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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

Vk1989

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यह कहानी रुद्र नाम के एक लड़के के बारे में है जो 18 साल का है और वह एक ऐसी दुनिया में रहता है जहाँ जादू का उपयोग करके खुद को शक्तिशाली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन रुद्र के अपने ही शिष्य ने लालच में आकर धोखे से रुद्र की हत्या कर दी, जब रुद्र की आँखें खुलीं खुद को एक 18 साल के लड़के के शरीर में पाया। अब रुद्र का एकमात्र लक्ष्य खुद को मजबूत बनाना था, चाहे इसके लिए उसे कितना भी कुछ करना पड़े? जानने के लिए पढ़ें |
 
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Ch 22 - सुनहेरी आँख

रुद्र कौशिक परिवार की इमारत से चला जाता है जहां जैसे ही रूद्र उस जगह से जाता है गौतम ने यशवंत और ओमवीर से कहा "मुझे यह लड़का बहुत ज्यादा चालाक लगता है क्या तुमने ध्यान दिया पहले उसने हमारे दिमाग को पढ़ा और फिर हमारे साथ बात की मुझे तो लगता है इस लड़के का मास्टर इस दुनिया का सबसे ताकतवर आदमी है यशवंत मेरी बात ध्यान से सुनो तुम्हें इसके साथ अपने संबंध अच्छे बनाकर रखने हैं हम इसको गुस्सा नहीं दिला सकते।"

इमारत से आने के बाद रूद्र वापिस घर चला गया था रूद्र को हाल में कनिका दिखाई देती है रुद्र उसके पास जाता है और उससे मास्टर जसवीर के कमरे का रास्ता पूछता है जहां कनिका खुद रूद्र को मास्टर जसवीर के कमरे में ले जाने के लिए तैयार हो गई थी।

जैसे ही रुद्र और कनिका मास्टर जसवीर के कमरे में जाते हैं उन्हें वहां पर अवनी पहले से ही मास्टर जसवीर के साथ दिखाई देती है जहां मास्टर जसवीर आराम कर रहे थे रुद्र अवनी के पास जाता है और अपनी स्पेस रिंग में से वह डिब्बा निकाल कर दे देता है जो उसने मास्टर यशवंत से लिया था रुद्र बोला इसके अंदर कुछ घाव भरने वाली दवाइयां है जो मास्टर जसवीर के घाव को भर देंगी।"

इतना कहने के बाद रूद्र उस जगह से चला जाता है जहां अवनी उन दवाइयां का नाम सुनकर हैरान हो गई थी अवनी ने उन दवाइयां के बारे में बताते हुए कहा "यह घाव भरने वाली दवाइयां बहुत ज्यादा महंगी आती है इनमें से एक गोली 60000 स्पिरिचुअल स्टोन की आती है और हमे 60000 स्पिरिचुअल स्टोन कमाने में 5 महीने का वक्त लग जाता है और इस डाबी के अंदर 6 गोलिया पड़ी है।"

कनिका ने भी अवनी की बात सुन ली थी कनिका ने मुस्कुराते हुए कहा "तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कौशिक परिवार को हमें 45 लाख स्पिरिचुअल स्टोन देने हैं और रुद्र जरूर ये दवाइयां कौशिक परिवार से लाया होगा।"

इतना कहने के बाद कनिका भी उस जगह से चली जाती है जहां अवनी हैरान खड़ी कनिका को जाते हुए देख रही थी अवनी ने अपने आप से कहा "इनके पास इतने स्पिरिचुअल स्टोन कहां से आ गए जब हमने इनके परिवार के ऊपर हमला किया था उस वक्त हमने इनके अधिकतर स्पिरिचुअल स्टोन लूट लिए थे फिर यह इतने स्पिरिचुअल स्टोन कहां से लाएं, मुझे अब समझ में आया कौशिक परिवार उनकी रक्षा क्यों करता है क्योंकि कोशिश परिवार को इनके 45 लाख स्पिरिचुअल स्टोन देने हैं।"

इधर जब विवेक को पता चला था की अवनी अपने पिता के साथ सोम पर्वत से भाग गई है तो वह इस खबर को देने के लिए मास्टर राजेश के पास चला गया था जहां मास्टर राजेश अग्रवाल परिवार में रुके हुए थे सोम पर्वत से अग्रवाल परिवार की दूरी बहुत ज्यादा थी जहां अपनी पूरी स्पीड के साथ भी विवेक को अग्रवाल परिवार में जाने के लिए 6 दिन का समय लगा था और आज विवेक अग्रवाल परिवार में पहुंच गया था।

विवेक सीधा मास्टर राजेश के पास जाता है जहां मास्टर राजेश अपने तीन साथियों के साथ एक होल के अंदर बैठे हुए थे विवेक उनके सामने जाते ही सबसे पहले सभी मास्टर को नमस्कार करता है जहां मास्टर राजेश ने विवेक को देखकर कहा "तुम 12 साल से सोम पर्वत पर रहकर मेहरा परिवार के लिए जासूसी कर रहे हो फिर ऐसी कौन सी बात है जो तुम्हें मुझसे मिलने के लिए आना पड़ा।"

विवेक ने थोड़े डरते हुए कहा "मास्टर एक गड़बड़ हो गई है अवनी अपने पिता के साथ सोम पर्वत से भाग गई।" जैसे ही विवेक की बात पूरी होती है मास्टर राजेश के चेहरे पर गुस्से के भाव आ जाते हैं मास्टर राजेश अपनी एनर्जी को किसी लेजर की तरह इस्तेमाल करके विवेक के चेहरे पर एक कट लगा देते हैं मास्टर राजेश ने गुस्से में कहा "हमने इस दिन का पूरे 10 साल से इंतजार किया और तुम्हारी इस छोटी गलती की वजह से हम अपनी योजना खराब होते हुए नहीं देख सकते हैं, मैं तुम्हें आखिरी चेतावनी दे रहा हूं आगे से ऐसी गलती मत करना वरना मैं तुम्हें ऐसी मौत दूंगा जिसके बारे में तुमने अपने सपने में भी नहीं सोचा होगा।"

मास्टर राजेश की बात सुनकर विवेक अपने घुटनों के बल बैठ जाता है और मास्टर राजेश से माफी मांगने लगता है जहां मास्टर राजेश बोले "ठीक है ठीक है आगे से ध्यान रखना अब जबकि अवनी भाग गई है वो तो वर्मा परिवार के ऊपर हमला करने से गई, अब इस काम को तुम करोगे वर्मा परिवार में कोई भी जिंदा नहीं बचना चाहिए।"

मास्टर राजेश की बात सुनकर विवेक उस जगह से जाने लगता है जहां मास्टर राजेश ने विवेक को जाते हुए कहा "और हां उस वर्मा परिवार के सलाहकार को तड़फा कर मारना मैं जानता हूं राज को कौशिक परिवार वालों ने नहीं बल्कि उस रूद्र ने मारा है राज हमारी डार्क फील्ड का स्टूडेंट था और सभी लोग जानते हैं डार्क फील्ड हमारे मेहरा परिवार के अंदर आती है फिर उसकी हिम्मत कैसे हुई हमारी डार्क फील्ड के साथ पंगा लेने की?"

मास्टर राजेश की बात सुनकर विवेक ने मास्टर राजेश से विदा लेते हुए कहा "ठीक है मैं आपकी बात याद रखूंगा राज मेरे भाई जैसा था और मैं उसका बदला जरूर लूंगा।"

इतना कहने के बाद विवेक सारी तैयारी करने के लिए चला जाता है।

इधर रूद्र अपने सारे काम खत्म करने के बाद अपने कमरे में चला गया था और दूसरे सितारे के छठे स्तर पर पहुंचने की कोशिश कर रहा था।

हर सितारे में नौ स्तर होते हैं और छठा सितारा आखिरी होता है जैसे-जैसे मार्शल आर्टिस्ट की ताकत बढ़ती जाती है उसे अगले स्तर पर पहुंचने में ज्यादा वक्त लगता है उदाहरण के तौर पर अगर कोई मार्शल आर्टिस्ट पहले सितारे के दूसरे स्तर पर पहुंचने में एक महीने का समय लगाता है तो उस तीसरे स्तर पर पहुंचने में 2 महीने का समय लगेगा यह बात हर मार्शल आर्टिस्ट पर लागू नहीं होती है अगर किसी मार्शल आर्टिस्ट का टैलेंट दूसरे वाले मार्शल आर्टिस्ट से ज्यादा है तो उसे तीसरे स्तर पर पहुंचने में 2 महीने से कम समय लगेगा। आस पास पता करने के बाद रूद्र को पता चला था इस दुनिया के अंदर आज तक कोई भी छठे सितारे से आगे नहीं गया है और सभी लोगों का मानना है छठे सितारे से आगे जाना नामुमकिन है पर रूद्र अपने पिछले जन्म में बहुत ज्यादा ताकतवर था वह 16 साल की उम्र में ही छठे सितारे से आगे पहुंच गया था।

रूद्र को ऐसी बहुत सारी मार्शल आर्ट याद थी जिसकी मदद से वह बहुत जल्दी-जल्दी अपनी ताकत को बढ़ा सकता था पर रुद्र का शरीर बहुत ज्यादा कमजोर था जिस वजह से वह उन मार्शल आर्ट का इस्तेमाल नहीं कर सकता था इसलिए रूद्र ने सोच लिया था सबसे पहले वह अपने शरीर को मजबूत बनाएगा और फिर उन मार्शल आर्ट का अभ्यास करेगा।

फिलहाल के लिए रूद्र नॉर्मल तरीके से ही अपनी ताकत को बढ़ा सकता था उसके लिए उस वातावरण में मौजूद एनर्जी को अपने शरीर के अंदर समाहित करना होगा रुद्र 3 दिन तक लगातार दूसरे सितारे के छठे स्तर पर पहुंचने की कोशिश करता है पर वह ऐसा नहीं कर पाता बहुत से मार्शल आर्टिस्ट को एक स्तर पार करने में भी सालों का वक्त लग जाता है पर रुद्र के पास इतना ज्यादा समय नहीं था कभी भी मास्टर राजेश उनके परिवार के ऊपर हमला कर सकता था और रुद्र को अपना परिवार बचाना था। जब तीन दिन बाद भी रुद्र छठे स्तर पर नहीं पहुंच पाता, तो वह ध्यान से उठकर बैठ जाता है रूद्र ने अपने आप से कहा "मुझे बहुत जल्द दूसरे सितारे के सभी 9 स्तर पार करके तीसरे सितारे पर पहुंचना होगा वो बुड्डा कभी भी हमारे ऊपर हमला कर सकता है।"

रुद्र अपने इविल सोल को बाहर भेजने के बारे में भी सोचता है क्योंकि रुद्र का इविल सोल किसी के भी शरीर में जाकर उनकी शुद्ध एनर्जी को चुरा सकता था जिसकी मदद से रूद्र बहुत जल्दी अगले सितारे पर पहुंच सकता था पर रूद्र ऐसा नहीं करता क्योंकि बाहर बहुत ताकतवर लोग घूम रहे थे जो रुद्र की इविल सोल को चुटकी बजाकर खत्म कर सकते थे और रुद्र की जान उसकी इविल सोल के साथ जुड़ी हुई थी यानी अगर रुद्र के इविल सोल को किसी ने खत्म कर दिया तो रुद्र भी तुरंत मारा जाएगा इसलिए वह अपने इविल सोल को बाहर नहीं भेज रहा था।

अभी रूद्र अपनी ताकत बढ़ाने के बारे में ही सोच रहा था तभी उसे बाहर से बहुत ज्यादा एनर्जी महसूस होती है जैसे की कोई लड़ने के लिए तैयार हो रहा हो।

उस एनर्जी को महसूस करके रूद्र घर से बाहर जाता है जहां उसे यशवंत दिखाई देता है जो उससे 10 मीटर ऊपर हवा में उड़ रहा था इस वक्त यशवंत को देखने से ऐसा लग रहा था जैसे कि वह आसमान में नहीं उड़ रहा हो बल्कि जमीन पर खड़ा हो।

यशवंत के सामने राजेश भी हवा में उड़ रहा था और उसके चेहरे पर शैतानी हंसी थी यशवंत गुस्से में बोला "आखिरकार तू यहां पर लड़ने के लिए आ ही गया।"

"मुझे तो यहां पर आना ही था तेरे स्टूडेंट ने मेरे स्टूडेंट को जो मारा था इसलिए आज मैं यहां पर इंसाफ करने के लिए आया हूं।"

राजेश को देखने से बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि वह अपने स्टूडेंट का बदला लेने के लिए आया हो सभी लोग जानते थे राजेश कितना ज्यादा कमीना है उसे एक स्टूडेंट की मौत से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

राजेश की बात सुनकर यशवंत ने गुस्से में कहा "तू किस इंसाफ की बात कर रहा है क्या तू भूल गया जब तूने आयरन सिटी में मेरे लिए जाल बिछाया था और मेरी सुनहेरी आंख चुरा ली थी।"

जैसे ही रूद्र सुनहेरी आंख के बारे में सुनता है वह थोड़ा हैरान हो जाता है रूद्र ने अपने आप से कहा "मैंने इस आंख के बारे में सुना है यह आंख किसी शैतानी सम्राट की है वह सम्राट सभी शैतानी मार्शल आर्टिस्ट में सबसे ज्यादा ताकतवर था कहा जाता है अगर वह एक बार किसी को घूर कर भी देख लेता था तो वह तुरंत मारा जाता था मुझे नहीं लगा था इस तरह की चीज भी इस जमीन पर होगी अगर यह बात सच है तो मुझे वह सुनहेरी आंख चाहिए।"

जब कोई आदमी मार्शल आर्ट की दुनिया में कदम रखता है तो उसे शैतानी मार्शल आर्ट और सामान्य मार्शल आर्ट में से किसी एक का चयन करना पड़ता है सामान्य मार्शल आर्ट में सभी लोग अपनी ताकत को सामान्य तरीके से बढ़ाते हैं पर जो कोई भी शैतानी मार्शल आर्ट का अभ्यास करता है वह अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है चाहे उसके लिए उसे कितना भी निर्दय क्यों ना बनना पड़े शैतानी मार्शल आर्टिस्ट कभी किसी के प्यार में नहीं पडते उनका सिर्फ एक ही मकसद होता है अपनी ताकत को बढ़ाना।

रुद्र भी अपने पिछले जन्म में शैतानी मार्शल आर्टिस्ट था और उसने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए क्रूर से क्रूर तरीके को अपनाया था और रुद्र के शरीर में आने के बाद भी रूद्र शैतानी मार्शल आर्ट का ही अभ्यास कर रहा था।

अब आगे क्या होगा, क्या यशवंत सच में अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर राजेश को मार डालेगा? या फिर राजेश उन तीनों से बचकर भाग जाएगा? और क्या यशवंत जिस सुनहेरी आंख के बारे में बात कर रहा था वह रूद्र को मिल पाएगी? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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Ch 23 - शैतानी चील

वैसे तो रूद्र को बिल्कुल भी विश्वास नहीं था कि उसे वह सुनहेरी आंख देखने को भी मिल पाएगी पर अगर गलती से भी रूद्र को उस सुनहेरी आंख के बारे में पता चल जाता है तो उसने पूरा मन बना लिया था कि वह उस सुनहेरी आंख को अपने लिए हासिल करके रहेगा।

बाहर से इतनी ज्यादा ताकतवर एनर्जी महसूस करके कनिका और अंगद भी बाहर आ गए थे जिन्हें देखकर रूद्र ने उन दोनों से तुरंत कहा "तुम दोनों यहां पर क्या कर रहे हो? बाहर बहुत ज्यादा खतरा है वापिस अंदर चले जाओ।"

कोई भी साधारण आदमी बाहर खड़ा होकर उन दोनों की लड़ाई नहीं देख सकता था अगर गलती से भी उनमें से किसी एक का अटैक कनिका या अंगद को लग गया, तो उन दोनों का बचना नामुमकिन हो जाएगा इसलिए रूद्र जितना जल्दी हो सके उन्हें घर वापिस भेज देता है।

अगर देखा जाए ये बात बिल्कुल सही भी थी कनिका और अंगद पहले सितारे के छठे स्तर पर थे जहां राजेश और यशवंत राजसी परिवार के श्रेष्ठ थे और राजसी परिवार का श्रेष्ठ होना कोई छोटी बात नहीं थी राजसी परिवार का नोकर भी बहुत ज्यादा ताकतवर होता है और वे दोनों तो श्रेष्ठ थे जिनकी पोजीशन मुखिया के बाद बहुत ज्यादा हाई होती है फिर कनिका और अंगद जो अभी तक दूसरे सितारे पर भी नहीं पहुंचे थे वे दोनों कैसे उन दोनों के हमले से बच सकते हैं।

रुद्र की बात सुनकर वे दोनों घर वापिस चले गए थे जहां उन दोनों को घर जाता हुआ देखकर रूद्र बेफिक्र हो गया था अगर गलती से भी उन दोनों का अटैक वर्मा परिवार के घर पर लगता है तो रुद्र ने कुछ दिनों पहले जो तीसरे स्तर की फॉर्मेशन बनाई थी वह वर्मा परिवार के घर को बचा लेगी।

यशवंत और राजेश हवा में उड़ रहे थे और एक दूसरे को घूर कर देख रहे थे यशवंत बोला "मैं तुझे बिल्कुल भी नहीं छोडूंगा तूने मेरी सुनहेरी आंख को धोखे से चुराया है और आज उसका बदला मैं तुझे मार कर लूगा।"

यशवंत की बात सुनकर राजेश जोर जोर से हंसने लगता है उसे यशवंत की बात से बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा था वह तो यशवंत को देखकर सीरियस भी नहीं था राजेश ने हंसते हुए जवाब दिया "तू बहुत ज्यादा कमजोर था जिस वजह से तूने अपनी सुनहेरी आंख को गवा दिया और क्या तू मुझे बार-बार मारने की बात कर रहा है, जब तेरे पास सुनहेरी आंख थी उस वक्त तू बहुत ज्यादा ताकतवर था पर अब तू मेरे सामने कुछ भी नहीं, मैं तुझे बड़ी आसानी से मार सकता हूं।"

राजेश की बात सुनकर यशवंत को बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है और वह अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करते हुए अपनी एनर्जी से एक फिनिक्स बना लेता है और उस फिनिक्स को लेकर राजेश के ऊपर हमला करने के लिए चला जाता है यशवंत बोला "तुझे मारने के लिए मेरा गुस्सा ही काफी है।"

राजेश यशवंत से 10 मीटर की दूरी पर खड़ा था और यशवंत धीरे-धीरे राजेश के करीब पहुंच रहा था यशवंत को अपने इतने ज्यादा करीब देखकर भी राजेश के चेहरे पर डर का भाव बिल्कुल भी नहीं था वह शांत खड़ा राजेश को अपनी तरफ आता हुआ देख रहा था।

जैसे ही यशवंत 5 मीटर की दूरी पर रह जाता है राजेश अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करते हुए अपनी एनर्जी से बहुत सारी जंजीर बना लेता है और जंजीर से उस फिनिक्स को बांध लेता है।

हर किसी के पास अलग-अलग मार्शल आर्ट होती है किसी के पास ऐसी मार्शल आर्ट होती है जिसकी मदद से वह चील, फिनिक्स, बाग किसी भी जानवर को बना सकता है और जिसके पास ऐसी मार्शल आर्ट होती है जो फिनिक्स और बाग बना सकती है वे बहुत ज्यादा रेयर होती है क्योंकि उनकी ताकत बाकी मार्शल आर्ट के मुकाबले में बहुत ज्यादा होती है।

वहीं कुछ मार्शल आर्ट ऐसी होती है जिनकी मदद से जंजीर अपनी सुरक्षा करने के लिए ताकतवर शील्ड या लड़ाई करने के लिए कोई हथियार आदि बना सकते हैं और भी मार्शल आर्ट होती है जो प्रकृति के साथ जुड़ी होती है जिनकी मदद से हम बिजली, वायु, जल आदि को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं और लड़ाई में उनका इस्तेमाल अपने दुश्मन के खिलाफ कर सकते हैं,।

यशवंत और राजेश दोनों ही राजसी परिवार के श्रेष्ठ थे और उनके पास अव्वल दर्जे की मार्शल आर्ट थी कोई भी एक दूसरे से कम नहीं था।

यशवंत के फिनिक्स को अपनी कैद में करने के बाद राजेश बोला "क्या तू मुझे इन्हीं छोटे-मोटे तरीके से मारना चाहता है?"

पर यशवंत इसके सवाल का कोई जवाब नहीं देता और राजेश को देखकर हंसने लगता है तभी राजेश की नजर ऊपर जाती है जहां गौतम और ओमवीर हवा में उड़ रहे थे।

उन दोनों को देखकर राजेश सीरियस हो गया था उसने एक पल उन दोनों को देखा और फिर यशवंत से कहा "अच्छा तूने मुझे मारने के लिए इन दोनों से श्रेष्ठ को बुलाया है।"

राजेश की बात सुनकर यशवंत ने गौतम और ओमवीर से कहा "इसको मार डालो।"

पर तभी गौतम ने चिल्लाते हुए यशवंत से तुरंत कहा "यशवंत अपने पीछे देखो।"

राजेश अकेला नहीं आया था वह अपने साथ कुछ साथियों को भी लेकर आया था हालांकि वे लोग राजेश जितने ताकतवर नहीं थे पर वे कुछ देर तक किसी एक श्रेष्ठ को रोक कर रख सकते थे राजेश के सभी साथियों ने काले कपड़े से अपने पूरे शरीर को कवर कर रखा था जिससे कोई भी उन्हें नहीं पहचान पाए।

गौतम की बात सुनकर यशवंत भी तुरंत सतर्क हो गया था और स्पेस रिंग में से अपनी तलवार को बाहर निकाल लिया था यशवंत ने उस तलवार के अंदर अपनी एनर्जी को फलो करते हुए कहा "इन लोगों के लिए मैं अकेला ही काफी हूं आप उस कमीने को मारने पर ध्यान दीजिए।"

राजेश के साथ जो साथी आए थे वह लोग यशवंत के हाथ में उस तलवार को देखकर बहुत ज्यादा हैरान हो गए थे उनमें से एक ने हैरानी में कहा 'इसके पास तो तीसरे स्तर की तलवार है हमें नहीं लगा था इसके पास ऐसा कोई हथियार होगा।"

अधिकतर लोगों के पास पहले या दूसरे स्तर की तलवार होती है और दूसरे स्तर की तलवार भी खरीदने में बहुत ज्यादा स्पिरिचुअल स्टोन लग जाते हैं अगर किसी के पास तीसरे स्तर की तलवार होती है तो उसकी ताकत पहले से कहीं गुना बढ़ जाती है उस तलवार का इस्तेमाल करके वह अपने से ज्यादा ताकतवर लोगों को भी आसानी से मार सकता है इसलिए वे लोग इतने ज्यादा हैरान हो गए थे।"

यशवंत को लड़ते हुए देखकर गौतम, राजेश के ऊपर हमला करने के लिए तेजी से उसकी ओर बढ़ने लगा था और वह कुछ ही सेकेंड के अंदर उसके बहुत ज्यादा करीब पहुंच गया था।

तभी राजेश अपनी सीक्रेट मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करता है जिसकी वजह से उसकी एनर्जी उसके आस- पास तेजी से फैलने लगी थी इस वक्त राजेश अपनी डार्क लाल एनर्जी में पूरी तरह कवर हो गया था और गलती से गौतम भी राजेश की एनर्जी में आ गया था।

गौतम तुरंत पीछे आता है पर अब तक देर हो गई थी राजेश की एनर्जी ने गौतम के शरीर को नुकसान पहुंचा दिया था गौतम के कंधे पर एक गांव साफ-साफ दिखने लगा था ओमवीर, गौतम को संभालने के लिए तुरंत उसके पास जाता है और उसे संभालता है जहां गौतम की नजर राजेश पर थी जो इस वक्त बहुत ज्यादा खतरनाक लग रहा था।

इस वक्त राजेश देखने में किसी राक्षस से कम नहीं लग रहा था उसकी लाल रंग की एनर्जी राजेश के चारों तरफ घूम रही थी और उसकी शैतानी हसी उसे देखने में और भी ज्यादा खतरनाक बना रही थी राजेश ने गौतम और ओमवीर को देखते हुए कहा "तुम सभी की योजना बहुत ज्यादा खतरनाक थी पर मैं भी पूरी तैयारी करके आया हूं इस वक्त में तुम सभी से बहुत ज्यादा ताकतवर हूं।"

ओमवीर ने धीमी आवाज में गौतम से कहा "यह जरूर किसी और चीज का इस्तेमाल कर रहा है सभी लोग जानते हैं यह इतना ज्यादा ताकतवर नहीं है।"

धीरे-धीरे राजेश की एनर्जी गायब होने लगती है और राजेश के कंधे पर एक चील दिखाई देती है राजेश ने उस चील को सहलाते हुए गौतम और ओमवीर से कहा "तुम दोनों बहुत ज्यादा ताकतवर हो, श्रेष्ठ गौतम और श्रेष्ठ ओमवीर मुझे नहीं लगा था कौशिक परिवार से इतने ताकतवर श्रेष्ठ मुझे मारने के लिए आएगे।"

रुद्र भी एक पेड़ के पीछे छुपकर उन सभी को देख रहा था और उसने राजेश के कंधे पर बैठी हुई चील को पहचान लिया था इस वक्त राजेश के कंधे पर जो चील बैठी हुई थी उसे शैतानी चील कहते थे। उस शैतानी चील की खासियत किसी दूसरे आदमी की एनर्जी अपने अंदर समाहित करके अपने मास्टर को देने की थी जिस वजह से उसके मास्टर की एनर्जी कभी खत्म नहीं होती थी।

अगर किसी दूसरे आदमी की एनर्जी खत्म हो गई तो वह अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा क्योंकि मार्शल आर्ट इस्तेमाल करने के लिए एनर्जी की जरूरत पड़ती है और अगर किसी आदमी की एनर्जी खत्म हो गई तो वह अपने दुश्मन पर हमला नहीं कर पाएगा।

और इस वक्त राजेश को उस चील की खासियत बहुत ज्यादा काम आने वाली थी वह अपनी चील की मदद से उनकी एनर्जी को अपने शरीर के अंदर ले सकता था जिसकी वजह से गौतम और ओमवीर बहुत ज्यादा कमजोर हो जाएंगे और उन्हें अपने शरीर के अंदर दोबारा से एनर्जी बढ़ाने के लिए वक्त लगेगा और तब तक राजेश उन दोनों को मार डालेगा।

अगर किसी मार्शल आर्टिस्ट के शरीर से उसकी एनर्जी खत्म हो जाती है तो वह कुछ घंटे ध्यान लगाकर वातावरण में मौजूद एनर्जी को अपने शरीर में दोबारा से स्टोर कर सकता था किसी मार्शल आर्टिस्ट के लिए उसकी एनर्जी बैटरी का काम करती है और जब बैटरी खत्म हो जाती है उसे रिस्टोर करने के लिए मार्शल आर्टिस्ट को कुछ घंटे ध्यान लगाना पड़ता है और जब बैटरी फुल हो जाती है वे दोबारा से अपने दुश्मनों के साथ लड़ सकते हैं।

उस चील को देखकर रुद्र के चेहरे पर शैतानी हंसी आ जाती है रूद्र ने उस चील को लालच भरी नजरों से देखते हुए अपने आप से कहा "मुझे यह चील चाहिए, इस बुड्ढे को इस शैतानी चील की सभी खासियत के बारे में नहीं पता, इस चील की सभी खासियत को मेरे जैसा सम्राट ही इस्तेमाल कर सकता है।"

तभी रुद्र की नजर उस चील की आंख पर जाती है जिसे देखकर वह बहुत ज्यादा हैरान हो जाता है।

अब आगे क्या होगा, क्या गौतम और ओमवीर राजेश को मार पाएंगे? और रुद्र ने उस शैतानी चील की आंखों में ऐसा क्या देख लिया था जिस वजह से वह बहुत ज्यादा हैरान हो गया था? जानने के लिए पढ़ते रहिए ।

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