुंडे ने मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया और जब तक मैं संभलता तब तक देर हो चुकी थी और उसने मेरी पीठ पर चाकू का दो बार कर चुका था जिसे देख कर उस दूसरी लड़की ने तुरन्त उस गुंडे पर हमला कर दिया और उसकी चाकू को छीन कर उसका गला काट दिया और फिर बाकियों के साथ भी उसने यही किया तभी उस लड़की की छोटी बहन बोली
लड़की : दीदी उन सब को छोड़ो पहले इन्हें देखो उस कमीने ने इन पर चाकू से हमला कर दिया है और देखो कितना खून निकल रहा है ।
तब वह दूसरी लड़की दौड़ती हुई मेरे पास आई और फिर बोली
लड़की 2 : इनका तो काफी खून निकल रहा है ।इसे हॉस्पिटल ले कर जाना पड़ेगा ।मैं तुरन्त गाड़ी ले कर आती हु ।
इतना बोल कर वह लड़की भागती हुई निकल गयी और बाहर जाकर अपनी गाड़ी जिससे वह इन गुंडों के पास पैसे लेकर आई अपनी बहन को छुड़ाने के लिए पर उन सबने इन दोनो को जान से मारने की कोशिस किए । उसने बाहर खड़े दो लड़कों से मदद मांगी की वह उसकी मदद करे तो वह सब जब अंदर आये और वंहा का नजारा देखा तो वह घबरा गए तब उनमे से एक बोला
लड़का 1 यह सब क्या है और आप कौन है और इन सबको क्या हुआ है ।
लड़की : वह सब आप बाद में पहले इनको गाड़ी में ले जाने में मदद करो ताकि इनकी जान बचाई जा सके ।
लड़का :पर यह पुलिस का मामला है पहले उन्हें बुलाना पड़ेगा ।
लड़की उन्हें एक कार्ड देती हुई बोली
लड़की : यह सब बदमाश है और इन सबने हम दोनों पर हमला किया और हम दोनों को बचाने में यह लड़का घायल हो गया है । हमारे जाने के बाद आप लोग पुलिस को बुला कर सब बता देना और यह कार्ड देकर बोल देना की मुझसे बात कर ले और अब लेट मत करो ।
तभी पहली लड़की जो मुझे अपनी गोद मे सर रख कर बैठी हुई थी उसकी आवाज आई
लड़की : दीदी आप क्या कर रही है यह बेहोश हो चुका है और आप वंहा पर बाते कर रही है ।
मेेरे बेहोश होने की बात सुनकर वह लड़के तुरन्त मुझे गाड़ी में पिछली सीट पर लिटा दिए और वह दोनो लडकिया मुझे लेकर हॉस्पिटल की तरफ चल दी और हॉस्पिटल जाने तक मेरा बहुत खून निकल चुका था जिसकी वजह से मेरी हालत खराब हो चुकी थी । वह लड़की तुरन्त हॉस्पिटल पहुची तो सीधे डॉक्टर के केबिन में जाकर जो किसी मरीज को देख रहे थे उनके पास जाकर बोली
लड़की : डॉक्टर सिन्हा तुरन्त चलो बाहर एक लड़के की हालत बहुत खराब है ।किसी भी हालत में उसे कुछ नही होना चाहिए वरना तू जानता है मुझे।
डॉक्टर की हालत तो उस लड़की को देख कर ही खराब हो गयी थी उसकी बात सुनकर तुरन्त उसके साथ चल दिया और मुझे चेक करके बोला
डॉक्टर : यह तो पुलिस केस है
लड़की : वह सब मैं देख लुंगी तू इसका इलाज कर इसको कुछ नही होना चाहिए
डॉक्टर तुरन्त मुझे लेकर OT में चला गया और वह दोनो लडकिया भी वही इन्तजार करने लगी ।
ईधर घर पर मेरे जाने के काफी समय तक तो किसी ने मुझे नही खोजा पर जब काफी देर तक मैं नही दिखा तो माँ किरण दीदी से बोली
माँ : बेटी तुमने राज को देखा है काफी समय से वह दिखाई नही दे रहा है ।
किरण दीदी : नही मा मैंने तो काफी समय से उसे नही देखा ।
माँ : "पता नही यह लड़का भी कंहा कंहा रहता है ।घर मे इतना काम है और इसे घूमने से ही फुर्सत नही है।
किरण दीदी : माँ आप क्यों इतना चिंता कर रही है इधर ही कही गया होगा आ जाएगा।
इसके बाद सभी लोग अपने मे बिजी हो गए ।लेकिन रात होने तक जब मैं घर पर नही आया तो माँ को चिंता होने लगी । माँ ने सभी से पूछ लिया पर किसी को मेरे बारे में कोई खबर नही थी ।सभी लोग परेशान हो गए और जंहा तक वह लोग खोज सकते थे उन्होंने मुझे खोजा।
ईधर मैं सुबह से मैं रात होने तक बेहोश ही था तो वह लड़की डॉक्टर के पास गई और बोली
लड़की : डॉक्टर अभी तक उसे होश क्यों नही आया कोई खतरे की बात तो नही है ना ।
डॉक्टर सिन्हा : मैम हमे लगता है कि वह कोमा में चले गए है।
लड़की : तुम्हारे कहने का क्या मतलब है डॉक्टर।
डॉक्टर : ज्यादा खून बह जाने के वजह से वह कोमा में चले गया है ।सही समय से इलाज होने की वजह से उसकी जान तो बच गयी है पर होश कब तक आएगा इस बारे मव कुछ भी कहना मुश्किल है।
इतना सुनकर वह लड़की बाहर आ गयी और फिर दूसरी लड़की के पास आ गयी तो वह दूसरी लड़की बोली
लड़की : दीदी क्या कहा डॉक्टर ने आखिर कब तक होश आएगा ।
लड़की : वह कोमा में जा चुका है छोटी ।कुछ भी कहना मुश्किल है।