Upadate no.01
कौशल, जीतू, राजेश, और मैं यानी शिवा रामपुर में रहते है। मैं अभी 19 साल का हु, height 6 फुट 2 इंच है, बॉडी ऐसी है की सारी लड़कियां यहां तक कि आंटी,और बूढ़ी औरत भी मुझे देखती है तो उसकी चूत से चाशनी टपकने लगती है क्योंकि मेरी बॉडी के साथ land का भी साइज अच्छी है जो 11' है।
कौशल मेरा बेस्ट फ्रेंड जो अनाथ है और यह एक बाल ब्रह्मचारी है किसी भी लड़की के तरफ देखता भी नहीं और एक मैं किसी भी लड़की को देखता हु तो मुझे केवल उनकी शरीर ही दिखाई देता है। मैं जिस गांव में रहता हु वहा मैं चुदक्कड़ नंबर वन हु चूत दिखी नही की मार ली मैं भाई ऐसा ही हु। मैं किसी को नही देखता हु की वह कौन है। बस मुझे हर जगह चूत ही दिखाई देता है, जिसका कारण कहानी में आगे पता चलेगा।
जीतू और Rajesh ये भी मेरे अच्छे दोस्तो के category me आते है तो फ्रेंड्स हम है चार दोस्त और चारो का नेचर अलग अलग है। मैं सिर्फ अपनी प्यारी स्वीटी दीदी से ही डरता हु बाकी किसी में दम नहीं जो मुझे यानी शिवा को डरा धमका के निकल जाए अगर कोई ऐसे मिला मुझे तो मैने उसकी मां चोद दी। और जिसकी ma नही चोद पाया तो इसका कारण यह है कि मैं उसका दिल से इज्जत करता हु। स्वीटी दीदी के बाद मैं सबसे ज्यादा प्यार मेरी मां और बाबा से करता हु हालांकि मैं और भी लोगों से करता हु या करूंगा जो आपको कहानी में आगे पता चल ही जाएगा।
Ok friend's ज्यादा बोर नहीं करते हुए
आते है कहानी पर --
आज हम चारो दोस्त पार्टी करने जा रहे थे तो मैं और जीतू लाला की दुकान से सारा सामान लाने जा रहे थे। और दुकान पर जाकर देखा तो कोई नहीं है तो हम दोनो दोस्त वही पर बैठ कर बातें करने लगे।
जीतू और मैं आपस मे बात कर ही रहे थे कि दुकान पर लाला की छोटी बहू पदमा आ गई....गोरी चिटी ना ज्यादा मोटी ना पतली बोले तो परफेक्ट फिगर...उमरा लगभग 24 साल..अभी कोई बच्चा नहीं हुआ था
पदमा को देखते ही मेरा लंड उफान मारने लगा और मेरे लंड से लार टपकने लगी… जीतू से मैं बोला यार मैं तो पैसा लाया ही नहीं हु
जीतू -साले तो मैं कौन सा लाया हु मुझे लगा की तू…… एक मिनट अबे तुझे सारे पैसे तो जोड़कर दिए थे…… और तूने अपनी जेब में रखा था…. चल चेक कर रखा होगा……. नही तो चल सामान ले लेते है पैसा बाद में de denge।
मैं - मन में… तेरी मां को चोदूं बहन के लौड़े मैं एक चूत का जुगाड करे वाला हु तुझे समान की पड़ी है अगर यह चूत आज नही सेट हुआ तो….. तेरी बहन को तो चोद ही चुका हु…….. अब तेरी मां चोद दूंगा साले।
जीतू को दिखाकर पॉकेट झूट मूट की चेक करते हुए - नही यार नही लाया हु लगता है, राजेश के पास ही भूल गया हु tu ja mai तब तक समान लेता हु।
जीतू - मैं नही जाने वाला….बाद मेही पैसा दे देंगे चल तू दुकान पर चल।
मैं - नही तू जा…….जल्दी पैसा राजेश से मांग कर ला समझा….. नही तो यही तेरा gand mar लूंगा तू तो जनता है की मेरा कितना बड़ा है।
जीतू कुछ बोलने को हुआ लेकिन मैं उसकी बातों को अनसुना कर वो वहाँ से उठ कर दुकान की तरफ बढ़ गया
जीतू (धीरे से)—साला .....अभी चूत दिखी नही की लगा इसका लंद लार टपकाने लगा… बहनचोद कही का..... हमेशा चोदने के लिए इसका लंड तैयार ही खड़ा रहता है
और जीतू वहा से उठ कर चला जाता है।
दुकान पर -
शिवा (मैं)—कैसी हो भाभी....आज कल तो दिखती ही नही.....लगता है भैया छोड़ते ही नहीं aapko khub maje le rahi ho.
पदमा—क्या करूं...घर में भी तो काम रहता है नही।
शिवा—पर ये तो ग़लत बात है भाभी.....जेल मे बंद रहती हो...कभी हम देवर लोगों का भी तो ख्याल कर लिया करो
पदमा—तो तुम भी शादी कर लो और ले आओ ख्याल रखने वाली।
मैं --- कहा मां मेरी शादी करती है। बोलती है अभी और बड़ा हो जा,अभी उसके लिए छोटा ही हूं और अब भी….हमसे दूर दूर ही रहती है।
पदमा भाभी - धीरे से अब कितना बड़ा होगा, रोज तो सुनती हु गांव में की तेरा गधा से भी बड़ा है।
मैं -- क्या सोच रही हो, जरा हमे भी तो बताओ।
पदमा --- हड़बड़ाकर न…...ही कुछ भी नही बोली क्या चाहिए?क्या लेने आए हो ?
शिवा— आपकी ही लेने आया हु …
पदमा…...क्या….?
शिवा….बात को पलटते हुए ...कुछ नही भाभी आपने क्या सुना maine bole आज कल बहुत मौसम चल रहा है भाभी.....कभी हमे भी तो सेवा का मौका दो।
गांव की लगभग सभी औरते और लड़किया मेरा फ़ितरत और मेरे लंड के बारे मे जानती थी....कि शिवा एक नंबर का महा चुदक्कड़...लड़का है
लेकिन उसके लंड का साइज़ सबके के लिए आकर्षण का केन्द्र बना रहता था
जब भी गाँव मे लड़किया या औरत आपस मे चोदने चादने की चर्चा करती तो उनकी बातों में शिवा का जिक्र होता ही अधिक होता था…पदमा भाभी ने भी शिवा और उसके लंड के बारे मे अपने जेठानी और अगल बगल की औरतों के मुंह से सुन रखी थी ….उसके मन मे भी मेरा लंड देखने
की प्रबल जिज्ञासा थी वैसे भी उसके पति का 3’ का ही था जिससे उसकी चुदासी चूत चुदासी ही रह जाती थी
पदमा—मैं तुमसे उमर मे बहुत बड़ी हूँ देवर जी...मुझसे मजाक अच्छा नही।
शिवा—उम्र से क्या होता है भाभी.....मैने तो अपने से चार गुना बड़ी औरत को भी जवान कर दिया है...और रही मजाक की बात तो...हम आप से मजाक नहीं करेंगे तो किससे करेंगे...
पदमा—चल झूठा...इतना भी मत फेंका करो कि कोई लपेट ना सके
शिवा—एक बार अपनी राज दुलारी के दर्शन ही करा दो भाभी बदले मे अजगर देख लो
पदमा—केंचुआ कहो….अजगर मत कहो
शिवा—अंदर आ जाउ भाभी जी
पदमा—ना..बाबा…ना…तू ना बाहर से ही बात कर….अगर मेरी सास ससुर या गांव का कोई भी तुझे अंदर देख लिया तो मैं तो मुफ्त मे ही बदनाम हो जाउंगी
मैं—एक बार अपनी राज दुलारी को ही दिखा दो या अपने नींबू का स्वाद चखा दो।
पदमा—मेरे पास राज दुलारी कहा से आयेगी जा गांव में होगी जा देख ले बह अपने घर पर ही होगी….?
मैं—क्यो उस बेचारी को छुपाए फिरती हो....एक बार दे दो भाभी कसम से जन्नत का मज़ा दूँगा आपको।
पदमा—जब मेरे पास राज दुलारी आती है ही नहीं तो कहाँ से दिखा दूं तुमको देवर जी और राज दुलारी को दिखाने या n दिखाने से भला जन्नत का मजा कहा से मिलेगा...
मैं—चलो अंदर आकर बता ही देता हूँ।
पदमा—नही…तू वही से बता दे।
Next update में पदमा भाभी के साथ मस्ती जारी रहेगा।
Attention please
Friends, in about 5-6 updates of this story sex scene will be shown which is a monstrous quality and the hero of this story is also more fond of fucking, after all, the Devil King lives inside them.And this gentleman is also very merciful because he was born to do a great work.Now why and how he was born, you will know in the story itself. 5- 6 The story of becoming the devil king will start after the updates
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