ये मेरा फर्सट कमेंट है।नीमा को जब बता रही थी तब दीपीका ने जिक्र किया था कि दो बार पेट से हुई थी, और मजे आने की बात भी कबूल की थी, जब रात को मिलने जाना था और गुप्ता का बेटा आ गया था
D : neema zidd mat kar.
N: accha mt btao.lekin jo m puchungi wo to bata do.
D: kya?
N: uncle se first baar kab kiya.
Mami chonkte hue..
N: batao n pls.
D: shadi ke 1.5 saal pehle.
N:Or shadi k baad.
D: kabhi nhi.
N: accha kitne baar kiya hoga.
D: mujhe nhi pata( idhar udhar dekhte hue)
Kyn puch rahe h ye sab.
N; meri didi ho na.
Batao n pls.
D:: sach m nhi pata.
N: (ankh badi karte hue) matlb ki itna ki count hi nhi.
WAah didi tum to bhut chupi rustam nikali.
Mami bura muh banate hue.
D:: neema men kabhi Apne mnn se nhi kiya .
N:: accha didi apki verginity uncle ne todi?
D: Haan ( sir niche karke)
N:: apko maza aata h unke sath.
D: pata nhi (sharmate hue)
N: btao n
D: m bhi aurat hu,to Zahir h ki aata hoga.
Accha Kitna mota h unka.
D mami bed se uthe hue) pagal h tu Kya bol rahi h pata h.
neema bhi bed se khadi hui or mami ko bethalte hue.
N :: bolo na didi kya sermana mujse.
D : mujhe nhi pata.
N : accha jija ji ka vada h ya uncle ka.
D: kyn preshan kar rahe h yar.
N : batao Apne promise kiya h.
D : promise h to kuch bhi puchegi mujse.
neema mami ko pyar se dekhte hue.
N :: HAAN MUJE jaana h.
bolo ab.
D:kya
N: kiska bada h.
mami ignor karte hue.
d: thik h dono ka.
ek ka batao.
D: uncle ka mota h zaida bus..
ab chup ja.
N : sach m didi.
D : mami sir niche karke Haan boli.
N: WAah didi tab to maje h apke ajj.
D : kaise maje?
N ; matlab ki smaj jao.
D: neema ki bachi or neema ki marne lagi.
accha ek baat or.
D:
kya hai ab
N: Kitna der tak karte h uncle?
D: Kya matlb Kitna der tak.
N :didi bano mat pls.
batao na.
D: bhut der tak .
kN: Kitna der.
D : kabhi 30 min kabhi 2,3 hour tak.
baap re..
N: itna der tak kaise kar sakta h koi.
D: goli kha ke karte the kabhi.
N: app kabhi night m ruko ho uncle k sath.
D: Haan ( sir niche karke)
N:: Accha didi app itna kiye kabhi gadbad nhi hui?
D: (mami gehri saans lete hue) usi ka anjaan to bhugat rahi hu.
N: matlab?
D: (mami dheere se Bolte hue,) m do baar pregnant ho fyi thi.
N: kya didi.
fir.
D: dawai khai .
isliye ab pregnant nhi ho rahi hu.
मैने कुछ अपडेट इस कहानी के पढ़े थे काफी टाइम हो गया। अब आज ये वाला देखा तो इतना ही रवि से कहना चाहूंगा दीपिका से दूर रहे। उसका फ्यूचर ब्राइट है दीपिका जैसी कैरेक्टरलेस औरत के चक्कर में अपना कैरियर खराब ना करे। साली रवि जब टच करता था तो सती सावित्री बनने का ढोंग करती थी एक्टचुअली वो रवि को ऐसा करके अपने पीछे लाने पर मजबूर करती थी। वो जताना चाहती थी मैं ऐसी वैसी औरत नहीं हूँ। जबकि सच्चाई सबके सामने है। जैसा की सबको पता है हम अक्सर उसको ही पाना चाहते हैं जो हमें भाव नहीं देते। जो प्यार से पट जाती है उसको उतना हम तवज्जो नहीं देते नखरेल और बिगड़ी सहजादी ज्यादा रास आती है। रवि के साथ भी ऐसा ही हुआ। दीपिका प्यार से मान जाती तो रवि उतना उसके लिए लगाव महसूस नहीं करता जो आज कर रहा है। बात दर- असल ये है कि दीपिका को गुप्ता के अलावा कोई अच्छा लगता ही नहीं। हर किसी के टच में वो गुप्ता के टच को महसूस करना चाहती है। जो गुप्ता के अलावा किसी में नहीं है। जरा सोचो जो औरत शादी के पहले से गुप्ता के साथ अपने सपने जी रही थी। रातें रंगीन कर रही थी 3-3 घंटे चुदाई करवा रही थी । 2-2 बार माँ बनने वाली हो उस अजन्मे बच्चे के बाप को कोई औरत भूला सकती है। एक इमोशन जुड़ जाता है खास करके औरत के दिल में जिंदगी का पहला मर्द एक अलग छाप छोड़ जाता है। वो भी उस आदमी को जिसने आलमोस्ट 2-2 बार माँ चुका हो। औरत सबकुछ भुला सकती है। पहला मर्द और बच्चे के बाप को नहीं। हाँ शायद थोड़ी नफरत करती होगी दीपिका क्योंकि उसको बच्चा गिराना पड़ा। हर औरत के लिए उसका बच्चा अजीज होता है। अगर गुप्ता दीपिका और बच्चे को अक्सेप्ट करता तो दीपिका शायद आज उससे चीढ़ी हुई नहीं रहती। यही कारण होगा गुप्ता से चीढ़ का, और दुसरा कारण शायद अब ये भी होगा गुप्ता से दूर रहने का की अब वो बूढ़ा हो गया और अब उसके औजार में दम नहीं होगा। तो मजबूरी कहो या जो भी रवि के सानिध्य पाना चाहती है। रवि के मासूम दिल और अच्छाई का फायदा उठाना चाहती है। रवि को शादी शुदा ही चाहिए है या इंट्रेस्ट है तो एक टाइम के लिए दीपिका की जो मामी थी जिसके 2 बच्चे थे उससे शादी कर लियो बेटर है लेकिन दीपिका नहीं। दीपिका हर किसी स्पर्श में गुप्ता के स्पर्श ढूंढती है। आज वो ये कह ले की वो दिल से नहीं करती थी जो हजम करने वाली बात नहीं होगी। 3-3 घंटे चोदम पट्टी करती हो और दिल से ना करें ये कोई मूर्ख भी ना माने।