parkas
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Bahut hi shaandar update diya hai Adirshi bhai....Update 68
नेहा की नजरे बेड पर पड़ी जहा उसके लिए कुछ रखा हुआ था, राघव ने वहा नेहा के लिए एक सप्राइज़ रखा था
बेड पर दो बॉक्स रखे थे और साथ मे एक लाल गुलाब के फूलों का बोके रखा था जिसके साइड मे एक नोट रखा था जिसपर नेहा की नजर पड़ी और उसने उसे उठाया और पढ़ने लगी
“टु माइ डिअर चिक्की,
ये ड्रेस तुम्हारे लिए है, अब इसे पहनो और बाहर आओ मेरा ड्राइवर वहा तुम्हारा इंतजार कर रहा है जो तुम्हें तुम्हारे राजकुमार यानि मुझ तक पहुचाएगा
योर बेटरहाफ”
वो नोट पढ़ते ही नेहा के चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी वही साथ ही वो थोड़ा नर्वस भी थी, क्या ये सब वही था जो वो सोच रही थी अगर हा तो वो नहीं जानती थी के आज के दिन मे उसका दिल इतनी खुशी बर्दाश्त कर भी पाएगा या नहीं, वो नजाने कबसे इस दिन का इंतजार कर रही थी और आज जब वो पल आ गया था तब वो नर्वस फ़ील कर रही थी
उसने वहा रखा बॉक्स खोला जिसमे उसके लिए एक ब्लैक वेस्टर्न ड्रेस रखा हुआ था उसने वो उठाया और चेंज कर आई और फिर रेडी होने के बाद वो बगैर कोई आवाज किए नीचे आई और बड़ी ही शांति से बाहर निकल गई ताकि किसी को पता ना चले के वो बाहर जा रही है
वो जैसे ही घर से बाहर आई वहा राघव के कहे मुताबिक उसका ड्राइवर नेहा का इंतजार कर रहा था उसने नेहा के लिए कार का दरवाजा खोला और नेहा जैसे ही कार की सीट पर पैठी वहा उसके लिए एक और बोके रखा हुआ था जिसके साथ एक नोट भी था
“more foowers for my wife who is beautiful than any flower in world!”
ये पढ़ते हु नेहा के चेहरे पर मुस्कान आ गई और उसने आगे पढ़ना जारी रखा
“अब मेरे बगैर अकेले गाड़ी मे बैठी हो तो बोर हो जाओगी ना, पीछे देखो”
नेहा ने झट से पीछे देखा तो वहा पीछे चॉकलेट्स रखी हुई थी, नेहा के चेहरे से मुस्कान हट ही नहीं रही थी आज उसे बहुत स्पेशल फ़ील हो रहा था और उसके दिल मे दिमाग मे बस राघव का खयाल था और तभी ड्राइवर ने गाड़ी रोकी और उसके लिए गाड़ी का दरवाजा खोला, नेहा ने बाहर आकार उस जगह के एंट्रेंस को देखा तो देखती ही रह गई
ड्राइवर- मैडम, यहा से आपको सीधा जाना है
और इतना बोलके नेहा के कुछ बोलने या पूछने से पहले ही ड्राइवर वहा से निकल गया और एक कन्फ्यूज़ नेहा को छोड़ गया और नेहा अंदर जाने लगी, वहा सब कुछ इतना खूबसूरती से सजाय गया था अरेंज किया गया था के नेहा के नजरे हट ही नहीं रही थी जब वो ओपन एरिया मे पहुची तो उसने देखा के वहा के बड़े से पेड़ को लाइट्स से सजाया गया था और वही राघव था, उसका इंतजार करते हुए, फॉर्मल्स पहने हमेशा की तरह हैंडसम दिखते हुए और अपने चेहरे पर मुस्कान लिए,
नेहा को उस ब्लैक ड्रेस मे देख राघव की हालत खराब हो रही थी वो उसकी खूबसूरती मे खो सा गया था और फिलहाल उसके पास अपनी ही बीवी की तारीफ करने के लिए शब्द नहीं थे
वो नेहा के करीब पहुचा दोनों की नजरे आपस मे मिली हुई थी उसने नेहा के सामने अपना एक हाथ बढ़ाया और नेहा ने भी उसका हाथ थाम लिया
राघव- मिसेस देशपांडे, सप्राइज़ पसंद आया?
राघव ने अपनी डीप आवाज मे पूछा
नेहा- बहुत! आइ लव इट!!
नेहा ने बड़ी सी स्माइल के साथ कहा
राघव- माइ प्लेशर यू लव्ड इट!
राघव ने हल्का सा झुकते हुए कहा जैसे कोई राजकुमार अपनी राजकुमारी के लिए करता है वही नेहा आजू बाजू के महोल को सजावट को देखने लगी और राघव उसे निहारने लगा
नेहा- लेकिन ये सब क्यू?
राघव- जो मुझे कहना था वो मैं घर पर भी कह सकता था लेकिन मैं हमारे इस स्पेशल मोमेंट को यादगार बनाना चाहता था,
राघव ने नेहा को देखते हुए कहा
राघव की हल्की नीली आंखे नेहा की आँखों से टकराई, आखों ही आंखों मे दोनों ने वो कह दिया जो उनके होंठ बयान नहीं कर पा रहे थे, नेहा का दिल जोरों से धडक रहा था, वो राघव के बोलने की राह देख रही थी
राघव- तो शुरू से शुरू करता हु, और सब कुछ सच सच कहूँगा, किसी को नहीं पता है के तुमने मेरा ध्यान अपनी ओर तब ही खिच लिया था जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा था, जब दादू ने मुझे तुम्हारा फोटो दिखाया था, और ये सच है। मैं उस वक्त तुम्हारी खूबसूरती मे खो गया था लेकिन उस वक्त मैं खुद मे ही उलझा हुआ था, तुम्हारे लिए तयार नहीं था लेकिन जैसे जैसे हम करीब आए एकदूसरे को जानने लगे तुमने मेरे दिल मे अपनी जगह बना ली, तुमने वो कर दिखाया जो कोई और नहीं कर पाया, तुम्हारी मासूमियत ने मुझे वापिस इंसान बनाया है
तुम्हारी भाषा मे काहू तो तुमने इस रावण को राम बनाया है और अब मेरा दिल मेरी जान सब तुम्हारे नाम!!
जैसे ही राघव की बाते नेहा के कानों तक पहुची उसका दिल भर आया उसके आंखे नम होने लगी थी, नेहा राघव की आँखों मे उसकी भावनाओ की सच्चाई देख सकती थी उस पल उस वक्त उसे एहसास हुआ के बड़े बड़े वादों की यहा जरूरत ही नहीं थी जो भी नेहा जो जानना था वो सब राघव की आँखों ने ही कह दिया था
उसकी आंखे उसके मन की खिड़किया थी और राघव के कहे हर शब्द पर नेहा को भरोसा था क्युकी राघव की आंखे उसकी भावनाओ को व्यक्त कर रही थी उसकी आंखे बहुत कुछ बोलती थी, प्यार की भाषा जो शब्दों से परे थी जो नेहा के दिल के कोने कोने को छू रही थी
राघव- इन 8 महीनों मे तुम मेरे जीवन का एक अटूट हिस्सा बन गई हो नेहा मैं बता नहीं सकता तुम मेरे लिए क्या हो! नेहा! जब मैं सुबह उठता हु तो तुम्हारा चेहरा देखने के लिए तरसता हु तुम्हारे बिना मेरा दिन अधूरा सा बिखरा बिखरा लगता है, तुम्हारी आवाज सुने बिना चैन नहीं आता, खाना खाते हुए तुम्हारा साथ चाहता हु, रात ने तुमसे लिपट कर सोने मे जो सुख है वो कही नहीं, मैं मेरी जिंदगी के हर पहलू मे तुम्हारा साथ चाहता हु।
राघव- मैं वो दिन देखता चाहता हु जब तुम हमारे बच्चे की मा बनोगी, I want to be a father, experiencing the joy of parenthood together, मैं तुम्हारे साथ बूढ़ा होना चाहता हु, खूबसूरत यादे बनाते हुए एक साथ हर पल को जीते हुए, तुम मेरे जीवन का आधार बन गई हो और अब मैं मेरा भविष्य तुम्हारे बगैर सोच भी नहीं सकता, मैं तुम्हें कितना चाहता हु ये मेरे लिए शब्दों से बयां करना मुश्किल है और मैं अपने आप को बड़ा किस्मत वाला समझता हु जो तुम मेरी जींदगी मे आई हो
राघव- तुम मेरी आदत बन गई हो नेहा, मेरी सारी अच्छी बुरी आदते सब कुछ तुम्ही से शुरू होता है और तुम्ही पर खतम।
राघव ने एक लंबी सास ली और नेहा को देखा
राघव- I Love You meri Jaan!!
नेहा बस वहा खड़ी रही, स्तब्ध और अवाक! राघव के शब्द इस वक्त उसके दिल दिमाग मे छाए हुए थे, उसके मुह से वो 3 शब्द सुन नेहा क्या अनुभव कर रही थी बता पाना मुश्किल था
उस पल उस क्षण उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे उसका दिल तितलियों समान पंख लगाये उड़ रहा है, उसका मन खुशी से अभिभूत हो गया था, उसने इस पल की आशा की थी सोचा था लेकिन अब जब ये पल आज साकार हो गया था तो ऐसा लग रहा था जैसे एक खूबसूरत सपना सच हो गया है
उसने राघव को देखा उस इंसान को जो उसकी दुनिया बन गया था और नेहा की आँखों से खुशी के आँसू झलक पड़े, उनका साथ बिताया हर पल हर मुस्कान हर स्पर्श आज इस पल मे सार्थक हो गया था, आज इस पल मे प्यार का वादा था जो समय के साथ और मजबूत होता जाएगा
राघव- हा अब मेरे मुह से ये सब अजीब लग रहा होगा, राघव देशपांडे और प्यार लेकिन ये बस तुम्हारा असर है, मुझे नहीं पता कबसे, शायद बचपन से ही मैं तुम्हारी तरफ अटारेक्टेड था लेकिन जब मैच्योर राघव और नेहा मिले तो मैंने वो स्पार्क किसी ओर के साथ महसूस नहीं किया, मुझे नहीं पता अब आगे क्या कहू, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु चिक्की, मुझे ठीक से वो पल याद नहीं जब मेरा दिल तुम्हारे लिए धड़कने लगा जब मेरी फीलिंग तुम्हारे लिए बदलने लगी प्यार का रूप लेने लगी, तुमने मेरे दिल पर कब्जा कर लिया है नेहा, तुम्हारा मेरे साथ होना ही मेरी जिंदगी को एक नया अर्थ देता है
राघव- तुम्हारा प्यार मेरे अस्तित्व का एक खूबसूरत पहलू बन गया है, ये फीलिंग ऐसी है जिसे मैं शब्दों से नहीं कह पा रहा हु, तुम्हारा मुसकुराना, तुम्हारा मेरे बगैर कुछ कहे ही सब समझ जाना, तुम्हारे साथ साधारण पल भी खास बन जाता है, मैं अपना हर दिन तुम्हारा हाथ थामे तुम्हारे साथ बिताना चाहता हु
राघव- मैं वादा करता हु मैं बेस्ट हज़्बन्ड बन के दिखाऊँगा, कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा, मेरे लिए सबसे पहले तुम होगी, तुम मेरे लिए मेरी पूरी दुनिया हो और मेरे शब्द इस प्यार को बयां करने मे असमर्थ है
राघव- The only thing I can say is this husband of yours is deeply madly In Love.. With You!!
राघव का कन्फेशन सुन नेहा की आँखों से खुशी के आँसू बहने लगे, ये वो पल था जिसका वो नजने कबसे इंतजार कर रही थी, उस प्यार के बारे मे सपने देखने का इंतजार जो बहुत दूर लग रहा था जो आज इस पल मे उन्हे ले आया था और ये पल नेहा की कल्पना से कही अधिक सुंदर था
नेहा का दिल खुशी से झूम रहा था, उसका इंतजार आज सफल हो गया था, राघव उससे प्यार करता था, वो जिसकी उसके दिल में खास जगह थी, भावनाओ का सैलाब उमड़ रहा था और अब बगैर किसी हिचक के नेहा ने अपनी बाहों का हार राघव के गले मे डाल दिया उसे अपने पास लाया मानो खुद को आश्वस्त कर रही हो के ये सच है की जिस प्यार के लिए वो तरस रही थी वो उसकी बाहों मे है, आज दो आत्माओ का मिलन होने जा रहा था,
नेहा- I Love you Too, Raghav, I Love you so much!!
अपने दिल की गहराई से ये शब्द कहते हुए नेहा की आँखों से खुशी के आँसू बह रहे थे
नेहा- आपको नहीं पता मैंने इस पल का कितना इंतजार किया है राघव, आज ये आपके मुह से ये सब सुनना ऐसे लग रहा है जैसे मेरा सबसे हसीन ख्वाब सच हो गया है, आप मेरे सबकुछ हो, a best man any girl could ever hope for
नेहा- अच्छा हुआ दादाजी ने उस वक्त आपकी बात नहीं सुनी
नेहा ने हसते हुए कहा
नेहा- हमारी लवस्टोरी तो कमियाब होनी ही थी
राघव- मेरे दिल पर बस तुम्हारा नाम लिखा है नेहा और ये हमेशा बस तुम्हारा ही रहेगा
राघव ने अपना हाथ नेहा की कमर पर रखते हुए उसे करीब खींचते हुए उसकी आँखों मे देखते हुए कहा हुए कहा
राघव ये सब प्लान करते हुए बहुत घबराया हुआ था के वो ये सब सही से करेगा या नहीं, नेहा को सही से प्रपोज कर पाएगा या नहीं लेकिन सब कुछ उसके प्लान के हिसाब से हुआ था
उस वक्त ऐसा लग रहा था जैसे समय रुक गया हो, वातावरण मे अलग ही रोमांच महसूस हो रहा था, उनके दिल एक साथ धडक रहे थे और प्यार या एहसास उन्हे इंच दार इंच एकदूसरे के करीब खिच रहा था
नेहा के होंठ सुख रहे थे, वो दोनों अब एकदूसरे के बेहद करीब थे, दोनों की नाक एकदूसरे को छु रही थी और फिर दोनों के होंठों ने एकदूसरे को हल्के से छुआ,
नेहा की आंखे बंद हो चुकी थी, उसने अपने आप को अब राघव के हवाले कर दिया था , नेहा अपने चेहरे पर राघव की गरम सासों को महसूस कर रही थी, राघव ने अपने हाथ ऊपर सरकाया और नेहा की गर्दन को पीछे से पकड़ा वही नेहा ने अपने दोनों हाथ राघव के कंधे पर रख रखे थे और अब उन दोनों के बीच दूरी मीट चुकी थी
राघव के चेहरे पर एक मधुर मुस्कान तैर रही थी, उसका दिल जोश और रोमांच से धडक रहा था अब इस पल मे दोनों की जानते थे के झिझक का वक्त निकल चुका था अब वो एक नए सफर की ओर बढ़ने के लिए एकदम तयार थे
और इसीके साथ ही राघव ने उन दोनों के बीच बची कूची दूरी भी समाप्त कर दी, उनके होंठ एकदूसरे से जुड़ चुके थे और अब ये दुनिया उनके लिए वहा थी ही नहीं, उस पल मे केवल वो दोनों थे और दोनों अपने होंठों द्वारा प्यार का लेन देन कर रहे थे
इस किस मे कई भावनाओ का मिश्रण था, इसमे गहरा प्रेम था, इंतजार था, प्रत्येक सास प्यार के वादे फुसफुसा रही थी, इस आलिंगन मे दोनों ऐसे लग रहे थे मानो पहेली के दो टुकड़े आपस मे जुड़ रहे थे, ये वो पल था जिसका दोनों ही इंतजार कर रहे थे और अब ये अपनी पूरी महिमा के साथ सामने आ रहा था
उनके शरीर मानो पिघलकर एक हो गए थे जैसे वो हमेशा एकदूसरे से जुड़े रहने वाले थे, ऐसा लग रहा था समय वह थम चुका था और नेहा और राघव के बीच ऐसा संबंध बन चुका था जो इस दुनिया से परे था
राघव ने अपने होंठों को नेहा के नर्म होंठों पर दबाया और नेहा ने राघव की शर्ट को कस लिया, राघव ने अपना चेहरा थोड़ा सा घुमाया ताकि उसके होंठों को अच्छे से चूम सके, उसने उसके होंठों को जीभ से चाटना शुरू किया, उसके ऊपरी और निचले होंठ को चूसने लगा जिसपर नेहा सिसक उठी, मानो कह रही हो उसे भी इसमे मजा आ रहा था
नेहा ने भी राघव को चूमना जारी रखा, उसके ऊपर के होंठ को चूसने लगी, राघव ने नेहा की कमर को कस कर पकड़ लिया था जिससे वो पूरी तरह उसमे समा गई
अब किस रफ हो रहा था, राघव के हाथ नेहा के पूरे शरीर पर घूम रहे थे रही नेहा उसके सीने को दबा रही थी और अब राघव किस से ज्यादा चाहता था वही नेहा भी अब किस से आगे बढ़ना चाहती थी, इस चुंबन ने दोनों को उत्तेजित कर दिया था
राघव- let me claim you mine, darling!!
राघव ने नेहा के कान मे अपनी हस्की आवाज मे कहा नेहा के गाल उत्साह और शर्म से लाल हो रहे थे, उसके शब्दों मे एक ऐसी शक्ति थी जो किसी को भी कमजोर कर सकती थी और नेहा भी अब पूरी तरह राघव की होने के लिए तयार थी
नेहा- mark me yours, Raghav ! all yours!!
नेहा ने धीमी कांपती आवाज मे कहा उसकी आंखे वापिस राघव की आँखों से टकराई, धड़कते दिल के साथ राघव ने उसे अपनी बाहों मे भर लिया उसे अपने आलिंगन मे ले लिया, उनके शरीर एकदूसरे के करीब आए और वो एक तंबू वाले रूम की ओर बढ़े, एक ऐसा टेंट जो खास तौर पे उनकी प्राइवसी के लिए बनाया हुआ था
उस टेंट की सेफ दीवारों मे वो खुल के अपने प्यार को एक्स्प्रेस कर सकते थे, राघव ने नेहा को उस नर्म गद्दे पर आराम से लिटाया, उनकी नजरे के और बार एकदूसरे से टकराई, अनकही भावनाए व्यक्त होने लगी थी, आज शब्दों से परे आत्माओ का मिलन होने वाला था, एकदूसरे के प्रति प्रेम और समर्पण वाली इस रात की सुबह नहीं थी....
वो दोनों हमेशा के लिए एक हो गए थे..
क्रमश:
Nice and lovely update....