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Romance In Love.. With You... (Completed)

Thakur

Alag intro chahiye kya ?
Prime
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Update 53




राघव नेहा को उसके मायके छोड़ अपने ऑफिस आ गया था लेकिन उसका ऑफिस मे किसी भी काम मे मन नहीं लग रहा था राघव ने नेहा को चैलेंज तो कर दिया था लेकिन कही ना कही वो खुद भी जानता था के वो इस चैलेंज को पूरा नहीं कर पाएगा पिछले कुछ दिनों मे उनके रिश्ते मे बहुत से बदलाव आए थे जो सकारात्मक थे और अब कही ना कही राघव को नेहा की आदत सी होने लगी थी और नेहा से दूर रहना उसके लिए मुश्किल होने वाला था वही नेहा राघव की इस सिचूऐशन का खूब मजा ले रही थी लेकिन मन ही मन वो राघव को खूब मिस भी कर रही थी।

देखते देखते दोपहर का समय हो चुका था और राघव और नेहा दोनों ने ही एकदूसरे से किसी तरह का कोई कॉन्टेक्ट नहीं किया था

‘ये काम मे बिजी होंगे, लेकिन इतना भी क्या काम के मैं भी याद नहीं इनको! ऐसा लगता है मैं ही पागल हु जो इन्हे मिस किए जा रही हु, ये मेरा चैलेंज ही मेरी जान लेने वाला है’

नेहा राघव को याद करते हुए अपने फोन को देख सोच रही थी तभी एक आवाज आया

“दीदी!!!!!”

ये आवाज सुन नेहा ने आवज ही ओर देखा तो उसके चेहरे पर एक स्माइल आ गई उसका भाई सचिन घर आ गया था

नेहा- अरे तू आ गया

नेहा ने सचिन को गले लगाया

सचिन- मैंने आपको बहुत मिस किया है, कैसे हो आप? सब सही है ना एकदम? जिजू खयाल रखते है ना आपका?? कोई प्रॉब्लेम नहीं है ना?? कोई कुछ बोलता तो नहीं ना??

सचिन ने एकदम से नेहा पर सवालों की झड़ी लगा दी थी और उसे चुप कराने के लिए नेहा को उसके मुह पर हाथ रखना पड़ा

नेहा- अरे चुप चुप!! बाबारे इतने सवाल!! सब ठीक है मैं ठीक हु और कुछ टेंशन नहीं है

नेहा ने एक लाइन मे सचिन के सारे सवालों का जवाब दे डाला जिसके बाद दोनों भाई बहन की बाते शुरू हो गई पुराने दिन याद आने लगे वही दूसरी तरफ ऑफिस मे.....
.
.
.
.
.

“सर मेरे हिसाब से यही सबसे बढ़िया ऑप्शन रहेगा" नेहा ने राघव ने कहा वही राघव बस उसकी खूबसूरती मे खोया हुआ था उसका ध्यान भी नहीं था नेहा की बातों पर वो बस नेहा को देखे जा रहा था उसकी स्माइल, उसकी आंखे, उसके हवा के साथ लहराते बाल उसे सब कुछ अच्छा लगने लगा था

राघव अपनी जगह से खड़ा हुआ और नेहा के करीब गया और उसका हाथ पकड़ा नेहा की आंखे बड़ी हो गई थी और वो इधर उधर देखने लगी

“सर.... सर क्या... क्या कर रहे है?” उसने नर्वस होते हुए कहा

राघव- सर?? तुम मुझे सर क्यू कह रही हो चिक्की? नाम से बुलाओ ना अच्छा लगता है अपना नाम तुम्हारे मुह से सुन कर

राघव ने नेहा को कमर से थामे अपनी ओर खिचा नेहा की आंखे बाहर आने लगी वो राघव की बाहों मे छटपटाने लगी

राघव- क्या हुआ?? ऐसे छटपटा क्यू रही हो जैसे पहली बार हो

“पहली बार ही है”

राघव- क्या????

“सर!!!!!!!” उसने राघव को हिलाया तब राघव अपने होश मे आया और जैसे ही राघव ने उस बंदे को देखा उसे छोड़ पीछे हट गया

राघव- रवि!!! तुम कब आए ??

वो राघव का असिस्टेंट रवि था जिसे राघव नेहा समझ रहा था उसे हर जगह नेहा ही दिख रही थी

रवि- मैं तो कबसे यही हु सर आप भी प्लीज मैडम के सपने देखना बंद कीजिए वरना लोग हमारे बारे मे गलत समझेंगे

रवि ने कहा जिसने राघव को थोड़ा शर्मिंदा कर दिया

रवि- सर मैं जाऊ??

राघव- हम्म

जिसके बाद रवि जितनी जल्दी हो सके वहा से निकल गया और राघव अपने बाल खिचते हुए अपनी खुर्ची पर जाकर बैठा

‘तू क्या पागल हो गया है क्या राघव? ये क्या हो गया था अभी अभी पता नहीं रवि क्या सोच रहा होगा! हट्ट यार!!’ राघव अपने आप पर चिढ़ा हुआ था

‘ये सब नेहा की गलती है जानबुझ के चैलेंज दिया है उसने और मैंने भी जोश जोश मे हा बोल दिया अब क्या करू?? ये दो दिन दो साल जैसे लग रहे है’

राघव अपने आप से ही बड़बड़ाए जा रहा था

कॉल कर लू क्या?? नहीं नहीं नहीं!! हारना नहीं है जब चैलेंज लिया है तो पूरा करूंगा ही लेकिन यार उससे बात करने का भी बहुत मन है’

‘ये तुमने मुझे क्या कर दिया है चिक्की जो तुम्हारी एक झलक के लिए मरा जा रहा हु मैं! मैं पहले कभी इतना इम्पैशन्स नहीं रहा जितना आज हो गया हु । मैं क्यू तुमसे एक दिन भी दूर नहीं रह पा रहा हु??’


राघव नेहा को बहुत ज्यादा मिस कर रहा था

देखते देखते रात का समय हो गया था

सतीश- चलो बढ़िया है तुम दोनों के बीच अब सब सही चल रहा है

चाचा ने डिनर करते हुए नेहा से कहा

संगीता- हा फिर मेरी बेटी है ही ऐसी जो सब सही कर देती है

नेहा- ऐसा कुछ नहीं है चाची

सचिन- बाकी दी जिजू भी आपको मिस कर रहे होंगे नहीं

सचिन ने कहा और इसी के साथ ही नेहा का दिमाग सुबह वाले चैलेंज पर शिफ्ट हो गया दूसरी तरफ देशपांडे वाडे मे

श्वेता- भईया!!! भईया!!!!

राघव- हूह??

श्वेता ने राघव को हिलाया तब राघव अपने खयालों से बाहर आया वही डिनर टेबल पर सब लोग उसे कन्फ्यूज़ होकर देख रहे थे सब अपना खाना खा रहे थे लेकिन राघव तो किसी और ही दुनिया मे था

श्वेता- आपका खाना... ठंडा हो रहा है...

श्वेता ने राघव की प्लेट की ओर इशारा किया और उसने भी गर्दन हिला कर खाना शुरू किया

शिवशंकर- आज नेहा नहीं है तो सब कितना अलग अलग लग रहा है ना

दादू ने जानबुझ कर धीमी आवाज मे कहा जिसपर राघव भी अनजाने मे अपने खाने से खेलते हुए जवाब दे बैठा

राघव- हा ना

धनंजय- मिस कर रहे हो उसे?

अब धनंजय जी भी राघव के मजे लेने के मूड मे आ गया थे और अपनी हसी दबा रहे थे

राघव- बहुत।

जानकी- तो बात कर लो उससे

राघव- वही तो नहीं कर सकता न..

रमाकांत- क्यू??

राघव- वो....

लेकिन राघव बोलते बोलते रुक गया क्युकी उसके दिमाग ने उसे इशारा कर दिया था के वो क्या बोलने जा रहा था उसे नजर उठा कर ऊपर देखा तो सब उसे ही देख रहे थे और राघव के ऊपर देखते ही सब हसने लगे और राघव अपने बड़ों को बोलता भी क्या यहां अगर शेखर होता तो उसे वो चुप करा देता लेकिन चाचा को क्या ही बोलता बस चुपचाप बैठा रहा

मीनाक्षी- राघव हम भी मिस कर रहे है नेहा को लेकिन उसके लिए ऐसे देवदास बनने की क्या जरूरत है कल आ जाएगी वो वैसे भी

चाची ने मुसकुराते हुए कहा

शेखर- अब भाई भी क्या करे मा रहा नहीं जाता न

शेखर ने चिढ़ाया और राघव ने बदले मे उसे घूर के देखा, आज डिनर टेबल का टॉपिक राघव ही था और सब उसे चिढ़ाने मे लगे थे लेकिन अपना देवदास कुछ नहीं कर पा रहा था

कुछ समय बाद राघव अपने रूम मे इधर उधर घूम रहा था और नेहा से बात करने के तरीके सोच रहा था

सोच सोच राघव कुछ सोच इतना बड़ा बिजनेसमैन कोई आइडिया नहीं सोच पा रहा बीवी से बात करने का.... हा ये सही रहेगा फाइल के बारे मे पूछने के लिए फोन लगता हु जेनुइन भी लगूँगा, यस!!! लेकिन नहीं मैं थोड़ी बात कर सकता हु अब क्या करू’

राघव सोच ही रहा था के तभी उसे रिद्धि वहा से जाते हुए दिखी तो उसने रिद्धि को आवाज दी

राघव- रिद्धि सुनो

राघव की आवाज सुन रिद्धि रूम मे आई

रिद्धि- हा भाई

राघव- ये मेरा फोन लो और तुम्हारी भाभी को कॉल लगाओ

राघव ने अपने फोन रिद्धि के हाथ मे पकड़ाया

रिद्धि- ये काम तो आप भी कर सकते हो

रिद्धि थोड़ी कन्फ्यूज़ थी के राघव उसे कॉल करने क्यू कह रहा था

राघव- नहीं कर सकता

रिद्धि- क्यू??

राघव- बस कर दो ना यार और सुनो उससे पूछना मेरी रेड फाइल कहा रखी है

रिद्धि राघव को शक भरी नजरों से देख रही थी लेकिन फिर भी उसने नेहा को कॉल लगा दिया इधर नेहा ने जब अपने फोन का रिंग सुना तब वो अपनी चाची की किचन मे मदद कर रही थी और जैसे ही उसने कॉलर आइडी पर राघव का नाम देखा उसके चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन साथ ही चैलेंज भी दिमाग मे आ गया नेहा ने अपने फोन उठाया और सचिन के रूम मे गई

नेहा- सचिन ये लो अपने जिजू से बात करो

सचिन- हैं! क्यू? आप ही कर लो ना बात

सचिन भी कन्फ्यूज़ था

नेहा- नहीं कर सकती तुम बस कहा वो करो

और सचिन ने नेहा के हाथ से फोन लेकर कान से लगाया और दूसरी तरफ रिद्धि थी

रिद्धि- हैलो!

सचिन- दी जिजू को कोई प्रॉब्लेम है क्या? उनका आवाज लड़की जैसा आ रहा है

सचिन ने धीमी आवाज मे नेहा से कहा और नेहा चौकी

नेहा- क्या? ‘लड़की का आवाज! ये किसी लड़की के साथ तो नहीं है ना इसीलिए इन्होंने चैलेंज के लिए हा कहा था’

नेहा- लाओ मुझे दो फोन

नेहा ने एक झटके के साथ सचिन के हाथ से फोन छीना

नेहा- व्हाट द हेल कौन हो तुम और मेरे हज़बन्ड का फोन तुम्हारे पास क्या कर रहा है?? और इन मिस्टर देशपांडे को तो मैं छोड़ूँगी नहीं

नेहा एकदम फोन पर चिल्लाने लगी वही दूसरी तरफ रिद्धि उसकी आवाज सुन सकते मे थी

रिद्धि- भाभी! भाभी रीलैक्स मैं हु रिद्धि आप क्या बोल रहे हो भाई किसी के साथ नहीं है वो तो घर पर है

नेहा- हैं?

अब नेहा सचिन को घूर के देखने लगी

नेहा- सॉरी रिद्धि वो मुझे लगा कोई और है वो मेरे भाई ने फोन उठाया था और वो तुम्हें नहीं जानता ना लेकिन इनका फोन तुम्हारे पास?

रिद्धि- वो पता नहीं क्यू लेकिन भाई आपसे बात नहीं कर रहा है और उनको उनकी कोई रेड फाइल चाहिए

नेहा- रेड फाइल?

नेहा के पहले तो कुछ समझ नहीं आया फिर उसे फोन के दूसरे साइड से खुसफुसाहट सुनाई दी राघव रिद्धि से फोन स्पीकर पर रखने कह रहा था और नेहा के चहरे पर मुस्कान आ गई

नेहा- मुझे कोई रेड फाइल नहीं पता बाय!

और नेहा ने अचानक फोन काट दिया और इधर फोन कटते ही राघव रिद्धि से बोला

राघव- फोन क्यू काटा

रिद्धि- मैंने नहीं भाभी ने कट किया है और आपको हुआ क्या है ऐसे देवदास क्यू बने हो आ जाएगी भाभी कल और बात करना है तो कर लो ना यार, क्या आप दोनों का झगड़ा हुआ है क्या??

रिद्धि के सवाल पर राघव ने ना मे गर्दन हिला दी

रिद्धि- फिर क्या बात है

और अब राघव से रहा ना गया वो अपने बेड पर बैठा और उसने अपनी दुखभरी कहानी अपनी बहन को सुनाई पहले को रिद्धि को हसी आई लेकिन फिर अपने भाई की हालत उससे देखि भी नहीं जा रही थी

रिद्धि- आप लोग बच्चे हो क्या यार!! अच्छा अब मुह मत सड़ाओ एक आइडिया है मेरे पास

आइडिया का सुनते ही राघव ने रिद्धि को देखा

राघव- क्या है जल्दी बताओ

फिर रिद्धि ने राघव के कान मे आइडिया कहा

राघव- पागल है क्या, ऐसा करने पे सब मेरे बारे मे क्या सोचेंगे रिद्धि?

रिद्धि- ठीक है दूसरा आइडिया सुनो फिर

फिर रिद्धि वापिस उसके कान मे फुसफुसाई

राघव- ये तो उससे भी बुरा है ये नहीं होगा मुझसे

रिद्धि- क्या भाई हर आशिक अपने प्यार के लिए ये करता है फिर आप क्यू नहीं

राघव- कौन करता है ऐसा?

रिद्धि- मेरी किताबों का हीरो तो करता है

राघव- तुम नेहा के साथ कम रहा करो थोड़ा उसकी आदते आ रही है तुममे

रिद्धि- ऐसा कुछ नहीं है मैंने आइडिया बता दिया है लेना है लो वरना जाने दो

जिसके बाद रिद्धि वहा से चली गई और राघव अपना लैपटॉप लेकर बैठ गया ताकि काम के चक्कर मे नेहा के खयालों को दिमाग से निकाल सके लेकिन वो उसे बहुत ज्यादा मिस कर रहा था उसे अपना रूम खाली खाली सा लग रहा था, उसे एक तरह से नेहा की आदत हो चुकी थी उसे अपनी नजरों के सामने देखने की और यही आदत अब उसके लिए मुसीबत बनी हुई थी

दूसरी तरफ नेहा अपने परिवार के साथ समय बिताकर अपने रूम मे आ गई थी लेकिन उसके दिमाग मे भी बस राघव ही छाया हुआ था उसने बेड पर लेटे लेटे सोने की कोशिश की लेकिन नींद उसकी आँखों से कोसों दूर थी

नेहा ने अपना फोन उठा कर राघव का नंबर भी डाइल किया लेकिन कॉल नहीं लगाया, नेहा भी राघव को बहुत ज्यादा मिस कर रही थी राघव को जैसे नेहा की आदत हो चुकी थी वैसा ही हाल नेहा का भी था, नेहा अपने बेड पर लेटी सोने की कोशिश करने लगी उसने अभी करवट ली ही थी के उसके कुछ आवाज आया नेहा अचानक से उठी, उसने इधर उधर देखा लेकिन कुछ नहीं था वो वापिस लेटने ही वाली थी के वापिस से आवाज आई जिसने उसे इस बार थोड़ा डरा दिया

ऊपर के फ्लोर पे बस नेहा का अकेली का रूम था बाकी सबके कमरे नीचे थे माने अभी वहा उस फ्लोर पर नेहा के अलावा और कोई नहीं था

नेहा- क.... कौन है??

नेहा ने डरते डरते पूछा और रूम मे रखी सचिन की क्रिकेट बैट उठा ली

नेहा- कौन है? देखो जो भी है सामने आ जाओ वरना इस बैट से बहुत मारूँगी

तभी वहा उसे एक बिल्ली के होने का एहसास हुआ कमरे के लाइट डीम थे और बाहर से चलती हवा माहोल को थोड़ा डरावना बना रही थी हवा के चलते एक फ्लावर पॉट नीचे गिरा था नेहा ने उसे उठा कर उसकी जगह पर रखा

और जैसे ही वो पलटी उसकी नजरे किसी पर पड़ी उसकी आंखे बड़ी हो गई मुह खुल गया और वो जोर से चीखी.......


क्रमश:
Ishaq ne tuze kya se kya bana diya ghalib :roll3:
Warna aadmi tu bhi kuchh kam nhi tha :roflbow:
 

king cobra

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राघव नेहा को उसके मायके छोड़ अपने ऑफिस आ गया था लेकिन उसका ऑफिस मे किसी भी काम मे मन नहीं लग रहा था राघव ने नेहा को चैलेंज तो कर दिया था लेकिन कही ना कही वो खुद भी जानता था के वो इस चैलेंज को पूरा नहीं कर पाएगा पिछले कुछ दिनों मे उनके रिश्ते मे बहुत से बदलाव आए थे जो सकारात्मक थे और अब कही ना कही राघव को नेहा की आदत सी होने लगी थी और नेहा से दूर रहना उसके लिए मुश्किल होने वाला था वही नेहा राघव की इस सिचूऐशन का खूब मजा ले रही थी लेकिन मन ही मन वो राघव को खूब मिस भी कर रही थी।

देखते देखते दोपहर का समय हो चुका था और राघव और नेहा दोनों ने ही एकदूसरे से किसी तरह का कोई कॉन्टेक्ट नहीं किया था

‘ये काम मे बिजी होंगे, लेकिन इतना भी क्या काम के मैं भी याद नहीं इनको! ऐसा लगता है मैं ही पागल हु जो इन्हे मिस किए जा रही हु, ये मेरा चैलेंज ही मेरी जान लेने वाला है’

नेहा राघव को याद करते हुए अपने फोन को देख सोच रही थी तभी एक आवाज आया

“दीदी!!!!!”

ये आवाज सुन नेहा ने आवज ही ओर देखा तो उसके चेहरे पर एक स्माइल आ गई उसका भाई सचिन घर आ गया था

नेहा- अरे तू आ गया

नेहा ने सचिन को गले लगाया

सचिन- मैंने आपको बहुत मिस किया है, कैसे हो आप? सब सही है ना एकदम? जिजू खयाल रखते है ना आपका?? कोई प्रॉब्लेम नहीं है ना?? कोई कुछ बोलता तो नहीं ना??

सचिन ने एकदम से नेहा पर सवालों की झड़ी लगा दी थी और उसे चुप कराने के लिए नेहा को उसके मुह पर हाथ रखना पड़ा

नेहा- अरे चुप चुप!! बाबारे इतने सवाल!! सब ठीक है मैं ठीक हु और कुछ टेंशन नहीं है

नेहा ने एक लाइन मे सचिन के सारे सवालों का जवाब दे डाला जिसके बाद दोनों भाई बहन की बाते शुरू हो गई पुराने दिन याद आने लगे वही दूसरी तरफ ऑफिस मे.....
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“सर मेरे हिसाब से यही सबसे बढ़िया ऑप्शन रहेगा" नेहा ने राघव ने कहा वही राघव बस उसकी खूबसूरती मे खोया हुआ था उसका ध्यान भी नहीं था नेहा की बातों पर वो बस नेहा को देखे जा रहा था उसकी स्माइल, उसकी आंखे, उसके हवा के साथ लहराते बाल उसे सब कुछ अच्छा लगने लगा था

राघव अपनी जगह से खड़ा हुआ और नेहा के करीब गया और उसका हाथ पकड़ा नेहा की आंखे बड़ी हो गई थी और वो इधर उधर देखने लगी

“सर.... सर क्या... क्या कर रहे है?” उसने नर्वस होते हुए कहा

राघव- सर?? तुम मुझे सर क्यू कह रही हो चिक्की? नाम से बुलाओ ना अच्छा लगता है अपना नाम तुम्हारे मुह से सुन कर

राघव ने नेहा को कमर से थामे अपनी ओर खिचा नेहा की आंखे बाहर आने लगी वो राघव की बाहों मे छटपटाने लगी

राघव- क्या हुआ?? ऐसे छटपटा क्यू रही हो जैसे पहली बार हो

“पहली बार ही है”

राघव- क्या????

“सर!!!!!!!” उसने राघव को हिलाया तब राघव अपने होश मे आया और जैसे ही राघव ने उस बंदे को देखा उसे छोड़ पीछे हट गया

राघव- रवि!!! तुम कब आए ??

वो राघव का असिस्टेंट रवि था जिसे राघव नेहा समझ रहा था उसे हर जगह नेहा ही दिख रही थी

रवि- मैं तो कबसे यही हु सर आप भी प्लीज मैडम के सपने देखना बंद कीजिए वरना लोग हमारे बारे मे गलत समझेंगे

रवि ने कहा जिसने राघव को थोड़ा शर्मिंदा कर दिया

रवि- सर मैं जाऊ??

राघव- हम्म

जिसके बाद रवि जितनी जल्दी हो सके वहा से निकल गया और राघव अपने बाल खिचते हुए अपनी खुर्ची पर जाकर बैठा

‘तू क्या पागल हो गया है क्या राघव? ये क्या हो गया था अभी अभी पता नहीं रवि क्या सोच रहा होगा! हट्ट यार!!’ राघव अपने आप पर चिढ़ा हुआ था

‘ये सब नेहा की गलती है जानबुझ के चैलेंज दिया है उसने और मैंने भी जोश जोश मे हा बोल दिया अब क्या करू?? ये दो दिन दो साल जैसे लग रहे है’

राघव अपने आप से ही बड़बड़ाए जा रहा था

कॉल कर लू क्या?? नहीं नहीं नहीं!! हारना नहीं है जब चैलेंज लिया है तो पूरा करूंगा ही लेकिन यार उससे बात करने का भी बहुत मन है’

‘ये तुमने मुझे क्या कर दिया है चिक्की जो तुम्हारी एक झलक के लिए मरा जा रहा हु मैं! मैं पहले कभी इतना इम्पैशन्स नहीं रहा जितना आज हो गया हु । मैं क्यू तुमसे एक दिन भी दूर नहीं रह पा रहा हु??’


राघव नेहा को बहुत ज्यादा मिस कर रहा था

देखते देखते रात का समय हो गया था

सतीश- चलो बढ़िया है तुम दोनों के बीच अब सब सही चल रहा है

चाचा ने डिनर करते हुए नेहा से कहा

संगीता- हा फिर मेरी बेटी है ही ऐसी जो सब सही कर देती है

नेहा- ऐसा कुछ नहीं है चाची

सचिन- बाकी दी जिजू भी आपको मिस कर रहे होंगे नहीं

सचिन ने कहा और इसी के साथ ही नेहा का दिमाग सुबह वाले चैलेंज पर शिफ्ट हो गया दूसरी तरफ देशपांडे वाडे मे

श्वेता- भईया!!! भईया!!!!

राघव- हूह??

श्वेता ने राघव को हिलाया तब राघव अपने खयालों से बाहर आया वही डिनर टेबल पर सब लोग उसे कन्फ्यूज़ होकर देख रहे थे सब अपना खाना खा रहे थे लेकिन राघव तो किसी और ही दुनिया मे था

श्वेता- आपका खाना... ठंडा हो रहा है...

श्वेता ने राघव की प्लेट की ओर इशारा किया और उसने भी गर्दन हिला कर खाना शुरू किया

शिवशंकर- आज नेहा नहीं है तो सब कितना अलग अलग लग रहा है ना

दादू ने जानबुझ कर धीमी आवाज मे कहा जिसपर राघव भी अनजाने मे अपने खाने से खेलते हुए जवाब दे बैठा

राघव- हा ना

धनंजय- मिस कर रहे हो उसे?

अब धनंजय जी भी राघव के मजे लेने के मूड मे आ गया थे और अपनी हसी दबा रहे थे

राघव- बहुत।

जानकी- तो बात कर लो उससे

राघव- वही तो नहीं कर सकता न..

रमाकांत- क्यू??

राघव- वो....

लेकिन राघव बोलते बोलते रुक गया क्युकी उसके दिमाग ने उसे इशारा कर दिया था के वो क्या बोलने जा रहा था उसे नजर उठा कर ऊपर देखा तो सब उसे ही देख रहे थे और राघव के ऊपर देखते ही सब हसने लगे और राघव अपने बड़ों को बोलता भी क्या यहां अगर शेखर होता तो उसे वो चुप करा देता लेकिन चाचा को क्या ही बोलता बस चुपचाप बैठा रहा

मीनाक्षी- राघव हम भी मिस कर रहे है नेहा को लेकिन उसके लिए ऐसे देवदास बनने की क्या जरूरत है कल आ जाएगी वो वैसे भी

चाची ने मुसकुराते हुए कहा

शेखर- अब भाई भी क्या करे मा रहा नहीं जाता न

शेखर ने चिढ़ाया और राघव ने बदले मे उसे घूर के देखा, आज डिनर टेबल का टॉपिक राघव ही था और सब उसे चिढ़ाने मे लगे थे लेकिन अपना देवदास कुछ नहीं कर पा रहा था

कुछ समय बाद राघव अपने रूम मे इधर उधर घूम रहा था और नेहा से बात करने के तरीके सोच रहा था

सोच सोच राघव कुछ सोच इतना बड़ा बिजनेसमैन कोई आइडिया नहीं सोच पा रहा बीवी से बात करने का.... हा ये सही रहेगा फाइल के बारे मे पूछने के लिए फोन लगता हु जेनुइन भी लगूँगा, यस!!! लेकिन नहीं मैं थोड़ी बात कर सकता हु अब क्या करू’

राघव सोच ही रहा था के तभी उसे रिद्धि वहा से जाते हुए दिखी तो उसने रिद्धि को आवाज दी

राघव- रिद्धि सुनो

राघव की आवाज सुन रिद्धि रूम मे आई

रिद्धि- हा भाई

राघव- ये मेरा फोन लो और तुम्हारी भाभी को कॉल लगाओ

राघव ने अपने फोन रिद्धि के हाथ मे पकड़ाया

रिद्धि- ये काम तो आप भी कर सकते हो

रिद्धि थोड़ी कन्फ्यूज़ थी के राघव उसे कॉल करने क्यू कह रहा था

राघव- नहीं कर सकता

रिद्धि- क्यू??

राघव- बस कर दो ना यार और सुनो उससे पूछना मेरी रेड फाइल कहा रखी है

रिद्धि राघव को शक भरी नजरों से देख रही थी लेकिन फिर भी उसने नेहा को कॉल लगा दिया इधर नेहा ने जब अपने फोन का रिंग सुना तब वो अपनी चाची की किचन मे मदद कर रही थी और जैसे ही उसने कॉलर आइडी पर राघव का नाम देखा उसके चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन साथ ही चैलेंज भी दिमाग मे आ गया नेहा ने अपने फोन उठाया और सचिन के रूम मे गई

नेहा- सचिन ये लो अपने जिजू से बात करो

सचिन- हैं! क्यू? आप ही कर लो ना बात

सचिन भी कन्फ्यूज़ था

नेहा- नहीं कर सकती तुम बस कहा वो करो

और सचिन ने नेहा के हाथ से फोन लेकर कान से लगाया और दूसरी तरफ रिद्धि थी

रिद्धि- हैलो!

सचिन- दी जिजू को कोई प्रॉब्लेम है क्या? उनका आवाज लड़की जैसा आ रहा है

सचिन ने धीमी आवाज मे नेहा से कहा और नेहा चौकी

नेहा- क्या? ‘लड़की का आवाज! ये किसी लड़की के साथ तो नहीं है ना इसीलिए इन्होंने चैलेंज के लिए हा कहा था’

नेहा- लाओ मुझे दो फोन

नेहा ने एक झटके के साथ सचिन के हाथ से फोन छीना

नेहा- व्हाट द हेल कौन हो तुम और मेरे हज़बन्ड का फोन तुम्हारे पास क्या कर रहा है?? और इन मिस्टर देशपांडे को तो मैं छोड़ूँगी नहीं

नेहा एकदम फोन पर चिल्लाने लगी वही दूसरी तरफ रिद्धि उसकी आवाज सुन सकते मे थी

रिद्धि- भाभी! भाभी रीलैक्स मैं हु रिद्धि आप क्या बोल रहे हो भाई किसी के साथ नहीं है वो तो घर पर है

नेहा- हैं?

अब नेहा सचिन को घूर के देखने लगी

नेहा- सॉरी रिद्धि वो मुझे लगा कोई और है वो मेरे भाई ने फोन उठाया था और वो तुम्हें नहीं जानता ना लेकिन इनका फोन तुम्हारे पास?

रिद्धि- वो पता नहीं क्यू लेकिन भाई आपसे बात नहीं कर रहा है और उनको उनकी कोई रेड फाइल चाहिए

नेहा- रेड फाइल?

नेहा के पहले तो कुछ समझ नहीं आया फिर उसे फोन के दूसरे साइड से खुसफुसाहट सुनाई दी राघव रिद्धि से फोन स्पीकर पर रखने कह रहा था और नेहा के चहरे पर मुस्कान आ गई

नेहा- मुझे कोई रेड फाइल नहीं पता बाय!

और नेहा ने अचानक फोन काट दिया और इधर फोन कटते ही राघव रिद्धि से बोला

राघव- फोन क्यू काटा

रिद्धि- मैंने नहीं भाभी ने कट किया है और आपको हुआ क्या है ऐसे देवदास क्यू बने हो आ जाएगी भाभी कल और बात करना है तो कर लो ना यार, क्या आप दोनों का झगड़ा हुआ है क्या??

रिद्धि के सवाल पर राघव ने ना मे गर्दन हिला दी

रिद्धि- फिर क्या बात है

और अब राघव से रहा ना गया वो अपने बेड पर बैठा और उसने अपनी दुखभरी कहानी अपनी बहन को सुनाई पहले को रिद्धि को हसी आई लेकिन फिर अपने भाई की हालत उससे देखि भी नहीं जा रही थी

रिद्धि- आप लोग बच्चे हो क्या यार!! अच्छा अब मुह मत सड़ाओ एक आइडिया है मेरे पास

आइडिया का सुनते ही राघव ने रिद्धि को देखा

राघव- क्या है जल्दी बताओ

फिर रिद्धि ने राघव के कान मे आइडिया कहा

राघव- पागल है क्या, ऐसा करने पे सब मेरे बारे मे क्या सोचेंगे रिद्धि?

रिद्धि- ठीक है दूसरा आइडिया सुनो फिर

फिर रिद्धि वापिस उसके कान मे फुसफुसाई

राघव- ये तो उससे भी बुरा है ये नहीं होगा मुझसे

रिद्धि- क्या भाई हर आशिक अपने प्यार के लिए ये करता है फिर आप क्यू नहीं

राघव- कौन करता है ऐसा?

रिद्धि- मेरी किताबों का हीरो तो करता है

राघव- तुम नेहा के साथ कम रहा करो थोड़ा उसकी आदते आ रही है तुममे

रिद्धि- ऐसा कुछ नहीं है मैंने आइडिया बता दिया है लेना है लो वरना जाने दो

जिसके बाद रिद्धि वहा से चली गई और राघव अपना लैपटॉप लेकर बैठ गया ताकि काम के चक्कर मे नेहा के खयालों को दिमाग से निकाल सके लेकिन वो उसे बहुत ज्यादा मिस कर रहा था उसे अपना रूम खाली खाली सा लग रहा था, उसे एक तरह से नेहा की आदत हो चुकी थी उसे अपनी नजरों के सामने देखने की और यही आदत अब उसके लिए मुसीबत बनी हुई थी

दूसरी तरफ नेहा अपने परिवार के साथ समय बिताकर अपने रूम मे आ गई थी लेकिन उसके दिमाग मे भी बस राघव ही छाया हुआ था उसने बेड पर लेटे लेटे सोने की कोशिश की लेकिन नींद उसकी आँखों से कोसों दूर थी

नेहा ने अपना फोन उठा कर राघव का नंबर भी डाइल किया लेकिन कॉल नहीं लगाया, नेहा भी राघव को बहुत ज्यादा मिस कर रही थी राघव को जैसे नेहा की आदत हो चुकी थी वैसा ही हाल नेहा का भी था, नेहा अपने बेड पर लेटी सोने की कोशिश करने लगी उसने अभी करवट ली ही थी के उसके कुछ आवाज आया नेहा अचानक से उठी, उसने इधर उधर देखा लेकिन कुछ नहीं था वो वापिस लेटने ही वाली थी के वापिस से आवाज आई जिसने उसे इस बार थोड़ा डरा दिया

ऊपर के फ्लोर पे बस नेहा का अकेली का रूम था बाकी सबके कमरे नीचे थे माने अभी वहा उस फ्लोर पर नेहा के अलावा और कोई नहीं था

नेहा- क.... कौन है??

नेहा ने डरते डरते पूछा और रूम मे रखी सचिन की क्रिकेट बैट उठा ली

नेहा- कौन है? देखो जो भी है सामने आ जाओ वरना इस बैट से बहुत मारूँगी

तभी वहा उसे एक बिल्ली के होने का एहसास हुआ कमरे के लाइट डीम थे और बाहर से चलती हवा माहोल को थोड़ा डरावना बना रही थी हवा के चलते एक फ्लावर पॉट नीचे गिरा था नेहा ने उसे उठा कर उसकी जगह पर रखा

और जैसे ही वो पलटी उसकी नजरे किसी पर पड़ी उसकी आंखे बड़ी हो गई मुह खुल गया और वो जोर से चीखी.......


क्रमश:
Kya ho gaya aise chikhi kyu neha kaun aa gaya uske saamne samjh na aara
 

Sweetkaran

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Update 54



अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा

“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”

अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था

नेहा- मम्मम्मम्

नेहा ने बोलने की कोशिश की

राघव- ओ हा सॉरी

राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया

नेहा- आप क्या...

राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या

राघव ने फुसफुसाकर कहा

नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??

राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे

राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया

नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए

बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे

राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे

राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई

ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया

राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?

नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको

राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं

राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे

नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?

राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया

नेहा- आइ हेट यू

राघव- क्यू?

नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे

राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी

नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना

नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे

राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?

नेहा- आप और कौन!

राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं

नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था

फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद

राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है

नेहा- लेकिन आप??

राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु

नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप

राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी

राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा

नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा

नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था

नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको

दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे

नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे

नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा

राघव- सब कितना बदल गया है ना?

राघव ने चाँद को देखते हुए कहा

नेहा- क्या??

राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु

नेहा- हम्म बदलाव तो आया है

नेहा ने स्माइल के साथ कहा

राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो

राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा

नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे

राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो

राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया

नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है

राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु

नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था

राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब

‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए

अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था

"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"

राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई


जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था

नेहा- हैलो!

नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए

राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा

राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु

नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...

राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस😉

नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी

नेहा- आपने क्यू कॉल किया

राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!

नेहा- नहीं!

राघव- क्यू?

नेहा- मुझे विश नहीं करना है

राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है 😉

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई

नेहा- शट उप

राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु

राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया

नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है

राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती

नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!

जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी

पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला

अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए

ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......

क्रमश:
Awesome fabulous update bro
 

Yasasvi3

❣bhootni💞
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Aslo guys XF par elections ho rahe hai bahut maja aane wala hai aur main kuch din usme bahut jyada busy hu, you can see election comissionar badge on my profile, isiliye update thoda late ho sakta hai (possibility hai) waise main post kar hi diya karunga but ekad din samajh lena plz :pray:
also visit Lounge section jo sabse upar hai, waha bahut maje aane wale hai, 2 parties election lad rahi hai, tasks games sab honge bole to full maje
:cheers:
Per elciton ho gaye the na ghost rider ji ko kafi votes mile the i guess
 

Yasasvi3

❣bhootni💞
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Update 54



अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा

“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”

अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था

नेहा- मम्मम्मम्

नेहा ने बोलने की कोशिश की

राघव- ओ हा सॉरी

राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया

नेहा- आप क्या...

राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या

राघव ने फुसफुसाकर कहा

नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??

राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे

राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया

नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए

बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे

राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे

राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई

ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया

राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?

नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको

राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं

राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे

नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?

राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया

नेहा- आइ हेट यू

राघव- क्यू?

नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे

राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी

नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना

नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे

राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?

नेहा- आप और कौन!

राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं

नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था

फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद

राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है

नेहा- लेकिन आप??

राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु

नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप

राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी

राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा

नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा

नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था

नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको

दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे

नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे

नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा

राघव- सब कितना बदल गया है ना?

राघव ने चाँद को देखते हुए कहा

नेहा- क्या??

राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु

नेहा- हम्म बदलाव तो आया है

नेहा ने स्माइल के साथ कहा

राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो

राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा

नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे

राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो

राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया

नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है

राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु

नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था

राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब

‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए

अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था

"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"

राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई


जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था

नेहा- हैलो!

नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए

राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा

राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु

नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...

राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस😉

नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी

नेहा- आपने क्यू कॉल किया

राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!

नेहा- नहीं!

राघव- क्यू?

नेहा- मुझे विश नहीं करना है

राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है 😉

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई

नेहा- शट उप

राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु

राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया

नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है

राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती

नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!

जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी

पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला

अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए

ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......

क्रमश:
Bhot hi pyara or saandaar update....ab aake ya jhalak raha h inke bich ka best level wala love 😍😍😍😍per khani apki h to koi na koi kand to hona ha to dekhte h kya tabhahi late h aap🤧
 

park

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अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा

“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”

अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था

नेहा- मम्मम्मम्

नेहा ने बोलने की कोशिश की

राघव- ओ हा सॉरी

राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया

नेहा- आप क्या...

राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या

राघव ने फुसफुसाकर कहा

नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??

राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे

राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया

नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए

बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे

राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे

राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई

ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया

राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?

नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको

राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं

राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे

नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?

राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया

नेहा- आइ हेट यू

राघव- क्यू?

नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे

राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी

नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना

नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे

राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?

नेहा- आप और कौन!

राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं

नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था

फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद

राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है

नेहा- लेकिन आप??

राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु

नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप

राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी

राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा

नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा

नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था

नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको

दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे

नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे

नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा

राघव- सब कितना बदल गया है ना?

राघव ने चाँद को देखते हुए कहा

नेहा- क्या??

राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु

नेहा- हम्म बदलाव तो आया है

नेहा ने स्माइल के साथ कहा

राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो

राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा

नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे

राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो

राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया

नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है

राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु

नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था

राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब

‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए

अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था

"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"

राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई


जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था

नेहा- हैलो!

नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए

राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा

राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु

नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...

राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस😉

नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी

नेहा- आपने क्यू कॉल किया

राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!

नेहा- नहीं!

राघव- क्यू?

नेहा- मुझे विश नहीं करना है

राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है 😉

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई

नेहा- शट उप

राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु

राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया

नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है

राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती

नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!

जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी

पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला

अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए

ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......

क्रमश:
Nice and superb update....
 
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Update 54



अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा

“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”

अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था

नेहा- मम्मम्मम्

नेहा ने बोलने की कोशिश की

राघव- ओ हा सॉरी

राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया

नेहा- आप क्या...

राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या

राघव ने फुसफुसाकर कहा

नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??

राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे

राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया

नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए

बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे

राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे

राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई

ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया

राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?

नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको

राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं

राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे

नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?

राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया

नेहा- आइ हेट यू

राघव- क्यू?

नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे

राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी

नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना

नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे

राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?

नेहा- आप और कौन!

राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं

नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था

फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद

राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है

नेहा- लेकिन आप??

राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु

नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप

राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी

राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा

नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा

नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था

नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको

दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे

नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे

नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा

राघव- सब कितना बदल गया है ना?

राघव ने चाँद को देखते हुए कहा

नेहा- क्या??

राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु

नेहा- हम्म बदलाव तो आया है

नेहा ने स्माइल के साथ कहा

राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो

राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा

नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे

राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो

राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया

नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है

राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु

नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था

राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब

‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए

अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था

"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"

राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई


जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था

नेहा- हैलो!

नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए

राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा

राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु

नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...

राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस😉

नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी

नेहा- आपने क्यू कॉल किया

राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!

नेहा- नहीं!

राघव- क्यू?

नेहा- मुझे विश नहीं करना है

राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है 😉

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई

नेहा- शट उप

राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु

राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया

नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है

राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती

नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!

जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी

पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला

अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए

ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......

क्रमश:
Very nyc stori dear
 

Babybulbul

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Update 54



अपने सामने किसी को खडा देख नेहा एकदम से चौकी और वो चीखी लेकिन तभी उस बंदे से अपने हाथ से नेहा का मुह दबा दिया ताकि उसकी चीख कोई सुन ना पाए और तभी नेहा ने अपने हाथ मे पकड़े बॅट से उस बंदे के सर पे दे मारा जिससे वो बंदा थोड़ा हिला उसके मुह से हल्की सी आह निकली लेकिन फिर वापिस उसने अपने हाथ से नेहा का मुह बंद कर दिया और उसके हाथ से बॅट छीन लिया नेहा छूटने के लिए छटपटाने लगी और इसी कशमकश मे वो लोग बेड पर जा गिरे पहले नेहा और उसके ऊपर वो बंदा

“ओये चिक्की चीखो मत मैं हु”

अब आधे लोगों ने अंदाजा पहले की लगा लिया होगा ये वो राघव ही था

नेहा- मम्मम्मम्

नेहा ने बोलने की कोशिश की

राघव- ओ हा सॉरी

राघव ने नेहा के मुह से अपना हाथ हटाया

नेहा- आप क्या...

राघव- धीरे! धीरे मेरी मा सबको जगाओगी क्या

राघव ने फुसफुसाकर कहा

नेहा- आप क्या पागल हो गए है क्या? ये क्या कोई तरीका है आने का? वो भी इस टाइम पर??

राघव- हा तो क्या तुम ऐसे मारोगी मुझे

राघव अपना सर सहलाने लगा जहा नेहा ने उसे बॅट से मारा था और नेहा को भी फिर ये ध्यान मे आया

नेहा- शीट!!! सॉरी सॉरी मुझे नहीं पता था ना आप है इसीलिए

बोलते बोलते नेहा की आँखों ने आँसू आ गए और यही राघव बाबू पिघल गए उसे खास लगी भी नहीं थी लेकिन अपन ने राघव को मारा है इस बात से नेहा को तकलीफ हो गई थी वही राघव से नेहा के आँसू नहीं देखे जा रहे थे

राघव- हे चिक्की क्या हुआ? कोई कुछ बोला क्या? ऐसे रो क्यू रही हो? मुझे बताओ अभी सीधा करता हु उसे

राघव ने एकदम अपनी जगह से उठते हुए कहा वही नेहा ने उसे खिच के वापिस बीठा लिया और राघव के गले लग गई

ऐसे अचानक नेहा के गले लगने से राघव पहले तो थोड़ा चौका लेकिन फिर जैसे ही उसने नेहा की रोने की सिसकी सुनी उसे अपने से चिपका लिया

राघव- क्या हुआ नेहा ऐसे रो क्यू रही हो मुझे टेंशन हो रही है यार बताओ ना?

नेहा- मैंने बहुत मिस किया आपको

राघव- बस इतनी सी बात! उसमे रोने जैसा क्या है यही हु मैं

राघव ने अपने हाथ से नेहा के आँसू पोंछे

नेहा- आप यहा क्यू आए वो भी इतना लेट ?

राघव- क्यू सप्राइज़ पसंद नहीं आया क्या? और मिस करने का ठेका क्या तुम्हारा है मैं भी मेरी चिक्की को मिस कर रहा था तो आ गया

नेहा- आइ हेट यू

राघव- क्यू?

नेहा- आप कितने दुष्ट है ना एक बार भी कॉल नहीं किया मुझे

राघव- हा तो चैलेंज भी तो तुमने दिया था वैसे मैडम कॉल आप भी कर सकती थी

नेहा- मैं कॉल करती तो चैलेंज फेल हो जाता ना

नेहा ने राघव को देख कहा और दोनों हसने लगे

राघव- फिर कौन हारा चैलेंज?

नेहा- आप और कौन!

राघव- कैसे? मैडम आपने मुझे पकड़ रखा नहीं मैंने आपको नहीं

नेहा- हा तो पहले आप आए हो यहा मैंने थोड़ी बुलाया था

फिर कुछ देर दोनों ऐसे ही बात करते रहे एकदूसरे को बताते रहे के उन्होंने एकदूसरे को कितना मिस किया और कुछ समय बाद

राघव- चलो सोते है अब बहुत रात हो गई है तुम्हारी आँखों मे भी नींद है

नेहा- लेकिन आप??

राघव- लेकिन क्या? मैं यही रुक रहा हु

नेहा- कोई देख लेगा आपको जाइए आप

राघव- कैसी बीवी हो यार एक तो मैं इतना रिस्क लेकर पाइप से चढ़ कर बालकनी से आया हु और तुम हो के मुझे भगाने मे लगी हो..... पत्थर दिल बीवी

राघव ने उदास चेहरा बनाए कहा

नेहा- अच्छा अच्छा बाबा रुक जाइए लेकिन सुबह सबके उठने से पहले चले जाइएगा

नेहा को राघव को देख कहा जो अभी किसी कॉलेज स्टूडेंट की तरह ड्रामे कर कहा था

नेहा- हम किसी कॉलेज जाने वाले कपल की तरह बिहेव कर रहे है ऐसा नहीं लगता आपको

दोनों बेड पर लेट गए नेहा ने अपना सिर राघव के सीने पर रखा और उसका एक हाथ अपने कंधे पर, खिड़की से वो लोग आसमान मे निकले चाँद को देख सकते थे

नेहा- अब आप मेरे साथ गणेशोत्सव मे पूरे 10 दिन आरती में शामिल होंगे

नेहा ने राघव को करीब करीब ऑर्डर देते हुए कहा

राघव- सब कितना बदल गया है ना?

राघव ने चाँद को देखते हुए कहा

नेहा- क्या??

राघव- हमारा रिश्ता! कितना बदल गया है ना? हम... मतलब मैं उस टाइम कितना गधा था जो इस शादी से भाग रहा था तुमसे दूर भाग रहा था और अब देखो तुम्हें देखने तुमसे मिलने यहा भागा भागा आया हु

नेहा- हम्म बदलाव तो आया है

नेहा ने स्माइल के साथ कहा

राघव- आइ प्रॉमिस मैं कभी तुमसे झगड़ा नहीं करूंगा भले कोई रीज़न हो हा छोटी मोटी नोक झोंक के बारे मे कुछ नहीं कह सकते लेकिन अब तुम्हें कभी वो राघव नजर नहीं आएगा जिससे तुम 6 महीने पहले मिली थी, तुम जैसे हो वैसी ही मुझे बहुत पसंद हो नेहा कभी भी अपने आप को मत बदलना... और अपना सेल्फ रिस्पेक्ट कभी मत छोड़ना तुम जैसी हो परफेक्ट हो

राघव की बात सुन नेहा ने उसकी तरफ देखा

नेहा- क्या हुआ आप अचानक ऐसे क्यू बात कर रहे है? मैं जानती हु आप कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे

राघव- पता नहीं बस लगा के कहना चाहिए तो कह दिया.. हा एक और बात कोई तुम्हें कुछ कहे किसी से कंपेयर करे किसी की बातों को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है बस इतना ध्यान मे रखो के मुझे तुम जैसी हो वैसी ही बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती हो

राघव ने नेहा को अपनी बाहों मे कस लिया

नेहा- पता है आप उतने बुरे भी नहीं है जितना लोग सोचते है

राघव- मतलब मैं क्या बुरा हु

नेहा- नहीं बात मेरा वो मतलब नहीं था

राघव- जो भी मतलब था मेरा ये साइड सिर्फ तुम्हारे लिए है चिक्की किसी और के लिए नहीं बाकी लोगों के लिए मुझे खडूस ही रहने दो और सो जाओ अब

‘मैं नहीं जानता के मैं तुम्हें डिजर्व भी करता हु या नहीं चिक्की लेकिन मैं इतना तो जानता हु के अब चाहे कुछ हो जाए हमे अलग नहीं कर सकता मैं तुम्हें कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगा’ राघव ने सोचा जिसके बाद वो दोनों नींद के आगोश मे समा गए

अगले दिन सुबह नेहा की आँख खुली तो राघव वहा से जा चुका था और नेहा के फोन पे उसने एक मैसेज छोड़ा हुआ था

"गुड मॉर्निंग मिसेस चिक्की! जैसा मैंने कहा था मैं सुबह जल्दी निकल गया हु और अब कोई चैलेंज नहीं है तो अब हर 3 घंटे मे मेरा कॉल बजेगा"

राघव का मैसेज देख नेहा के चेहरे पर स्माइल आ गई लेकिन उसके कोई रिप्लाइ नहीं दिया और मैसेज को सीन पर छोड़ दिया राघव ताकि राघव को छेड़ सके और बाथरूम मे चली गई


जब वो बाथरूम मे बाहर आई तो उसका फोन घनघना रहा था और कॉलर आइडी पर राघव का नाम फ्लैश हो रहा था

नेहा- हैलो!

नेहा ने धीमे से कहा और अपनी स्माइल दबाने के लिए अपने होंठ दांतों से दबा लिए

राघव- मैंने कितनी बार कहा है अपने होंठ मत चबाया करो

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई उसने इधर उधर देखा लेकिन राघव वहा नहीं दिखा

राघव- इधर उधर मत देखो चिक्की मैं वहा नहीं हु

नेहा- फिर आपको कैसे पता की मैंने...

राघव- जस्ट अ सेक्सी गेस😉

नेहा फोन पर ही राघव के चेहरे पर आई स्माइल फ़ील कर सकती थी

नेहा- आपने क्यू कॉल किया

राघव- अरे न कोई मॉर्निंग विश न किस!

नेहा- नहीं!

राघव- क्यू?

नेहा- मुझे विश नहीं करना है

राघव- तो किस के बारे मे क्या खयाल है 😉

राघव की बात सुन नेहा की आंखे बड़ी हो गई और उसके चेहरे पर लाली उभर आई

नेहा- शट उप

राघव- अरे तुम यहा नहीं हो ऐसे मे मैं शर्ट कैसे ऊपर कर सकता हु

राघव ने मासूमियत से कहा और नेहा ने अपने माथे पे हाथ मार लिया

नेहा- आपको पता है ये फ्लर्ट की डिक्शनेरी मे सबसे पुराना लाइन है

राघव- मुझे कैसे पता होगा मेरी बीवी खुद तो रोमांटिक नोवेल्स पढ़ती है लेकिन मुझे कुछ नहीं सिखाती

नेहा- आपको ऑफिस नहीं जाना क्या जाइए तयार होइए मुझे नीचे जाना है बाय!

जिसके बाद बगैर राघव के रिप्लाइ के नेहा ने फोन काट दिया और नीचे चली गई, उसे रह रह कर राघव की बातों पर हसी आ रही थी

पूरा दिन किसी पानी के झरने जैसा बह गया राघव अपने वादे मुताबिक उसे हर 3-4 घंटे मे कॉल या विडिओ कॉल कर रहा था और जब कॉल पर राघव ने नेहा के चाचा चाची को उसे कुछ दिन और रोकने के बारे मे सुना तो उसे तो हार्ट अटैक ही आने वाला था वो तो उसी समय नेहा को लेने जाने वाला था लेकिन नेहा ने उसे सुबह आने का बोला

अगले दिन राघव नेहा को लेने उसके घर पहुचा तो वो बहुत खुश था जिसके बाद वो दोनों शॉपिंग करने के लिए गए

ये पहली बार था जब नेहा और राघव ऐसे शॉपिंग करने गए थे क्युकी गणेशोत्सव में बस दो ही दिन बचे थे और जब वो सब निपटा कर घर पहुचे तो देशपांडे वाड़े मे नेहा का जोरदार स्वागत हुआ सब उसे बताने लगे के सबने उसे कितना मिस किया और जब नेहा को घरवालों ने राघव की हालत बताई तो नेहा की हसी नहीं रुक रही थी वही गणेशोंत्सव की तयारिया शुरू हो चुकी थी अब पता नहीं ये गणेशोत्सव इनके जीवन मे क्या नया तूफान लाने वाला था.......

क्रमश:
Nice and beautiful update
 
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