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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

Vk1989

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यह कहानी रुद्र नाम के एक लड़के के बारे में है जो 18 साल का है और वह एक ऐसी दुनिया में रहता है जहाँ जादू का उपयोग करके खुद को शक्तिशाली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन रुद्र के अपने ही शिष्य ने लालच में आकर धोखे से रुद्र की हत्या कर दी, जब रुद्र की आँखें खुलीं खुद को एक 18 साल के लड़के के शरीर में पाया। अब रुद्र का एकमात्र लक्ष्य खुद को मजबूत बनाना था, चाहे इसके लिए उसे कितना भी कुछ करना पड़े? जानने के लिए पढ़ें |


CH 32 तीनों परिवार की मार्शल आर्ट.

Ch 33 - जख्मी रुद्र.


post please comment.
 
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Vk1989

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Ch 29 - मास्टर महेश की मौत

मास्टर महेश पागलों की तरह हंस रहे थे और उन्हें रुद्र की बिल्कुल भी चिंता नहीं थी इस वक्त मास्टर महेश को देखकर कोई भी नहीं बता सकता था कि उनके मन में क्या चल रहा है। उन्हें देखकर सब यही बोलेंगे की एक पागल आदमी बहुत जोरो से हंस रहा है पर रूद्र अलग था उसे सालों का अनुभव था रूद्र को पता चला गया था की मास्टर महेश हमें बहुत ज्यादा कमजोर समझ रहे हैं जिन्हें वे चुटकी बजाकर मसल सकते हैं।

इस बारे में सोचकर रुद्र के चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट आ गई थी उसने मास्टर जसवीर से कहा "लगता है इसको मरने की कुछ ज्यादा ही जल्दी है।"

रुद्र की इस बात को मास्टर महेश ने भी सुन लिया था और उन्हे लग रहा था की वे मास्टर महेश रूद्र को पागल समझ रहे थे जो अपने सामने इतने ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट को देखकर भूखला गया था।

मास्टर महेश ने कहा "क्या कहा तूने तू मुझे मारेगा मैंने तेरी फॉर्मेशन को पहले ही खत्म कर दिया, और यह बुड्डा

अभी-अभी चौथ सितारे पर पहुंचा है क्या तू सोच रहा है ये बुड्डा मुझे मार डालेग?"

इतना कहने के बाद मास्टर महेश हवा में उड़ने लगा था और उसने अपने खंजर को कसकर पकड़ लिया था। रूद्र को भी समझने में ज्यादा वक्त नहीं लगा था कि मास्टर महेश हमारे ऊपर हमला करने वाले है।

रूद्र ने धीमी आवाज में मास्टर जसवीर से कहा "मास्टर जसवीर मुझे थोड़ा समय चाहिए।"

मास्टर जसवीर रुद्र की बात को समझ गए थे उन्हें समझ में आ गया था की रुद्र अपने हमले को तैयार करने के लिए थोड़ा समय चाहता है पर मास्टर जसवीर को समझ में नहीं आ रहा था कि रूद्र कौन सा हमला करना चाहता है भला एक दूसरे सितारे वाला मार्शल आर्टिस्ट कितना ताकतवर हमला कर सकता है पर इस वक्त मास्टर जसवीर के पास रुद्र की बात मानने के अलावा कोई चारा नहीं था।

मास्टर जसवीर जानते थे अगर वे मास्टर महेश के साथ लड़ेंगे तो उनका मरना तय हैं पर वे किसी भी हालत में रूद्र को बचाना चाहते थे रूद्र ने मास्टर जसवीर की जान बचाकर उनके ऊपर एहसान किया था और वे इस एहसान का बदला उतारना चाहते थे।

इस वक्त मास्टर महेश रुद्र से 10 मीटर की दूरी पर हवा में उड़ रहे थे तभी मास्टर महेश रुद्र को मारने के लिए रुद्र की ओर बढ़ने लगते हैं।

पर तभी मास्टर जसवीर, मास्टर महेश के रास्ते में आ जाते हैं मास्टर जसवीर बोले "पहले तुझे मुझको मारना होगा तभी तू उसके पास पहुंच सकता है।"

"अच्छा ऐसी बात है फिर तू मर, वैसे भी तेरा एक पैर कब्र में है और अब पूरा चला जाएगा।" इतना कहने के बाद मास्टर महेश अपने खंजर से मास्टर जसवीर के ऊपर हमला कर देते हैं।

भले ही मास्टर जसवीर चौथे सितारे पर पहुंच गए थे और मास्टर महेश भी चौथे सितारे पर थे पर मास्टर महेश बहुत पहले ही चौथ सितारे पर पहुंच गए थे और हो ना हो उन्होंने जरूर चौथे सितारे के दूसरे स्तर को बहुत पहले ही पार कर लिया होगा।

मास्टर जसवीर, मास्टर महेश के हमले को दोबारा से अपने दोनों हाथ आगे करके रोकने की कोशिश करते हैं पर इस बार वे बहुत बुरी तरह घायल हो गए थे और सीधे एक पेड़ के साथ टकराते हुए जमीन पर गिर गए थे।

मास्टर महेश के एक ही हमले में मास्टर जसवीर की हालत बहुत बुरी हो गई थी उनके हाथ मास्टर महेश के
खंजर से घायल हो गए थे और उनके जख्म से लगातार खून बह रहा था मास्टर जसवीर की हालत देखकर लग नहीं रहा था कि वे मास्टर महेश का एक और हमला झेल पाएंगे।

मार्शल आर्ट की दुनिया में ऐसा ही होता है हर ताकतवर परिवार अपने से कमजोर परिवार को दबाने की कोशिश करता है ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट के लिए कोई कानून नहीं होता, बल्कि ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट खुद कानून होता हैं उनके मुंह से निकला हर शब्द किसी की जिंदगी बर्बाद भी और किसी की आबाद भी कर सकता है।

किसी भी मार्शल आर्टिस्ट को नहीं पता कि कब उनके ऊपर दुश्मनों का हमला हो जाए जो परिवार कल तक तरक्की कर रहा था वह आज ना हो और ऐसा ही कुछ मिस कनिका के साथ हुआ था एक ही रात में उनके परिवार के सभी लोग मारे गए थे। कनिका और उसके भाई की किस्मत अच्छी थी जो वे उस जगह से जिंदा लौट आए।

अगर आप मार्शल आर्ट की दुनिया में चैन से जीना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ताकतवर बनना होगा जो कभी बड़े परिवार वालों होने नहीं देगे।

मास्टर जसवीर को घायल करने के बाद मास्टर महेश रुद्र की ओर देखते हैं जिसके चारों तरफ एक गोल धारा था और हवा में सुनहरे रंग के मंत्र चमक रहे थे तभी रूद्र अपनी आंखें खोलता है और आसमान की तरफ देखता हुआ चिल्लाकर कहता है "अब मैं तुझे बताऊंगा पांचवें अस्तर की फॉरमेशन कितनी ज्यादा ताकतवर होती है अब तुझे पता लगेगी मेरी फॉर्मेशन की ताकत ।"

रुद्र के इतना कहते ही जमीन के अंदर से दोबारा पांच फिनिक्स बाहर निकलते हैं पर इस बार वे सभी फिनिक्स नीले रंग के औरा से चमक रहे थे और देखने में वे सभी पहले से बहुत ज्यादा ताकतवर लग रहे थे।

रुद्र उन सभी फिनिक्स को मास्टर महेश की ओर भेज देता है जहां देखते ही देखते वे सभी 5 फिनिक्स आपस में मिलने लगते हैं और एक विशालकाय फिनिक्स में बदल जाते हैं वह फिनिक्स किसी ट्रक से भी बड़ा था जिसकी लंबाई 20 फुट के आसपास थी।

उस फिनिक्स को देखकर मास्टर महेश की आंखें चोडी हो गई थी और उनकी हिम्मत अपनी जगह से हिलने की बिल्कुल भी नहीं हो रही थी ऐसे वक्त में किसी को भी कुछ समझ में नहीं आता कि उनके साथ क्या हो रहा है इससे पहले हम कुछ कर पाते हैं तब तक देर हो जाती है और ऐसा ही मास्टर महेश के साथ हुआ था

वह फिनिक्स सीधा मास्टर महेश के साथ टकरा गया था और उनकी उसी वक्त मौत हो गई थी।

उस फिनिक्स का हमला इतना ज्यादा ताकतवर था मास्टर महेश को मारने के बाद भी वह हमला खत्म नहीं हुआ था मास्टर महेश को मारने के बाद रुद्र उस फिनिक्स को आसमान में ले जाता हुआ खत्म कर देता है। उस फिनिक्स के खत्म होने की वजह से आसमान में इतना बड़ा धमाका हुआ था जिसे दूर से भी महसूस किया जा सकता था।

मास्टर गौतम, ओमवीर और यशवंत अभी भी मास्टर राजेश का पीछा कर रहे थे उन तीनों को भी वह धमाका दूर से ही महसूस हुआ था मास्टर गौतम ने उस धमाके को महसूस करके हैरानी ने कहा "लगता है किसी ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट ने हमला किया है।"

तभी मास्टर ओमवीर चिंता और घबराहट में बोले "ये हमला तो कौशिक परिवार मैं हुआ है हमें जल्दी उस जगह पर जाना होगा इससे पहले वह आदमी हमारे पूरे परिवार को बर्बाद कर दे।"

जैसे ही उन तीनों को इस बात का एहसास होता है वे तेजी से अपने कौशिक परिवार की ओर जाने लगते हैं उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था कि मास्टर राजेश उनकी पकड़ से भाग जाएगा या फिर नहीं अगर उनका परिवार ही नहीं रहेगा तो वे मास्टर राजेश को पकड़ कर क्या करेंगे भले ही वह उनके परिवार की ब्रांच थी पर उन्हें उसे भी बचाना बहुत ज्यादा जरूरी था।

कौशिक परिवार लौटस सिटी में नहीं रहता था लौटस सिटी में कौशिक परिवार की एक ब्रांच थी जिस जगह का यशवंत मुखिया था उसके परिवार में उसका पद श्रेष्ठ का था यशवंत भी अपने परिवार के ताकतवर श्रेष्ठ में से एक आता था पर जब से उसकी सुनहेरी आंख गई थी वह थोड़ा कमजोर हो गया था जिस वजह से अब वह अपने परिवार का इतना ताकतवर श्रेष्ठ नहीं रहा था।

वे तीनों मास्टर जब तक उनके परिवार लौटस सिटी में खड़ा रहेगा उनकी पूरी पकड़ लौटस सिटी पर रहेगी पर अगर एक बार उनकी ब्रांच खत्म हो गई तो लौटस सिटी पर कौशिक परिवार की पकड़ कमजोर हो जाएगी और कौशिक परिवार के दुश्मन मेहरा परिवार इसी बात का फायदा उठाकर कौशिक परिवार का नामोनिशान लौटस सिटी से खत्म कर देंगे।

मास्टर राजेश कौशिक परिवार से बहुत दूर आ गए थे जबकि उनके दोनों साथी अभी भी पीछे थे और उन्हें भी कौशिक परिवार के अंदर वह धमाका महसूस हुआ था उनमें से एक साथी ने कहा "क्या हमें वापस जाकर कौशिक परिवार में देखना चाहिए क्या पता यह सब मास्टर राजेश ने किया हो।"

आपने साथी की बात सुनकर मास्टर राजेश के दूसरे साथी ने कहा 'अरे बेवकूफ क्या तुझे मरना है मास्टर राजेश कभी भी इतना ज्यादा ताकतवर हमला नहीं कर सकते जरूर उस जगह पर कोई और ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट मौजूद होगा। मैं उस जगह पर जाकर मरना नहीं चाहता हूं चलो यहां से चलते हैं।"

इतना सोचने के बाद वे दोनों उस जगह से चले जाते हैं।

अब आगे क्या होगा जब गौतम, ओमवीर और यशवंत को पता चलेगा कि इस धमाके को करने वाला और कोई नहीं बल्कि रूद्र था तो उनका क्या रिएक्शन रहेगा?

जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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Manojsharma

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Nice bhai bahut badiya
 

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Ch 30 - धोका

इधर कौशिक परिवार के अंदर मास्टर जसवीर अपनी जगह पर जम गए थे उनके पैर काप पर रहे थे और उन्होंने एक पल के लिए भी अपनी आंखो को नहीं झपकाया था।

इस वक्त मास्टर जसवीर वह धमाका देखकर अपने दर्द को बिल्कुल भूल गए थे उन्हें अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था और विश्वास भी कैसे होता रूद्र ने दूसरे सितारे पर होकर चौथ सितारे वाले मास्टर महेश को मार था।

मास्टर जसवीर ने अपने आप से कहा "क्या इसने सच में अपने एक ही वार में मेहरा परिवार के श्रेष्ठ को मार दिया, रुद्र का हमला इतना ज्यादा तेज था उस श्रेष्ठ की तो हड्डी भी नहीं बची।"

मास्टर जसवीर को अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था उन्हें ना चाहते हुए भी इस बात पर विश्वास करना पड़ रहा था कि रुद्रा ने मास्टर महेश को मार डाला, मास्टर जसवीर तो ये सोच रहे थे कि मैं कुछ

देर मास्टर महेश को रोक कर रहूंगा और जब तक कौशिक परिवार के तीनों श्रेष्ठ आ जाएंगे फिर वे सारा मामला खुद संभाल लेंगे।

मास्टर जसवीर की नजर रूद्र पर जाती है जोकि ना के बराबर घायल था रुद्र के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट थी जो उसे बहुत ज्यादा खतरनाक बना रही थी रूद्र को देखकर मास्टर जसवीर के मुंह से एकाएक निकला " ये किसी शैतान से कम नहीं है।"

मास्टर जसवीर रुद्र के पास जाते हैं जो जमीन पर पड़े हुए स्पिरिचुअल स्टोन को उठा रहा था अधिकतर स्पिरिचुअल स्टोन की एनर्जी फॉर्मेशन ने खींच ली थी जिस वजह से वे स्टोन धूल बनकर उड़ गए थे।

बचे हुए स्पिरिचुअल स्टोन को अपनी स्पेस रिंग में रखने के बाद रूद्र ने मास्टर जसवीर से पूछा "क्या आप ठीक हो?"

जिस पर मास्टर जसवीर ने कहा "हां मैं ठीक हूं आगे बताओ मुझे क्या करना है?"

रुद्र बोला "मुझे इस जगह से जाना होगा अवनी, विवेक के पीछे गई है मैं उसे लेकर आता हूं तब तक आप वर्मा परिवार की रक्षा कीजिए।"

"तुम चिंता मत करो मेरे होते हुए वर्मा परिवार को कुछ नहीं होगा चाहे उसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों ना गंवानी पड़े।"

मास्टर जसवीर की बात सुनकर रुद्र मुड़ता है और मास्टर महेश के खंजर की ओर जाने लगता है जो जमीन के अंदर दशा हुआ था रूद्र ने उस खंजर के पास जाते हुए अपने आप से कहा "मुझे वर्मा परिवार की चिंता नहीं करनी चाहिए तीनों मास्टर भी जल्दी ही इस जगह पर आते होंगे और जब तक मास्टर जसवीर भी इसी जगह पर है।"

इतना सोचते हुए रूद्र उस खंजर के पास पहुंच जाता है और उसे उठाकर देखने लगता है वह खंजर ज्यादा बड़ा नहीं था बस तलवार से थोड़ा ही छोटा था उस खंजर की धार बहुत ज्यादा थी और वह हल्के नीले रंग से चमक रहा था।

रूद्र ने उस खंजर को अपनी स्पेस रिंग में रखने के बाद कहा "चलो अपनी रक्षा करने के लिए मैं इस खंजर को रख लेता हूं यह आगे चलकर मेरे बहुत ज्यादा काम आएगा।"

इतना कहने के बाद रुद्र उस जगह से कूदता हुआ जंगल की ओर जाने लगता है।

जब कोई मार्शल आर्टिस्ट तीसरे सितारे के चौथे स्तर को पार कर लेता है वह अपनी एनर्जी का इस्तेमाल करते हुए आसमान में उड़ाना शुरू कर देता है पर इसमें उस मार्शल आर्टिस्ट की एनर्जी बहुत ज्यादा खर्च होती है जिस वजह से वह ज्यादा देर तक आसमान में नहीं उड़ पाता है पर जैसे-जैसे उस मार्शल आर्टिस्ट की ताकत बढ़ती है उसकी एनर्जी ना मात्र खर्च होने लगती है और फिर एक ऐसा वक्त आता है जब वह कई दिन तक लगातार आसमान में उड़ सकता है।

इधर विवेक भागता हुआ जंगल के बहुत ज्यादा अंदर आ गया था उसने एक जगह पर रुकने के बाद रूद्र को कोसते हुए कहा "यह सब कुछ उस कमीने की वजह से हुआ है। मेरी योजना कामयाब होने ही वाली थी तभी यह आकर टपक पड़ा उस कमिने की वजह से मेरी पूरी 12 साल की मेहनत खराब हो गई मैं वर्मा परिवार से पहले ही वह मार्शल आर्ट ले चुका होता पर उस वक्त भी इसने अपनी टांग अड़ा कर वर्मा परिवार को बचा लिया और आज फिर इसने मेरी पूरी योजना पर पानी फेर दिया।"

इस वक्त विवेक को रूद्र पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था अगर रूद्र उसके सामने होता वह बिना कुछ सोचे समझे रूद्र को मार डालता।

अभी विवेक रूद्र को ही कोस रहा था तभी उसके सामने अवनी आ जाती है अवनी गुप्ता परिवार से थी
जहां उसे बचपन से ही लुटेरों की हर तकनीक के बारे में सिखाया गया है जंगल में उसके लिए किसी को ढूंढ पाना इतना ज्यादा मुश्किल नहीं था।

अवनी ने काले रंग के टाइट कपड़े पहन रखे थे जिससे उसका पूरा शरीर ढका हुआ था अवनी के लिए ऐसे कपड़े पहनने जरूरी थे ऐसे कपड़ों में अवनी की स्पीड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। उसे ऐसे कपड़े पहन कर किसी जगह पर छुपने में या फिर किसी के हमले से बचने में मदद मिलती है।

अवनी दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर थी पर आज उसके चेहरे पर गुस्सा अलग ही देखा जा सकता था अवनी ने विवेक पर चिल्लाते हुए कहा "आज मैं अपने पिता का नाम साफ करने के लिए आई है तुम्हारी वजह से मेरे पिता की बहुत ज्यादा बदनामी हुई है सभी लोग उन्हें वर्मा परिवार का कातिल समझ रहे हैं पर असली कातिल तो तुम हो। तुमने सभी लुटेरो को अपनी तरफ करके वर्मा परिवार पर हमला किया, इसमें मेरे पिता की कोई गलती नहीं थी और आज मैं तुम्हें मार कर ये बात साबित कर दूंगी।"

अवनी को देखकर सबसे पहले विवेक इधर-उधर देखने लगता है और जब उसे पूरा यकीन हो जाता है की आस पास रूद्र नहीं है त उसके चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है। विवेक ने शांत पर तिरस्कार भरी

आवाज में कहा "मेरी प्यारी अवनी तुम यहां पर क्या करने के लिए आई हो क्या तुम मुझे मारना चाहती हो?"

विवेक को इतने ज्यादा प्यार के साथ बात करते हुए देखकर एक पल के लिए अवनी हैरान हो गई थी पर उसने अगले ही पल अपने आप को संभाल लिया था क्योंकि उसे पता था की विवेक कितना ज्यादा चालाक है।

अवनी बोली "तुम गद्दार हो तुमने अपने परिवार को धोखा दिया है।"

इससे पहले अवनी आगे कुछ बोल पाती तभी विवेक ने अवनी की बात को काटते हुए कहा "अवनी तुम कितनी भोली हो मैं गद्दार कैसे हो सकता हूं मैं हमेशा से तुम्हारे परिवार का हिस्सा नहीं था बल्कि में डार्क फील्ड का स्टूडेंट था और तुम्हें पता है डार्क फील्ड मेहरा परिवार के अंदर आती है मैं जासूस बनकर तुम्हारे परिवार में आया था फिर मैं गद्दार कैसे हो सकता हूं।"

इतना कहने के बाद विवेक ने अवनी को घूरते हुए आगे कहा "और तू मुझे नहीं मार सकती क्योंकि मैं तुझसे बहुत ज्यादा ताकतवर हूं।"

अवनी बोली "हां मैं जानती हूं तुम मुझसे बहुत ज्यादा ताकतवर हो मुझे यह भी पता है मैं तुम्हें कभी नहीं मार पाऊंगी पर आज मैं तुम्हें इतना ज्यादा घायल कर दूंगी

तुम चलने लायक भी नहीं बचोगे तुमने हमारे साथ बहुत गलत किया, मेरे पिता ने तुम्हारा बहुत अच्छे से ध्यान रखा, और तुमने उनका एहसान इस तरह उतारा।"

इतना कहने के बाद अवनी शांत हो जाती है और उदास मन के साथ विवेक से कहती है "विवेक हमारी शादी होने वाली थी क्या तुमने मुझे कभी प्यार नही किया?"

अवनी की बात सुनकर विवेक जोर-जोर से हंसने लगता है उसने अवनी को तिरस्कार भरी नजरों से देखते हुए कहा "क्या कहा तूने मैं तुझसे प्यार करूंगा तू सिर्फ दिखाने में सुंदर है तेरे अंदर और कोई खूबी नहीं है तेरी औकात मेरे आगे कुछ भी नहीं, अगर मुझे किसी के साथ शादी करनी है मैं 7 राजसी परिवार में से किसी और लड़की के साथ शादी करुगा पर तेरे साथ में कभी शादी नहीं करूंगा।"

राजसी परिवार के श्रेष्ठ हर साल अपने बहुत सारे स्टूडेंट बनाते हैं और राजसी परिवार के श्रेष्ठ का स्टूडेंट बनने के बाद वह श्रेष्ठ अपने सभी स्टूडेंट की रक्षा खुद करता है और उन्हें ताकतवर बनाने में भी उनकी मदद करता है विवेक उन्ही स्टूडेंट की बात कर रहा था।

विवेक की हर बात अवनी के दिल में सुई की तरह चुब रही थी उसे नहीं लगा था कि विवेक उसका सिर्फ


इस्तेमाल कर रहा है उसने कभी उससे प्यार नहीं किया था जब अवनी को पता चला था की विवेक गद्दार है

उसके मन में एक बार भी यह सवाल नहीं आया था की विवेक मुझसे प्यार नहीं करता अवनी तो यहां पर विवेक को पड़कर वापस ले जाने के लिए आई थी ताकी वह सभी के सामने विवेक से माफी मंगवा सके।

अवनी की आंखें नम हो चुकी थी और वह अपने आंसू रोकने की कोशिश कर रही थी पर वह अपने आप को रोक नहीं पाई इस वक्त अवनी को अपने आप पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था उसने विवेक से प्यार क्यों किया पर अब वह कुछ नहीं कर सकती थी।

अब आगे क्या होगा, विवेक से धोखा खाने के बाद अवनी क्या करेगी? विवेक अवनी से ज्यादा ताकतवर है क्या वह अवनी को अपने रास्ते से हटकर भाग जाएगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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Ch 30 - धोका

इधर कौशिक परिवार के अंदर मास्टर जसवीर अपनी जगह पर जम गए थे उनके पैर काप पर रहे थे और उन्होंने एक पल के लिए भी अपनी आंखो को नहीं झपकाया था।

इस वक्त मास्टर जसवीर वह धमाका देखकर अपने दर्द को बिल्कुल भूल गए थे उन्हें अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था और विश्वास भी कैसे होता रूद्र ने दूसरे सितारे पर होकर चौथ सितारे वाले मास्टर महेश को मार था।

मास्टर जसवीर ने अपने आप से कहा "क्या इसने सच में अपने एक ही वार में मेहरा परिवार के श्रेष्ठ को मार दिया, रुद्र का हमला इतना ज्यादा तेज था उस श्रेष्ठ की तो हड्डी भी नहीं बची।"

मास्टर जसवीर को अपनी आंखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था उन्हें ना चाहते हुए भी इस बात पर विश्वास करना पड़ रहा था कि रुद्रा ने मास्टर महेश को मार डाला, मास्टर जसवीर तो ये सोच रहे थे कि मैं कुछ

देर मास्टर महेश को रोक कर रहूंगा और जब तक कौशिक परिवार के तीनों श्रेष्ठ आ जाएंगे फिर वे सारा मामला खुद संभाल लेंगे।

मास्टर जसवीर की नजर रूद्र पर जाती है जोकि ना के बराबर घायल था रुद्र के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट थी जो उसे बहुत ज्यादा खतरनाक बना रही थी रूद्र को देखकर मास्टर जसवीर के मुंह से एकाएक निकला " ये किसी शैतान से कम नहीं है।"

मास्टर जसवीर रुद्र के पास जाते हैं जो जमीन पर पड़े हुए स्पिरिचुअल स्टोन को उठा रहा था अधिकतर स्पिरिचुअल स्टोन की एनर्जी फॉर्मेशन ने खींच ली थी जिस वजह से वे स्टोन धूल बनकर उड़ गए थे।

बचे हुए स्पिरिचुअल स्टोन को अपनी स्पेस रिंग में रखने के बाद रूद्र ने मास्टर जसवीर से पूछा "क्या आप ठीक हो?"

जिस पर मास्टर जसवीर ने कहा "हां मैं ठीक हूं आगे बताओ मुझे क्या करना है?"

रुद्र बोला "मुझे इस जगह से जाना होगा अवनी, विवेक के पीछे गई है मैं उसे लेकर आता हूं तब तक आप वर्मा परिवार की रक्षा कीजिए।"

"तुम चिंता मत करो मेरे होते हुए वर्मा परिवार को कुछ नहीं होगा चाहे उसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों ना गंवानी पड़े।"

मास्टर जसवीर की बात सुनकर रुद्र मुड़ता है और मास्टर महेश के खंजर की ओर जाने लगता है जो जमीन के अंदर दशा हुआ था रूद्र ने उस खंजर के पास जाते हुए अपने आप से कहा "मुझे वर्मा परिवार की चिंता नहीं करनी चाहिए तीनों मास्टर भी जल्दी ही इस जगह पर आते होंगे और जब तक मास्टर जसवीर भी इसी जगह पर है।"

इतना सोचते हुए रूद्र उस खंजर के पास पहुंच जाता है और उसे उठाकर देखने लगता है वह खंजर ज्यादा बड़ा नहीं था बस तलवार से थोड़ा ही छोटा था उस खंजर की धार बहुत ज्यादा थी और वह हल्के नीले रंग से चमक रहा था।

रूद्र ने उस खंजर को अपनी स्पेस रिंग में रखने के बाद कहा "चलो अपनी रक्षा करने के लिए मैं इस खंजर को रख लेता हूं यह आगे चलकर मेरे बहुत ज्यादा काम आएगा।"

इतना कहने के बाद रुद्र उस जगह से कूदता हुआ जंगल की ओर जाने लगता है।

जब कोई मार्शल आर्टिस्ट तीसरे सितारे के चौथे स्तर को पार कर लेता है वह अपनी एनर्जी का इस्तेमाल करते हुए आसमान में उड़ाना शुरू कर देता है पर इसमें उस मार्शल आर्टिस्ट की एनर्जी बहुत ज्यादा खर्च होती है जिस वजह से वह ज्यादा देर तक आसमान में नहीं उड़ पाता है पर जैसे-जैसे उस मार्शल आर्टिस्ट की ताकत बढ़ती है उसकी एनर्जी ना मात्र खर्च होने लगती है और फिर एक ऐसा वक्त आता है जब वह कई दिन तक लगातार आसमान में उड़ सकता है।

इधर विवेक भागता हुआ जंगल के बहुत ज्यादा अंदर आ गया था उसने एक जगह पर रुकने के बाद रूद्र को कोसते हुए कहा "यह सब कुछ उस कमीने की वजह से हुआ है। मेरी योजना कामयाब होने ही वाली थी तभी यह आकर टपक पड़ा उस कमिने की वजह से मेरी पूरी 12 साल की मेहनत खराब हो गई मैं वर्मा परिवार से पहले ही वह मार्शल आर्ट ले चुका होता पर उस वक्त भी इसने अपनी टांग अड़ा कर वर्मा परिवार को बचा लिया और आज फिर इसने मेरी पूरी योजना पर पानी फेर दिया।"

इस वक्त विवेक को रूद्र पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था अगर रूद्र उसके सामने होता वह बिना कुछ सोचे समझे रूद्र को मार डालता।

अभी विवेक रूद्र को ही कोस रहा था तभी उसके सामने अवनी आ जाती है अवनी गुप्ता परिवार से थी
जहां उसे बचपन से ही लुटेरों की हर तकनीक के बारे में सिखाया गया है जंगल में उसके लिए किसी को ढूंढ पाना इतना ज्यादा मुश्किल नहीं था।

अवनी ने काले रंग के टाइट कपड़े पहन रखे थे जिससे उसका पूरा शरीर ढका हुआ था अवनी के लिए ऐसे कपड़े पहनने जरूरी थे ऐसे कपड़ों में अवनी की स्पीड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। उसे ऐसे कपड़े पहन कर किसी जगह पर छुपने में या फिर किसी के हमले से बचने में मदद मिलती है।

अवनी दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर थी पर आज उसके चेहरे पर गुस्सा अलग ही देखा जा सकता था अवनी ने विवेक पर चिल्लाते हुए कहा "आज मैं अपने पिता का नाम साफ करने के लिए आई है तुम्हारी वजह से मेरे पिता की बहुत ज्यादा बदनामी हुई है सभी लोग उन्हें वर्मा परिवार का कातिल समझ रहे हैं पर असली कातिल तो तुम हो। तुमने सभी लुटेरो को अपनी तरफ करके वर्मा परिवार पर हमला किया, इसमें मेरे पिता की कोई गलती नहीं थी और आज मैं तुम्हें मार कर ये बात साबित कर दूंगी।"

अवनी को देखकर सबसे पहले विवेक इधर-उधर देखने लगता है और जब उसे पूरा यकीन हो जाता है की आस पास रूद्र नहीं है त उसके चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है। विवेक ने शांत पर तिरस्कार भरी

आवाज में कहा "मेरी प्यारी अवनी तुम यहां पर क्या करने के लिए आई हो क्या तुम मुझे मारना चाहती हो?"

विवेक को इतने ज्यादा प्यार के साथ बात करते हुए देखकर एक पल के लिए अवनी हैरान हो गई थी पर उसने अगले ही पल अपने आप को संभाल लिया था क्योंकि उसे पता था की विवेक कितना ज्यादा चालाक है।

अवनी बोली "तुम गद्दार हो तुमने अपने परिवार को धोखा दिया है।"

इससे पहले अवनी आगे कुछ बोल पाती तभी विवेक ने अवनी की बात को काटते हुए कहा "अवनी तुम कितनी भोली हो मैं गद्दार कैसे हो सकता हूं मैं हमेशा से तुम्हारे परिवार का हिस्सा नहीं था बल्कि में डार्क फील्ड का स्टूडेंट था और तुम्हें पता है डार्क फील्ड मेहरा परिवार के अंदर आती है मैं जासूस बनकर तुम्हारे परिवार में आया था फिर मैं गद्दार कैसे हो सकता हूं।"

इतना कहने के बाद विवेक ने अवनी को घूरते हुए आगे कहा "और तू मुझे नहीं मार सकती क्योंकि मैं तुझसे बहुत ज्यादा ताकतवर हूं।"

अवनी बोली "हां मैं जानती हूं तुम मुझसे बहुत ज्यादा ताकतवर हो मुझे यह भी पता है मैं तुम्हें कभी नहीं मार पाऊंगी पर आज मैं तुम्हें इतना ज्यादा घायल कर दूंगी

तुम चलने लायक भी नहीं बचोगे तुमने हमारे साथ बहुत गलत किया, मेरे पिता ने तुम्हारा बहुत अच्छे से ध्यान रखा, और तुमने उनका एहसान इस तरह उतारा।"

इतना कहने के बाद अवनी शांत हो जाती है और उदास मन के साथ विवेक से कहती है "विवेक हमारी शादी होने वाली थी क्या तुमने मुझे कभी प्यार नही किया?"

अवनी की बात सुनकर विवेक जोर-जोर से हंसने लगता है उसने अवनी को तिरस्कार भरी नजरों से देखते हुए कहा "क्या कहा तूने मैं तुझसे प्यार करूंगा तू सिर्फ दिखाने में सुंदर है तेरे अंदर और कोई खूबी नहीं है तेरी औकात मेरे आगे कुछ भी नहीं, अगर मुझे किसी के साथ शादी करनी है मैं 7 राजसी परिवार में से किसी और लड़की के साथ शादी करुगा पर तेरे साथ में कभी शादी नहीं करूंगा।"

राजसी परिवार के श्रेष्ठ हर साल अपने बहुत सारे स्टूडेंट बनाते हैं और राजसी परिवार के श्रेष्ठ का स्टूडेंट बनने के बाद वह श्रेष्ठ अपने सभी स्टूडेंट की रक्षा खुद करता है और उन्हें ताकतवर बनाने में भी उनकी मदद करता है विवेक उन्ही स्टूडेंट की बात कर रहा था।

विवेक की हर बात अवनी के दिल में सुई की तरह चुब रही थी उसे नहीं लगा था कि विवेक उसका सिर्फ


इस्तेमाल कर रहा है उसने कभी उससे प्यार नहीं किया था जब अवनी को पता चला था की विवेक गद्दार है

उसके मन में एक बार भी यह सवाल नहीं आया था की विवेक मुझसे प्यार नहीं करता अवनी तो यहां पर विवेक को पड़कर वापस ले जाने के लिए आई थी ताकी वह सभी के सामने विवेक से माफी मंगवा सके।

अवनी की आंखें नम हो चुकी थी और वह अपने आंसू रोकने की कोशिश कर रही थी पर वह अपने आप को रोक नहीं पाई इस वक्त अवनी को अपने आप पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था उसने विवेक से प्यार क्यों किया पर अब वह कुछ नहीं कर सकती थी।

अब आगे क्या होगा, विवेक से धोखा खाने के बाद अवनी क्या करेगी? विवेक अवनी से ज्यादा ताकतवर है क्या वह अवनी को अपने रास्ते से हटकर भाग जाएगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

Comments
Nice update meko 1 pura din laga ise complete karne me but what a story
 

Yasasvi3

😈Devil queen 👑
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Index kese banate he malu nahi bhai log thoda bata do
Dekho bosss indox banae ke liya phale to

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Ye jo phli row ke end me Hana yaha ye dabbe yani colm and rows bana lena and fir jese phale dabbe me Jake .....isi row se phale wala option Hana yaha wo link managa so yaha ......jis page pe aapka update h uska link copy karke waha daal dena plus ...ab waps usi options me niche hoga text so usme update no jitna bhi ho wo likh dena simple
 
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