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Fantasy THE DARKNESS RISING [Completed]

AK 24

Supreme
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Jabardast update brother.....
kahani ko ek nya turn or twist dev diya un janwaron ke humle ke bad yhi lge ga sabko ki sabhi mare gaye jabki Shruti khayi mein girne ki vajh se bsch jaegi....leakin ek baat samajh nhi aayi ki voh bandar wala shaitaan to ek tha yeh itne sare kaise ho gaye.... dekhte hai yeh sab dekh ke Rohan kya karta hai.......
keep writing......
keep posting........
Thanxx brother for your beautiful review...
 

AK 24

Supreme
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(UPDATE-32)




गया. श्रुति आधी हवा में और आधी ज़मीन पर थी. उसने देखा की उसके आगे एक खाई है और पीछे यह वाहसी दरिन्दा, अगर वो उस खाई के नीचे गिरती है तो शायद वो बच सकती है या फिर मर भी सकती है पर अगर वो इस दरिंदे के हाथ में आ गयी तो वो भी उसकी वही हालत करेगा जो आहना और ऋषि के साथ किया था. उसने बिना कोई शान गवायें अपना जॅकेट जिसका कॉलर उस दरिंदे के हाथ में था उसकी ज़िप खोली और उसे अपने खड़े से आज़ाद कर दिया. उसके बाद वो नीचे की और गिरने लगी,

रोहन जल्द से जल्द उन्हें पकड़ना चाहता था. पूछना चाहता था की सालों आख़िर उस रास्ते को चोद कर वो इस रास्ते क्यों जा रहे है.. उसे पूरा पक्का यकीन था की हो ना हो वो लोग परवेज़ और रोहन की शिकायत करके उन्हें पकड़वाना चाहते है. यही सब सोचते सोचते रोहन गाड़ी भगाए जा रहा था की अचानक उसे वो गाड़ी दिख गयी जिसमें वो भात कर इस पार्क में आया था. वो अपनी बाइक की रफ्तार को और तेज कर दिया और जल्द से जल्द उन तक पहुचना चाह रहा था की तभी, अचानक….वो देखता है की एक अजीब सा दिखने वाला जानवर उनके गाड़ी पे कूड़ा और थोड़े ही देर में वो गाड़ी अपना नियंत्रण खोते खोते एक पेड़ से जा टकराई. रोहन की कुछ समझ में नहीं आ रहा था की यह अचानक से क्या हो गया. वो किस तरह का जानवर था जो गाड़ी की बोनट पे कूड़ा था. फिर रोहन भी उस गाड़ी के थोड़ा ही दूर रहा होगा की उसने देखा की गाड़ी के अंदर भायते हुए सभी लोग दरवाजा खोल कर और चीख पुकार करते हुए बाहर की और भाग रहे थे और उन सब के पीछे तीन और दरिंदे पहुंच गये.

उसने कुछ देर सोचा की वो क्या करे. फिर वो अपनी गुण निकाला और उन दरिंदो पर हमले करने लगा. उन दरिंदो में एक को गोली लगी और वो एकदम दर्द से कराह कर एक भयांक आवाज़ नाकली जैसे किसी शेयर की भी नहीं होती है….पर वो गोली उसका ज्यादा कुछ नहीं बिगाड़ पाई बल्कि वो और हिंसक हो गया और वो रोहन की और दौड़ कर आने लगा. रोहन भी बाइक चलते हुए उसके करीब आ रहा था और उस पर निशाना साधते हुए गोली चला रहा था. पर दरिन्दा वो हर गोली से बचता हुआ एक दम गुस्से में आया और एक हाथ से रोहन पर प्रहार किया. उसके इस प्राहार से रोहन संभाल नहीं सका और वो बाइक समेट उस खाई में गिरने लगा.


आह……आह…..आह. श्रुति उस खाई में गिरने के बाद ऐसे ही कुछ देर गिरने के बाद कराहते हुए उठ कर बैठने की कोशिश करने लगी. पर उसे ऐसा करने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पढ़ रहा था..क्योंकि वो खाई में गिरने के बाद जैसे तैसे अपने आपको बचाते हुए ज़मीन पर गिरी थी और इसमें वो बुरी तरह जख्मी हो गयी थी. उसके मुंह के अंदर से काफी खून बह रहा था , शायद अंदर से होंठ या जबड़े पर चोट लगी होगी और माथे पर भी काफी मर लगी हुई थी., जिसकी वजह से खून माथे से गिरकर पूरे चेहरे को लहुलहान कर रहा था. उसके हाथों पर भी काफी छोटे आई थी. उसके हाथों पर कितनी ही जगहों से चाँदी च्चिल गयी थी और वहां से भी लहू रिस रहा था. उसके पेट पर भी कई जगहों से चाँदी च्चिल गयी थी. और उसके पैर की तो और भी बुरी हालत थी वो एक पैर तो उठा भी नहीं पा रही थी.

वो घायल इस कदर हो चुकी थी की उसे उठने का मन नहीं कर रहा था, पर उसे उतना ही था क्योंकि आख़िर वो कब तक यूँही यहां पड़ी रहेगी. आख़िर उसे यहां से जल्द से जल्द निकलना भी तो था. खैर जैसे जैसे कर के वो खड़ी हुई और लंगड़ते हुए पेड़ों के सहारे आगे बढ़ने की हिम्मत करने लगी…अब उसे ठंड भी बहुत लग रही थी..क्योंकि उसने जो टी-शर्ट पहना हुआ था वो भी कई जगहों से फॅट चुका था जिसकी वजह से उसके जिस्म का कई हिस्सा भी दिख रहा था और ऊपर से जनवरी के मौसम में उत्तर भारत में और वो भी रातों को ठंड का जो आलम होता है उसे सहना हर किसी के बस की बात नहीं होती है……और श्रुति जैसे नाज़ुक, कमज़ोर और कम उमर की लड़की की तो बिलकुल नहीं

वो जैसे तैसे कर के आगे बाद रही थी तभी उसे एहसास हुआ की उसकी बाईं और काफी झाड़िया थी. वहां से दो लाल आँखें उसे घूर रही है…वो झट से उसे देखने की कोशिश करने लगी. वहां पर थोड़ा अंधेरे की वजह से पहले उसे कुछ ठीक से दिखा नहीं पर जब वो लाल आँखों वाला जब उस झाड़ियों से बाहर निकला तो उसने देखा की यह वैसा ही एक दरिन्दा है जो उस पर और उसके दोस्तों पर हमला किया था….फिर वो अचानक उसके तरफ लपकने लगा. श्रुति उस दरिंदे को…
 

AK 24

Supreme
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(UPDATE-33)



देखकर और चीख मारते हुए घायल अवस्था में लंगड़ते हुए उससे दूर भागने लगी. पर वो दरिन्दा तो उससे कहीं ज्यादा तेज था…..वो झट से श्रुति की और लपका और उसे जैसे ही अपने तेज नाखूनओ की धार से उसकी गर्दन उसके धड़ से अलग करने वाला था की अचानक….उसकी खोपड़ी पर एक गोली से हमला हुआ..वो दरिन्दा इस अचानक हमला से एक दम बौरा गया और ज़ोर ज़ोर से दहाड़ें निकालने लगा. उसकी दहाड़ ऐसी थी मज़बूत कलेजे वाला इंसान भी दहल जाए.


श्रुति जो लंगड़ते हुए भागने किस कोशिश कर रही थी, अचानक उस दरिंदे के इस तरह दहाड़ मारने पर पलटी की आख़िर इसे क्या हुआ…श्रुति ने देखा की एक व्यक्ति उस दरिंदे पर अँधा ढूंढ. अपनी गुण से गोलियां बरसा रहा था ..वो सोचने लगी की अचानक इस घने जंगल में कौन उसका मसीहा आ गया है उसकी जान बचाने को और इस भयानक दरिंदे पर यूँ बहादुरी से हमला कर रहा है. कुछ देर बाद उसने देखा की उसका मसीहा जो उस दरिंदे पर गोलियाँ बरसा रहा था अचानक रुक गया और उस दरिंदे की तरफ से कोई हलचल नहीं हो रही थी. श्रुति ने सोचा की अब सब शायद ठीक है और वो उस मसीहे की तरफ जाने लगी ताकि उसका शुक्रिया अदा कर सके जिसने इस भयंकर जानवर से उसे बचाया है और फिर सोचने लगी की वो उसे कहेगी वो उसे यहां से निकालने में भी मदद कर दे. पर श्रुति जैसे ही अपने उस मसीहे के करीब पहुँची और वो मसीहा श्रुति की तरफ पलटा उसे 1000 वॉल्ट का झटका लगा . क्योंकि उसका मसीहा कोई और नहीं बल्कि वही व्यक्ति है जो उसे और उसके दोस्तों को अगवा कर के इस जंगल में लाने पर मजबूर किया था और इसी की वजह से उसके दोस्तों को अपनी जान गँवाना पड़ा है और इसी की वजह से उसकी यह हालत हुई है. इसी की वजह से उसे इस तरह के शैतान जैसे दिखने वाले जानवर से अपनी जान बचाने के लिए उस खाई से कूदना पड़ा था और इस कदर चोटिल होना पड़ा था. इसी की वजह से उसे इस खौफनाक जंगल में फाँसी हुई है. जब उसने देखा की वही व्यक्ति उसके सामने खड़ा है तो उसके तंबान में आग लग गयी. वो भूल गयी की अभी कुछ देर पहले इसे ने उसकी इस भयानक जानवर से उसकी जान बचाई थी. उसे एक पल में ऐसा लगा की वो वही गुण उसके हाथ से लेले और उसके सीने पर इतनी गोलियां बरसा दे की गोई उसके ज़ख़्मो को गिनना भी चाहे तो ना गिन पाए. भले ही वो उसका मसीहा था, भले ही वो उसे वहशी दरिंदे से उसकी जान बचाया था, पर इस सब के पीछे यही तो जिम्मेदार था.
“तुम????……..तुम फिर आ गये ?” कहते हुए श्रुति ने अपने दायें पैर से जो बिलकुल त्ीीक था उससे रोहन के अंडकोष पे एक जोरदार लात मार्डी. रोहन को अचानक हुए हमले का अंदेशा नहीं था. उसे नहीं पता था की यह लड़की जिस पर उसने अपनी गुण तानी हुई थी जब उसने उसका और इसके दोस्तों को अगवा किया था तो कैसे थर थर काँप रही थी इतनी भी क्रोदिढ हो जाएगी, उसके बाद तो और नहीं जब उसने इस वहशी दरिंदे से इसकी जान बचाई थी . वो अपना अंकोष पकड़ के भात गया. पर श्रुति ने इस पर भी बस नहीं किया, वो उसके बाद भी उसपर लाटो की बरसात जारी रही हुई थी.
“यू ब्लडी रास्कल!!!!यू ईडियट!!!! यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है…..तुम्हारी वजह से हमें यहां आना पड़ा और तुम्हारी वजह से मेरे दोस्तों ने अपनी जान गँवाई..” श्रुति , रोहन पर लात और मुक्को की बारिश जारी रखे हुए कहे जा रही थी.
“आए लड़की मेरी बात तो सुन. मेरा इरादा….. तुम लोगों को ….चोट पहुंचने का नहीं था.” रोहन कह तो रहा था पर श्रुति उसकी एक भी बात नहीं सुन रही. जब रोहन ने देखा की यह लड़की उसकी कोई बात नहीं सुन रही है तो उसका पारा चढ़ने लगा वो सोचने लगा साले अपनी जान पर खेल कर वो उस वहशी जानवर से उसकी जान बचाया और यह कुतिया उसे ही मारने पर उतारू है. अब उसने आओ देखा ना तो वो झट से उठा और श्रुति के गाल पर एक कस का तमाचा मारा वो भी एक नहीं कई बार.
“मादरोचोड़!! भेंचोड़दड़ समझती क्या है अपने आपको? कब से समझाने की कोशिश कर रहा हूँ तो मुझे ही मर रही है मादरोचोड़.” रोहन अपने गुस्से में गालया बकता श्रुति को मारे जा रहा था. श्रुति जो पहले से ही घायल थी फिर रोहन के इस तरह हमले से ज़मीन पर गिर गयी. रोहन को इसपर भी शांति नहीं मिली जब श्रुति पेट के बाल ज़मीन पर गिरी तो रोहन एक जोरदार लात श्रुति के फीचवाड़े मारा और वहां से जाते हुए यह कहना लगा.
“मर बहन की लोदी इस जंगल में . जब वो बहनचोद लोग आएँगे तो पता चलेगा, फिर करना उन सब का मुकाबला. “ और फिर रोहन वहां से चला गया.

श्रुति बेचारी….
 

Punnu

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Mind blowing brother .. kahani bahut mazedar hoti ja rhi h..pehle Shruti khayi me gir gyi fir rohan bhi gir gya.shruti girne ka baad bhi bach gyi..ek to rohan uski jaan bacai us darinde se bt usne to usi ki baza di .. dekhte hai bhai aage kya hai..
 
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Translate krke hindi font me likhna hi h to thoda error bhi check kr lo... Kch ka kch likha aata h
Ek bar khud se padhlo fir post kro to better hoga bdw its ur choice.
Coz I'm not going to be on this thread anymore.
Thankyou
 
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Reactions: ashish_1982_in

AK 24

Supreme
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Translate krke hindi font me likhna hi h to thoda error bhi check kr lo... Kch ka kch likha aata h
Ek bar khud se padhlo fir post kro to better hoga bdw its ur choice.
Coz I'm not going to be on this thread anymore.
Thankyou
Bro if don't want to read it so don't do it its yoyr choice and meri hindi to waise hi kharab hai pehle apni english sudhar lo
("Kch kch"nhi hota "kuch ka kuch" hota hai)
 
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Thanks bhai... I'll improve my english n hindi both.
Itna hi dhyan updates pe dedete. Koyi nhi i didn't try to offend u.
All d best.
Bro if don't want to read it so don't do it its yoyr choice and meri hindi to waise hi kharab hai pehle apni english sudhar lo
("Kch kch"nhi hota "kuch ka kuch" hota hai)
 
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