अगली सुबह पूजा की नींद हमसे पहले खुली और उठते के साथ उसने अपने प्यारे प्यारे होंठो से मेरी आंखो पर चूमा और मेरे कान के निचले भाग को अपने मुंह में ले कर चुभलाते हुए बोली जान मेरी उठिए....
हम उसको अपनी बाहों में भरते हुए नींद में कुनमुनाते हुए बोले अरे जान आज ना ऑफिस है ना ही कोई ताम झाम तो फिर आज तो थोड़ा एक्स्ट्रा सो लो मेरे साथ....
वो मेरे होंठो पे चूमी और बोली अब तो रोज आपके ही साथ सोएंगे जान पर अभी हमको भूख लग रहा है सो उठिए और फिर थोड़ा और लेट होगा तो मां ऊपर आयेगी और उठा कर बोलेंगी की पूजा उठ बेटा नाश्ता कर के दवाई ले ले...तो हम उनके सामने ऐसे जायेंगे....
पूजा और हम दोनो कोई नंगे थे तो हम उसको अपने से और ज्यादा सटाते हुए बोले मां भी सब समझती है पगली पर दवाई का बात है तो उठ जाते है और फिर हम अलसाये से उठे और पूजा के गाल पे चूमते हुए उसकी चुचियों पे भी चूम लिए....तो पूजा बोली जान आज कितने दिन बाद ऐसा लग रहा की सब कुछ पहले जैसा हो गया है आपके साथ रोज साथ में सोना प्यार भरी बातें करना और वो भी एक दूसरे के सामने बैठ कर फोन पे नही....और तो और मेरी जान के हाथो से खाना खाने का मजा मिलता है वो अलग....
हम बोले और तुम्हारा अनलिमिटेड प्यार मेरे को मिल रहा अब....तो पूजा मुस्कुरा कर बोली हम दोनो को एक दूसरे का लव डोज डायरेक्टली मिल रहा....अब कोई वर्चुअल दुनिया नही सब सामने सामने से
फिर हम बिस्तर से उतरे और पूजा को भी उतारे और आइने के सामने ले जा कर उसकी चुचियों को भींचते हुए बोले प्रेगनेंसी जब खतम हो जायेगा फिर तुम और भी निखर जायेगी देखना....
वो बोली अच्छा वो क्यू भला...हम बोले तुम्हारी इस जवानी का रस पीने वाले तीन तीन लोग जो हो जायेंगे...पूजा चट से मेरे कंधे पे मारी और बोली बुद्धू मेरी जवानी का रस सिर्फ आप पीते है और आप ही पीजिएगा रही बात उन दोनो की तो वो दोनो केवल मेरा दूध पियेगा और कुछ नही.....
हम बोले वो भी हमसे बचेगा तब ना...
तो पूजा बोली वाह मेरे भुक्खड़ पति अपना बच्चा लोग का ही दूध पी जाइयेगा तो बचवा लोग आपको अपना छोटा छोटा नाखून से नोचेगा देखिएगा
हम बोले नोच लेने देंगे वैसे भी ये आदत तो ऊनलोग को उसकी मां से ही मिलेगा काहे की वो भी जाने अंजाने में हमको नोच देती है
तो पूजा मेरे तरफ घूम कर बोली बै जान भक्क वो तो सब आप करवाते है इतना भड़का देते है हमको की होश ही नही रहता वरना हम आपको नोचेंगे...ऐसा कभी नही कर सकते है हम जान....
क्युकी आई लव यू...हम मुस्कुरा कर बोले आई लव यू टू मेरा जान
और फिर हम दोनो खड़े खड़े ही एक दूसरे को चूमने लगे और एक मस्त वाले मॉर्निंग फ्रेश वाले चुम्बन के बाद पूजा अलग होती हुई बोली उम्म्म मजा आ गया आज मॉर्निंग अपना गुड हो गया....
हम बोले अच्छा वो क्यू भला इससे पहले किस नही किए है क्या हम दोनो सुबह सुबह....
तो पूजा बोली किए है ना जान पर उस समय आपके जाने का एक घंटी बजते रहता था पर आज वाली किस्सी में ये घंटी नही बजा और नही अब कभी बजेगा....
हाय शादी के बाद घर में बेहिचक बेफिक्र हो कर रहेंगे हम की मेरे जान शाम होते होते मेरे पास आ जायेंगे मेरी बाहों में....
हम बोले यस माय लव और फिर तो तुम्हारी खैर नहीं...
वो बोली अरे वाह ये क्या मेरा खैर क्यू नही...हम उसकी चूत में उंगली घुसाए और बोले इन दोनो को आ जाने दो फिर कुछ दिन के बाद जब तुम्हारी मुनिया ठीक हो जाएगी फिर देखना अगले एक साल तक जब मन करेगा इसकी पिटाई चालू कर देंगे हम....और फिर तुमपे नया फरमान जारी करेंगे और हमको पूरा यकीन है की मेरी जानेमन यानी की मेरी पूजा यानी की तुम यानी की मेरी पत्नी यानी की मेरी दुनिया उस फरमान को जरूर निभायेगी....
पूजा कसमसाते हुए मेरे तरफ घूमी और मेरे कमर में अपनी बाहें लपेटते हुए बोली अरे जान आप हुकुम कीजिएगा आपके फरमान का पालन हो जायेगा....वैसे भी हम खुद आपको खाने को बेचैन है क्युकी मेरा आदत आप बिगाड़ दिए है...
हम बोले हा हमको पता है और इसमें मेरा ही फायदा है क्युकी तुम जितना उबाल मारेगी मेरे लिए उतना ही बढ़िया है हम तुमको ठंडा करते रहेंगे अपने प्यार के रस से...
पूजा मेरे कंधे पे दात से काट के बोली अच्छा अच्छा चलिए अब बस कीजिए यही सब बोल के ना आप मेरा मूड बना देते है और भूल जाते ही की ये दोनो का भी ध्यान रखना है...
हम फिर उसके चूतड़ों को फैलाए और उसके गांड़ के छेद में अपनी उंगली घुसा दिए तो वो चिहुंक कर बोली अरे जान आप क्या सुबह सुबह अभी ना बोली आपको की मेरा मन भटकता है और आप है कि मानते ही नहीं...
फिर हम उसके सर से सर टकरा के हस दिए और बोले सॉरी बेबी पर क्या करे तुम मेरी बाहों में नंगी खड़ी हो और फिर हम कंट्रोल में रहे ये हो ही नही पाता हमसे...
पूजा बोली बस थोड़ा दिन का सब्र और जान फिर उसके बाद आप सब कुछ कीजिएगा कोई रुकावट नहीं रहेगा
फिर हम दोनो एक साथ फ्रेश हुए और हम अपनी जान की चूत, चूतड़ों और कांख पे से छोटे छोटे बाल हटाने का भी काम किए...और खुद के जंगल को भी साफ किए...उसके बाद दोनो कोई बाहर निकले और पूजा को हम बोले की अभी नाइटी मत पहनना कोई सूट पहन लो या कुर्ती जिसमे तुम कंफर्टेबल हो....पूजा बोली क्यू जान अभी ही....
हम बोले अरे पगली आज अपने मायके जायेगी ना और हम अपने ससुराल तो बस रेडी हो जाते है दोनो कोई....
तो पूजा मेरे गले में बाहें डालते हुए बोली पहले मां से परमिशन तो ले ले जान...हम उसके चूतड़ों पे अपने हाथ रखते हुए बोले अरे हम है ना...वो बोली नही जान मां बहुत चिंता करती है और अब तो भाभी भी बहुत केयर करती है.... उधर से दीदी फोन पे अलग ही क्लास लगाते रहती है की कैसे रह रही है क्या खा रही है ये वो और भी बहुत कुछ...
मां का सीधा सीधा कहना है की जुड़वा बच्चा का सीन पूरे घर में पहली बार हो रहा है इसलिए बहुत एहतियात बरतना है और अब तो दिन भी नजदीक है इसलिए हम भी ज्यादा प्रेशर नही ले रहे....
हम उसके चूतड़ों पे हल्के से चपत लगाते हुए बोले ओके मेरी रानी अभी चलो नीचे और फिलहाल तुम्हारी भूख का नाश करते है फिर बाकी बात बाद में सोचेंगे....
हम दोनो जब नीचे पहुंचे तो मां नाश्ता बना चुकी थी और पापा हम दोनो को बुलाने के लिए ही मां से बोल रहे थे....
हमे देख के मां बोली आ जा अभी तुम दोनो को ही बुलाने जा रहे थे हम....नाश्ता तैयार है खा ले और पूजा बेटा जा भगवान जी को प्रणाम कर के आ फिर नाश्ता कर के दवाई खा....
हम बोले वो सब तो ठीक है पर आज अपने ससुराल जायेंगे हम...
तो पापा हस के बोले हा जा भाई हो आ आज तो तेरा ससुर बुलाया है...एक तरह से आज तू पहली बार अपने ससुराल जायेगा...क्यू पूजा बेटा सही बोले ना और शादी के बाद तू भी पहली बार बिना किसी डर के अपने घर जायेगी...
तो मां बोली हा और अब तेरा रोना भी बंद नही तो बात बात पे रोने लगती थी कुछ भी बात हुआ तुरंत में रोने लगती थी....पर अब खुश रह बेटा....और अब तो सुमित का ट्रांसफर भी यही हो गया है अब तो कोई दिक्कत नही है ना....
तभी हम बोले हा अब ये खुश रहेगी और हम भी डबल खुश रहेंगे और इसी खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए आज ससुराल में रुकेंगे हम दोनो....
तो मां कुछ बोलती इससे पहले पापा बोले हा रुक जाना बेटा पर ध्यान से रहना ये नही की कुछ ऊंच नीच हो जाए वरना हम परमिशन दिए है और अगर कुछ हुआ तो तेरी मां मेरा गला पकड़ेगी....
तो मां बोली ना हम काहे को आपका गला पकड़ेंगे पर बेटा देख तू समझदार है और पूजा बेटा का डिलीवरी डेट नजदीक है...ज्यादा इधर उधर करने का नही बाकी वहा रुकने का क्या बात है.....
तो हम बोले पूजा इतने दिन में एक बार भी घर पे नही रुकी है शादी के पहले को कुछ हुआ उसके बाद एक महीना तो वो बाहर ही रही ना फिर आज जा के मौका लगा है तो एक दो दिन रुकने में क्या हर्ज है....
तो मां को भी मेरी बात समझ में आई और वो बोली चल रुक जाना पर बेटा ध्यान रखना....
फिर हम सुगंधा को फोन लगाए की राहुल का हाल चाल ले ले....उससे बात होने पे पता चला की राहुल तड़के सुबह ही वापिस आ गया था और पैसे पूरे ले आया और बुआ और फूफा जी वही रह गए...इतने में मम्मी उससे फोन ले ली और बोली इन सब को छोड़ बेटा ये बता आज पूजा को ले कर आएगा ना...
उनकी आवाज से साफ साफ पता चल रहा था की वो रुवांसी हो रखी है...हम पूछे क्या हुआ मम्मी ऐसे क्यू बोल रही है...
तो वो बोली नही बेटा शादी के बाद आज पहली बार मेरी बेटी घर आयेगी और वो भी बिना किसी डर के...
तो हम बोले अरे मम्मी अभी हम पापा और बाकी सब से यही बात कर रहे थे....तो पापा भी बोले आज पहली बार हम अपने ससुराल जा रहे है
तो मम्मी भी हस दी ये जान कर की सब के मन में यही बात घूम रहा है....
फिर हम बोले आप बस आज कमर कस के तैयारी कीजिए बेटी दामाद घर आ रहा है आज तो हम भी अपना दामाद वाला धौक जमाएंगे...
तो मम्मी बोली अरे बेटा तू आ जा बस फिर हम समझ लेंगे तू बस पूजा को ले कर आ जा और हा आज रुकेगा ना...हम बोले हा मम्मी रुकेंगे....
तो वो खुशी से बोली बस फिर तो आ जा अब जल्दी से....अच्छा बेटा पूजा से बात करवा दे ना थोड़ा
फिर हम पूजा को फोन दिए तो मम्मी उसको कुछ कुछ बात समझाई की ये रख लेना वो रख लेना और पूजा हम्मम हम्मम कर के फिर फोन रख दी....
इधर मां पूजा को बोली जा भगवान जी को प्रणाम कर के आ तब तक हम नाश्ता निकालते है सब कोई का....
पूजा के जाते ही हम मां के साथ हो लिए किचन में वहा मां हमको बोली देख बेटा जा तो रहा है वहा.....पर ध्यान से क्युकी डॉक्टर के हिसाब से डेट नजदीक है तो जरा सा भी कुछ लगे तुरंत फोन करना ये नही की खुद से चल दिए....
हम बोले अरे मां आप बिलकुल निश्चिंत रहो हम वहा बसने नही जा रहे कल शाम तक आ जायेंगे....
तो मां मेरा कान पकड़ के खींचते हुए बोली ज्यादा ना जबान ना चलाओ जितना बोल रहे उतना सुन चुप चाप...
हम कराहते हुए बोले अच्छा ठीक ठीक हम कुछ नही बोल रहे आपको...
तभी पूजा किचन में आई तो मां बोली अरे बेटा तू जा बैठ हम आ रहे है...तो पूजा बोली अरे मां कोई बात नही चलिए अब ले के चलते है फिर हम बाहर आ गए अपना प्लेट ले के और पीछे से पूजा पापा और मां का नाश्ता ले के आई और पूजा खुद के खाने से पहले जिमी को खाने को दी....
नाश्ते के बाद मां पूजा को बोली तैयारी कर ली है जाने का की नही...तो पूजा बोली अरे मां हमको तो समझ ही नही आ रहा की क्या ले और क्या नहीं....फिर मां बोली अच्छा चल हम तेरा मदद कर देते है और वो दोनो चल दी ऊपर...
इधर पापा हमसे बोले बेटा आज तू उधर पार्टी मनाना और इधर हम....तिवरीया कब से हल्ला कर रहा है तू कुछ बोला था क्या उसको...
हम मुस्कुराते हुए बोले पापा तिवारी अंकल लाल पानी का डिमांड किए थे हमसे...तो पापा बोले एक नंबर का बेहया है साला...आज मिलने दे तब बताते है...
हम बोले अरे अरे काहे आप फालतू का बात कहा से कहा जोड़ रहे है हम ला रखे है भोपाल से ही लेते आए थे तो पापा बोले तू भी कम नहीं है...
वैसे कौन सा लाया है ला के दे दे हमको...
हम बोले अभी पूजा और मां को नीचे आने दीजिए फिर ले आ देंगे...
तभी पापा बोले अरे सुन तू बता दे कहा रखा है हम ले लेंगे जा कर वरना तेरी मां देखेगी तो पार्टी का सत्यानाश हो जायेगा पहले ही....
हम हस कर बोले ठीक है पर बाकी आइटम का क्या...तिवारी अंकल बसमतिया चावल और मीट बोले है...
पापा बोले वो सब हम करवा लेंगे उधर ही बाकी मेन आइटम तो तेरे पास है वैसे कितना का लाया....
हम बोले अरे हो गया आप बस पार्टी एंजॉय कीजिए...इतने में भाभी आई और हम दोनो को अकेला देख के बोली अरे पापा मम्मी और इसकी महारानी कहा है...तो हम बोले बस आपके सर पे सवार है दोनो कोई और ज्यादा बोलिएगा ना तो मेरा दोनो लल्ला लल्ली आपका बलवा नोच देगा की हिम्मत कैसे हुआ मेरी मईया को महारानी बोलने का....
तो भाभी मुंह बना के बोली बड़का ना हम पटक ही देंगे सर पे से फिर लल्ला लल्ली तोरे मुंह नोचतवा की कहा बैठा दिए थे पप्पा
तो पापा बोले अरे अब सुबह सुबह झगड़ा मत करने लग जाना बहु जाओ ऊपर है दोनो आज तुम्हारा देवर अपने ससुराल जा रहा है ना और पूजा बेटा को कुछ पल्ले नहीं पड़ रहा था की क्या रखे और क्या नहीं वही समझाने गई है थोड़ा....तू भी जा हो आ ऊपर से....
इतने में पूजा और मां नीचे आने लगी और मां पूजा को बोल रही थी चल अब आराम से जा फिर वो हमसे बोली पूजा बेटा का सब जरूरत का समान रखवा दिए है क्या बोले हम इसको एकदम गधी है कौन कपड़ा ले जाए कौन नही इसको ले कर परेशान थी...
हम मां को ऐसे बोलते सुन के हस कर बोले अरे भोपाल थोड़े जाना है की सब समेट के ले के जायेगी....वही पूजा सर नीचे कर के मुस्कुरा रही थी क्युकी अभी उसका मन एक जगह नही लग रहा था कारण था आज घर जाना क्युकी भले वो जाहिर नही कर रही थी पर उसकी हरकते साफ साफ बयान कर रही थी की वो कितनी खुश है....
मां पूजा को एक साड़ी ही पहना दी थी ये कह कर की गाड़ी से तो जाना है फिर वहा जा कर बदल लेना....और पूजा आज भी वैसी ही खूबसूरत लग रही थी और तो और मां ने उसको अपने गले की सोने की चेन उसको पहना दी थी की जब वापिस आयेगी तो हम पहन लेंगे और उनकी हिदायते तो खतम होने का नाम ही नही ले रही थी.....
इधर हम मौका देख के पापा को जगह बता दिए की उनका सामना कहा रखा है....
जब मेरी डार्लिंग मेरे बगल में आ कर खड़ी हुई तो उसके बदन से उठती वो भीनी भीनी खुशबू हमको मजबूर कर रही थी की कब हम उसको अपने आलिंगन में ले के चूम ले पर अभी ये पॉसिबल नही था...खैर पूजा भाभी से बोली मां पापा का ध्यान रखिएगा भाभी तब तक हम आते है आपके लिए कुछ बढ़िया सा ले कर...
तो भाभी बोली हा देवरानी जी आपका हुकुम सर आंखों पर लेकिन उधर से आते वक्त बढ़िया चीज ही लाना ये नही की गोदी में दो दो गो पोसउआ बउआ दे देना ला के की लीजिए अब पोसिए आप ही....
उनकी इस बात पे सब कोई हस दिया
वही पूजा और हम बुरी तरह झेंप गए
सबलोग से बाते और हिदायते सुन कर हम दोनो अपने घर से गाड़ी में निकले पूजा के घर के लिए....
..
....
पूजा के साथ गाड़ी में बैठ कर जब रोड पे निकल आए तो हम झुक कर पूजा को चूम लिए तो वो मेरे बाहों में अपनी बाहें फसाते हुए बोली हम वही सोच रहे थे की मेरी जान हमको अभी तक अपने मुहर से नवाजे नही...
पर अभी आप मुहर लगा ही दिए की हम सुंदर लग रहे है...तो हम बोले मेरी जान पहले से ही सुंदर है उसको मुहर वुहर का जरूरत नहीं है और रही बात चूमने की तो हम कब से मौका ढूंढ रहे थे की तुम्हारे को चूमे जो अभी मिला तो बस...तो पूजा बोली थोड़ा इधर देखिए और जैसे ही हम उसके तरफ घूमे वो मेरे होंठो पे चूम ली और बोली आई लव यू माय लव
हम बोले आई लव यू टू माय जान पर देखो ऐसे करेगी ना तो फिर हम ई अंडा अंडी को देखेंगे नही और जर्दी छिल देंगे....
पूजा गुस्सा करते हुए बोली बै जान कैसे बोलते है आप भक्क अपना ही बच्चा है दोनो और ये क्या होता है अंडा अंडी पागल आदमी....
हम हस कर बोले अच्छा अच्छा सॉरी मेरा जाना मेरा प्यारा प्यारा बेटा बेटी है वो ठीक और चलो अब मुंह मत बनाओ तुम....ऐसे में तुम बिल्कुल अच्छी नही दिखती है तो पूजा मेरे बाह पे दांत से काट ली और बोली गंदे आदमी...
हम कसमसाते हुए बोले अच्छा आज एक सुहागरात अपने ससुराल में भी मना ले क्या...जैसे पहले शाम में हमलोग मिलने पे लव डोज देते थे एक दूसरे को छोटा छोटा सा गोदी में बैठ के तो कभी सोफे पे लेट के तो कभी किचन में तो कभी गलियारे में.....
तो पूजा मेरा नाक पकड़ के हिलाते हुए बोली बस बस बाबा बस खाली मौका चाहिए रहता है आपको है ना मेरे सेक्सी सनम
हम बोले और नही तो क्या और वैसे भी आज हम वहा कुछ न कुछ तो करेंगे ही क्युकी आज पहली बार सामने से दामाद बन के दहलीज पार करेंगे अपने ससुराल का....
तो पूजा एक अदा से मेरे कंधे पे अपना सर रखते हुए बोली जान आप पुराना बात याद दिला दिला के मेरा मूड बना रहे है देखिए फिर बहुत गड़बड़ हो जायेगा...
हम एक हाथ से उसकी चूची को दबा के बोले तो हो जाने दो आज तो सब ग्रह दशा यही चाह रहा है...
तो पूजा कसमसा के बोली चलिए वो सब जब होगा तब का तब देखेंगे फिलहाल मिठाई ले लेते है और आज तो डबल सेलिब्रेशन होगा एक अपने आने का और एक अपनी सग्गू का उस मिर्गियाहा लड़का से बियाह टूटने का....
तो हम बोले तुम बोली तो तुमको चाशनी में डूबा के तरबतर कर दे क्या फिर तुम्हारी वाली मिठाई तो हम ही खायेंगे...
शहद खाए थे ना याद है ना...
तो पूजा बोली बै जान नही मानिएगा घर जा रहे है हमलोग हनीमून पे नही...
हम हस्ते हुए बोले चलो न आज सब पता चलेगा की हनीमून है की सुहागरात
और फिर गाड़ी साइड में रोक कर पूजा को भी बाहर निकाले और दोनो कोई अपने हिसाब से मिठाई पैक करवा के वापिस चल पड़े घर की तरफ....
रास्ते में हम लोग देखे की पापा का दुकान अभी बंद ही है तो पूजा सुगंधा को फोन लगाई की कहा बेटा हम दो मिनट में पहुंच रहे है...याद भी है की नही की हम आने वाले है आज...
तो सुगंधा बोली अरे दी तू फोन भी नही की पगली निकलने से पहले...
इतने में हम गाड़ी से हॉर्न मारे और बोले अब टाइम चला गया अपनी भयानक वाली शकल ले के बाहर आ जा...
तभी राहुल और मम्मी बाहर आए और सुगंधा दरवाजे पे ही खड़ी रही....मम्मी के हम पैर छुए और पूजा मुंह से हो प्रणाम कर दी मम्मी को फिर मम्मी पूजा को हाथ पकड़ के अंदर ले गई जबकि हम गाड़ी सही से पार्क कर के राहुल के साथ घर में आए...
दरवाजे पे पूजा रुक गई की उनको आने दो मां फिर चलते है अंदर....हम जब पूजा के पास आए तो बोले यहां क्यू रुक गई तो पूजा बोली आपके साथ अंदर जायेंगे ना....
फिर मम्मी जी हमदोनो को अपने गले से लगा के नम आंखों से बोली बहुत खुश हुए बेटा हम आज तुझको यहां देख के तो हम बोले अरे मम्मी क्या आप भी पहले हम लोग आते थे तो आप खुश नही होती थी क्या....तो मम्मी अपने आंसू पोंछते हुए बोली नही बेटा ऐसा बात नही है पर तू तो सब समझता है ना....फिर पूजा बोली हा मां पर अब रो मत चलो अच्छे मन से हम दोनो आज घर में अंदर बुलाओ....तो मम्मी अपने पास से कुछ सिक्के निकाली और हम दोनो पे वार के वो बाहर गलियारे के दीवाल पे रख दी और फिर पूजा के चेहरे को अपने दोनो हाथो में पकड़ के बोली किसी की नजर ना लगे अब तेरी इस हसी को....और इतना कह कर पूजा को वो दो तीन जगह चूम ली...
हम मम्मी के तरफ देख रहे थे तो पीछे से सुगंधा बोली अरे मम्मी तुम सुमित के सामने उसके माल पे हमला कर रही हो देखना कही गड़बड़ ना कर दे....
तो पूजा शर्मा गई और बोली गधी कहिंकी कुच्छो बोल देती है पागल...
तो पीछे से हम बोले टेंशन मत ले इसका बदला हम तेरे से ले लेंगे....पूजा तुनक के मेरे तरफ घूमी तो हम बोले अरे अब तुम मत गुस्साओ बदला ले लेंगे से मेरा मतलब था सेवा करवा के काम करवा के खाना बनवा के....
पूजा हमको खा जाने वाली नजरो से देखी और फिर हौले से मुस्कुरा दी और उसके हस्ते ही बाकी सब भी हस दिया पर सुगंधा वहा से अंदर भाग गई....
फिर हम सब लोग घर में आए और सोफे पे बैठेते ही पूजा पूछी की पापा कहां है.....
तो मम्मी बोली आज बेटी दामाद आ रहा है तो उसी का सब इंतजाम कर रहे है काहे की बेटी को मछली पसंद है और दामाद को चिकन तो वही लाने गए है आते ही होंगे वैसे भी वो खुश है उनका चाल ढाल बता रहा है और अभी वो कुछ दिन शांति से रहेंगे घर पर ही क्युकी पिछले कुछ दिनों से बहुत भागा दौड़ी हो गया सुग्गु के चक्कर में...
तो पूजा बोली हमको की पापा को फोन कीजिए ना की कहा है कब आयेंगे...तो हम बोले अरे आ हो रहे होंगे तो पूजा बोली अरे आप कीजिए ना...हम भी उसकी बेचैनी को समझ रहे थे इसलिए ज्यादा बहस ना करते हुए फोन लगाए तो पापा फोन काट दिए और घर में घुसते हुए बोले हम आ ही रहे थे बेटा कब आए तुमलोग...
तो पूजा उठी और पापा के पास जाने लगी तो पापा समान का थैली राहुल को पकड़ाते हुए पूजा को बाहों से पकड़े और बोले खुश रह खुश रह...
पीछे से हम भी उनके पैर छुए तो हमको भी बोले अरे बेटा खुश रहो दोनो के दोनो
पूजा बोली राहुल को भेज देते लाने के लिए इतना भागा दौड़ी किए है ये नही की थोड़ा आराम से रहे अभी....
तो पापा उसको अपने साथ लाते हुए सोफे पे बिठाए और बोले इतना दिन तो उल जुलुल कामों में लगा रहा और आज मेरी बेटी इतने दिनो बाद अपने घर आ रही थी तो उसके पसंद की कुछ चीजे भी ना लाते खुद से....
ताजा ताजा रेहू मछली थी फ्राई में ही खा लेना जैसा तुझको पसंद है और सुमित बेटा तेरे लिए देसी चिकन लाए है...
आज ससुर के हिस्से का भी प्यार मिल रहा है इतने दिन तो सासू मां का प्यार पाया ही है आज से मेरा भी पा लिए तुम दोनो...
तो मम्मी बोली कुछ दिन बाद आपको दू दू गो नाती नातिन को भी प्यार देना होगा अपनी पूजा को जुड़वा बच्चा है...
तो पापा बोले हा पता है और उसके लिए भी इनका नाना तैयार है अब कभी कुछ गलत नहीं करेंगे बेटा और उनकी आंखों से आंसू टपक पड़े....
तो पूजा भी रोते हुए पापा का हाथ पकड़ के बोली अब आप मत रोईये पापा हमर पापा ऐसे रोते हुए अच्छे नही लगते कल भी आप वहा उतना रोए हम चाह कर भी आपको रोक नहीं पाए थे...
तब हम बोले हा पापा कल तो कुछ समझ ही नही आया हमको जब आप पूजा के पास वैसे बैठ गए और रोने लगे थे....तो पापा मेरे भी सर पे हाथ फेर के बोले सब पश्चाताप का आंसू था बेटा बहना जरूरी थी जितना जहर घुला हुआ था सब कल बह गया ना...तो फिर पूजा बोली अच्छा अब हो गया बस कीजिए....
तो राहुल बोला हा उनको बोल रही है बस करने और खुद...खुद भी तो सुबकना बंद कर दे दी....
फिर हम बोले हा ठीक बोला राहुल तुम्हारी बहन के आंखो में तो पता नही कौन सा नदी है तुरंत में ओवरफ्लो हो जाता है
तो सब कोई हसने लगा सिवाय पूजा के वो मेरे को केहूनी से मारी मेरे बाह पे और बोली गंदे
फिर हम अपने घर पे पापा को फोन कर दिए की हम लोग यहां पहुंच गए है और फिर मां पूजा से बात की और उसको फिर से वही सब हिदायत दी की ध्यान से रहना ये वो....
और हम पापा को जहा पे बता कर आए थे वो अपना समान निकाल लिए थे और बोतल का साइज देख के पापा बहुत खुश हुए और फोन पे हमसे बोले की आज दुकान नही जायेंगे बेटा और तेरी मां भी आज कुछ नही बोली ये चमत्कार है बे तो आज तू वहा पार्टी मना और हम यहां तिवारी और भाभी यही आयेंगे थोड़ा देर में फिर दोपहर के खाने के बाद शाम में बढ़िया मटन बनेगा....हम बोले अच्छा है पापा सब कोई घर पे रहेगा तो मां का मन लगा रहेगा वरना वो पूजा का सोच सोच के ही परेशान होती रहेंगी...
इधर राहुल पापा को बोला की दुकान तो खुलेगा नही आज पापा तो जो पैसा लाए है फुआ के पास से उसको बैंक में डाल आते है...तो पूजा बोली अरे नही पगला इतना पैसा एक साथ जमा करेगा तो इनकम टैक्स वाला नकेल ही कस देगा पैसा संभाल के घर में ही रहने दो....
तो पापा बोले हा वैसे भी तेरा मक्कार चाचा आज किसी भी टाइम में जमीन का पेपर ले के आएगा ही तो उसको पैसे दे के खतम करे अब और नहीं रहना इन हरामखोरो के चक्कर में....
उसके बाद मेरा और पूजा का बैग उस रूम में रखवा दिया गया जिसमे पूजा और सुगंधा सोया करती थी....
मम्मी बोली तुम दोनो उसी कमरे में सो जाना सुगंधा हमारे साथ सो जायेगी...
तो हम बोले अरे काहे उसको तकलीफ दें रही है मम्मी वो अपनी बहन के साथ सोएगी हम और राहुल एक साथ सो जायेंगे कोई दिक्कत नही...
तो सुगंधा बोली अरे नही बाबा ये फिर रात में उठ के रोने लगेगी की मेरे सुमित उधर ठीक से सोए होंगे की नही और मेरा नींद खराब करेगी...
हम उसका बात पे बोले नही बेटा जितना तू पूजा का मजाक उड़ाती है वो वैसे है नही बल्कि वो मेरा केयर करती है समझी....खाली पीली हर वक्त मजाक हो सूझता है तेरे को....
पूजा हमको उसके साइड से बोलते देख एकदम गौरवान्वित हो कर हमको एकटक से देखने लगी...
तो पापा बोले अरे पूजा बेटा और सुमित बेटा एक साथ सोएंगे उधर और तू सुग्गु बेटा हमारे साथ सो लेना और राहुल यहां हॉल में सोता है जैसे वैसे सो लेगा बस हो गया अब इसपे और चर्चा नही होगा....
फिर पूजा अपना कपड़ा बदली और हम भी थोड़ा हल्का कपड़ा में आ गए और उसके बाद सिलसिला शुरू हुआ खाना बनने का और खाने का....
मम्मी और सुगंधा किचन में थी और पूजा उनके पास वही पे बैठी हुई थी जबकि हम, पापा और राहुल बाहर वाले कमरे में बैठे बात कर रहे थे की कल हमारे जाने के बाद कैसे कैसे क्या क्या तमाशा हुआ....
अभी थोड़ी देर ही हुए थे हमे बैठे हुए की पूजा के चाचा जी प्रकट हो गए और वो अपने साथ ले कर आए थे पूजा के पापा के जमीन के कागजात...
पापा ने उनको घर में घुसने तक नही दिया दरवाजे पे ही रोके और उनसे कागजात ले कर चेक करने के बाद उनके पैसे उनको दे दिए और बोले की आज के बाद से समझ लेना की हम सब मर गए आप लोग के लिए...
तो चाचा बोले मर तो तू कल ही गया था मेरे लिए आज तो बस बची खुची कसर कह ले या फिर अंतिम संस्कार वो करने आया हु...
राहुल उनके सामने आया और हम पापा के पीछे खड़े हो गए और राहुल बोला देख चाचा मेरे दुहारी पे खड़े हो के ज्यादा बकचोदी ना करो जो काम करने आए थे वो कर लिए अब निकलो यहां से....
चाचा हमको घूर के देख रहे थे और तभी पीछे से मम्मी, सुग्गु और पूजा आ गई बाहर....
तो चाचा की नजर पूजा पे पड़ी और वो थोड़ा आगे बढ़ कर उसके पेट के तरफ थूक दिए और बोले पाप का अंश ले के घूम रही है हरामजादी तुझे तो समय बताएगा इस पूरे कलह की वजह तू और तेरा ही आशिक है.....
इस बार मेरा खून खौल गया और पापा के पीछे से ही उसपे लपके और फिर तो मेरे मुक्के जो बरसने चालू हुए उसपे और इस बार राहुल और सुगंधा भी लड़ाई में कूद गए और परिणाम स्वरूप चाचा जी लहूलुहान हो गए....
दम भर मारने के बाद पापा और मम्मी हम तीनो को हटाए और फिर पापा अपने भाई को गिरेबान से पकड़ के उठा के बोले वो मेरी बेटी है और ये मेरा दामाद...
जिस मुंह से तूने मेरी बेटी के पेट पे थूका है ना उसी मुंह से अपनी बेटियो के लिए औलाद मांगता फिरेगा तू देखना और समय इसको नही तुझको बताएगा की औलाद क्या होती है और जब उसी औलाद को नासमझी में अपने ही हाथो से खुनमखून कर देते है और बाद में उसके जख्मों पे मलहम भी नही लगा सकते तो वो तड़प कैसी होती है....
इतने दिनो तक अपनी बच्ची से मुंह फेरे रहा सिर्फ और सिर्फ तुम दोनो भाई बहन के वजह से....
और अंत में मेरी इसी बेटी दामाद ने तुम लोगों की असलियत सामने लाई....दूर हो जा मेरे घर की दहलीज से इससे पहले की हम अपना आपा खोए और तेरी इससे भी बुरी दुर्गति हो....
राहुल आगे बढ़ा और पैसों से भरा झोला उठा लिया और पापा से बोला पापा हम तो कह रहे है की इतने दिन तक जो बरगलाने का काम किए उसके हर्जाने के रूप में इसको रख लेते है...
तो मम्मी बोली नही बेटे ये पैसे हमारे हक के नही है छोड़ दे इसको....
फिर राहुल उनको उठाया और घर के गलियारे के बाहर कर दिया जहा वो एक चबूतरे पे बैठ गए क्युकी उनकी हालत अभी पतली हो रखी थी...
इधर इतना कुछ होता देख पूजा रोई तो नही पर वो थोड़ी सहम गई थी और मम्मी उसका हाथ पकड़े हुए थी....
चाचा को बाहर करने के बाद सब कोई घर में वापिस आ गए और हम पूजा को बोले तुम टेंशन मत लो किसी एरे गैरे के बोलने से हमारे बच्चो को कुछ नही होगा समझी....
तभी पापा आगे आए और पूजा के सर पे हाथ फेर के बोले बेटा तू टेंशन बिलकुल नही लेना तेरा बाप अब तेरे हर कदम पे साथ रहेगा और अभी तो अपने नाती नातिन को एक महीना अपने यहां रखेंगे बोल देना अपने ससुर से की डिलीवरी के बाद तू एक महीने के लिए यहां रहेगी...
और अब तो सुमित का ट्रांसफर भी यही हो गया है तो बस अब कोई दिक्कत नही क्यू सुमित बेटा पूजा के यहां रहने से कोई दिक्कत है क्या...
हम बोले अरे नही पापा कैसी बाते कर रहे है आप....
पूजा का घबराया हुआ चेहरा देख के पापा बोले बेटा अपने बाप पे अब भरोसा कर सकती है तू.....
तो पूजा बोली नही पापा हम ऐसा कुछ नही सोच रहे पर ये सोच रहे है की मेरे से ऐसा क्या गलती हो गया जो चाचा मेरे बच्चा लोग को जो अभी इस दुनिया में आया भी नही है उसको बद्दुआ दे दिए....और ये बोल के वो रोने लगी...
तो हम बोले अरे गधी रो क्यों रही है पागल अभी पापा क्या समझाए और आगे बढ़ कर उसके आंसुओ को पोंछ दिए....
फिर मम्मी भी उसको प्यार से समझाई और सुगंधा को बोली अरे लड़की जा इसके लिए मछली निकाल के ले आ खामखा फालतू आदमी के चक्कर में सारा माहोल बिगड़ गया कहा अभी आराम से बच्ची बैठ के खाती मेरी और हरामी आ के सब कबाड़ा कर दिया....
तो राहुल बोला नही मां कुछ नही हुआ है जो किए वो उसका रिटर्न तुरंत मिल गया उनको देखे ना....
फिर सुगंधा पूजा के सामने फ्राई किया हुआ मछली का एक प्लेट ला के रख दी और बोली दीदी का मूड अब एकदम ठीक हो जायेगा...देख तो कितना टेंपटिंग लग रहा है देखने में....
फिर पापा अपने हाथ से उसको मछली का टुकड़ा तोड़ के दिए तो पूजा गप से मुंह में ले ली और बोली पापा ऐसे अपना हाथ से बचपन में खिलाते थे
कितने साल बाद आज खिलाए है फिर तो पापा तीनो बच्चा को अपने हाथ से ही खिलाए और मम्मी फ्राई कर के ला के देती गई....
थोड़ी देर बाद पापा बोले अब खाना लगाओ सब कोई का हम दो मिनट में आते है....वो घर से बाहर निकले ये देखने को की उनके भाई साहब गए की नही....चबूतरे के पास जा के देखे तो वो नदारद थे वहा से...
फिर पापा घर में वापिस आए तो मम्मी बोली देख आए गया की नही....तो पापा बोले जायेगा नही तो क्या करेगा....
उसके बाद पापा हमसे बोले की बेटा ये सब जो अभी हुआ वो अपने घर पे मत बतला देना वरना वो बेकार में परेशान होंगे....
हम बोले हा पापा हम समझते है आप टेंशन मत लिजिए और पूजा के साथ साथ हम भी यही है अभी...
वैसे भी ज्वाइनिंग ने टाइम है अभी मेरे तो कोई दिक्कत नही....
फिर सब के साथ खाना पीना हुआ और उसके बाद मम्मी पूजा को बोली आराम करने क्युकी सुबह से जब से वो आई थी तब से एक बार भी लेटी नही थी वो और हम भी उसको बोले की लेट जाओ थोड़ा वरना अगर कुछ इधर उधर हुआ ना तो मां वहा मेरा खटिया खड़ा कर देगी....
दोपहर आराम कर के बीता फिर शाम में वही चाय नाश्ता के बाद थोड़ा बात चीत हुआ जिसमे हमारे आने वाले बउआ लोग को कैसे कैसे सब खेलाएगा उसका चर्चा हुआ....
इसी बीच मम्मी बोली वो सब तो ठीक है बाकी नाती नातिन को देने के लिए कुछ रखे है की ऐसे ही गोदी में ले लीजिएगा....
तो पापा बोले अरे कैसा बात कर दी हम रखे है ना बोलो तो अभी दे दे...तो पूजा बोली अरे नही पापा पहले इनलोगो को आ जाने दीजिए फिर दीजिएगा को देना हो पहनाना हो....
तो सुगंधा बोली हा अभी दीदी में दो फिर मेरे शादी के बाद मेरा बउआ लोग के लिए भी तैयार रहना....
फिर वो क्या बोल गई ये सोच के खुद ने शर्मा गई जबकि हम सब लोग हस पड़े....और हम राहुल को बोले अगर तुम्हारा भी कोई डिमांड है तो बोल दो अभी बढ़िया समय चल रहा है....
तो राहुल बोला अरे नही जीजा अभी मेरे मे बहुत समय है...तो पूजा बोली ज्यादा दिन नहीं बेटा सुग्गु के बाद तेरा ही नंबर है...
तो पापा बोले अरे बेटा बस कर अभी शादी का मैटर मत निकाल मेरा मूड बिगड़ जायेगा फिर....
तो मम्मी हस्ते हुए बोली फिर पकड़ के ले आयेंगे आपके लतखोर भाई को ज्योहि थोड़ा मूड सही हो....
रात में खाना खाने के बाद सब कोई एक साथ बैठे और फिर एक राउंड लूडो का हुआ जिसमे सारी लेडीज एक तरफ और सारे जेंट्स एक तरफ....
पर अफसोस अपने बुद्धू साले साहब के चक्कर में हमलोग हार गए....
खैर कोई इनाम तो था नहीं ना ही कोई शर्त जो पूरी करनी थी तो ये लूडो का कंपटीशन ऐसे ही खतम हो गया.....
फिर हम दोनो कमरे में आ गए और अभी बिस्तर पे बैठे ही थे की पापा कमरे में आए और पूजा से पूछे की कल सुबह क्या खायेगी बता वही ला देंगे तो बन जायेगा....तो पूजा बोली जो बनेगा हम खायेंगे पापा...
तो मम्मी बोली अच्छा वो मेरे ऊपर छोड़ दे हम बना देंगे तभी पापा बोले कल दुकान में से छुहारा और घी ला देंगे उसका हलवा बना देना और खिलाना इसको उससे बहुत ताकत आता है....
और पूजा बेटा देख अपनी सेहत से कोई लापरवाही नही...तो हम बोले अरे पापा आप निश्चिंत रहिए सब सही से चल रहा है इसका...
और पूजा भी बोली हा पापा सब ओके है और हम खुद भी ओके है....
इधर मेरे घर पे पूरा माहोल बना हुआ था मां पापा भईया भाभी और तिवारी अंकल आंटी सब कोई मस्त पुलाव मटन का लुफ्त उठाया और पापा के साथ तिवारी अंकल साइड साइड से अपना लाल पानी का भी रंगीन मजा ले लिए....कार्यक्रम के बाद तिवारी अंकल झूमते झुमाते अपने घर पहुंचे और उनको पहुंचाने वाला भईया था क्युकी वो भी उसी तरफ जा रहा था....
अब हम दोनो की जिंदगी में सब कुछ अच्छा हो गया था अब इंतजार था हमे अपनी नन्ही नन्ही प्यार की निशानियों का जो जल्द ही हमारी इस छोटी सी दुनिया में घुस कर कब्जा कर लेंगे और बन जायेंगे छोटा डॉन एंड टीम....