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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

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Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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#98.

उस जलपरी ने अपने हाथ में एक मटकी पकड़ी हुई थी।

मटकी का मुंह नीचे की ओर था। नीचे की ओर पत्थर से बनी एक नाली के जैसी संरचना बनी थी, जो वहां से घुमावदार रास्ते की शकल में, कुछ दूर बने एक ड्रैगन की मूर्ति के मुंह तक जा रही थी।

कुल मिलाकर बहुत ही रहस्यमयी वातावरण था।

तभी सूर्य की आखरी किरण ने भी आसमान से अलविदा कहा और शाम हो गयी।

सूर्य की आखरी किरण के जाते ही अचानक उस क्षेत्र में किसी वाद्य यंत्र का एक मीठा संगीत सा बजने लगा।

संगीत को सुन सभी आश्चर्य से इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें यह समझ नहीं आया कि यह संगीत कहां से सुनाई दे रहा है।

वह आवाज चारो ओर गूंज रही थी और सभी के कानों को बहुत भली लग रही थी।

तभी जलपरी के मटके से एक गुलाबी रंग का द्रव निकलना शुरू हो गया।

“यह सब क्या हो रहा है?" क्रिस्टी ने कहा- “लगता है यह कोई तिलिस्मी जगह है?"

“कोई भी यहां कि किसी भी चीज को छुएगा नहीं।" सुयश ने सभी को चेतावनी दे दी।

उधर जलपरी के मटके से निकला गुलाबी द्रव, अब नालियों से होता हुआ, ड्रैगन के मुंह में जाने लगा।

एक बार देखने पर यह महसूस हो रहा था कि वह जलपरी ड्रैगन को शरबत पिला रही है।

पर यह नहीं पता चल रहा था कि जलपरी की मटकी में वह द्रव आ कहां से रहा है? और ड्रैगन के मुंह के बाद जा कहां रहा है?

तभी उस पूरे क्षेत्र में एक खुशबू सी फैल गयी। उस खुशबू में अजीब सा नशा महसूस हो रहा था।

“यह अजीब सी खुशबू किस चीज की है?" जेनिथ ने कहा।

“यह तो शराब जैसी खुशबू है।" जॉनी ने वातावरण में बसी गंध को सूंघते हुए कहा- “पर यह खुशबू आ कहां से रही है?"

अब जॉनी की नजर जलपरी की मटकी से निकलते गुलाबी रंग के द्रव पर पड़ी।

जॉनी धीरे-धीरे चलता हुआ, जलपरी की मूर्ति के पास पहुंच गया और खड़ा होकर उस द्रव को सूंघने लगा।
वह विचित्र सी खुशबू उस गुलाबी द्रव से ही आ रही थी।

“ओए नशेड़ी।" जैक ने जॉनी को चिढ़ाते हुए कहा- “वहां क्या सूंघ रहा है? वह कोई शराब नहीं है।“

जॉनी ने तो जैक की बात का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही बुरा माना। उसे तो बस अब वह गुलाबी द्रव ही आकर्षित कर रहा था।

जॉनी ने उस द्रव को अपने चुल्लू में उठाकर देखा और फ़िर धीरे से उसे पी लिया।

“अरे वाह! लॉटरी लग गयी.....ये तो शराब ही है।" जॉनी खुशी से चीखकर नाचने लगा।

उसका नाच देखकर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। जॉनी अब जल्दी-जल्दी एक बोतल से पानी फेंक कर उसमें शराब भरने लगा।

“कोई और उस शराब को हाथ भी नहीं लगायेगा।" तौफीक ने चेतावनी देते हुए कहा- “यह किसी प्रकार का मायाजाल भी हो सकता है? नहीं तो इस जंगल में इतना सुंदर संगमरमर का पार्क कहां से आ गया?"

उधर जॉनी लगातार शराब पीता जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह जन्म-जन्म का प्यासा हो।

तभी क्रिस्टी जॉनी को देखकर चीख उठी- “ईऽऽऽऽऽऽऽऽऽ"

क्रिस्टी की चीख सुनकर सभी का ध्यान जॉनी की ओर गया। उसे देखकर सभी आश्चर्य से भर गये क्यों की जॉनी के शरीर पर बहुत तेजी से बाल निकल रहे थे।

क्रिस्टी की चीख सुन और सभी को अपनी ओर देखता पाकर, जॉनी की नजर स्वयं पर गयी।

उसके हाथ और पैर पर तेजी से बाल निकल रहे थे। अपने में हो रहे इस बदलाव को देख अब जॉनी भी चीखने लगा।

एक क्षण में ही उसका पूरा नशा काफूर हो गया।

“कैप्टन....बचाओऽऽऽऽ.... मुझे ये क्या हो रहा है?" जॉनी सुयश की ओर भागा।

सुयश को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? असहाय सी अवस्था में वह जॉनी को देख रहा था।

“मुझे बचा लो।" अब जॉनी शैफाली के पास जाकर गिड़गिड़ाने लगा- “तुम कुछ भी कर सकती हो....मुझे बचा लो।"

शैफाली भी सिर्फ जॉनी को देख रही थी, उसके पास भी जॉनी के लिये कोई उपाय नहीं था।

अब जॉनी के चेहरे पर भी बाल निकलने लगे और उसकी आवाज भी धीरे-धीरे बदलने लगी।

कोई अंजान खतरा देख ब्रेंडन और तौफीक ने अपने हाथ में चाकू निकाल लिया।

ब्रेंडन और तौफीक के हाथ में चाकू देख जॉनी डर कर एक तरफ खड़ा हो गया।

उसका बदलना अब भी जारी था।

कुछ ही देर में जॉनी एक पूर्ण विकसित गोरिल्ला में परीवर्तित हो गया।

यह देख जैक भी अब जॉनी से दूर हो गया। सभी डरी-डरी नज़रों से उस गोरिल्ले को देख रहे थे।

तभी गोरिल्ला ने अपने मुंह से बहुत तेज ‘खो-खो’ की आवाज निकाली और उछलकर उस पार्क से बाहर आ गया।

जब तक सभी उसे देखने के लिये बाहर निकले, तब तक वह गोरिल्ला अजीब सी आवाज निकालता और उछलता हुआ जंगल की ओर भाग गया।

जैक को जॉनी के गोरिल्ला बनने पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं हुआ, वह तो मन ही मन खुश था क्यूकी अब इस जंगल से निकलने के बाद सारी दौलत जैक की हो जानी थी।

मगर जैक के चेहरे के भाव क्रिस्टी ने साफ पहचान लिये। क्रिस्टी के चेहरे पर अब जैक के लिये नफरत के भाव नजर आये।

एलेक्स और जॉनी के गायब होने के बाद अब वह लोग कुल 8 बचे थे।

सच पूछो तो जॉनी के गायब होने का अफसोस सुयश के अलावा किसी को नहीं हुआ था।

“कैप्टन.... इस घटना के बाद क्या हमें अब भी इस जगह पर रात गुजारनी चाहिये?" ब्रेंडन ने सुयश से पूछा।

“आसपास कोई और जगह इतनी साफ सुथरी नहीं है और वैसे भी अगर हम इस जगह की किसी वस्तु का इस्तेमाल ना करे तो मुझे नहीं लगता कि इस जगह पर रुकने में कोई परेशानी है?"
सुयश ने कहा- “वैसे आपका इस बारे में क्या कहना है प्रोफेसर?"

“मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कैप्टन।" अल्बर्ट ने कहा-
“अगर जॉनी भी जल्दबाजी नहीं करता तो वह भी अब तक हमारे पास होता। इस जगह पर सफाई और पानी दोनो उपलब्ध हैं, हम यहां रुक सकते हैं।"

फिर क्या था, उसी जगह पर एक किनारे बैठकर सभी खाना खाने लगे।

“प्रोफेसर आप हमें ‘मेडूसा’ की कहानी सुनाने वाले थे।" जेनिथ ने अल्बर्ट को याद दिलाते हुए कहा।

अल्बर्ट ने धीरे से सिर हिलाया और कहानी सुनाना शुरू कर दी-

“मेडूसा के पिता का नाम ‘फोर्किस’ और माँ का नाम ‘सीटो’ था। फोर्किस को जल का देवता कहा जाता था। उसके हाथ केकड़े की तरह थे और शरीर का निचला हिस्सा किसी विशाल सर्प की तरह था। शायद वह जलीय दैत्य की प्रजाति का था।

मेडूसा की माँ सीटो ड्रैगन परिवार से थी। बाद में फोर्किस और सीटो ने बहुत से वंश की स्थापना की। जैसे ‘गार्गन वंश’, जिन्हे हम नागवंश कह सकते हैं। गार्गन वंश में सीटो की 3 पुत्रियां हुई। ‘स्थेनो, यूरेल और मेडूसा’। इसमें मेडूसा सबसे छोटी थी। मेडूसा की दोनों बहन अमर थी। मेडूसा पहले बहुत खूबसूरत थी। मेडूसा ने आजीवन कुंआरे रहने का व्रत लिया और कोमार्य की देवी एथेना की पुजारिन बन गयी।

एक दिन समुद्र के देवता पोसाइडन की नजर मेडूसा पर पड़ी और मेडूसा के सौन्दर्य से आसक्त होकर पोसाइडन ने देवी एथेना के मंदिर में ही मेडूसा के साथ बलात्कार किया।
जिससे क्रुद्ध होकर देवी एथेना ने मेडूसा को श्राप देकर सर्प में परिवर्त्तित कर दिया। एथेना के इस श्राप का प्रभाव मेडूसा की दोनों बहनो पर भी हुआ। वह भी मेडूसा की ही तरह सर्प में परिवर्त्तित हो गयी। इस श्राप के प्रभाव से मेडूसा और उन तीन बहनो की आँखों में ऐसी शक्ति आ गयी कि अब जो भी उनकी आँखों में देखता वह पत्थर का बन जाता।

बाद में ‘जीयूष’ के पुत्र ‘पर्सियस’ ने एथेना की दी हुई ‘शील्ड’ से मेडूसा के अक्स को देखकर उसका सिर काट दिया।उस समय मेडूसा, पोसाइडन के बच्चे की माँ बनने वाली थी। मेडूसा का सिर कटने के बाद उसका खून समुद्र में जाकर मिल गया, जिससे पंखों वाले घोड़े ‘पेगासस’ का जन्म हुआ और सुनहरी तलवार के साथ एक योद्धा ‘क्राइसोर’ का जन्म हुआ। उधर फोर्किस और सीटो ने कुछ और वंश को जन्म दिया, जिनमें ‘हेस्पराइडस’ जो कि एक अप्सरा थी और ‘लैडन’ जो कि एक 100 सिर वाला हाइड्रा ड्रैगन था।

लैडन एक खतरनाक योद्धा था, जो कि हेस्पराइडस के ‘सोने के सेब’ के बाग में उस वृक्ष की रक्षा करता था। बाद में जीयूष के दूसरे पुत्र ‘हेराक्लस’ ने लैडन को सोने के सेब की खातिर मार दिया था। इस तरह फोर्किस और सीटो को मूलतः ‘नागवंश’ और ‘ड्रैगनवंश’ का जनक माना गया है। पृथ्वी पर पाया जाने वाला हर ‘राक्षस’ इसी वंश से उत्पन्न हुआ है।" इतना कहकर अल्बर्ट चुप हो गया।

“बाप रे .... बड़ा खतरनाक था मेडूसा का परिवार।" क्रिस्टी ने एक गहरी साँस छोड़ते हुए कहा-
“पर एक बात समझ में नहीं आयी कि एथेना के मंदिर में मेडूसा की तो गलती ही नहीं थी, फ़िर एथेना ने पोसाइडन के बजाय मेडूसा को क्यों श्राप दिया?"

“यह हमेशा से ग्रीक माइथालोजी में विवाद का विषय रहा है। ज़्यादातर लोगो का यही मानना है कि एथेना ने उस समय गलत किया था।" अल्बर्ट ने कहा।

“तो क्या मेडूसा के माँ, बाप, भाई, बहनो ने कभी पोसाइडन से बदला लेने के बारे में नहीं सोचा?" जेनिथ ने अल्बर्ट ने पूछा।

“इस बारे में कुछ कह नहीं सकता क्यों कि किसी भी किताब में ऐसा कोई जिक्र किया नहीं गया है।" अल्बर्ट ने कहा- “पर जो भी हो, मुझे भी लगता है कि मेडूसा कभी गलत नहीं थी, पर माइथोलॉजी में उसे हमेशा एक शैतान की तरह प्रदर्शित किया गया है जो मेरे हिसाब से पूर्णतया गलत है।"

सभी ने एक नजर मेडूसा की मूर्ति पर डाली और देर रात हो जाने के कारण सोने के लिये चल दिये।



जारी रहेगा________✍️
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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तो अब सुप्रीम का काम तमाम कर आप ब्रेक पर जा रहे हैं 😌

बढ़िया बात है। खैर जैसा पहले से हो रहा है, अभी सारे के सारे प्रश्न अनुतरित है, आशा है नई सुबह, जब भी आयेगी, हर सवाल का उत्तर एक एक करके लाएगी।

एंजॉय करो भाई 🙏🏼

Shaandar Update 😏

जलेबी की तरह बिल्कुल सीधी सी कहानी हैं
और औरत की तरह सब कुछ समझ आ गया 😂😂😂😂😂😂

इस घटना के बाद अब तो गिनती के लोग बचें हैं ! सुप्रीम भी गया और समुंद्र सब कुछ निगल गया है !
सुयश के लिए ये रहस्य भी सुलझाना है की दीप सुरक्षित जगह है या इस पर भी कोई छुपी हुई मौत का समान है ?

बहुत ही शानदार लिख रहे हो आप भाई !

👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻💐💐💐💐

Bilkul web series ki tarh chalne wali hai ye story lagata hai
Esa lagata hai ab tak jo kuch bhi SUPREME SHIP par jo hua wo kuch bhi nahi tha asli khel to ab shuru hoga next part se
.
Very well going Raj_sharma bhai

Shaandar jabardast Romanchak Update 👌 👌

बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है फ्रेजी आर्थर सब ब्रैंडन के प्लान का हिस्सा है लेकिन इन सबका पीछा साया कर रहा है देखते हैं आगे क्या होगा

Suyash ke iss space-time travel ke baad toh is paltan mei aur bhi atkheliya shuru ho gayi hai.

Fir se jawaabo se jyada sawaal hone lage hai.

Dekhte hai aage kya hota hai...
:cool3:

कहानी पूरी लिखनी पड़ेगी
चाहे 1000 अपडेट हो जायें

Nice! Nice! Nice!!! Well-done brother.

Jab lagta hai ye update sabse better hai usse aur better ek episode aa jata hai.

Supreme ka destroy hona aur logo ka marna aapne bahut achhe se likha hai.

Par ye toh pata hai ki ab jo bhi ho Lufasha ko uske kiye ki saja milni chahiye usne itne logo ki jaan le liya hai ki usko maaf nahi kiya ja sakta hai kabhi wo shaitani takat Jegan ka sath de raha hai apni powers ko badhane ke liye. 💕 ❤️ 🌺

I don't know ,aap padhakar batana kaisi lagi ,

कहते हैं इतिहास से जिस ने सबक नही लिया वह अपने बुरे अंजाम के लिए तैयार रहें । वह चाहे कोई व्यक्ति हो या समाज या फिर कोई देश ।
सोलह साल पूर्व ' सम्राट शिप ' की जैसी ही एक दुर्घटना हुई थी और उस समय का शिप ' ब्लैक थंडर ' था । एक इंसान को छोड़कर सभी यात्री मारे गए थे । ठीक उसी तरह सोलह साल बाद इसी घटना की पुनरावृत्ति हुई । सब कुछ ऐन वही हुआ जो ब्लैक थंडर शिप के साथ और उस शिप के पैसेंजर के साथ हुआ था ।
सोलह साल पहले उस्मान खान की एक भूल ने लगभग चार सौ लोगों को परलोक पहुंचा दिया और सोलह साल बाद हुबहु उसी तरह उस्मान खान के पुत्र मोइन खान की गलती ने लगभग तीन सौ लोगों को मृत्यु के द्वार तक पहुंचा दिया ।
कहते हैं कि एक कील की वजह से राजा अपना राज्य खो बैठता है । जब कि यहां तो बहुत बड़ी भूल हुई ।

वैसे ब्लैक थंडर शिप की घटना से एक उम्मीद तो अवश्य बंधी है कि सम्राट के बचे पैसेंजर जीवित बच सकते हैं । जब उस्मान खान इस तिलिस्म द्वीप से सकुशल अपने देश पहुंच सकता है तो यह लोग क्यों नही !

शायद तकदीर ने इन यात्रीगण के साथ बहुत ही क्रूर मजाक किया । क्लिटो की मुक्ति और शलाका के उद्धार के लिए जब चंद लोग की ही आवश्यकता थी तो फिर सैंकड़ो निर्दोष लोगों की मौत आखिर क्यों !
होना तो यह चाहिए था कि सुयश साहब , शैफाली और वह लोग जिन की इस द्वीप पर मौजदूगी अवश्यंभावी थी , ही इस द्वीप पर पहुंचे होते ।

इन अपडेट से यह भी क्लियर हुआ कि अराका द्वीप पर भी वर्चस्व की लड़ाई चल रही है । एक पक्ष अच्छाई के साथ खड़ा है और एक पक्ष बुराई के साथ । अच्छाई का प्रतिनिधित्व युगाका और उनके भाई - बहन कर रहे है तो बुराई के साथ मकोटा खड़ा है ।

आप बहुत खुबसूरत कहानी लिख रहे है । जिस तरह से आपने इस कहानी के लिए रिसर्च किया है वह वास्तव मे अद्भुत है ।
सभी अपडेट बेहद ही शानदार थे ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट शर्मा जी ।

अपडेट्स 92 और 93 पर मेरे विचार --

सुयश की बातें सुन कर लगता है कि वो एक आशावादी व्यक्ति है। लेकिन उसके इस अति-आशावाद ने कई लोगों की जान ले ली। अगर वो समय रहते सही निर्णय लेता, तो शायद अभी सुप्रीम के हज़ारों यात्री जीवित रहते। लेकिन अपने राज भाई को वो पसंद है, इसलिए उसकी ऐसी-तैसी हम नहीं करेंगे। वैसे, सोलह साल का समय किसी जाति के सभ्य होने के लिए बहुत कम हैं। हाँ, असभ्य होने के लिए पर्याप्त हैं।
अराका पर सीनोर बनाम सामरा के बीच वर्चस्व का खेल चल रहा है। जहाँ सीनोर जाति के लोग तमराज जैगन के पक्ष में लग रहे हैं (मजबूरी में ही सही), वहीं सामरा जाति के लोग क्लिटो को मुक्त कराना चाहते हैं। (एक बात है भाई, जो मैं पहले भी कहना चाहता था - लेकिन क्लिटो से क्लाइटोरिस शब्द याद आने लगता है और उसका मतलब तो आप जानते ही हैं... हा हा हा हा! क्या करूँ - दिमाग में न चाहते हुए भी ऐसी खुरपेंची बातें आ ही जाती हैं)!
एक बात अपडेट 93 के बाद भी समझ नहीं आई - अगर युगाका अधिक से अधिक मानवों को तिलिस्मा तोड़ने के लिए भेजना चाहता था, तो मानवों की संख्या कम होने से वो इतना खुश क्यों लगा? मतलब वो युगाका नहीं है। इस ‘युगाका’ ने अलेक्स का रूप धर तो लिया, लेकिन शेफाली की दिव्य-दृष्टि से बच न सका। अब ये युगाका ही है, या कोई बहुरूपिया (लुफ़ासा तो नहीं)? अगले कुछ अपडेट्स बेहद रोमाँचक होने वाले हैं।
बहुत ही बढ़िया कहानी चल रही है राज भाई!
आपकी USC की दूसरी कहानी पढ़ी। पहली भी पढता हूँ और दोनों के बारे में अपने विचार अलग अलग लिखता हूँ, जल्दी ही। कुछ कहानियाँ बहुत अच्छी आई हैं इस बार!

Bhavisya ke patthar.. :bow: :bow: :bow: :bow: :bow: :bow: pahli baar aisa concept padhne ko mila hai, lagta hai aage or bhi dhaasu update hone waale hai🤔
Awesome update and mind blowing story bhai ji:bow::bow::bow:

Awesome update

Bhut hi badhiya update
To lagta hai james us darwaje se kailash parvat par pahuch gaya hai
Dekhte hai ab james ke sath aage kya hota hai

Kahani to alag mod le rhi h isme ab mahadev aur rudraksh bhi shamil ho gye h

Nice update....

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

thank you will check it out

Bahut hi sunder update he Raj_sharma Bhai,

Atlantis Ped ne jo bataya uske anusar "Dev Yudh" shuru hone wala he................

Aur isme Jit Yugaka and party ki hogi.................aisa hi Yugaka aur Kalat ko "Sagarika" me likha mila..........

Suyash and party ek aise park me pachu gaye he jisme Medusa aur Jalpari ki murtiya he...........

Lekin kya yaha raat gujari ja sakti he????

Keep rocking Bro

romanchak update. clito ko kaid kiya gaya tha ..
ab ek aur dev yuddh shuru honewala hai jisme jeet kalat ki honewali hai aisa ped aur sagrika kitab se pata chala hai ..

nice update

Badhiya update bhai

Jaise ki bataya gaya ha ki महाशक्ति मैग्रा posidan ke against gayi thi to shefali ke chances ha uske hone ke lekin shefali ko to or koi sanket de raha ha use to hosh hi nahi rahta jab usme powers aa jati ha or atlantis vraksh ne trikali ka naam liya tha to shayd shefali trikali hi ho sakti ha महाशक्ति मैग्रा kya pata usi tilism me kaid ho abhi


Vyom atlantis vraksh ko apna sa kyon laga ye kuchh samajh nahi aya kyonki uska kya connection ho sakta ha in sabse suyesh hota to baat kuchh or hoti lekin vyom kya uska bhi koi punarjanm ha

Or sarika wali pustak ne bhi hint de diya ha ki tilism ko todne wale aa gaye han lekin saptlok ki shakti kahon shefali to nahi kyonki brahm kan ka to connection sidha suyesh se ha aryan ki wajah se or lagta ha jaise hi tilism tutega devi shalaka bhi udhar se ajad ho jayengi or yudh start hoga fir

Or suyesh and party pahunch chuke han lagta ha tilism me lagta ha mayawon paar kar chuke han ye log and starting me hi medusa ki murti bhai thodi bahut kahaniya to mene bhi padhi ha medusa ki , ki samudra ke devta posidan ne medusa ka balatkar kiya tha or medusa jis devi ki puja karti thi usne medusa ko shrap diya tha jisse khubsurat dikhne wali medusa aisi badsurat dikhti thi or sabse khatarnak ha uski ankhen medusa ki ankhon me jo dekhta ha wo pathar ban jata ha aisa to mene padha ha dekhte han kahin inme se koi pathar ka na ban jaye

अद्भुत 👌👌👌

परिवार संग आनंद उठा रहे हैं छुट्टियों का 😊

Bhut hi badhiya update
To ek aur dev yudh hone wala hai aur usme kalat ki side ki jit hogi kyonki deviy shaktiya unhi ki taraf hai aesa ped aur sagrika kitab ne bataya
Vahi dusri taraf suyash and team ko medusa aur jalpari ki murtiya mili hai

intezaar kar rahe hai next update ka Raj_sharma bhai....

Update Posted Friends :declare:
 

parkas

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#98.

उस जलपरी ने अपने हाथ में एक मटकी पकड़ी हुई थी।

मटकी का मुंह नीचे की ओर था। नीचे की ओर पत्थर से बनी एक नाली के जैसी संरचना बनी थी, जो वहां से घुमावदार रास्ते की शकल में, कुछ दूर बने एक ड्रैगन की मूर्ति के मुंह तक जा रही थी।

कुल मिलाकर बहुत ही रहस्यमयी वातावरण था।

तभी सूर्य की आखरी किरण ने भी आसमान से अलविदा कहा और शाम हो गयी।

सूर्य की आखरी किरण के जाते ही अचानक उस क्षेत्र में किसी वाद्य यंत्र का एक मीठा संगीत सा बजने लगा।

संगीत को सुन सभी आश्चर्य से इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें यह समझ नहीं आया कि यह संगीत कहां से सुनाई दे रहा है।

वह आवाज चारो ओर गूंज रही थी और सभी के कानों को बहुत भली लग रही थी।

तभी जलपरी के मटके से एक गुलाबी रंग का द्रव निकलना शुरू हो गया।

“यह सब क्या हो रहा है?" क्रिस्टी ने कहा- “लगता है यह कोई तिलिस्मी जगह है?"

“कोई भी यहां कि किसी भी चीज को छुएगा नहीं।" सुयश ने सभी को चेतावनी दे दी।

उधर जलपरी के मटके से निकला गुलाबी द्रव, अब नालियों से होता हुआ, ड्रैगन के मुंह में जाने लगा।

एक बार देखने पर यह महसूस हो रहा था कि वह जलपरी ड्रैगन को शरबत पिला रही है।

पर यह नहीं पता चल रहा था कि जलपरी की मटकी में वह द्रव आ कहां से रहा है? और ड्रैगन के मुंह के बाद जा कहां रहा है?

तभी उस पूरे क्षेत्र में एक खुशबू सी फैल गयी। उस खुशबू में अजीब सा नशा महसूस हो रहा था।

“यह अजीब सी खुशबू किस चीज की है?" जेनिथ ने कहा।

“यह तो शराब जैसी खुशबू है।" जॉनी ने वातावरण में बसी गंध को सूंघते हुए कहा- “पर यह खुशबू आ कहां से रही है?"

अब जॉनी की नजर जलपरी की मटकी से निकलते गुलाबी रंग के द्रव पर पड़ी।

जॉनी धीरे-धीरे चलता हुआ, जलपरी की मूर्ति के पास पहुंच गया और खड़ा होकर उस द्रव को सूंघने लगा।
वह विचित्र सी खुशबू उस गुलाबी द्रव से ही आ रही थी।

“ओए नशेड़ी।" जैक ने जॉनी को चिढ़ाते हुए कहा- “वहां क्या सूंघ रहा है? वह कोई शराब नहीं है।“

जॉनी ने तो जैक की बात का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही बुरा माना। उसे तो बस अब वह गुलाबी द्रव ही आकर्षित कर रहा था।


जॉनी ने उस द्रव को अपने चुल्लू में उठाकर देखा और फ़िर धीरे से उसे पी लिया।

“अरे वाह! लॉटरी लग गयी.....ये तो शराब ही है।" जॉनी खुशी से चीखकर नाचने लगा।

उसका नाच देखकर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। जॉनी अब जल्दी-जल्दी एक बोतल से पानी फेंक कर उसमें शराब भरने लगा।

“कोई और उस शराब को हाथ भी नहीं लगायेगा।" तौफीक ने चेतावनी देते हुए कहा- “यह किसी प्रकार का मायाजाल भी हो सकता है? नहीं तो इस जंगल में इतना सुंदर संगमरमर का पार्क कहां से आ गया?"

उधर जॉनी लगातार शराब पीता जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह जन्म-जन्म का प्यासा हो।

तभी क्रिस्टी जॉनी को देखकर चीख उठी- “ईऽऽऽऽऽऽऽऽऽ"

क्रिस्टी की चीख सुनकर सभी का ध्यान जॉनी की ओर गया। उसे देखकर सभी आश्चर्य से भर गये क्यों की जॉनी के शरीर पर बहुत तेजी से बाल निकल रहे थे।

क्रिस्टी की चीख सुन और सभी को अपनी ओर देखता पाकर, जॉनी की नजर स्वयं पर गयी।

उसके हाथ और पैर पर तेजी से बाल निकल रहे थे। अपने में हो रहे इस बदलाव को देख अब जॉनी भी चीखने लगा।

एक क्षण में ही उसका पूरा नशा काफूर हो गया।

“कैप्टन....बचाओऽऽऽऽ.... मुझे ये क्या हो रहा है?" जॉनी सुयश की ओर भागा।

सुयश को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? असहाय सी अवस्था में वह जॉनी को देख रहा था।

“मुझे बचा लो।" अब जॉनी शैफाली के पास जाकर गिड़गिड़ाने लगा- “तुम कुछ भी कर सकती हो....मुझे बचा लो।"

शैफाली भी सिर्फ जॉनी को देख रही थी, उसके पास भी जॉनी के लिये कोई उपाय नहीं था।

अब जॉनी के चेहरे पर भी बाल निकलने लगे और उसकी आवाज भी धीरे-धीरे बदलने लगी।

कोई अंजान खतरा देख ब्रेंडन और तौफीक ने अपने हाथ में चाकू निकाल लिया।

ब्रेंडन और तौफीक के हाथ में चाकू देख जॉनी डर कर एक तरफ खड़ा हो गया।

उसका बदलना अब भी जारी था।

कुछ ही देर में जॉनी एक पूर्ण विकसित गोरिल्ला में परीवर्तित हो गया।

यह देख जैक भी अब जॉनी से दूर हो गया। सभी डरी-डरी नज़रों से उस गोरिल्ले को देख रहे थे।

तभी गोरिल्ला ने अपने मुंह से बहुत तेज ‘खो-खो’ की आवाज निकाली और उछलकर उस पार्क से बाहर आ गया।

जब तक सभी उसे देखने के लिये बाहर निकले, तब तक वह गोरिल्ला अजीब सी आवाज निकालता और उछलता हुआ जंगल की ओर भाग गया।

जैक को जॉनी के गोरिल्ला बनने पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं हुआ, वह तो मन ही मन खुश था क्यूकी अब इस जंगल से निकलने के बाद सारी दौलत जैक की हो जानी थी।

मगर जैक के चेहरे के भाव क्रिस्टी ने साफ पहचान लिये। क्रिस्टी के चेहरे पर अब जैक के लिये नफरत के भाव नजर आये।

एलेक्स और जॉनी के गायब होने के बाद अब वह लोग कुल 8 बचे थे।

सच पूछो तो जॉनी के गायब होने का अफसोस सुयश के अलावा किसी को नहीं हुआ था।

“कैप्टन.... इस घटना के बाद क्या हमें अब भी इस जगह पर रात गुजारनी चाहिये?" ब्रेंडन ने सुयश से पूछा।

“आसपास कोई और जगह इतनी साफ सुथरी नहीं है और वैसे भी अगर हम इस जगह की किसी वस्तु का इस्तेमाल ना करे तो मुझे नहीं लगता कि इस जगह पर रुकने में कोई परेशानी है?"
सुयश ने कहा- “वैसे आपका इस बारे में क्या कहना है प्रोफेसर?"

“मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कैप्टन।" अल्बर्ट ने कहा-
“अगर जॉनी भी जल्दबाजी नहीं करता तो वह भी अब तक हमारे पास होता। इस जगह पर सफाई और पानी दोनो उपलब्ध हैं, हम यहां रुक सकते हैं।"

फिर क्या था, उसी जगह पर एक किनारे बैठकर सभी खाना खाने लगे।

“प्रोफेसर आप हमें ‘मेडूसा’ की कहानी सुनाने वाले थे।" जेनिथ ने अल्बर्ट को याद दिलाते हुए कहा।

अल्बर्ट ने धीरे से सिर हिलाया और कहानी सुनाना शुरू कर दी-

“मेडूसा के पिता का नाम ‘फोर्किस’ और माँ का नाम ‘सीटो’ था। फोर्किस को जल का देवता कहा जाता था। उसके हाथ केकड़े की तरह थे और शरीर का निचला हिस्सा किसी विशाल सर्प की तरह था। शायद वह जलीय दैत्य की प्रजाति का था।

मेडूसा की माँ सीटो ड्रैगन परिवार से थी। बाद में फोर्किस और सीटो ने बहुत से वंश की स्थापना की। जैसे ‘गार्गन वंश’, जिन्हे हम नागवंश कह सकते हैं। गार्गन वंश में सीटो की 3 पुत्रियां हुई। ‘स्थेनो, यूरेल और मेडूसा’। इसमें मेडूसा सबसे छोटी थी। मेडूसा की दोनों बहन अमर थी। मेडूसा पहले बहुत खूबसूरत थी। मेडूसा ने आजीवन कुंआरे रहने का व्रत लिया और कोमार्य की देवी एथेना की पुजारिन बन गयी।

एक दिन समुद्र के देवता पोसाइडन की नजर मेडूसा पर पड़ी और मेडूसा के सौन्दर्य से आसक्त होकर पोसाइडन ने देवी एथेना के मंदिर में ही मेडूसा के साथ बलात्कार किया।
जिससे क्रुद्ध होकर देवी एथेना ने मेडूसा को श्राप देकर सर्प में परिवर्त्तित कर दिया। एथेना के इस श्राप का प्रभाव मेडूसा की दोनों बहनो पर भी हुआ। वह भी मेडूसा की ही तरह सर्प में परिवर्त्तित हो गयी। इस श्राप के प्रभाव से मेडूसा और उन तीन बहनो की आँखों में ऐसी शक्ति आ गयी कि अब जो भी उनकी आँखों में देखता वह पत्थर का बन जाता।

बाद में ‘जीयूष’ के पुत्र ‘पर्सियस’ ने एथेना की दी हुई ‘शील्ड’ से मेडूसा के अक्स को देखकर उसका सिर काट दिया।उस समय मेडूसा, पोसाइडन के बच्चे की माँ बनने वाली थी। मेडूसा का सिर कटने के बाद उसका खून समुद्र में जाकर मिल गया, जिससे पंखों वाले घोड़े ‘पेगासस’ का जन्म हुआ और सुनहरी तलवार के साथ एक योद्धा ‘क्राइसोर’ का जन्म हुआ। उधर फोर्किस और सीटो ने कुछ और वंश को जन्म दिया, जिनमें ‘हेस्पराइडस’ जो कि एक अप्सरा थी और ‘लैडन’ जो कि एक 100 सिर वाला हाइड्रा ड्रैगन था।

लैडन एक खतरनाक योद्धा था, जो कि हेस्पराइडस के ‘सोने के सेब’ के बाग में उस वृक्ष की रक्षा करता था। बाद में जीयूष के दूसरे पुत्र ‘हेराक्लस’ ने लैडन को सोने के सेब की खातिर मार दिया था। इस तरह फोर्किस और सीटो को मूलतः ‘नागवंश’ और ‘ड्रैगनवंश’ का जनक माना गया है। पृथ्वी पर पाया जाने वाला हर ‘राक्षस’ इसी वंश से उत्पन्न हुआ है।" इतना कहकर अल्बर्ट चुप हो गया।

“बाप रे .... बड़ा खतरनाक था मेडूसा का परिवार।" क्रिस्टी ने एक गहरी साँस छोड़ते हुए कहा-
“पर एक बात समझ में नहीं आयी कि एथेना के मंदिर में मेडूसा की तो गलती ही नहीं थी, फ़िर एथेना ने पोसाइडन के बजाय मेडूसा को क्यों श्राप दिया?"

“यह हमेशा से ग्रीक माइथालोजी में विवाद का विषय रहा है। ज़्यादातर लोगो का यही मानना है कि एथेना ने उस समय गलत किया था।" अल्बर्ट ने कहा।

“तो क्या मेडूसा के माँ, बाप, भाई, बहनो ने कभी पोसाइडन से बदला लेने के बारे में नहीं सोचा?" जेनिथ ने अल्बर्ट ने पूछा।

“इस बारे में कुछ कह नहीं सकता क्यों कि किसी भी किताब में ऐसा कोई जिक्र किया नहीं गया है।" अल्बर्ट ने कहा- “पर जो भी हो, मुझे भी लगता है कि मेडूसा कभी गलत नहीं थी, पर माइथोलॉजी में उसे हमेशा एक शैतान की तरह प्रदर्शित किया गया है जो मेरे हिसाब से पूर्णतया गलत है।"

सभी ने एक नजर मेडूसा की मूर्ति पर डाली और देर रात हो जाने के कारण सोने के लिये चल दिये।



जारी रहेगा________✍️
Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....
 

Ajju Landwalia

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#98.

उस जलपरी ने अपने हाथ में एक मटकी पकड़ी हुई थी।

मटकी का मुंह नीचे की ओर था। नीचे की ओर पत्थर से बनी एक नाली के जैसी संरचना बनी थी, जो वहां से घुमावदार रास्ते की शकल में, कुछ दूर बने एक ड्रैगन की मूर्ति के मुंह तक जा रही थी।

कुल मिलाकर बहुत ही रहस्यमयी वातावरण था।

तभी सूर्य की आखरी किरण ने भी आसमान से अलविदा कहा और शाम हो गयी।

सूर्य की आखरी किरण के जाते ही अचानक उस क्षेत्र में किसी वाद्य यंत्र का एक मीठा संगीत सा बजने लगा।

संगीत को सुन सभी आश्चर्य से इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें यह समझ नहीं आया कि यह संगीत कहां से सुनाई दे रहा है।

वह आवाज चारो ओर गूंज रही थी और सभी के कानों को बहुत भली लग रही थी।

तभी जलपरी के मटके से एक गुलाबी रंग का द्रव निकलना शुरू हो गया।

“यह सब क्या हो रहा है?" क्रिस्टी ने कहा- “लगता है यह कोई तिलिस्मी जगह है?"

“कोई भी यहां कि किसी भी चीज को छुएगा नहीं।" सुयश ने सभी को चेतावनी दे दी।

उधर जलपरी के मटके से निकला गुलाबी द्रव, अब नालियों से होता हुआ, ड्रैगन के मुंह में जाने लगा।

एक बार देखने पर यह महसूस हो रहा था कि वह जलपरी ड्रैगन को शरबत पिला रही है।

पर यह नहीं पता चल रहा था कि जलपरी की मटकी में वह द्रव आ कहां से रहा है? और ड्रैगन के मुंह के बाद जा कहां रहा है?

तभी उस पूरे क्षेत्र में एक खुशबू सी फैल गयी। उस खुशबू में अजीब सा नशा महसूस हो रहा था।

“यह अजीब सी खुशबू किस चीज की है?" जेनिथ ने कहा।

“यह तो शराब जैसी खुशबू है।" जॉनी ने वातावरण में बसी गंध को सूंघते हुए कहा- “पर यह खुशबू आ कहां से रही है?"

अब जॉनी की नजर जलपरी की मटकी से निकलते गुलाबी रंग के द्रव पर पड़ी।

जॉनी धीरे-धीरे चलता हुआ, जलपरी की मूर्ति के पास पहुंच गया और खड़ा होकर उस द्रव को सूंघने लगा।
वह विचित्र सी खुशबू उस गुलाबी द्रव से ही आ रही थी।

“ओए नशेड़ी।" जैक ने जॉनी को चिढ़ाते हुए कहा- “वहां क्या सूंघ रहा है? वह कोई शराब नहीं है।“

जॉनी ने तो जैक की बात का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही बुरा माना। उसे तो बस अब वह गुलाबी द्रव ही आकर्षित कर रहा था।


जॉनी ने उस द्रव को अपने चुल्लू में उठाकर देखा और फ़िर धीरे से उसे पी लिया।

“अरे वाह! लॉटरी लग गयी.....ये तो शराब ही है।" जॉनी खुशी से चीखकर नाचने लगा।

उसका नाच देखकर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। जॉनी अब जल्दी-जल्दी एक बोतल से पानी फेंक कर उसमें शराब भरने लगा।

“कोई और उस शराब को हाथ भी नहीं लगायेगा।" तौफीक ने चेतावनी देते हुए कहा- “यह किसी प्रकार का मायाजाल भी हो सकता है? नहीं तो इस जंगल में इतना सुंदर संगमरमर का पार्क कहां से आ गया?"

उधर जॉनी लगातार शराब पीता जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह जन्म-जन्म का प्यासा हो।

तभी क्रिस्टी जॉनी को देखकर चीख उठी- “ईऽऽऽऽऽऽऽऽऽ"

क्रिस्टी की चीख सुनकर सभी का ध्यान जॉनी की ओर गया। उसे देखकर सभी आश्चर्य से भर गये क्यों की जॉनी के शरीर पर बहुत तेजी से बाल निकल रहे थे।

क्रिस्टी की चीख सुन और सभी को अपनी ओर देखता पाकर, जॉनी की नजर स्वयं पर गयी।

उसके हाथ और पैर पर तेजी से बाल निकल रहे थे। अपने में हो रहे इस बदलाव को देख अब जॉनी भी चीखने लगा।

एक क्षण में ही उसका पूरा नशा काफूर हो गया।

“कैप्टन....बचाओऽऽऽऽ.... मुझे ये क्या हो रहा है?" जॉनी सुयश की ओर भागा।

सुयश को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? असहाय सी अवस्था में वह जॉनी को देख रहा था।

“मुझे बचा लो।" अब जॉनी शैफाली के पास जाकर गिड़गिड़ाने लगा- “तुम कुछ भी कर सकती हो....मुझे बचा लो।"

शैफाली भी सिर्फ जॉनी को देख रही थी, उसके पास भी जॉनी के लिये कोई उपाय नहीं था।

अब जॉनी के चेहरे पर भी बाल निकलने लगे और उसकी आवाज भी धीरे-धीरे बदलने लगी।

कोई अंजान खतरा देख ब्रेंडन और तौफीक ने अपने हाथ में चाकू निकाल लिया।

ब्रेंडन और तौफीक के हाथ में चाकू देख जॉनी डर कर एक तरफ खड़ा हो गया।

उसका बदलना अब भी जारी था।

कुछ ही देर में जॉनी एक पूर्ण विकसित गोरिल्ला में परीवर्तित हो गया।

यह देख जैक भी अब जॉनी से दूर हो गया। सभी डरी-डरी नज़रों से उस गोरिल्ले को देख रहे थे।

तभी गोरिल्ला ने अपने मुंह से बहुत तेज ‘खो-खो’ की आवाज निकाली और उछलकर उस पार्क से बाहर आ गया।

जब तक सभी उसे देखने के लिये बाहर निकले, तब तक वह गोरिल्ला अजीब सी आवाज निकालता और उछलता हुआ जंगल की ओर भाग गया।

जैक को जॉनी के गोरिल्ला बनने पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं हुआ, वह तो मन ही मन खुश था क्यूकी अब इस जंगल से निकलने के बाद सारी दौलत जैक की हो जानी थी।

मगर जैक के चेहरे के भाव क्रिस्टी ने साफ पहचान लिये। क्रिस्टी के चेहरे पर अब जैक के लिये नफरत के भाव नजर आये।

एलेक्स और जॉनी के गायब होने के बाद अब वह लोग कुल 8 बचे थे।

सच पूछो तो जॉनी के गायब होने का अफसोस सुयश के अलावा किसी को नहीं हुआ था।

“कैप्टन.... इस घटना के बाद क्या हमें अब भी इस जगह पर रात गुजारनी चाहिये?" ब्रेंडन ने सुयश से पूछा।

“आसपास कोई और जगह इतनी साफ सुथरी नहीं है और वैसे भी अगर हम इस जगह की किसी वस्तु का इस्तेमाल ना करे तो मुझे नहीं लगता कि इस जगह पर रुकने में कोई परेशानी है?"
सुयश ने कहा- “वैसे आपका इस बारे में क्या कहना है प्रोफेसर?"

“मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कैप्टन।" अल्बर्ट ने कहा-
“अगर जॉनी भी जल्दबाजी नहीं करता तो वह भी अब तक हमारे पास होता। इस जगह पर सफाई और पानी दोनो उपलब्ध हैं, हम यहां रुक सकते हैं।"

फिर क्या था, उसी जगह पर एक किनारे बैठकर सभी खाना खाने लगे।

“प्रोफेसर आप हमें ‘मेडूसा’ की कहानी सुनाने वाले थे।" जेनिथ ने अल्बर्ट को याद दिलाते हुए कहा।

अल्बर्ट ने धीरे से सिर हिलाया और कहानी सुनाना शुरू कर दी-

“मेडूसा के पिता का नाम ‘फोर्किस’ और माँ का नाम ‘सीटो’ था। फोर्किस को जल का देवता कहा जाता था। उसके हाथ केकड़े की तरह थे और शरीर का निचला हिस्सा किसी विशाल सर्प की तरह था। शायद वह जलीय दैत्य की प्रजाति का था।

मेडूसा की माँ सीटो ड्रैगन परिवार से थी। बाद में फोर्किस और सीटो ने बहुत से वंश की स्थापना की। जैसे ‘गार्गन वंश’, जिन्हे हम नागवंश कह सकते हैं। गार्गन वंश में सीटो की 3 पुत्रियां हुई। ‘स्थेनो, यूरेल और मेडूसा’। इसमें मेडूसा सबसे छोटी थी। मेडूसा की दोनों बहन अमर थी। मेडूसा पहले बहुत खूबसूरत थी। मेडूसा ने आजीवन कुंआरे रहने का व्रत लिया और कोमार्य की देवी एथेना की पुजारिन बन गयी।

एक दिन समुद्र के देवता पोसाइडन की नजर मेडूसा पर पड़ी और मेडूसा के सौन्दर्य से आसक्त होकर पोसाइडन ने देवी एथेना के मंदिर में ही मेडूसा के साथ बलात्कार किया।
जिससे क्रुद्ध होकर देवी एथेना ने मेडूसा को श्राप देकर सर्प में परिवर्त्तित कर दिया। एथेना के इस श्राप का प्रभाव मेडूसा की दोनों बहनो पर भी हुआ। वह भी मेडूसा की ही तरह सर्प में परिवर्त्तित हो गयी। इस श्राप के प्रभाव से मेडूसा और उन तीन बहनो की आँखों में ऐसी शक्ति आ गयी कि अब जो भी उनकी आँखों में देखता वह पत्थर का बन जाता।

बाद में ‘जीयूष’ के पुत्र ‘पर्सियस’ ने एथेना की दी हुई ‘शील्ड’ से मेडूसा के अक्स को देखकर उसका सिर काट दिया।उस समय मेडूसा, पोसाइडन के बच्चे की माँ बनने वाली थी। मेडूसा का सिर कटने के बाद उसका खून समुद्र में जाकर मिल गया, जिससे पंखों वाले घोड़े ‘पेगासस’ का जन्म हुआ और सुनहरी तलवार के साथ एक योद्धा ‘क्राइसोर’ का जन्म हुआ। उधर फोर्किस और सीटो ने कुछ और वंश को जन्म दिया, जिनमें ‘हेस्पराइडस’ जो कि एक अप्सरा थी और ‘लैडन’ जो कि एक 100 सिर वाला हाइड्रा ड्रैगन था।

लैडन एक खतरनाक योद्धा था, जो कि हेस्पराइडस के ‘सोने के सेब’ के बाग में उस वृक्ष की रक्षा करता था। बाद में जीयूष के दूसरे पुत्र ‘हेराक्लस’ ने लैडन को सोने के सेब की खातिर मार दिया था। इस तरह फोर्किस और सीटो को मूलतः ‘नागवंश’ और ‘ड्रैगनवंश’ का जनक माना गया है। पृथ्वी पर पाया जाने वाला हर ‘राक्षस’ इसी वंश से उत्पन्न हुआ है।" इतना कहकर अल्बर्ट चुप हो गया।

“बाप रे .... बड़ा खतरनाक था मेडूसा का परिवार।" क्रिस्टी ने एक गहरी साँस छोड़ते हुए कहा-
“पर एक बात समझ में नहीं आयी कि एथेना के मंदिर में मेडूसा की तो गलती ही नहीं थी, फ़िर एथेना ने पोसाइडन के बजाय मेडूसा को क्यों श्राप दिया?"

“यह हमेशा से ग्रीक माइथालोजी में विवाद का विषय रहा है। ज़्यादातर लोगो का यही मानना है कि एथेना ने उस समय गलत किया था।" अल्बर्ट ने कहा।

“तो क्या मेडूसा के माँ, बाप, भाई, बहनो ने कभी पोसाइडन से बदला लेने के बारे में नहीं सोचा?" जेनिथ ने अल्बर्ट ने पूछा।

“इस बारे में कुछ कह नहीं सकता क्यों कि किसी भी किताब में ऐसा कोई जिक्र किया नहीं गया है।" अल्बर्ट ने कहा- “पर जो भी हो, मुझे भी लगता है कि मेडूसा कभी गलत नहीं थी, पर माइथोलॉजी में उसे हमेशा एक शैतान की तरह प्रदर्शित किया गया है जो मेरे हिसाब से पूर्णतया गलत है।"

सभी ने एक नजर मेडूसा की मूर्ति पर डाली और देर रात हो जाने के कारण सोने के लिये चल दिये।



जारी रहेगा________✍️

Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,

Johnny ko uske nashe ki aadat le dubi...........

Gorilla ban gaya.............. Medusa ki jankari badi hi rochak he.............

Keep rocking Bro
 

Dhakad boy

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#98.

उस जलपरी ने अपने हाथ में एक मटकी पकड़ी हुई थी।

मटकी का मुंह नीचे की ओर था। नीचे की ओर पत्थर से बनी एक नाली के जैसी संरचना बनी थी, जो वहां से घुमावदार रास्ते की शकल में, कुछ दूर बने एक ड्रैगन की मूर्ति के मुंह तक जा रही थी।

कुल मिलाकर बहुत ही रहस्यमयी वातावरण था।

तभी सूर्य की आखरी किरण ने भी आसमान से अलविदा कहा और शाम हो गयी।

सूर्य की आखरी किरण के जाते ही अचानक उस क्षेत्र में किसी वाद्य यंत्र का एक मीठा संगीत सा बजने लगा।

संगीत को सुन सभी आश्चर्य से इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें यह समझ नहीं आया कि यह संगीत कहां से सुनाई दे रहा है।

वह आवाज चारो ओर गूंज रही थी और सभी के कानों को बहुत भली लग रही थी।

तभी जलपरी के मटके से एक गुलाबी रंग का द्रव निकलना शुरू हो गया।

“यह सब क्या हो रहा है?" क्रिस्टी ने कहा- “लगता है यह कोई तिलिस्मी जगह है?"

“कोई भी यहां कि किसी भी चीज को छुएगा नहीं।" सुयश ने सभी को चेतावनी दे दी।

उधर जलपरी के मटके से निकला गुलाबी द्रव, अब नालियों से होता हुआ, ड्रैगन के मुंह में जाने लगा।

एक बार देखने पर यह महसूस हो रहा था कि वह जलपरी ड्रैगन को शरबत पिला रही है।

पर यह नहीं पता चल रहा था कि जलपरी की मटकी में वह द्रव आ कहां से रहा है? और ड्रैगन के मुंह के बाद जा कहां रहा है?

तभी उस पूरे क्षेत्र में एक खुशबू सी फैल गयी। उस खुशबू में अजीब सा नशा महसूस हो रहा था।

“यह अजीब सी खुशबू किस चीज की है?" जेनिथ ने कहा।

“यह तो शराब जैसी खुशबू है।" जॉनी ने वातावरण में बसी गंध को सूंघते हुए कहा- “पर यह खुशबू आ कहां से रही है?"

अब जॉनी की नजर जलपरी की मटकी से निकलते गुलाबी रंग के द्रव पर पड़ी।

जॉनी धीरे-धीरे चलता हुआ, जलपरी की मूर्ति के पास पहुंच गया और खड़ा होकर उस द्रव को सूंघने लगा।
वह विचित्र सी खुशबू उस गुलाबी द्रव से ही आ रही थी।

“ओए नशेड़ी।" जैक ने जॉनी को चिढ़ाते हुए कहा- “वहां क्या सूंघ रहा है? वह कोई शराब नहीं है।“

जॉनी ने तो जैक की बात का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही बुरा माना। उसे तो बस अब वह गुलाबी द्रव ही आकर्षित कर रहा था।


जॉनी ने उस द्रव को अपने चुल्लू में उठाकर देखा और फ़िर धीरे से उसे पी लिया।

“अरे वाह! लॉटरी लग गयी.....ये तो शराब ही है।" जॉनी खुशी से चीखकर नाचने लगा।

उसका नाच देखकर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। जॉनी अब जल्दी-जल्दी एक बोतल से पानी फेंक कर उसमें शराब भरने लगा।

“कोई और उस शराब को हाथ भी नहीं लगायेगा।" तौफीक ने चेतावनी देते हुए कहा- “यह किसी प्रकार का मायाजाल भी हो सकता है? नहीं तो इस जंगल में इतना सुंदर संगमरमर का पार्क कहां से आ गया?"

उधर जॉनी लगातार शराब पीता जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह जन्म-जन्म का प्यासा हो।

तभी क्रिस्टी जॉनी को देखकर चीख उठी- “ईऽऽऽऽऽऽऽऽऽ"

क्रिस्टी की चीख सुनकर सभी का ध्यान जॉनी की ओर गया। उसे देखकर सभी आश्चर्य से भर गये क्यों की जॉनी के शरीर पर बहुत तेजी से बाल निकल रहे थे।

क्रिस्टी की चीख सुन और सभी को अपनी ओर देखता पाकर, जॉनी की नजर स्वयं पर गयी।

उसके हाथ और पैर पर तेजी से बाल निकल रहे थे। अपने में हो रहे इस बदलाव को देख अब जॉनी भी चीखने लगा।

एक क्षण में ही उसका पूरा नशा काफूर हो गया।

“कैप्टन....बचाओऽऽऽऽ.... मुझे ये क्या हो रहा है?" जॉनी सुयश की ओर भागा।

सुयश को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? असहाय सी अवस्था में वह जॉनी को देख रहा था।

“मुझे बचा लो।" अब जॉनी शैफाली के पास जाकर गिड़गिड़ाने लगा- “तुम कुछ भी कर सकती हो....मुझे बचा लो।"

शैफाली भी सिर्फ जॉनी को देख रही थी, उसके पास भी जॉनी के लिये कोई उपाय नहीं था।

अब जॉनी के चेहरे पर भी बाल निकलने लगे और उसकी आवाज भी धीरे-धीरे बदलने लगी।

कोई अंजान खतरा देख ब्रेंडन और तौफीक ने अपने हाथ में चाकू निकाल लिया।

ब्रेंडन और तौफीक के हाथ में चाकू देख जॉनी डर कर एक तरफ खड़ा हो गया।

उसका बदलना अब भी जारी था।

कुछ ही देर में जॉनी एक पूर्ण विकसित गोरिल्ला में परीवर्तित हो गया।

यह देख जैक भी अब जॉनी से दूर हो गया। सभी डरी-डरी नज़रों से उस गोरिल्ले को देख रहे थे।

तभी गोरिल्ला ने अपने मुंह से बहुत तेज ‘खो-खो’ की आवाज निकाली और उछलकर उस पार्क से बाहर आ गया।

जब तक सभी उसे देखने के लिये बाहर निकले, तब तक वह गोरिल्ला अजीब सी आवाज निकालता और उछलता हुआ जंगल की ओर भाग गया।

जैक को जॉनी के गोरिल्ला बनने पर बिल्कुल भी अफसोस नहीं हुआ, वह तो मन ही मन खुश था क्यूकी अब इस जंगल से निकलने के बाद सारी दौलत जैक की हो जानी थी।

मगर जैक के चेहरे के भाव क्रिस्टी ने साफ पहचान लिये। क्रिस्टी के चेहरे पर अब जैक के लिये नफरत के भाव नजर आये।

एलेक्स और जॉनी के गायब होने के बाद अब वह लोग कुल 8 बचे थे।

सच पूछो तो जॉनी के गायब होने का अफसोस सुयश के अलावा किसी को नहीं हुआ था।

“कैप्टन.... इस घटना के बाद क्या हमें अब भी इस जगह पर रात गुजारनी चाहिये?" ब्रेंडन ने सुयश से पूछा।

“आसपास कोई और जगह इतनी साफ सुथरी नहीं है और वैसे भी अगर हम इस जगह की किसी वस्तु का इस्तेमाल ना करे तो मुझे नहीं लगता कि इस जगह पर रुकने में कोई परेशानी है?"
सुयश ने कहा- “वैसे आपका इस बारे में क्या कहना है प्रोफेसर?"

“मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कैप्टन।" अल्बर्ट ने कहा-
“अगर जॉनी भी जल्दबाजी नहीं करता तो वह भी अब तक हमारे पास होता। इस जगह पर सफाई और पानी दोनो उपलब्ध हैं, हम यहां रुक सकते हैं।"

फिर क्या था, उसी जगह पर एक किनारे बैठकर सभी खाना खाने लगे।

“प्रोफेसर आप हमें ‘मेडूसा’ की कहानी सुनाने वाले थे।" जेनिथ ने अल्बर्ट को याद दिलाते हुए कहा।

अल्बर्ट ने धीरे से सिर हिलाया और कहानी सुनाना शुरू कर दी-

“मेडूसा के पिता का नाम ‘फोर्किस’ और माँ का नाम ‘सीटो’ था। फोर्किस को जल का देवता कहा जाता था। उसके हाथ केकड़े की तरह थे और शरीर का निचला हिस्सा किसी विशाल सर्प की तरह था। शायद वह जलीय दैत्य की प्रजाति का था।

मेडूसा की माँ सीटो ड्रैगन परिवार से थी। बाद में फोर्किस और सीटो ने बहुत से वंश की स्थापना की। जैसे ‘गार्गन वंश’, जिन्हे हम नागवंश कह सकते हैं। गार्गन वंश में सीटो की 3 पुत्रियां हुई। ‘स्थेनो, यूरेल और मेडूसा’। इसमें मेडूसा सबसे छोटी थी। मेडूसा की दोनों बहन अमर थी। मेडूसा पहले बहुत खूबसूरत थी। मेडूसा ने आजीवन कुंआरे रहने का व्रत लिया और कोमार्य की देवी एथेना की पुजारिन बन गयी।

एक दिन समुद्र के देवता पोसाइडन की नजर मेडूसा पर पड़ी और मेडूसा के सौन्दर्य से आसक्त होकर पोसाइडन ने देवी एथेना के मंदिर में ही मेडूसा के साथ बलात्कार किया।
जिससे क्रुद्ध होकर देवी एथेना ने मेडूसा को श्राप देकर सर्प में परिवर्त्तित कर दिया। एथेना के इस श्राप का प्रभाव मेडूसा की दोनों बहनो पर भी हुआ। वह भी मेडूसा की ही तरह सर्प में परिवर्त्तित हो गयी। इस श्राप के प्रभाव से मेडूसा और उन तीन बहनो की आँखों में ऐसी शक्ति आ गयी कि अब जो भी उनकी आँखों में देखता वह पत्थर का बन जाता।

बाद में ‘जीयूष’ के पुत्र ‘पर्सियस’ ने एथेना की दी हुई ‘शील्ड’ से मेडूसा के अक्स को देखकर उसका सिर काट दिया।उस समय मेडूसा, पोसाइडन के बच्चे की माँ बनने वाली थी। मेडूसा का सिर कटने के बाद उसका खून समुद्र में जाकर मिल गया, जिससे पंखों वाले घोड़े ‘पेगासस’ का जन्म हुआ और सुनहरी तलवार के साथ एक योद्धा ‘क्राइसोर’ का जन्म हुआ। उधर फोर्किस और सीटो ने कुछ और वंश को जन्म दिया, जिनमें ‘हेस्पराइडस’ जो कि एक अप्सरा थी और ‘लैडन’ जो कि एक 100 सिर वाला हाइड्रा ड्रैगन था।

लैडन एक खतरनाक योद्धा था, जो कि हेस्पराइडस के ‘सोने के सेब’ के बाग में उस वृक्ष की रक्षा करता था। बाद में जीयूष के दूसरे पुत्र ‘हेराक्लस’ ने लैडन को सोने के सेब की खातिर मार दिया था। इस तरह फोर्किस और सीटो को मूलतः ‘नागवंश’ और ‘ड्रैगनवंश’ का जनक माना गया है। पृथ्वी पर पाया जाने वाला हर ‘राक्षस’ इसी वंश से उत्पन्न हुआ है।" इतना कहकर अल्बर्ट चुप हो गया।

“बाप रे .... बड़ा खतरनाक था मेडूसा का परिवार।" क्रिस्टी ने एक गहरी साँस छोड़ते हुए कहा-
“पर एक बात समझ में नहीं आयी कि एथेना के मंदिर में मेडूसा की तो गलती ही नहीं थी, फ़िर एथेना ने पोसाइडन के बजाय मेडूसा को क्यों श्राप दिया?"

“यह हमेशा से ग्रीक माइथालोजी में विवाद का विषय रहा है। ज़्यादातर लोगो का यही मानना है कि एथेना ने उस समय गलत किया था।" अल्बर्ट ने कहा।

“तो क्या मेडूसा के माँ, बाप, भाई, बहनो ने कभी पोसाइडन से बदला लेने के बारे में नहीं सोचा?" जेनिथ ने अल्बर्ट ने पूछा।

“इस बारे में कुछ कह नहीं सकता क्यों कि किसी भी किताब में ऐसा कोई जिक्र किया नहीं गया है।" अल्बर्ट ने कहा- “पर जो भी हो, मुझे भी लगता है कि मेडूसा कभी गलत नहीं थी, पर माइथोलॉजी में उसे हमेशा एक शैतान की तरह प्रदर्शित किया गया है जो मेरे हिसाब से पूर्णतया गलत है।"

सभी ने एक नजर मेडूसा की मूर्ति पर डाली और देर रात हो जाने के कारण सोने के लिये चल दिये।



जारी रहेगा________✍️
Bhut hi badhiya update
To jonny bhi us sharab jese dravya ko pikar gorilla me badal gaya or vaha se chala gaya ab ve sirf 8 hi log bache hai
Vahi professor Albert ne bhi medusa or uske pariwar ki kahani batayi
Dekhte hai ab aage kya hota hai
 
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