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Adultery Husband ko banaya cuckhold

Sanju69

Sambog se moksha tak
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टेक्सी में बैठते ही मेने सुमन को वॉट्सएप्प किया कि में अपनी सास के साथ आ रही हूँ इसलिए अमन और सलमा को बोल दे कि अपनी पुरानी बात को उसके सामने नही बताये।

जवाब में सुमन ने मुझे कहा कि निश्चिंत रहो में दोनों को बोल दूँगी ।उसके बाद सरजू देवी से बात करने लगी ।

सरजू ,--तुम ब्यूटी पार्लर में यही बोलना की तुम मेरी छोटी बहन हो ।

में ,--ठीक है दीदी ।

सुमन ने इतना सुनते ही मुझे प्यार से गाल पर चपत लगाई। टेक्सी पार्लर के पास पंहुची तो दोनों ने टेक्सी का भाड़ा दिया और अंदर आ गयी जहां सुमन काउंटर पर बैठी थी जिसे मेने आंख मारकर चुप रहने का इशारा किया ।

सरजू ,--जी मुझे फेसिअल और थ्रेडिंग करवानी है ।

सुमन ,--बैठिए हो जाएगा और भी कुछ हमारे यहां इसके अलावा भी बहुत कुछ सर्विस दी जाती है ।

सरजू ,--इसके अलावा और क्या होता है ब्यूटी पार्लर में भला।

सुमन ,--जी वैक्सिंग ,अंदर आर्म हेयर रिमूव और आप चाहें तो नीचे के बाल भी साफ करके क्रीम से मसाज या फिर फुल बॉडी मसाज ।

सरजू ,--बॉडी मसाज भी ।

सुमन ,--जी ,और अगर आपको बॉडी मसाज पुरूष के हाथ से चाहिए तो वो भी हो जाएगी ।

सरजू कुछ सोचने लगी तो मेने कहा ,--आप दीदी की फुल सर्विस करवा दीजिये आज इनकी सालगिरह है इसलिए रात में जीजू को नई और हॉट बीबी मिलनी चाहिए ।क्यों दीदी ?

सरजू देवी थोड़ा सा लजाकर ,--हां वही ठीक रहेगा ।

सुमन ने घण्टी बजायी तो सलमा आयी उसने सलमा को हनी सर्विस का बोला और अमन को फोन करने का बोलकर सलमा को अंदर ले जाने को कहा ।

सलमा और सरजू के अंदर जाते ही मेने सुमन को अंदर क्या हो रहा है वो देखने के लिए बोला।

सुमन ने मुझे काउंटर के अंदर बुलाया और पास में बिठाकर मॉनिटर को मेरी तरफ घुमाते हुए अंदर जिस जगह सरजू देवी थी उस कैमरे को फुल स्क्रीन पर कर दिया ।

सलमा सरजू देवी को कुछ समझा रही थी फिर उसने उसको एक कुर्सी पर बिठाया और चेहरे पर कोई लोशन लगाया और उसकी चेहरे पर थ्रेडिंग वगेरह में लग गयी ।

कुछ देर बाद सलमा ने उसके चेहरे पर कोई क्रीम लगाई और आंखों पर पट्टी बांधकर उसको खड़ा किया और उसके कपड़े निकालने लगी उसको नंगी करके कुर्सी को फैला दिया जिससे उसके पैर चोड़ें हो गयी और उसकी झांट से ढकी चुत से लालिमा दिखने लगी फिर उसकी कांख और चुत को भी क्रीम से ढक दिया और उसने बूब्स पर एक क्रीम लगाकर निप्पल्स को रगड़ने लगी ।जिसे देखकर सुमन बोली ।

सुमन ,--रेखा तेरी सास के बूब्स पर सलमा जो क्रीम लगा रही है उससे तेरी सास के बूब्स की स्किन खींच जाएगी और उनमें कसाव आ जायेगा ।

मैं ,--तभी तो मेरी सास आज सालगिरह पर ससुर जी को कुछ नयापन देगी ।

सुमन ,--अरे तुमने बताया नही तुम कहो तो तेरे ससुर जी को सरप्राइज दे देती हूँ ।

में ,--अब बता दिया ना अब दे दो ।वैसे सरप्राइज है क्या।

सुमन ,--मेरे पास टेम्परेरी टैटू बनाने का जुगाड़ है जो दो चार दिन तक रहेगा कहो तो बनवा दूं ।

मैं ,--अरे नेकी और पूछ पूछ ,बनवा दो कैसा टेटू है ।

सुमन ,--वैसे तो सेक्सी स्टिकर वगेरह है पर आजकल लड़कियां चुत पर अपने बॉयफ्रेंड या पति का नाम लिखवाती है ।

में ,--वावो यार लिखवा दो सुनील नाम है ससुर जी का ।

सुमन ,--उसके लिए मुझे अंदर जाना पड़ेगा ।

में ,--तो चली जाइये ना पर मेरी भी एक रिकवेस्ट है ।

सुमन ,--बोलो ।

में ,--मुझे अपनी सास की चुत को पास से देखना है ।

सुमन ,--ठीक है रूको करती हूँ व्यवस्था ।

फिर उसने फोन उठाया और एक बटन दबाया तो अंदर से सलमा फोन के पास आकर फोन उठाती हुई दिखी ।

सुमन ,--सलमा आज आइटम की सालगिरह है और उसको टेम्परेरी टेटू के लिए रेडी कर और साथ मे उसको बोलना टेटू मालकिन बनाएगी इसलिए आंखों से पट्टी हटनी नही चाहिए समझी क्या।

उधर से सलमा ने क्या बोला वो सुनाई नही दिवा पर सुमन ने मुझे इंतजार करने को कहा।

थॉडी देर बाद सलमा ने एक प्लास्टिक की प्लेट से सरजू देवी की चुत और कांख से क्रीम हटाई तो दोनों जगह से सारे बाल क्रीम के साथ साफ हो गए और सरजू की चुत का नक्शा पूरा क्लियर दिखने लगा ।

मस्त फूली हुई चुत थी सासु मां की तभी सुनील अंकल सासु मां को घुमाने मुम्बई लाये होंगे ।

सलमा ने सरजू की आंखों से पट्टी हटाई और पास में बने बाथरूम का गेट खोला ,और कुछ देर बाद दोनों बाहर आई तो सरजू देवी के बाल गीले थे और बदन पर तौलिया लिपटा था मतलब सरजू देवी को स्नान करवा दिया था सलमा ने ।

उसने सरजू का तौलिया हटाया और फिर से कुर्सी पर बैठाकर पैर फैलाने को कहा और आंखों पर पटी बांधकर हेयर ड्रायर से बाल सुखाते हुय बात करने लगी कुछ बात करने के बाद उसने फोन उठाया और सुमन से कुछ कहा ।

सुमन ने कहा चलो तुमको तुम्हारी सास की चुत पास से दिखाती हूँ पर तुम कुछ बोलना मत ।

मेने हां में गर्दन हिलाई और दोनों खड़ी होकर अंदर की और चलने लगी ।

गेट खोलकर जब अंदर आयी तो सरजू देवी आंखों पर पटी बांधे बैठी थी सलमा हेयर ड्रायर से बाल सूखा रही थी और सरजू की चुत पूरी चिकनी लग रही थी ।

सलमा ,--मालकिन दीदी की सालगिरह है इनको टेम्परेरी टेटू बनवाना है ।

सुमन ,--ठीक है क्या बनवाना है ।

सरजू ,--बस मेरे पति का नाम लिख दो ।

सुमन ,--देखो दीदी आपको पति को खुश करना है तो में बताती हूँ आजकल क्या लिखवाने का चलन है ।

सरजू ,--तो लिख दीजिये जिससे मेरे पति को मज़ा आ जाये ।

सुमन ,--दीदी मुझे आपकी चूची औऱ चुत दोनों पर लिखना है आप अपने पति का नाम और प्यार से बुलाती है वो बता दीजिए ।

सरजू ,--सुनील और राजा ।

सुमन ,--और आपको किस नाम से बुलाते हैं ।

सरजू ,--रजु या रानी ।

सुमन ,--ठीक है आप हिलना मत ।

फिर सुमन ने एक पेन लिया और सरजू की विशाल चुचियों पर लिखना चालू किया ।पहली चूची पर उसने सुनील के लिए लिखा और दुसरीं पर रजु का दूध लिख कर मुझे आंख मारी ।

फिर चुत पर एक तरफ राजा लिखकर बीच मे की लिखकर दुसरीं तरफ रानी लिख दिया और बोली ।

सुमन ,--दीदी आप जब कपड़े पहनो तब देख लेना अभी अमन आप की मालिश कर देगा तब ।

सरजू ,--पर मालिश की क्या जरूरत है ।

सुमन ,--दीदी मालिश के बाद आपको जीजाजी से मिलने को बैचेन हो जाएगी ।

सरजू ,--पर मालिश तो जीजाजी रातभर करेंगे ही ।

सुमन ,--दीदी मालिश में हम जो क्रीम यूज़ करते है।
उससे आप की चुत और गाँड में हल्की हल्की खुजली होगी जो जीजाजी के लण्ड से ही मिटेगी और निपल में भी सख्ती आ जायेगी साथ ही उनमें भी खुजली होगी जो जीजाजी के मुंह से ही मिटेगी ।और उसको मालिश नही बोलते बस आपको क्रीम लगानी है जो पुरुष के हाथ से लगवाने से ज्यादा मज़ा आएगा

मेने सरजू की चुत की और देखा तो उसमेंसे पानी की बूंद बाहर की तरफ बह कर आ गयी थी ।

सरजू ,--पर मालिश लड़का करेगा ।

सुमन ,--आप निश्चित रहिए सिर्फ पांच मिनट लगेंगे। लड़का मेरा बेटा ही है उसको पता है क्रीम चुत में किस जगह लगेगी और गाँड में कितनी मात्रा में ।

सरजु ,--ठीक है पर बाहर मेरी बहन इंतजार कर रही है ।आप को जो करना है जल्दी करवाइए।

सुमन ,--वो बाहर टी वी में फ़िल्म देख रही है ।और अमन अभी पांच मिनट में फ्री कर देगा।

उसके बाद हम दोनों बाहर आये तो अमन एंटर हुआ जिसे देखकर सुमन बोली ,--जा रेखा की दीदी को होटशॉट क्रीम लगा दे बहुत गर्म माल है चुत का पानी चाटकर लगाना ।

अमन ने सुमन के होठों को किस किया और अंदर चला गया ।

सुमन ने फिर से मुझे मॉनिटर के पास बिठाया और बोली ,--देखना तेरी दीदी को अमन अभी जो क्रीम लगाएगा उसके बाद वो लण्ड लेने को पागल हो जाएगी और उसकी चुत बिना लण्ड लिए शान्तं नही होगा ।

में ,--पर उस क्रीम में है क्या ऐसा ।

सुमन ,--खास कुछ नही उसमे प्योर सरसों का तेल और कुछ दुसरा देसी सामान मिला है जिससे खुजली होती है और औरत के दिमाग में ये बात बैठ जाटी है कि उसकी चुत में कुछ लगा है जिससे उसका दिमाग सेक्स की तरफ घूम जाता है।और वो दूसरा कुछ नही सोचती है ।

में ,--ओह तो ये बात है ।

मॉनिटर में दिख रहा था कि अमन ने सरजू से कुछ बात की और फिर अपना मुंह सरजू की चुत से लगा दिया जिससे सरजू कसमसाने लगी ।

सलमा भी बाल सुखाकर अब शरीर पर कुछ लगा रही थी ।

इधर अमन ने चुत को चाट कर साफ किया फिर अंगुली में कोई क्रीम लगाकर उसकी टांगों को चौड़ा करके उसकी गाँड और चुत में क्रीम लगा चुका था फिर उसने हथेली में क्रीम लेकर चुटकी से सरजू की निप्पल को चुटकी से मसलते हुए क्रीम लगाकर मसल रहा था ।

लगभग पांच मिनट में अमन अपना काम करके निकल गया और बाहर आकर सुमन को आंख मारकर बाहर चला गया ।

सलमा ने भी सरजू को कपड़े पहनाए और फिर उसको मेकअप करके उला ला गर्ल विद्या बालन की तरह तैयार कर दिया था। जो कैमरे से दिख रहा था ।तैयार करके उसने सरजू को आईने के सामने खड़ा किया और आईना दिखाया तो सरजू देवी खुश नजर आयी ।

सलमा के साथ सरजू बाहर आई तो सलमा ने सरजू को दिखाते हुए कहा ,--मालकिन कैसी लग रही है दीदी।

सुमन ,--गज़ब तैयार कीया है तुमने तीस बत्तीस साल की छोकरी लग रही है क्यो रेखा ।

में ,--तभी तो यहां लाई हूँ आप ने तो दीदी को फिल्मी हेरोइन की तरह तैयार कर दिया ।

सुमन ,--अरे तुम्हारे जीजाजी जब देखेंगे तो भी खुश हो जाएंगे सलमा ने कपड़ों के अंदर भी तैयार किया है ।

सरजू देवी ने ये सुना तो जल्दी से सुमन को पेमेंट किया और मेरा हाथ पकड़ कर बाहर की तरफ खींच कर ले आयी और एक टेक्सि को रुकवाकर होटल का नाम बताया टेक्सि में बेठकर दोनों ने बातचीत चालू की।



To be continued.........
 

malikarman

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टेक्सी में बैठते ही मेने सुमन को वॉट्सएप्प किया कि में अपनी सास के साथ आ रही हूँ इसलिए अमन और सलमा को बोल दे कि अपनी पुरानी बात को उसके सामने नही बताये।

जवाब में सुमन ने मुझे कहा कि निश्चिंत रहो में दोनों को बोल दूँगी ।उसके बाद सरजू देवी से बात करने लगी ।

सरजू ,--तुम ब्यूटी पार्लर में यही बोलना की तुम मेरी छोटी बहन हो ।

में ,--ठीक है दीदी ।

सुमन ने इतना सुनते ही मुझे प्यार से गाल पर चपत लगाई। टेक्सी पार्लर के पास पंहुची तो दोनों ने टेक्सी का भाड़ा दिया और अंदर आ गयी जहां सुमन काउंटर पर बैठी थी जिसे मेने आंख मारकर चुप रहने का इशारा किया ।

सरजू ,--जी मुझे फेसिअल और थ्रेडिंग करवानी है ।

सुमन ,--बैठिए हो जाएगा और भी कुछ हमारे यहां इसके अलावा भी बहुत कुछ सर्विस दी जाती है ।

सरजू ,--इसके अलावा और क्या होता है ब्यूटी पार्लर में भला।

सुमन ,--जी वैक्सिंग ,अंदर आर्म हेयर रिमूव और आप चाहें तो नीचे के बाल भी साफ करके क्रीम से मसाज या फिर फुल बॉडी मसाज ।

सरजू ,--बॉडी मसाज भी ।

सुमन ,--जी ,और अगर आपको बॉडी मसाज पुरूष के हाथ से चाहिए तो वो भी हो जाएगी ।

सरजू कुछ सोचने लगी तो मेने कहा ,--आप दीदी की फुल सर्विस करवा दीजिये आज इनकी सालगिरह है इसलिए रात में जीजू को नई और हॉट बीबी मिलनी चाहिए ।क्यों दीदी ?

सरजू देवी थोड़ा सा लजाकर ,--हां वही ठीक रहेगा ।

सुमन ने घण्टी बजायी तो सलमा आयी उसने सलमा को हनी सर्विस का बोला और अमन को फोन करने का बोलकर सलमा को अंदर ले जाने को कहा ।

सलमा और सरजू के अंदर जाते ही मेने सुमन को अंदर क्या हो रहा है वो देखने के लिए बोला।

सुमन ने मुझे काउंटर के अंदर बुलाया और पास में बिठाकर मॉनिटर को मेरी तरफ घुमाते हुए अंदर जिस जगह सरजू देवी थी उस कैमरे को फुल स्क्रीन पर कर दिया ।

सलमा सरजू देवी को कुछ समझा रही थी फिर उसने उसको एक कुर्सी पर बिठाया और चेहरे पर कोई लोशन लगाया और उसकी चेहरे पर थ्रेडिंग वगेरह में लग गयी ।

कुछ देर बाद सलमा ने उसके चेहरे पर कोई क्रीम लगाई और आंखों पर पट्टी बांधकर उसको खड़ा किया और उसके कपड़े निकालने लगी उसको नंगी करके कुर्सी को फैला दिया जिससे उसके पैर चोड़ें हो गयी और उसकी झांट से ढकी चुत से लालिमा दिखने लगी फिर उसकी कांख और चुत को भी क्रीम से ढक दिया और उसने बूब्स पर एक क्रीम लगाकर निप्पल्स को रगड़ने लगी ।जिसे देखकर सुमन बोली ।

सुमन ,--रेखा तेरी सास के बूब्स पर सलमा जो क्रीम लगा रही है उससे तेरी सास के बूब्स की स्किन खींच जाएगी और उनमें कसाव आ जायेगा ।

मैं ,--तभी तो मेरी सास आज सालगिरह पर ससुर जी को कुछ नयापन देगी ।

सुमन ,--अरे तुमने बताया नही तुम कहो तो तेरे ससुर जी को सरप्राइज दे देती हूँ ।

में ,--अब बता दिया ना अब दे दो ।वैसे सरप्राइज है क्या।

सुमन ,--मेरे पास टेम्परेरी टैटू बनाने का जुगाड़ है जो दो चार दिन तक रहेगा कहो तो बनवा दूं ।

मैं ,--अरे नेकी और पूछ पूछ ,बनवा दो कैसा टेटू है ।

सुमन ,--वैसे तो सेक्सी स्टिकर वगेरह है पर आजकल लड़कियां चुत पर अपने बॉयफ्रेंड या पति का नाम लिखवाती है ।

में ,--वावो यार लिखवा दो सुनील नाम है ससुर जी का ।

सुमन ,--उसके लिए मुझे अंदर जाना पड़ेगा ।

में ,--तो चली जाइये ना पर मेरी भी एक रिकवेस्ट है ।

सुमन ,--बोलो ।

में ,--मुझे अपनी सास की चुत को पास से देखना है ।

सुमन ,--ठीक है रूको करती हूँ व्यवस्था ।

फिर उसने फोन उठाया और एक बटन दबाया तो अंदर से सलमा फोन के पास आकर फोन उठाती हुई दिखी ।

सुमन ,--सलमा आज आइटम की सालगिरह है और उसको टेम्परेरी टेटू के लिए रेडी कर और साथ मे उसको बोलना टेटू मालकिन बनाएगी इसलिए आंखों से पट्टी हटनी नही चाहिए समझी क्या।

उधर से सलमा ने क्या बोला वो सुनाई नही दिवा पर सुमन ने मुझे इंतजार करने को कहा।

थॉडी देर बाद सलमा ने एक प्लास्टिक की प्लेट से सरजू देवी की चुत और कांख से क्रीम हटाई तो दोनों जगह से सारे बाल क्रीम के साथ साफ हो गए और सरजू की चुत का नक्शा पूरा क्लियर दिखने लगा ।

मस्त फूली हुई चुत थी सासु मां की तभी सुनील अंकल सासु मां को घुमाने मुम्बई लाये होंगे ।

सलमा ने सरजू की आंखों से पट्टी हटाई और पास में बने बाथरूम का गेट खोला ,और कुछ देर बाद दोनों बाहर आई तो सरजू देवी के बाल गीले थे और बदन पर तौलिया लिपटा था मतलब सरजू देवी को स्नान करवा दिया था सलमा ने ।

उसने सरजू का तौलिया हटाया और फिर से कुर्सी पर बैठाकर पैर फैलाने को कहा और आंखों पर पटी बांधकर हेयर ड्रायर से बाल सुखाते हुय बात करने लगी कुछ बात करने के बाद उसने फोन उठाया और सुमन से कुछ कहा ।

सुमन ने कहा चलो तुमको तुम्हारी सास की चुत पास से दिखाती हूँ पर तुम कुछ बोलना मत ।

मेने हां में गर्दन हिलाई और दोनों खड़ी होकर अंदर की और चलने लगी ।

गेट खोलकर जब अंदर आयी तो सरजू देवी आंखों पर पटी बांधे बैठी थी सलमा हेयर ड्रायर से बाल सूखा रही थी और सरजू की चुत पूरी चिकनी लग रही थी ।

सलमा ,--मालकिन दीदी की सालगिरह है इनको टेम्परेरी टेटू बनवाना है ।

सुमन ,--ठीक है क्या बनवाना है ।

सरजू ,--बस मेरे पति का नाम लिख दो ।

सुमन ,--देखो दीदी आपको पति को खुश करना है तो में बताती हूँ आजकल क्या लिखवाने का चलन है ।

सरजू ,--तो लिख दीजिये जिससे मेरे पति को मज़ा आ जाये ।

सुमन ,--दीदी मुझे आपकी चूची औऱ चुत दोनों पर लिखना है आप अपने पति का नाम और प्यार से बुलाती है वो बता दीजिए ।

सरजू ,--सुनील और राजा ।

सुमन ,--और आपको किस नाम से बुलाते हैं ।

सरजू ,--रजु या रानी ।

सुमन ,--ठीक है आप हिलना मत ।

फिर सुमन ने एक पेन लिया और सरजू की विशाल चुचियों पर लिखना चालू किया ।पहली चूची पर उसने सुनील के लिए लिखा और दुसरीं पर रजु का दूध लिख कर मुझे आंख मारी ।

फिर चुत पर एक तरफ राजा लिखकर बीच मे की लिखकर दुसरीं तरफ रानी लिख दिया और बोली ।

सुमन ,--दीदी आप जब कपड़े पहनो तब देख लेना अभी अमन आप की मालिश कर देगा तब ।

सरजू ,--पर मालिश की क्या जरूरत है ।

सुमन ,--दीदी मालिश के बाद आपको जीजाजी से मिलने को बैचेन हो जाएगी ।

सरजू ,--पर मालिश तो जीजाजी रातभर करेंगे ही ।

सुमन ,--दीदी मालिश में हम जो क्रीम यूज़ करते है।
उससे आप की चुत और गाँड में हल्की हल्की खुजली होगी जो जीजाजी के लण्ड से ही मिटेगी और निपल में भी सख्ती आ जायेगी साथ ही उनमें भी खुजली होगी जो जीजाजी के मुंह से ही मिटेगी ।और उसको मालिश नही बोलते बस आपको क्रीम लगानी है जो पुरुष के हाथ से लगवाने से ज्यादा मज़ा आएगा

मेने सरजू की चुत की और देखा तो उसमेंसे पानी की बूंद बाहर की तरफ बह कर आ गयी थी ।

सरजू ,--पर मालिश लड़का करेगा ।

सुमन ,--आप निश्चित रहिए सिर्फ पांच मिनट लगेंगे। लड़का मेरा बेटा ही है उसको पता है क्रीम चुत में किस जगह लगेगी और गाँड में कितनी मात्रा में ।

सरजु ,--ठीक है पर बाहर मेरी बहन इंतजार कर रही है ।आप को जो करना है जल्दी करवाइए।

सुमन ,--वो बाहर टी वी में फ़िल्म देख रही है ।और अमन अभी पांच मिनट में फ्री कर देगा।

उसके बाद हम दोनों बाहर आये तो अमन एंटर हुआ जिसे देखकर सुमन बोली ,--जा रेखा की दीदी को होटशॉट क्रीम लगा दे बहुत गर्म माल है चुत का पानी चाटकर लगाना ।

अमन ने सुमन के होठों को किस किया और अंदर चला गया ।

सुमन ने फिर से मुझे मॉनिटर के पास बिठाया और बोली ,--देखना तेरी दीदी को अमन अभी जो क्रीम लगाएगा उसके बाद वो लण्ड लेने को पागल हो जाएगी और उसकी चुत बिना लण्ड लिए शान्तं नही होगा ।

में ,--पर उस क्रीम में है क्या ऐसा ।

सुमन ,--खास कुछ नही उसमे प्योर सरसों का तेल और कुछ दुसरा देसी सामान मिला है जिससे खुजली होती है और औरत के दिमाग में ये बात बैठ जाटी है कि उसकी चुत में कुछ लगा है जिससे उसका दिमाग सेक्स की तरफ घूम जाता है।और वो दूसरा कुछ नही सोचती है ।

में ,--ओह तो ये बात है ।

मॉनिटर में दिख रहा था कि अमन ने सरजू से कुछ बात की और फिर अपना मुंह सरजू की चुत से लगा दिया जिससे सरजू कसमसाने लगी ।

सलमा भी बाल सुखाकर अब शरीर पर कुछ लगा रही थी ।

इधर अमन ने चुत को चाट कर साफ किया फिर अंगुली में कोई क्रीम लगाकर उसकी टांगों को चौड़ा करके उसकी गाँड और चुत में क्रीम लगा चुका था फिर उसने हथेली में क्रीम लेकर चुटकी से सरजू की निप्पल को चुटकी से मसलते हुए क्रीम लगाकर मसल रहा था ।

लगभग पांच मिनट में अमन अपना काम करके निकल गया और बाहर आकर सुमन को आंख मारकर बाहर चला गया ।

सलमा ने भी सरजू को कपड़े पहनाए और फिर उसको मेकअप करके उला ला गर्ल विद्या बालन की तरह तैयार कर दिया था। जो कैमरे से दिख रहा था ।तैयार करके उसने सरजू को आईने के सामने खड़ा किया और आईना दिखाया तो सरजू देवी खुश नजर आयी ।

सलमा के साथ सरजू बाहर आई तो सलमा ने सरजू को दिखाते हुए कहा ,--मालकिन कैसी लग रही है दीदी।

सुमन ,--गज़ब तैयार कीया है तुमने तीस बत्तीस साल की छोकरी लग रही है क्यो रेखा ।

में ,--तभी तो यहां लाई हूँ आप ने तो दीदी को फिल्मी हेरोइन की तरह तैयार कर दिया ।

सुमन ,--अरे तुम्हारे जीजाजी जब देखेंगे तो भी खुश हो जाएंगे सलमा ने कपड़ों के अंदर भी तैयार किया है ।

सरजू देवी ने ये सुना तो जल्दी से सुमन को पेमेंट किया और मेरा हाथ पकड़ कर बाहर की तरफ खींच कर ले आयी और एक टेक्सि को रुकवाकर होटल का नाम बताया टेक्सि में बेठकर दोनों ने बातचीत चालू की।



To be continued.........
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Sanju69

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टेक्सी ड्राइवर एक बूढा आदमी था जो गाड़ी चलाने में ध्यान दिये हुए था इसलिए मेने धीरे से सरजू देवी से पूछा ।

मैं ,--मम्मी ये अंदर की क्या बात बोल रही थी सुमन ।

सरजू ,--उसने अंदर भी अपनी कलाकारी की है ।

मैं ,--ऐसी क्या कलाकारी कर दी जो आप मुझे वहां से भगा लायी ।

सरजू ,--अभी होटल में देख लेना ।

में ,--पर होटल में तो सुनील अंकल यानी मेरे असली ससुर जी भी होंगे ।

सरजू ,--तो क्या हुआ अब तो तुझे उनके साथ सबकुछ करना ही है ।

मैं ,--पर मुझे अजीब लग रहा है ।

सरजू ,--कुछ अजीब नही लगेगा आज जो भी होगा तुम्हारे सामने ही होगा ।

मैं ,--आप क्या बोल रही है ऐसा कैसे संभव है ।

सरजू ,--में तुम्हारे ही भले के लिए कर रही हूँ जब तेरी सास तुम्हारे सामने नंगी रहेगी तो तुझे शरम नही आएगी ।

में ,--पर आज तो आप की सालगिरह है।

सरजू ,-मुझे पता है अभी तीन बजे है और आधे घण्टे में हम होटल पहुंच जाएंगे उसके बाद एक बार मे हम दोनों को करना है उसके बाद से तुम्हारी गोद भराई का काम शुरू करना है ।

में ,--पर तब तक शाम हो जाएगी और मुझे घर जाना पड़ेगा क्योंकि आपका बेटा घर आ जायेगा ।

सरजू ,--तू पूरी बात सुनती नही मेरी बात काट देती है अभी तेरे सामने मुझे तेरे ससुर जी करेंगे जो तेरी शरम दूर करने में काम आएगा रात में हम लोग खाना खाकर तेरा इंतजार करेंगे तू अमित को दूध में नींद की टेबलेट मिलाकर दे देना और हमारे पास आ जाना ।

में ,--पर रात को वो उठ गए तो ।

सरजू ,--नही उठेगा हम लोग हर रविवार रीता को टेबलेट देकर रात भर करते है ।

में ,--पर आज ही जरूरी है क्या ।

सरजू ,--अरे दो ही रात तो हम लोग रुकेंगे इसलिए तेरे ससुर जी का जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डलवा दूँगी ।

में ,--और आप की सालगिरह ।

सरजू ,--अरे वो भी हो जाएगी तेरे ससुर जी को कंडोम नही लगाना पड़ेगा उनका स्टेमिना अच्छा है रात भर में मेरे ऊपर भी चढ़ेंगे और जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डाल देंगे ।हो सकता है तीन दिन में तेरी कोख भर जाए ।

मैं ,--पर आप का मज़ा तो खराब हो जाएगा ।

सरजू ,--खराब नही बढ़ जाएगा तेरे ससुर जी को तेरे जैसी नई बहू करने को मिल जाएगी तो वो पूरे जोश के साथ मुझे भी मज़ा कराएंगे ।और में भी दोनों के बीच मज़ा करूँगी ।

में ,--दोनों के बीच कैसे ।

सरजू ,--जब ससुर जी मेरे ऊपर चढ़े होंगे तो तू भी कुछ करेगी ना ।

मैं ,--उसमे मैं क्या करूँगी ।

सरजू ,--तू मेरा दूध पी लेना और ससुर जी अपना काम करते रहेंगे ।

सरजू की बात सुनकर मेरी चुत पूरी गिली हो चुकी थी और मन कर रहा था कि जाते ही शुरू हो जाऊं पर जब मेरी सास खुद मुझे मीका दे रही है तो में जल्दबाजी क्यों करूं ।

में ,--पर ऐसा में कैसे कर सकती हूँ मुझसे नही हो पायेगा ये ।

सरजू ,--अरे तू मुझे सास नही अपनी बड़ी दीदी समझ कर करना और फिर जब में तेरे सामने पहले सब कुछ करवाउंगी तो फिर तेरे को कैसी शरम आएगी ।आखिर मेरे कोनसे असली पति है ।मेरा भी तो एक तरह से यार ही है ।जब तेरी सास अपने यार के साथ मज़ा कर रही है तो तुझे क्या दिक्कत है ।

मैं ,--पर में आपके बेटे को क्या मुंह दिखाउंगी ।

सरजू ,--तो जिंदगी भर बांझ बने फिरना और अपनी अंगुली से काम चलाना ।

मैं ,--काश आपके बेटे में कमी नही होती ।

सरजू ,--तो उसकी कमी की वजह से तू क्यों अपनी जिंदगी बर्बाद करे तू भी ऐश कर और मस्ती से जी ।

में सरजू के गले लगकर ,--थैंक्स मोम ,मुझे आप जैसी सास मिली ।

सरजू ,--चल तुझे बताती हूँ मेने अपने यार को खुश करने के लिए आज क्या किया है ।

मैं ,--क्या किया है ।

सरजू ,--मेने अपने ऊपर और नीचे अपने यार का नाम लिखवाया है ।

में अनजान बनते हुए ,--कहाँ ऊपर नीचे ।

सरजू धीरे से ,--अपनी चूची और चुत पर ।

सरजू द्वारा खुले शब्दों में चुत औ चूची सुनकर मेरी चूची टाइट हो गयी और चुत भीग गयी थी ।पर सास के सामने संस्कार दिखाते हुए ।

मैं ,--छी मम्मी आप भी मर्दों की तरह ऐसे शब्द बोलती है ।

सरजू ,--बेटी तू भी बोलना सिख ले तेरे होने वाले बच्चे के पिता को खुश करने के लिए क्योंकि उनको यही सुनने की आदत है ।

में ,--पर ऐसा बोलने से क्या होगा ।

सरजू ,--मर्दों को अच्छा लगता है उनका जोश बढ़ जाता है और फिर जम कर चोदते हैं ।

में ,--तो आपने कितने मर्दों से सुनाया है ।

सरजू ,--अब तेरे से क्या छुपाना अब तक सात आठ तो होंगे ही ।

में सरजू का मुंह ताकने लगी जैसे कोई अजीब चीज देख ली हो ।

सरजू ,--जब खुद के पति में दम नही हो तो औरत को अपनी जरूरत पूरा करने के लिए करना पड़ता है ।और फिर अपनी जरूरत पूरा करने के लिए कभी कभी दूसरों की इच्छा का ध्यान भी रखना पड़ता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--उसके लिए तो में सिर्फ एक प्यासी औरत ही हूँ ना , जिसका पति नपुंसक है तो उसका फायदा उठाकर वो कभी अपने दोस्त को खुश करने के लिए बोल देता है जो करना पड़ता है ।

में ,--ये तो ब्लैक मेल करना हो गया ।

सरजू ,--ये ब्लेक मेल नही है , अपने लिए एन्जॉय करने जैसा है ।

में ,--पर सुनील अंकल क्यों करेंगे ऐसा जब आप उनको सब कुछ सौंप दी ।

सरजू ,--तू बेवकूफ है में एक ही खूंटे से बंध कर क्यों रहूं जब सुनील अंकल को मेरे लिए समय नही तो किसी और के पास तो मेरे लिए समय हो सकता है ना ।

मैं ,--मतलब आपको दिक्कत नही है ।

सरजू ,--देखो हर मर्द का औजार और करने की स्टाइल अलग होती है और नया मर्द किसी नई औरत को जम कर करता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--अब तुम खुद को ही ले लो अमित तुम्हारी चूची मसलता होगा और तुम थोड़ा सा आह करदो तो वो रूक जाएगा पर पराया मर्द तुम्हारी चूची को पूरा निचोड़ देगा चाहे तुम कितना भी चीखों और औरत को असली मज़ा तभी आता है जब सामने वाला औरत को मसलकर रख दे ।

मैं ,--अब आप मुझसे बड़ी है तो अनुभव भी ज्यादा है ।लेकिन दर्द भी तो होता हैं।

सरजू ,--दर्द में ही असली मज़ा है ,मेने जिंदगी में बहुत मज़े और एक्सपेरिमेंट किये है ये तो अमित ही गांडू है वरना उसको भी मौका देने की कोशिश कि थी ।

में ,--कैसे ।

सरजू ,--जब वो अपने दोस्तों से गाँड मरवाकर आता था तब उसको जानबूझकर अपना जिस्म नहाने के बहाने नंगा दिखाती थी पर चंदा ने बताया कि उसको गाँड मरवाना ज्यादा पसंद है ।

मैं ,--चंदा कोन ।

सरजू ,--है गांव में एक औरत जिसके पति के पास अमित गाँड मरवाता था ।

में,--आपको इनके बारे में सब पता है ।

सरजू ,--मेरा बेटा हैइसलिए रखना पड़ता है , चंदा ने मेरी ननद की बेटी रश्मि को अमित से चुदवा कर अपनेबस में कर लिया फिर उसको अपने पति से गांडू बनवा दिया।

में ,--तो आपने रोका क्यों नही ।

सरजू ,--में खुद सुनील के साथ लगी थी इसलिए चंदा को बोल नही सकती थी और चंदा को मेरे बारे में पता था इसलिए चुप रही ।

में ,--तो चंदा भी अपने पति से संतुष्ट नही थी ।

सरजू ,--जरूरी नही सब असंतुष्ट हो तभी ये काम करे चंदा गरीब घर की बेटी थी और उसका पति बहुत चोदू आदमी है इसलिए चंदा को अपने पति को खुश रखने के लिए करना पड़ता था उसका पति कमसिन लड़के और लड़कियों को चंदा से फ़सवा कर उनको ब्लैक मेल करता है ।और फिर उनको काम मे लेता था ।

मैं ,--तो गांव में किसी ने विरोध नही किया ।

सरजू ,--ये सब बातें सबको थोड़े ही पता चलती है वो तो रश्मि की वजह से मुझे पता चली वरना अमित तो उसके दोस्त के साथ लगा था ।

मैं ,--तो आपको रश्मि दीदी ने खुद बताया ।

सरजू ,--वो बार बार अपनी मम्मी से बहाना करके मेरे पास आती थी और शादी के बाद भी वो चंदा के घर जाती थी इसलिए मुझे शक हुआ और एक दिन उसको मेने रंगे हाथ पकड़ लिया ।

में ,--तो फिर रीता कैसे बच गयी ।

सरजू ,--रीता को मेने गांव की हवा नही लगने दी शुरू से ही बोर्डिंग स्कूल में डलवा दिया ।

में ,--पर अब तो वो गांव में ही है ।

सरजू ,--है लेकिन उसको ज्यादा देर बाहर नही निकलने देती औऱ में खुद भी उसके सामने में धार्मिक औरत के रूप में रहती हूँ और सत्संग के बहाने से सब होता है ।

मैं ,--पर कहीं उसका हाल भी आपके और मेरे जैसा हुआ तो ।

सरजू ,--इसलिए तो सोचती हूँ कि कही नोकरी लग जाये तो फिर किसी के भरोसे नही रहेगी ।

में ,--पर उसकी वजह से आप को कितनी परेशानी होती है आप खुल कर एन्जॉय नही कर पाति है ।

सरजू ,--वो तो है पर डर भी की कहीं गलत रास्ते ना चली जाए इसलिए उसको पूरा कंट्रोल में रखती हूं ।

में ,--मम्मी अब भी बड़ी ही गयी है कितने दिन वश में रहेगी ।

सरजू ,--और उपाय भी नही है ना ।

मैं ,--उपाय है अगर आपचाहें तो ।

सरजू ,--क्या ।

मैं ,--आजकल लिव इन का चलन है लड़कियों को अपने पसन्द के लड़के के साथ रहकर जानने और समझने का अवसर मिल जाता है और फिर समझ मे आये तो शादी कर लेती है ।

सरजू ,--पर ऐसे किसी के साथ कैसे रह सकती है ।

में ,--मेरी दो सहेलियों ने ऐसे ही शादी की है प्राइवेट जॉब करके पहले लड़के पसन्द किये फिर उनके साथ कुछ दिन रहकर शादी कर ली ।

सरजू ,--पर प्राइवेट जॉब के लिए गांव से बाहर जाना पड़ेगा ।

में ,--आप उसको मुंबई भेज दीजिये यहां नोकरियों को कमी नही है ।

सरजू ,--पर यहां तुम को संभाल ना पड़ेगा ।

में ,--तो में अपनी ननद को नही संभाल सकती क्या वैसे भी में दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ ।

सरजू ,--ठीक है सोचूंगी ।

में,-;सोचना क्या है आप खुल कर सुनील चाचा के साथ घर मे मजे कीजिये ।

सरजू ,--पर तुमको परेशानी होगी उसका ।

में ,--मुझे क्या परेशानी है में उसके साथ दिनभर रहूंगी उसको खाना और घर के काम सीखा दूँगी खाली समय मे डांस वगेरह सिख लेगी । और कोई अच्छी सी प्राइवेट जॉब कर लेगी ।

सरजू ,--ठीक है में जाकर तेरे ससुर जी से बात करके भेज दूँगी ।

बातें करते करते होटल आ गया था टैक्सी रुकते ही उसको भाड़ा दिया और दोनों होटल में चल दी।

होटल में पहुंच कर हम लोग लिफ्ट से दसवें माले पर पहुंचे और सरजू ने पर्स से कार्ड निकालकर गेट खोला और अंदर से गेट बंद करके जब रूम देखा तो रूम जैसा लगा ही नही, बाहर सोफा और टेबल लगे थे एक तरफ छोटा सा फ्रिज रखा था जिसमे पीने की बोतल वगेरह थी पास में चाय बनाने के केतली पड़ी थी एक तरफ टॉयलेट था ।

तभी अंदर से आवाज आई कोंन है तो सरजू ने एक गेट खोला और मुझे अंदर लेकर आई ।अंदर सुनील चाचा पीठ के बल नंगा लेटा था और एक लड़की मसाज कर रही थी जो सिर्फ ब्रा पेंटी पहने थी ।सुनील चाचा हमे देखकर बोले।

सुनील ,--जी आप को किस् से मिलना है ।

सरजू ,--अभी बताती हूँ ए लड़की चल बाहर निकल ।
वो लड़की जल्दी से बाहर निकल गयी ।

सुनील ,--अरे रजु रानी तुम , तुम तो पहचान में ही नही आ रही और ये आइटम कोन है ।

सरजू ,--साले में थॉडी देर बाहर क्या गयी तुमने तो रण्डी बुला ली ।

सुनील ,--तुमने कितनी देर कर दी आने में तो सोचा मसाज करवा लूं आखिर तुमको रात भर करना है ।
सुनील चाचा सीधे हो चुका था उनका विशाल लण्ड तन कर खड़ा था जिसे देखने के बाद मेरी चुत कुलबुलाने लगी और में बाहर की तरफ जाने लगी तो सरजू ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली ।

सरजू ,--ये अमित की बीबी रेखा बहु है ।

सुनील अंकल ने इतना सुनते ही पास पड़े तोलिये को उठाकर अपने कमर पर डाल लिया और सरजू को डांटने के अंदाज में बोला ।

सुनील ,--तुमको एक बार फोन करके नही आना चाहिए क्या इज्जत रह गयी मेरी बहु के सामने ।

सरजू ,--मुझे क्या पता तुम यहाँ रण्डी से मसाज करवा रहे होंगे में तो तुम्हारे कल बर्थडे पर नई चुत का इंतजाम करके लायी थी ।जो तीन दिन तक बिना कंडोम चुदवाने वाली है।

सुनील ,--पर तुम तो बहु को लेकर आई हो ।

सरजू ,--तो बहु ही तो है वो।

इतना सुनते ही मेने सरजू से हाथ छुड़ाया और गेट खोलकर बाहर आ गयी जब तक मैं रूम का मैन गेट खोलती सरजू ने मेरा हाथ पकड़ा और सोफ़े पर खींच लिया ।


To be continued........
 

malikarman

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टेक्सी ड्राइवर एक बूढा आदमी था जो गाड़ी चलाने में ध्यान दिये हुए था इसलिए मेने धीरे से सरजू देवी से पूछा ।

मैं ,--मम्मी ये अंदर की क्या बात बोल रही थी सुमन ।

सरजू ,--उसने अंदर भी अपनी कलाकारी की है ।

मैं ,--ऐसी क्या कलाकारी कर दी जो आप मुझे वहां से भगा लायी ।

सरजू ,--अभी होटल में देख लेना ।

में ,--पर होटल में तो सुनील अंकल यानी मेरे असली ससुर जी भी होंगे ।

सरजू ,--तो क्या हुआ अब तो तुझे उनके साथ सबकुछ करना ही है ।

मैं ,--पर मुझे अजीब लग रहा है ।

सरजू ,--कुछ अजीब नही लगेगा आज जो भी होगा तुम्हारे सामने ही होगा ।

मैं ,--आप क्या बोल रही है ऐसा कैसे संभव है ।

सरजू ,--में तुम्हारे ही भले के लिए कर रही हूँ जब तेरी सास तुम्हारे सामने नंगी रहेगी तो तुझे शरम नही आएगी ।

में ,--पर आज तो आप की सालगिरह है।

सरजू ,-मुझे पता है अभी तीन बजे है और आधे घण्टे में हम होटल पहुंच जाएंगे उसके बाद एक बार मे हम दोनों को करना है उसके बाद से तुम्हारी गोद भराई का काम शुरू करना है ।

में ,--पर तब तक शाम हो जाएगी और मुझे घर जाना पड़ेगा क्योंकि आपका बेटा घर आ जायेगा ।

सरजू ,--तू पूरी बात सुनती नही मेरी बात काट देती है अभी तेरे सामने मुझे तेरे ससुर जी करेंगे जो तेरी शरम दूर करने में काम आएगा रात में हम लोग खाना खाकर तेरा इंतजार करेंगे तू अमित को दूध में नींद की टेबलेट मिलाकर दे देना और हमारे पास आ जाना ।

में ,--पर रात को वो उठ गए तो ।

सरजू ,--नही उठेगा हम लोग हर रविवार रीता को टेबलेट देकर रात भर करते है ।

में ,--पर आज ही जरूरी है क्या ।

सरजू ,--अरे दो ही रात तो हम लोग रुकेंगे इसलिए तेरे ससुर जी का जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डलवा दूँगी ।

में ,--और आप की सालगिरह ।

सरजू ,--अरे वो भी हो जाएगी तेरे ससुर जी को कंडोम नही लगाना पड़ेगा उनका स्टेमिना अच्छा है रात भर में मेरे ऊपर भी चढ़ेंगे और जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डाल देंगे ।हो सकता है तीन दिन में तेरी कोख भर जाए ।

मैं ,--पर आप का मज़ा तो खराब हो जाएगा ।

सरजू ,--खराब नही बढ़ जाएगा तेरे ससुर जी को तेरे जैसी नई बहू करने को मिल जाएगी तो वो पूरे जोश के साथ मुझे भी मज़ा कराएंगे ।और में भी दोनों के बीच मज़ा करूँगी ।

में ,--दोनों के बीच कैसे ।

सरजू ,--जब ससुर जी मेरे ऊपर चढ़े होंगे तो तू भी कुछ करेगी ना ।

मैं ,--उसमे मैं क्या करूँगी ।

सरजू ,--तू मेरा दूध पी लेना और ससुर जी अपना काम करते रहेंगे ।

सरजू की बात सुनकर मेरी चुत पूरी गिली हो चुकी थी और मन कर रहा था कि जाते ही शुरू हो जाऊं पर जब मेरी सास खुद मुझे मीका दे रही है तो में जल्दबाजी क्यों करूं ।

में ,--पर ऐसा में कैसे कर सकती हूँ मुझसे नही हो पायेगा ये ।

सरजू ,--अरे तू मुझे सास नही अपनी बड़ी दीदी समझ कर करना और फिर जब में तेरे सामने पहले सब कुछ करवाउंगी तो फिर तेरे को कैसी शरम आएगी ।आखिर मेरे कोनसे असली पति है ।मेरा भी तो एक तरह से यार ही है ।जब तेरी सास अपने यार के साथ मज़ा कर रही है तो तुझे क्या दिक्कत है ।

मैं ,--पर में आपके बेटे को क्या मुंह दिखाउंगी ।

सरजू ,--तो जिंदगी भर बांझ बने फिरना और अपनी अंगुली से काम चलाना ।

मैं ,--काश आपके बेटे में कमी नही होती ।

सरजू ,--तो उसकी कमी की वजह से तू क्यों अपनी जिंदगी बर्बाद करे तू भी ऐश कर और मस्ती से जी ।

में सरजू के गले लगकर ,--थैंक्स मोम ,मुझे आप जैसी सास मिली ।

सरजू ,--चल तुझे बताती हूँ मेने अपने यार को खुश करने के लिए आज क्या किया है ।

मैं ,--क्या किया है ।

सरजू ,--मेने अपने ऊपर और नीचे अपने यार का नाम लिखवाया है ।

में अनजान बनते हुए ,--कहाँ ऊपर नीचे ।

सरजू धीरे से ,--अपनी चूची और चुत पर ।

सरजू द्वारा खुले शब्दों में चुत औ चूची सुनकर मेरी चूची टाइट हो गयी और चुत भीग गयी थी ।पर सास के सामने संस्कार दिखाते हुए ।

मैं ,--छी मम्मी आप भी मर्दों की तरह ऐसे शब्द बोलती है ।

सरजू ,--बेटी तू भी बोलना सिख ले तेरे होने वाले बच्चे के पिता को खुश करने के लिए क्योंकि उनको यही सुनने की आदत है ।

में ,--पर ऐसा बोलने से क्या होगा ।

सरजू ,--मर्दों को अच्छा लगता है उनका जोश बढ़ जाता है और फिर जम कर चोदते हैं ।

में ,--तो आपने कितने मर्दों से सुनाया है ।

सरजू ,--अब तेरे से क्या छुपाना अब तक सात आठ तो होंगे ही ।

में सरजू का मुंह ताकने लगी जैसे कोई अजीब चीज देख ली हो ।

सरजू ,--जब खुद के पति में दम नही हो तो औरत को अपनी जरूरत पूरा करने के लिए करना पड़ता है ।और फिर अपनी जरूरत पूरा करने के लिए कभी कभी दूसरों की इच्छा का ध्यान भी रखना पड़ता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--उसके लिए तो में सिर्फ एक प्यासी औरत ही हूँ ना , जिसका पति नपुंसक है तो उसका फायदा उठाकर वो कभी अपने दोस्त को खुश करने के लिए बोल देता है जो करना पड़ता है ।

में ,--ये तो ब्लैक मेल करना हो गया ।

सरजू ,--ये ब्लेक मेल नही है , अपने लिए एन्जॉय करने जैसा है ।

में ,--पर सुनील अंकल क्यों करेंगे ऐसा जब आप उनको सब कुछ सौंप दी ।

सरजू ,--तू बेवकूफ है में एक ही खूंटे से बंध कर क्यों रहूं जब सुनील अंकल को मेरे लिए समय नही तो किसी और के पास तो मेरे लिए समय हो सकता है ना ।

मैं ,--मतलब आपको दिक्कत नही है ।

सरजू ,--देखो हर मर्द का औजार और करने की स्टाइल अलग होती है और नया मर्द किसी नई औरत को जम कर करता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--अब तुम खुद को ही ले लो अमित तुम्हारी चूची मसलता होगा और तुम थोड़ा सा आह करदो तो वो रूक जाएगा पर पराया मर्द तुम्हारी चूची को पूरा निचोड़ देगा चाहे तुम कितना भी चीखों और औरत को असली मज़ा तभी आता है जब सामने वाला औरत को मसलकर रख दे ।

मैं ,--अब आप मुझसे बड़ी है तो अनुभव भी ज्यादा है ।लेकिन दर्द भी तो होता हैं।

सरजू ,--दर्द में ही असली मज़ा है ,मेने जिंदगी में बहुत मज़े और एक्सपेरिमेंट किये है ये तो अमित ही गांडू है वरना उसको भी मौका देने की कोशिश कि थी ।

में ,--कैसे ।

सरजू ,--जब वो अपने दोस्तों से गाँड मरवाकर आता था तब उसको जानबूझकर अपना जिस्म नहाने के बहाने नंगा दिखाती थी पर चंदा ने बताया कि उसको गाँड मरवाना ज्यादा पसंद है ।

मैं ,--चंदा कोन ।

सरजू ,--है गांव में एक औरत जिसके पति के पास अमित गाँड मरवाता था ।

में,--आपको इनके बारे में सब पता है ।

सरजू ,--मेरा बेटा हैइसलिए रखना पड़ता है , चंदा ने मेरी ननद की बेटी रश्मि को अमित से चुदवा कर अपनेबस में कर लिया फिर उसको अपने पति से गांडू बनवा दिया।

में ,--तो आपने रोका क्यों नही ।

सरजू ,--में खुद सुनील के साथ लगी थी इसलिए चंदा को बोल नही सकती थी और चंदा को मेरे बारे में पता था इसलिए चुप रही ।

में ,--तो चंदा भी अपने पति से संतुष्ट नही थी ।

सरजू ,--जरूरी नही सब असंतुष्ट हो तभी ये काम करे चंदा गरीब घर की बेटी थी और उसका पति बहुत चोदू आदमी है इसलिए चंदा को अपने पति को खुश रखने के लिए करना पड़ता था उसका पति कमसिन लड़के और लड़कियों को चंदा से फ़सवा कर उनको ब्लैक मेल करता है ।और फिर उनको काम मे लेता था ।

मैं ,--तो गांव में किसी ने विरोध नही किया ।

सरजू ,--ये सब बातें सबको थोड़े ही पता चलती है वो तो रश्मि की वजह से मुझे पता चली वरना अमित तो उसके दोस्त के साथ लगा था ।

मैं ,--तो आपको रश्मि दीदी ने खुद बताया ।

सरजू ,--वो बार बार अपनी मम्मी से बहाना करके मेरे पास आती थी और शादी के बाद भी वो चंदा के घर जाती थी इसलिए मुझे शक हुआ और एक दिन उसको मेने रंगे हाथ पकड़ लिया ।

में ,--तो फिर रीता कैसे बच गयी ।

सरजू ,--रीता को मेने गांव की हवा नही लगने दी शुरू से ही बोर्डिंग स्कूल में डलवा दिया ।

में ,--पर अब तो वो गांव में ही है ।

सरजू ,--है लेकिन उसको ज्यादा देर बाहर नही निकलने देती औऱ में खुद भी उसके सामने में धार्मिक औरत के रूप में रहती हूँ और सत्संग के बहाने से सब होता है ।

मैं ,--पर कहीं उसका हाल भी आपके और मेरे जैसा हुआ तो ।

सरजू ,--इसलिए तो सोचती हूँ कि कही नोकरी लग जाये तो फिर किसी के भरोसे नही रहेगी ।

में ,--पर उसकी वजह से आप को कितनी परेशानी होती है आप खुल कर एन्जॉय नही कर पाति है ।

सरजू ,--वो तो है पर डर भी की कहीं गलत रास्ते ना चली जाए इसलिए उसको पूरा कंट्रोल में रखती हूं ।

में ,--मम्मी अब भी बड़ी ही गयी है कितने दिन वश में रहेगी ।

सरजू ,--और उपाय भी नही है ना ।

मैं ,--उपाय है अगर आपचाहें तो ।

सरजू ,--क्या ।

मैं ,--आजकल लिव इन का चलन है लड़कियों को अपने पसन्द के लड़के के साथ रहकर जानने और समझने का अवसर मिल जाता है और फिर समझ मे आये तो शादी कर लेती है ।

सरजू ,--पर ऐसे किसी के साथ कैसे रह सकती है ।

में ,--मेरी दो सहेलियों ने ऐसे ही शादी की है प्राइवेट जॉब करके पहले लड़के पसन्द किये फिर उनके साथ कुछ दिन रहकर शादी कर ली ।

सरजू ,--पर प्राइवेट जॉब के लिए गांव से बाहर जाना पड़ेगा ।

में ,--आप उसको मुंबई भेज दीजिये यहां नोकरियों को कमी नही है ।

सरजू ,--पर यहां तुम को संभाल ना पड़ेगा ।

में ,--तो में अपनी ननद को नही संभाल सकती क्या वैसे भी में दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ ।

सरजू ,--ठीक है सोचूंगी ।

में,-;सोचना क्या है आप खुल कर सुनील चाचा के साथ घर मे मजे कीजिये ।

सरजू ,--पर तुमको परेशानी होगी उसका ।

में ,--मुझे क्या परेशानी है में उसके साथ दिनभर रहूंगी उसको खाना और घर के काम सीखा दूँगी खाली समय मे डांस वगेरह सिख लेगी । और कोई अच्छी सी प्राइवेट जॉब कर लेगी ।

सरजू ,--ठीक है में जाकर तेरे ससुर जी से बात करके भेज दूँगी ।

बातें करते करते होटल आ गया था टैक्सी रुकते ही उसको भाड़ा दिया और दोनों होटल में चल दी।

होटल में पहुंच कर हम लोग लिफ्ट से दसवें माले पर पहुंचे और सरजू ने पर्स से कार्ड निकालकर गेट खोला और अंदर से गेट बंद करके जब रूम देखा तो रूम जैसा लगा ही नही, बाहर सोफा और टेबल लगे थे एक तरफ छोटा सा फ्रिज रखा था जिसमे पीने की बोतल वगेरह थी पास में चाय बनाने के केतली पड़ी थी एक तरफ टॉयलेट था ।

तभी अंदर से आवाज आई कोंन है तो सरजू ने एक गेट खोला और मुझे अंदर लेकर आई ।अंदर सुनील चाचा पीठ के बल नंगा लेटा था और एक लड़की मसाज कर रही थी जो सिर्फ ब्रा पेंटी पहने थी ।सुनील चाचा हमे देखकर बोले।

सुनील ,--जी आप को किस् से मिलना है ।

सरजू ,--अभी बताती हूँ ए लड़की चल बाहर निकल ।
वो लड़की जल्दी से बाहर निकल गयी ।

सुनील ,--अरे रजु रानी तुम , तुम तो पहचान में ही नही आ रही और ये आइटम कोन है ।

सरजू ,--साले में थॉडी देर बाहर क्या गयी तुमने तो रण्डी बुला ली ।

सुनील ,--तुमने कितनी देर कर दी आने में तो सोचा मसाज करवा लूं आखिर तुमको रात भर करना है ।
सुनील चाचा सीधे हो चुका था उनका विशाल लण्ड तन कर खड़ा था जिसे देखने के बाद मेरी चुत कुलबुलाने लगी और में बाहर की तरफ जाने लगी तो सरजू ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली ।

सरजू ,--ये अमित की बीबी रेखा बहु है ।

सुनील अंकल ने इतना सुनते ही पास पड़े तोलिये को उठाकर अपने कमर पर डाल लिया और सरजू को डांटने के अंदाज में बोला ।

सुनील ,--तुमको एक बार फोन करके नही आना चाहिए क्या इज्जत रह गयी मेरी बहु के सामने ।

सरजू ,--मुझे क्या पता तुम यहाँ रण्डी से मसाज करवा रहे होंगे में तो तुम्हारे कल बर्थडे पर नई चुत का इंतजाम करके लायी थी ।जो तीन दिन तक बिना कंडोम चुदवाने वाली है।

सुनील ,--पर तुम तो बहु को लेकर आई हो ।

सरजू ,--तो बहु ही तो है वो।

इतना सुनते ही मेने सरजू से हाथ छुड़ाया और गेट खोलकर बाहर आ गयी जब तक मैं रूम का मैन गेट खोलती सरजू ने मेरा हाथ पकड़ा और सोफ़े पर खींच लिया ।


To be continued........
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Sanju69

Sambog se moksha tak
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सोफ़े पर बेठकर सरजू बोली ,--अब क्या हुआ तुमको जो जा रही हो ।

में ,--छि आप तो मुझे बच्चे के नाम पर लायी और चाचा जी को बर्थडे गिफ्ट बोल रही थी ।

सरजू ,--तो तुझे जिंदगी भर बांझ बनकर रहना है या फिर मज़े करने है ।

में ,--और चाचा जी भी मुझे आइटम बोल रहे थे उनको शर्म नही आई ।

सरजू ,--तो उनको क्या पता शादी में वो तुमको घूंघट की वजह से देख नही पाए और तुम्हारा शरीर भी तो भर गया इसलिए नही पहचाना ।

में ,--पर में नही करूँगी कैसे चाचा जी नंगे लेटे हुये थे बेशर्मो की तरह ।

सरजू ,--तो तू क्या बिना बेशर्म बने ही मां बनना चाहती है क्या ।

में ,--क्या मतलब ।

सरजू ,--मतलब ये की औरत को मां बनने के लिए किसी के सामने नंगी होना पड़ता है उसके लण्ड को अपनी चुत में डलवाकर उसका पानी अपनी चुत में डलवाना पड़ता है तभी मां बनती है । तुझे अभी पता नही है कितने लोग औरत को मा बनाने के नाम पर लूटते हैं ।उसकी इस मजबूरी का फायदा उठाते है जैसे उस डॉक्टर ने उठाने की कोशिश की है ।

में ,--पर इतनी बेशर्म में नही बन सकती ।

सरजू ,--ठीक है फिर जा और बांझ बन कर घूम ।और जिंदगी भर अपनी किस्मत को कोसती रहना।

मैं रोने वाले अंदाज़ में ,--प्लीज् मम्मी ऐसे मत कहो ।

सरजू ,--तो क्या कहूँ फिर में अपने बेटे की कमी की वजह से अपने आप को तुम्हारे सामने नीचा गिराने को तैयार हूँ और तुम को लगता है जैसे में तुम्हारी नजर में बहुत महान बनने वाली हूँ ।

में ,--इतना तो में भी समझती हूँ ।

सरजू ,--तुम कुछ नही समझ रही मेने तुम्हारे साथ सास होते हुए भी हर राज खोल कर रख दिया तुमको क्या लगता है कोई सास अपनी बहू के सामने ऐसी बात कर सकती है भला ।

में ,--वो तो ठीक है पर ।

सरजू ,--पर ये की तुझे मां बनने के लिये अपनी चुत में पानी डलवाना पड़ेगा अगर तुम्हारी नजर में कोई और हौ तो उससे डलवा लो पर मेरा वंश चलाने की जिम्मेदारी तुम्हारी है ।

में ,--मम्मी आप भी कैसी बात कर रही हो मेरा ऐसा कोई नही है ।पर ये काम चुपचाप भी हो सकता है ।

सरजू ,--चुपचाप भी वही करना होगा जो अभी करोगी में बस इतना ही बोल रही हूँ कि यही काम मजे लेकर क्यों नही किया जाए ।

में ,--कैसे ।

सरजू ,--देख में भी औरत हूँ और कोई भी मर्द किसी औरत की तारीफ करता है तो औरत को अच्छा लगता है तू सुंदर है तभी सुनील चाचा ने तुझे आइटम बोला तो क्या गलत क्या बोला , क्या तुझे अच्छा नही लगा ।
और मेने सुनिलं को गरम् करने के लिए बर्थ डे गिफ्ट बोल दिया तो कोनसा पहाड़ टूट पड़ा।

जवाब में में चुप रही तो सरजू फिर से बोली ,--देख में चाहती हूं कि तू मज़ा भी करे और मां भी बन जाये इसलिए मेरी एक रिकवेस्ट है ।

में ,--आप मेरी माँ समान है प्लीज् रिकवेस्ट नही आदेश दीजिये ।

सरजू ,--जब तक हम तीनों साथ है तू मुझे मां नही बड़ी बहन मानकर चल जो तेरी तरह पति की कमजोरी की वजह से तुम्हारे सामने इतना नीचे गिर कर बात कर रही है और दुख की बात ये है कि मेरा बेटा भी नामर्द है ।

मैं ,--नही मम्मी में आपका दुख समझ सकती हूँ ।

सरजू ,--जब दुख समझ रही है तो फिर खुद भी एन्जॉय कर और अपनी दुखियारी सास को भी थोड़ा सा जिंदगी जी लेने दे ।आखिर मेने भी तो अपनी जिंदगी किसी गांडू के साथ बिताए है ।

इसके साथ ही सरजू देवी की आंखों में आंसू आ गए और वो मेरे गले लग गयी ।तो मेने उसको अपने से अलग किया और उनके आंसू पोंछकर बोली ।

में ,--सॉरी मम्मी आज आपकी सालगिरह के दिन आपको रुला दिया प्लीज् आप बोलिये मुझे क्या करना है ।

सरजू ,--तुझे सबसे पहले तो मुझे सास की जगह बड़ी बहन या सहेली समझना पड़ेगा ।

में ,--ठीक है दीदी ।

सरजू ,--मुझे सही में सालगिरह एन्जॉय करवानी है तो तुझे सुनील चाचा को अपनी जवानी के जलवे दिखाने है उनको इतना गर्म करना होगा कि वो मुझे कस कर मसल दे ।

में ,--ठीक है कोशिश करूँगी ।

सरजू मेरा हाथ पकड़कर माथे पर रखते हुए ,--चल अब कसम खा मेरी की दोनों के भले की खातिर शर्म को पास नही फटकने देगी ।

में ,--ठीक है आपकी कसम ।

सरजू ,--अब जा बाथरूम में मुंह धोकर अच्छा सा मेकअप करके आ और फिर अपनी दीदी और जीजू की बातें चुपके से सुनना तेरी शरम का पर्दा हटाने में मदद मिलेगी । में तेरे जीजू को यही बुला रही हूँ चुपचाप बाथरूम से सुनना ।तुझे मज़ा आएगा ।

मेने बाथरूम में जाकर मुंह धोया फिर अच्छे से मेकअप करने लगी तो सरजू ने आवाज लगाई राजा अब बाहर भी आजा ।में चुप होकर मेकअप करते हुए उनकी बातें सुनने को गेट हल्का सा खोलकर खड़ी हो गई ।

तभी बाहर कदमो की आहट सुनाई दी ।

सुनील ,--यार तुम भी कमाल करती हो कम से कम एक फोन तो कर देती ।

सरजू ,--क्यों सालगिरह पर मूड की मां चोद रहे हो देख तेरी रानी ने तेरे लिए कितनी तैयारी की है ।

सुनील ,--सच कहूं तो रीता की मम्मी एक दम टंच माल लग रही है ।

सरजू ,--और वो आइटम के बारे में क्या खयाल है।

सुनील ,--कोन बहु ।

सरजू ,--अरे बहु तो मेरी है तेरे लिए तो कड़क माल ही है खूब मजा देगी अमित ने ज्यादा नही भोगा है ,उसको ।

सुनील ,--पर वो क्यों चुदवाएगी ।

सरजू ,--साले तेरा लोडा तो पेंट में तना हुआ कुछ और बोल रहा है ।

सुनील ,--क्या बोल रहा है ।

सरजू ,--यही की कैसी बहु और किसकी बहु मुझे तो उसकी कड़क चुत में जाना है ।

सुनील ,--अब माल करारा है तो बिचारा लोडा थॉडी ही पहचानता है वैसे लोडा तो तुझे देखकर सलामी ठोक रहा है ।

सरजू ,--भोसडी के गांडू तेरे लिए तो में ब्यूटी पार्लर गयी और तूने रण्डी भी बुला ली ।

सुनील ,--यार तू नही थी तो बुला ली वैसे भी तू रात भर कहाँ टिकती है ।

सरजू ,--पर आज तेरे लण्ड को ठंडा कर दूंगी ।

सुनील ,--तो रानी देर किस बात की है चलो देख लेते है कोन कितने पानी मे है ।

सरजू ,--राजा पानी तो तेरा सारा मेरी बहु की चुत में डल आऊंगी उसे प्रेग्नेंट करना है ।

सुनील ,--फिर अमित क्या करेगा ।

सरजू ,--वो भी तेरे दोस्त की तरह गांडू है उसके बस में नही बहु को माँ बनाना।

सुनील ,--क्या बोल रही हो ।

सरजू ,--सही बोल रही हूँ बहु ने चेक करवा लिया डॉक्टर से, वो उसे मां नही बना सकता।

सुनील ,--तो ये बात अमित को पता है ।

सरजू ,--नही उसको नही पता तुम चुपचाप उसको गर्भवती कर दो फिर बाप तो अमित ही कहलायेगा ।

सुनील ,--पर वो तो चली गयी ।

सरजू ,--साले जवान लौंडिया देखी नही की उसकी चुत फाड़ने को बेचैन हो गया ।

सुनील ,--आज तो तू भी लौंडियों को मात दे रही है कसम से फटाका लग रही है ।

सरजू ,--अब सुनो रेखा बहुत समझदार है वो अमित से प्यार करती है बस अमित के वीर्य में बाप बनने का गुण नही है इसलिए ये कमी तुमको पूरी करनी है उसके बाद ऐश ही ऐश है ।

सुनील ,--कैसे ।

सरजू ,--अपनी बेटी रीता को रेखा अपने पास मुम्बई बुलाने का बोल रही है फिर तुमको घर पर खुलकर चुदाई का मौका मिल जाएगा ।और तुझे खेलने के लिए रेखा की नई चुत भी मिल जाएगी जिसको तू गांव में या यहां आकर मार लेना ।

सुनील ,--फिर तो तू उस गांडू की नही मेरी बीबी बनकर रहेगी ।और तुझे पूरे घर मे नंगी घुमा कर चोदूंगा।

सरजू ,--हां , बीबी किसी की और बनकर रहेगी किसी और की ।

सुनील ,--चल आज तो तुमने मुझे खुश कर दिया अब ये ब्रा पेंटी भी निकाल देता हूँ।

सरजू ,--आज सालगिरह को भी पूछेगा क्या साड़ी और पेटीकोट ब्लाउज की तरह निकाल दे इनको भी ।

में चुपचाप उनकी बातें सुन रही थी और बातों बातों में मेरी सास नंगी भी हो चुकी थी ।

तभी सुनील की आवाज आई ,--वाओ डलिंग तुमने तो चूची पर मेरा नाम भी लिखवा लिया ।

सरजू ,--साले पेंटी तो खोल वहाँ भी तुझे सरप्राइज मिलेगा ।

सुनील शायद पेंटी खोलने में व्यस्त था तभी उसकी आवाज आई ,--क्या सरप्राइज है रानी ,रानी की चुत राजा के लिए । आज तो जम कर चोदना पड़ेगा तुझे ।और पुच पुच की आवाज आई ।

तो सरजू बोली ,--ऐसी भो क्या जल्दी है तुमको पता है ये किसका आईडिया है ।

सुनील ,--किसका है ।

सरजू ,--रूको बताती हूँ ।रेखा बेटी बाहर आ जाओ ।
में धीरे से गेट खोलकर बाहर आई तो सरजू देवी ने मुझे प्रणाम करने का इशारा किया ।और बोली इसका ।

में आगे आयी और सुनील चाचा को झुककर उनके पैर छुए तो उन्होंने खुश रहने का आशीर्वाद दिया ।

सरजू ,--कम से कम आशीर्वाद तो ढंग से दे दो बहु ने पहली बार आपको प्रणाम किया है ।

सुनील ,--और किस तरह का आशीर्वाद दूं ।

सरजू ,--गांडू जवान लड़की कदमो में झुकी है और तुमको कैसे आशीर्वाद देना है वो भी बताना पड़ेगा ।

रेखा बेटी ससुर जी को फिर से प्रणाम करो ।और तब तक झुकी रहना जब तक अच्छा आशीर्वाद नही मिल जाता।

जब में दुबारा झुकी तो सुनील अंकल ने मेरी गाँड पर हाथ फिराया और फिर बूब्स के नीचे हाथ घुसा कर सीधा करके मेरे होठो को चूमकर प्यार से चूमकर कहा तेरी मस्त जवानी ऐसे ही बनी रहे ।

उसके बाद सरजू ने सुनील अंकल का हाथ पकड़ा और मुझे अंदर आने का इशारा करके बेडरूम में जाने लगी ।
अंदर सरजू नंगी किंग साइज बेड पर पूरी बेशर्मी से नंगी बैठी थी।

सुनील चाचा ने कुर्ता पजामा पहन रखा था और वो उनके पास बैठ चुके थे, में गेट पर खड़ी थी तो सरजू ने मुझे पास बुलाया तो में शरमाने का नाटक करते हुए पास गई तो सरजू ने मुझे पास बैठा लिया ।

तभी सुनील बोला ,--रजु सालगिरह का केक कब काटना है ।

सरजू ,--अब ये काम मेरी बहु का है आज रात में सालगिरह का केक अभी मेरी चुत में लण्ड डालकर मां लो और कल् तुम्हारे बर्थ डे का केक कब और कैसे कटेगा वो रेखा ही बताएगी क्यों बहु ।

सरजू नंगी होकर बार बार अपनी चुत को मसल रही थी और बार बार मुझे बेटी की जगह बहु बुला रही थी जो मेरी चुत को फड़का रही थी पार्लर से अब तक मेरी पेंटी कई बार गिली हो चुकी थी जो सूखने के नाम ही नही ले रही थी ।

में,--अब केक तो काटना ही पड़ेगा आखिर मेरी सास का और प्यारे चाचा जी सालगिरह और जन्मदिन दोनों है जिनको खास बनाना है ।

सरजू ,--चाचाजी नही बहु ये ही तुम्हारे असली ससुर जी है क्यो राजा मेरी बहु को हकीकत नही बताओगे ।

सुनील ,--बहु रजु मेरी भाभी नही, बीबी है। में तेरी सास को शादी से पहले से प्यार करता हूँ ।

सरजू ,--क्या सुनील में मेरी बहु से कुछ भी छुपाना नही चाहती और एक जवान औरत के सामने बच्चों जैसी बात कर रहे हो उसको खुलकर क्यों नही बताते ।

सुनील ,--पर बहु को अच्छा लगेगा वो सब ।

सरजू ,--मेरी बहु सिर्फ मेरी बहु ही नही छोटी बहन और मेरी सहेली भी है तुमचाहो तो उसे साली की तरह भी बात कर सकते हो वो तुमको मना नही करेगी ।क्यो रेखा बहन ।

में सरजू को गले लगते हुए ,--अरे आप को जो समझना है उसके लिए आपकी बहु तैयार है आप बस आदेश दीजिये मम्मी जी ।

सरजू ,--तो फिर कुछ देर के लिए मुझे सहेली ही समझ ले और मुझे मेरे नाम से बुला कर दिखा दे तेरे जीजू को की तू भी अपनी सहेली के खातिर कुछ भी कर सकती है ।

में ,--जीजू मेरी सहेली सरजू आपके सामने नंगी बैठी है और आप कपड़े पहन कर बैठे है ।

जब मेने सरजू को उसके नाम से बुलाया तो सरजू ने मेरी साड़ी को ब्लाउज़ के ऊपर से हटाया और ब्लाउज के ऊपर के दो बटन खोलकर क्लीवेज पर किस करते हुए बोली ।

सरजू ,--देख राजा मेरी सहेली की चुचियाँ भी मस्त है इनका उठाव भी गजब है ।

सुनील ने मेरी चुचियाँ के ऊपर का हिस्सा देखते हुए सरजू की निप्पल मुंह मे लेकर चुसने लगा ।

सरजू ,--राजा में रेखा से कुछ भी छुपाकर रखना नही चाहती उसे सब कुछ बता देना चाहती हूं ।

सुनील ,--फिर उसके सामने तुम्हारी क्या इज्जत रह जायेगी ।

सरजू ,--मुझे इज्जत की नही रेखा को अपने बारे में सब कुछ बताकर उसको ये बताना है कि वो अपनी सास की कहानी सुनकर उसे सास समझना बन्द कर दे ।

सुनील ,--फिर तो तुम रण्डी के सिवॉय कुछ नही ।

सरजू ,--हां , मुझे रण्डी कहलवाने में दिक्कत नही पर रेखा को अपनी सास का इतिहास जानकर अपराध बोध नही हो में यही चाहती हूं ।

सुनील ,--पर रेखा को अच्छा लगे ये जरूरी थोड़े ही है ।

सरजू ,--अभी पता चल जाएगा । रेखा बेटी एक बार खड़ी होना तो ।

फिर सरजू ने मुझे खड़ा करके खुद भी सामने खड़ी हो गयी और मेरे दोनों हाथ को अपने सर पर रखकर।

बोली ,--बेटी मेरे सर पर हाथ रखकर बोल तू मेरा राज तेरे सिवॉय किसी को नही बताएगी ।

में ,--नही दीदी आप का राज मेरे पास ही रहेगा और आप भी मेरा राज किसी को नही बताएगी ।

सरजू ने मेरे दोनों हाथ कसकर पकडलिये और बोली ,--ये वादा है मेरा तुझसे और उसने सुनील को आंख मारी ।


तभी पिछे से मेरी साड़ी ऊपर हुई और जब तकमे कुछ समझ पाती मेरी पेंटी मेरे गाँड से निकलकर पैरों में गिर चुकी थी ।इसके साथ ही सरजू ने मुझे बेड पर बिठा दिया जिससे मेरे पैर उठ गए और पेंटी सुनील अंकल के हाथ मे पहुंच गई ।

To be continued .......
 

Sushil@10

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सोफ़े पर बेठकर सरजू बोली ,--अब क्या हुआ तुमको जो जा रही हो ।

में ,--छि आप तो मुझे बच्चे के नाम पर लायी और चाचा जी को बर्थडे गिफ्ट बोल रही थी ।

सरजू ,--तो तुझे जिंदगी भर बांझ बनकर रहना है या फिर मज़े करने है ।

में ,--और चाचा जी भी मुझे आइटम बोल रहे थे उनको शर्म नही आई ।

सरजू ,--तो उनको क्या पता शादी में वो तुमको घूंघट की वजह से देख नही पाए और तुम्हारा शरीर भी तो भर गया इसलिए नही पहचाना ।

में ,--पर में नही करूँगी कैसे चाचा जी नंगे लेटे हुये थे बेशर्मो की तरह ।

सरजू ,--तो तू क्या बिना बेशर्म बने ही मां बनना चाहती है क्या ।

में ,--क्या मतलब ।

सरजू ,--मतलब ये की औरत को मां बनने के लिए किसी के सामने नंगी होना पड़ता है उसके लण्ड को अपनी चुत में डलवाकर उसका पानी अपनी चुत में डलवाना पड़ता है तभी मां बनती है । तुझे अभी पता नही है कितने लोग औरत को मा बनाने के नाम पर लूटते हैं ।उसकी इस मजबूरी का फायदा उठाते है जैसे उस डॉक्टर ने उठाने की कोशिश की है ।

में ,--पर इतनी बेशर्म में नही बन सकती ।

सरजू ,--ठीक है फिर जा और बांझ बन कर घूम ।और जिंदगी भर अपनी किस्मत को कोसती रहना।

मैं रोने वाले अंदाज़ में ,--प्लीज् मम्मी ऐसे मत कहो ।

सरजू ,--तो क्या कहूँ फिर में अपने बेटे की कमी की वजह से अपने आप को तुम्हारे सामने नीचा गिराने को तैयार हूँ और तुम को लगता है जैसे में तुम्हारी नजर में बहुत महान बनने वाली हूँ ।

में ,--इतना तो में भी समझती हूँ ।

सरजू ,--तुम कुछ नही समझ रही मेने तुम्हारे साथ सास होते हुए भी हर राज खोल कर रख दिया तुमको क्या लगता है कोई सास अपनी बहू के सामने ऐसी बात कर सकती है भला ।

में ,--वो तो ठीक है पर ।

सरजू ,--पर ये की तुझे मां बनने के लिये अपनी चुत में पानी डलवाना पड़ेगा अगर तुम्हारी नजर में कोई और हौ तो उससे डलवा लो पर मेरा वंश चलाने की जिम्मेदारी तुम्हारी है ।

में ,--मम्मी आप भी कैसी बात कर रही हो मेरा ऐसा कोई नही है ।पर ये काम चुपचाप भी हो सकता है ।

सरजू ,--चुपचाप भी वही करना होगा जो अभी करोगी में बस इतना ही बोल रही हूँ कि यही काम मजे लेकर क्यों नही किया जाए ।

में ,--कैसे ।

सरजू ,--देख में भी औरत हूँ और कोई भी मर्द किसी औरत की तारीफ करता है तो औरत को अच्छा लगता है तू सुंदर है तभी सुनील चाचा ने तुझे आइटम बोला तो क्या गलत क्या बोला , क्या तुझे अच्छा नही लगा ।
और मेने सुनिलं को गरम् करने के लिए बर्थ डे गिफ्ट बोल दिया तो कोनसा पहाड़ टूट पड़ा।

जवाब में में चुप रही तो सरजू फिर से बोली ,--देख में चाहती हूं कि तू मज़ा भी करे और मां भी बन जाये इसलिए मेरी एक रिकवेस्ट है ।

में ,--आप मेरी माँ समान है प्लीज् रिकवेस्ट नही आदेश दीजिये ।

सरजू ,--जब तक हम तीनों साथ है तू मुझे मां नही बड़ी बहन मानकर चल जो तेरी तरह पति की कमजोरी की वजह से तुम्हारे सामने इतना नीचे गिर कर बात कर रही है और दुख की बात ये है कि मेरा बेटा भी नामर्द है ।

मैं ,--नही मम्मी में आपका दुख समझ सकती हूँ ।

सरजू ,--जब दुख समझ रही है तो फिर खुद भी एन्जॉय कर और अपनी दुखियारी सास को भी थोड़ा सा जिंदगी जी लेने दे ।आखिर मेने भी तो अपनी जिंदगी किसी गांडू के साथ बिताए है ।

इसके साथ ही सरजू देवी की आंखों में आंसू आ गए और वो मेरे गले लग गयी ।तो मेने उसको अपने से अलग किया और उनके आंसू पोंछकर बोली ।

में ,--सॉरी मम्मी आज आपकी सालगिरह के दिन आपको रुला दिया प्लीज् आप बोलिये मुझे क्या करना है ।

सरजू ,--तुझे सबसे पहले तो मुझे सास की जगह बड़ी बहन या सहेली समझना पड़ेगा ।

में ,--ठीक है दीदी ।

सरजू ,--मुझे सही में सालगिरह एन्जॉय करवानी है तो तुझे सुनील चाचा को अपनी जवानी के जलवे दिखाने है उनको इतना गर्म करना होगा कि वो मुझे कस कर मसल दे ।

में ,--ठीक है कोशिश करूँगी ।

सरजू मेरा हाथ पकड़कर माथे पर रखते हुए ,--चल अब कसम खा मेरी की दोनों के भले की खातिर शर्म को पास नही फटकने देगी ।

में ,--ठीक है आपकी कसम ।

सरजू ,--अब जा बाथरूम में मुंह धोकर अच्छा सा मेकअप करके आ और फिर अपनी दीदी और जीजू की बातें चुपके से सुनना तेरी शरम का पर्दा हटाने में मदद मिलेगी । में तेरे जीजू को यही बुला रही हूँ चुपचाप बाथरूम से सुनना ।तुझे मज़ा आएगा ।

मेने बाथरूम में जाकर मुंह धोया फिर अच्छे से मेकअप करने लगी तो सरजू ने आवाज लगाई राजा अब बाहर भी आजा ।में चुप होकर मेकअप करते हुए उनकी बातें सुनने को गेट हल्का सा खोलकर खड़ी हो गई ।

तभी बाहर कदमो की आहट सुनाई दी ।

सुनील ,--यार तुम भी कमाल करती हो कम से कम एक फोन तो कर देती ।

सरजू ,--क्यों सालगिरह पर मूड की मां चोद रहे हो देख तेरी रानी ने तेरे लिए कितनी तैयारी की है ।

सुनील ,--सच कहूं तो रीता की मम्मी एक दम टंच माल लग रही है ।

सरजू ,--और वो आइटम के बारे में क्या खयाल है।

सुनील ,--कोन बहु ।

सरजू ,--अरे बहु तो मेरी है तेरे लिए तो कड़क माल ही है खूब मजा देगी अमित ने ज्यादा नही भोगा है ,उसको ।

सुनील ,--पर वो क्यों चुदवाएगी ।

सरजू ,--साले तेरा लोडा तो पेंट में तना हुआ कुछ और बोल रहा है ।

सुनील ,--क्या बोल रहा है ।

सरजू ,--यही की कैसी बहु और किसकी बहु मुझे तो उसकी कड़क चुत में जाना है ।

सुनील ,--अब माल करारा है तो बिचारा लोडा थॉडी ही पहचानता है वैसे लोडा तो तुझे देखकर सलामी ठोक रहा है ।

सरजू ,--भोसडी के गांडू तेरे लिए तो में ब्यूटी पार्लर गयी और तूने रण्डी भी बुला ली ।

सुनील ,--यार तू नही थी तो बुला ली वैसे भी तू रात भर कहाँ टिकती है ।

सरजू ,--पर आज तेरे लण्ड को ठंडा कर दूंगी ।

सुनील ,--तो रानी देर किस बात की है चलो देख लेते है कोन कितने पानी मे है ।

सरजू ,--राजा पानी तो तेरा सारा मेरी बहु की चुत में डल आऊंगी उसे प्रेग्नेंट करना है ।

सुनील ,--फिर अमित क्या करेगा ।

सरजू ,--वो भी तेरे दोस्त की तरह गांडू है उसके बस में नही बहु को माँ बनाना।

सुनील ,--क्या बोल रही हो ।

सरजू ,--सही बोल रही हूँ बहु ने चेक करवा लिया डॉक्टर से, वो उसे मां नही बना सकता।

सुनील ,--तो ये बात अमित को पता है ।

सरजू ,--नही उसको नही पता तुम चुपचाप उसको गर्भवती कर दो फिर बाप तो अमित ही कहलायेगा ।

सुनील ,--पर वो तो चली गयी ।

सरजू ,--साले जवान लौंडिया देखी नही की उसकी चुत फाड़ने को बेचैन हो गया ।

सुनील ,--आज तो तू भी लौंडियों को मात दे रही है कसम से फटाका लग रही है ।

सरजू ,--अब सुनो रेखा बहुत समझदार है वो अमित से प्यार करती है बस अमित के वीर्य में बाप बनने का गुण नही है इसलिए ये कमी तुमको पूरी करनी है उसके बाद ऐश ही ऐश है ।

सुनील ,--कैसे ।

सरजू ,--अपनी बेटी रीता को रेखा अपने पास मुम्बई बुलाने का बोल रही है फिर तुमको घर पर खुलकर चुदाई का मौका मिल जाएगा ।और तुझे खेलने के लिए रेखा की नई चुत भी मिल जाएगी जिसको तू गांव में या यहां आकर मार लेना ।

सुनील ,--फिर तो तू उस गांडू की नही मेरी बीबी बनकर रहेगी ।और तुझे पूरे घर मे नंगी घुमा कर चोदूंगा।

सरजू ,--हां , बीबी किसी की और बनकर रहेगी किसी और की ।

सुनील ,--चल आज तो तुमने मुझे खुश कर दिया अब ये ब्रा पेंटी भी निकाल देता हूँ।

सरजू ,--आज सालगिरह को भी पूछेगा क्या साड़ी और पेटीकोट ब्लाउज की तरह निकाल दे इनको भी ।

में चुपचाप उनकी बातें सुन रही थी और बातों बातों में मेरी सास नंगी भी हो चुकी थी ।

तभी सुनील की आवाज आई ,--वाओ डलिंग तुमने तो चूची पर मेरा नाम भी लिखवा लिया ।

सरजू ,--साले पेंटी तो खोल वहाँ भी तुझे सरप्राइज मिलेगा ।

सुनील शायद पेंटी खोलने में व्यस्त था तभी उसकी आवाज आई ,--क्या सरप्राइज है रानी ,रानी की चुत राजा के लिए । आज तो जम कर चोदना पड़ेगा तुझे ।और पुच पुच की आवाज आई ।

तो सरजू बोली ,--ऐसी भो क्या जल्दी है तुमको पता है ये किसका आईडिया है ।

सुनील ,--किसका है ।

सरजू ,--रूको बताती हूँ ।रेखा बेटी बाहर आ जाओ ।
में धीरे से गेट खोलकर बाहर आई तो सरजू देवी ने मुझे प्रणाम करने का इशारा किया ।और बोली इसका ।

में आगे आयी और सुनील चाचा को झुककर उनके पैर छुए तो उन्होंने खुश रहने का आशीर्वाद दिया ।

सरजू ,--कम से कम आशीर्वाद तो ढंग से दे दो बहु ने पहली बार आपको प्रणाम किया है ।

सुनील ,--और किस तरह का आशीर्वाद दूं ।

सरजू ,--गांडू जवान लड़की कदमो में झुकी है और तुमको कैसे आशीर्वाद देना है वो भी बताना पड़ेगा ।

रेखा बेटी ससुर जी को फिर से प्रणाम करो ।और तब तक झुकी रहना जब तक अच्छा आशीर्वाद नही मिल जाता।

जब में दुबारा झुकी तो सुनील अंकल ने मेरी गाँड पर हाथ फिराया और फिर बूब्स के नीचे हाथ घुसा कर सीधा करके मेरे होठो को चूमकर प्यार से चूमकर कहा तेरी मस्त जवानी ऐसे ही बनी रहे ।

उसके बाद सरजू ने सुनील अंकल का हाथ पकड़ा और मुझे अंदर आने का इशारा करके बेडरूम में जाने लगी ।
अंदर सरजू नंगी किंग साइज बेड पर पूरी बेशर्मी से नंगी बैठी थी।

सुनील चाचा ने कुर्ता पजामा पहन रखा था और वो उनके पास बैठ चुके थे, में गेट पर खड़ी थी तो सरजू ने मुझे पास बुलाया तो में शरमाने का नाटक करते हुए पास गई तो सरजू ने मुझे पास बैठा लिया ।

तभी सुनील बोला ,--रजु सालगिरह का केक कब काटना है ।

सरजू ,--अब ये काम मेरी बहु का है आज रात में सालगिरह का केक अभी मेरी चुत में लण्ड डालकर मां लो और कल् तुम्हारे बर्थ डे का केक कब और कैसे कटेगा वो रेखा ही बताएगी क्यों बहु ।

सरजू नंगी होकर बार बार अपनी चुत को मसल रही थी और बार बार मुझे बेटी की जगह बहु बुला रही थी जो मेरी चुत को फड़का रही थी पार्लर से अब तक मेरी पेंटी कई बार गिली हो चुकी थी जो सूखने के नाम ही नही ले रही थी ।

में,--अब केक तो काटना ही पड़ेगा आखिर मेरी सास का और प्यारे चाचा जी सालगिरह और जन्मदिन दोनों है जिनको खास बनाना है ।

सरजू ,--चाचाजी नही बहु ये ही तुम्हारे असली ससुर जी है क्यो राजा मेरी बहु को हकीकत नही बताओगे ।

सुनील ,--बहु रजु मेरी भाभी नही, बीबी है। में तेरी सास को शादी से पहले से प्यार करता हूँ ।

सरजू ,--क्या सुनील में मेरी बहु से कुछ भी छुपाना नही चाहती और एक जवान औरत के सामने बच्चों जैसी बात कर रहे हो उसको खुलकर क्यों नही बताते ।

सुनील ,--पर बहु को अच्छा लगेगा वो सब ।

सरजू ,--मेरी बहु सिर्फ मेरी बहु ही नही छोटी बहन और मेरी सहेली भी है तुमचाहो तो उसे साली की तरह भी बात कर सकते हो वो तुमको मना नही करेगी ।क्यो रेखा बहन ।

में सरजू को गले लगते हुए ,--अरे आप को जो समझना है उसके लिए आपकी बहु तैयार है आप बस आदेश दीजिये मम्मी जी ।

सरजू ,--तो फिर कुछ देर के लिए मुझे सहेली ही समझ ले और मुझे मेरे नाम से बुला कर दिखा दे तेरे जीजू को की तू भी अपनी सहेली के खातिर कुछ भी कर सकती है ।

में ,--जीजू मेरी सहेली सरजू आपके सामने नंगी बैठी है और आप कपड़े पहन कर बैठे है ।

जब मेने सरजू को उसके नाम से बुलाया तो सरजू ने मेरी साड़ी को ब्लाउज़ के ऊपर से हटाया और ब्लाउज के ऊपर के दो बटन खोलकर क्लीवेज पर किस करते हुए बोली ।

सरजू ,--देख राजा मेरी सहेली की चुचियाँ भी मस्त है इनका उठाव भी गजब है ।

सुनील ने मेरी चुचियाँ के ऊपर का हिस्सा देखते हुए सरजू की निप्पल मुंह मे लेकर चुसने लगा ।

सरजू ,--राजा में रेखा से कुछ भी छुपाकर रखना नही चाहती उसे सब कुछ बता देना चाहती हूं ।

सुनील ,--फिर उसके सामने तुम्हारी क्या इज्जत रह जायेगी ।

सरजू ,--मुझे इज्जत की नही रेखा को अपने बारे में सब कुछ बताकर उसको ये बताना है कि वो अपनी सास की कहानी सुनकर उसे सास समझना बन्द कर दे ।

सुनील ,--फिर तो तुम रण्डी के सिवॉय कुछ नही ।

सरजू ,--हां , मुझे रण्डी कहलवाने में दिक्कत नही पर रेखा को अपनी सास का इतिहास जानकर अपराध बोध नही हो में यही चाहती हूं ।

सुनील ,--पर रेखा को अच्छा लगे ये जरूरी थोड़े ही है ।

सरजू ,--अभी पता चल जाएगा । रेखा बेटी एक बार खड़ी होना तो ।

फिर सरजू ने मुझे खड़ा करके खुद भी सामने खड़ी हो गयी और मेरे दोनों हाथ को अपने सर पर रखकर।

बोली ,--बेटी मेरे सर पर हाथ रखकर बोल तू मेरा राज तेरे सिवॉय किसी को नही बताएगी ।

में ,--नही दीदी आप का राज मेरे पास ही रहेगा और आप भी मेरा राज किसी को नही बताएगी ।

सरजू ने मेरे दोनों हाथ कसकर पकडलिये और बोली ,--ये वादा है मेरा तुझसे और उसने सुनील को आंख मारी ।


तभी पिछे से मेरी साड़ी ऊपर हुई और जब तकमे कुछ समझ पाती मेरी पेंटी मेरे गाँड से निकलकर पैरों में गिर चुकी थी ।इसके साथ ही सरजू ने मुझे बेड पर बिठा दिया जिससे मेरे पैर उठ गए और पेंटी सुनील अंकल के हाथ मे पहुंच गई ।

To be continued .......
Nice story and awesome update
 

Sanju69

Sambog se moksha tak
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सरजू ने सुनील के हाथ से पेंटी लेकर उसे चुत पर लगने वाले हिस्से को फैलाकर सुनील को दिखाया और बोली ,--देखो पूरी भीगी हुई है ये रस से जो इस बात का सबूत है कि बहु पूरी चुदास है और ये हम तीनों का राज किसी को नही बताएगी ।

फिर उसने पेंटी पर लगे चुत रस को सूंघकर सुनील अंकल दे दी तो सुनील अंकल मेरी तरफ देखकर मेरी पेंटी पर लगे चुत रस को चाटने लगे ।

में शरम से अपना चेहरा सरजू की चुचियों में छुपा ली तो सरजू बोली ।

सरजू --क्यों राजा कैसा टेस्ट है मेरी बहु का ।

मेने सरजू को कान में धीरे से कहा मम्मी प्लीज ऐसी बातें मत करो मुझे बहुत शरम आ रही है ।

सरजू ,--चल तेरी शरम को दूर भगाती हूँ मेरी लाडो की, पर तु शरमाने का ढोंग बन्द कर दे क्योंकि तेरी चुत तेरे खिलाफ जा रही है ।

सुनील जरा मेरी भी चुत को चाट लो जिससे अमित निकला है जिससे बहु को समझ आ जाये कि अमित आज बहु का पति है तो इसी चुत की वजह से पैदा हुआ है ।

सुनील ने इतना सुनते ही मुझे हाथ से अलग किया और सरजू की चुत पर जीभ रखकर चाटने लगा ।

सरजू ,--ओह्ह ........अमित के पापा पी लो उसकी मम्मी की चुत का पानी आह.........….

में चुपचाप सुनील अंकल को सरजू के विशाल भोसड़े को चाटते देखने लगी ।लगभग पांच मिनट बाद सरजू बोली ,--बस करो रेखा के पापा में झड़ जाऊंगी ।पहले रेखा को अपनी प्रेम कहानी सुना लेने दो ।

सुनील अंकल सरजू की चुत से जीभ निकाल कर उसका स्वाद लेने लगा और बोला ।

सुनील ,--रजु मुझे तो तुम्हारी चुत और रेखा बहु की चुत का स्वाद अलग लगा ।

सरजू ,--वो तो होगा ही मेने भी जितने लण्ड का पानी पिया है सबका टेस्ट अलग ही लगा था ।

सुनील ,--बहु तुझे पता है रजु और में स्कूल टाइम से एक दूसरे को पसन्द करते है ।

सरजू ,--क्या राजा बहु को खुलकर बताने दो ,रेखा बेटी सुनील और में शादी से पहले एक ही स्कूल में पढ़ते थे जहां सुनील ने मुझे सत्तरवें साल में औरत बना दिया था वो भी स्कूल में और तेरे ससुर जी की मदद से ।

में हैरानी से सरजू का मुंह देखने लगी तो सरजू फिर से बोली ,--सुनील तेरे ससुर का जिगरी यार था और उसकी गाँड मारता था। में तेरे ससुर और सुनिलं दोनों को पसंद करती थी और दोनो में से ही किसी एक से शादी करना चाहती थी पर तेरे ससुर ने मुझे प्रपोज किया और फिर वही मुझे धोखे से बुलाकर लाया और स्कूल के पीछे सुनील को सौंप दिया जहां सुनील ने मेरी नथ उतारी थी वो भी तेरे ससुर के सामने।

में साड़ी के ऊपर से अपनी चुत को धीरे से मसलते हुए ,--रियली ।

सरजू ,--हां ,बहु तेरे ससुर ने स्कूल में बहुत बार सुनील को मुझे अपने सामने चोदते देखा है ।और वो भी मेरी चुत लेता था ।

में ,--पर ससुर जी ने फिर आपसे शादी भी कर ली ।

सरजू ,--ये तो कुछ भी नही तेरे ससुर ने शादी के बाद सुनील के कहने पर एक बार पूना भी ले जाकर चुद वाया था।

मैं ,--फिर भी आपने ससुर जी से शादी कर ली ।

सरजू ,--में तो शादी सुनील से करना चाहती थी।क्योंकि मुझे इसका लोडा पसंद था। पर जात पात के चक्कर मे सुनील से शादी नही हो पाई इसलिये सुनील के कहने पर तेरे ससुर जी से शादी करनी पड़ी ।

सुनील अंकल ने सरजू को चूमते हुए ,--अरे तेरा ससुर सिर्फ नाम का पति है अमित और रीता मेरे ही लण्ड से पैदा किये हुए बच्चे है ।

में ,--फिर आपने मम्मी को दूसरों के पास क्यों भेजा ।

सुनील ,--गांव में राजनीति करने के लिए समझौते करने पड़ते है और फिर रजु है तो मेरी रखेल ही इसको भी नए स्वाद अच्छे लगते हैं ।

सरजू ,--अब तुमको समझ मे आ गया या कुछ और बोलना है ।

में ,--समझ गयी ।

सरजू ,--अब तो शरम नही आ रही अपनी सास के बारे में सबकुछ जानने के बाद ।

सुनील ,--अब क्या बाकी रह गया ये पढ़ी लिखी है बस बहु तू समझ ले तेरी सास एक रण्डी है और अमित रण्डी का बेटा इसलिए इतना समझ ले अमित के भरोसे अपनी जवानी के अरमान दबाके मत रखना और रजु की तरह खुल कर मज़े कर ।

में ,--पर मुझसे आप लोगों की तरह ये सब नही हो पायेगा ।

सुनील ,--अरे उसके लिए हम हैं ना चल रजु रेखा बहु की आंखों में देख और बहु तू रजु की ठुडी को पकडकर इसकी आंखों में देख ।

मेने सरजू की ठुडी को पकड़कर उसकी आँखों मे देखने लगी तो सुनील बोला ।

सुनील ,--अब बहु तू इसको बोल रजु रण्डी ।

में चुपचाप सरजू की आंखों में देखती रही तो सरजू बोली ,--बहु तेरे ससुर जी कुछ बोलने को कहे हैं बोल ना प्लीज ।

में ,--र...जु ....र.....न.....डी ।

सरजू ने इतना सुनते ही अपनी चुत का मसलते हुए सुनील से कहा ।

सरजू ,--अमित के पापा अब तो बहु ने भी मुझे रण्डी बोल दिया अब इस रण्डी की चुत को ठंडा कर दी ना।

सुनील ,--पर मेरी बहु बोलेगी तब ।

सरजू ,--भड़वे तुझे अब बहु की चुत प्यारी लगने लगी और में कुछ नही ।

सुनील चाचा ने अचानक अपत्यशित हरकत की और मेरी क्लीवेज पर किश करके कहा ,--जब बहु जैसी हसीन लौंडिया सामने हो तो फिर तेरी घिसी घिसाई चुत को क्यों चोदू।

सरजू ,--बहु प्लीज् आज मेरी सालगिरह पर जो तेरे ससुर चाहते हैं वो बोल दे मेरी चुत पिछले दो घंटे से जल रही है प्लीज ।

में ,--प्लीज ससुर जी मेरी सासु मां को और मत तड़पाइये ।

सुनील ,--नही बहु इस कुतिया को इतनी इज्जत से नही गाली देकर बोल तभी चोदूंगा ।

में कुछ क्षण चुप रही तो सरजु बोली ,--बहु बोल दे मुझे गाली से कोई फर्क नही पड़ता ।

सुनील ,--बहु इसको रण्डी को ऐसी गाली दे कि ये भी याद रखे ।

में भी अब पूरे मूड में थी इसलिए सुनील चाचा के होठो को चूमकर बोली ,--ससुर जी इस हरामजादी कुतिया को आज इतना रगड़कर चोदिए कि ये एकबार फिर से एक नाजायज बच्चा पैदा करे ।

सुनील ,--वाह बहु मज़ा आ गया में अब देख इस बेशर्म औरत को कैसे तेरे सामने कुतिया बनाकर गाँड फाड़ता हूँ ।तू जल्दी से मुझे नंगा कर के मेरा फौलादी लण्ड आज़ाद कर दे बहु ।

मेने आगे बढ़कर सुनील चाचा का कुर्ता और पजामा निकाल दिया फिर बनियान निकालकर जैसे ही चड्डी उतारी तो उनका लण्ड स्प्रिंग की तरह झटके के साथ खड़ा हो गया ।

सुनील चाचा ने सरजू को सुलाया और एक करारा शॉट सरजू की चुत में मारा जिससे सरजू की चीख निकल गयी और वो दर्द भरे स्वर में बोली ,--अमित के पापा प्लीज धीरे करो दर्द हो रहा है ।

सुनील ,--बहु तू इस हरामजादी की चुचियाँ मसल ये साली बरसों से इस लण्ड से चुद रही है फिर भी नाटक कर रही है ।

मेने सरजू की चुचियों को हाथ मे पकड़कर मसलना चालू किया और सुनिलं अंकल को बोली ,--पापा जी चोदे कस कर इस घोडी को आज सालगिरह पर इसको दिन में तारे नज़र आने चाहिए ।

सुनिलं अंकल अपनी स्पीड बढ़ाते हुए ,--अहह ....बहु इस छिनाल ने पता नही कितने लण्ड खाएं है देख इसकी चुत पूरी भोसड़ा हो चुकी है ।

सरजू सिसकते हुए ,--आह ...बहनचोद तूने ही इस चुत का भोसड़ा करवाया है अपने यारों और नेताओं से चुदवा चुदवा कर साले हरामी ।

सुनिलं ,--ओह्ह......साली तेरी भोसडी में इतनी गर्मी है उसको शांत करवाना था इसलिए मेने तुझे नेताओ के साथ भेजा था मुझे तेरी सौतन को भी चोद कर शांत करना पड़ता है .

सरजू ,--अहह...साले दलाल धीरे मार धक्के तूने तो मुझे उन नेताओं से चुदवा कर दलाली खाई है इस चुत की समझे ।

सुनिलं ,--ओह्ह ....तो तू क्या अपनी माँ चुदवाने गयी थी मना कर देती उनको कुतिया ।

सरजू ,--आह ....साले धीरे कर तुझे सामने बैठी बहु के नंगे बोबे दिख रहे है तभी तू मेरी चुत को फाड़ने में लगा हुआ है ।

मेने ये सुना तो सरजू के पास से हटकर बेड के कोने पर चली गयी जहां से दोनों मुझे देख सके और फिर साड़ी का पल्लू हटाकर अपने ब्लाउज़ के बटन खोले और ब्रा को ऊपर करके अपने बोबे मसलते हुए बोली ,--ससुर जी पेलिये कस कर इस छिनाल को आज रात को आपकी बहु इन बूब्स का दूध पिलाएगी जिस पर आपके बेटे का हक है ।

सरजू ,--आह....कुतिया क्यों इस सांड को लाल कपड़ा दिखा रही है ये मेरी चुत का कबाड़ा कर देगा ।

सुनिलं ,--वाह.... बहु मज़ा आ गया तेरे शानदार बूब्स देखकर ।

में ,--ससुर जी आप इस हरामजादी पर रहम मत कीजिये देखिये ये चुत भी आपके लण्ड का इंतजार कर रही है ।मेने अपनी साड़ी और पेटोकोट को ऊंचा करके अपनी रस से भरी चुत दोनों को दिखाई ।

सरजू ,--आह ...बहु इस भड़वे को ज्यादा मत उकसा इसका लण्ड मेरी चुत में ज्यादा मोटा हो गया है ।
सुनिलं हांपते हुए ,--ओह...........बहु ऐसे ही गन्दी गालियां दे इस को आज इसकी चुत और गाँड को फाड़ दूंगा ।

मेने भी पूरा मज़ा लेने की ठान ली थी इसलिए अपने पेटोकोट और साड़ी पर से चुत को जोर जोर से मसलने लगी और दोनों का ध्यान खींचते हुए बोली ,--मारिये ससुर जी इसकी फटी हुई भोसडी को फिर आपको मेरी कम चुदी हुई प्यासी चुत को भी चोदना है ।

सरजू की चुत मेरी गालियों और सुनिलं चाचा के जोरदार प्रहार से झड़ चुकी थी तो ससुर जी ने उसको घोडी बना दिया और बोले ,--बहु पास में आ देख इसको मेने कुतिया बना दिया आजा तेरी सासु जी की गाँड में मैं अपना लोडा कैसे पेलता हूँ तुझे पास से दिखाता हूँ ।

में उठकर सरजू की गाँड के पास गई और उनके विशाल कूल्हों के बीच गाँड के सुराख को देखकर बोली ,--पापा जी मम्मी जी की गाँड तो बहुत बड़ी है ।

सरजू ,--ये तेरे पापा ने ही कि है ठोक ठोक कर अपने फौलादी लण्ड से ।

सुनिलं अंकल ने अपना लोडा सरजू की गाँड में धीरे धीरे डालते हुए मेरे कान में फुसफुसा कर कहा ,--बहु अमित तेरी गाँड मारता है कि नही ।

मैंने भी उसी तरह फुसफुसा कर सुनिलं अंकल के कान में ,--ससुर जी आपके बेटे में दम होता तो में आपके पास होती क्या ।

सुनिलं सरजू की गाँड मारते हुए ,--मतलब गाँड कुंवारी है अभी तक तेरी ।

में ,--उसकी नूनी से क्या होने वाला है एक दो बार किया है पर आप समझ लीजिए कुंवारी जैसी ही है ।

सुनिलं अंकल ने इतना सुनते ही सरजू की गाँड को फुल स्पीड में चोदना चालू कर दिया ।

सरजू ,--ओह ...साले तुम दोनों ससुर बहु ऐसे क्या कान में बात कर रहे हो ।बहु तू ससुर को ऐसा क्या बोल दी जो ये सांड बिदक कर मेरी गाँड को फाड़ रहा है ।ओए बहनचोद तू इस बहु की बातों में आकर क्या दुश्मनी निकाल रहा है ,आह.........

सुनिलं ,--साली आज तेरी सारी गर्मी शांत कर दूंगा फिर तू मुझे किसी और से चुद वाने का नही बोलेगी ।

लगभग आधे घंटे तक गाँड मारने के बाद सरजू रोने लगी और बिस्तर पर गिर गयी जिससे सुनिलं अंकल का लण्ड बाहर निकल गया ।

सुनिलं ,--रण्डी मेरा पानी तो निकलने दे ।

सरजू ,--तू अपना पानी बहु की चुत में डाल देना रात में उसको पानी की जरूरत है ।

मैं सुनिलं अंकल के पास से उठकर अपने कपड़े ठीक करने लगी उनकी गर्म चुदाई का शो देखकर मेरी चुतभी ठंडी हो चुकी थी ।

मेने घड़ी में देखा साढ़े सात बजे चुके थे और अमित को आने में आधा घण्टा बचा था ।

सरजू ,--बहु तू रात में दस बजे बाद आ जाना ।

में ,--मम्मी में नही आऊंगी आप लोग मेरे नीचे वाले फ्लेट में खाना खाकर ग्यारह बजे तक आ जाना फ्लेट का ताला खुला मिलेगा । में जाकर ससुर जी के बर्थ डे के लिए केक की व्यवस्था करती हूँ ।

सुनिलं अंकल खड़े हुए और मेरे होठों को चूमकर बोले ,--रजु ने सही कहा था तुम बहुत बुद्धिमान हो ।

ससुर जी से अपनी तारीफ सुनकर में गदगद हो गयी और फिर दोनों के चरण स्पर्श करके होटल से निकलकर सुपर मार्केट की तरफ चल दी ।

To be continued..........
 
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सुपर मार्केट पहुंचकर पहले एक केक ऑर्डर किया जिस पर हैप्पी बर्थ डे सुनिलं लिखने को दी और फिर पास में मॉल में जाकर उसी ब्रा पेंटी सेक्शन में पहुंची जहां पर संयोग से एक ही कस्टमर था और वो लड़का खाली था ।

मेने लड़के को दूसरे काउंटर पर बुलाया और उसको अपने ब्लाउज का बटन खोलकर चूची के ऊपरी हिस्से के दर्शन करवाये ।

लड़का ,--अरे आप तो वही है जिसने उस दिन डिल्डो खरीदा था ।

में ,--तुम्हारी याददाश्त कमजोर है उस दिन टॉयलेट में तुम्हारी मुठ मारी थी ।

लड़का ,--अरे भाभी उस दिन के बाद से रोज इंतजार रहता है आपका ।पर उस दिन तो आप बिलकुल अलग दिख रही थी ।

में ,--तो क्या हुआ, तुझे आज भी मुठ मरवानी है क्या ।

लड़का ,--भाभी आज तो आप उस दिन से बिलकुल मूड में लग रही है ।बोलिये आज क्या सेवा करूँ ।

में ,--मुझे फीमेल वियाग्रा टेबलेट चाहिए ।

लड़का ,--देता हूँ पर आज आप गलत समय पर आई हैं इस समय ग्राहक रहते हैं ।

में ,--ठीक है मुझे पांच देबलेट दे दो कभी दिन में आकर तुमको एन्जॉय करवा दूँगी ।

लड़का ,--पर ये बहुत महंगी है फॉरेन से आती है ।

में,--अरे तुमको में इसकी कीमत से ज्यादा मज़ा करवा दूँगी ।

इसके साथ ही मेने ब्लाउज को पूरा नीचे करके उसको अपनी निप्पल दिखाई तो लड़के ने सामने की तरफ देखा कि कोई देख तो नही रहा फिर चुपके से मुझे पांच टैबलेट पकड़ाई जिसे मेने अपने ब्लाउज में छुपाया और इधर उधर सेल्फ में रखे सामान को देखते हुए बाहर आ गयी ।

फिर सुपर मार्केट से केक लिया और मेडिकल स्टोर से नींद की टेबलेट लेकर जल्दी से फ्लेट पहुंची और फ्लेट का ताला खोलकर केक को फ्रिज में रखा और खाना बनाने में लग गयी ।

थॉडी देर में अमित आया तो दोनों ने एक साथ बेठकर खाना खाया और फिर अमित रूम में जाकर कंप्यूटर में वही कुकहोल्ड वाला स्टोरी पढ़ने बैठ गया और में किचन में बर्तन बगैरह धोकर दूध में टेबलेट मिलाकर लायी तो अमित पेंट को नीचे करके लण्ड को मुठिया रहा था मेने देखा तो उसको कहा ,--आज तो खुद ही चालू हो गए ऐसा क्या पढ़ रहे हो ।

अमित ,--यार गजब की कहानी है इसमें पति अपनी बीबी को डेट पर लेकर जाता है और फिर डेट पर लेजाकर खुद अपनी बीबी को उसके बॉयफ्रेंड से चुदने के लिए तैयार करता है ।

में ,--और तू कुक इसे पढ़कर अपना हिला रहा है ।

अमित ,--आह...मज़ा आ गया ।

इसके साथ ही अमित के लण्ड से वीर्य की धार निकली और वो ठंडा हो गया ।

मेने उसको दूध की ग्लास पकड़ाया और बोली ,--लो दूध पियो फिर वापस एनर्जी आएगी ।

अमित ने दूध का गिलास लिया तो मेंने बाहर आकर सीमा के फ्लैट की चाबी ली और नीचे आकर उसका फ्लेट खोला फिर सीमा का बेड पर नई बेडशीट बिछा कर फ्लेट का गेट खुला छोड़कर वापस ऊपर आयी तो देखा अमित सो चुका था ।

मेने घड़ी देखी तो साढ़े दस बज चुके थे इसलिए जल्दी से कपड़े खोले और नंगी होकर नहाने चली गयी ।

बाथरूम में अच्छे से स्नान किया अपने सारे अंगो को अच्छे से साफ किया और बाहर आकर एक सेक्सी सा ब्रा पेंटी पहना और साड़ी पहनकर खुद को तैयार किया और फिर चौड़ी सी मांग भरी ताकि ससुर जी को लगे कि में उनकी संस्कारी बहू हूँ मुझे तैयार होने में आधा घंटा लग चुका था ।

तभी मेरा फोन बजा तो देखा सरजू देवी थी उसने बताया कि वो नीचे आ चुकि है मेने उनको फोन से पूरे फ्लेट में कहा क्या है वो बताया औऱ एक बार फिर से ना आने की नोटँकी की जिसपर सरजू ने फिर ऊंच नीच समझा कर मुझे समझाया तो मेने दस मिनट बाद आने का बोलकर फोन रख दिया ।

फिर दस मिनट बाद फ्रिज से केक निकाला और फ्लेट को लॉक करके नीचे आयी और सीमा के फ्लैट का गेट खोलकर अंदर आयी तो सरजू देवी हाल में बैठी मेरा इंतजार कर रही थी ।मेने केक टेबल पर रखा औऱ सरजू देवी के पैरों में झुककर प्रणाम किया ।

सरजू देवी ने पहले पुत्रवति होने का आशीर्वाद दिया और मेरे ललाट पर किश करके अपने पास सोफ़े पर बिठा लिया।

मैं ,--मम्मी मुझे अभी भी ये सब अच्छा नही लग रहा ।

सरजू ,--एक बार तुझे सुनिलं ने मसल दिया ना तो फिर देखना तू तो खुद मुझे कहेगी ।

में ,-अभी दिन में आप को देखा था कितना चिल्ला रही थी मुझे तो डर लग रहा है ।

सरजू ,--पागल वो ही मज़ा था जब मर्द रगड़ कर चीखें निकलवा दे उसी में औरत को चुदाई का असली मज़ा आता है ,आज दिन में बहुत दिनों के बाद ऐसा मज़ा मिला है वो भी तेरी वजह से ।

में ,--मेरी वजह से कैसे ।

सरजू ,--सुनिलं चोद मुझे रहा था पर उसकी कल्पना में तुम थी इसलिए वो तुमको सोचकर मेरी मार रहा था ।

मैं ,--पर आपको दर्द नही हुआ उसके बाद ।

सरजू ,--नही रे बस हल्का दर्द है जो सुबह तक ठीक हो जाएगा ।

में ,--रुकिए में आपको टेबलेट देती हूँ किचन में रखती है सीमा ।

फिर में किचन में गयी और ब्लाउज में रखी एक फीमेल वियाग्रा खुद खाई और दुसरीं का रैपर डस्टबिन में डालकर पानी का गिलास लेकर सरजु के पास आई और उसके मुंह मे टेबलेट रखकर पानी पिला दिया ।

सरजू ,--बहु तुझे एक बोलू क्या अगर तू माने तो ।

में ,--आप मेरी सासु मां है फिर मम्मी भी तो आपकी बात क्यों नही मानूँगी।

सरजू ,--फिलहाल तो तू मुझे सहेली या दीदी समझ कर ही बात मान ले ।

मैं ,--पर आप बोलेंगी तब ना ।

सरजू ,--आज दिन में मुझे बहुत अच्छा लगा था जब तुमने मुझे सुनिलं के कहने पर गन्दी गालियों दी थी ।

में ,--पर मेने तो सोचा था आप नाराज हो जाएगी ।

सरजू ,--मुझे चुदवाते समय गाली सुनकर मज़ा आता है और गाली देने में भी ।

में ,--पर आप ने दी तो नही ।

सरजू ,--मुझे डर था तुम पढ़ी लिखी हो कहीं नाराज नही हो जाओ पर में अब चाहती हूं कि जैसे तुमने मुझे गाली दी थी वैसे ही में भी तुमको चुदबाटे समय गन्दी गाली दूं।

में ,--पर दीदी आप को पता है उन गलियों का मतलब क्या होता है।

सरजू,--रेखा तू आज रात मुझे सरजू बोल कर ही बुला और सब गालियों का मतलब मुझे पता है पर चुदने के समय सब अच्छा लगता है ।

मैं ,--पर आप मुझे रण्डी बोलेगी तो आपको क्या अच्छा लगेगा ।

सरजू ,--यही की मेरी बहु भी मेरे जैसी रण्डी बन गयी जो मेरी तरह अपने पति से संतुष्ट नही है ओर अपनी प्यास बुझाने के लिए किसी पराए मर्द का बिस्तर गर्म कर रही है और जो औरत अपने मर्द के अलावा किसी और से चुत मरवाये वो रण्डी से कम नही होती ।

मैं ,--और बाकी गाली ।

सरजू ,--अब मान भी जा ना ।

में ,--ठीक है रजु , तू भी क्या याद करेगी ।

सरजू मुझे गले लगाकर ,--तूने इतनी चौड़ी मांग क्यों भरी है आज ।

मैं ,--ताकि तेरे यार को लगे कि वो अपनी ब्याहता बहु के साथ हमबिस्तर हो रहा है ।

सरजू ,--तुझे भी इन चीजों का बहुत ध्यान रहता है अब तुझे इसका दूसरा मतलब बताती हूँ कुछ जगह चुत को मांग भी बोलते हैं और तेरी ऊपर की चौड़ी मांग का मतलब है कि ऊपर की तरह नीचे की मांग भी चौड़ी कर दो ।

में ,--अब आप ने ठान ली है चौड़ी करवाने की तो में क्या कर सकती हूँ।

सरजू ,---तो फिर तू तैयार है मेरे कहे अनुसार करने को।

में सरजू के कान में ,--हां सरजू मेरी रण्डी सासु तेरी बहु भी आज से तेरे जैसे बेशरम और बाज़ारू औरत बन कर तेरी तरह जियेगी ।

सरजू ,--तो फिर चलें तेरे आशिक के पास।

में ,--नही बारह बजने वाले है पहले तेरे यार का बर्थडे मनाते है उसके लिए केक लायी हूँ वो कटवा लेते हैं यही हॉल में ।

सरजू ,--आज से सुनिलं तेरा भी यार है और तू उसको जब तक हम तीनों के अलावा कोई पास ना हो सुनिलं ही बुलाना।

मेने डिब्बे में से केक बाहर निकाला और उसे टेबल पर रख दिया ।सरजू केक देखकर बहुत खुश हुई और सुनिलं अंकल को आवाज लगाई ।

अंदर से सुनिलं बाहर आया उसने पेंट शर्त पहन रखी थी और बहुत ही हैंडसम लग रहे थे ।में आगे बढ़कर उनके पैरों में झुकी तो सरजू भी मेरे साथ सुनिलं अंकल के पैरों में झुक गयी ।

सुनिलं अंकल ने दोनों के सर पर हाथ रखा और बोले ,--खुश रहो मेरी राण्डों ।

औऱ दोनों को अपनी दोनों बाजुओं मेभरकर बारी बारी से गाल पर किश किया ।

में ,--अंकल केक काटिये ।

सरजू ,--रेखा आज रात ये भड़वा तेरा अंकल नही तेरा ग्राहक है और ग्राहक को उसके नामसे बुलाते है क्यों बे भोसडी वाले ।

सुनिलं ,--रेखा तुम जैसा रजु बोलती है वही करो मुझे अच्छा लगेगा ।

में मनमे सोचने लगी कि अपने बाप से भी बड़ी उम्र के आदमी को उसके नाम से कैसे बुलाऊँ पर फिर सोचा इन दोनों को जवान बने रहना है शायद, पर मुझे क्या ।

मैं ,--सु...नील चल बारह बज गए अब केक काटकर हमारा मुँह मिठा करवा दे ।

सुनिलं टेबल के पास चलकर आया और चाकू ढूंढने लगा ।

सुनिलं ,--चाकू कहा है चाकू तो लाओ ।

में ,--चाकू तेरी पेंट में है सुनिलं पेंट खोलकर निकाल लो।

सरजू ने जब ये सुना तो वो समझ गयी में कोन से चाकू की बात कर रही हूं इसलिए वो सुनिल के सामने गयी और उसकी पेंट की बेल्ट खोलकर उसके पेंट को नीचे सरका दिया औऱ फिर उसकी लंगोट को भी खोल कर पैरों में से निकाल दिया ।

अंकल का लण्ड पूरा अकड़ा हुआ था और टेबल से थोड़ा नीचे था तो मेने पास में पड़ा लकड़ी का पीढ़ा रख दिया जिस पर अंकल खड़े होगये और मेने केक को टेबल के बीच से अंकल के लण्ड के नीचे कर दिया ।जिससे केक के ठीक नीचे केक था ।

रजु ,--सुनिलं अब अपने इस बड़े चाकू से काट दो ।

अंकल ने अपना लण्ड हाथ से पकड़कर नीचे किया तो हम दोनों ने हैप्पी बर्थ डे सुनिलं बोला और अंकल ने अपना लण्ड केक में घुसा कर निकाल लिया उनके लण्ड पर पूरा केक लग चुका था जिसे वो घूमकर सरजू की तरफ हो गए ।

सरजू ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे भी अपने साथ झुका लिया और लण्ड से केक चाटने का इशारा किया ।
दोनों सास बहू ने एक साथ जीभ निकाली और सुनिलं अंकल के लण्ड पर लगे केक को दोनों तरफ से चाटने लगी ।दोनों ने पूरा केक चाट लिया तो सुनिलं अंकल ने एक बार फिर से लण्ड को केक मे घुसाया और दोनों को केक खिलाया। दोनों ने पूरा लण्ड चाट चाट कर साफकर दिया जिसमे सुनिलं अंकल का प्रीकम भी मिक्स हो गया और सुनिलं अंकल के लण्ड को लोहे की तरह शख्त बना दिया।

सुनिलं ,--अब मुझे भी केक खाना है ।

मैं ,--अरे राजा तुझे भी खिलाएंगे पर हाथ से नही दूध मिक्स करके और तुमको भी सीधे मुंह से खाना पड़ेगा क्यों रजु रानी ।पहले आप खिलाओ फिर में क्यों ।

इसके साथ ही मेने सरजू की साड़ी पिन खोली और उसके ब्लाउज को निकालकर फेंक दिया और ब्रा को खोलकर टॉपलेस कर दिया और सरजू के बूब्स को केक पर झुका कर उसके बूब्स को केक लगा दिया ।

में ,--सुनिलं तेरी रानी आज तुझे बर्थडे पर अपने बूब्स से केक खिलाएगी ले राजा खा लो ।

सुनिलं सरजू के बूब्स पर झुक गया और अपनी जीभ से दोनों चूची को चाटने लगा ।

सरजू लंबी सिसकियां लेते हुए एक हाथ चुत मसलते हुए ,--आह ....खा ले राजा मेरी पढ़ी लिखी बहु ने क्या गजब का बर्थडे मनाया है तेरा राजा मज़ा आ गया ।

सुनिलं अंकल ने ये सुनते ही मेरे हाथों को चूम कर ,--आखिर बहु किसकी है जैसी सास वैसी बहु ।

सुनिलं ने पूरा केक चाट लिया तो सरजू बोली ,--रेखा तू भी अपने यार को केक खिला दे ।

में ,--क्यों नही आखिर अंकल का बर्थडे स्पेशल जो बनाना है ।

और फिर मेने अपनी साड़ी और ब्लाउज ब्रा को खोलकर अपनी पूरी छाती को केक पर रखकर केक लगाया और सुनिलं अंकल के सामने खड़ी हो गयी ।सुनिलं अंकल ने बड़े ही सेंसिटिव तरीके से केक को चाटना शुरू कर दिया जिससे मेरी सिसकी रोकना मुश्किल हो गया।



जारी रहेगी..............
 
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सुनिलं अंकल ने मेरी पूरी छाती पर लगे केक को चाट लिया था और में अपनी सास के साथ टॉपलेस खड़ी होकर सुनिलं अंकल से अपनी निप्पल चुसवा रही थी इधर सुनिलं अंकल भी आधे नंगे थे उनका पेंट और लंगोट गायब थे शर्ट पहने थे ।उनका विशाल लण्ड पूरा खड़ा था जो सख्त होकर शर्ट को ऊपर उठाएं हुआ था।और वो पूरी मेहनत से मेरी नंगी छाती को चाट रहे थे।

सरजू जो मुझे सुनिलं अंकल से मुझे बूब्स चटवाते देख रही थी अपनी चुत को साड़ी के ऊपर से मसल रही थी उसको वियाग्रा खाये काफी देर हो चुकी थी उसके जैसी गर्म औरत जो चुदने के लिए अपने यार के साथ मुंबई आ गयी थी निश्चित ही पहली बार वियाग्रा से हालत खराब होनी ही थी ।

में जानबूझकर सुनिलं को अपने से चिपकाए खड़ी थी ताकि सरजू थोड़ा सा तड़पे ।पर सरजू से बर्दाश्त नही हुआ और वो बोली ।

सरजू ,--सुनिलं अब तो केक खत्म हो गया अब बहु को छोड़ दो ।

सुनिलं ,-रजु आज बहुत दिन बाद संतरे चुसने को मिले हैं आम चूस चूस कर मुंह का स्वाद कुछ अलग टेस्ट को तरस गया है ।

सरजू ,--तो अंदर चलकर आराम से पियो ना ।

मैं ,--आह ....सुनिलं पी लो सारा रस इन संतरों का इसके बेटे में दम नही संतरे का जूस पीने का ,आज इनमें एक भी बूंद रस कि मत छोड़ना ।

सरजू ,--सुनिलं अब मुझसे बर्दास्त नही हो रहा प्लीज ।

मैं ,--अरे रजु रानी तुझे चुदवाने की कितनी जल्दी हो रही है पहले सुनील का बर्थडे तो ठीक मना लेने दो ।

और फिर में सुनिलं से अलग हुई और सरजू की साड़ी और पेटोकोट को खोलकर रख दिया और उसको डाइनिंग टेबल पर सुला दिया और केक को मुठी मैं भरके उसकी चिकनी चुत पर मल दिया और सुनिलं को बोली ,--राजा लो अब केक को मलाई के साथ खाओ ।

सुनिलं सरजू की चुत पर झुक गया और सरयू को चुत पर लगे केक के साथ चुत चाटने लगा जिससे सरजू की आहें पूरे हॉल में गूंजने लगी ।

मैं टेबल के दूसरे सिरे जिधर सरजू का सर था उधर गयी और अपने होठों को सरजू के होंठ पर रखकर चुसने लगे और अपने दोनों हाथों से सरजू के बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगी ।सरजू की सिसकियां मेरे मुंह मे दबकर रह गई और वो कसमसाने लगी ।

सुनिलं अंकल ने चुत के ऊपर से पूरा केक चाट लिया तो अपनी जीभ को नुकीली करके सरजू की चुत में घुसा दिया और सरजू की चुत से निकलने वाले पानी को स्वाद लेकर खा रहे थे जिससे सरजू पूरी मदहोश होकर अपने हाथ इधर उधर पटक रही थी ।उसने अपना मुंह मेरे होठों से अलग करके सुनिलं से कहा।

सरजू ,--साले अब अपना लण्ड डालकर चोद दे मुझसे अब बर्दाश्त नही हो रही है।

मैं सरजू के कान में मुंह लगाकर ,--रानी सुनिलं तुझे तभी चोदेगा जब तू मेरी बात मानेगी ।

सरजू ,--बोल मुझे तेरी सब बातें मंजूर है ।

में ,--तू सुनिलं से चुदवाकर चुपचाप दूसरे कमरे में जाकर सो जाना में वापस जाने के समय तुझे तेरे यार के हवाले कर दूंगी ।

सरजू ,--ठीक है पर अब मुझसे तुझे क्या शरम ।

में ,--मुझे भी तेरे यार के साथ एन्जॉय करना है और तेरे सामने में पूरा खुल कर बोल नही पाऊंगी ।

सरजू ,--ठीक है मे खुद ही दूसरे कमरे में चली जाऊंगी वैसे भी दिन भर से थकी हुई हूँ ।

में ,--सुनिलं अंकल अब आप रजु की चुत से जीभ निकाल लीजिए और ऐसे ही खड़े खड़े अपना हथियार इसकी चुत में डालकर पेलिये ।

सुनिलं ने इतना सुनते ही खड़े होकर अपना लवड़ा सरजू की चुत पर लगाया और सरजू के पैरों को हाथ से पकड़कर धीरे धीरे से सरजू की चुत में लण्ड डालकर चोदने लगे ।

मेने भी अपने हाथ सरजू की विशाल चुचियों पर तेजी से चलाने शुरू किए और उसकी निप्पल को पकड़कर जोर जोर से खींचने लगी जिससे सरजू की चीखें निकलने लगी ।

सरजू ,--उफ......बहु मेरी निपल उखाड़ेगी क्या सुनिलं पेलो कसकर में ज्यादा देर नही टिक पाऊंगी ।

मैं ,--ससुर जी जोर से चोदिए मेरी सासू मां को आज आपकी बहु आप से अपनी सासु की चुदाई की भीख मांग रही है ।

सुनिलं ,--आह ह ह ...…...ले रजु रण्डी तेरी चुत को चोदते हुए तीस साल होगये पर तेरी चुत आज भी उतनी ही गर्म है ले रानी अब झेल मेरे लण्ड को ।

सुनिलं ने अपनी स्पीड बढाई और राजधानी एक्सप्रेस की तरह सरजू को पेलना शुरू कर दिया ।लगभग दस बारह मिनट में सरजू की चुत ने पानी बहा दिया और वो मुझे हाथ से दूर कर दी ।

सुनिलं भी समझ गया और वो अपना लण्ड जिस पर रजु की चुत का सफेद पानी लग गया था उसको बाहर निकाल लिया ।

सरजू टेबल से उठकर खड़ी हुई और बोली ,--सुनिलं में दूसरे रूम में सोने जा रही हूँ तुम बहु को आराम से करना और सारा पानी मेरी बहु की चुत में गिराना ।

उसके बाद सरजू दूसरे रूम में नंगी ही जाकर बेड पर गिर गयी तो मेने बाहर से गेट को लॉक कर दिया ।

सुनिलं मेरे पास आया और मेरी साड़ी को खींचकर शरीर से अलग किया और मुझे गोद मे उठाकर लाया और मुझे बेड पर बिठा दिया ।फिर अपना शर्ट खोलने लगा ।

मैं ,--राजा ऐसी भी क्या जल्दी है अभी पूरी रात बाकी है आराम से मज़े करेंगे ।

सुनिलं ने शर्ट के बटन वैसे ही छोड़ दिये और मेरे पास आकर बैठ गया ।

सुनिलं ,--रेखा एक बात तो पक्की है तू सरजू से कम खिलाड़ी नही है ।

मैं ,--खिलाड़ी क्या होती है जो बोलना है खुलकर बोलो अब जब तुमने देख लिया तो शब्दों का सही इस्तेमाल करो ।

सुनिलं ,--तुमभी रजु से कम चुड़कड नही हो ।

में ,--अच्छा ऐसा क्या देखा जो ये उपाधि दे रहे हो ।

सुनिलं ,--आज दिनमे तुमने रजु को चोदते समय अपनी चूची और चुत दिखाई उसी समय मुझे लग गया कि तुम भी ऊंची खिलाड़ी हो ।

में ,--उसे खिलाड़ी बोलते हैं क्या रजऊ ।

सुनिलं ,--बोलते तो उसे रण्डी है पर ये बात मुझे अच्छी नही लग रही तुम जैसी घरेलू औरत के लिए ।

में ,--तो सरजू घरेलू औरत नही है ।

सुनिलं ,--वो तो रण्डी है उसका पेट मेरे अकेले से नही भरता ।

में ,--फिर ।

सुनिलं ,--उसको नए नए लण्ड चाहिए जिसके कारण मुझे उसको कई दोस्तो के पास भेजा है ।

मैं ,--ओह तो ये बात है ।

सुनिलं ,--सिर्फ यही नही उसने मुझे भी खुश रखने के लिए कई लड़कियां फ़साई है मेरे लिए ।

मैं ,--जैसे मुझे ।

सुनिलं ,--देख मेने ये अपनी झांट के बाल ऐसे ही सफेद नही किये ।में अमित की शादी अपने दोस्त की सुशील कन्या से करवाना चाहता था पर अमित ने उसको इसलिए रिजेक्ट कर दिया क्योंकि उसका किसी के साथ अफेयर नही था ।अमित को एक चालू लड़की से शादी करनी थी ।जो तुम से पहली बार मिलते ही समझ मे आ गयी ।

मैं ,--क्या समझ आयी मुझे भी समझाइए ।

सुनिलं ,--अमित की मम्मी को में शादी से पहले से चोद रहा हूँ अब उसकी बदकिस्मती कहो कि गलती से उसकी बच्चेदानी में मेरी जगह तेरे असली ससुर का वीर्य चला गया और वो अपने बाप की तरह गांडू बन गया ।

मैं ,--और फिर रीता ।

सुनिलं ,--रीता को रजु ने एक चिड़िया की तरह पिंजरे में रखा है उसको समझदार होते ही होस्टल में रख दिया और अब उसको घर में कैद किया हुआ है ।

में ,--अगर उसको खुला छोड़ दे तो ।

सुनिलं ,--अगर उसमे हम दोनोमे से किसी के भी अनुवांशिक गुण आये तो पक्का वो गर्म लड़की होगी ।

में ,--पर मम्मी बोल रही थी अमित के जन्म के बाद तो उसने ससुर जी से चुद वाया ही नही ।

सुनिलं ,--हां, पर मेरे जैसे कई यार रहे हैं उसके पता नही किसका बीज है ।

मैं ,--मतलब अगर आपको रीता मिले तो उसको भी ।

सुनिलं ,--तो साफ साफ सुन सरजू मेरी नज़र में एक रांड से ज्यादा कुछ नही जो अपनी प्यास बुझाने के लिए मुझसे पूरी की मत वसूल करती है ।

मैं ,--वो कैसे ।

सुनिलं ,--उसके दोनों बच्चे मेरे ही पैसों से पढ़े है उसके खुद के खर्चे मेरे दिए पैसों से चलते है ।

में ,--और आप को जो नए नए आइटम दिलवाती है उसका क्या ।

सुनील ,--उसने सिर्फ एक ही अच्छी लड़की मुझे दिलवाई है तुम्हारे सिवॉय ।

मैं ,--जब इतना बता दिया तो वो भो बता दीजिए ।

सुनिलं ,--पर तुम सरजू को नही बोलोगी ना ।

में ,--सोच लीजिये अगर रीता की फ्रेश चुत चाहिए तो बता दीजिए ।

सुनिलं ,--मुझे नही लगता सरजू ऐसा करने देगी ।

मेने अपना मोबाइल उठाया और उसमे सीक्रेट फोल्डर खोलकर रीता की नंगी फोटो दिखाई जिसे देखकर सुनिलं कि आँखो में चमक आ गयी ।

सुनिलं ,--तुम्हारे पास ये फ़ोटो कैसे आई ।

में ,--रण्डी की बेटी रण्डी ही होगी ना ये तो फड़फड़ा रही है अपनी नथ उतरवाने को और मेरे पास आते ही इसको आज़ाद कर दूंगी ।

सुनिलं ,--पर तुमको फायदा ।

में ,--जिस घर मे ससुर गांडू सास रण्डी और पति हिजड़ा हो तो ननद को रण्डी बनते ही मुझे ऐश करने से कोन रोकेगा ।

सुनिलं ,--तुम बहुत समझदार हो अगर रीता को मेरे नीचे ले आओ तो तुमको मुंह मांगी कीमत दूंगा ।

में ,--ऐसी क्या खास बात है रीता में ।सिवॉय सुंदर चेहरे के ।

सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को बिगाड़ दिया पर में कुछ कर नही सका ।

मैं ,--ठीक है पर नथ नही उतरवा सकती क्योंकि कोई भी लड़की पहली बार किसी हम उम्र लड़के के साथ ही सोना पसन्द करेगी ।उसको पहली बार मे कोई जवान आदमी ही पसन्द आएगा ।

सुनिलं ,--ठीक है पर बाद में तो हो सकता है ।

मैं ,--पक्का ,पर उसको अभी ट्रेंड करना पड़ेगा इसकी छाती को मसाज करके बड़ा करना होगा उसमे समय और ख़र्चा लगेगा ।

सुनिलं ,-ठीक है तुमको जो खर्च लगे वो में दूंगा मुझे बस एक बार रीता को करना है ।

मैं ,--डन, पर अब तो बता दो सरजू ने किस किस को चुदवाया तुमसे ।

सुनिलं ,--फ्रेश माल तो सरिता ही थी ।

मैं ,--सरिता भुआ जी ।

सुनिलं ,--हां उसको मेने ही जवान किया था पहली बार और रश्मि भी मेरी ही देन है ।

मैं ,--तुम तो पक्के जिगरी दोस्त निकले अपने दोस्त के परिवार में उसकी बहन बीबी के अलावा आज दोस्त की बहू को चोद कर दोस्ती निभा रहे हो।

सुनिलं ,--मत भूल की तेरी सास एक रण्डी है ।

में ,--ओर में ।

सुनिलं ,--तुम कोनसी रण्डी से कम हो ।

मैं ,--ठीक है फिर में जा रही हूँ ।

सुनिलं ,--क्यों ,क्या हुआ ।

मैं ,--ये रण्डी अब बिना पैसे कुछ नही करेगी ।

सुनिलं ने अपनी सोने की चैन गले से निकाली और
मुझे पहना कर बोला ये इनाम आज दिनमे मुझे एन्जॉय कराने का और फिर जेब से नोटों की गड्डी पकड़ा कर बोला ,--ये तेरी आज रात की कीमत अब बोल ।

मैं नोटों की गड्डी को साइड में रखकर ,--तो फिर कर ले अपनी कीमत वसूल ।

सुनिलं ने अपनी शर्ट के बटन खोले और फिर बनियान निकाल कर बोला ,--रण्डी अब नंगी होकर मुझे मज़ा दे।

मेने एक झटके में अपना पेटीकोट का नाडा खोला और बोली ,-ले राजा तेरी रानी तैयार है ।

सुनिलं मेरे को पास खींचकर ,--पक्की वेश्या है तू जो बिना पेंटी के ही इतनी देर से मेरे पास बैठी हैं ।


जारी रहेगी...........
 
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Sanju69

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सुनिलं का लण्ड जो काफी देर से खड़ा था उसने मुझे बिस्तर पर गिराया और धीरे धीरे मेरी चुत में घुसने लगा ।हालांकि ये पहली बार नही था पर सुनिलं को ये दिखाने के लिए जरूरी था कि जो वो सोच रहा है वैसे ही उसको कीमत सही लगे ।

पर जैसे जैसे उसने अपना लण्ड मेरी चुत में डाला मुझे एहसास हो गया कि उसका लण्ड एक बार फिर से मेरी चुत को फाड़ रहा हो ।

तभी मुझे उस बूढ़े हीरा लाल की बात याद आई जिसने कहा था कि मेरी चुत ही ऐसी है जो जितनी बार चुदती है उतनी ही बार वापस पैक हो जाती है और चुत पर बना तिल इस बात का गवाह है ।

सुनिलं पूरा लण्ड पेलकर ,--क्यों रानी कैसा है मेरा हथियार ।

में दर्द भरी आवाज में ,--बहुत सॉलिड है राजा पर अब जब घुस गया तो झेलना ही पड़ेगा आह.....

सुनिलं धीरे धीरे से चोदते हुए ,--अरे इसलिए तो धीरे धीरे चोद रहा हूँ मुझे पता है तुमने ऐसा सॉलिड हथियार नही लिया होगा ।

मैं ,--आह थेंक्स राजा तुझे पता है नई चुत कैसे फाड़ी जाती है आखिर तूने पैसे देकर भी मेरी चुत का खयाल रखा हुआ है ।

सुनिलं ,--पैसे तो में वसूल करूंगा ही अभी तेरी चुत को अपने लण्ड के हिसाब से एडजस्ट होने दो ।

मैं ,--यही तो फायदा होता है अनुभव का आखिर तुमने बहुत सील खोली होगी ।मेरी तो फिर भी खुली हुई है ।

सुनिलं ,--हां , पर नई लौंडिया से तो चुदी चुदाई औरत ही ज्यादा मज़े करवाती है ।

सुनिलं अब धीरे धीरे स्पीड बढ़ा रहा था उसको अब बाकी के राज उगलवाने का समय आ गया था इसलिए मेने उसकी गाँड पर हाथ फिराते हुये पुछा।

में, --आह ...राजा चोद मुझे भी सरिता जैसे गर्भवती कर दे आज ।

सुनिलं ,--तू पागल है क्या उस रण्डी की बातों में मत आना अभी तो तेरे खाने पीने के दिन है नए लण्ड खा और उनका ताजा पानी पी ।

मैं ,--पर ये गांव नही है जो किसी की पास भी सेट हो जाओ और मज़े कर लो ।

सुनिलं ,--तो उसके लिए मैं हूँ ना मेरे गांव नेता है यहां तू बोले तो उसको बोल देता हुँ तुझे रोज ऐश करवॉएगा और पैसे भी दिलवा देगा ।

मैं ,--मतलब रण्डी बाज़ी करूँ ।

सुनिलं ,--तो अभी कोनसी कम है तूने मुझसे अपनी कीमत तो ले ही ली ।

में ,--तुमको सब रण्डी ही लगती है क्या ।

सुनिलं ,--सब तो नही पर मेने जिसको भी अपने नीचे सुलाया है वो सब धंधा ही करने लग जाती है ।

मैं ,--तो सुनीता भुआ भी ।

सुनिलं ,--वही नही उसकी बेटी रश्मि भी बड़ी रण्डी बन चुकी है ।

मैं ,--इसका मतलब आप ने रश्मि दीदी की भी नथ उतारी थी ।

सुनिलं ,--मेने सुनीता को औरत बनाया था और शादी के दिन भी उसने फेरे लेने से पहले रजु की मदद से चोदा था जहां तक मेरा मानना है रश्मि भी मेरे ही लण्ड की पैदाइश है पर रश्मि को मेने नही उसको सोलहवें साल में ही चंदा ने किसी से चुदवा दिया था ।

मैं ,--आह ....तो फिर आपने नही भोगा उसको ।

सुनिलं ,--भोगा पर सरजू को नही पता इस बात का ।

मैं ,--वो कैसे संभव है ।

सुनिलं ,--उसको तो मेने सुनीता के घर पर सुनीता को पैसे देकर चोदा है ।

मैं ,---आह ...बड़ा चोदू है तू जो मां बेटी और सास बहू सबको एक ही लण्ड के नीचे सुला लिया ।

सुनिलं ,--अरे रानी ये लण्ड ही ऐसा है कभी मानता ही नही।इसको सिर्फ चुत दिखती है चाहे वो किसी की भी हो ।

सुनिलं को चोदते हुए आधा घंटा हो गया था इससे पहले वो सरजू को ठंडा कर चुका था इसलिए उसका पानी छूटने के कगार पर था और वो फुल स्पीड में लगा हुआ था पर मे वियाग्रा की वजह से अभी झड़ने वाली नही थी।

सुनिलं ने तेज गति से धक्के लगाए और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया तो मेने उसके बालों को सहलाते हुए कहा ।

मैं ,--तू तो अभी बड़ी बड़ी डींगें हांक रहा था इतना जल्दी खल्लास हो गया अब में क्या अंगुली करूँ ।

सुनिलं ने मुझे घूर कर देखा और फिर मेरी चूची पर किस करके बोला ,--रण्डी अभी तो एक ही राउंड हुआ है रात कहा बीत गयी ।पर तु भी चुड़कड रांड है जो इतनी देर तक मुझे झेल ली वरना अभी तक तो तीन चार बार झड़ कर पड़ी होती ।

मैं ,--अब तुझे कितनी देर लगेगी तैयार होने में मुझे ठंडा करो ।

सुनिलं ,--बस एक बार बाथरूम से होकर आता हूं फिर बताता हूँ।

सुनिलं उठकर बाथरूम चला गया और मेने घड़ी में देखा तो रात के ढाई बजे थे यानी अभी भी बहुत टाइम था ।

तभी सुनिलं बाहर आया और बोला ,--रेखा तू रीता के बारे में कुछ बोल तो मेरा हथियार अभी खड़ा हो जाएगा।

मैं ,--तुम कहो तो उसके मुंह से कुछ सुनवा दूं ।

सुनिलं ,--अरे तब तो मज़ा आ जायेगा ।

मैं ,--ठीक है पर तुम एकदम चुप रहना ।

उसके बाद मेने अपना फोन उठाया और रीता को डायल करके फोन को स्पीकर मोड़ पर डाल दिता।
रीता ने लास्ट रिंग में फोन उठाया और बोली ।

रीता ,--भाभी इतना रात में कैसे फोन किया ।

में ,--अरे तेरे भैया आज नासिक गए उनकी याद आ रही थी उन्होंने फोन नही उठाया तो सोचा ननद को तंग करूँ।

रीता ,--पर भैया के पास जो सामान है वो मेरे पास थॉडी ही है ।

मैं ,--सामान को खुलकर नही बोल सकती क्या कुतिया।

रीता ,--अरे भाभी मेरे पास भी आपके जैसी चुत ही है भैया जैसे लण्ड थोड़े ही है ।

जब सुनिलं ने रीता के मुंह से लण्ड सुना तो उसके लण्ड में करंट लगा ओर वो सर उठाने लगा ।

मैं ,--लगता है तेरी चुत भी लण्ड मांगने लगी है अब ।

रीता ,--भाभी अब आप से क्या छुपाना अब अंगुली कर कर के थक गई आप ही कुछ करो ।

सुनिलं का लोडा पूरा टाइट हो गया था वो मुझे पकड़कर मेरे पैरों को चौड़ा करने लगा ।

में ,--रीता में तुमको सुबह फोन करूँगी ,तेरे भैया का फोन आ रहा है।

रीता ,--बाय भाभी अब मेरी जगह भैया आपको अंगुली करने में मदद करेंगे।

फोन काटकर मेने साइड में रखा तो सुनिलं फिर से मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चुत की कुटाई करते हुए बोला ,--रेखा तू इसको मेरे नीचे ला सकती है तुझे क्या चाहिए बोल ।

मैं ,--तुम पहले सरजू को तैयार करो इस कली को मुंबई भेजने के लिए फिर में इसकी किसी हैंडसम लौंडे से नथ उतरवाऊंगी ।जब वो लौंडा इसको एक बार मसल कर चला जायेगा तब इसको दूसरे लण्ड से चुदने को तैयार करूँगी तभी ये तुमको मिल सकती है ।

सुनिलं चुदाई रोककर मेरे होठो पर किस करते हुए ,--शाबास मेरी रानी प्लान तेरा अच्छा है ये समझ ले बहुत जल्द ये तेरे पास होगी ।

मैं ,--जिस दिन मेरे पास आ गयी उसी दिन से में इसको तैयार करना शुरू कर दूंगी इसके संतरे जैसे बूब्स को नथ उतरने से पहले बड़े बड़े आम बनवा दूँगी और इसको मुजरा सिखाऊंगी जिससे तेरे जैसे भड़वे खड़े खड़े झड़ जाएंगे ।

सुनिलं ,--बना इसको टॉप क्लास तवायफ तभी सरजू को पता चलेगा कि दूसरों की औलाद को बिगाड़ने का क्या नतीजा होता है ।

मैं ,--लगता है सरजू ने तुम्हारा कुछ ज्यादा ही बिगाड़ दिया है ।

सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को कमसिन उम्र में ही जवान बना दिया और बिगाड़ दिया ।

मैं ,--तो उसको भी ऐश करने दो ।

सुनिलं ,--वो पढ़ाई लिखाई छोड़कर गांव में चंदा जैसी बिगड़ैल औरतों के पीछे घूमता है ।

मैं ,--तो उसे फिरने दो तुमको क्या फर्क पड़ता है ।

सुनिल,--अब वो मेरी जासूसी करता है और मुझे ब्लैकमेल करता है ।इसलिए मुझे रीता को सरजू से भी भी ज्यादा चुड़कड बनाना है ।

मैं ,--अरे तो राजा तेरी ये रानी है ना उस रीता को ऐसी टॉप की रण्डी बनाउंगी की रंडियाँ भी शर्मा जाएगी बस तू मुझे उसपर लगने वाले खर्चे के पैसे भेज देना ।

सुनिलं ,--अरे उसकी चिंता मत कर में वैसे भी महीने में एक बार तो मुम्बई आता ही हूँ आगे जब भी आऊंगा तुझे बुला लूंगा तू बस अपने साथ एक आध लड़की के जुगाड़ कर ले ।फिर तुझे नेताजी के साथ मज़ा करवाऊंगा और खर्च भी दे जाऊंगा।

मैं ,--हो जाएगा राजा मेरे पास औरतों की कमी थॉडी ही है मेरी जान पहचान की कई घरेलू औरतें यही धंधा करती है उसको बुला लुंगी बस एक दो दिन पहले बोल देना ।

दोनों बातें करते जा रहे थे और सुनिलं मेरी चुत भी मारे जा रहा था अब में भी झड़ने के कगार पर थी इसलिए सुनिलं को दो चार लंबे शॉट लगाने को कहा और झड़ कर हांपने लगी ।

सुनिलं ने कहा कि उसका काम नही हुआ तो उसको हटाकर घोडी बन गयी और उसको गाँड मारने का बोलकर पानी गाँड में गिराने को कहा।

सुनिलं लगभग दस बारह मिनट मेरी गाँड मारकर अपने वीर्य से गाँड को भर दिया और दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गए ।

जारी है ............
 
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