सुबह लगभग नो बजे के आस पास मुझे अमित ने उठाया और चाय पीने को कहा ।
मेने विजय के बारे में पूछा तो उसने कहा कि विजय चला गया और सीमा के फ्लैट की चाभी भी यही है वो नासिक चली गयी उसके पापा की तबियत खराब है और वो हॉस्पिटल में भर्ती है ।
मेने उठकर चाय पीने लगी तो अमित बोला ,--डलिंग पैन तो नही हो रहा है ।मेने उसे इनकार में सर हिलाया और चाय खत्म होने के बाद उसने मुझे किश किया।
फिर बोला ,--थेंक्स डलिंग ।
अमित ,--रात में मज़ा आ गया ।
मैं ,--तुमको क्या मज़ा आया ।
अमित ,--अरे सीमा को कितने दिन से देख रहा था रात में उसको चोदने का मौका मिला ।
में ,--तो उसके लिए तो में ऐसे ही उसको मना लेती ।
अमित ,--असली मज़ा तो तुमको चुदते हुए देखकर आया तुम क्या मस्त होकर चुदवा रही थी ।
में ,--तो इसमें तुम को कोनसी बात का मज़ा आया ।
अमित,--पहली बात तो तुम्हारी चीखें सुनकर मज़ा आया फिर दुसरीं बात जब तुम्हारी गाँड में अमित को लोडा फंसा था उसे देखकर मज़ा आया और सबसे ज्यादा मज़ा मुझे तब आया जब तुम मेरी गाँड मार रही थी और विजय ने अपना लवड़ा मेरे मुंह मे डालकर चुसवाया तब आया ।
में ,--पक्का कूक है तू ।
अमित मेरी आँखों मे देखकर ,--तू भी वेश्या से कम नही है पर अब जो भी हूँ तेरा पति हूँ ओर रात को तुम्हारी सिसकियां सुनकर मुझे भी लगा कि तुम हॉट वाइफ बन गयी हो ।
में अमित को प्यार से चपत लगाकर ,--साले विजय का लण्ड ही मस्त था और में कोई हॉट वाइफ नही तुमने मुझे चुड़कड रण्डी बना दिया।
अमित ,--अच्छा जो भी समझो ,मुझे ये बताओ तुमको कब सबसे ज्यादा मज़ा आया ।
मैं ,--में लगभग दस ग्यारह बार झड़ी पर तीन बार बिना वजह सिर्फ एक्साइटेड होकर झड़ गयी ।
अमित ,--ऐसे कोनसी वजह थी जब तुम इतना एक्साइटेड हुई।
में ,--पहली बार तो जब तुमने कहा कि विजय इसको इतना चुदाई करो कि ये लण्ड की भूखी औरत बन जाये और बेशरम औरत बन जाये । उस समय मेरी चुत भरभरा कर झड़ गयी।
अमित ,--वाओ ।वो तो तुम बन गयी ,फिर दुसरीं बार ।
में ,--जब सीमा ने आकर मेरे कान में कहा कि तुमने उसका मुत्त पिया है ।तब भी में ये सोचकर झड़ गयी कि मेरा पति कितना बड़ा चूतिया है।
अमित ,--अरे वो तो सेक्स का हिस्सा है और तीसरी बार ।
मैं ,--जब विजय ने मुझे कहा कि अपनी ननद रीता की नथ मुझसे ही उतरवाना में उसको एक रात में पूरी औरत बना कर रण्डी बना दूंगा।तो मुझे लगा कि में रीता को महा रण्डी बनाउंगी यही सोचकर झड़ गयी।
अमित ,--पर रीता की नथ वो कैसे उतार सकता है ।
में अमित के पेंट से लण्ड पकडकर ,--तो तुम खोल देना रीता की चुत का ढक्कन जानू। फिर विजय उसको हॉट बेबी बना देगा ।
अमित का लण्ड टनटना गया उसने मुझे बाहों में भर कर कहा ,--रेखा तूने मेरी जिंदगी को रंगीन बना दिया लव यू बेबी ।
में ,--पर तुने मेरी चुत का भोसड़ा करवा दिया देखो ।
अमित ,--यार वो तो होना ही था विजय ने जल्दी बना दिया वरना इसको तो बड़ा होना ही था। वैसे भी चुत तो होती ही भोसड़ा बनने को है ।
में ,--पर ये अब सरजू देवी जितना बड़ा हो गया है देखो तुमने देखा है ना अपनी मम्मी को भोसड़ा ।
बेबी मुझे लेट हो रहा है ऑफिस के लिए शाम में बात करेंगे ।अमित उठकर खड़ा हुआ तो में भी खड़ी होकर उसके साथ चल दी।
फिर में नंगी ही अमित को मेन गेट तक छोड़ने आयी तो अमित ने मुझे कहा ,--धन्यवाद बोलना पड़ेगा विजय को जिसने मेरी जान को बेशर्म बना दिया ।
में ,--कैसे ।
अमित ,--तुम आज तक रूम से बाहर बिना साड़ी बाहर नही निकली आज नंगी होकर यहाँ तक आ गयी ।
में,--तुमको तो ऐसी ही बीबी चाहिए थी ना ।
अमित ,--यस बेबी । आज तुम्हारा ये रूप देखकर आफिस जाने का मन नही हो रहा।
में ,--तुमने अपने मन की कर ली मुझे नोकरानी के पति की रखैल बना दिया देखना अब में भी रीता को पूरी बेशरम बना कर रहूंगी।
अमित ,-एज यू विश बेबी ।
उसके बाद अमित चला गया ।
अमित के जाते ही मेने नास्ता किया तभी फोन बजने लगा देखा तो सरजू देवी थी यानी मेरी सास का ।जो पिछले एक सप्ताह से दिन में कम से कम चार बार फोन कर रही थी पर मेने कॉल रिसीव नही किया था। लेकिन अब समय आ गया था इसलिये फोन उठाते ही उधर से सरजू देवी ,--हेलो रेखा बेटी ।
में ,--प्रणाम सासु मां ।
सरजू ,--बेटी तू मुझे मम्मी बोला कर ।
में उदास स्वर में ,- अब क्या फायदा मम्मी बोलने से ।
सरजू ,--ऐसा क्या हो गया ।
में ,--होना क्या था मेरी जिंदगी बर्बाद हो गयी ।
सरजू ,--मुझे बता क्या हुआ है ।
में ,--बस अब ये समझ लीजिए आज आप से आखरी बार बात कर रही हूँ ।
सरजू ,--पर बात तो बता ।
में ,--बात ये है कि आप का बेटा मुझे मां नही बना सकता।
सरजू ,--क्यों ।
में ,--मेने डॉक्टर से बात की है उसने आपके बेटे का स्पर्म टेस्ट किया और बताया कि उसमे बाप बनने की उम्मीद नही है ।
सरजू ,--तो ये बात अमित को पता है ।
में ,--नही ,आप ने कहा था कि चुपचाप टेस्ट करवाना ।
इसलिए मेरा टेस्ट करवाया और उनका स्पर्म चेक किया था ।
सरजू ,--इसलिए फोन नही उठा रही थी ।
में ,--हां अब मेरे पास तलाक के सिवा दूसरा रास्ता नही है ।आपकी वजह से मुझे डॉक्टर के सामने बेइज्जत होना पड़ा।
सरजू ,--क्या बेइज्जती हो गयी ।
में ,--उनके सामने बिना कपड़ों के चेक करवाना पड़ा ।और उसकी नर्स ने मुझे जलील किया सो अलग।
सरजू ,--बेटी मेरी बात सुन में आजकल में मुम्बई आती हूँ एक बार दोनों बात करते है उसके बाद तुम को जो अच्छा लगे वो कर लेना ।
में ,--में भी एक दो दिन बाद वापस पूना जाने का सोच रही हूँ ।
सरजू ,--तुम मेरे से मिले बिना नही जाना।प्लीज।
में ,--ठीक है ।बाय ।
उसके बाद दो घंटे के लिए सो गई और उठकर अमित को फोन किया ।
में ,--जान बहुत खुजली हो रही है ।
अमित ,--कहाँ पर ।
में ,--पुरे तन बदन में और तुम्हारी बीबी की चुत में।
अमित ,--ठीक है शाम में आकर देखता हूँ ।
में ,-पर अभी क्या करूँ ।
अमित ,--अभी तो आफिस टाइम है ।
में ,--तो विक़्क़ी को भेज दो वो चाट लेगा ।
अमित ,--पर वो ऑफिस में सबको बोल देगा ।
में ,--तो बोलने दो अब तुम्हारी बीबी रण्डी बन चुकी है और तुम्हारे ऑफिस वाले तो सारे वैसे भी एक ना एक दिन मुझे चोद ने वाले हैं।
अमित ,-आह ...साली तू मेरा पानी निकलवायेगी सुबह से वैसे ही लण्ड खड़ा है ।
में ,--तो विक्की को भेज दे कैमरे में लाइव देखकर लण्ड हिला लेना ।
अमित ,--तू विकी से पक्का चुदवाएगी ।
में ,--हां जानू अब तेरी बीबी को रोज लण्ड खाने को चहिऐ ।तुमने ही तो मुझे लण्ड की भूखी औरत बना दिया।
अमित ,-ठीक है भेजता हूँ बेबी ।
में,--तो में कुछ पहनू या नंगी ही स्वागत करूँ ।
अमित ,--तुम्हारी मर्जी बेबी ।
फोन काट कर में बाथरूम गयी फिर अच्छे से स्नान किया और एक सेक्सी गाउन पहना जो छुपा कम और दिखा ज्यादा रहा था।फिर अच्छा सा मेकअप किया और विकी का इंतजार करने लगी।
थॉडी देर में दरवाजे की घंटी बजी तो मेने अमित को फोन किया और केमरा चेक करने को कहा ।
जाकर गेट खोला तो विकी फिर से गेट से ही शुरू हो गया और आँखे झपकाकर बोला ,--नमस्ते भाभी आप रेखा भाभी ही हो ना ।
में मुस्करा कर ,--हां ,नन्हे शैतान तुमको क्या लगा ।
विक्की ,--अरे भाभी आप तो आज पहले से भी सुंदर लग रही हो आखिर भैया आपको ऐसा क्या खिलाते हैं ।
में मन मे ,साले मुझे अमित नही बहुत लोग अपने लण्ड का पानी पिला रहे हैं इसलिए ये जवानी निखर रही है ।
में ,--अरे तुम्हारे भैया है ही खास वो मुझे बहुत स्पेशल चीजे खिलाते हैं ।
विक्की ,--वो तो लग ही रहा है कि आप भी बहुत शौक से खाती है ।
में ,--खाना पड़ता है जब कोई प्यार से खिलाये तो ,अब तारीफ ही करोगे या कुछ काम भी करोगे ।
विक्की ,--आप बोलिये भाभी जी आपका ये देवर आप की सेवा में हाजिर है ।
में ,--मुझे एक कमरे का वीडियो केमरा को अलग नेटवर्क से चलाना है ।
विकी ,--पर भैया ने तो कुछ दूसरा काम बताया था ।
मैं मन मे सोचने लगी कि कही मेरे गांडू पति ने इसे मुझे चोदने का तो नही बोल दिया ।
में ,--क्या बोला है भैया ने ।
विक्की ,--भैया ने बोला भाभी कुछ स्पेशल काम करने को बुलाई है ।
मैं ,--स्पेशल बाद में पहले जो बोला है वो करो ।
वीक़्क़ी ,--पर उसके लिए अलग राऊटर चाहिए औऱ उसका अलग कार्ड भी लगेगा ।
में ,--ठीक है रहने दो और जाओ ।
विक्की ,--अरे आप तो नाराज हो गयी बताइये कोनसा केमरा अलग करना है ।
मेंने उसको गेस्टरूम दिखाया और बोली इसके सब कैमरे अलग करने है ।
विक्की ,--ठीक है भाभी कर देता हूँ पर एक रिकवेस्ट कर सकता हूँ।
में ,--बोलो क्या बोलना है ।
विक्की ,--में आपको एक बार ठीक से देखना चाहता हूँ अच्छे से ।
में ,--वो तो देख ही रहे हो । और देख लो उसमे क्या है ।
विक्की ,--थेंक्स भाभी ,और फिर वो मुझे ऊपर से नीचे तक देखने लगा फिर मेरे और चारों तरफ से मेरे शरीर की गंध सूंघते हुए बड़बड़ाने लगा वाओ भाभी क्या गजब की बॉडी है आपकी हर अंग सांचे में ढला हुआ है हर कटाव जबरदस्त है और कपड़ों की फिटिंग भी मस्त है उसके साँसों की गर्मी मेरे शरीर पर महसूस हो रही थी। जो मुझे भी अंदर से गरम कर रही थी।
मुझे उसके कपड़ों की फिटिंग का मतलब अच्छे से समझ आ रहा था वो गाउन में से देखकर मेरी ब्रा और पेंटी की फिटिंग की बात कर रहा था इसलिए मेने उसके गाल पर चपत मारकर बोली ,--बदमाश चल काम कर अपना।
और फिर किचन में आकर चाय बनाने लगी और चाय बनाकर गाउन के ऊपर का बटन खोल दिया जिससे ब्रा के ऊपर का हिस्सा पूरा क्लियर दिखने लगा।
जब चाय लेकर बाहर आई तो विक्की भी अपना काम कर चुका था उनको झुककर चाय पकड़ाई जिससे उसको अच्छे से क्लीवेज दिखे ।विक्की भी आराम से पूरी नज़र बनाये रखा और चाय पीने लगा ।
में ,--विक्की तुम ये बात अमित को मत बोलना की मेने दूसरे कमरे में अलग नेटवर्क लगवाया है ।
विक्की ,--ठीक है भाभी पर अमित भैया से छुपाने से फायदा ?
में ,--मेरी ननद आने वाली है कुछ दिन वो उसी कमरे में रहेगी इसलिए उसको अलग करना जरूरी था।
विक्की ,--ओह्ह ,ये बात है ।
उसके बाद विक्की चाय पीकर बोला ,--भाभी अमित भैया बोले आप कुछ स्पेशल ट्रीट देने वाली हो ।
में ,--स्पेशल क्या होती है ।
विक्की ,--अब आप जैसी सुंदर भाभी देगी तो स्पेशल ही होगी ।
में ,--तुम अपनी गर्ल फ्रेंड से लेना ।
विक़्क़ी ,--ठीक है भाभी में समझ गया आप और अमित भैया ने मुझे बेवकूफ बनाया है ।में चलता हूँ ।
में ,--रूको देवर जी ऐसे नाराज क्यों होते हो देती हूँ ट्रीट पर तुम बोलोगे ना भैया को जाकर ।
विकी ,--नही में क्यों बोलूंगा।
में ,--अगर तुम अमित भैया के साथ आफिस में अमित के दोस्तो को भी बोलो तो दे सकती हूँ ।
विक्की ,--प्रॉमिस भाभी आप शाम को अमित भैया से पूछ लेना ।
विककी के इतना बोलते ही मेने अपने गाउन को साइड करके एक बूब को बाहर निकाला और उसको अपने बूब पर झुका लिया ।और कैमरे की तरफ देखकर आंख मारी ।
विक्की छोटे बच्चे की तरह मेरी निप्पल से दूध पीने लगा तो मेने हाथ बढ़ाकर उसकी पेंट की जीप खोलने की कोशिश की तो वो जल्दी से खड़ा हुआ और पेण्ट को जांघो तक सरका दिया और बेठ गया मेने उसके लण्ड को देखा जो साढ़े पाँच इंच के आस पास रहा होगा उसे हाथ मे पकड़कर मुठ्याते हुए मे अपना बूब से दूध पिलाने लगी ।
मुश्किल से दो मिनट भी नही हुए होंगे कि अमित की सांसे उखड़ने लगी तो मेने विक्की को खड़ा किया और उसके लण्ड को लॉलीपॉप की तरह चुसने लगी जो पांच सात बार आगे पीछे करते ही मेरे मुंह मे झड़ने लगा ।
झड़ने के समय विक्की की सिसकियां चालू थी जो मेरे अंतिम बूंद चूसते ही खत्म हो गयी ।
विककी ने भी मुझे अपने लण्ड की ताजा क्रीम खिलाकर अपना पेण्ट वापस पहना और मेने भी अपना गाउन सही किया और मुंह को पोंछा तो विक्की बोला ।
विक्की ,--थेंक्स भाभी ।स्पेशल ट्रीट के लिए ।
में ,--अरे थेंक्स अपने अमित भैया को बोलना जो पिछली बार नाराज हो गए थे कि मेरे छोटे भाई को कुछ नही दिया ।
विक्की ,--जरूर भाभी ,मज़ा आ गया ।
मैं ,--तुम प्रॉमिस याद रखना अपना।
विकी ,--जरूर भाभी ऑफिस में सब को बोलूंगा की भाभी ने स्पेशल गिफ्ट दिया ।
मैं उसके कमसिन होठों को चूमकर ,--स्पेशल ट्रीट नही मेरे भोले देवर जी बोलना रेखा भाभी ने मुझे दूध पिलाया अपनी चुचियों से और मुझसे चुत मरवायी ।
विक्की ने बड़ी हैरानी से मेरी आँखों मे देखा और फिर हां में गर्दन हिलाई।
उसके बाद उसनेअपना बेग उठाया और चला गया ।उसके जाते ही मेने अमित को फोन किया और फोन पर।
में ,--क्यों पतिदेव पानी निकला या नही ।
अमित ,--अरे वो तो तभी निकल गया जब तुमने उसको दूध पिलाया था ।
में ,--साले वो तो बिल्कुल अनाड़ी निकला पांच मिनट भी नही झेल पाया ।
अमित ,--अरे बिचारा नया लड़का था ,और तुम एक चुड़कड औरत।
में ,--तो आगे से पुराना मंझा हुआ भड़वा भेजा कर जो मुझे भी ठंडा कर के जाए ।अब मुझे चुत में बैंगन डालकर ठंडा होना पड़ेगा।
अमित ,--पर उसको मेने कब भेजा उसको तो तूमने बुलाया था ।
में ,--साले तुमने मुझे चूदकड तो बना दिया तो में क्या करूँ ।
अमित ,--तो बेबी दीनू काका को बुला लो वो बिल्कुल सेफ है ।
में ,--तुम शाम में आओ तब बात करेंगे ।में तुम्हारी जानकारी के कुछ नही करूँगी। बाय।