पहले पोस्ट के अंत और इस पोस्ट के शुरुआत में कुछ कंटीन्यूटी की कमी लगी..
जैसे दो-चार लाइन पोस्ट होने से रह गए हों...
और पूर्वांचल की विडंबना यही है कि यहाँ इंडस्ट्री से ज्यादा गुंडों की भरमार है...
कोई भी बिजनेस हाउस इन्वेस्ट करने से पहले वहाँ के माहौल को देखती है...
और इसी कारण वहाँ के लोग दूसरे प्रदेशों में जाकर काम-काज ढूंढते हैं...
यह दृश्य परिवर्तन में ए झटके को दिखाने के लिए था, एक समय सब कुछ सामान्य लग रहा था, दूकान के बाहर का दृश्य भी और अंदर का भी।
और होली में छुटभैये बदमाश तो पैसा मांगने आते रहते हैं, लेकिन अगर माफिया का सीनियर मैनेजमेंट वाला कोई खुद चल के आ जाए, जिसका नाम सबने सुन रखा हो, जो एक बार जोर का झटका जोर से दे चुका हो, उनकी लड़की को उठवा लिया हो और बड़ी मुश्किल से ले दे के
तो ऐसी हालत में क्या होता हैं
उस हाल के दृश्य को दिखाने की कोशिश थी यह।