जगत आहूजा साहब का प्रोटेक्शन करना , अंकित का सेवा भाव था लेकिन जगत साहब के तहजीब और मैनर्स का क्या !
एक बहुत बड़ी हस्ती आपकी रक्षा के लिए आपको हर वक्त गार्ड कर रही है , यह जानते हुए भी कि उस हस्ती की औकात आपसे काफी , काफी ऊंची है और आप न ही उसके लिए भोजन का प्रबंध कर रहे है और न ही रात मे सोने के लिए कोई व्यवस्था किए हुए है । वह शख्स अपने घर से भोजन लाकर अपना पेट भरता है । वह शख्स कार के भीतर सोता है ।
यह मेजबान का शिष्टाचार तो नही ।
खैर , अंकित ने जगत साहब के बिगड़ैल नबाबजादों के अभिमान और अहंकार पर अच्छा खासा चोट पहुंचाया।
खासकर रमन साहब के छोटे भ्राता श्री को।
लेकिन जगत प्रकरण का जिक्र , मुझे नही लगता कि सिर्फ इन नबाबजादों को सबक सिखाने मात्र का ही होगा। कुछ न कुछ कनेक्शन इस अध्याय का उस अंडरवर्ल्ड गिरोह से जरूर हो सकता है जिसने हाल फिलहाल के दिनों मे सनसनी फैला रखी है।
अंकित ने एक ऐसे व्यक्ति को वहां पर देखा था जो उसे जाना पहचाना जैसा प्रतीत हुआ था । शायद यह संदिग्ध व्यक्ति उस कड़ी का एक हिस्सा हो सकता है।
सभी अपडेट बेहद ही खूबसूरत थे ए पी भाई।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग।
और आप के एग्जाम के लिए मेरी हार्दिक शुभकामना।