• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.
Status
Not open for further replies.

Looteraaa

Member
273
498
64
Update 4


अगली सुबह 7 बजे :

काव्या नींद से जागती है तो अपने आप को न्यूड देख शर्माने लगती है और तुरंत ही खुद को चद्दर से ढक लेती है तभी उसे याद आता है कि कैसे उसने रात में वीर को वाइल्डली किस किया था

तो वो और भी ज्यादा शर्मा जाती और अपने फेस पर हाथ रखके ब्लस करने लगती है फिर वो वापिस से चद्दर हटा के पास के मिरर में देखती है तो हैरान रह जाती है क्योंकि उसकी गर्दन पर बोहोत सारे लव बाइट्स थे और ब्रेस्ट एरिया पर भी काफी सारे हिकीज थे.....

इस हलचल से वीर भी जाग जाता है और काव्या से कहता है
वीर : गुड मॉर्निग

काव्या कोई जबाव नहीं देती तो वीर उसे चद्दर सहित पकड़ कर अपनी बाहों में कस लेता और कहता है.......रात में तो तुम काफी ज्यादा बोल्ड थी अब क्या हुआ; इतना क्यूं शर्मा रही हो

images


तभी काव्या वीर के बॉडी को छू कर देखती है और मन में सोचती ये तो काफी स्ट्रॉन्ग है रात में मेरा इस ओर ध्यान क्यों नहीं गया ....(इसका कारण वीर का स्पोर्ट्स में पार्टिसिपेशन था )

काव्या अब उससे छूटने की कोशिश करती है तो वीर उसे और भी ज्यादा कस के पकड़ लेता है और कहता है ऐसे तो नहीं जाने दूंगा पहले बताओ मेरी परफॉर्मेस कैसी रही?

काव्या अब भी छुड़ाने की कोशिश में लगी हुई थी जब वीर उसे भी छोड़ता तो हारकर वो एकदम से कहती है "बोहोत अच्छी थी लेकिन टेक्नीक कुछ खास नहीं थी"

इतना सुनते ही वीर उसे किस करते हुए कहता है अच्छा! तो क्यों न, फिर से ट्राय करे! ........इतना सुनना था की काव्या मछली के जैसे तड़पने लगती और कहती नही!!!! आपको पता है मैं कितना ज्यादा थक चुकी हूं और अब भी मुझे पूरे शरीर में दर्द हो रहा है।

images



इस पर वीर अपनी पकड़ ढीली करता है क्योंकि उसे काव्या पर बोहोत ही ज्यादा प्यार आ जाता है ; इसीलिए वो कहता है वैसे वाइफी आज ब्लू पहनना और उसके कानों को थोड़ा सा काट लेता है तभी काव्या थोड़ा सा सेड होकर कहती है पर मेरे पास तो ब्लू सारी है ही नही


वीर : साड़ी नही है तो क्या हुआ और भी कुछ होगा ना तुम्हारे पास
काव्या : नहीं, मम्मी ने कहा था वहा जाकर सिर्फ साड़ी ही पहनना तो मै और कुछ नहीं लाई

इसपर
वीर : उसके सिर पर हाथ रखते हुए "तुम्हे यहां जो भी पहनना हो पहन सकती हो अपनी मम्मी की बात भूल जाओ और तुम नहाने जाओ तब तक मैं कपड़े मंगवाता हूं"

फिर वीर अपनी बहन कीर्ति को कॉल करता है और पूछता है बिट्टू शॉपिंग पर चलोगी जिसपर कीर्ति खुश हो जाती है और फाटक से बोलती है 'बिलकुल '

कीर्ति : भाई......वैसे हम लेने क्या जा रहे?
वीर : कपड़े लेंगे और मैं तुम्हे तुम्हारी फेवरिट आइसक्रीम भी खिलाऊंगा
कीर्ति : ओके भैया

तब वीर कहता है भाभी भी साथ जाएंगी तो फिर तुम अभी अपनी भाभी के लिए कुछ ब्लू पहनने के लिए ले आओ

जिसपर कीर्ति ब्लू जींस और व्हाइट कुर्ती लेकर रूम में आती; मैं तो उसे जल्दी भागना चाहता था लेकिन वो काव्या से मिलने की जिद कर रही थी,
जिसपर मेने कहा अगर मेरे 3 गिनने तक तुम यहां से नही गई तो शॉपिंग कैंसल जिसपर

कीर्ति भागती हुई जाती है और दूर से बोलती है शॉपिंग करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता और हंसने लगती है.....

वीर : उफ्फ ये लड़की भी ना

बैठे बैठे मैं सोचने लगता हूं, काव्या और कीर्ति दोनो में सिर्फ एक साल का ही फर्क है लेकिन कीर्ति मैं अब भी उसका बचपना दिखाई देता है, शायद काव्या ने अभी से बोहोत से दुख देख लिए है

फिर मैं ड्रेस देखने लगता हूं; मैं तो उपर कुछ ब्लू देखना चाहता था लेकिन कोई बात नही जींस ही सही ब्लू तो है न (वीर का फेवरिट कलर स्काई ब्लू )

तभी काव्या की बाथरूम से आवाज आती है वो कपड़े मांग रही थी
वीर : अरे! अब शर्माना बंद करो और बाहर आ जाओ! वैसे भी मैने तुम्हारा सबकुछ देख लिया है।

ये सुनकर काव्या तो शर्मा ही जाती है फिर
काव्या धीरे से टॉवेल लपेट कर जैसे ही बाहर आती है वीर उसे बाहों में भर लेता है और कहता जान! तुमसे तो बोहोत ही अच्छी खुशबू आ रही है

काव्या : छोड़ो मुझे .... छोड़ो...पहले नहा कर आओ गंदे कही के!
वीर : अच्छा मैं गंदा .....अब देखो ये गंदा पति तुम्हारे साथ क्या क्या करता है मैं उसके गले में काट लेता हूं.. ......अपने पति को गंदा बोलती है

फिर काव्या उसे जल्दी से नहाने का बोलती है और कहती अब नही कहूंगी प्लीज चले जाओ; तो वीर उसे गाल पर किस करके बाथरूम में चला जाता है

यहां काव्या मिरर में देखकर अपने गले के निशानों को मेकअप से छुपाने की कोशिश कर रही थी ....थोड़ी देर में ही वो तैयार हो जाती है; इतने में वीर भी बाथरूम से बाहर आके तैयार हो चुका था

सुबह सवा आठ बजे :
वीर और काव्या नीचे आते है वीर व्हाइट शर्ट और ब्लू जींस में था तो काव्या भी ब्लू जींस और व्हाइट कुर्ती में बोहोत ही ज्यादा प्यारी लग रही थी


images


वीर जल्दी से काव्या का हाथ पकड़कर बाहर आता है और कहता है जल्दी गाड़ी में बैठो ; काव्या कन्फ्यूज हो जाती है कि कहा ले जा रहे हो सुबह सुबह घरवालों से तो मिल लेने देते

वीर कहता जल्दी करो मंदिर जाना है ....वीर अपनी होंडा सिटी में काव्या को लेकर शिव मंदिर जाता है जहा दोनो आगे के जीवन के लिए भगवान का आशीर्वाद लेते है और प्रसाद लेकर घर आ जाते है

घर आते ही काव्या मन में
हे भगवान! मैं क्या करू? एक तो इतनी देर से उठी उपर से अब तो 9 भी बजने वाले है कहा से शुर करू; क्या करू? क्या न करु?

वीर काव्या के चेहरे पर चिंता के भाव साफ देख लेता है इसीलिए धीरे से काव्या को कहता है ये प्रसाद लो और बाटते हुए सबसे मिलो

काव्या ऐसा ही करती है प्रसाद देते हुए घर के बड़ो में सबसे पहले पिताजी के पैर छूकर आशीर्वाद लेती फिर मां के पैर छूने के बाद वो मेरे पास आती मैं उसे इशारे से मना करता हु फिर भी वो मेरे पैर छुने लगती है तो मैं उसे बीच में ही पकड़ लेता हु ....सब वहा थे तो गले तो नही लगा सका..

तभी काव्या देखती है उसकी दोनो ननद मिलकर नाश्ता बना चुकी है तो वो जाकर सर्व करने में उनको मदद करने लगती है नाश्ते के बाद काव्या, रूही और कीर्ति के साथ एक रूम में होती है और जूही तो बाहर छोटे बच्चो के साथ खेल रही थी

कीर्ति : भाभी, वैसे ....मेरे भैया काफी स्ट्रॉन्ग है ना ( दरअसल कीर्ति और रूही काव्या के मजे लेना चाहती थी)
रुही : हां भाभी बताओ ना!

काव्या शर्माने लगती है, तो रुही कहती है भाभी आप भूल गई कल ही तो हम दोस्त बने है ना ...जिसपर काव्या कहती हां लेकिन ये सब मत पूछो प्लीज़ और ब्लश करने लगती है

Happy Cardcaptor Sakura GIF
tomoyo daidouji love GIF


कीर्ति : भाभी भैया तो आपसे 8 साल बड़े है ना ..तो आपको दिक्कत तो नहीं हुई ( अब काव्या के मन में रात के सीन चलने लगते है और वो शर्म से गड़ी जा रही थी )

तभी एकदम से काव्या बोलती है नहीं, वो तो बोहोत अच्छे है, मेरा बोहोत ख्याल भी रखते है, और शरमाते हुए .... हां वो काफी स्ट्रॉन्ग भी है

रूही : क्या भाभी आप भी ना; ये सब हम आपसे ही तो पूछेंगे न और आप ऐसे बताओगी तो कैसे चलेगा ठीक से बताओ ना....

काव्या : ठीक है बाबा! जब तुम्हारी शादी होगी ना, तब मैं तुम्हे सब कुछ बताऊंगी लेकिन उससे पहले कुछ नही और रूही को टपली मारकर जल्दी से उपर रूम की ओर भाग जाती है।

जैसे ही काव्या रूम में पहुंचती है तो उसे जानवी का कॉल आ जाता है और वो उसे कहने लगती है रात में तुमने मेरा कॉल क्यों काटा था ?

काव्या : जानू...जानू... पहले शांत हो जा और मेरी बात सुन
जानवी शांत हो जाती है तब काव्या एक लंबी सी सांस भरती है और कहती है

काव्या : जानू मैने शादी कर ली है
जानवी : 😱शॉक्ड!.... क्या बोल रही हो, कही कुछ उल्टा सीधा तो नही खा लिया और शादी......शादी तो किरण दीदी की थी ना?
काव्या : मैं सच कह रही हूं
जानवी : देख मजाक करना बंद कर दे ....और अगर तूने सच में शादी कर ली है तो .....मैं भी तो जानू कौन है वो, जिसने मेरी प्यारी काव्या को मुझसे छीना है


काव्या : ये तू क्या बोल रही; किसने, किससे, क्या छीन लिया....... और शर्माकर वैसे उनका नाम वीर है🙈
जानवी : लेकिन वीर तो तुम्हारे जीजा जी है न, तो तुमने कैसे.... जानवी इतना बोल ही रही थी कि काव्या
काव्या : दीदी शादी से भाग गई!


जानवी : तो तूने शादी कर ली ये क्या कर दिया वो तो तुमसे उम्र....
काव्या : शांत हो जा पहले तो और मुझे उनकी उम्र से कोई दिक्कत नही है
जानवी : लेकिन तू तो अभी छोटी है न फिर तूने कैसे शादी कर ली ....देख काव्या ये मजबूरी की शादी है इसमें तुझे सिर्फ दुख ही मिलेंगे
काव्या : तू चुपकर पहले ......वो न मुझसे बोहोत प्यार करते है और मेरा काफी ध्यान भी रखते है


जानवी : नई नई शादी है न तो ध्यान तो रखेंगे ही देखना तुझे न ही आगे पढ़ने को मिलेगा न ही तू अपने मन के कपड़े पहन सकती है
काव्या : तू मेरी छोड़... मैं वो सब देख लूंगी और मैं तो हूं ही इतनी प्यारी कि वो मुझे कुछ भी करने से नहीं रोकेंगे


जानवी : (गुस्से में) ठीक है, मैं तो तेरा ही भला सोच रही थी.......खैर जाने दो लकी तुम्हारे बारे में पूछ रहा था तो मैंने उसे तेरा नंबर दे दिया
( यहां जानवी गुस्से में क्यूं है ये तो जब कॉलेज चालू होगा तब पता लग ही जाएगा )

काव्या : तू मेरा भला छोड़ और लकी को बता देना कि मुझे कभी भी कॉल न करे...मेरी शादी हो चुकी है
जानवी : लेकिन बात तो तू कर ही सकती है
काव्या : (गुस्से में) नहीं बोला ना और आज के बाद मुझसे बिना पूछे मेरा नंबर किसी को मत देना


जानवी : ठीक है गुस्सा क्यों करती है मैं उसे कह दूंगी कि वो तुझे कॉल न करे.... (जानवी मन में..... काव्या की बच्ची में तुझे देख लूंगी )
काव्या : सॉरी जानू थोड़ा गुस्से में ज्यादा बोल गई लेकिन तू भी समझ न यार मेरी अब शादी हो चुकी


जानवी : अरे कोई ना..... दोस्तो में तो ये होता ही रहता है
काव्या : हम्म्म ठीक है ... तू न मेरी बेस्ट फ्रेंड है
तभी गेट पर नॉक होता है ,तो काव्या अच्छा जानवी में रखती हूं; बाय कहती है और कॉल कट कर देती है।

काव्या जब दरवाजा खोलती है तो सामने जूही रहती है जो काफी थक गई थी तो आकर सीधा बेड पर लेट जाती है और कहती है काव्या दी मुझे बोहोत नींद आ रही है तो काव्या उसके सिर पर हाथ फेर कर उसे सुला देती है।


दोपहर 12 बजे
वीर काव्या को कॉल करता है ( सुबह नाश्ते के बाद वो खेत देखने और जैक से मिलने चला गया था )
काव्या : हेलो
वीर : जल्दी से सब रेडी हो जाओ शॉपिंग पर जाना है
काव्या : लेकिन अचानक से .....शॉपिंग
वीर : मुझे लगा सुबह तुमने सुन लिया होगा ....खैर छोड़ो जल्दी से रेडी हो जाओ और में 10 मिनट में पहुंच रहा हूं....ये कहकर वीर कॉल कट कर देता है


काव्या नीचे जाकर रूही और कीर्ति को शॉपिंग के लिए तैयार होने का कहती है


थोड़ी देर बाद :
रूही जिद करके काव्या को वीर के साथ आगे बैठा देती है; तो काव्या शर्मा जाती है और यहां मैं ये सोच सोच के हैरान हो रहा था कि इतनी छोटी लड़की आखिर इतना, कैसे शर्मा सकती है

अब काव्या वीर के साथ आगे बैठी थी जबकि पिछली सीट पर जूही के अगल-बगल रूही और कीर्ति बैठी हुई थी क्योंकि जूही अब भी आधी नींद में थी तो कीर्ति के बाजू पर सिर टिकाए बैठी थी

हम रास्ते में काफ़ी आगे निकल आए थे पीछे जैक भी स्कॉर्पियो लेकर आ रहा था .....दरअसल सिटी मेरी पहली कार है और मेरे दिल के काफी करीब भी इसीलिए मैं हमेशा उसमे ही ट्रैवल करता हूं

images



कुछ ही देर में हम मॉल के अंदर थे तो मैंने उन्हें कहा जाओ जो पसंद हो लेलो मैं तुम्हारा यही बाहर वेट करता हूं....और चारों के अंदर जाते ही जैक भी आ गया
जैक आते ही चलो; वीर सुबह ज्यादा बात नहीं हो पाई थी तो अब आगे का प्लान करते है

वीर : वो तो ठीक है यार लेकिन मैं अभी में तेरी भाभी के साथ आया हूं तो काम की बात नही करेंगे.... चल तुझे काफी पिलाता हूं

यहां वीर का मैसेज कीर्ति और रूही को मिल जाता है कि भाभी को साड़ी मत खरीदने देना, जो कपड़े तुम दोनो लोगी वही उन्हें भी दिलाना

दोनो... ओके भाई मेसेज करती है

(मैं खुद उसको कपड़े दिलाना चाहता था लेकिन अभी उसे और भी ज्यादा खुश रखने के लिए ...जितने ज्यादा लोगो को वो करीब से जान सके उतना अच्छा; इसीलिए अपनी बहनों के साथ उसे भेजना ही ठीक था)



चारों इस शॉप से उस शॉप कपड़े खरीदती जा रही थी कि तभी काव्या ने नोटिस किया की एक लड़का जहा जहा वे जा रही थी उनके पीछे पीछे आ रहा था। पहले तो काव्या ने इग्नोर किया लेकिन फिर कुछ हो जाने के डर से तुरंत ही वीर को मैसेज कर दिया

वीर तुरंत भागते हुए उन्हें ढूंढ़ लेता है जैक दूसरी तरफ देख रहा था तो वीर ने उसे भी वही बुला लिया और वो उस लड़के पर नजर रखने लगे

तभी जैक ने देखा की वो लड़का जाके रूही का हाथ पकड़ लेता है इतना होना ही था की जैक पीछे से उस लड़के को एक लात मारता है और वो आगे गिर जाता है

जैक : मेरी बहन को हाथ कैसे लगाया और उसके हाथ पर पैर रखके उसे दबाने लगता है और वीर रूही से पूछता है सब ठीक तो है न

[दोस्तो जैक और वीर दोनो एक दूसरे के लिए भाई से बढ़कर है...एक स्पेशल अपडेट जैक के बारे में होगा जहा आप जानेंगे कि इतनी घनिष्ट मित्रता आखिर हुई केसे .....लड़ाई में हमेशा अग्रेसर जैक ही होता है ......आगे बोहोत कुछ है जानने के लिए]


रुही : हां भैया मैं ठीक हूं
वीर तुम लोग शॉपिंग करो इसे हम देख लेंगे ....तभी काव्या कहती है शॉपिंग तो हो गई है अब हमे कुछ नहीं लेना


तभी मैनेजर वहा आ जाता है साथ में सिक्योरिटी गार्ड भी होते है
मैनेजर : क्या हो रहा है यहां दिन दहाड़े गुंडा गर्दी ; दरअसल ये लड़का मैनेजर का खुद का बेटा होता है

जैक : तू कुछ ज्यादा ही नहीं बोल रहा और अपने पैर को और जोर से लड़के के हाथ पर रख देता है
मैनेजर : गार्ड्स देख क्या रहे हो पकड़ो इसे

जैसे ही दोनो गार्ड्स आगे बढ़ते है जैक लात फसाकर पहले एक को गिरा देता है फिर दूसरे का हाथ मोड़कर उसे धक्का देता है जिससे वह दूर जा गिरता है


अब जैक तीनों पर जा जा कर लात और घूंसे बरसा रहा था कि तभी किसी ने पुलिस को बुला लिया था तो वो आकर चारों को ले जाती है

वीर ने अब भी कुछ नहीं किया था क्योंकि उसका इंटरव्यू होने में बस 20 दिन बाकी थे और वो पब्लिक में फाइट नहीं कर सकता था

जब सभी को पुलिस ने बंद कर दिया तो उपर से स्टेट होम मिनिस्टर का कॉल आ गया जिसपर
पुलिस जैक को छोड़ देती है और मैनेजर के लड़के और गार्ड्स पर रिपोर्ट दर्ज कर लेती है।


(होम मिनिस्टर का यहां कॉल आना ...वीर की सीक्रेट आइडेंटिटी होना ये सब आगे पता चलेगा)
.
.
.
.
|| jo bhi story ko padh rhe hai comment jarur kr diya kare...mujhe bhi janna hai kaha kami reh rhi hai || thank you❣️














 

sam_41

Member
349
253
63
Update 4


अगली सुबह 7 बजे :

काव्या नींद से जागती है तो अपने आप को न्यूड देख शर्माने लगती है और तुरंत ही खुद को चद्दर से ढक लेती है तभी उसे याद आता है कि कैसे उसने रात में वीर को वाइल्डली किस किया था

तो वो और भी ज्यादा शर्मा जाती और अपने फेस पर हाथ रखके ब्लस करने लगती है फिर वो वापिस से चद्दर हटा के पास के मिरर में देखती है तो हैरान रह जाती है क्योंकि उसकी गर्दन पर बोहोत सारे लव बाइट्स थे और ब्रेस्ट एरिया पर भी काफी सारे हिकीज थे.....

इस हलचल से वीर भी जाग जाता है और काव्या से कहता है
वीर : गुड मॉर्निग

काव्या कोई जबाव नहीं देती तो वीर उसे चद्दर सहित पकड़ कर अपनी बाहों में कस लेता और कहता है.......रात में तो तुम काफी ज्यादा बोल्ड थी अब क्या हुआ; इतना क्यूं शर्मा रही हो

images


तभी काव्या वीर के बॉडी को छू कर देखती है और मन में सोचती ये तो काफी स्ट्रॉन्ग है रात में मेरा इस ओर ध्यान क्यों नहीं गया ....(इसका कारण वीर का स्पोर्ट्स में पार्टिसिपेशन था )

काव्या अब उससे छूटने की कोशिश करती है तो वीर उसे और भी ज्यादा कस के पकड़ लेता है और कहता है ऐसे तो नहीं जाने दूंगा पहले बताओ मेरी परफॉर्मेस कैसी रही?

काव्या अब भी छुड़ाने की कोशिश में लगी हुई थी जब वीर उसे भी छोड़ता तो हारकर वो एकदम से कहती है "बोहोत अच्छी थी लेकिन टेक्नीक कुछ खास नहीं थी"

इतना सुनते ही वीर उसे किस करते हुए कहता है अच्छा! तो क्यों न, फिर से ट्राय करे! ........इतना सुनना था की काव्या मछली के जैसे तड़पने लगती और कहती नही!!!! आपको पता है मैं कितना ज्यादा थक चुकी हूं और अब भी मुझे पूरे शरीर में दर्द हो रहा है।

images



इस पर वीर अपनी पकड़ ढीली करता है क्योंकि उसे काव्या पर बोहोत ही ज्यादा प्यार आ जाता है ; इसीलिए वो कहता है वैसे वाइफी आज ब्लू पहनना और उसके कानों को थोड़ा सा काट लेता है तभी काव्या थोड़ा सा सेड होकर कहती है पर मेरे पास तो ब्लू सारी है ही नही


वीर : साड़ी नही है तो क्या हुआ और भी कुछ होगा ना तुम्हारे पास
काव्या : नहीं, मम्मी ने कहा था वहा जाकर सिर्फ साड़ी ही पहनना तो मै और कुछ नहीं लाई

इसपर
वीर : उसके सिर पर हाथ रखते हुए "तुम्हे यहां जो भी पहनना हो पहन सकती हो अपनी मम्मी की बात भूल जाओ और तुम नहाने जाओ तब तक मैं कपड़े मंगवाता हूं"

फिर वीर अपनी बहन कीर्ति को कॉल करता है और पूछता है बिट्टू शॉपिंग पर चलोगी जिसपर कीर्ति खुश हो जाती है और फाटक से बोलती है 'बिलकुल '

कीर्ति : भाई......वैसे हम लेने क्या जा रहे?
वीर : कपड़े लेंगे और मैं तुम्हे तुम्हारी फेवरिट आइसक्रीम भी खिलाऊंगा
कीर्ति : ओके भैया

तब वीर कहता है भाभी भी साथ जाएंगी तो फिर तुम अभी अपनी भाभी के लिए कुछ ब्लू पहनने के लिए ले आओ

जिसपर कीर्ति ब्लू जींस और व्हाइट कुर्ती लेकर रूम में आती; मैं तो उसे जल्दी भागना चाहता था लेकिन वो काव्या से मिलने की जिद कर रही थी,
जिसपर मेने कहा अगर मेरे 3 गिनने तक तुम यहां से नही गई तो शॉपिंग कैंसल जिसपर

कीर्ति भागती हुई जाती है और दूर से बोलती है शॉपिंग करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता और हंसने लगती है.....

वीर : उफ्फ ये लड़की भी ना

बैठे बैठे मैं सोचने लगता हूं, काव्या और कीर्ति दोनो में सिर्फ एक साल का ही फर्क है लेकिन कीर्ति मैं अब भी उसका बचपना दिखाई देता है, शायद काव्या ने अभी से बोहोत से दुख देख लिए है

फिर मैं ड्रेस देखने लगता हूं; मैं तो उपर कुछ ब्लू देखना चाहता था लेकिन कोई बात नही जींस ही सही ब्लू तो है न (वीर का फेवरिट कलर स्काई ब्लू )

तभी काव्या की बाथरूम से आवाज आती है वो कपड़े मांग रही थी
वीर : अरे! अब शर्माना बंद करो और बाहर आ जाओ! वैसे भी मैने तुम्हारा सबकुछ देख लिया है।

ये सुनकर काव्या तो शर्मा ही जाती है फिर
काव्या धीरे से टॉवेल लपेट कर जैसे ही बाहर आती है वीर उसे बाहों में भर लेता है और कहता जान! तुमसे तो बोहोत ही अच्छी खुशबू आ रही है

काव्या : छोड़ो मुझे .... छोड़ो...पहले नहा कर आओ गंदे कही के!
वीर : अच्छा मैं गंदा .....अब देखो ये गंदा पति तुम्हारे साथ क्या क्या करता है मैं उसके गले में काट लेता हूं.. ......अपने पति को गंदा बोलती है

फिर काव्या उसे जल्दी से नहाने का बोलती है और कहती अब नही कहूंगी प्लीज चले जाओ; तो वीर उसे गाल पर किस करके बाथरूम में चला जाता है

यहां काव्या मिरर में देखकर अपने गले के निशानों को मेकअप से छुपाने की कोशिश कर रही थी ....थोड़ी देर में ही वो तैयार हो जाती है; इतने में वीर भी बाथरूम से बाहर आके तैयार हो चुका था

सुबह सवा आठ बजे :
वीर और काव्या नीचे आते है वीर व्हाइट शर्ट और ब्लू जींस में था तो काव्या भी ब्लू जींस और व्हाइट कुर्ती में बोहोत ही ज्यादा प्यारी लग रही थी


images


वीर जल्दी से काव्या का हाथ पकड़कर बाहर आता है और कहता है जल्दी गाड़ी में बैठो ; काव्या कन्फ्यूज हो जाती है कि कहा ले जा रहे हो सुबह सुबह घरवालों से तो मिल लेने देते

वीर कहता जल्दी करो मंदिर जाना है ....वीर अपनी होंडा सिटी में काव्या को लेकर शिव मंदिर जाता है जहा दोनो आगे के जीवन के लिए भगवान का आशीर्वाद लेते है और प्रसाद लेकर घर आ जाते है

घर आते ही काव्या मन में
हे भगवान! मैं क्या करू? एक तो इतनी देर से उठी उपर से अब तो 9 भी बजने वाले है कहा से शुर करू; क्या करू? क्या न करु?

वीर काव्या के चेहरे पर चिंता के भाव साफ देख लेता है इसीलिए धीरे से काव्या को कहता है ये प्रसाद लो और बाटते हुए सबसे मिलो

काव्या ऐसा ही करती है प्रसाद देते हुए घर के बड़ो में सबसे पहले पिताजी के पैर छूकर आशीर्वाद लेती फिर मां के पैर छूने के बाद वो मेरे पास आती मैं उसे इशारे से मना करता हु फिर भी वो मेरे पैर छुने लगती है तो मैं उसे बीच में ही पकड़ लेता हु ....सब वहा थे तो गले तो नही लगा सका..

तभी काव्या देखती है उसकी दोनो ननद मिलकर नाश्ता बना चुकी है तो वो जाकर सर्व करने में उनको मदद करने लगती है नाश्ते के बाद काव्या, रूही और कीर्ति के साथ एक रूम में होती है और जूही तो बाहर छोटे बच्चो के साथ खेल रही थी

कीर्ति : भाभी, वैसे ....मेरे भैया काफी स्ट्रॉन्ग है ना ( दरअसल कीर्ति और रूही काव्या के मजे लेना चाहती थी)
रुही : हां भाभी बताओ ना!

काव्या शर्माने लगती है, तो रुही कहती है भाभी आप भूल गई कल ही तो हम दोस्त बने है ना ...जिसपर काव्या कहती हां लेकिन ये सब मत पूछो प्लीज़ और ब्लश करने लगती है

Happy Cardcaptor Sakura GIF
tomoyo daidouji love GIF


कीर्ति : भाभी भैया तो आपसे 8 साल बड़े है ना ..तो आपको दिक्कत तो नहीं हुई ( अब काव्या के मन में रात के सीन चलने लगते है और वो शर्म से गड़ी जा रही थी )

तभी एकदम से काव्या बोलती है नहीं, वो तो बोहोत अच्छे है, मेरा बोहोत ख्याल भी रखते है, और शरमाते हुए .... हां वो काफी स्ट्रॉन्ग भी है

रूही : क्या भाभी आप भी ना; ये सब हम आपसे ही तो पूछेंगे न और आप ऐसे बताओगी तो कैसे चलेगा ठीक से बताओ ना....

काव्या : ठीक है बाबा! जब तुम्हारी शादी होगी ना, तब मैं तुम्हे सब कुछ बताऊंगी लेकिन उससे पहले कुछ नही और रूही को टपली मारकर जल्दी से उपर रूम की ओर भाग जाती है।

जैसे ही काव्या रूम में पहुंचती है तो उसे जानवी का कॉल आ जाता है और वो उसे कहने लगती है रात में तुमने मेरा कॉल क्यों काटा था ?

काव्या : जानू...जानू... पहले शांत हो जा और मेरी बात सुन
जानवी शांत हो जाती है तब काव्या एक लंबी सी सांस भरती है और कहती है

काव्या : जानू मैने शादी कर ली है
जानवी : 😱शॉक्ड!.... क्या बोल रही हो, कही कुछ उल्टा सीधा तो नही खा लिया और शादी......शादी तो किरण दीदी की थी ना?
काव्या : मैं सच कह रही हूं
जानवी : देख मजाक करना बंद कर दे ....और अगर तूने सच में शादी कर ली है तो .....मैं भी तो जानू कौन है वो, जिसने मेरी प्यारी काव्या को मुझसे छीना है


काव्या : ये तू क्या बोल रही; किसने, किससे, क्या छीन लिया....... और शर्माकर वैसे उनका नाम वीर है🙈
जानवी : लेकिन वीर तो तुम्हारे जीजा जी है न, तो तुमने कैसे.... जानवी इतना बोल ही रही थी कि काव्या
काव्या : दीदी शादी से भाग गई!


जानवी : तो तूने शादी कर ली ये क्या कर दिया वो तो तुमसे उम्र....
काव्या : शांत हो जा पहले तो और मुझे उनकी उम्र से कोई दिक्कत नही है
जानवी : लेकिन तू तो अभी छोटी है न फिर तूने कैसे शादी कर ली ....देख काव्या ये मजबूरी की शादी है इसमें तुझे सिर्फ दुख ही मिलेंगे
काव्या : तू चुपकर पहले ......वो न मुझसे बोहोत प्यार करते है और मेरा काफी ध्यान भी रखते है


जानवी : नई नई शादी है न तो ध्यान तो रखेंगे ही देखना तुझे न ही आगे पढ़ने को मिलेगा न ही तू अपने मन के कपड़े पहन सकती है
काव्या : तू मेरी छोड़... मैं वो सब देख लूंगी और मैं तो हूं ही इतनी प्यारी कि वो मुझे कुछ भी करने से नहीं रोकेंगे


जानवी : (गुस्से में) ठीक है, मैं तो तेरा ही भला सोच रही थी.......खैर जाने दो लकी तुम्हारे बारे में पूछ रहा था तो मैंने उसे तेरा नंबर दे दिया
( यहां जानवी गुस्से में क्यूं है ये तो जब कॉलेज चालू होगा तब पता लग ही जाएगा )

काव्या : तू मेरा भला छोड़ और लकी को बता देना कि मुझे कभी भी कॉल न करे...मेरी शादी हो चुकी है
जानवी : लेकिन बात तो तू कर ही सकती है
काव्या : (गुस्से में) नहीं बोला ना और आज के बाद मुझसे बिना पूछे मेरा नंबर किसी को मत देना


जानवी : ठीक है गुस्सा क्यों करती है मैं उसे कह दूंगी कि वो तुझे कॉल न करे.... (जानवी मन में..... काव्या की बच्ची में तुझे देख लूंगी )
काव्या : सॉरी जानू थोड़ा गुस्से में ज्यादा बोल गई लेकिन तू भी समझ न यार मेरी अब शादी हो चुकी


जानवी : अरे कोई ना..... दोस्तो में तो ये होता ही रहता है
काव्या : हम्म्म ठीक है ... तू न मेरी बेस्ट फ्रेंड है

तभी गेट पर नॉक होता है ,तो काव्या अच्छा जानवी में रखती हूं; बाय कहती है और कॉल कट कर देती है।

काव्या जब दरवाजा खोलती है तो सामने जूही रहती है जो काफी थक गई थी तो आकर सीधा बेड पर लेट जाती है और कहती है काव्या दी मुझे बोहोत नींद आ रही है तो काव्या उसके सिर पर हाथ फेर कर उसे सुला देती है।


दोपहर 12 बजे
वीर काव्या को कॉल करता है ( सुबह नाश्ते के बाद वो खेत देखने और जैक से मिलने चला गया था )
काव्या : हेलो
वीर : जल्दी से सब रेडी हो जाओ शॉपिंग पर जाना है
काव्या : लेकिन अचानक से .....शॉपिंग
वीर : मुझे लगा सुबह तुमने सुन लिया होगा ....खैर छोड़ो जल्दी से रेडी हो जाओ और में 10 मिनट में पहुंच रहा हूं....ये कहकर वीर कॉल कट कर देता है


काव्या नीचे जाकर रूही और कीर्ति को शॉपिंग के लिए तैयार होने का कहती है


थोड़ी देर बाद :
रूही जिद करके काव्या को वीर के साथ आगे बैठा देती है; तो काव्या शर्मा जाती है और यहां मैं ये सोच सोच के हैरान हो रहा था कि इतनी छोटी लड़की आखिर इतना, कैसे शर्मा सकती है

अब काव्या वीर के साथ आगे बैठी थी जबकि पिछली सीट पर जूही के अगल-बगल रूही और कीर्ति बैठी हुई थी क्योंकि जूही अब भी आधी नींद में थी तो कीर्ति के बाजू पर सिर टिकाए बैठी थी

हम रास्ते में काफ़ी आगे निकल आए थे पीछे जैक भी स्कॉर्पियो लेकर आ रहा था .....दरअसल सिटी मेरी पहली कार है और मेरे दिल के काफी करीब भी इसीलिए मैं हमेशा उसमे ही ट्रैवल करता हूं

images



कुछ ही देर में हम मॉल के अंदर थे तो मैंने उन्हें कहा जाओ जो पसंद हो लेलो मैं तुम्हारा यही बाहर वेट करता हूं....और चारों के अंदर जाते ही जैक भी आ गया
जैक आते ही चलो; वीर सुबह ज्यादा बात नहीं हो पाई थी तो अब आगे का प्लान करते है

वीर : वो तो ठीक है यार लेकिन मैं अभी में तेरी भाभी के साथ आया हूं तो काम की बात नही करेंगे.... चल तुझे काफी पिलाता हूं


यहां वीर का मैसेज कीर्ति और रूही को मिल जाता है कि भाभी को साड़ी मत खरीदने देना, जो कपड़े तुम दोनो लोगी वही उन्हें भी दिलाना

दोनो... ओके भाई मेसेज करती है

(मैं खुद उसको कपड़े दिलाना चाहता था लेकिन अभी उसे और भी ज्यादा खुश रखने के लिए ...जितने ज्यादा लोगो को वो करीब से जान सके उतना अच्छा; इसीलिए अपनी बहनों के साथ उसे भेजना ही ठीक था)



चारों इस शॉप से उस शॉप कपड़े खरीदती जा रही थी कि तभी काव्या ने नोटिस किया की एक लड़का जहा जहा वे जा रही थी उनके पीछे पीछे आ रहा था। पहले तो काव्या ने इग्नोर किया लेकिन फिर कुछ हो जाने के डर से तुरंत ही वीर को मैसेज कर दिया

वीर तुरंत भागते हुए उन्हें ढूंढ़ लेता है जैक दूसरी तरफ देख रहा था तो वीर ने उसे भी वही बुला लिया और वो उस लड़के पर नजर रखने लगे

तभी जैक ने देखा की वो लड़का जाके रूही का हाथ पकड़ लेता है इतना होना ही था की जैक पीछे से उस लड़के को एक लात मारता है और वो आगे गिर जाता है

जैक : मेरी बहन को हाथ कैसे लगाया और उसके हाथ पर पैर रखके उसे दबाने लगता है और वीर रूही से पूछता है सब ठीक तो है न

[दोस्तो जैक और वीर दोनो एक दूसरे के लिए भाई से बढ़कर है...एक स्पेशल अपडेट जैक के बारे में होगा जहा आप जानेंगे कि इतनी घनिष्ट मित्रता आखिर हुई केसे .....लड़ाई में हमेशा अग्रेसर जैक ही होता है ......आगे बोहोत कुछ है जानने के लिए]


रुही : हां भैया मैं ठीक हूं
वीर तुम लोग शॉपिंग करो इसे हम देख लेंगे ....तभी काव्या कहती है शॉपिंग तो हो गई है अब हमे कुछ नहीं लेना


तभी मैनेजर वहा आ जाता है साथ में सिक्योरिटी गार्ड भी होते है
मैनेजर : क्या हो रहा है यहां दिन दहाड़े गुंडा गर्दी ; दरअसल ये लड़का मैनेजर का खुद का बेटा होता है

जैक : तू कुछ ज्यादा ही नहीं बोल रहा और अपने पैर को और जोर से लड़के के हाथ पर रख देता है
मैनेजर : गार्ड्स देख क्या रहे हो पकड़ो इसे

जैसे ही दोनो गार्ड्स आगे बढ़ते है जैक लात फसाकर पहले एक को गिरा देता है फिर दूसरे का हाथ मोड़कर उसे धक्का देता है जिससे वह दूर जा गिरता है


अब जैक तीनों पर जा जा कर लात और घूंसे बरसा रहा था कि तभी किसी ने पुलिस को बुला लिया था तो वो आकर चारों को ले जाती है

वीर ने अब भी कुछ नहीं किया था क्योंकि उसका इंटरव्यू होने में बस 20 दिन बाकी थे और वो पब्लिक में फाइट नहीं कर सकता था

जब सभी को पुलिस ने बंद कर दिया तो उपर से स्टेट होम मिनिस्टर का कॉल आ गया जिसपर
पुलिस जैक को छोड़ देती है और मैनेजर के लड़के और गार्ड्स पर रिपोर्ट दर्ज कर लेती है।


(होम मिनिस्टर का यहां कॉल आना ...वीर की सीक्रेट आइडेंटिटी होना ये सब आगे पता चलेगा)
.
.
.
.
|| jo bhi story ko padh rhe hai comment jarur kr diya kare...mujhe bhi janna hai kaha kami reh rhi hai || thank you❣️

Nhai jabardast update 💗 ♥️
 
  • Love
Reactions: Looteraaa

Looteraaa

Member
273
498
64
Update 5


अब तक..

होम मिनिस्टर के कॉल करने पर पुलिस ने जैक को छोड़ दिया..


अब आगे ...

दिन डूब चुका है; और वीर,काव्या और बाकी सब को लेकर घर आ जाता है; उसका प्लान था कि आज वह सबको रेस्टोरेंट का खाना खिलाएगा और फिर आइस क्रीम खिलाने ले जाएगा !!!

( वीर के निकलने से पहले जैक कुछ स्नेक्स रूही को पकड़ा जाता है ताकि ......उसकी भाभी और बहने भूखी न रहें )


लेकिन आज जो हुआ; उसका गुस्सा पूरे रास्ते वीर के फेस पर रहा, इसीलिए पूरे रास्ते किसी के मुंह से चू तक नहीं निकली...

फिर घर में थोड़ी देर रुकने के बाद, वीर काम का बहाना करके निकल जाता है...


रात 9 बजे बृजपुर जंगल के बीचों बीच :

मैनेजर का लड़का दीपांशु नीचे पड़ा हुआ है और बेहोश है


पास्ट..

दरअसल जब वीर घर के लिए निकल रहा था। तो बिना कुछ कहे ही जैक समझ जाता है की आगे क्या करना है वो अपने आदमियों को बुलाकर थाने से दूर फील्डिंग सेट करता है जबकि एक आदमी को वही थाने के गेट पर आस पास घूमकर नजर रखने के लिए छोड़ देता है


मैनेजर पैसे खिलाकर किसी तरीके से अपने लड़के को छुड़वा लेता है क्योंकि केस इतना स्ट्रॉन्ग नहीं था और वो उसे लेकर जा ही रहा होता है की उसकी कार के आगे से, दो कारें आ जाती है



मैनेजर सारा मामला समझ चुका था कि वो गलत जगह फंस चुका है उपर से इलाका "एकदम सुनसान" .......वो खुद ही ड्राइव कर रहा था इसलिए जैसे ही बैक करने लगता है पीछे से भी, दो कारे आ जाती है वो डरकर गेट खोलता है और दोनो बाप बेटे भागने को होते है की तभी जैक और उसके आदमी उन्हें उठा लेते है



वर्तमान...

वीर दीपांशु के पास आता है और उसके थोपड़े को एक हाथ से पकड़ कर जोर से कहता है कहता है


वीर : उठ मादरचोद! उठ न.......लेकिन जब वह नहीं उठता, तो वीर उसे गुस्से से उठाकर दूर फेंक देता है जिससे उसका सिर एक पेड़ से टकरा जाता है और खून बहने लगता है


जैक के इशारे पर एक आदमी दीपांशु के मुंह पर पानी फेंक कर मारता है तब भी वो पूरी तरह से होश में नहीं आता लेकिन उसके कराहने की आवाज वीर के कानों में पड़ जाती है और उसके होठों पर एक अजीब सी मुस्कान आ जाती है।


वीर अपने हाथ में एक कटर लेकर उसके पास जाता है और उसके नाखूनों को खीच के निकालने लगता है तो.....दीपांशु गला फाड़कर चिल्लाने लगता है


लेकिन जब इससे भी वीर का मन नहीं भरता, तो वह उसकी उंगलियों को बारी बारी से काटने लगता है; कि अचानक से वही सीन फिर से वीर के दिमाग में घूम जाता है कि कैसे उसने रुही का हाथ पकड़ा था; जिससे उसका गुस्सा और भड़क जाता है


तो वह उसके दाएं हाथ को पकड़कर उखाड़ने लगता है; जिससे हाथ अपनी जगह से डिस्लोकैट हो जाता है और दीपांशु बेतहाशा दर्द से गला फाड़कर चिल्लाने लगता है उसकी चीख पूरे जंगल में गूंज जाती है, लेकिन हाथ अलग नहीं होता। कि तभी..


वीर पास पड़ी कुल्हाड़ी को उठा लेता है और गुस्से से खच्च; एक बारे में उसका दायां हाथ कटके अलग हो जाता है, खून के छीटें वीर के मुंह पर पड़ते है, और वह शांत हो जाता है ..


अब वीर अपने कपड़े चेंज करता है और उसके चेहरे के एक्सप्रेशन पल भर में बदल जाते है.....ऐसा लगता है जैसे कुछ हुआ ही न हो। और वीर घर के लिए निकल जाता है


रात 11:45 बजे

काव्या वीर का इंतजार कर रही है और बार बार गेट की तरफ ही देखे जा रही थी; जैसा वीर का मूड, आज उसने देखा था वह कॉल करने की हिम्मत भी नहीं कर सकती थी।


[कीर्ति और रूही ने भी काव्या को वीर के गुस्से के बारे में बता दिया था ...]


अब काव्या की आंखे जैसे ही बंद होने को होती, उसे वीर का गुस्से वाला फेस नजर आ जाता जिससे वो फटाक से अपनी आंखे खोल लेती.......और सोचने लगती है कि.. नही... नहीं....वो मेरा हसबेंड है मुझे यूं डरना नहीं चाहिए


तभी गेट पर नॉक होता है तो काव्या डर से चौंक जाती है और पूछती है...क..क ...कौन.....पर जब कोई आवाज नहीं आती तो वो दरवाजे के पास जाती है और

images


पीप होल से देखने पर उसे पता चलता है कि बाहर तो वीर है और उसने काव्या की आवाज नहीं सुनी थी जब उसने पूछा था कि, कौन?



वीर अंदर आता है और काव्या को देखता है जो कि काफी प्यारी ड्रेस में थी

800px-V%E1%BA%A0N_B%E1%BA%B0NG.jpg



वीर सीधा काव्या को कस के गले लगा लेता है.... काफी देर तक जब वीर उसे नही छोड़ता तब वह उससे पूछती है क्या हुआ है, आपको.....कहा चले गए थे?


वीर तो उसके मुंह पर हाथ रख लेता है, लेकिन वह कुछ न कुछ बोलती ही रहती है.... हुम्मम.. हम्मम...खाना ( और टेबल की तरफ इशारा कर देती है जहां पर खाना रखा होता है )


वीर काव्या को उठा लेता है जिससे उसके पैर वीर की कमर पर और हाथ गले के चारो और होते है ...तभी वीर उसकी नाक को टच करता है और पूछता है तुमने खाना खाया?....जिसपर


काव्या मुंडी हिलाते हुए न में इशारा करते हुए कहती है ऊंहूं


वीर को तो वो काफी क्यूट लगती है तभी वीर....
"खाना क्यूं नही खाया इसकी पनिशमेंट तो तुम्हे आज ज़रूर मिलेगी"
और फिर उसे अपने अपनी गोद में लेकर टेबल के सामने बैठ जाता है; प्लेट में खाना परोसता है


और काव्या को अपने हाथो से खिलाने लगता है.....और काव्या भी वैसा ही करती है.......खाना खत्म होते ही वीर अब बताओ खाना क्यों नही खाया था?


काव्या : मैं आपका वेट कर रही थी और आपसे पहले मैं कैसे खा सकती हूं
वीर : ये सब क्या नॉनसेंस!....और फिर अपने सिर पर हाथ रखता है...अब से तुम टाइम पर खाना खाओगी ..…..समझ आया !


काव्या : हा में मुंडी हिलती है
वीर : और अब है, तुम्हारी पनिशमेंट की बारी ये कहते हुए .......वीर उसके होंठो को अपनी गिरफ्त में ले लेता है ... काव्या भी उसे सपोर्ट करती है


दोनों जल्दी से एक-दूसरे को अनड्रेस करते है और अब काव्या सिर्फ ब्रा और पेंटी में बिस्तर पर लेटी हुई थी वीर उसे गौर से देखता है....उसे तो आज काव्या के जले के निशान भी नजर नहीं आ रहे थे फिर वीर कहता है


"आज तो मैं तुम्हे खा जाऊंगा" और उस पर टूट पड़ता है, अपने हाथों का कमाल दिखाते हुए किस भी करने लगता है यहां वीर के हाथ एक प्रॉपर मोशन को फॉलो करते है....जिसे काव्या भी फील कर पाती है उसका टच, था हि इतना खास

अब वीर काव्या के हाथ को पकड़कर नीचे ले जाता है और अपने लंड पर रखता है.......काव्या झटके से अपने हाथ को वापिस खीच लेता है, तो वीर फिर से उसे पकड़ कर अपना लंड पकड़ा देता है

काव्या : अअह्ह्ह्ह ये कितना गरम है.....और उसे फील करने लगती है, जब वह अपनी उंगलियां चलाती है तो उसे उसकी नशें फील होने लगती है

वीर आज कुछ ज्यादा ही गरम हो गया था इसीलिए सीधे ही नीचे जाकर उसकी चूत चांटने लगता है ....जब वह अपनी जीभ अंदर करता है तो काव्या अपनी कमर उठा देती है और धनुष जैसी आकृति में आ जाती है

काफी देर रसपान करने के बाद, वीर उसे उठाता है और होंठो को चूमते हुए उसे नीचे कर देता है ......अब वीर के हाथ में काव्या के बल थे और काव्या में मुंह में वीर लंड


वीर आज बोहोत जोर से उसके मुंह को चोदने में लगा हुआ था कि काव्या की सांस भरी होने लगती है तब वह उसे अलग करता है और काव्या अपनी सांसों को दुरुस्त करते हुए रोने लग जाती है


वीर उसे गले लगाने का ट्राय करता है, तो वो उसे पीछे ढकेल देती है....और कहती है हाथ मत लगाना मुझे!.........आंसू ही तो थे जो कभी भी वीर, काव्या के चेहरे पर नहीं देखना चाहता था।


और अब उसी की वजह से उसकी आंखों में आंसू थे ....वीर जाके बाथरूम में शावर लेता है और खुद को ठंडा करता है.....आंखे बंद करते ही उसे, फिर से वही सीन दिखाई देता है जिसमे कि वो अपने प्लेजर के चक्कर में काव्या को तकलीफ दे रहा था



कि तभी वीर अपने हाथ को जोर से बाथरूम की दीवार पर पंच करता है तो वहां लगी टाइल पर दरार आ जाती है और वीर के हाथ से खून बहने लगता है


वीर नहाकर बाहर आता है तो काव्या दूसरी तरफ मुंह करके लेटी हुई थी वीर उसे आवाज देता है तो काव्या कुछ नही बोलती .......उसे लगता है कि वो सो चुकी है.....तो उसके कान के पास आकर धीरे से कहता सॉरी कब्बू, मैं तुम्हे कभी भी तकलीफ नहीं दूंगा ।


और फिर वीर भी दूसरी तरफ मुंह करके लेट जाता है। काव्या सोच में पड़ जाती है, कि शायद उसने ही वीर को निराश किया है.....अब वह रिग्रेट कर रही थी कि उसे ऐसा बिहेव नहीं करना चाहिए था



हिम्मत करके वो पलटती वीर आंखे बंद करके लेटा हुआ था उसे काव्या के पलटने का एहसास हो जाता है लेकिन वो कोई भी रिएक्शन नही देता...... कि तभी काव्या उसे पीछे से हग कर लेती है


और फिर से रोने लगती है उसके आंसू वीर को अपनी पीठ पर महसूस होते है और काव्या भी सिसक सिसक के रो रही थी.....तो वीर खुद को रोक नहीं पाता और पलट जाता जाता है


उसे चुप कराता है आंखों से उसके आंसू पोंछता है तभी काव्या की नजर वीर के हाथ पर पड़ती है तो वो उठ कर जाने लगती है वीर उससे कुछ नहीं पूछता..... जाने देता है


काव्या हाथ में घाव साफ करने के लिए स्टेराइल वाटर, क्रीम और बांधने के लिए पट्टी लेकर आती है जब वह घाव को क्लीन करती है तो वीर के मुंह से
इस्स निकल जाता है


क्योंकि उसे वहां पर जलन होने लगती है.....और काव्या के आंसू फिर निकल पड़ते है.... वो वीर के हाथ पर हल्की फूक मारती है और ... क्रीम लगाकर पट्टी कर देती है


काव्या जब वापिस आती है तो नजरे झुकाकर वहीं बैठ जाती है तो वीर उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहता है ......पागल मैं कहा नाराज हूं.....गलती तो मेरी है न


तभी काव्या सिर झुकाए झुकाए ही कहती है.....,...,चलो फिर से करते है!
वीर उसे मना करके सोने के लिए कहता है और लिटा देता है


जैसे ही वीर लेटता है तो काव्या उसके ऊपर चढ़ जाती है और कहती है.....मेने कहा न करो और उसे जोरदार किस करती है!


वीर मन से सोचता है....ये क्या है? इसे दौरे पड़ते है क्या? वो अपना ख्यालों से बाहर आता है और काव्या को अपने नीचे करता है फिर किस करते हुए उसको काटने लगता है दोनों बोहोत ही जल्दी गरम हो जाते है इसीलिए


वीर, इस बार अपना लंड सीधा उसकी चूत में लगाके हल्के से धक्का मारता है और उसका सुपाड़ा अंदर चला जाता है...फिर उसके होंठो को गिरफ्त में लेकर एक जोर का धक्का देता है तो लंड 5 इंच अंदर चला जाता है और काव्या को बोहोत ज्यादा दर्द होने लगता है


लेकिन वो उसे सहती है, और वीर की जीभ के साथ खेलने लगती है .........यहां वीर के हाथ भी उसके बूब्स पर अपना कमाल दिखा रहे थे उसके छोटे छोटे बूब्स को वीर तेजी से मसल रहा था और निप्पल को उंगली और अंगूठे के बीच फसाकर उमेठ रहा था


काफी देर आधे लंड से चोदने के बाद वीर काव्या के कंधो को पकड़ता है और हुमच के एक धक्का लगाता है और पूरा का पूरा लंड काव्या की चूत में चला जाता है


काव्या अपने होंठो को वीर से छुड़ाकर लंबी लंबी सांसे लेने लगती है वीर प्यार से उसके गालों पर हाथ फेरता है......और वापिस से कंधो को पकड़ के अपना लंड बाहर निकलता है और एक ही बार में पूरा का पूरा एकसाथ घुसा देता है


इस पर काव्या काफी जोर से चीखती है .....तभी वीर उसे प्यार से सहला कर चुप करने लगता है और धीरे धीरे अपने लंड आगे पीछे करता है... काव्या के मुंह से भी सिसकारियां निकलने लगती है और कमरे में गूंजने लगती है


(ऊपर के चार कमरों में से तीन में कोई भी नही रहता, केवल वीर ही एक में रहता है.....बाकी के अलग अलग तरीके से यूज होते है )


काव्या वीर को और जोर से करने को कहती है... आह्ह्ह्ह्ह तेज और तेज अःह्ह्ह्ह मम्मी..... उम्मम्म अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह वीर को जोर से भींचकर अअह्ह्ह्ह मजा रहा है ओह!! उम्मम्म !और तेज आह्ह्ह्ह्ह


वीर मन में सोचने लगता है ये काव्या को क्या हो गया है.....लेकिन रुकता नही है और कुछ नया ट्राय करने के लिए उसे पलटा देता है और घोड़ी बनने को कहता है काव्या तुरंत घोड़ी बन जाती है


और वीर पीछे से उसे ठोंकने लगता है काव्या की आन्हे और तेज हो जाती है ......तभी काव्या वीर का हाथ पकड़कर अपने बाल उसे पकड़ा देती है


अब वीर भी समझ गया था ...शायद काव्या को वाइल्ड सेक्स पसंद है तो उसके बालों पर मुट्ठी कसके, जोर से पीछे खींचता है जिससे दर्द भरी अःह्ह्ह उसके मुंह से निकलती है और उसका मुंह ऊपर छत की और 45 डिग्री में हो जाता है

फिर दांए हाथ से उसके पिछवाड़े पर थप्पड़ पे थप्पड़ मारने लगता है जिससे उसका पिछवाड़ा लाल हो जाता है और तेजी से उसे पेलता है



अभी दोनो का नहीं हुआ था इसीलिए वीर उसके बालों को पकड़े पकड़े उसे बिस्तर से नीचे उतर देता है और खड़े खड़े चोदने लगता है

कुछ देर बाद जब दोनो खड़े खड़े थकने लगते है तो वीर काव्या को वापिस से बिस्तर पर घोड़ी बना देता है


क्योंकि अब वह झड़ने के करीब था तो बालों को एक बार फिर से खींचता है और काव्या को पीठ पर थप्पड़ मारते हुए चोदने लगता है.....और दोनो एकसाथ झड़ जाते है


काफी देर तक वाइल्ड तरीके से सेक्स करने से दोनो थक चुके थे और लेटते ही दोनो गहरी नींद में चले जाते है


सुबह काव्या जल्दी उठ जाती है तो कल की वजह से जल्दी नहाने भागती है और तैयार होके खिसक लेती है ताकि वीर की नजरों में ना आए


जैसे ही नीचे आती है तो लोकल न्यूज चैनल में न्यूज आ रही थी मॉल मैनेजर का बेटा बोहोत बुरी हालत में पाया गया तस्वीरे ब्लर थी


लेकिन उसमे बताया जा रहा था कि उसका दांया हाथ कटा हुआ था और उसके हाथ से उंगलियां भी गायब थी....ये सुनके तो काव्या काफी घबरा जाती है क्योंकि बगल वाली स्क्रीन में उसी लड़के की तस्वीर भी चल रही थी


काव्या पहचान गई कि ये तो वही लड़का है.....लेकिन ये हुआ कैसे ?? काव्या एकदम शॉक्ड उसी जगह पर जम गई, लेकिन वह इसका पता लगाना चाहती थी कि इसके पीछे कौन है?


तभी उसके कानो में मम्मी की आवाज पड़ती है ....जो पूछती है बेटा कहा खोई हो...
काव्या : कही नही मम्मी जी


मम्मी उसे कच्चे घर में लेकर जाती है क्योंकि मम्मी पापा उसे छोड़ने को तैयार ही नही थे उसी में रहते थे.......मम्मी उसे कमरे में लेजाकर उसे कुछ पैसे, गहने और चाभियां देती है



काव्या कन्फ्यूज .... पैसे और गहने तो ठीक है लेकिन चाभियां वो भी इतनी सारी! है किस चीज की ?...और वो लेने से मना करने लगती है

तब मम्मी उसे कहती है ये पैसे मैने अपनी बहु के लिए खुद जोड़े है और ये गहने भी बनवाए है ताकि अपने बेटे की बहु दे सकूं .....ये नए जमाने के गहने है और .....ये चाभियां, इस खानदान में हमेशा से एक सास अपनी बहु को देती आई है इसमें


घर की सभी जरूरी चाभियां है मेरे जमाने के गहने जहां रखे वो चाभी भी इसी में है अब में तुम्हे ये जिम्मेदारी सौंपना चाहती हूं


तभी वीर वहा आ जाता है और मम्मी से कहता है .......काव्या अभी छोटी है, वो ये जिम्मेदारी नहीं उठाएगी आप उसे कुछ भी मत दो मैं हूं ना पैसे देने के लिए और ये गहने ......सबकुछ अपने पास सेफ रख लो

अभी काव्या को आगे की पढ़ाई करनी है और आजकल गहने कौन पहनता है?..... काव्या ये सुनकर तो खुशी से रोने ही लगती है और उसकी आंखे भर आती है


मम्मी को लगा कि बहु को ये चाहिए तभी रो रही है तो वो कहती है, सुबह सुबह रूला दिया देख उसको चाहिए है ये सब


वीर शॉक्ड! काव्या को अपनी तरफ पलटाता है तो वो गले लग जाती और जोर से भींच लेती ..... यहां मम्मी भी शॉक्ड; ये क्या हो रहा है? सुबह सुबह


तभी काव्या .....आपको कैसे पता मुझे आगे पढ़ना है??
खुदसे अलग करते हुए वीर....बस मैं जानता हूं


मम्मी : ठीक है लेकिन ये पैसे तो मैं देकर ही रहूंगी इसे पकड़ और बहु के खाते में डाला देना
वीर : ठीक है .....थोड़ी देर बाद मैं तुमसे कॉलेज को लेकर बात करूंगा
काव्या : ओके

(यहां वीर अपने अकाउंट से 50 हजार काव्या को ट्रांसफर कर देता है और कैश खुद के पास रख लेता है, काव्या भी वो मैसेज देख लेती है)



काव्या सभी को नाश्ता देती है और फिर वीर के पास जाती है जब वीर नाश्ता कर रहा होता है तब वह पूछती है इतने सारे पैसे क्यों किए ......


तब वीर कहता है मैं तो वैसे भी तुम्हे देने वाला था, खैर ये समझ लो कि मैने मम्मी के पैसों में खुद के कुछ मिलाकर तुम्हे दिए है....और ...चलो जाओ तुम भी यही नाश्ता ले आओ


फिर दोनो नाश्ता करते है तभी वीर काव्या से... चलो बाग में घूमकर आते है वही कॉलेज की बात भी हो जाएगी


फिर काव्या और वीर दोनो बाग में घूमने के लिए चले जाते है.......
.
.
.
.
.
Response na dene walo ko dil se gali😜 aur dene walo dil se shukriya ....

|| Agle update me zack ke baare me pata lagega...aur veer ki college life ke bare me v ||
Thank you
 
Last edited:
319
30
28
Good update bro
Update 1
वीर बहुत ही ज्यादा खुश है क्योंकि आज उसकी शादी किरण से होने जा रही है जिससे वह पिछले एक साल से प्यार करता है और पूरी तरह से खुद को उसके लिए समर्पित भी कर दिया था।

क्यों हुआ ऐसा? और वीर प्यार को लेकर इतना सीरियस क्यों है ?
[आगे पता लगेगा]


वीर अपने गांव ब्रिजपुर से किरण के गांव चंद्रनगर के लिए बारात लेकर निकल चुका है, रास्ते में भी वो बहुत एक्साइटेड था और खुश था कि अब जिंदगी में उसे कोई उसका खास मिलने जा रहा है वह अपनी कार में अपने ख्यालों में ही खोया हुआ था कि पता लगा चंद्रनगर बस आने ही वाला है


दोनो गांव के बीच की दूरी केवल 80 km है तो ज्यादा समय भी नही लगा।


हमारा हीरो थोड़ा इमोशनल ज्यादा लगेगा आपको लेकिन उसकी दूसरी आईडेंटिटी भी है जिसमे वह थोड़ा क्रुएल है क्योंकि जो व्यक्ति ज्यादा इमोशनल होते है वो कही न कही उतने ही खतरनाक भी होते है भावना के आवेश में आकर वे कुछ ऐसा कर जाते है जिसके बारे में साधारण व्यक्ति कल्पना मात्र ही कर सकता है।



अब दोनो परिवारों के बारे में कुछ जान लेते है :


किरण के दादाजी और वीर के दादाजी ने ये तय किया था कि वो अपने बच्चो के विवाह के द्वारा दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलेंगे। दोनो कि मित्रता के ऊपर भी एक कहानी है कि कैसे किरण के दादाजी ने उनकी जान गुंडों से बचाई थी, लेकिन अब तो दोनो के दादाजी नही रहे और उनके बच्चो का विवाह इसलिए नही हुआ कि दोनो ही परिवारों ने सबसे छोटे बेटे और सबसे छोटी बेटी की आपस में शादी करने का विचार किया था किंतु वो किसी और से प्रेम कर बैठे थे और सबसे छोटे होने के कारण भी दोनो ही अपने परिवार के लाडले थे आखिरकार दोनो परिवारों ने तय किया कि वो अपने पोती और पोते की शादी कराएंगे ताकि जो बात तय की थी उसकी लाज बची रहे और दोनो परिवार के बड़ो ने जो वादा किया था उनकी इच्छा भी पूरी हो सके


वर्तमान में आते है -

वीर के मन में हलचल मची हुई है कि वो कैसे किरण के साथ पेश आएगा उसे क्या क्या देगा क्या क्या करेगा ..... अपना लड़का थोड़ा पागल है ना

बारात को गांव के बाहर बने स्कूल में ही रुकाया गया जहां पर उनका स्वागत सत्कार किया गया। दुल्हे के पक्ष में खुशी का माहौल था कि तभी वीर के एक दोस्त जो कि चद्रंगर में ही रहता था उसके द्वारा उसे खबर मिली कि यहां पर दुल्हन गायब है ये बात वो व्हाट्सएप के थ्रू मैसेज करके बता रहा था वीर जो कि इस समय मोबाइल में किरण की तस्वीर देख मुस्कुरा रहा था उसको बोहोत ही करारा धक्का लगा कि ऐसा कैसे हो सकता है किरण ऐसा नहीं कर सकती उसने खुद को शांत किया और अपने उस दोस्त शांतनु को कॉल लगा दी दूर जाकर और उससे बात करने लगा फिर उसने कहा कि उसे ढूढो और यहां तक ये खबर नही आनी चाहिए


फिर वीर ने अपने दोस्त जैक को बुलाया और उसे कहा कि किरण गायब है ये बात किसी को पता नहीं लगनी चाहिए तुम अपने आदमियों को लो और उसकी तलाश करो कहीं उसे कुछ हो तो नही गया। दोस्तो यहां पर वीर को नहीं पता कि लड़की धोखेबाज है और किसी और के साथ प्रेम भी करती थी इसलिए वह इतनी फिक्र कर रहा है




40 मिनट के बाद :

यहां पर भी कहीं से खबर लग ही गई कि दुल्हन गायब और काफी सारे रिश्तेदार जो कि ऐसी सिचुएशन में उल्टा सीधा ही बोलते है शुरू हो गए जिससे वीर का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा था। तभी उसे जैक का कॉल आया कि भाई भाभी सचमुच भाग चुकी है


[ दरअसल जैक ने उसे पकड़ ही लिया था लेकिन वो नहीं चाहता था कि किसी ऐसी लड़की से उसके यार कि शादी हो जो किसी और लड़के के प्यार में पागल है किरण ने जैक के पैर पकड़ लिए थे और वो पहले ही उसे भैया बुलाती थी और एकबार तो उसने राखी भी बांधी थी जिसका वास्ता देकर वो वहा से निकल गई, जैक भी बेचारा इमोशनल हो गया था🙁]



वीर के साथ जो भी बड़े थे अब वे भी धमकाने पर उतर आए क्योंकि सरेआम बेइज्जती जो होने जा रही थी दोनो पक्षों में भयंकर बातचीत हुई बात संस्कारों पर भी आ गई आखिरकार थक हारकर किरण के माता पिता ने कहा कि वो अपनी छोटी बेटी का विवाह वीर से करने को तैयार है तब जाके माहौल शांत हुआ और लोगो के बीच आपसी चर्चाएं होने लगी


( दोस्तो दरसल किरण के मां बाप कभी भी काव्या की शादी नहीं कराना चाहते थे वो उसे हमेशा अपने पास रखने वाले थे ताकि भविष्य में वो उनका सहारा बने इसलिए इतनी देर में वो ये फैसला कर पाए इसके पीछे भी एक कहानी है जो कि आगे पता चलेगी)


थोड़ा इस माहौल को छोड़कर अलग बातचीत करते है

वीर की उम्र 26 वर्ष है और किरण कि उम्र 24 वर्ष, बात करे वीर कि तो उसे स्कूल टाइम से लेकर कॉलेज लाइफ और फिर सिविल सर्विसेज की प्रिपरेशन के दौरान कई लड़कियां मिली जिनपर उसका क्रश रहा लेकिन स्कूल में उसका सबसे लंबा रिलेशन 1.5 साल चला क्योंकि वीर अपने गांव के पास के ही सरस्वती हायर सेकेंड्री स्कूल में पढ़ता था और उन दिनो स्कूल लाइफ में ज्यादा कुछ किया नहीं जा सकता था वैसे भी वीर लड़कियो के मामले में शर्मिला था तो बस सामने देख कर मुस्कुराना और यहां वहां मिलना कसमें वादे करना ...गांव में छोटी सी बात आग की तरह फैलती है तो ये ज्यादा क्लोज रिलेशन नही बन सका आगे लड़की को ही किसी और कम्युनिटी के लड़के से प्यार हो गया कैसे वो बताने का टाइम नहीं है 😜



फिर कॉलेज में सबसे लंबा रिलेशन जो चला वो 4.5 वर्ष तक चला तीन साल कॉलेज के बाद डिस्टेंस रिलेशन भी चला जो ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका और अब वीर का भरोसा कसमों वादों से उठ चुका था वो अपनी प्रिपरेशन में भी फोकस नहीं कर पा रहा था ये लड़की भोपाल के पास रायसेन से ही थी और दोनो ने ही एक्सीलेंस कॉलेज भोपाल जो कि बी.ए. के लिए सबसे अच्छे कॉलेज में से था पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स से ग्रेजुएशन किया।


जब वीर इंदौर अपनी आगे की तैयारी के लिए गया तो इस दौरान दोनों की बातचीत होती रहती थी एक बार उसने घर की समस्या बताकर 17 हजार रुपए लिए और वीर को ब्लॉक कर दिया हर जगह से, बेचारा तो टूट ही गया था फिर काफी समय बाद उसे पता चला कि जब वह अपने मामा के घर गई थी तो उसे वहां किसी लड़के से प्यार हो गया था (लांग डिस्टेंस 😂)


वीर के इन सब के बीच भी कई क्रश रहे लेकिन ज्यादा बात आगे नहीं बढ़ी बस ये दोनो ही इंपोर्टेंट है उसका पहला प्यार और सबसे ज्यादा लंबा चलने वाला रिलेशन ....कॉलेज वाला - यहां पर लड़की हॉस्टल में रहती थी और कॉलेज से सीधा हॉस्टल ही जाती थी पढ़ाई में भी वो वीर से आगे थी तो वीर को कभी शक नहीं हुआ उसे लगा ऐसी लड़की के साथ फिजिकल ऐसे न ही हुआ जाए तो बेहतर है वो पढ़ाकू है तो कभी उसे धोका नही देगी


वीर हिंदी मीडियम से पढ़ा था जबकि वो इंग्लिश मीडियम से तो वीर उसको कुछ ज्यादा ही अपने से ऊपर समझता था हालांकि वो स्कूल लाइफ से ही इंग्लिश में काफ़ी अच्छा था ( नोट:कोलेज में टीचर bilingual पढ़ाते थे और जिसका जो भी माध्यम हो वो उसमे पढ़ता था तो साथ ही क्लास में बैठते थे)


अब वीर का ये पांचवा अटेम्प्ट था राज्य सेवा परीक्षा का जिसका उसने मैंस लिखा होता है वो कई बार यहां तक पहुंचा है और इंटरव्यू से भी बाहर हुआ है तो अपनी शादी के बाद ही उसका इंटरव्यू होने वाला इस बार का



वर्तमान में :

वीर के मन में कई सारे विचार चल रहे होते हैं एक तो वो कुछ ही दिनों में 27 का हो जाएगा उसके बाल भी पढ़ाई की वजह से कुछ कुछ सफेद हो रहे है उपर से 7-8 साल छोटी लड़की जो की कॉलेज में है और कॉल पर कल तक उसे जीजू जीजू कहती थी जिसमे उसे पता था कि किसी लकी नाम के लड़के पर उसका क्रश है तो वीर ने काफी सोचने के बाद ये फैसला लिया कि वो पहले काव्या से बात करना चाहेगा फिर ही

उससे शादी करेगा ।


वीर और काव्या की बातचीत बाद में बताएंगे पहले वीर और किरण की बात कर लेते है, एक साल पहले ही वीर के घरवालों ने वीर को बताया कि वह उसकी शादी किरण से करने वाले हैं इस समय वीर की जिंदगी में कोई और नहीं था तो उसने भी हां कर दी और किरण से भी कन्फर्म किया कि उसकी लाइफ में भी कोई है तो नही........



अब वीर तो इंदौर में रहता था तो अक्सर ही कॉल पर बात करता और समय निकाल कर उससे मिलने चंद्रनगर जाता रहता था उसे जैक के हाथ से हमेशा ही कुछ न कुछ भेजता रहता इसी दौरान जैक ने इसे बहन मन लिया था। और कॉल पर प्यार भरी बातें जब वीर से होती तो वीर को लगता इस बार उसे सच्चा प्यार मिल गया है, कभी कभी वो किरण के घरवालों से भी बात करता इसी दौरान काव्या भी उसे जीजू जीजू करती और अपनी बहन की काफी बड़ाई भी करती इसी जीजा साली की नोकझोंक में वीर को पता लगा कि कॉलेज में उसका लकी नाम के लौंडे पर क्रश है
.
.
.
.
.
.
.
agle update me kavya aur veer ki baatchit aur hn mera writing style thik nhi h to maf kr dena abhi new hu improve krne ki koshish rhegi agla update thoda der se hi aayega to is bare m no comments 🤗
 
  • Love
Reactions: Looteraaa

sam_41

Member
349
253
63
Update 5


अब तक..

होम मिनिस्टर के कॉल करने पर पुलिस ने जैक को छोड़ दिया..


अब आगे ...

दिन डूब चुका है; और वीर,काव्या और बाकी सब को लेकर घर आ जाता है; उसका प्लान था कि आज वह सबको रेस्टोरेंट का खाना खिलाएगा और फिर आइस क्रीम खिलाने ले जाएगा !!!

( वीर के निकलने से पहले जैक कुछ स्नेक्स रूही को पकड़ा जाता है ताकि ......उसकी भाभी और बहने भूखी न रहें )


लेकिन आज जो हुआ; उसका गुस्सा पूरे रास्ते वीर के फेस पर रहा, इसीलिए पूरे रास्ते किसी के मुंह से चू तक नहीं निकली...

फिर घर में थोड़ी देर रुकने के बाद, वीर काम का बहाना करके निकल जाता है...


रात 9 बजे बृजपुर जंगल के बीचों बीच :

मैनेजर का लड़का दीपांशु नीचे पड़ा हुआ है और बेहोश है


पास्ट..

दरअसल जब वीर घर के लिए निकल रहा था। तो बिना कुछ कहे ही जैक समझ जाता है की आगे क्या करना है वो अपने आदमियों को बुलाकर थाने से दूर फील्डिंग सेट करता है जबकि एक आदमी को वही थाने के गेट पर आस पास घूमकर नजर रखने के लिए छोड़ देता है


मैनेजर पैसे खिलाकर किसी तरीके से अपने लड़के को छुड़वा लेता है क्योंकि केस इतना स्ट्रॉन्ग नहीं था और वो उसे लेकर जा ही रहा होता है की उसकी कार के आगे से, दो कारें आ जाती है



मैनेजर सारा मामला समझ चुका था कि वो गलत जगह फंस चुका है उपर से इलाका "एकदम सुनसान" .......वो खुद ही ड्राइव कर रहा था इसलिए जैसे ही बैक करने लगता है पीछे से भी, दो कारे आ जाती है वो डरकर गेट खोलता है और दोनो बाप बेटे भागने को होते है की तभी जैक और उसके आदमी उन्हें उठा लेते है



वर्तमान...

वीर दीपांशु के पास आता है और उसके थोपड़े को एक हाथ से पकड़ कर जोर से कहता है कहता है


वीर : उठ मादरचोद! उठ न.......लेकिन जब वह नहीं उठता, तो वीर उसे गुस्से से उठाकर दूर फेंक देता है जिससे उसका सिर एक पेड़ से टकरा जाता है और खून बहने लगता है


जैक के इशारे पर एक आदमी दीपांशु के मुंह पर पानी फेंक कर मारता है तब भी वो पूरी तरह से होश में नहीं आता लेकिन उसके कराहने की आवाज वीर के कानों में पड़ जाती है और उसके होठों पर एक अजीब सी मुस्कान आ जाती है।


वीर अपने हाथ में एक कटर लेकर उसके पास जाता है और उसके नाखूनों को खीच के निकालने लगता है तो.....दीपांशु गला फाड़कर चिल्लाने लगता है


लेकिन जब इससे भी वीर का मन नहीं भरता, तो वह उसकी उंगलियों को बारी बारी से काटने लगता है; कि अचानक से वही सीन फिर से वीर के दिमाग में घूम जाता है कि कैसे उसने रुही का हाथ पकड़ा था; जिससे उसका गुस्सा और भड़क जाता है


तो वह उसके दाएं हाथ को पकड़कर उखाड़ने लगता है; जिससे हाथ अपनी जगह से डिस्लोकैट हो जाता है और दीपांशु बेतहाशा दर्द से गला फाड़कर चिल्लाने लगता है उसकी चीख पूरे जंगल में गूंज जाती है, लेकिन हाथ अलग नहीं होता। कि तभी..


वीर पास पड़ी कुल्हाड़ी को उठा लेता है और गुस्से से खच्च; एक बारे में उसका दायां हाथ कटके अलग हो जाता है, खून के छीटें वीर के मुंह पर पड़ते है, और वह शांत हो जाता है ..


अब वीर अपने कपड़े चेंज करता है और उसके चेहरे के एक्सप्रेशन पल भर में बदल जाते है.....ऐसा लगता है जैसे कुछ हुआ ही न हो। और वीर घर के लिए निकल जाता है


रात 11:45 बजे

काव्या वीर का इंतजार कर रही है और बार बार गेट की तरफ ही देखे जा रही थी; जैसा वीर का मूड, आज उसने देखा था वह कॉल करने की हिम्मत भी नहीं कर सकती थी।


[कीर्ति और रूही ने भी काव्या को वीर के गुस्से के बारे में बता दिया था ...]


अब काव्या की आंखे जैसे ही बंद होने को होती, उसे वीर का गुस्से वाला फेस नजर आ जाता जिससे वो फटाक से अपनी आंखे खोल लेती.......और सोचने लगती है कि.. नही... नहीं....वो मेरा हसबेंड है मुझे यूं डरना नहीं चाहिए


तभी गेट पर नॉक होता है तो काव्या डर से चौंक जाती है और पूछती है...क..क ...कौन.....पर जब कोई आवाज नहीं आती तो वो दरवाजे के पास जाती है और

images


पीप होल से देखने पर उसे पता चलता है कि बाहर तो वीर है और उसने काव्या की आवाज नहीं सुनी थी जब उसने पूछा था कि, कौन?



वीर अंदर आता है और काव्या को देखता है जो कि काफी प्यारी ड्रेस में थी

800px-V%E1%BA%A0N_B%E1%BA%B0NG.jpg



वीर सीधा काव्या को कस के गले लगा लेता है.... काफी देर तक जब वीर उसे नही छोड़ता तब वह उससे पूछती है क्या हुआ है, आपको.....कहा चले गए थे?


वीर तो उसके मुंह पर हाथ रख लेता है, लेकिन वह कुछ न कुछ बोलती ही रहती है.... हुम्मम.. हम्मम...खाना ( और टेबल की तरफ इशारा कर देती है जहां पर खाना रखा होता है )


वीर काव्या को उठा लेता है जिससे उसके पैर वीर की कमर पर और हाथ गले के चारो और होते है ...तभी वीर उसकी नाक को टच करता है और पूछता है तुमने खाना खाया?....जिसपर


काव्या मुंडी हिलाते हुए न में इशारा करते हुए कहती है ऊंहूं


वीर को तो वो काफी क्यूट लगती है तभी वीर....
"खाना क्यूं नही खाया इसकी पनिशमेंट तो तुम्हे आज ज़रूर मिलेगी"
और फिर उसे अपने अपनी गोद में लेकर टेबल के सामने बैठ जाता है; प्लेट में खाना परोसता है


और काव्या को अपने हाथो से खिलाने लगता है.....और काव्या भी वैसा ही करती है.......खाना खत्म होते ही वीर अब बताओ खाना क्यों नही खाया था?


काव्या : मैं आपका वेट कर रही थी और आपसे पहले मैं कैसे खा सकती हूं
वीर : ये सब क्या नॉनसेंस!....और फिर अपने सिर पर हाथ रखता है...अब से तुम टाइम पर खाना खाओगी ..…..समझ आया !


काव्या : हा में मुंडी हिलती है
वीर : और अब है, तुम्हारी पनिशमेंट की बारी ये कहते हुए .......वीर उसके होंठो को अपनी गिरफ्त में ले लेता है ... काव्या भी उसे सपोर्ट करती है


दोनों जल्दी से एक-दूसरे को अनड्रेस करते है और अब काव्या सिर्फ ब्रा और पेंटी में बिस्तर पर लेटी हुई थी वीर उसे गौर से देखता है....उसे तो आज काव्या के जले के निशान भी नजर नहीं आ रहे थे फिर वीर कहता है


"आज तो मैं तुम्हे खा जाऊंगा" और उस पर टूट पड़ता है, अपने हाथों का कमाल दिखाते हुए किस भी करने लगता है यहां वीर के हाथ एक प्रॉपर मोशन को फॉलो करते है....जिसे काव्या भी फील कर पाती है उसका टच, था हि इतना खास

अब वीर काव्या के हाथ को पकड़कर नीचे ले जाता है और अपने लंड पर रखता है.......काव्या झटके से अपने हाथ को वापिस खीच लेता है, तो वीर फिर से उसे पकड़ कर अपना लंड पकड़ा देता है

काव्या : अअह्ह्ह्ह ये कितना गरम है.....और उसे फील करने लगती है, जब वह अपनी उंगलियां चलाती है तो उसे उसकी नशें फील होने लगती है

वीर आज कुछ ज्यादा ही गरम हो गया था इसीलिए सीधे ही नीचे जाकर उसकी चूत चांटने लगता है ....जब वह अपनी जीभ अंदर करता है तो काव्या अपनी कमर उठा देती है और धनुष जैसी आकृति में आ जाती है

काफी देर रसपान करने के बाद, वीर उसे उठाता है और होंठो को चूमते हुए उसे नीचे कर देता है ......अब वीर के हाथ में काव्या के बल थे और काव्या में मुंह में वीर लंड


वीर आज बोहोत जोर से उसके मुंह को चोदने में लगा हुआ था कि काव्या की सांस भरी होने लगती है तब वह उसे अलग करता है और काव्या अपनी सांसों को दुरुस्त करते हुए रोने लग जाती है


वीर उसे गले लगाने का ट्राय करता है, तो वो उसे पीछे ढकेल देती है....और कहती है हाथ मत लगाना मुझे!.........आंसू ही तो थे जो कभी भी वीर, काव्या के चेहरे पर नहीं देखना चाहता था।


और अब उसी की वजह से उसकी आंखों में आंसू थे ....वीर जाके बाथरूम में शावर लेता है और खुद को ठंडा करता है.....आंखे बंद करते ही उसे, फिर से वही सीन दिखाई देता है जिसमे कि वो अपने प्लेजर के चक्कर में काव्या को तकलीफ दे रहा था



कि तभी वीर अपने हाथ को जोर से बाथरूम की दीवार पर पंच करता है तो वहां लगी टाइल पर दरार आ जाती है और वीर के हाथ से खून बहने लगता है


वीर नहाकर बाहर आता है तो काव्या दूसरी तरफ मुंह करके लेटी हुई थी वीर उसे आवाज देता है तो काव्या कुछ नही बोलती .......उसे लगता है कि वो सो चुकी है.....तो उसके कान के पास आकर धीरे से कहता सॉरी कब्बू, मैं तुम्हे कभी भी तकलीफ नहीं दूंगा ।


और फिर वीर भी दूसरी तरफ मुंह करके लेट जाता है। काव्या सोच में पड़ जाती है, कि शायद उसने ही वीर को निराश किया है.....अब वह रिग्रेट कर रही थी कि उसे ऐसा बिहेव नहीं करना चाहिए था



हिम्मत करके वो पलटती वीर आंखे बंद करके लेटा हुआ था उसे काव्या के पलटने का एहसास हो जाता है लेकिन वो कोई भी रिएक्शन नही देता...... कि तभी काव्या उसे पीछे से हग कर लेती है


और फिर से रोने लगती है उसके आंसू वीर को अपनी पीठ पर महसूस होते है और काव्या भी सिसक सिसक के रो रही थी.....तो वीर खुद को रोक नहीं पाता और पलट जाता जाता है


उसे चुप कराता है आंखों से उसके आंसू पोंछता है तभी काव्या की नजर वीर के हाथ पर पड़ती है तो वो उठ कर जाने लगती है वीर उससे कुछ नहीं पूछता..... जाने देता है


काव्या हाथ में घाव साफ करने के लिए स्टेराइल वाटर, क्रीम और बांधने के लिए पट्टी लेकर आती है जब वह घाव को क्लीन करती है तो वीर के मुंह से
इस्स निकल जाता है


क्योंकि उसे वहां पर जलन होने लगती है.....और काव्या के आंसू फिर निकल पड़ते है.... वो वीर के हाथ पर हल्की फूक मारती है और ... क्रीम लगाकर पट्टी कर देती है


काव्या जब वापिस आती है तो नजरे झुकाकर वहीं बैठ जाती है तो वीर उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहता है ......पागल मैं कहा नाराज हूं.....गलती तो मेरी है न


तभी काव्या सिर झुकाए झुकाए ही कहती है.....,...,चलो फिर से करते है!
वीर उसे मना करके सोने के लिए कहता है और लिटा देता है


जैसे ही वीर लेटता है तो काव्या उसके ऊपर चढ़ जाती है और कहती है.....मेने कहा न करो और उसे जोरदार किस करती है!


वीर मन से सोचता है....ये क्या है? इसे दौरे पड़ते है क्या? वो अपना ख्यालों से बाहर आता है और काव्या को अपने नीचे करता है फिर किस करते हुए उसको काटने लगता है दोनों बोहोत ही जल्दी गरम हो जाते है इसीलिए


वीर, इस बार अपना लंड सीधा उसकी चूत में लगाके हल्के से धक्का मारता है और उसका सुपाड़ा अंदर चला जाता है...फिर उसके होंठो को गिरफ्त में लेकर एक जोर का धक्का देता है तो लंड 5 इंच अंदर चला जाता है और काव्या को बोहोत ज्यादा दर्द होने लगता है


लेकिन वो उसे सहती है, और वीर की जीभ के साथ खेलने लगती है .........यहां वीर के हाथ भी उसके बूब्स पर अपना कमाल दिखा रहे थे उसके छोटे छोटे बूब्स को वीर तेजी से मसल रहा था और निप्पल को उंगली और अंगूठे के बीच फसाकर उमेठ रहा था


काफी देर आधे लंड से चोदने के बाद वीर काव्या के कंधो को पकड़ता है और हुमच के एक धक्का लगाता है और पूरा का पूरा लंड काव्या की चूत में चला जाता है


काव्या अपने होंठो को वीर से छुड़ाकर लंबी लंबी सांसे लेने लगती है वीर प्यार से उसके गालों पर हाथ फेरता है......और वापिस से कंधो को पकड़ के अपना लंड बाहर निकलता है और एक ही बार में पूरा का पूरा एकसाथ घुसा देता है


इस पर काव्या काफी जोर से चीखती है .....तभी वीर उसे प्यार से सहला कर चुप करने लगता है और धीरे धीरे अपने लंड आगे पीछे करता है... काव्या के मुंह से भी सिसकारियां निकलने लगती है और कमरे में गूंजने लगती है


(ऊपर के चार कमरों में से तीन में कोई भी नही रहता, केवल वीर ही एक में रहता है.....बाकी के अलग अलग तरीके से यूज होते है )


काव्या वीर को और जोर से करने को कहती है... आह्ह्ह्ह्ह तेज और तेज अःह्ह्ह्ह मम्मी..... उम्मम्म अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह वीर को जोर से भींचकर अअह्ह्ह्ह मजा रहा है ओह!! उम्मम्म !और तेज आह्ह्ह्ह्ह


वीर मन में सोचने लगता है ये काव्या को क्या हो गया है.....लेकिन रुकता नही है और कुछ नया ट्राय करने के लिए उसे पलटा देता है और घोड़ी बनने को कहता है काव्या तुरंत घोड़ी बन जाती है


और वीर पीछे से उसे ठोंकने लगता है काव्या की आन्हे और तेज हो जाती है ......तभी काव्या वीर का हाथ पकड़कर अपने बाल उसे पकड़ा देती है


अब वीर भी समझ गया था ...शायद काव्या को वाइल्ड सेक्स पसंद है तो उसके बालों पर मुट्ठी कसके, जोर से पीछे खींचता है जिससे दर्द भरी अःह्ह्ह उसके मुंह से निकलती है और उसका मुंह ऊपर छत की और 45 डिग्री में हो जाता है

फिर दांए हाथ से उसके पिछवाड़े पर थप्पड़ पे थप्पड़ मारने लगता है जिससे उसका पिछवाड़ा लाल हो जाता है और तेजी से उसे पेलता है



अभी दोनो का नहीं हुआ था इसीलिए वीर उसके बालों को पकड़े पकड़े उसे बिस्तर से नीचे उतर देता है और खड़े खड़े चोदने लगता है

कुछ देर बाद जब दोनो खड़े खड़े थकने लगते है तो वीर काव्या को वापिस से बिस्तर पर घोड़ी बना देता है


क्योंकि अब वह झड़ने के करीब था तो बालों को एक बार फिर से खींचता है और काव्या को पीठ पर थप्पड़ मारते हुए चोदने लगता है.....और दोनो एकसाथ झड़ जाते है


काफी देर तक वाइल्ड तरीके से सेक्स करने से दोनो थक चुके थे और लेटते ही दोनो गहरी नींद में चले जाते है


सुबह काव्या जल्दी उठ जाती है तो कल की वजह से जल्दी नहाने भागती है और तैयार होके खिसक लेती है ताकि वीर की नजरों में ना आए


जैसे ही नीचे आती है तो लोकल न्यूज चैनल में न्यूज आ रही थी मॉल मैनेजर का बेटा बोहोत बुरी हालत में पाया गया तस्वीरे ब्लर थी


लेकिन उसमे बताया जा रहा था कि उसका दांया हाथ कटा हुआ था और उसके हाथ से उंगलियां भी गायब थी....ये सुनके तो काव्या काफी घबरा जाती है क्योंकि बगल वाली स्क्रीन में उसी लड़के की तस्वीर भी चल रही थी


काव्या पहचान गई कि ये तो वही लड़का है.....लेकिन ये हुआ कैसे ?? काव्या एकदम शॉक्ड उसी जगह पर जम गई, लेकिन वह इसका पता लगाना चाहती थी कि इसके पीछे कौन है?


तभी उसके कानो में मम्मी की आवाज पड़ती है ....जो पूछती है बेटा कहा खोई हो...
काव्या : कही नही मम्मी जी


मम्मी उसे कच्चे घर में लेकर जाती है क्योंकि मम्मी पापा उसे छोड़ने को तैयार ही नही थे उसी में रहते थे.......मम्मी उसे कमरे में लेजाकर उसे कुछ पैसे, गहने और चाभियां देती है



काव्या कन्फ्यूज .... पैसे और गहने तो ठीक है लेकिन चाभियां वो भी इतनी सारी! है किस चीज की ?...और वो लेने से मना करने लगती है

तब मम्मी उसे कहती है ये पैसे मैने अपनी बहु के लिए खुद जोड़े है और ये गहने भी बनवाए है ताकि अपने बेटे की बहु दे सकूं .....ये नए जमाने के गहने है और .....ये चाभियां, इस खानदान में हमेशा से एक सास अपनी बहु को देती आई है इसमें


घर की सभी जरूरी चाभियां है मेरे जमाने के गहने जहां रखे वो चाभी भी इसी में है अब में तुम्हे ये जिम्मेदारी सौंपना चाहती हूं


तभी वीर वहा आ जाता है और मम्मी से कहता है .......काव्या अभी छोटी है, वो ये जिम्मेदारी नहीं उठाएगी आप उसे कुछ भी मत दो मैं हूं ना पैसे देने के लिए और ये गहने ......सबकुछ अपने पास सेफ रख लो

अभी काव्या को आगे की पढ़ाई करनी है और आजकल गहने कौन पहनता है?..... काव्या ये सुनकर तो खुशी से रोने ही लगती है और उसकी आंखे भर आती है


मम्मी को लगा कि बहु को ये चाहिए तभी रो रही है तो वो कहती है, सुबह सुबह रूला दिया देख उसको चाहिए है ये सब


वीर शॉक्ड! काव्या को अपनी तरफ पलटाता है तो वो गले लग जाती और जोर से भींच लेती ..... यहां मम्मी भी शॉक्ड; ये क्या हो रहा है? सुबह सुबह


तभी काव्या .....आपको कैसे पता मुझे आगे पढ़ना है??
खुदसे अलग करते हुए वीर....बस मैं जानता हूं


मम्मी : ठीक है लेकिन ये पैसे तो मैं देकर ही रहूंगी इसे पकड़ और बहु के खाते में डाला देना
वीर : ठीक है .....थोड़ी देर बाद मैं तुमसे कॉलेज को लेकर बात करूंगा
काव्या : ओके

(यहां वीर अपने अकाउंट से 50 हजार काव्या को ट्रांसफर कर देता है और कैश खुद के पास रख लेता है, काव्या भी वो मैसेज देख लेती है)



काव्या सभी को नाश्ता देती है और फिर वीर के पास जाती है जब वीर नाश्ता कर रहा होता है तब वह पूछती है इतने सारे पैसे क्यों किए ......


तब वीर कहता है मैं तो वैसे भी तुम्हे देने वाला था, खैर ये समझ लो कि मैने मम्मी के पैसों में खुद के कुछ मिलाकर तुम्हे दिए है....और ...चलो जाओ तुम भी यही नाश्ता ले आओ


फिर दोनो नाश्ता करते है तभी वीर काव्या से... चलो बाग में घूमकर आते है वही कॉलेज की बात भी हो जाएगी


फिर काव्या और वीर दोनो बाग में घूमने के लिए चले जाते है.......
.
.
.
.
.
Response na dene walo ko dil se gali😜 aur dene walo dil se shukriya ....

|| Agle update me zack ke baare me pata lagega...aur veer ki college life ke bare me v ||
Thank you

Mind blowing update 💗 ♥️
Bhai response ayega abhi to story start hi Hui hai dheere dheere response aajayega
 
  • Love
Reactions: Looteraaa

Looteraaa

Member
273
498
64
Mind blowing update 💗 ♥️
Thank you❣️
Bhai response ayega abhi to story start hi Hui hai
Dekhte hai
dheere dheere response aajayega
Hmmm


Darasal maine khud jesa story ko likhne ka socha tha🤔, wesi nhi likh rha hu.........romance ko itna intense nahi banana tha main characters ke bich🤔.......maine socha tha, side me jo characters aayenge unke through hard sex show karaunga🙊 taki balance bana rhe
.
.
. response ki wajah se hi mene sex ko thoda sa rough bana diya☠️ .....mai khud apni zindagi mai aisa nhi hu to aise scenes likhne me kitna ganda lagta hai kya hi batau???

🤔kabhi kabhi lagta hai Mai kitna ganda insan jo apni ....main lead ke sath galat kar rha hu ....
 
Status
Not open for further replies.
Top