Ch 32 - तीनों परिवार की मार्शल आर्ट
जैसे ही अवनी को अंदाजा लगता है की रूद्र ने उस चारे के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए बचाए है वह बहुत ज्यादा हैरान हो जाती है। अवनी के शरीर में कप कपी सी दौड़ जाती है जाहिर सी बात थी उसे डर लग रहा था मरने से किसे ड़र नहीं लगता है और अवनी की हालत भी कुछ ऐसी ही थी।
अवनी रूद्र को ध्यान से देखने लगती है जो मास्टर राजेश के सामने सीना तानकर खड़ा था रूद्र ने काले रंग के कपड़े पहन रखे थे और उसके हाथों पर रक्षा कवच लगा हुआ था जब हवा चल रही थी रुद्र के लंबे बाल हवा में उड़ रहे थे और उसके हाथ में मास्टर महेश का खंजर था।
रूद्र को देखते हुए अवनी को वे पल याद आते हैं जब रूद्र ने उसे और उसके पिता को बचाया था अवनी ने अपने दिल को मजबूत करते हुए अपने आप से कहा "क्या हुआ अगर ये मेरी बली देना चाहता है मैं भी मरने के लिए तैयार हूं अगर रूद्र नहीं होता मैं उसी दिन विवेक के हाथों मारी जाती और आज मैं यहां पर भी यही सोच कर आई थी अगर मेरी जान भी चली गई तो मुझे कोई पछतावा नही होगा।"
इतना सोचने के बाद अवनी हिम्मत जुटाने में कामयाब हो गई थी और उसने पूरा मन बना लिया था कि अगर आज उसे मरना भी पड़े तो वह रुद्र की मदद करके मरेगी।"
तभी रूद्र ने अवनी से कहा "अवनी अभी।"
जैसे ही अवनी रुद्र की बात सुनती है वह तेजी से मास्टर राजेश की ओर जाने लगी थी मास्टर राजेश भी उन दोनों को पहला हमला करते हुए देखकर हैरान थे उन्हें नहीं लगा था कि वे दोनों मेरा सामना करने के लिए तैयार हो जाएंगे।
मास्टर राजेश ने अपने आप से कहा "मुझे तो लगा था ये दोनों इस जगह से बचकर भागने की कोशिश करेंगे पर ये मेरा सामना करने के लिए तैयार हो गए। इस जगह पर वह खंजर ही मुझे नुकसान पहुंचा सकता है ये दोनों तो मेरे सामने कीड़े के समान है।"
कुछ ही पल के अंदर अवनी मास्टर राजेश के करीब थी तभी रूद्र बिजली की रफ्तार से मास्टर राजेश के सामने आ जाता है रुद्र के हाथ में वह खंजर नहीं था रूद्र खाली हाथ मास्टर राजेश पर हमला करने के लिए आया था मास्टर राजेश भी अपने सामने रूद्र को देखकर हैरान थे रुद्र का एक हाथ पीछे था रुद्र का हमला मास्टर राजेश के सीने पर लगने ही वाला था।
तभी मास्टर राजेश के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है और वे अपना एक कदम पीछे लेते हुए रुद्र के हाथ को पकड़ लेते हैं मास्टर राजेश ने कहा "क्या तू मुझे इन बच्चों वाले तरीके से मारना चाहता है तूने क्या सोचा था मुझे नहीं पता चलेगा हमला ये लड़की नहीं बल्कि तू करेगा।'
रुद्र के चेहरे पर हैरानी और घबराहट के भाव थे उसे देखकर कोई भी बता सकता था कि वह मास्टर राजेश के जाल में फंस चुका है तभी रूद्र ने हल्की स्माइल करते हुए कहा "बुड्ढे तू मेरे जाल में फंस चुका है।"
जहां पहले रुद्र के चेहरे पर घबराहट के भाव थे अचानक से रुद्र के चेहरे पर शैतानी हंसी आ गई थी मास्टर राजेश भी रुद्र के चेहरे पर शैतानी हसी देखकर हैरान थे उन्हें भी रुद्र से थोड़ा-थोड़ा डर लग रहा था। आज से पहले मास्टर राजेश ने ऐसा लड़का नहीं देखा था जिसके सामने मौत हो और वह मुस्कुरा रहा हो।
मास्टर राजेश, रूद्र को मुस्कुराता हुआ देखकर उसके ऊपर हमला कर देते हैं मास्टर राजेश जल्द से जल्द रूद्र को मारना चाहते थे क्योंकि उन्हें अपने ऊपर एक अजीब सा दबाव महसूस हो रहा था जो उन्होंने आज से पहले कभी महसूस नहीं किया था जैसे ही मास्टर राजेश का हाथ रुद्र के करीब पहुंचता है रुद्र अपने इविल सोल को हाथ के जरिए मास्टर राजेश के अंदर भेज देता है।
जैसे ही रुद्र का इविल सोल मास्टर राजेश के अंदर जाता है मास्टर राजेश अपनी जगह पर जम जाते हैं सब कुछ बहुत जल्दी हुआ था मास्टर राजेश ने रुद्र का एक हाथ पकड़ रखा था और वह अपने दूसरे हाथ से रूद्र को मारने ही वाले थे तभी वह अपनी जगह पर जम जाते हैं।
मास्टर राजेश को भी समझने में ज्यादा वक्त नहीं लगा था कि रूद्र ने अपनी किसी मार्शल आर्ट का मेरे ऊपर इस्तेमाल किया है पर उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि ये कैसी मार्शल आर्ट है जो किसी इंसान को उसकी जगह पर स्थिर कर देती है।
तभी मास्टर राजेश को वही एहसास होता है जो उन्हें कौशिक परिवार के तीनों मास्टर के साथ लड़ते वक्त हुआ था मास्टर राजेश ने गुस्से में रुद्र से कहा "इसका मतलब तू वही है जिसने मेरे ऊपर छुपकर हमला किया था। मैं तुझे नहीं छोडूंगा तेरी वजह से मेरा एक हाथ चला गया तुझे क्या लगता है तू अपनी मार्शल आर्ट के जरिए मुझे ज्यादा देर तक रोक पाएगा बस कुछ पल के अंदर तेरी मार्शल आर्ट का असर खत्म हो जाएगा।" रुद्र भी ये बात बहुत अच्छे से जानता था कि मास्टर राजेश बिल्कुल सही कह रहे है रुद्र अपने इविल सोल के जरिए मास्टर राजेश को 10 सेकंड से ज्यादा नहीं रोक सकता था रुद्र दूसरे सितारे के पांचवें स्तर पर था और वही मास्टर राजेश चौथ सितारे पर थे मास्टर राजेश रुद्र से काफी ज्यादा ताकतवर थे।
रुद्र, मास्टर राजेश को इविल सोल के जरिए 10 सेकंड भी इसलिए रोक पा रहा था क्योंकि मास्टर राजेश घायल थे वरना अगर मास्टर राजेश के पास उनकी पूरी ताकत होती, रुद्र का इविल सोलर मास्टर राजेश के अंदर जाते ही उसी वक्त मारा जाता और रुद्र की जान भी उसके इविल सोल के साथ जुड़ी हुई थी अगर रुद्र के इविल सोल को कुछ होता है तो रुद्र भी उसी वक्त मारा जाएगा।
3 सेकंड. 4 सेकंड. मास्टर राजेश ने हल्की मुस्कुराहट
के साथ कहा "बस कुछ पल और"
5 सेकंड 6 सेकंड 7 सेकंड. जैसे-जैसे वक्त बीत रहा
था मास्टर राजेश की मुस्कुराहट बढ़ती जा रही थी और रुद्र कुछ नहीं कर पा रहा था क्योंकि मास्टर राजेश ने रुद्र का हाथ पकड़ा हुआ था।
मास्टर राजेश ये बात बहुत अच्छे से जानते थे रुद्र इतने कम समय में कुछ नहीं कर पाएगा रुद्र के पास
इतना कम समय था इतना कम समय के अंदर कोई कुछ सोच भी नही पता है।
8 सेकंड 9 सेकंड. तभी रूद्र ने चिल्लाते हुए कहा "अभी."
तभी रुद्र के पीछे से अवनी आती है जिसने अपने बिजली का हमला पहले से ही तैयार किया हुआ था और इससे पहले मास्टर राजेश कुछ सोच पाते तभी वो मास्टर राजेश के दिल पर हमला कर देती है और अवनी का हाथ मास्टर राजेश के आर पार हो जाता है।
वक्त इतनी जल्दी पलट रहा था मास्टर राजेश भी सोचने पर मजबूर हो गए थे की जीत मेरी हो रही हैं या फिर रुद्र की।
मास्टर राजेश के मुंह से खून की उल्टी होती है और उनकी सीने से खून पानी की तरह बहने लगा था मास्टर राजेश अपने हाथ को सीने पर रखकर बहते हुए खून को रोकने की कोशिश करते हैं पर सब कुछ बेकार था अब मास्टर राजेश के बचने का कोई चांस नहीं था अवनी ने उनके दिल को पूरी तरह फाड़ कर रख दिया था।
मास्टर राजेश लड़खड़ाते हुए नीचे गिर जाते हैं तभी उनके पास रूद्र आता है रुद्र के चेहरे पर हर बार की तरह हल्की मुस्कुराहट थी जो किसी को भी अपने ऊपर दबाव महसूस करने के लिए मजबूर कर देती थी।
चांद की रोशनी रुद्र पर पड़ रही थी और रुद्र का महूँ उसके खून से सना हुआ था क्योंकि अपने इविल सोल को मास्टर राजेश के अंदर ज्यादा देर तक रोकने के चक्कर में रुद्र भी घायल हो गया था इस वक्त रूद्र किसी हेवान से काम नहीं लग रहा था।
रुद्र बोला "बुड्ढे तूने अपनी जिंदगी बहुत जी ली अब तेरे मरने का वक्त आ गया तूने सोचा था मुझे नुकसान वह खंजर ही पहुंचा सकता है मैंने तेरी इसी सोच का फायदा उठाया मैंने उस खंजर का इस्तेमाल नहीं किया ताकि तू हमें बहुत ज्यादा कमजोर समझे फिर मैंने तेरे साथ खेलना शुरू किया जब मैंने अवनी के पीछे से तेरे ऊपर हमला किया तुझे लगा कि मैं तुझे मारने वाला हूं और तूने अपना सारा ध्यान मेरे ऊपर लगा दिया पर तेरे ऊपर हमला करने वाला मैं नहीं बल्कि अवनी थी मेरी शुरू से यही योजना थी और तू मेरे जाल में फंस गया।"
रुद्र की पूरी योजना सुनने के बाद मास्टर राजेश के मुंह से निकला "कमीने तू सच में बहुत ज्यादा क्रूर है पर तूने अभी दुनिया नहीं देखी है तुझे इस दुनिया के अंदर बहुत कमीने इंसान मिलेंगे और तू उन्ही में से किसी एक के हाथों मरेगा।" और इन्हीं शब्दों के साथ मास्टर राजेश की मौत उसी जगह पर हो जाती है
रुद्र भी अपने से ज्यादा ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट के शरीर पर अपने इविल सोल को इस्तेमाल करने की वजह से बहुत ज्यादा थक गया था रुद्र एक पेड़ के सहारे नीचे बैठ जाता है और अपने आप से कहता है "मैं एक शैतानी मार्शल आर्टिस्ट हूं हम अपने दुश्मन को मारने के लिए हर तरीका अपनाते हैं यहां तक कि हम अपनी जान की भी परवाह नहीं करते हैं अगर अवनी मास्टर राजेश के दिल पर ना हमला करके किसी और जगह पर हमला करती तो मास्टर राजेश के साथ मैं भी मारा जाता पर मुझे कुछ नहीं हुआ क्योंकि मेरी योजना बिल्कुल सटीक थी।"
अवनी भी रूद्र को ही देख रही थी उसे एहसास हो गया था कि रूद्र ने उसका इस्तेमाल नहीं किया है अवनी ने रुद्र के पास जाते हुए अपने आप से कहा "मुझे तो लगा था यह मेरी बलि देने वाला है पर इसने तो मास्टर राजेश को मारने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।"
इस वक्त अवनी को थोड़ा बुरा लग रहा था कि उसने रुद्र के बारे में ये सब सोचा, अवनी रुद्र के पास जाकर बैठ जाती है अवनी बोली "मुझे माफ करना तुम्हें मेरी वजह से घायल होना पड़ा।"अवनी की बातें सुनकर रुद्र ने कहा, "इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है, यह बूढ़ा आदमी बहुत शक्तिशाली है, जिसकी वजह से मेरी बुरी आत्मा घायल हो गई और मेरी बुरी आत्मा मुझसे जुड़ी हुई है, जिसकी वजह से मैं भी घायल हो गया।"
रुद्र की सारी बातें सुनकर अवनी सोचने लगी, अवनी ने खुद से कहा, "मैं कितनी गलत थी, मैंने शुरू से ही गलत समझा।"
तभी अवनी के कानों में रुद्र की आवाज़ आई, "अवनी, उस बूढ़े आदमी की स्पेस रिंग ले आओ, उस बूढ़े आदमी की स्पेस रिंग में बहुत सारा खजाना होगा क्योंकि वह 7 राजघरानों में मेहरा परिवार का सबसे अच्छा सदस्य था।"
रुद्र की बातें सुनकर अवनी मास्टर राजेश के शरीर से सारा खजाना निकालना शुरू कर देती है और कुछ ही सेकंड में वह मास्टर राजेश के शरीर से स्पेस रिंग के साथ सारा खजाना भी निकाल देती है।
अवनि ने कुछ ही सेकंड में मास्टर राजेश के हाथों और कंधों के कवच को उनके शरीर से अलग कर दिया था, अवनि ने मास्टर राजेश के कपड़े भी नहीं छोड़े थे, उसने मास्टर राजेश के कपड़े भी उतार दिए थे।उन सभी सामान को लेकर अवनी रुद्र के सामने रख देती है जहां रूद्र ने उन सभी सामान को देखते हुए अपने आप से कहा "ये तो सच में लुटेरों के परिवार से आती है इसने कुछ ही सेकंड के अंदर मास्टर राजेश का पूरा शरीर लूट लिया।"
अवनी रूद्र को वह स्पेस रिंग दे देती है जहां रूद्र उस स्पेस रिंग को लेते ही उसके अंदर खजाने को देखने लगता है रूद्र को उस जगह पर बहुत सारी मार्शल आर्ट और स्पिरिचुअल स्टोन दिखाई देते हैं उस जगह पर बहुत सारे हथियार भी पड़े हुए थे और कुछ दवाइयां भी।"
तभी रुद्र की नजर निचले स्तर की 2 मार्शल आर्ट पर जाती है जो वर्मा परिवार की तरह दिखाई दे रही थी रुद्र उन दोनों मार्शल आर्ट को रख लेता है।
रूद्र को थोड़ा अजीब लग रहा था उसे समझ में नहीं आ रहा था कि मास्टर राजेश इन मार्शल आर्ट के साथ क्या करने वाले हैं मास्टर राजेश ने कुमार परिवार से निचले स्तर की मार्शल आर्ट लेकर मध्य अस्तर की मार्शल आर्ट दी थी और मास्टर राजेश के पास गुप्ता परिवार की भी मार्शल आर्ट थी।
रूद्र ने अपने आप से कहा 'कुछ तो है जो ये मेहरा परिवार करना चाहता है उन्हें अपनी योजना पूरा करने के लिए 12 साल का समय लगा मुझे इस बारे में पता लगाना होगा।"
अब आगे क्या होगा, क्या रुद्रा मेहरा परिवार की योजना के बारे में पता लगा पाएगा? और मेहरा परिवार तीनों परिवार यानी गुप्ता परिवार, वर्मा परिवार और कुमार परिवार की पुश्तैनी मार्शल आर्ट लेकर क्या करना चाहता है? जानने के लिए पढ़ते रहिए l