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इधर नजिया घर आकर बहुत खुश थी उसके मुह से खुशी जैसे अब जाती ही नही थी जिससे उसकी खूबसूरती बड़ती ही जा रही थी जिस नजिया को थोड़े समय पहले उसके शोहर के अलावा किसी ने छुआ भी नही था और अब आदर्श उसके भरे हुए नितंब के साथ मन भर छेड़छाड़ करे या उसे बाहों मे लेकर मन भर मसले उसे कोई फर्क नही पड़ता था नजिया को अपना घर पराया लगता था और आदर्श के घर को वो अपना मानती थी अपने घर अब नजिया सुकून मे नही थी नजिया अपने शौहर का पास आना बरदाश् नही करती थी और अब तो नजिया अपने बच्चे के साथ अलग कमरे मे सोने लगी थी नजिया अपने हर पल की बात आदर्श को बताती अपने बचपन की बात अपने शौहर की बात अपने बच्चे की बात और आदर्श भी बहुत प्यार से ये सब सुनता था
आदर्श को तो जैसे प्यार ही हो गया था वो नजिया की अम्मी अब्बू खाला फुफ्फी पड़ोसी पालतू कुत्ते उसके डॉक्टर बनने के सपने उसकी पहली जीन्स पहनने की घटना उसके परिवार का प्यार उसके ससुराल का दुत्कार उसके पति की बेरुखी सब सुन चुका था और नजिया की आवाज मे खो जाता था आधी बाते उसे समझ भी नही आती थी पर वो बड़े प्यार से नजिया की बाते सुनता था इसी बीच
आदर्श : बहुत प्यारी आवाज है तुम्हारी बेबी
नजिया : चुप बदमाश आप मेरी बातों से बोर होजाते होंगे ना
आदर्श : हाँ बहुत
नजिया : मुझे भी लगता है मे बहुत बोलती हु आपके सामने
आदर्श : अरे बाबू तुमको मे पूरी जिंदगी सुन् सकता हु
नजिया : आप बहुत अच्छे हो
आदर्श : आप बहुत सुंदर हो बेबी एक फोटो दो अपनी
नजिया : आदर्श जी क्या करोगे आप उसका
आदर्श : बहुत कुछ मत पूछो बस सुन नही पाओगे
नजिया : बस मे नही देने वाली समझती हु मे बहुत अच्छे से
आदर्श : दो ना यार बहुत सुंदर हो मन करता है देखने का
नजिया : पुरा दिन तो बालकनी से झाक कर देखते रहते हो अब क्या वही आकर बैठ जाऊ
आदर्श : काश ऐसा हो जाए
नजिया : चुप बिल्कुल पागल हो
आदर्श : तुम्हारे प्यार मे दो ना बेबी एक फोटो
नजिया : आप मानते नही हो वो दी तो है उसपे निकाल लो अपनी गर्मी
आदर्श : हाँ फोटो देख कर उसपे ही निकलुगा
नजिया : छी पता नही क्या हाल किया होगा बेचारी का
आदर्श : आप मिल जाओ तो आपका भी हो सकता है
नजिया : aaaaaaaaaaadaaaaarsh जी ऐसे मत कहो पगले
ये ऐसा खेल था जिसमे नजिया बहुत खुशी से भाग लेती थी और आदर्श को मना भी करती थी पर इन सब मे आदर्श से ज्यादा नजिया खुश थी उसके लिए ये बिल्कुल नया था आदर्श उसके लिए mordern time boyfriend की तरह था जिससे वो छुप कर मिलती बात करती मस्ती भरी बाते करती
आदर्श : दोगी ना बेबी
नजिया : ofoooo ठीक है
आदर्श को तो जैसे प्यार ही हो गया था वो नजिया की अम्मी अब्बू खाला फुफ्फी पड़ोसी पालतू कुत्ते उसके डॉक्टर बनने के सपने उसकी पहली जीन्स पहनने की घटना उसके परिवार का प्यार उसके ससुराल का दुत्कार उसके पति की बेरुखी सब सुन चुका था और नजिया की आवाज मे खो जाता था आधी बाते उसे समझ भी नही आती थी पर वो बड़े प्यार से नजिया की बाते सुनता था इसी बीच
आदर्श : बहुत प्यारी आवाज है तुम्हारी बेबी
नजिया : चुप बदमाश आप मेरी बातों से बोर होजाते होंगे ना
आदर्श : हाँ बहुत
नजिया : मुझे भी लगता है मे बहुत बोलती हु आपके सामने
आदर्श : अरे बाबू तुमको मे पूरी जिंदगी सुन् सकता हु
नजिया : आप बहुत अच्छे हो
आदर्श : आप बहुत सुंदर हो बेबी एक फोटो दो अपनी
नजिया : आदर्श जी क्या करोगे आप उसका
आदर्श : बहुत कुछ मत पूछो बस सुन नही पाओगे
नजिया : बस मे नही देने वाली समझती हु मे बहुत अच्छे से
आदर्श : दो ना यार बहुत सुंदर हो मन करता है देखने का
नजिया : पुरा दिन तो बालकनी से झाक कर देखते रहते हो अब क्या वही आकर बैठ जाऊ
आदर्श : काश ऐसा हो जाए
नजिया : चुप बिल्कुल पागल हो
आदर्श : तुम्हारे प्यार मे दो ना बेबी एक फोटो
नजिया : आप मानते नही हो वो दी तो है उसपे निकाल लो अपनी गर्मी
आदर्श : हाँ फोटो देख कर उसपे ही निकलुगा
नजिया : छी पता नही क्या हाल किया होगा बेचारी का
आदर्श : आप मिल जाओ तो आपका भी हो सकता है
नजिया : aaaaaaaaaaadaaaaarsh जी ऐसे मत कहो पगले
ये ऐसा खेल था जिसमे नजिया बहुत खुशी से भाग लेती थी और आदर्श को मना भी करती थी पर इन सब मे आदर्श से ज्यादा नजिया खुश थी उसके लिए ये बिल्कुल नया था आदर्श उसके लिए mordern time boyfriend की तरह था जिससे वो छुप कर मिलती बात करती मस्ती भरी बाते करती
आदर्श : दोगी ना बेबी
नजिया : ofoooo ठीक है