40 - दूरियां / सीक्रेट्स
( मनिका ने खुद ही अपने और जयसिंह के रिश्ते पर पहले अंगूठी फिर किस और अब मन ही मन रिश्ता कबूल करके तीसरी मोहर लगा दी थी, एक ही दिन में हुए इन सब परिवर्तन से बेखबर जयसिंह को पता नहीं था की आगे जाके उसको मनिका के क्या रंग नजर आने वाले थे )
मनिका ये सब सोचने के बाद फोन रखती हे और मन ही मन बोल पड़ती हे " देखती हु मेरे प्यारे पापा का हाल होता है"
फिर मनिका अपने प्यारे पापा को तड़पाने के तरीके सोचते हुए सो जाती हे।
अब आगे
मनीका
अब तक मनिका और जयसिंह को दिल्ली से आए हुए पांच दिन हो चुके थे।
Day 6
अगले दिन सुबह 3 बजे जयसिंह दिल्ली के लिए निकल जाता हे , जयसिंह की शाम को दिल्ली से हांगकांग के लिए फ्लाईट थी ।
जयसिंह को एक अर्जेंट मीटिंग के लिए हांगकांग जाना पड़ रहा था , दरअसल जयसिंह की कंपनी को फ्रांस के एक क्लाइंट का ऑर्डर मिला था जिसकी डिलीवरी उसे हांगकांग में चाहिए थी , हांगकांग की गवर्नमेंट में कुछ कागजी कार्यवाही करनी थी इसलिए क्लाइंट भी फ्रांस से हांगकांग आ रहा था साथ ही हांगकांग के कुछ बिजनेस डेलीगेट के साथ मीटिंग भी थी ।
जयसिंह को जल्दी जाना था इसलिए उसने सिर्फ मधु को ही बताया था ।
जयसिंह ने बाड़मेर के एक ट्रेन बुकिंग एजेंट से अगले दिन रात को ही ज्यादा पैसे देके ब्लैक में टिकट ले लिया था ।
बाड़मेर से दिल्ली की ट्रेन 12 घंटे की थी पर जयसिंह ट्रेन में भी आराम से नही बैठता क्योंकि ये डील उसकी कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी डील होने वाली थी , इसलिए वह लैपटॉप पर जरूरी डॉक्यूमेंट्स पर काम कर रहा था ।
सुबह 9 बजे तक जयसिंह थक जाता हे और सो जाता हे ।
करीब 9:30 के आसपास मनिका बेड से आलस खाते हुए उठती है , उस वक्त कनिका टेबल पर पढ़ाई कर रही थी ।
मनिका के मन में आज कुछ और ही चल रहा था इसलिए वह फ्रेश ना होके सीधा नहाने चली जाती हे फिर बाथरूम से आने के बाद रेगुलर कपड़े पहन के हल्का सा मेकअप करती हे और आंखो में काजल साथ ही होंठ पर हल्की पिंक लिपस्टिक लगाती हे ( मनिका इस वक्त अपने प्यारे पापा के लिए सज रही थी पर उसे पता नही था के उसके पापा तो जा चुके हे)
कनिका टेबल बैठे बैठे ये सब देख रही थी उससे रहा नही जाता और वह मनिका को टोंट मरते हुए कहती हे , दीदी आज क्या खास है जो घर में ही सज रही हो।
मनिका उसका उत्तर देते हुए कहती हे कुछ नही बस ऐसे ही मन कर रहा हे ( मनिका के चहरे पर खुशी साफ झलक रही थी और वह अपने होंठ पर मुस्कान बिखेर रही थी)
इस पर कनिका आगे कुछ नही बोलती , थोड़ी देर में मधु सबको नाश्ते के लिए बुलाती हे।
मनिका तो जेसे इसी का इंतजार कर रही थी , मनिका उठके सीधा नीचे की और चल देती हे कनिका भी उसके पीछे पीछे आ जाती हे ।
टेबल पर सब लोग बैठ जाते हे पर मनिका को कही जयसिंह दिखाई नहीं पड़ता इसलिए उसका मुंह लटक जाता हे और वह मधु से पूछती हे पापा कहा हे ।
मधु कहती हे तुम्हारे पापा को एक बहुत ही अर्जेंट मीटिंग के लिए हांगकांग जाना पड़ गया हे इसलिए वह आज सुबह की ट्रेन से दिल्ली के लिए निकल गए हे और आज शाम को उनकी फ्लाइट हे।
ये सब सुनके मनिका को तो जेसे धक्का लग गया था उसका खिला खिला चहरा अब पूरी तरह से लटक गया था और अब उसे नाश्ते में मन नहीं लग रहा था।
सब लोग शांति से नाश्ता करते हे पर कनिका चुपचाप मनिका की हरकतों पर नजर जमाए हुए थी , हितेश अपने स्कूल चला जाता हे और बाकी लोग अपने अपने कमरे में।
मनिका और कनिका रूम में आ जाती हे , मनिका सीधा बेड पर गिर जाती हे।
कनिका थोड़ी देर पढ़ाई करने के बाद टहलने के लिए छत पर जाती हे तब उसे गुलाब का पोधा दिखाई पड़ता है , अब कनिका को लगने लगा था के पापा और दीदी के बीच कुछ न कुछ तो चल रहा हे मुझे ध्यान रखना पड़ेगा ( कनिका के मन में कोई भी गलत विचार नहीं था )
मनिका जेसे तेसे करके पूरा दिन निकाल देती हे, जयसिंह भी लैपटॉप पर काम कर रहा था , पूरे दिन मनिका और जयसिंह की बात नही होती हे क्योंकि ट्रेन में नेटवर्क का इश्यू था ,शाम को जयसिंह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच कर सीधा मनिका को फोन लगता है ।
मनिका अपने पापा का फोन देख कर खुश हो जाती हे और फोन उठाके बोलती हे " हेलो पापा आप बिना बताए ही निकल गए "
जयसिंह भी उत्तर देता हे " डार्लिंग बात ही कुछ ऐसी हे एक अर्जेंट मीटिंग आ गई है इसलिए हांगकांग जा रहा हु कल शाम तक रिटर्न आ जाऊंगा "
मनिका : आप कम से कम मुझे मैसेज तो कर सकते थे
( मनिका अपने स्वर में हक साफ जता रही थी )
जयसिंह : Sorry डार्लिंग बाद में बात करते हे मुझे बोर्डिंग से पहले सिक्योरिटी चेकिंग करवानी हे , " bye love yoo "
मनिका : ठीक है पापा अपना ध्यान रखना " bye love yoo too "
पूरी रात जयसिंह फ्लाइट में और मनिका करवटे बदलते हुए बिताती है ।
Day 7
अगले पूरे दिन सुबह से जयसिंह अपने बिजनेस रिलेटेड काम में व्यस्त रहता हे , जयसिंह ने सुबह ही होटल से मनिका को कॉल लगाया था पर इस रूट में कुछ टेक्निकल इश्यू की वजह से इंडिया के लिए सभी कॉल्स 4 दिन के लिए बंध थी।
मनिका सुबह रोज की तरह उठ कर फ्रेश होके नाश्ता करती हे, उसे पता था के उसके पापा कहा हे और वहा मोबाइल पर बातचीत नही हो सकती ।
करीब 11 बजे के आसपास तनीशा का फोन आता हे, जिस पर दोनो सहेलियां इधर उधर की बाते करती हे , मनिका बताती है के आज वह पूरी तरह से फ्री है और उसके पास करने के लिए कुछ भी नहीं हे , तनीशा भी आज फ्री थी सो,
तनीशा मनिका को उसके घर साथमे मूवी देखने के लिए कहती हे जिस पर मनिका हामी भरती हे , दोनो सहेलियां फोन रखती हे ।
थोड़ी देर बाद मनिका तैयार होके तनीशा के घर के लिए निकल देती हे , जाते वक्त वह मधु से कहती हे उसका खाना न बनाए वह तनीशा के घर खा लेगी मधु कहती हे ठीक हे पर गाड़ी ध्यान से चलाना मनिका कुछ नही कहती और तनीशा के घर की और निकल पड़ती हे ।
तनीशा मनिका का स्वागत करते हुए उसे गले लगाती हे फिर दोनो सहेलिया काफी देर हॉल में बैठती हे बाते करती है और फिर खाना खा कर ऊपर तनीशा के रूम में चली जाती हे।
रूम में जा कर मनिका कहती हे यार मूवी कोनसी देखे ये तो डिसाइड नहीं किया है
तनीशा : अरे यार बहुत सारी मूवी हे मेरे लैपटॉप में कोई भी देख लेंगे
तनीशा अब लैपटॉप ऑन करती हे फिर एक फोल्डर ओपन करती हे जिसके अंदर एक और फोल्डर था जिसका नाम मूवी था , तनीशा अब लैपटॉप मनिका को देते हुए कहती हे यार इसमें से कोई मूवी देख ले फिर तनीशा अपनी अलमारी में कुछ ढूंढने लगती है ।
मनिका इस वक्त बेड पर एक साइड से पेट के बल लेटी हुई थीं , मनिका लैपटॉप को अपने पास किनारे से पकड़ कर खिचती हे और देखती हे के तनीशा अपनी अलमारी में कुछ ढूंढ रही है।
जेसे ही मनिका मूवी का फोल्डर ओपन करती हे उसमे सारे पोर्न वीडियो थे , मनिका एक दम से सकपका जाती हे फिर वह तिरछी नजर से तनीशा को देखती है जो अभी भी अलमारी में कुछ ढूंढ रही थी, मनिका अब शांत होते हुए लैपटॉप का वॉल्यूम बंध करके एक वीडियो ओपन कर लेती हे।
(मनिका इस वक्त नॉर्मल थी क्योंकि कॉलेज के टाइम पर दोनो सहेलियां ने साथ में कई बार पोर्न देखा था)
तनीशा तिरछी नजर से बेड की पास की दीवाल पर टंगे फोटो के ग्लास में देख लेती है की मनिका ने पोर्न चला लिया हे और उसके होंठ पर मुस्कान आ जाती हे ।
स्क्रीन पर पहले फोरप्ले चलता है जिसमे एक हट्टा कट्टा आदमी नौजवान लड़की के साथ लगा हुआ था थोड़ी देर बाद सॉफ्ट कोर चलता है जिसमे मनिका को स्क्रीन पर आ रहे कैप्शन से पता चलता है ये डैड डॉटर पोर्न हे , मनिका के अब रोए खड़े हो जाते हे और उसके कान गरम हो जाते हे अब वह तिरछी नजर से तनीशा की और देखती हे जो अभी भी अलमारी में लगी हुई थी।
स्क्रीन पर आदमी अब लड़की के होंठ चूस रहा था जिस पर मनिका अपनी आंखे बंध कर लेती हे और इमेजिन करती हे जेसे जयसिंह ऊसके होंठ चूस रहा हो ।
तनीशा को करीब 4 मिनिट हुए थे वो देखती हे के मनिका की आंखे बंध हे वह मौके का फायदा उठाते हुए चुपके से मनिका के बगल में आके लेट जाती हे।
मनिका अपनी आंखे खोल देती हे और तनीशा की और देखती हे तनीशा भी उसकी और देखते हुए मुस्कुराते हुए पूछती हे क्या देख रही हो, मनिका शर्मा के अपनी नजरे झुका लेती हे और कहती हे तुम इस तरह के पोर्न लैपटॉप में रखती हो (मनिका का मतलब डैड डॉटर पोर्न से था जिसे मनिका ने paused कर दिया था)
तनीशा वीडियो को प्ले करते हुए और वॉल्यूम बढ़ाते हुए कहती हे चल आज तुझे मेरा सीक्रेट बताती हूं ये मेरे फैवरिट कैटेगरी के पोर्न हे (तनीशा का मतलब डैड डॉटर पोर्न से था)
मनिका कुछ नही कहती जिसे देख तनीशा कहती हे मेने तो कई बार देखा है चल आज साथ में देखते हे क्या कहती हो और ये लोग बस रोल प्ले कर रहे हे बस ।
मनिका ने अभी भी अपनी नजरे झुकाए हुए थी वह कहती हे " incest porn is not my thing " तू कुछ और चलाले ।
(मनिका गरम हो चुकी थी और वह आगे देखना चाहती थी बस दिखावे के लिए मना कर रही थी)
जिस पर तनीशा कहती हे अगर तू मेरे साथ ये देखती हे तो में तुझे मेरा एक और सीक्रेट बताऊंगी जो मेने किसी को भी नहीं बताया ।
मनिका बोलती है सच कह रही हो ? तनीशा अब मनिका की चीन पकड़ते हुए उसका मुंह स्क्रीन की और करती हे कहती हे " i promise "
दोनो अब पोर्न देखने लग जाती हे
स्क्रीन पर चल रहा दृश्य,
आदमी अब लड़की के कपड़े उतारने लगता हे
Girl : dad please don't do this I'm your daughter
Man : darling i know you also want this, i know you want dad's cock inside your pussy so badly
आदमी लड़की को अपनी बांहों में भर लेता हे
( मनिका डर्लिंग वाले शब्द पर सोचती हे जेसे जयसिंह उसे कह रहा हो)
Girl : ohh dad you are so amazing
( आदमी पहले से नंगा था और लड़की को नंगी करके बिस्तर में ले जाता हे दोनो एक साथ बिस्तर में नंगे थे ये बिल्कुल वैसा ही दृश्य था जो मनिका के सपने में आया था जिस पर मनिका और भी गरम हो जाती हे)
आदमी अब लड़की को अपने आलिंगन में पूरी तरह लेके उसके होंठ चूसने लगता हे लड़की भी इस पर भरभूर साथ दे रही थी , धीरे धीरे आदमी अब लड़की के बोबे दबाने लगता हे फिर बोबे से होके उसकी चूत तक हाथ ले जाता हे और चूत पर हाथ फिराने लगता हे।
आदमी अब लड़की के बोबे चूसना चालू करता है फिर धीरे धीरे नाभी तक आता हे वह उसकी कमर पर भी किस करता है बादमें धीरे धीरे उसके कूल्हों पर किस करता है फिर धीरे धीरे उसकी चूत के आसपास किस करने लगता हे।
लड़की अब पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और लंबी लंबी आंहे भर रही थी और थोड़ी थोड़ी देर में "ohh daddy" ऐसा बोल रही थी।
ये सब देखकेे मनिका और तनीशा पूरी तरह गर्म हो जाती हे और अपनी चूत पर हाथ फिराने लगती हे।
आदमी अब अपने कठोर होंठ लड़की की गुलाबी चूत पर रख देता हे और उसकी चूत पर किस करने लगता हे जिस पर लड़की तड़प उठती है और आदमी के बाल पकड़ कर उसका सिर चूत पर दबाने लगती हे ।
आदमी अब लड़की की चूत को चाटने लगता हे और पूरे मन से उसकी चूत में अपनी जीभ गड़ाके चूसने लगता हे।
थोड़ी देर में आदमी बेड पर पीठ के बल लेट जाता हैं फिर कहता हे
Man : it's your time darling
Girl : ohh yes daddy
लड़की अब ठीक उसी तरह आदमी के होंठ से उसके लंड तक किस करती हे फिर लंड पर किस करके उसके सुपाड़े को चाटने लड़ती हे ओर थोड़ी देर में पूरा लंड चूसने लगती हे।
Girl : i love your dick dad
Man : i love you too sweety
आदमी अब लड़की को पटकके अपने नीचे ले लेता हे और अपना लंड उसकी चूत पर घिसने लगता हे लड़की इस पर बेकाबू हो जाती हे और आदमी को कमर से पकड़ कर उसका लंड अपने अंदर लेने के लिए खींचती है।
Girl : ohh daddy please fuck me , your daughter wants your dick , please give it to me
Man : you are my sweetest daughter i love you
आदमी अब अपना लंड लड़की की चूत में पेल देता हे ।
इधर मनिका और तनीशा की हालत खराब हो चुकी थी दोनो ही अपनी चूत बुरी तरह घिस रही थी थोड़ी देर में आदमी लड़की की धुंआधार चुदाई चालू कर देता हे और मनिका झटके खाना स्टार्ट कर देती हे , तनीशा यह देख मनिका को अपनी बांहों में भर लेती हे , मनिका की आंखे बंद थी , मनिका झटके खाते हुए ऑर्गेज्म को प्राप्त हो जाती हे ।
मनिका की पेंटी पूरी तरह गीली हो चुकी थी वह अब ठंडी पड़ चुकी थी, लैपटॉप पर लड़की अभी भी आवाजे लगा रही थी " ohh daddy fuck me , fuck your daughter hard "
मनिका वीडियो स्टॉप कर देती हे जिस पर अभी भी चूत सहला रही तनीशा बोल पड़ती हे, तेरा तो हो गया मुझे तो शांत होने दे ।
मनिका उठ कर बाथरूम की और जाने लगती हे जिस पर तनीशा उसका हाथ पकड़ लेती हे और कहती हे रुक जा कहा जा रही हे।
मनिका : "पेंटी धोने"
तनीशा : कही जाने की जरूरत नहीं हे तू आज ऐसे ही रहेगी और गीली पेंटी में घर जाएगी टेंशन मत ले थोड़ी देर में सूख कर कड़क हो जाएगी
मनिका : क्या बोल रही हो ऐसे केसे में घर जाऊंगी?
तनीशा : कम ओन डार्लिंग एक बार ट्राई कर ना , किसीको पता थोड़ी चलेगा
मनिका : ठीक है तु कहती हे तो रुक जाती हूं पर तेरा वो सीक्रेट ?
तनीशा : यार मेरी एक फैंटेसी है में डैड डॉटर रोलप्ले में चुदवाना चाहती हुं ।
मनिका : क्या बक रही हो इसलिए ये सब वीडियो लैपटॉप में डाल के रखे हुए है
तनीशा : हां सच कह रही हु, तुझे पता हे में किसको अपने पापा के रोल में इमेजिन करती हुं
मनिका : नही अब तू ही बतादे
( मनिका को ये सब बातें अजीब लगती थीं पर फिर भी उसे मजा आ रहा था और पहले भी दोनो ने अलग तरह के रोलप्ले के बारे में बाते करी थी )
तनीशा : यार गुस्सा मत होना , एक्चुअली में तेरे पापा को इमेजिन करती हुं " he is so handsome and fit " " i will be glad to become his daughter"
मनिका इस पर भड़क जाती हे और बेहद गुस्से में कहती हे इतना ही सोख हे अपने पापा से चुदवा ले ना
तनीशा : यार गुस्सा क्यू होती हो एक तो तुझे मेरा सीक्रेट बताया और तुझे अच्छी तरह से पता हे मेरे पापा कितने मोटे हे उनके साथ सेक्स इंपॉसिबल है
मनिका : (गुस्से में) मेरे पापा अच्छे दिखते हे इसका मतलब ये नहीं के तू कुछ भी बकवास करें
तनीशा : (मनिका के करीब आके इसके कंधे पर हाथ रखते हुए) यार गुस्सा क्यू हो रही हो अगर मेरे पापा तेरे पापा जितने हैंडसम होते तो में कबका चुदवा चुकी होती
मनिका (तनीशा का हाथ कांधे से हटाते हुए) क्या पागलपन है तनु इस सब के लिए तूने मुझे घर पर बुलाया है
तनीशा (मनिका के करीब आके धीरे से) पागलपन नही सच कह रही हुं , सच बता क्या तूने कभी तेरे पापा को इमेजिन नही किया और अभी थोड़ी देर पहले तू किसको इमेजिन कर रही थी
मनिका : (अपनी नजरे नीचे करते हुए) मुझे लगता हे मुझे यहां से जाना चाहिए
तनीशा (मनिका को जबरदस्ती गले लगाते हुए) I'm sorry यार पर मुझे जो लगा वो मेने बता दिया , प्लीज माफ करदे मुझे
मनिका : (तनीशा को अलग करते हुए) आइंदा इस तरह की बात मेरे साथ मत करना
तनीशा (मासूम सा मुंह बनाते हुए) यार "sorryyyy"
मनिका : तूने ये सब प्लान किया था ना, तू अलमारी में कुछ ढूंढने का नाटक कर रही थी ताकि में वीडियो चलाऊ
तनीशा : (मासूम सा मुंह बनाते हुए) sorry बट हमने ये वीडियो देखी ना , में तुझे मेरा सीक्रेट बताना चाहती थी इसलिए मेने ये सब किया
मनिका : तु बहोत खराब हो चुकी है
तनीशा : मनी में तुझे अच्छी तरह से जानती हूं अगर तू सच में गुस्सा होती तो कबका मुझे थप्पड़ मारकर चली गई होती , मेरा दिल कहता हे के तू भी मेरी तरह ही हे इसीलिए मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया आखिर हम हम दोनों में सब कुछ कॉमन ही तो हे इसलिए हम बेस्ट फ्रेंड हैं।
मनिका (बेड से उठ कर जाते हुए) तेरे साथ बहस करना बेकार हे
तनीशा बेड से उठ कर मनिका का हाथ पकड़ लेती हे यार कुछ और बाते करते हे या फिर सो जाते हे पर तू इस तरह मत जा
तेरे साथ ही रह रह कर में बिगड़ गई हूं तुझे पता नहीं के मेरी मम्मी मुझे मेरे ड्रेसिंग स्टाइल के लिए कितने ताने मारती हे तेरे जितनी आजादी थोड़ी हे मुझे
(मनिका टॉपिक को चेंज करने के लिए ये सब बोल रही थी)
तनीशा : तो में क्या कर सकती हू तेरी मम्मी कंजर्वेटिव माइंडसेट की हे तो
तनीशा थोड़ा रुक कर मुंह पर स्माइल लाते हुए और आंखे मटकाते हुए " पर तेरे पापा बड़े कूल हैं ना, या कहूं तेरे बॉयफ्रेंड " सचमें मुझे तुझसे बड़ी जलन होती हे तेरे पापा की वजह से " you are so lucky" काश तेरे पापा जेसे मेरे पापा होते
मनिका (मन में , तो तु उनसे चुदवाती) तु फिर वही बात पर आ गई , मुझे सच में घर जाना हे मेरा हाथ छोड़ दे
तनीशा : अभी तो दोपहर हुई हैं तु शाम को चली जाना तब तक आराम कर ले, में प्रॉमिस करती हुं कोई भी ऐसी बात नही करुंगी
मनिका अब शांत हो चुकी थी वह कहती हे ठीक हे तू इतना इंसिस्ट करती हे तो में रुक जाती हु
(दरअसल मनिका दोपहर में वापस घर जाना नही चाहती थी क्योंकि उसकी मम्मी फालतू में सवाल जवाब करती)
तनीशा और मनिका थोड़ी देर इधर उधर की बाते करती हैं फिर सो जाती हे
(तनीशा कोई भी ऐसी बात नही करती जिससे मनिका भड़क जाएं)
शाम को मनिका तनीशा के साथ कॉफी पीकर उसके घर से निकल जाती हे ।
घर पहुंच कर उसे पता चलता है कि कनु के स्कूल वेकेशन पड़ चुके थे बोर्ड एग्जाम की वजह से , मनिका कनु की पढ़ाई को लेकर सीरियस थी इसलिए वह सीधा रूम में जा कर कनिका को पढ़ाई में मदद कर रही थी
कनिका के बोर्ड एग्जाम काफी नजदीक आ चुके थे इसलिए मनिका उसकी हेल्प कर रही थी।
दोनो बहने पढ़ाई फिर खाना और फिर पढ़ाई से थक कर बाद में सो जाती हे ।
हांगकांग
उधर जयसिंह पूरे दिनभर के काम और मीटिंग के बाद होटल पर आ चुका था, जयसिंह ने लगभग दो घंटे का आराम कर लिया था ।
अब शाम का वक्त हो चुका था जयसिंह ने उठ कर होटल रूम की बालकनी ने बैठ कर चाय पी रहा था और शाम की हांगकांग सिटी की झगमगाती रोशनी और लाइटिंग जो उसे होटल के 11वे माले से नजर आ रही थी उसे देख रहा था ।
जयसिंह को रात के 9बजे क्लाइंट ने एक पब में ऑर्डर की खुशी में पार्टी के लिए बुलाया था सो जयसिंह तैयार हो कर निकल पड़ता है ।
पब में जयसिंह उसका फ्रेंच क्लाइंट रॉबर्ट और उसकी बेहद खूबसूरत जर्मन पत्नी जेनी थी , रॉबर्ट और जेनी जयसिंह का स्वागत करते हे और उसे गले लगाते हैं ।
(रॉबर्ट और जेनी में उम्र का काफी फासला था पर रॉबर्ट ने खुदको मेंटेन किया था)
( आगे का संवाद ज्यादातर अंग्रेजी में रहेगा )
Robert: you are great man you did this with hongkong people " indian marwari knows how to do business" congratulations man
Jenny: ohh jay many congratulations to you and your company
Jaysinh: Thank you both of you, i know we can achieve great milestones together
तीनो लोग थोड़ी देर शराब पीते है फिर थोड़ी देर बाद रॉबर्ट और जेनी डांस फ्लोर पर डांस करने चले जाते है
इधर जयसिंह बैठा बैठा सभी लोगो को ताड़ रहा था
थोड़ी देर बाद जेनी आती हे और जयसिंह को डांस के लिए बुलाती हे और अपना हांथ जयसिंह की और बढ़ाती हे
Jenny: come on jay dance with me
Jaysinh: my pleasure sweetheart
जयसिंह और जेनी थोड़ी देर डांस करते हे दोनो काफी करीब होके डांस कर रहे थे, जयसिंह का हाथ जेनी की कमर पर था और जेनी के हाथ जयसिंह के कंधो पर लेकिन अभी भी दोनो में दो इंच की दूरी थी ।
रॉबर्ट बारटेंडर के सामने बैठ कर शराब पी रहा था और सब देख रहा था थोड़ी देर बाद वह आंखो से जेनी को इशारा करता है ।
जेनी अब जयसिंह को पब में बने ओपन टेरेस प्राइवेट एरिया में जाने के लिए बोलती हैं
तीनो अब ओपन टेरेस पर आ जाते हे जहा से पूरा सिटी दिखाई पड़ता था।
तीनो अब शांत वातावरण में बैठ कर शराब पी रहे थे और बाते करते हैं , जयसिंह अब दोनो में काफी घुलमिल गया था।
रॉबर्ट और जेनी पहले के खिलाड़ी थे सो इनको ज्यादा चढ़ती नही और जयसिंह ने ज्यादा पी नही थी ।
Robert : Jay come with me at my room i have something for you
(दोनो का होटल सेम था बस फ्लोर अलग था)
Jaysinh : it that true
Jenny : yes come and check by yourself
Jaysinh okay then let's go to the hotel
तीनो लोग अब रॉबर्ट के 12th फ्लोर के होटल रूम में आ चुके थे सभी लोग कुर्सी पर बैठ कर शराब पी रहे थे और बाते कर रहे थे ।
Robert: Jay tell me your biggest secret
Jaysinh : you know that I'm a businessman why would I do that
Robert: okay than i will tell my secret first , it will be better if my love my wife will tell you, after all it's our secret
Jenny : actually jay you will be surprised to know that robert is my legal husband and legal father too
Jaysinh: what??? How's that possible
Robert: actually i have done my degree from Germany and during college i met a girl had sex with her then she becomes pregnant and her daughter is Jenny , after college i came back to France and started my own business, and after so many years i travel back to germany for business work there i met to this wonderful lady my love of life. We got attracted at very first eye contact something called as genetic sexual attraction(GSA). then we started dating eachother, fall in love, things happened, till then we both don't know she is my daughter and I'm her genetic father . We had sex multiple times then one fine day i proposed her for marriage " oh my God what a wonderful day she told yes to me" she told me that her mother want's to meet me and then further melodrama happened at her home will be told by Jenny
Jenny: okay Jay i will tell you what happened at my home. When we reach at my home we both don't know whats going to happen. We reach the place as a couple. When my mom opened the door she shoked when she seen Robert. she asked me is this your boyfriend. I said Yes. She went into big shock and told " no way ohh god this is not going to happen i never wanted this kind of punishment" she cried a lot and so many melodrama happened.
Actually Robert forgotten my mom . But how can a mother forgets her child's actual father.
Till then we both don't know why she is behaving like this. I calm her down give her cold water. She was continuously crying finally she told me that Robert is my genetic father and told what happened between her and Robert.
Now it was my and Robert time to be in shock. I started crying and asked Robert is that true. He told yes. After few minutes he told he should leave.
He left that place we all don't know what to do and what not. till a month we never contacted each other after so many physiological and psychological movements One day he called me and told that he wants to meet. We finally met and realised that our love is true we can not live without eachother and he told me that we can be legal couple in France. So finally i went with him in France and we got married.
Jaysinh: ohh my god so you are fucking your own daughter
Jenny: Jay... I'm his wife too, now tell me your secret, are you secretly wish to fuck your daughter.
(जयसिंह कहना तो चाहता था पर रुक जाता हे)
Jaysinh: not exactly but there is a girl which i wish i can fuck and she is like my daughter in family relation.
Robert: That's my man, so you are like us there is possible business with you. I am giving you an opportunity to fuck your daughter right now what will you do.
Jaysinh: I'm not understanding?
Jenny: Robert wants to roleplay me as your daughter for tonight
Jaysinh: no way
Robert: think about business man, it's wonderful opportunity and I'm giving opportunity to only people who are like us. And tomorrow we will fly back to our homeland. This is the only chance you have.
Jaysinh : man you are putting me in no man's land
( रॉबर्ट और जेनी फ्रेंच कपल थे वहा वाइफ स्वैपिंग नॉर्मल थी , रॉबर्ट खाली इंसेस्ट माइंडसेट वालो के साथ ही जेनी को शेयर करता था, रॉबर्ट चुपचाप इस वक्त जेनी की चुदाई देखना चाहता था)
जेनी अब जयसिंह की गोद में बैठ जाती हे
Jenny : please love me dad you know that I'm your good daughter.
Jenny अब जयसिंह की बॉडी पर हाथ फिरा रही थी
जयसिंह जेनी को बांहों मे लेते हुए कहता हे " call me papa mani"
( जयसिंह इस वक्त धर्म संकट में था वह मनिका के सिवाय किसीको भी चोदना नही चाहता था पर क्लाइंट की डिमांड थी और ऊपर से जेनी मनिका बनने को तैयार थी जिसने जयसिंह का रास्ता आसान कर दिया था)
Robert: that's a man
Jenny: ohh yes papa I'm your sweet daughter mani
जयसिंह अब जेनी के होंठ चूसने लगता हे फिर जयसिंह उसे कमर से पकड़ कर उठाके बेड पर पटक देता हे।
जयसिंह अपने पूरे कपड़े निकाल देता हे, जेनी भी अपने कपड़े निकाल देती हे ।
जेनी इस वक्त सिर्फ ब्रा पेंटी में थी उसका दूध जैसा गोरा बदन जयसिंह के अंदर एक आज प्रज्वलित कर रहा था ।
जयसिंह पूरी तरह से नंगा था और उसका लंबा ढीला काला लंड दो पैरो के बीच लटक रहा था , जयसिंह अब जेनी के ऊपर आ जाता हे ओर उसके होंठ चूसने लगता हे और फिर कहता हे " ohh mani your lips are so good "
Jenny : yes papa suck your mani's lips
जयसिंह अब जेनी के बूब्स दबाते हुए चूसने लगता हे, धीरे धीरे जेनी गरम होंना चालू हो जाती हे, जयसिंह अब जेनी की ब्रा और पैंटी निकाल देता हे और उसकी बेहद गोरी गुलाबी चूत को देखने लगता हे, जयसिंह ने इतनी गोरी गुलाबी चूत आज तक देखी नही थी इसलिए वह किसी भूखे भेड़िए की तरह उसकी चूत पर टूट पड़ता हे और पागलों की तरह उसकी चूत को चाटने लगता हे।
जेनी अब कराहने लगती हे और कहती हे " you are doing it so good papa " " yes suck your mani's pussy"
जयसिंह का लंड अब पूरी तरह अपने आकार में आ जाता हे जिसे देख जेनी अपने हाथ ले लेती हे और हिलाते हुए कहती हे "give it to me papa"
जयसिंह अब जेनी के होंठ को चूसने लगता हे फिर जेनी जयसिंह के ऊपर आकर उसका लंड पूरी तरह चूसने लगती हे, अब तक जेनी और जयसिंह बहोत ज्यादा गरम हो चुके थे जिसे देख रॉबर्ट अपना लंड हिला रहा था।
जेनी अब जयसिंह के ऊपर आते हुए उसका लंड अपनी चूत में मुहाने पर सेट करती हे और धीरे धीरे पूरा लंड अपनी चूत में ले लेती हे ।
अब जेनी और जयसिंह की धुंआधार चुदाई चालू हो जाती हे।
Jenny: yourrrrr soooo gooood papaaaa.
Jaysinh: yesssss maniiii do it like this, love your papaaaa
यह दृश्य देख रॉबर्ट से रहा नही जाता और वह जेनी के पीछे आके उसकी गांड के छेद पद अपना गीला लंड सेट कर देता हे , जिसे देख जयसिंह भड़क जाता हे और कहता हे " hey man your not allowed to fuck my daughter , she is only mine "
Robert: okay man enjoy
करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद जयसिंह और जेनी निढाल हो जाते हे और सो जाते है रॉबर्ट भी कब जेनी के बगल में आके सो जाता हे पता नही चलता।
Day 8
सुबह के 4 बजे जयसिंह जयसिंह दिल्ली के लिए फ्लाईट पकड़ लेता हे और फिर दिल्ली आके ट्रेन पकड़ कर सीधा बाड़मेर के लिए निकल पड़ता हे ।
ट्रेन में कोई गाना बजा रहा था "जुदाई जुदाई हाय कैसी ये जुदाई" जिसे सुन जयसिंह सोचता हे सच में मेरे और मनी की जुदाई के तीन दिन पूरे हो जाएंगे ।
(पर जयसिंह को ये नही पता था के ये जुदाई के तीन दिन मनिका की चुदाई के लिए बहुत काम आने वाले थे)
उधर बाड़मेर में मनिका की रोज की तरह अपनी सुबह निकलती है और फिर कनिका को पढ़ाई में मदद करती हे।
मनिका का पूरा दिन कनिका के साथ निकल जाता हे, वह जानबूझ कर तनीशा से कॉन्टैक्ट नही करती ।
शाम को हितेश स्कूल से आ जाता हे और बताता है की उसका स्कूल वेकेशन पड़ चुका है।
जयसिंह लेट आने वाला था इसलिए सब लोग खाना खा लेते हे और अपने अपने कमरे में चले जाते है , मधु दादी के कमरे जा चुकी थी और दादी के पैर की मालिश कर रही थीं।
घर में सब कुछ शांत था पर कुछ था जो आग बबूला था वो जयसिंह और मनिका के मन की आग जो तीन दिन की जुदाई से बहोत ज्यादा भड़क गई थी, इन तीन दिनों की जुदाई ने आग में घी डालने का काम किया था , दोनो ही एक दूसरे से मिलने के लिए बहोत बेताब थे।
करीब 10 बजे जयसिंह बाड़मेर स्टेशन पर आ जाता हे वह सीधा मनिका को फोन लगाके अपने आने की खबर देता हे ।
उधर मनिका बहुत खुश हो जाती हे एक समझदार बेटी की तरह जल्दी से अपने पापा के कमरे में चली जाती हे और उनका इंतजार करने लगती हे ।
रेलवे स्टेशन पर जयसिंह भी बहुत खुश था क्योंकि वह अपनी प्रेमिका से मिलने वाला था, आखिरकार जयसिंह गाड़ी में घर आ जाता हे, मनिका गाड़ी की आवाज सुन उठ खड़ी हो जाती हे ।
जयसिंह अपना सामान लेके अपने कमरे की और बढता है , जेसे ही जयसिंह दरवाजा खोलता है अपने सामने मनिका को पाता है , दोनो ही किसी बिछड़े प्रेमी की तरह एक दम से एक दूसरे के गले लग जाते हे और फिर दोनो के होंठ गाढ़ चुंबन में जुड़ जाते है।