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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

Vk1989

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New story
यह कहानी रुद्र नाम के एक लड़के के बारे में है जो 18 साल का है और वह एक ऐसी दुनिया में रहता है जहाँ जादू का उपयोग करके खुद को शक्तिशाली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन रुद्र के अपने ही शिष्य ने लालच में आकर धोखे से रुद्र की हत्या कर दी, जब रुद्र की आँखें खुलीं खुद को एक 18 साल के लड़के के शरीर में पाया। अब रुद्र का एकमात्र लक्ष्य खुद को मजबूत बनाना था, चाहे इसके लिए उसे कितना भी कुछ करना पड़े? जानने के लिए पढ़ें |
 
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Ch 21 - अंधेरे के देवता

रुद्र उस जगह से जाने के लिए तैयार था पर तभी गेट खुलता है और अंदर से आवाज आती है जानवी इसे आने दो।

ये आवाज किसी और कि नहीं बल्कि यशवंत की थी जानवी ने अपने सर को झुकाते हुए कहा "ठीक है मास्टर।"

इससे पहले जानवी रुद्र से कुछ कह पाती तभी रूद्र अंदर जाने लगता है जानवी भी रूद्र को छोड़ने के लिए अंदर आने लगती है पर रूद्र जानवी को अपने साथ आने से रोक देता है।

जैसे ही रूद्र अंदर जाता है जानवी को रुद्र के ऊपर बहुत ज्यादा गुस्सा आता है जानवी ने अपने पैर पटकते हुए कहा "ये लड़का अपने आप को क्या समझता है, बस इसे पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बनानी आती है इसके अलावा इसके अंदर कोई भी खूबी नहीं है फिर भी मास्टर इसे इतनी ज्यादा इज्जत देते हैं।" सार्थक शांत किस्म का लड़का था और वह हर फैसला शांति से लेता था सार्थक ने जानवी को समझाते हुए कहा "कुछ भी हो तुम इस बात को नकार नहीं सकती हो रूद्र को पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बनानी आती है और इस दुनिया के अंदर पांचवें स्तर के फॉर्मेशन मास्टर की बहुत ज्यादा इज्जत की जाती है।"

रुद्र सीधा चलता हुआ एक हाल के अंदर पहुंच जाता है जहां पर बहुत सारी कुर्सियां रखी हुई थी और सामने वाली कुर्सी पर यशवंत बैठा हुआ था यशवंत के चेहरे पर कोई भी भाव नहीं थे और वह रूद्र को घूर कर देख रहा था यशवंत बोला "छोटे भाई रूद्र तुम्हें मुझसे क्या बात बतानी है जो तुमसे रुका भी नहीं जा रहा।"

यशवंत ने अपनी आवाज को भारी करते हुए आगे कहा "और हां अगर तुमने आज बकवास की तो आज तुम यहां से जिंदा नहीं जा पाओगे।"

यशवंत की बात सुनकर रूद्र ने अपने आप से कहा "आज इन्हें क्या हो गया आज से पहले तो इन्होंने मुझसे इस तरह बात नहीं की?"

रूद्र ने इस बात को अनदेखा करते हुए यशवंत से कहा "देखिए आज मैं यहां पर आपको एक खबर देने के लिए आया था बहुत जल्द मेहरा परिवार के मास्टर राजेश आपके ऊपर हमला करने वाले हैं क्या आपको ये बात बकवास लगती है।"

रुद्र की बात सुनकर यशवंत शांत था तभी यशवंत के पीछे बैठे एक गुप्त आदमी ने यशवंत से धीमी आवाज में कहा "अगर ये बात सच है तो हमें दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।"

असल में उस जगह पर जसवंत के अलावा दो और आदमी मौजूद थे जो यशवंत के पीछे वाली कुर्सी पर बैठे हुए थे पर वे दोनों आदमी अंधेरे में बैठे हुए थे जिस वजह से रूद्र को कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।

पर जब उस आदमी ने यशवंत से धीमी आवाज में बात की थी उस वक्त शांत वातावरण में रूद्र को हलचल महसूस हुई थी जिस वजह से उसे उन दोनों आदमी की एनर्जी महसूस हुई थी और जैसे ही रूद्र उन दोनों आदमी की एनर्जी महसूस करता है वह बहुत ज्यादा घबरा जाता है रुद्र इतना ज्यादा घबरा गया था उसके कदम अपने आप ही पीछे होने लगे थे यहां तक की रुद्र का दिल भी जोरों से धड़कने लगा था रुद्र का पूरा शरीर पसीने से लतपत हो गया था और वह लंबी-लंबी सांस ले रहा था।

रूद्र ने अपने पिछले जन्म में बहुत ताकतवर लोगों का सामने किया था पर इस वक्त वह जिस शरीर में था वह शरीर बहुत ज्यादा कमजोर था और रुद्र को सब कुछ शुरुआत से शुरू करना पड़ रहा था रुद्र किसी भी ताकतवर आदमी के सामने नहीं आना चाहता था क्योंकि अगर उसने गलती से भी उन लोगों को गुस्सा दिला दिया तो उन्हें रूद्र को मिटाने में कुछ ही चंद्र सेकंड का समय लगेगा।

इस वक्त रूद्र ने जिन दोनों आदमी की एनर्जी महसूस की थी उनका प्रेशर बहुत ज्यादा हाई था उनके होने का अहसास होते ही रुद्र का दम छूटने लगा था अपने सालों के अनुभव से रूद्र इतना तो बता सकता था अभी-अभी उसने जिन दो आदमी की एनर्जी महसूस की है वे लोग बहुत ज्यादा ताकतवर है उनके आगे रुद्र की औकात कुछ भी नहीं है।

रुद्र अपने आप को संभालता है और सामने देखने लगता है पर अभी भी रुद्र की हालत खराब थी उसके सर से लगातार पसीना बह रहा था।

तभी एक मसाल जलती है और रुद्र को उन दोनों आदमियों का चेहरा दिखने लगता है उनमें से एक आदमी का शरीर किसी पहलवान की तरह हट्टा कट्टा था और उसका रंग थोड़ा सावला था और दूसरा आदमी थोड़ा पतला था जिसने ढीले कपड़े पहन रखे थे उसके चेहरे पर झुरिया आ गई थी पर वह किसी लकड़ी की तरह सख्त था वे दोनों ही बूढ़े थे पर रूद्र उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लग सकता था हो सकता था रुद्र के सामने बैठे बूढ़े आदमी की उम्र 400 साल से भी पार हो गई हो मार्शल आर्ट की दुनिया में जो जितना ज्यादा ताकतवर होता है उसकी उम्र भी उतनी ही ज्यादा होती है।

उनमें से सांवले आदमी का नाम ओमवीर कौशिक था और दूसरे वाले का नाम गौतम कौशिक था रूद्र ने अपने आप से कहा "ये दोनों बहुत ज्यादा खतरनाक है मास्टर यशवंत भी इनमें से किसी एक के सामने भी नहीं टिक पाएंगे मुझे नहीं लगा था कौशिक परिवार के अंदर इतने ज्यादा ताकतवर लोग हैं मैंने राजसी परिवार को कुछ ज्यादा ही कम आक लिया।"

उन दोनों मास्टर को देखने के बाद रूद्र सबसे पहले उन्हें नमस्कार करता है और उनके बोलने का इंतजार करने लगता है।

तभी गौतम कौशिक बोला "क्या तुम्ही वो लड़के हो जो पांचवे स्तर की फॉर्मेशन बना सकता है और तुम्हें यशवंत हमारे परिवार में लाना चाहता है।"

अब तक रूद्र ने अपने आप को पूरा शांत कर लिया था और उसकी धड़कन भी नॉर्मल हो गई थी रूद्र ने पॉलाईटली कहा "जी हां मैं वही लड़का हूं जिसके बारे में आप बात कर रहे हैं पर मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है मेरी स्किल आपके सामने कुछ भी नहीं है।"
"नहीं नहीं ऐसा भी नहीं है अगर तुम पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बना सकते हो तो तुम हमारी इज्जत के हकदार हो और अगर तुम हमारे परिवार में आने के लिए मान जाते हो तो हम तुम्हें और भी ज्यादा इज्जत देंगे और इस पूरे महाद्वीप पर कोई भी ऐसे नहीं होगा जो तुम्हें नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचेगा।"

रूद्र को इतनी इज्जत से बात करते हुए देखकर यशवंत बहुत ज्यादा हैरान था यशवंत ने अपने आप से कहा "मुझे यकीन नहीं हो रहा है ये लड़का इतनी जल्दी बदल गया कुछ दिनों पहले तो ये मुझसे पूरी अकड़ के साथ बात करता था और अब इनके सामना ये पूरा बदल गया।"

तभी ओमवीर ने रुद्र से कहा "मुझे तो यशवंत ने बताया था तुम बहुत ज्यादा बदतमीज हो और किसी के साथ भी अच्छे से बर्ताव नहीं करते हो फिर तुम्हें आज क्या हो गया तुम हमें इतनी इज्जत क्यों दे रहे हो?"

यशवंत ने भी हां में हां मिलाते हुए कहा "छोटे भाई रूद्र मुझे नहीं लगा था तुम बदल भी सकते हो तुम तो किसी के साथ भी अच्छे से बात नहीं करते थे।"

जिस पर रूद्र ने कहा "बड़े भाई यशवंत आप मुझे अच्छे से समझते हो आपके साथ मै बहुत बार मिल चुका हूं इसलिए मैं आपके साथ अपने परिवार की तरह बात करता हूं क्योंकि मैं जानता हूं अगर मैं आपको कुछ कह भी दूंगा तो आप उसे अनदेखा कर देंगे पर मैं किसी पागल मास्टर के साथ बदतमीजी से बात करके अपने आप को मुसीबत में नहीं डालना चाहता हूं।"

रुद्र की बात सुनने के बाद गौतम ने अपने आप से कहा "ये लड़का तो सच में बहुत ज्यादा चालाक है इसने हमारी बातों बातों में बेज्जती भी कर दी।"

तभी ओमवीर हंसने लगता है ओमवीर ने हंसते हुए कहा "ये लड़का मुझे पसंद आया।"

गौतम ने भी रुद्र से कहा "हमें नहीं पता था तुम इतनी अच्छी बातें करते हो अगर पता होता तो हम खुद तुम्हें गेट तक लेने आते।"

रुद्र बिल्कुल शांत था और उसके चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट थी इस वक्त रुद्र के अंदर बिल्कुल भी घमंड नहीं दिखाई दे रहा था उन दोनों मास्टर की बात सुनने के बाद रूद्र ने अपने आप से कहा "ये दोनों बुद्ध अपने आप को कुछ ज्यादा ही महान समझ रहे हैं एक बार मेरा काम होने दो फिर मैं इन्हें बताऊंगा महान कौन है।"

गौतम ने सीरियस होते हुए रुद्र से पूछा "तुम कह रहे थे बहुत जल्द हमारे ऊपर हमला होने वाला है तुम्हें ये बात कैसे पता चली?"

जिस पर रूद्र बोला "12 या 13 दिन पहले मैंने मास्टर राजेश के ऊपर नजर रखी थी वे उस वक्त कुमार परिवार में रुके थे पर फिर मुझे कुछ काम आ गया जिस वजह से मैं मास्टर राजेश के ऊपर नजर नहीं रख पाया पर मुझे इतना पता है बहुत जल्द वे आपके ऊपर हमला करने वाले हैं।"

रुद्र की बात सुनकर यशवंत को राजेश के ऊपर बहुत ज्यादा गुस्सा आने लगता है और गुस्सा भी क्यों ना आए राजेश की वजह से यशवंत की एक आंख जो गई थी यशवंत ने अपनी कुर्सी पर हाथ मारते हुए कहा "उन्हें आने दो वो जितने ज्यादा आदमी लेकर आएगा उतना ज्यादा अच्छा रहेगा मैं किसी को भी नहीं छोडूंगा सब मरेंगे।"

यशवंत को गुस्से में देखकर गौतम, यशवंत को शांत करता है और रुद्र से पूछता है "तुम्हें ये सब जानकारी कैसे पता चली?"

रूद्र ने तुरंत कहा "मेरे पास खबर पता करने के बहुत सारे तरीके हैं मैं आपको इस बारे में कुछ भी नहीं बता सकता।"

यशवंत बोला "ये सही बोल रहा है इस बात का मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं इसकी खबर झूठी नहीं होगी पिछली बार इसने हमें मास्टर राजेश के बारे में बताया था और जब हमने अपने जासूस को भेज कर पता लगाया यह खबर बिल्कुल सही थी पता नहीं इसके पास कौन से तरीके हैं जो ये आसानी से किसी के भी बारे में पता लगा लेता है।

यशवंत की पूरी बात सुनने के बाद गौतम बोला "लड़के तुमने तो हमें बहुत ज्यादा हैरान कर दिया है अब तुम हमें अपने मास्टर के बारे में बताओ कौन है वो जिसने तुम्हें पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बनानी सिखाई है?"

गौतम की बात सुनकर रुद्र के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है रुद्र ने अपने आप से कहा "मुझे लगा ही था ये मुझे यही सवाल करेगा अब मुझे किसी मास्टर का नाम इसे बताना ही होगा।

इतना सोचने के बाद रूद्र ने गौतम से कहा "मेरे मास्टर को सभी लोग अंधेरे के देवता नाम से जानते हैं।"

रुद्र की बात सुनकर वे तीनों बहुत ज्यादा हैरान हो जाते हैं उन्होंने आज से पहले इस उपाधि वाले शख्स के बारे में कभी नहीं सुना था पर उन्हें ये उपाधि बहुत ज्यादा ताकतवर लग रही थी।

गौतम ने कहा "लगता है तुम्हारे मास्टर बहुत ज्यादा ताकतवर है तभी तो उन्होंने तुम्हें इतनी छोटी उम्र में पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बनानी सिखा दी।" उन तीनों को बेवकूफ बनते हुए देखकर रूद्र ने अपने आप से कहा "इन्हें तो बेवकूफ बनाना बहुत ज्यादा आसान था मैंने ऐसे ही कुछ भी कह दिया और इन्होंने मेरी बात पर विश्वास भी कर लिया।"

रूद्र ने यशवंत से पूछा "बड़े भाई क्या आप मुझे घाव भरने वाली दवाइयां दे सकते हैं मुझे उनकी जरूरत है।"

रुद्र की बात सुनकर यशवंत ने अपनी स्पेस रिंग में से एक डब्बा निकालता है जो हाथ जितना छोटा था उस डब्बे को यशवंत ने रुद्र की तरफ लाते हुए कहा "लगता है तुम्हारे परिवार में कोई बहुत ज्यादा घायल है।"

रुद्र उस डब्बे को पकड़ लेता है और उन तीनों मास्टर को नमस्कार करते हुए कहता है" ठीक है मैं यहां से चलता हूं।"

रुद्र की बात सुनकर यशवंत को गुस्सा आ जाता है यशवंत ने गुस्से में कहा "इसका मतलब तुम यहां पर इन दवाइयां को लेने के लिए आए थे आज तो मैं तुम्हें जाने देता हूं पर आज के बाद तुमने इतनी छोटी बात के लिए हमारी सभा को खराब किया तो मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा।"

रुद्र उस जगह से जाने लगता है पर उसने जाते-जाते उन सभी से कहा "बड़े भाई आप इतना गुस्सा मत होइए चलो मैं आपको एक बढ़िया खबर देता हूं मास्टर राजेश आपके ऊपर तीन दिन बाद हमला करेगा इसलिए अपने सभी लोगों को तैयार कर लो इतना कहने के बाद रूद्र उस जगह से चला जाता है।"

अब आगे क्या होगा, क्या रुद्र की खबर पक्की थी?

अगर तीन दिन बाद राजेश ने हमला नहीं किया तो यशवंत, रुद्र के साथ क्या करेगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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