Papa Ranjeet
Banned
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Where there is a will there is a way.....Chalo Bhai,Station pe Coupe ka intezaar karte hain abb.
Sab malum chalega bhai keep reading and commenting thankuबहुत शानदार अपडेट है । कहानी अपनी पूरी गति से आगे बढ़ रही है । 3 दिन कब पूरे हो गए पता ही नही चला । अब ट्रैन में अलग केबिन मिला तो भरपूर चुदाई होगी । परंतु पटना में मिलने के लिए क्या जुगाड़ करेंगे वो आने वाले अपडेट में ही पता चलेगा
Jbrdast love story hai, dono ke chemistry bhi bindas hai, ab dekhna interesting rhega jb city phuch jayenge tb madhuri ka kya role rhegA, kya bachpan ka pyar aise hi khatam ho jaegaहमदोनो ने अपना अपना सब सामान पैक कर लिया था और केवल पहन कर जाने वाले कपड़े ही बाहर रखे थे........पूजा ने मेरे बैग में वो अपनी पहली रात वाली चादर देखी तो शर्मा कर बोली ये क्यों......और आपकी लाई हुई चादर कहा है तब उसका ध्यान बेड पे गया वो बोली भक्क ये क्यू किए है किस लिए......
हम वो चादर खोल कर दिखलाते हुए बोले की इसलिए.......उसपे खून और अपना सुख चुके वीर्य की निशानी थी वो फिर कुछ नही बोली हम मुस्कुराते हुए उस चादर को वापिस बैग में रख लिए.......फिर वो बोली की घर पे क्या बताइएगा.......हम उसको बोले की हा हम ये चादर सब को दिखाएंगे और कहेंगे कि पूजा अब मेरी है सिर्फ मेरी.......वो हस पड़ी.....हम बोले गधी इसको संभाल कर रखेंगे अपनी पहले मिलन की निशानी के तौर पे......फिर वो मेरे करीब आ कर मेरे गालों को चूमते हुए बोली अच्छा ठीक.......अभी तक हमदोनो नंगे ही थे......सब कुछ पैक कर लेने के बाद बिस्तर पे लेटे थे और वो मेरे आधे शरीर पे लेटी हुए थी मेरे ऊपर और हम उसके चूतड़ों को अपने हाथो से सहला रहे थे बीच बीच में हल्की हल्की थपकी लगा रहे थे और वो सिर्फ मुझे देखते ही जा रही थी........कुछ देर की खामोशी के बाद वो बोली की आज रात के बाद हमदोनो फिर अलग अलग हो जायेंगे ना........फिर कब रहेंगे ऐसे.....हम बोले जल्दी ही जानेमन......अगर पेपर अच्छा गया तो दुबारा देने आयेंगे ना हमलोग.....वो बोली की हा वो तो है पर अगर नही निकला तब.....तो हम बोले की कोई बात नही दुबारा से फॉर्म भरेंगे और इस बार दूर का डालेंगे सेंटर ताकि हम एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता सके........
वो मेरे सीने को चूमते हुए बोली पर ऐसा कब तक करेंगे हम मेरी जान.......हम बोले जब तक सिलेक्शन ना हो जाए मेरी जान......फिर दोनो ठहाके लगा के हस पड़े.......उसके बाद हम बोले की चलो तैयार हो जाते है पैदल ही स्टेशन चल पड़ेंगे हाथो में हाथ लिए क्यू क्या बोलती है......वो बोली हाथो में हाथ क्यू आप मेरे को अपनी गोद में ले के चल पड़िए........हम बोले की वाह वाह क्या आइडिया है मालूम चला हमारे होटल से स्टेशन पहुंचने की खबर विथ फोटो कल अखबार के जरिए हमसे पहले पटना पहुंच जाएगी.........वो हस दी बोले गंदे ये क्यू नही कहते की हमको उठा कर चल नही पाएंगे उतनी दूर.....हम बोले कभी आजमा लेना मौका मिले तो निराश नही करेंगे......
फिर वो उठी और मेरे को भी जबरदस्ती बोली की फिर से नहाएंगे एक साथ चलिए.....हम बोले की अभी तो नहाए थे थोड़ी देर पहले.....वो बोली की हा पर अभी मेरा मन है इसलिए चलिए.......अब फिर पता नही कब हमलोग ऐसे नहाएंगे......उह्ह्हु चलिए ना.....हम दोनो ने फिर साथ में नहाए और नतीजतन एक बार फिर मेरा लौड़ा पूजा की चूत के अंदर भ्रमण कर के आया और इस बार पूजा घुटनों पे बैठ के अंतिम क्षणों में मेरे लौड़े को पूरे मन से चूसी और वीर्य दुबारा से गटक गई पर इस बार वो ना खासी ना ही एक बूंद बर्बाद की.....हम मजाक में बोले की देखना कही अपना लल्ला ना आ जाए.....वो मेरे लंड को चूमते हुए खड़ी हो कर बोली की आ भी गया तो कोई बात नही मेरी जान......
हम भी बोले की हा फिर चल पड़ेंगे किसी और शहर में अपना एक सुंदर सा प्यारा सा घर बना कर रहेंगे अपने लल्ले के साथ......इसपर वो कुछ नही बोली क्युकी आगे क्या होगा ये न वो जानती थी ना ही हम......पूजा एक बार फिर मेरे गले लग कर बोली की अगर मैं आज या कल रोई तो प्लीज आप मुझे माफ करना प्लीज और ये बोलते हुए भी उसका गला रूंध सा गया हम थप्पड़ के स्टाइल में हाथ दिखा कर बोले खबरदार जो अपनी पिपड़ी बजाई तो......वो रुंधे हुए गले से ही हस पड़ी और अपने आंखों के कोनो को साफ करते हुए बोली गंदे आदमी......एकदम बेदर्द इंसान है आप......वो इतना बोली ही थी की एक हाथ से उसके एक निप्पल को उमेठे और एक हाथ नीचे ले जा कर उसकी चूत पे एक हल्की वाली थप्पड़ लगा डाली.....वो चिहुंक कर बोली आआह्ह्हह बदमाश गुंडे कही के.....हम बोले ज्यादा मत बोलो वरना पीछे से घुसपैठ अभी ही हो जायेगी.....वो बोली आप गंदे हो बड़े वाले.....हम फिर उसको अपने आप से चिपकाते हुए उसके चूतड़ों को अपने हाथो से मसलते हुए बोले बहुत चालाक हो बालिके तुम.....परंतु हम भी कम नहीं है अपनी.....जान को तकलीफ में घर नही भेज सकते ना और वैसे भी जब तू ही मेरी है पूरी की पूरी तो फिर सब कुछ मेरा है जब मन होगा तन घुसपैठ हों जाएगी......वो बोली की कभी कभी सीजफायर भी हो जाता है उस वक्त.....हम बोले उसी वक्त तो होगी ना पीछे से घुसपैठ.....फिर हम दोनों हस पड़े और वो मेरे गले लग गई जोर से......
फिर हम कमरे में आए और पूजा को कपड़े पहनाने का बोले वो बोली की पहले बाल बना लेती हु ना पर हम बोले की नही अभी तू मैं जैसा कह रहा हु वो करो.......उसके बाद हम कमरे के बेड के नीचे से एक थैली निकाले और उसको देख के पूजा बोली की ये क्या है.....हम बोले की तू चुप रह ना बस देखती जा.....उस थैली में पूजा के लिए नया काजल नया लिपिस्टिक नई बिंदी कुछ चूड़ियां.....एक परफ्यूम एक आर्टिफिशियल चांदी की पायल और एक कान की बाली या झुमका कह ले और एक मस्त नई ब्रा और एक सलवार सूट ये सब था.....वो सब कुछ देख कर चौकन्नी थी की हम ये सब कब लिए......वो बस चुप चाप खड़ी थी फिर एक एक कर के उसको हम जो चीज पहना सकते थे पहनाए पहले उसके सलवार सूट से मैचिंग रंग की ब्रा फिर समीज फिर सलवार..... फिर उसके कानो की पुरानी बालियो को खोल कर नई वाली पहनाए फिर उसके पैरो में नीचे बैठ कर पायल पहनाया और उठते वक्त उसकी चिकनी चूत पर एक जोरदार चुम्मी ले ली.....फिर उसके माथे पे एक छोटी सी बिंदी चिपकाई और बाकी श्रृंगार वाला समान उसके सुपुर्द करते हुए बोले की ले अब वो बाल बनाए और तैयार हो जाए अच्छे से.....आज मेरी बिन ब्याही दुल्हन विदा हो जायेगी ना.....तो उसका बेरोजगार दूल्हा इतना कुछ तो देने की क्षमता तो रखता ही है........
वो अब अपने आंसुओ को अब बहने से रोक नही पाई और वही टेबल के पास कुर्सी पे बैठ के अपने हाथो से अपना चेहरा छुपा कर रोने लगी......इस बार हम भी उसको नही रोके और तकरीबन दो मिनट बाद उसको धीरे से उठाया वो अभी भी सिसक रही थी और चेहरा नीचे किए हुए थी.......
हम हंसाने के मकसद से उसको सिसकता देख बोले की अरे लगता है तेरे इंजन में तेल खतम हो गया है इसलिए इतना हिचक रही है वो मुस्कुराते हुए एक मुक्का मेरे सीने में मारी और हमको देखने लगी.....हम आंसुओ से उसके गीले आंखो को चूम लिए और बोले की देख मेरे जीवन से एक दिन तूने कम कर दिया है.....वो अपना हाथ मेरे मुंह पे रखते हुए ना में गर्दन हिलाई और चुप रही अब उसका सिसकना भी कम हो रहा था.....हम बोले की अब चलो बहुत दुख दे दिए हम तुमको अब तैयार हो जा फटाफट.....स्टेशन निकलते है......और ये बोल के हम अपने बैग की तरफ जाने लगे तो वो मेरा हाथ पकड़ के रोनी सी आवाज में बोली की इतना प्यार और हसी दे कर बोलते है दुख दिए है.....आप कब हमको दुख दिए है भला.........हम बोले की दुख ही तो दिए है जो आज से ले कर पता नही कितने दिनों तक तुम्हे अपने अंदर ले कर चलना होगा मन में हर वक्त एक डर रहेगा की कही मैं तुमसे अलग ना हो जाऊ......और यही डर मेरे अंदर भी रहेगा.....ये दुख नही दिए तो क्या दिए हम तुमको.....बतलाना जरा वो बोली की नही ये दुख नही बल्कि ये तो एक इंतजार जैसे समय की शुरुवात है जो एक ना एक दिन खतम होनी ही है मेरा दिल कहता है ये..........हम उसके चेहरे को अपने हाथो मे ले कर बोले की आज की दुनिया में दिल से ज्यादा लोग दिमाग लगाते है जान और दिमाग वालो से दिल वाले हमेशा हारते आए है........
वो बोली की वो सब वक्त पे छोड़ती हु मै जो नियति में होगा वो हो कर ही रहेगा पर हम आपके हो चुके और अब कोई नही...........
हम उसके होठों को चूमते हुए बोले की अच्छा अब इन लबों पे लिपिस्टिक लगा ले ना मेरी जान कब से तरस रहा हु तेरी आंखों में काजल और और होठों पे लाली देखने को......जा अब और मैं भी तैयार हो जाऊ.....
फिर हम तैयार हो के नीचे रिसेप्शन पे गए और सब ड्यूज पैसा वैगारह दे के फ्री हुए और बोल दिया की अभी हमलोग निकल रहे है.......वापिस जब ऊपर रूम में आया तो पूजा एक अलग ही रौशनी सी बिखेर रही थी.....क्या खूबसूरत लग रही थी वो और वो भीनी भीनी खुशबू जो उसके बदन से आ रही थी ........उफ्फ बता नही सकते.......खैर हम उसको फिर से उसके होठों पे एक हल्की सी चुम्मी चिपकाए तो वो बोली की अरे क्या हुआ आप तो लाली खाने को उत्साहित थे अभी क्या हुआ.....हम बोले की अरे कितनी सुंदर दिख रही है तू पता भी है तुझे........और ये बोल कर उसके पिशानी पे चूम लिए और बोले की अब चलते है.....
एकाएक वो मेरे हाथो को जोर से दबा कर बोली पक्का....हम बोले हा मेरी जान चलना तो होगा ही पर अभी भी हमारे पास एक रात है अगली सुबह भी है पगली.....चलो अब चलते है शाम के 6 बज चुके थे और साढ़े सात बजे की गाड़ी थी......खैर हम भारी मन से होटल से बाहर आए और एक दूसरे का हाथ पकड़ के चलने लगे स्टेशन पहुंचने में हमे तकरीबन 25 मिनट लगने वाले थे...... हमदोनो सिर्फ चले जा रहे थे कोई कुछ नही बोल रहा था मेरा भी मन भारी भारी सा हो चला था.......कुछ दूर तय करने के बाद मुझे एक स्टूडियो दिखा जिसमे फोटो खींची जाती है मैं पूजा को बोला की वहा चल.....वो कुछ समझ पाती इससे पहले ही हमदोनो उस दुकान में थे.....वहा मैने उस दुकानवाले से पूछा की फोटो खिंचवाना है पर चाहिए तुरंत वो बोला की हा हो जायेगा.....पूजा और मैने अपना अपना बैग वही रखा और अन्दर स्टूडियो में गए जहा पूजा को मैंने अपने आगे खड़ा कर के उसको अपनी आलिंगन में ले कर एक फोटो क्लिक करवा ली और बाहर आ गए......कुछ पांच मिनट में ही हमारी फोटो हमारे हाथो में थी दुकानदार ने 50 रुपए ही लिए और बोला हैप्पी मैरिड लाइफ तो बोथ ऑफ यू.....थैंक्यू.....
हमदोनो एक पल के लिए बड़े खुश हुए और वो फोटो मैने अपने बैग में किताब में रखी और फिर स्टेशन की तरफ चल दिए......खैर अच्छा हुआ की गाड़ी दस मिनट लेट थी वरना लौड़े लगने के पूरे पूरे चांसेज थे.....स्टेशन पे गाड़ी आई और हम अपने फर्स्ट ऐसी में चढ़े....फिर टिकट में एलोटेड सीट नंबर से पता चला की हमे कूप नही केबिन मिला है.....तो साला हमदोनो थोड़े मायूस से हो गए.....मैं पूजा को बोला की तू अभी यही बैठ मैं अभी आया कुछ खाने को ले कर रात के लिए.....वही स्टेशन पर ही गरम गरम बिरयानी पैक करवाई एक स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम और गुलाब जामुन लिया फिर मैंने टीटी को ढूंढा और उससे अपनी समस्या बताई वो बोला की कूप खाली है आप अपनी टिकट ले के कूप में बैठिए हम आ कर अलॉट कर देंगे......सच में इतनी खुशी हुई ना की क्या बताऊं....
की साला तभी गाड़ी में सिटी बजा दी....हम बोले ले बेहेंचोद दौड़ना पड़ेगा इधर पूजा घबरा गई बुरे तरीके से की मैं कही स्टेशन के बाहर ना चला गया होऊ......और वो पहली बोगी के गेट पे आ कर देखने लगी मुझे लगता है मैं अगर उसको नही दिखता तो वो ट्रेन से उतर ही जाती......फिर मैने उसको आवाज दी पूजा आ रहे है हम.....वो मेरे को देखी फिर उसके जान में जान आई......फाइनली हमदोनो गाड़ी में थे और केबिन में जाने के बाद वहा और भी लोग थे जो कूप के लिए लगे थे मुझसे पूछे की टीटी आपको दिखा क्या.....हम बोले जी नही.....और फिर पूजा को बोला की चलो अपना कूप अलॉट हो गया है.....उस बंदे का मुंह देखने लायक था.......
और ये सुन कर पूजा भी खुश हो गई....और हम जैसे ही कूप में पहुंचे उसने मुझे अपने गले से लगा लिया......वो बोली की कैसे किया तो मैंने बोला की टीटी से मिल के करवाया........वो बोली वाह मेरे होशियार जानेमन.....इसीलिए तो हम कहते है आई लव यू......अब ट्रेन निकल पड़ी थी और हम दोनो अपने कूप में बैठे थे............