Ch 23 - शैतानी चील
वैसे तो रूद्र को बिल्कुल भी विश्वास नहीं था कि उसे वह सुनहेरी आंख देखने को भी मिल पाएगी पर अगर गलती से भी रूद्र को उस सुनहेरी आंख के बारे में पता चल जाता है तो उसने पूरा मन बना लिया था कि वह उस सुनहेरी आंख को अपने लिए हासिल करके रहेगा।
बाहर से इतनी ज्यादा ताकतवर एनर्जी महसूस करके कनिका और अंगद भी बाहर आ गए थे जिन्हें देखकर रूद्र ने उन दोनों से तुरंत कहा "तुम दोनों यहां पर क्या कर रहे हो? बाहर बहुत ज्यादा खतरा है वापिस अंदर चले जाओ।"
कोई भी साधारण आदमी बाहर खड़ा होकर उन दोनों की लड़ाई नहीं देख सकता था अगर गलती से भी उनमें से किसी एक का अटैक कनिका या अंगद को लग गया, तो उन दोनों का बचना नामुमकिन हो जाएगा इसलिए रूद्र जितना जल्दी हो सके उन्हें घर वापिस भेज देता है।
अगर देखा जाए ये बात बिल्कुल सही भी थी कनिका और अंगद पहले सितारे के छठे स्तर पर थे जहां राजेश और यशवंत राजसी परिवार के श्रेष्ठ थे और राजसी परिवार का श्रेष्ठ होना कोई छोटी बात नहीं थी राजसी परिवार का नोकर भी बहुत ज्यादा ताकतवर होता है और वे दोनों तो श्रेष्ठ थे जिनकी पोजीशन मुखिया के बाद बहुत ज्यादा हाई होती है फिर कनिका और अंगद जो अभी तक दूसरे सितारे पर भी नहीं पहुंचे थे वे दोनों कैसे उन दोनों के हमले से बच सकते हैं।
रुद्र की बात सुनकर वे दोनों घर वापिस चले गए थे जहां उन दोनों को घर जाता हुआ देखकर रूद्र बेफिक्र हो गया था अगर गलती से भी उन दोनों का अटैक वर्मा परिवार के घर पर लगता है तो रुद्र ने कुछ दिनों पहले जो तीसरे स्तर की फॉर्मेशन बनाई थी वह वर्मा परिवार के घर को बचा लेगी।
यशवंत और राजेश हवा में उड़ रहे थे और एक दूसरे को घूर कर देख रहे थे यशवंत बोला "मैं तुझे बिल्कुल भी नहीं छोडूंगा तूने मेरी सुनहेरी आंख को धोखे से चुराया है और आज उसका बदला मैं तुझे मार कर लूगा।"
यशवंत की बात सुनकर राजेश जोर जोर से हंसने लगता है उसे यशवंत की बात से बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा था वह तो यशवंत को देखकर सीरियस भी नहीं था राजेश ने हंसते हुए जवाब दिया "तू बहुत ज्यादा कमजोर था जिस वजह से तूने अपनी सुनहेरी आंख को गवा दिया और क्या तू मुझे बार-बार मारने की बात कर रहा है, जब तेरे पास सुनहेरी आंख थी उस वक्त तू बहुत ज्यादा ताकतवर था पर अब तू मेरे सामने कुछ भी नहीं, मैं तुझे बड़ी आसानी से मार सकता हूं।"
राजेश की बात सुनकर यशवंत को बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है और वह अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करते हुए अपनी एनर्जी से एक फिनिक्स बना लेता है और उस फिनिक्स को लेकर राजेश के ऊपर हमला करने के लिए चला जाता है यशवंत बोला "तुझे मारने के लिए मेरा गुस्सा ही काफी है।"
राजेश यशवंत से 10 मीटर की दूरी पर खड़ा था और यशवंत धीरे-धीरे राजेश के करीब पहुंच रहा था यशवंत को अपने इतने ज्यादा करीब देखकर भी राजेश के चेहरे पर डर का भाव बिल्कुल भी नहीं था वह शांत खड़ा राजेश को अपनी तरफ आता हुआ देख रहा था।
जैसे ही यशवंत 5 मीटर की दूरी पर रह जाता है राजेश अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करते हुए अपनी एनर्जी से बहुत सारी जंजीर बना लेता है और जंजीर से उस फिनिक्स को बांध लेता है।
हर किसी के पास अलग-अलग मार्शल आर्ट होती है किसी के पास ऐसी मार्शल आर्ट होती है जिसकी मदद से वह चील, फिनिक्स, बाग किसी भी जानवर को बना सकता है और जिसके पास ऐसी मार्शल आर्ट होती है जो फिनिक्स और बाग बना सकती है वे बहुत ज्यादा रेयर होती है क्योंकि उनकी ताकत बाकी मार्शल आर्ट के मुकाबले में बहुत ज्यादा होती है।
वहीं कुछ मार्शल आर्ट ऐसी होती है जिनकी मदद से जंजीर अपनी सुरक्षा करने के लिए ताकतवर शील्ड या लड़ाई करने के लिए कोई हथियार आदि बना सकते हैं और भी मार्शल आर्ट होती है जो प्रकृति के साथ जुड़ी होती है जिनकी मदद से हम बिजली, वायु, जल आदि को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं और लड़ाई में उनका इस्तेमाल अपने दुश्मन के खिलाफ कर सकते हैं,।
यशवंत और राजेश दोनों ही राजसी परिवार के श्रेष्ठ थे और उनके पास अव्वल दर्जे की मार्शल आर्ट थी कोई भी एक दूसरे से कम नहीं था।
यशवंत के फिनिक्स को अपनी कैद में करने के बाद राजेश बोला "क्या तू मुझे इन्हीं छोटे-मोटे तरीके से मारना चाहता है?"
पर यशवंत इसके सवाल का कोई जवाब नहीं देता और राजेश को देखकर हंसने लगता है तभी राजेश की नजर ऊपर जाती है जहां गौतम और ओमवीर हवा में उड़ रहे थे।
उन दोनों को देखकर राजेश सीरियस हो गया था उसने एक पल उन दोनों को देखा और फिर यशवंत से कहा "अच्छा तूने मुझे मारने के लिए इन दोनों से श्रेष्ठ को बुलाया है।"
राजेश की बात सुनकर यशवंत ने गौतम और ओमवीर से कहा "इसको मार डालो।"
पर तभी गौतम ने चिल्लाते हुए यशवंत से तुरंत कहा "यशवंत अपने पीछे देखो।"
राजेश अकेला नहीं आया था वह अपने साथ कुछ साथियों को भी लेकर आया था हालांकि वे लोग राजेश जितने ताकतवर नहीं थे पर वे कुछ देर तक किसी एक श्रेष्ठ को रोक कर रख सकते थे राजेश के सभी साथियों ने काले कपड़े से अपने पूरे शरीर को कवर कर रखा था जिससे कोई भी उन्हें नहीं पहचान पाए।
गौतम की बात सुनकर यशवंत भी तुरंत सतर्क हो गया था और स्पेस रिंग में से अपनी तलवार को बाहर निकाल लिया था यशवंत ने उस तलवार के अंदर अपनी एनर्जी को फलो करते हुए कहा "इन लोगों के लिए मैं अकेला ही काफी हूं आप उस कमीने को मारने पर ध्यान दीजिए।"
राजेश के साथ जो साथी आए थे वह लोग यशवंत के हाथ में उस तलवार को देखकर बहुत ज्यादा हैरान हो गए थे उनमें से एक ने हैरानी में कहा 'इसके पास तो तीसरे स्तर की तलवार है हमें नहीं लगा था इसके पास ऐसा कोई हथियार होगा।"
अधिकतर लोगों के पास पहले या दूसरे स्तर की तलवार होती है और दूसरे स्तर की तलवार भी खरीदने में बहुत ज्यादा स्पिरिचुअल स्टोन लग जाते हैं अगर किसी के पास तीसरे स्तर की तलवार होती है तो उसकी ताकत पहले से कहीं गुना बढ़ जाती है उस तलवार का इस्तेमाल करके वह अपने से ज्यादा ताकतवर लोगों को भी आसानी से मार सकता है इसलिए वे लोग इतने ज्यादा हैरान हो गए थे।"
यशवंत को लड़ते हुए देखकर गौतम, राजेश के ऊपर हमला करने के लिए तेजी से उसकी ओर बढ़ने लगा था और वह कुछ ही सेकेंड के अंदर उसके बहुत ज्यादा करीब पहुंच गया था।
तभी राजेश अपनी सीक्रेट मार्शल आर्ट का इस्तेमाल करता है जिसकी वजह से उसकी एनर्जी उसके आस- पास तेजी से फैलने लगी थी इस वक्त राजेश अपनी डार्क लाल एनर्जी में पूरी तरह कवर हो गया था और गलती से गौतम भी राजेश की एनर्जी में आ गया था।
गौतम तुरंत पीछे आता है पर अब तक देर हो गई थी राजेश की एनर्जी ने गौतम के शरीर को नुकसान पहुंचा दिया था गौतम के कंधे पर एक गांव साफ-साफ दिखने लगा था ओमवीर, गौतम को संभालने के लिए तुरंत उसके पास जाता है और उसे संभालता है जहां गौतम की नजर राजेश पर थी जो इस वक्त बहुत ज्यादा खतरनाक लग रहा था।
इस वक्त राजेश देखने में किसी राक्षस से कम नहीं लग रहा था उसकी लाल रंग की एनर्जी राजेश के चारों तरफ घूम रही थी और उसकी शैतानी हसी उसे देखने में और भी ज्यादा खतरनाक बना रही थी राजेश ने गौतम और ओमवीर को देखते हुए कहा "तुम सभी की योजना बहुत ज्यादा खतरनाक थी पर मैं भी पूरी तैयारी करके आया हूं इस वक्त में तुम सभी से बहुत ज्यादा ताकतवर हूं।"
ओमवीर ने धीमी आवाज में गौतम से कहा "यह जरूर किसी और चीज का इस्तेमाल कर रहा है सभी लोग जानते हैं यह इतना ज्यादा ताकतवर नहीं है।"
धीरे-धीरे राजेश की एनर्जी गायब होने लगती है और राजेश के कंधे पर एक चील दिखाई देती है राजेश ने उस चील को सहलाते हुए गौतम और ओमवीर से कहा "तुम दोनों बहुत ज्यादा ताकतवर हो, श्रेष्ठ गौतम और श्रेष्ठ ओमवीर मुझे नहीं लगा था कौशिक परिवार से इतने ताकतवर श्रेष्ठ मुझे मारने के लिए आएगे।"
रुद्र भी एक पेड़ के पीछे छुपकर उन सभी को देख रहा था और उसने राजेश के कंधे पर बैठी हुई चील को पहचान लिया था इस वक्त राजेश के कंधे पर जो चील बैठी हुई थी उसे शैतानी चील कहते थे। उस शैतानी चील की खासियत किसी दूसरे आदमी की एनर्जी अपने अंदर समाहित करके अपने मास्टर को देने की थी जिस वजह से उसके मास्टर की एनर्जी कभी खत्म नहीं होती थी।
अगर किसी दूसरे आदमी की एनर्जी खत्म हो गई तो वह अपनी मार्शल आर्ट का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा क्योंकि मार्शल आर्ट इस्तेमाल करने के लिए एनर्जी की जरूरत पड़ती है और अगर किसी आदमी की एनर्जी खत्म हो गई तो वह अपने दुश्मन पर हमला नहीं कर पाएगा।
और इस वक्त राजेश को उस चील की खासियत बहुत ज्यादा काम आने वाली थी वह अपनी चील की मदद से उनकी एनर्जी को अपने शरीर के अंदर ले सकता था जिसकी वजह से गौतम और ओमवीर बहुत ज्यादा कमजोर हो जाएंगे और उन्हें अपने शरीर के अंदर दोबारा से एनर्जी बढ़ाने के लिए वक्त लगेगा और तब तक राजेश उन दोनों को मार डालेगा।
अगर किसी मार्शल आर्टिस्ट के शरीर से उसकी एनर्जी खत्म हो जाती है तो वह कुछ घंटे ध्यान लगाकर वातावरण में मौजूद एनर्जी को अपने शरीर में दोबारा से स्टोर कर सकता था किसी मार्शल आर्टिस्ट के लिए उसकी एनर्जी बैटरी का काम करती है और जब बैटरी खत्म हो जाती है उसे रिस्टोर करने के लिए मार्शल आर्टिस्ट को कुछ घंटे ध्यान लगाना पड़ता है और जब बैटरी फुल हो जाती है वे दोबारा से अपने दुश्मनों के साथ लड़ सकते हैं।
उस चील को देखकर रुद्र के चेहरे पर शैतानी हंसी आ जाती है रूद्र ने उस चील को लालच भरी नजरों से देखते हुए अपने आप से कहा "मुझे यह चील चाहिए, इस बुड्ढे को इस शैतानी चील की सभी खासियत के बारे में नहीं पता, इस चील की सभी खासियत को मेरे जैसा सम्राट ही इस्तेमाल कर सकता है।"
तभी रुद्र की नजर उस चील की आंख पर जाती है जिसे देखकर वह बहुत ज्यादा हैरान हो जाता है।
अब आगे क्या होगा, क्या गौतम और ओमवीर राजेश को मार पाएंगे? और रुद्र ने उस शैतानी चील की आंखों में ऐसा क्या देख लिया था जिस वजह से वह बहुत ज्यादा हैरान हो गया था? जानने के लिए पढ़ते रहिए ।
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