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Fantasy THE DARKNESS RISING [Completed]

AK 24

Supreme
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(UPDATE-42)



तब मुझे तुम पर बहुत गुस्सा आ रहा था.” श्रुति ने कहा.
“क्यों? अब गुस्सा नहीं आ रहा है? “ रोहन थोड़ा मुस्कुराकर कहा. श्रुति, रोहन के इस सवाल पर थोड़ा चौंक गयी . थोड़े देर तक तो उसे कुछ कहते नहीं बना . फिर उसने कहा.
“नहीं ऐसे बात नहीं है, गुस्सा उस वक्त भी था और अब भी है. क्योंकि तुम मेरी मदद कर रहे हो तो इसलिए अभी मेरा गुस्सा थोड़ा कम है. वो तो बस मुझे उन हैवानो से डर लग रहा था इसलिए में तुम्हें कही नहीं जाने दे रही थी. वरना जो तुमने मेरे और मेरे दोस्त के साथ किया है उसके लिए में तुम्हें कभी जिंदगी भर माफ ना करूं.” श्रुति ने कहा.
“दोस्त!! हाहम्म!!! जिसे तू अपना दोस्त कह रही है क्या वो तेरे दोस्ती के लायक थे? में तो समझता हूँ जो वो लोग के साथ हुआ है ठीक ही हुआ है.” रोहन व्यंग करते हुए कहा
“मतलब? में कुछ समझी नहीं.” श्रुति ने थोड़ा हैरत से कहा.
“मतलब यह की तेरे वो सारे दोस्त तुझे धोखा देने का इरादा कर रहे थे” रोहन, श्रुति की तरफ देख कर कहा.
“मेरा साथ धोखा करने का इरादा कर रहे थे…….? तुम क्या कह रहे हो मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है. और वैसे भी वो लोग क्यों मेरे साथ धोखा करेंगे?” श्रुति ने कहा
“अब यह सब मुझे नहीं पता, पर इतना पता है की वो लोग तेरे साथ कुछ गलत करने वाले थे नैनीताल में.
“नैनीताल में? पर तुम्हें यह सब कैसे पता. प्लीज़ मुझे जल्दी से बताओ ….” श्रुति थोड़ा व्याकुल होते हुए पूछने लगी
“जिस ढाबे में तुम सब खाने कहा रहे थे में उसी ढाबे के वॉशरूम में तेरे उन दोस्तों की बातें सुन रहा था. वो लोग तेरे कीहिलाफ कुछ गलत प्लान कर रहे थे.” इतना कह कर रोहन खामोश हो गया.
“वॉट?? मेरे खिलाफ प्लान कर रहे थे? क्या प्लान कर रहे थे, प्लीज़ जल्दी बताओ” श्रुति एक दम शॉक्ड हो गयी थी की उसके दोस्तों ने उसके खिलाफ कुछ गलत प्लान कर रहे थे. वो जाने को एक दम उत्सुक्त थी की आख़िर क्या वो लोग प्लान कर रहे थे.
“उन लोगों का इरादा था की वो लोग तेरे को नैनीताल लेजाकर और फिर तुझे कोई नशीली दवा खिला कर तेरे साथ……..” कहते हुए रोहन थोड़ा रुका.
“मेरे साथ क्या? श्रुति ने जल्दी से कहा.
“आअंह…..तेरे साथ….तेरे साथ वो लोग सेक्स करते और फिर तेरी वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट पर डालते.” कहते हुए रोहन खामोश हो गया और श्रुति की तरफ देखने लगा. यह सुन कर श्रुति का मुंह खुला का खुला रही गया.
“वॉट…….?? श्रुति ने एकदम धीमी आवाज़ में कहा. उसे यकीन ही नहीं हो रहा था उसके साथ कुछ ऐसा होने वाला था.
“अरे यू शुरू? वो लोग मेरे बारे में ऐसा ही कह रहे थे?” श्रुति ने फिर रोहन से कहा.
“हां हां….बिलकुल यही प्लान कर रहते थे…जब में तुम लोगों को चोद रहा था तो उससे पहले मैंने जिस लड़के को बुलाया था, तो उसे यही बताने किए बुलाया था की……वो लोग जो तेरे बारे में प्लान कर रहे थे उसके बारे में मुझे पता है. मेरा बस यही इरादा था की में वो लोग को ब्लैकमेल करूं. अगर वो मेरे खिलाफ कुछ करते है तो में तुझे बता देता की वो सब क्या करने वाले है तेरे साथ.” इतना कह कर रोहन चुप बैठ गया. श्रुति को अब भी यकीन नहीं हो रहा था की उसके साथ कुछ इस तरह होने वाला था.
“सिर्फ़ वही तीन थे….या कोई और भी था उन लड़कियों में से?” उसे पूरा यकीन था की इसमें छाया जरूर शामिल होगी.
“मुझे इतना तो पता नहीं पर जहाँ तक मेरा ख्याल है इसमें सभी शामिल थे खासकर के वो लड़की. क्या नाम था उसका………” रोहन थोड़ा सोचा फिर बोला “हां याद आया!! निशा!! निशा ही नाम था उसका. क्योंकि वो लड़का था ना? जो गाड़ी ड्राइव कर रहा था और जिसे में अकेले में बुलाया था यह उसी की गर्लफ्रेंड थी और उसी के कहने पर उसने तुम्हें साथ चलने को कहा था. शायद उसे तेरे से कोई पुराना हिसाब किताब करना था. उसी का बदला लेने के लिए वो यह सब नाटक खेल रहे थे “ इतना कहने के बाद रोहन, श्रुति की तरफ देखा. पर श्रुति को निशा का नाम सुनकर ही झटका लगा.

“व्हाात???? एक बड़ा सा ‘वॉट’ उसके मुंह से निकला . उसे यकीन ही नहीं हो रहा था की इन सब चीज़ों के पीछे निशा का हाथ है. थोड़े देर तक वो ऐसे ही शॉक में रही. फिर उसे कुछ होश आया तो उसे याद आया की कैसे निशा उसे फ़ायरवेल्ल पार्टी पर चलने के लिए ज़ोर दे रही थी. पहले तो उसने जाने से इनकार कर दिया था जब उसे यह पता चला था की यह पार्टी निखिल ने नैनीताल पर अपने फार्म हाउस पर ऑर्गनाइज़ की है. पर निशा ने उसे कितना फोर्स किया चलने पर. उसे अब समझ में आ रहा था की क्यों निशा उसे अपने साथ ले जाना चाहती थी. क्योंकि निखिल को श्रुति से बदला लेना था जो उसने भरे कॉलेज….
 

AK 24

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(UPDATE-43)



में निखिल को थप्पड़ मारा था. और इसी के लिए उसने निशा से कहा होगा की वो श्रुति को अपने साथ नैनीताल चलने के लिए फोर्स करे. उसे विश्वास नहीं हो रहा था की निशा जिसे वो अपना सबसे बेस्ट फ़्रेंड समझती थी वो उसके साथ इतना बड़ा धोखा कर सकती है. निखिल के झूते प्यार में उसने अपनी सबसे फ़्रेंड धोखा कैसे दे सकती है. यही सब सोचते सोचते श्रुति एक दम रूहाँसी हो गयी.


फिर अचानक उसे कुछ याद आया तो रोहन से कहने लगी.
“जब तुम्हें सब पता था फिर भी तुमने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की? और अब आए हो मेरी जान बचाने के लिए? अगर तुम उन्हें वही रोक लेते तो आज मेरी यह हालत ही नहीं होती.” श्रुति व्यंग करते हुए रोहन से कहा. रोहन को पहले कुछ सूझा नहीं की वो क्या बोले. फिर कुछ सोच कर उसने बोला.
“मुझे लगा था की यह तो आम बात है. तुम जैसी सोसाइटी में रहती हो वहां तो ऐसा अक्सर होता है और दूसरे मुझे इस नेशनल पार्क के अंदर आना था क्योंकि में और मेरा वो दोस्त जिसे तूने मेरे साथ देखा था हम पर यहां के फोरेस्ट ऑफिसर्स ने बड़ी निगरानी रखी हुई है. अगर हम ऐसे अंदर आने की कोशिश करते तो आसानी से पढ़कर जा सकते थे. इसलिए हमने सोचा की अगर हम तुम लोगों के साथ अंदर आएँगे तो वो लोग यही समझेंगे की कॉलेज का ग्रुप है मौज़ मस्ती करने आए होंगे यह सोच कर वो हम पर ज्यादा इस पर ध्यान नहीं देते.” इतना कहकर रोहन चुप बैठ गया.
“अपने फायदे के लिए तुमने मेरा इस्तेमाल किया……तुम्हें शर्म आनी चाहिए.” श्रुति अब भी रोते हुए कह रही थी.फिर अचानक श्रुति को रोहन ने अभी जो कुछ कहा वो बातें याद आई तो उसने कहा.
“तुमने अभी क्या कहा था में जिस सोसाइटी में रहती हूँ वहां पर अक्सर ऐसा होता रहता है? तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो. दुनिया की हर लड़की को एक जैसा समझ रखा है तुमने.” वो रोहन पर अब भी बरसे जा रही थी.
रोहन कुछ नहीं बोला क्योंकि उसे कोई शब्द ही नहीं मिल रहे थे अपनी सफाई में कुछ कहने का. उसे भी लग रहा था की यह लड़की जो बोल रही है बिलकुल सच है. उसने सिर्फ़ अपने फायदे के लिए उसे इस मुसीबत में डाल दिया. फिर भी थोड़ी देर की खामोशी के बाद उसने कहा.
“देखो में मानता हूँ मैंने जो भी कुछ तेरे साथ में किया है गलत किया है. पहली बात तो यह की में तुझे या तेरे दोस्तों को किसी मुसीबत में नहीं डालना चाहता था. में और मेरा दोस्त बस यही चाह रहे थे की कैसे भी करके इस नेशनल पार्क में एंट्री करले बस. मेरा इरादा था की जब हम इस पार्क में एंट्री कर लेंगे तो में तुम सब को वही से जाने दे देता. इसी वजह से मैंने तुम सबको ज्यादा अंदर नहीं लेकर गया बल्कि वही से चोद दिया जहाँ पर किसी किस्म का कोई भी जुनगल्ली जानवर का खतरा नहीं था. लेकिन मुझे नहीं मालूम था की यहां पर इस तरह के खूनी दरिंदे घूम रहे है और हूँ तुझे और तेरे दोस्तों पर हमला कर देंगे. अगर मुझे पता होता तो में ऐसा हरगिज़ नहीं करता.” फिर रोहन थोड़ा रुक कर फिर से अपनी बात जारी रखते हुए कहा. देख में हालात पहले जैसे तो नहीं कर सकता मगर, में इतना तो कर ही सकता हूँ तुम्हें यहां से सुरखित निकाल दम…..चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों नहीं गवानी पढ़े.” बोलते हुए रोहन चुप भात गया और एक तरफ देखने लगा.फिर उनके बीच थोड़ी देर तक कोई भी बात नहीं हुई. फिर थोड़े देर के बाद श्रुति ने जो अब थोड़ा नॉर्मल हो चुकी थी खामोशी को तोड़ते हुए कहा.
“पर तुम दोनों को इस जंगल में आने के लिए हमारे सहारे की क्या जरूरत थी?. वो तो तुम ऐसे भी आ सकते थे. जैसे नॉर्मल लोग आते है.” रोहन उसकी बात सुनकर थोड़ा हँसने लगा..फिर कुछ देर के बाद बोला.
“में और मेरा दोस्त इस जंगल में गैर क़ानूनी काम करते है. और हमारी जगह जगह तलाशी हो रही थी. इस नेशनल पार्क के हर दरवाजा पर हमारी तस्वीर पहुंच चुकी थी. अगर हम ऐसे ही जाते तो पकड़ में आ जाते, इसलिए हम लोगों ने तुम लोगों का सहारा लिया.रोहन, श्रुति को समझाते हुए कहा.
“गैर क़ानूनी काम? कैसा गैर क़ानूनी काम? “ श्रुति ने थोड़ी उत्सुकता से पूच्ची
“क्यों तुझे क्यों जानना जरूरी है? रोहन ने कहा.
“नहीं में तो बस ऐसे ही पूंछ रही थी, अगर तुम्हें नहीं बताना तो कोई बात नहीं.” बोलकर श्रुति खामोश हो गयी. रोहन भी कुछ देर खामोश भरता रहा फिर उसने कहा “ में और मेरा दोस्त परवेज़, जानवरो को मर कर उनके बॉडी पार्ट्स को जंगल से स्मगलिंग करके बाहरी पार्टी को बेच देते है जिससे हमें अच्छे पैसे मिलते है. “ रोहन ने कहा.
“क्या? इसका मतलब तुम जानवरो की पोचिंग करते हो? “ श्रुति ने हैरत से कहा.
“हां तो क्या हुआ? “ इंसान अपना पेट….
 

abhi1008

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Both Updates are super fantastic ..bro....lets see what happens next....keep rocking
(UPDATE-36)



भी थोड़ी दिख रही थी, और वो पूरी लाहुलहान भी थी. यह देख कर उसमें से एक आदमी ने कहा. “राका जी? इधर देखो !

राखा जो शायद उन सब का बॉस था अपने इस आदमी की आवाज़ पर पलट कर देखा “अरे वाह वाह क्या बात है” और श्रुति के पास जाकर बोला.
“क्या रे छोकरी कौन है तू? और इधर क्या कर रही है? और तेरी यह हालत किसने की?” श्रुति ने देखा की वो कोई 45 से 50 साल का आदमी होगा, चेहरे पर बड़ी हुई शेव और वो जब श्रुति के पास आकर बातें कर रहा था तो उसके मुंह से एक बदबूदार हवा भी निकल रही थी जिसे श्रुति ने बड़ी मुश्किल से सहा. “ जी में रास्ता भटक गयी हूँ, मुझे इस जंगल से बाहर जाना है. प्लीज़ मेरी मदद करो.” श्रुति ने उससे राका से रिकवेस्ट करी.
“पर तेरी यह हालत किसने की कुछ बनाएगी.?” राका ने कहा.
“जी ….वो एक…बड़ा ही भयानक जानवर था उसने मेरे सारे दोस्तों को भी मर डाला, में बड़ी मुश्किल से अपनी जान बच्चा कर वहां से भाग आई.” श्रुति ने कहा.
“भयानक जानवर? हहेहहे….” वो अपने साथियों की तरफ मूंड़ कर हँसने लगा.
“अरे उस भयानक जानवर का कुछ नाम तो होगा?” राका ने श्रुति से पूछा.
“मुझे उसका….नाम नहीं मालूम. वो दिखने में एक दम अजीब सा था…एक …एक …शैतान जैसा.” श्रुति ने कहा.
“शैतान जैसा? यह कौन जानवर पैदा हो गया भी हमारे इस जंगल में? हहेहेहेहहे ……वो फिर से हँसने लगा.
“ठीक है छ्होरी हम तेरी मदद जरूर करेंगे…..पर तुझे भी हम सब का एक काम करना पड़ेगा.” राका ने श्रुति से कहा.
“जी कैसा काम?” श्रुति ने बारे मासूमियत से कहा.
“बता देंगे, पहले ज़रा यहां आकर भात जाओ, और हमारे साथ खाना खाओ.” राका ने कहा.
“ नो नो थॅंक्स! आप मुझे जंगल से निकालने का रास्ता बता दे में खुद ही चली जाओंगी” श्रुति ने कहा.


“अरे इतनी भी जल्दी काहे की है. अभी अभी आई हो और अभी जाने की बात ना करो.” राका ने अपने पीले दाँत दिखा कर कहा. फिर उसे ज़बरदस्ती अपने साथ भाइतने लगा.
“प्लीज़ छोधिए , प्लीज़ ऐसा मत करिए प्लीज़ ई आम बेगिंग यू” श्रुति रोते हुए कही जा रही थी
“आए छ्हॉकरिया ! ज्यादा पाटर पाटर अँग्रेज़ी में बातें मत कर. अरे तू जानती है कितने दीनों से हम सबने जिस्म की प्यास नहीं भुजाई है? हम एक दम प्यासे है. हमारी प्यास भुजा दे तो हम तेरी मदद जरूर करेंगे, तू जहाँ बोलेगी हम तुझे वही पर चोद देंगे. क्यों दोस्तों? राका ने अपने दोस्तों से कहा.
“बिलकुल…..बिलकुल “ सब ने एक साथ कहा.
“नहीं प्लीज़….मुझे जाने दो. मुझे यह सब नहीं करना…..एम्म…में अपना रास्ता खुद ढूंढ. लूँगी ……प्लीज़ लेट में गो..प्लीज़.” श्रुति ने रोते हुए और अपना हाथ राका से चुधते हुए कहा.
“आए लड़की बस बहुत हुआ. इतनी देर से तुझे प्यार से समझा रहे तो तुझे समझ में नहीं आ रहा है. तू चाहे या ना चाहे हम तो तेरी जवानी का रस तो जरूर पिएँगे. अगर तू नाटक करेगी तो यह खंजर देख रही है?” राके ने उसे पास में पड़ा खंजर दिखाते हुए कहा फिर उसे आग में उस खंजर को गर्म करने लगा.
“अगर इज्जत से अपनी जवानी का दीदार नहीं कराएगी तो यह गर्म खंजर तेरे पेट में डाल दूँगा…..उसके बाद तेरी जो अंतड़ियां है वो भी अंदर से जल कर खाक हो जाएगी. इसलिए तेरी भलाई इसी में है जैसा में कह रहा हूँ वैसा कर. राका ने उसे धमकाते हुए कहा.
“नो….प्लीज़ नूऊओ……में ऐसा कुछ नहीं करूँगी….प्लीज़ मुझे जाने दो.” श्रुति ने गिड़गिड़ाते हुए कहा. पर राका ने उसकी एक नहीं सुनी और उसके जिस्म पर जो उसका टी-शर्ट जो उसका पूरी छाती को तो नहीं पर काफी कुछ छुपा रहा था राका ने उसके फटे हुए टी-शर्ट के टुकड़ो को पकड़ा और उसे एक झटका में फाड़ दिया. श्रुति ने अंदर ब्रा पहनने के बावजूद भी अब श्रुति का आधे से ज्यादा उसकी चुचियाँ दिख रही थी . राका ने उसे बड़ी ललचाई हुई निगाहों से देखने लगा. श्रुति हर प्रयास कर रही थी अपना आध नंगा जिस्म छुपाने की पर राका उसे ऐसा करने नहीं दिया और उसे अपने मुंह से चूमने लगा और फिर दांतें भी काटने लगे. श्रुति दर्द से एकदम बिलबिला उठी. आज से पहले किसी मर्द ने उसे इस हालत में नहीं देखा था. राका अब श्रुति पर पूरा झुक गया और उसे दीवाना वार चूमने लगा…..की तभी अचानक उसे किसे के सूखे पत्तो पर चलने की आवाज़ आने लगी. उसने देखा तो उसे हैरत हुई की यह यहां कैसे?
“ओह हूओ आस. देखिए तो कौन आया है? मेहमान साहब आए है…” राके ने अपने दोस्तों से कहा. जब वो यह सब बातें कर रहा तो वो श्रुति के जिस्म से थोड़ा उठ गया था जिससे शरइत को भी थोड़ा मौका मिला यह देखने का की आने वाला कौन था. उसे भी बड़ा शॉक लगा आने वाला कोई और नहीं बल्कि वही व्यक्ति था जो उसे वहां उसे उस दरिंदे से बचनाए के बाद उसी की ही पिटाई की थी और ढेर सारी गालिया भी बाकी थी
(UPDATE-37)



वो सोचने लगी के वो अब यहां क्या करने आया है और क्या वो यह लोग को जानता है.
“अरे रोहन साहब आपके शुभ कदम यहां कैसे पढ़ गये?” राके ने रोहन को अपनी और आते देखते हुए बोला.
“बोलिए रोहन साहब क्या हाल है आपके, आज कोई शिकार नहीं मिला क्या जो हमारी तरफ आ गये.” राका ने कहा.
“नहीं राका ऐसी कोई बात नहीं है.” रोहन ने बड़ी शांति से जवाब दिया.
“तो फिर यहां आने का कारण?” राका ने रोहन से वजह जानना चाहा.
“देखो में यहां उस लड़की के लिए आया हूँ, वो बेचारी मेरी वजह से उसकी यह हालत हुई है. इसलिए में उसे जल्द से जल्द यहां से निकाल के उसे उसके घर पहुचाना चाहता हूँ. “ रोहन, श्रुति की तरफ इशारा करते हुए बोला.
“हिहिहिहिहीई……जब तुम यहां आए तभी में समझ गया था की तुम्हारा जरूर इस लड़की के साथ कुछ लाफद है….हहेहहे.” राका हंसते हुए कहे जा रहा था. और श्रुति यही सोच रही थी रोहन को देख कर की यह आदमी भी अजीब है, पहले उसे इस खौफनाक जंगल में फँसा दिया उसके बाद उस वहशी दरिंदे से उसकी जान बचाई फिर उसे उस वीराने में अकेला चोद कर चला गया. अब फिर आया है उसे इन इंसानी हैवानो से बचाने के लिए. श्रुति को बहुत अजीब लग रहा था रोहन का नेचर. वो सोचने लगी के अगर यह इन कुत्तों से उसे बच्चा लेगा तो वो उसके बाद इसे कुछ भी नहीं कहेगेई बल्कि इसी के जरिए इस जंगल से निकालने की कोशिश करेगी. फिर जब एक बार निकल जाएगी तब उसके बाद वो इस आदमी की खैर लेगी जिसकी वजह से उसे यह सब झेलना पड़ रहा है.
“देख भी ओये मजनू की औलाद….मुझे नहीं पता की तेरा इस लड़की के साथ क्या लाफद है? तुझे इसे यहां से ला जाना है ना? ठीक है ले जाना पर….उससे पहले में और मेरे तमाम साथी इसकी जवानी का मजा लेना चाहेंगे.” राका, श्रुति के छातियाँ को घूरते हुए कहा.”साली बहुत मस्त माल है, एक दम नर्म और नाज़ुक. ऐसे माल रोज़ रोज़ नहीं मिलती. समझा.? चल तू वहां कोने में जाकर खड़े हो जा. जब हमारा काम हो जाएगा तो हम तुझे बुला लेंगे. फिर ले जाना इसे.” राका वहां से श्रुति की तरफ जाते हुए बोला.
“देखो राका? तुम्हारी दुश्मनी मुझसे है. तुम्हें मुझसे जो करना है कर लो पर इस लड़की को जाने दो.” रोहन ने राका से आग्रह करते हुए कहा.
“आबे क्यों मेरा दिमाग खराब कर रहा है. अभी में अच्छे मूंड़ में हूँ. वरना तुझे देखते ही मुझे फौरन तेरी खोपड़ी में गोली मारने का दिल करता है. पर में आज ऐसा नहीं करूँगा क्योंकि में इस नाज़ुक सी काली से खेलना चाहता हूँ. अगर तू और फिर कुछ छू छू किया ना…..तो साले यही तेरी क़ब्र बना दूँगा. चल भाग यहां से……” राका ने रोहन को धक्का मारते हुए कहा.
“भागाओ रे साले को. फिर भी कुछ उछल कूद किया तो साले का गला ही काट देना.” कहते हुए राका श्रुति की तरफ बढ़ने लगता है. जिसे देखकर श्रुति फिर से रोने लगती है. रोहन देखता है की श्रुति घबराई हुई है और रो भी रही है तो ना जाने उसमें कहा से एकाएक एक नयी ऊर्जा आ जाती है और वो झट से राका के पास जाता है और उसके हाथ में तामहा हुआ खंजर झपट के अपने हाथों में ले लेता है बड़ी फुर्ती दिखाते हुए उस खंजर को राका की गर्दन पर रख देता है.
“रुको भी भेंचोड़ो.” रोहन ने राका के साथियों को अपने करीब आते हुए देखा तो कहा. “अगर किसी ने भी अपनी मां चुदाई तो इस मां के लंड की गर्दन यही इस के धड़ से अलग कर दूँगा.” राका के साथी जहाँ थे वही रुक गये. बाज़ी अपनी और देखते हुए रोहन जल्दी से श्रुति से कहता है की.
“आए लड़की जल्दी से यहां से जितनी दूर हो सके भाग जा.” रोहन का बस इतना कहना था की श्रुति फौरन खड़ी हो गयी और थोड़ा लड़खड़ाते हुए वहां से जल्दी से निकल गयी पर…..वो जितनी जल्दी वहां से गयी थी उतनी ही तेजी से वापस भागते हुए आई.
“अरे क्या हुआ? वापस क्यों आ गयी? “ रोहन, श्रुति को वापस आते हुए देखा तो बोला. इससे पहले की श्रुति कुछ कह पति रोहन ने बल्कि सभी ने देख लिया था की श्रुति क्यों भाग के वापस आ गयी थी. रोहन ने देखा की वैसे ही दो दरिंदे जिन्होंने इतना उत्पात मचाया हुआ था भागते हुए उन्हीं के पास आ रहे है. राका ने भी पलट कर देखा तो उस के तो होश हवास ही उड़ गये. उसे तो समझ ही नहीं आ रहा था की यह किस प्रकार का जानवर है. उसने आज तक अपनी पूरी जिंदगी में इस तरह की चीज़ नहीं देखी थी. यही हाल उसके साथियों का भी था. वो जहां खड़े थे वही खड़े रहे क्योंकि उनके कदम उनका साथ ही नहीं दे रहे थे. पर रोहन का ऐसा हाल नहीं था क्योंकि उसकी इससे पहले भी इस दरिंदे से मुठभेड़ (फाइटिंग) हो चुकी थी…..
 

abhi1008

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Nice update bro ...you rock it
:yourock: :yourock: :yourock:
(UPDATE-42)



तब मुझे तुम पर बहुत गुस्सा आ रहा था.” श्रुति ने कहा.
“क्यों? अब गुस्सा नहीं आ रहा है? “ रोहन थोड़ा मुस्कुराकर कहा. श्रुति, रोहन के इस सवाल पर थोड़ा चौंक गयी . थोड़े देर तक तो उसे कुछ कहते नहीं बना . फिर उसने कहा.
“नहीं ऐसे बात नहीं है, गुस्सा उस वक्त भी था और अब भी है. क्योंकि तुम मेरी मदद कर रहे हो तो इसलिए अभी मेरा गुस्सा थोड़ा कम है. वो तो बस मुझे उन हैवानो से डर लग रहा था इसलिए में तुम्हें कही नहीं जाने दे रही थी. वरना जो तुमने मेरे और मेरे दोस्त के साथ किया है उसके लिए में तुम्हें कभी जिंदगी भर माफ ना करूं.” श्रुति ने कहा.
“दोस्त!! हाहम्म!!! जिसे तू अपना दोस्त कह रही है क्या वो तेरे दोस्ती के लायक थे? में तो समझता हूँ जो वो लोग के साथ हुआ है ठीक ही हुआ है.” रोहन व्यंग करते हुए कहा
“मतलब? में कुछ समझी नहीं.” श्रुति ने थोड़ा हैरत से कहा.
“मतलब यह की तेरे वो सारे दोस्त तुझे धोखा देने का इरादा कर रहे थे” रोहन, श्रुति की तरफ देख कर कहा.
“मेरा साथ धोखा करने का इरादा कर रहे थे…….? तुम क्या कह रहे हो मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है. और वैसे भी वो लोग क्यों मेरे साथ धोखा करेंगे?” श्रुति ने कहा
“अब यह सब मुझे नहीं पता, पर इतना पता है की वो लोग तेरे साथ कुछ गलत करने वाले थे नैनीताल में.
“नैनीताल में? पर तुम्हें यह सब कैसे पता. प्लीज़ मुझे जल्दी से बताओ ….” श्रुति थोड़ा व्याकुल होते हुए पूछने लगी
“जिस ढाबे में तुम सब खाने कहा रहे थे में उसी ढाबे के वॉशरूम में तेरे उन दोस्तों की बातें सुन रहा था. वो लोग तेरे कीहिलाफ कुछ गलत प्लान कर रहे थे.” इतना कह कर रोहन खामोश हो गया.
“वॉट?? मेरे खिलाफ प्लान कर रहे थे? क्या प्लान कर रहे थे, प्लीज़ जल्दी बताओ” श्रुति एक दम शॉक्ड हो गयी थी की उसके दोस्तों ने उसके खिलाफ कुछ गलत प्लान कर रहे थे. वो जाने को एक दम उत्सुक्त थी की आख़िर क्या वो लोग प्लान कर रहे थे.
“उन लोगों का इरादा था की वो लोग तेरे को नैनीताल लेजाकर और फिर तुझे कोई नशीली दवा खिला कर तेरे साथ……..” कहते हुए रोहन थोड़ा रुका.
“मेरे साथ क्या? श्रुति ने जल्दी से कहा.
“आअंह…..तेरे साथ….तेरे साथ वो लोग सेक्स करते और फिर तेरी वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट पर डालते.” कहते हुए रोहन खामोश हो गया और श्रुति की तरफ देखने लगा. यह सुन कर श्रुति का मुंह खुला का खुला रही गया.
“वॉट…….?? श्रुति ने एकदम धीमी आवाज़ में कहा. उसे यकीन ही नहीं हो रहा था उसके साथ कुछ ऐसा होने वाला था.
“अरे यू शुरू? वो लोग मेरे बारे में ऐसा ही कह रहे थे?” श्रुति ने फिर रोहन से कहा.
“हां हां….बिलकुल यही प्लान कर रहते थे…जब में तुम लोगों को चोद रहा था तो उससे पहले मैंने जिस लड़के को बुलाया था, तो उसे यही बताने किए बुलाया था की……वो लोग जो तेरे बारे में प्लान कर रहे थे उसके बारे में मुझे पता है. मेरा बस यही इरादा था की में वो लोग को ब्लैकमेल करूं. अगर वो मेरे खिलाफ कुछ करते है तो में तुझे बता देता की वो सब क्या करने वाले है तेरे साथ.” इतना कह कर रोहन चुप बैठ गया. श्रुति को अब भी यकीन नहीं हो रहा था की उसके साथ कुछ इस तरह होने वाला था.
“सिर्फ़ वही तीन थे….या कोई और भी था उन लड़कियों में से?” उसे पूरा यकीन था की इसमें छाया जरूर शामिल होगी.
“मुझे इतना तो पता नहीं पर जहाँ तक मेरा ख्याल है इसमें सभी शामिल थे खासकर के वो लड़की. क्या नाम था उसका………” रोहन थोड़ा सोचा फिर बोला “हां याद आया!! निशा!! निशा ही नाम था उसका. क्योंकि वो लड़का था ना? जो गाड़ी ड्राइव कर रहा था और जिसे में अकेले में बुलाया था यह उसी की गर्लफ्रेंड थी और उसी के कहने पर उसने तुम्हें साथ चलने को कहा था. शायद उसे तेरे से कोई पुराना हिसाब किताब करना था. उसी का बदला लेने के लिए वो यह सब नाटक खेल रहे थे “ इतना कहने के बाद रोहन, श्रुति की तरफ देखा. पर श्रुति को निशा का नाम सुनकर ही झटका लगा.

“व्हाात???? एक बड़ा सा ‘वॉट’ उसके मुंह से निकला . उसे यकीन ही नहीं हो रहा था की इन सब चीज़ों के पीछे निशा का हाथ है. थोड़े देर तक वो ऐसे ही शॉक में रही. फिर उसे कुछ होश आया तो उसे याद आया की कैसे निशा उसे फ़ायरवेल्ल पार्टी पर चलने के लिए ज़ोर दे रही थी. पहले तो उसने जाने से इनकार कर दिया था जब उसे यह पता चला था की यह पार्टी निखिल ने नैनीताल पर अपने फार्म हाउस पर ऑर्गनाइज़ की है. पर निशा ने उसे कितना फोर्स किया चलने पर. उसे अब समझ में आ रहा था की क्यों निशा उसे अपने साथ ले जाना चाहती थी. क्योंकि निखिल को श्रुति से बदला लेना था जो उसने भरे कॉलेज….
(UPDATE-43)



में निखिल को थप्पड़ मारा था. और इसी के लिए उसने निशा से कहा होगा की वो श्रुति को अपने साथ नैनीताल चलने के लिए फोर्स करे. उसे विश्वास नहीं हो रहा था की निशा जिसे वो अपना सबसे बेस्ट फ़्रेंड समझती थी वो उसके साथ इतना बड़ा धोखा कर सकती है. निखिल के झूते प्यार में उसने अपनी सबसे फ़्रेंड धोखा कैसे दे सकती है. यही सब सोचते सोचते श्रुति एक दम रूहाँसी हो गयी.


फिर अचानक उसे कुछ याद आया तो रोहन से कहने लगी.
“जब तुम्हें सब पता था फिर भी तुमने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की? और अब आए हो मेरी जान बचाने के लिए? अगर तुम उन्हें वही रोक लेते तो आज मेरी यह हालत ही नहीं होती.” श्रुति व्यंग करते हुए रोहन से कहा. रोहन को पहले कुछ सूझा नहीं की वो क्या बोले. फिर कुछ सोच कर उसने बोला.
“मुझे लगा था की यह तो आम बात है. तुम जैसी सोसाइटी में रहती हो वहां तो ऐसा अक्सर होता है और दूसरे मुझे इस नेशनल पार्क के अंदर आना था क्योंकि में और मेरा वो दोस्त जिसे तूने मेरे साथ देखा था हम पर यहां के फोरेस्ट ऑफिसर्स ने बड़ी निगरानी रखी हुई है. अगर हम ऐसे अंदर आने की कोशिश करते तो आसानी से पढ़कर जा सकते थे. इसलिए हमने सोचा की अगर हम तुम लोगों के साथ अंदर आएँगे तो वो लोग यही समझेंगे की कॉलेज का ग्रुप है मौज़ मस्ती करने आए होंगे यह सोच कर वो हम पर ज्यादा इस पर ध्यान नहीं देते.” इतना कहकर रोहन चुप बैठ गया.
“अपने फायदे के लिए तुमने मेरा इस्तेमाल किया……तुम्हें शर्म आनी चाहिए.” श्रुति अब भी रोते हुए कह रही थी.फिर अचानक श्रुति को रोहन ने अभी जो कुछ कहा वो बातें याद आई तो उसने कहा.
“तुमने अभी क्या कहा था में जिस सोसाइटी में रहती हूँ वहां पर अक्सर ऐसा होता रहता है? तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो. दुनिया की हर लड़की को एक जैसा समझ रखा है तुमने.” वो रोहन पर अब भी बरसे जा रही थी.
रोहन कुछ नहीं बोला क्योंकि उसे कोई शब्द ही नहीं मिल रहे थे अपनी सफाई में कुछ कहने का. उसे भी लग रहा था की यह लड़की जो बोल रही है बिलकुल सच है. उसने सिर्फ़ अपने फायदे के लिए उसे इस मुसीबत में डाल दिया. फिर भी थोड़ी देर की खामोशी के बाद उसने कहा.
“देखो में मानता हूँ मैंने जो भी कुछ तेरे साथ में किया है गलत किया है. पहली बात तो यह की में तुझे या तेरे दोस्तों को किसी मुसीबत में नहीं डालना चाहता था. में और मेरा दोस्त बस यही चाह रहे थे की कैसे भी करके इस नेशनल पार्क में एंट्री करले बस. मेरा इरादा था की जब हम इस पार्क में एंट्री कर लेंगे तो में तुम सब को वही से जाने दे देता. इसी वजह से मैंने तुम सबको ज्यादा अंदर नहीं लेकर गया बल्कि वही से चोद दिया जहाँ पर किसी किस्म का कोई भी जुनगल्ली जानवर का खतरा नहीं था. लेकिन मुझे नहीं मालूम था की यहां पर इस तरह के खूनी दरिंदे घूम रहे है और हूँ तुझे और तेरे दोस्तों पर हमला कर देंगे. अगर मुझे पता होता तो में ऐसा हरगिज़ नहीं करता.” फिर रोहन थोड़ा रुक कर फिर से अपनी बात जारी रखते हुए कहा. देख में हालात पहले जैसे तो नहीं कर सकता मगर, में इतना तो कर ही सकता हूँ तुम्हें यहां से सुरखित निकाल दम…..चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों नहीं गवानी पढ़े.” बोलते हुए रोहन चुप भात गया और एक तरफ देखने लगा.फिर उनके बीच थोड़ी देर तक कोई भी बात नहीं हुई. फिर थोड़े देर के बाद श्रुति ने जो अब थोड़ा नॉर्मल हो चुकी थी खामोशी को तोड़ते हुए कहा.
“पर तुम दोनों को इस जंगल में आने के लिए हमारे सहारे की क्या जरूरत थी?. वो तो तुम ऐसे भी आ सकते थे. जैसे नॉर्मल लोग आते है.” रोहन उसकी बात सुनकर थोड़ा हँसने लगा..फिर कुछ देर के बाद बोला.
“में और मेरा दोस्त इस जंगल में गैर क़ानूनी काम करते है. और हमारी जगह जगह तलाशी हो रही थी. इस नेशनल पार्क के हर दरवाजा पर हमारी तस्वीर पहुंच चुकी थी. अगर हम ऐसे ही जाते तो पकड़ में आ जाते, इसलिए हम लोगों ने तुम लोगों का सहारा लिया.रोहन, श्रुति को समझाते हुए कहा.
“गैर क़ानूनी काम? कैसा गैर क़ानूनी काम? “ श्रुति ने थोड़ी उत्सुकता से पूच्ची
“क्यों तुझे क्यों जानना जरूरी है? रोहन ने कहा.
“नहीं में तो बस ऐसे ही पूंछ रही थी, अगर तुम्हें नहीं बताना तो कोई बात नहीं.” बोलकर श्रुति खामोश हो गयी. रोहन भी कुछ देर खामोश भरता रहा फिर उसने कहा “ में और मेरा दोस्त परवेज़, जानवरो को मर कर उनके बॉडी पार्ट्स को जंगल से स्मगलिंग करके बाहरी पार्टी को बेच देते है जिससे हमें अच्छे पैसे मिलते है. “ रोहन ने कहा.
“क्या? इसका मतलब तुम जानवरो की पोचिंग करते हो? “ श्रुति ने हैरत से कहा.
“हां तो क्या हुआ? “ इंसान अपना पेट….
 

Punnu

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Mat update brother.. rohan ne Shruti ko sab bta diya ..or shayd ab inki dosti bhi jayegi.. dekhte hai ye dono yha se kaise bhar niklte hai ..
 

u.sir.name

Hate girls, except the one reading this.
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Nice update brother....
to Rohan ne Shruti ko sab bta diya.... vaise ab yeh dono khul k baat karne lage hai.....
keep writing....
keep posting......
 

AK 24

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nice update bhai maza aa gya ab dekhte hai ki aage kya hota hai... . Bhai ek baat hai ki Aap story ki line (sentence) ko pura kiye bine chhod dete ho
धन्यवाद भाई
और लाइन आधी इसलिए छोड़ता हू
ताकि सस्पेंस बना रहे
 
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