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इस अध्भुत कहानी के इस मोड़ पर मैं इस संशय में हूँ के कहानी को किधर ले जाया जाए ?


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deeppreeti

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परिचय

आप सब से एक महिला की कहानी किसी न किसी फोरम में पढ़ी होगी जिसमे कैसे एक महिला जिसको बच्चा नहीं है एक आश्रम में जाती है और वहां उसे क्या क्या अनुभव होते हैं,

पिछली कहानी में आपने पढ़ा कैसे एक महिला बच्चे की आस लिए एक गुरूजी के आश्रम पहुंची और वहां पहले दो -तीन दिन उसे क्या अनुभव हुए पर कहानी मुझे अधूरी लगी ..मुझे ये कहानी इस फोरम पर नजर नहीं आयी ..इसलिए जिन्होने ना पढ़ी हो उनके लिए इस फोरम पर डाल रहा हूँ



GIF1

मेरा प्रयास है इसी कहानी को थोड़ा आगे बढ़ाने का जिसमे परिकरमा, योनि पूजा , लिंग पूजा और मह यज्ञ में उस महिला के साथ क्या क्या हुआ लिखने का प्रयास करूँगा .. अभी कुछ थोड़ा सा प्लाट दिमाग में है और आपके सुझाव आमनत्रित है और मैं तो चाहता हूँ के बाकी लेखक भी यदि कुछ लिख सके तो उनका भी स्वागत है

अगर कहानी किसी को पसंद नही आये तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूँ. ये कहानी पूरी तरह काल्पनिक है इसका किसी से कोई लेना देना नही है .


वैसे तो हर धर्म हर मज़हब मे इस तरह के स्वयंभू देवता बहुत मिल जाएँगे. हर गुरु जी स्वामी या महात्मा एक जैसा नही होता. मैं तो कहता हूँ कि 90% स्वामी या गुरु या प्रीस्ट अच्छे होते हैं मगर 10% खराब भी होते हैं. इन 10% खराब आदमियों के लिए हम पूरे 100% के बारे मे वैसी ही धारणा बना लेते हैं. और अच्छे लोगो के बारे में हम ज्यादा नहीं सुनते हैं पर बुरे लोगो की बारे में बहुत कुछ सुनने को मिलता है तो लगता है सब बुरे ही होंगे .. पर ऐसा वास्तव में बिलकुल नहीं है.


1. इसमें किसी धर्म विशेष के गुरुओ पर या धर्म पर कोई आक्षेप करने का प्रयास किया है , ऐसे स्वयंभू गुरु या बाबा कही पर भी संभव है .

2. इस कहानी से स्त्री मन को जितनी अच्छी विवेचना की गयी है वैसी विवेचना और व्याख्या मैंने अन्यत्र नहीं पढ़ी है .

Note : dated 1-1-2021

जब मैंने ये कहानी यहाँ डालनी शुरू की थी तो मैंने भी इसका अधूरा भाग पढ़ा था और मैंने कुछ आगे लिखने का प्रयास किया और बाद में मालूम चला यह कहानी अंग्रेजी में "समितभाई" द्वारा "गुरु जी का (सेक्स) ट्रीटमेंट" शीर्षक से लिखी गई थी और अधूरी छोड़ दी गई थी।


बाद में 2017 में समीर द्वारा हिंदी अनुवाद शुरू किया गया, जिसका शीर्षक था "एक खूबसूरत हाउस वाइफ, गुरुजी के आश्रम में" और लगभग 33% अनुवाद "Xossip" पर किया गया था।

अभी तक की कहानी मुलता उन्ही की कहानी पर आधारित है या उसका अनुवाद है और अब कुछ हिस्सों का अनुवाद मैंने किया है ।

कहानी काफी लम्बी है और मेरा प्रयास जारी है इसको पूरा करने का ।
Note dated 8-1-2024


इससे पहले कहानी में , कुछ रिश्तेदारों, दूकानदार और एक फिल्म निर्देशक द्वारा एक महिला के साथ हुए अजीब अनुभवो के बारे में बताया गया है , कहानी के 270 भाग से आप एक डॉक्टर के साथ हुए एक महिला के अजीब अनुभवो के बारे में पढ़ेंगे . जीवन में हर कार्य क्षेत्र में हर तरह के लोग मिलते हैं हर व्यक्ति एक जैसा नही होता. डॉक्टर भी इसमें कोई अपवाद नहीं है अधिकतर डॉक्टर या वैध या हकिम इत्यादि अच्छे होते हैं, जिनपर हम पूरा भरोसा करते हैं, अच्छे लोगो के बारे में हम ज्यादा नहीं सुनते हैं ...
वास्तव में ऐसा नहीं है की सब लोग ऐसे ही होते हैं ।

सभी को धन्यवाद,


कहानी का शीर्षक होगा


औलाद की चाह



INDEX

परिचय

CHAPTER-1 औलाद की चाह

CHAPTER 2 पहला दिन

आश्रम में आगमन - साक्षात्कार
दीक्षा


CHAPTER 3 दूसरा दिन

जड़ी बूटी से उपचार
माइंड कण्ट्रोल
स्नान
दरजी की दूकान
मेला
मेले से वापसी


CHAPTER 4 तीसरा दिन
मुलाकात
दर्शन
नौका विहार
पुरानी यादें ( Flashback)

CHAPTER 5- चौथा दिन
सुबह सुबह
Medical चेकअप
मालिश
पति के मामा
बिमारी के निदान की खोज

CHAPTER 5 - चौथा दिन -कुंवारी लड़की

CHAPTER 6 पांचवा दिन - परिधान - दरजी

CHAPTER 6 फिर पुरानी यादें

CHAPTER 7 पांचवी रात परिकर्मा

CHAPTER 8 - पांचवी रात लिंग पूजा

CHAPTER 9 -
पांचवी रात योनि पूजा

CHAPTER 10 - महा यज्ञ

CHAPTER 11 बिमारी का इलाज

CHAPTER 12 समापन



INDEX

औलाद की चाह 001परिचय- एक महिला की कहानी है जिसको औलाद नहीं है.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 002गुरुजी से मुलाकात.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 003पहला दिन - आश्रम में आगमन - साक्षात्कार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 004दीक्षा से पहले स्नान.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 004Aदीक्षा से पहले स्नान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 005आश्रम में आगमन पर साक्षात्कार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 006आश्रम के पहले दिन दीक्षा.Mind Control
औलाद की चाह 007दीक्षा भाग 2.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 008दीक्षा भाग 3.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 009दीक्षा भाग 4.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 010जड़ी बूटी से उपचार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 011जड़ी बूटी से उपचार.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 012माइंड कण्ट्रोल.Mind Control
औलाद की चाह 013माइंड कण्ट्रोल, स्नान. दरजी की दूकान.Mind Control
औलाद की चाह 014दरजी की दूकान.Mind Control
औलाद की चाह 015टेलर की दूकान में सामने आया सांपो का जोड़ा.Erotic Horror
औलाद की चाह 016सांपो को दूध.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 017मेले में धक्का मुक्की.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 018मेले में टॉयलेट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 019मेले में लाइव शो.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 020मेले से वापसी में छेड़छाड़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 021मेले से औटो में वापसीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 022गुरुजी से फिर मुलाकातNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 023लाइन में धक्कामुक्कीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 024लाइन में धक्कामुक्कीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 025नदी के किनारे.Mind Control
औलाद की चाह 026ब्रा का झंडा लगा कर नौका विहार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 027अपराध बोध.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 028पुरानी यादें-Flashback.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 029पुरानी यादें-Flashback 2.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 030पुरानी यादें-Flashback 3.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 031चौथा दिन सुबह सुबह.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 032Medical Checkup.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 033मेडिकल चेकअप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 034मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 035मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 036मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 037ममिया ससुर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 038बिमारी के निदान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 039बिमारी के निदान 2.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 040कुंवारी लड़की.First Time
औलाद की चाह 041कुंवारी लड़की, माध्यम.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 042कुंवारी लड़की, मादक बदन.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 043दिल की धड़कनें .NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 044कुंवारी लड़की का आकर्षण.First Time
औलाद की चाह 045कुंवारी लड़की कमीना नौकर.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 046फ्लैशबैक–कमीना नौकर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 047कुंवारी लड़की की कामेच्छायें.First Time
औलाद की चाह 048कुंवारी लड़की द्वारा लिंगा पूजा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 049कुंवारी लड़की- दोष अन्वेषण और निवारण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 050कुंवारी लड़की -दोष निवारण.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 051कुंवारी लड़की का कौमार्य .NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 052कुंवारी लड़की का मूसल लंड से कौमार्य भंग.First Time
औलाद की चाह 053ठरकी लंगड़ा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 054उपचार की प्रक्रिया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 055परिधानNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 056परिधानNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 057परिधान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 058टेलर का माप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 059लेडीज टेलर-टेलरिंग क्लास.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 060लेडीज टेलर-नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 061लेडीज टेलर-नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 062लेडीज टेलर की बदमाशी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 063बेहोशी का नाटक और इलाज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 064बेहोशी का इलाज़-दुर्गंध वाली चीज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 065हर शादीशुदा औरत इसकी गंध पहचानती है, होश आया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 066टॉयलेट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 067स्कर्ट की नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 068मिनी स्कर्ट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 069मिनी स्कर्ट एक्सपोजरNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 070मिनी स्कर्ट पहन खड़े होना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 071मिनी स्कर्ट पहन बैठनाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 072मिनी स्कर्ट पहन झुकना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 073मिनी स्कर्ट में ऐड़ियों पर बैठना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 074फोन सेक्स.Erotic Couplings
औलाद की चाह 075अंतर्वस्त्र-पैंटी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 076पैंटी की समस्या.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 077ड्रेस डॉक्टर पैंटी की समस्या.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 078परिक्षण निरक्षण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 079आपत्तिजनक निरक्षण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 080कुछ पल विश्राम.How To
औलाद की चाह 081योनि पूजा के बारे में ज्ञान.How To
औलाद की चाह 082योनि मुद्रा.How To
औलाद की चाह 083योनि पूजा.How To
औलाद की चाह 084स्ट्रैप के बिना वाली ब्रा की आजमाईश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 085परिधान की आजमाईश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 086एक्स्ट्रा कवर की आजमाईश.How To
औलाद की चाह 087इलाज के आखिरी पड़ाव की शुरुआत.How To
औलाद की चाह 088महिला ने स्नान करवाया.How To
औलाद की चाह 089आखिरी पड़ाव से पहले स्नान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 090शरीर पर टैग.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 091योनि पूजा का संकल्प.How To
औलाद की चाह 092योनि पूजा आरंभ.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 093योनि पूजा का आरम्भ में मन्त्र दान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 094योनि पूजा का आरम्भ में आश्रम की परिक्रमा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 095योनि पूजा का आरम्भ में माइक्रोमिनी में आश्रम की परिक्रमा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 096काँटा लगा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 097काँटा लगा-आपात काले मर्यादा ना असते.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 098गोद में सफर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 099परिक्रमा समापन.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 100चंद्रमा आराधना-टैग.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 101उर्वर प्राथना सेक्स देवी बना दीजिये।NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 102चंद्र की रौशनी में स्ट्रिपटीज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 103चंद्रमा आराधना दुग्ध स्नान की तयारी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 104समुद्र के किनारेIncest/Taboo
औलाद की चाह 105समुद्र के किनारे तेज लहरIncest/Taboo
औलाद की चाह 106समुद्र के किनारे अविश्वसनीय दृश्यNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 107एहसास.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 108भाबी का मेनोपॉज.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 109भाभी का मेनोपॉजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 110भाबी का मेनोपॉज.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 111भाबी का मेनोपॉज- भीड़ में छेड़छाड़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 112भाबी का मेनोपॉज - कठिन परिस्थिति.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 113बहन के बेटे के साथ अनुभव.Incest/Taboo
औलाद की चाह 114रजोनिवृति के दौरान गर्म एहसास.Incest/Taboo
औलाद की चाह 115रजोनिवृति के समय स्तनों से स्राव.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 116जवान लड़के का आकर्षणIncest/Taboo
औलाद की चाह 117आज गर्मी असहनीय हैNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 118हाय गर्मीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 119गर्मी का इलाजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 120तिलचट्टा कहाँ गया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 121तिलचट्टा कहाँ गयाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 122तिलचट्टे की खोजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 123नहलाने की तयारीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 124नहलाने की कहानीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 125निपल्स-आमों जितने बड़े नहीं हो सकते!How To
औलाद की चाह 126निप्पल कैसे बड़े होते हैं.How To
औलाद की चाह 127सफाई अभियान.Incest/Taboo
औलाद की चाह 128तेज खुजलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 129सोनिआ भाभी की रजोनिवृति-खुजलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 130सोनिआ भाभी की रजोनिवृति- मलहमNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 131स्तनों की मालिशIncest/Taboo
औलाद की चाह 132युवा लड़के के लंड की पहली चुसाई.How To
औलाद की चाह 133युवा लड़के ने की गांड की मालिश .How To
औलाद की चाह 134विशेष स्पर्श.How To
औलाद की चाह 135नंदू का पहला चुदाई अनुभवIncest/Taboo
औलाद की चाह 136नंदू ने की अधिकार करने की कोशिशIncest/Taboo
औलाद की चाह 137नंदू चला गयाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 138भाभी भतीजे के साथExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 139कोई देख रहा है!Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 140निर्जन समुद्र तटExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 141निर्जन सागर किनारे समुद्र की लहरेExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 142फ्लैशबैक- समुद्र की लहरे !Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 143समुद्र की तेज और बड़ी लहरे !Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 144फ्लैशबैक- सागर किनारे गर्म नज़ारेExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 145सोनिआ भाभी रितेश के साथMature
औलाद की चाह 146इलाजExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 147सागर किनारे चलो जश्न मनाएंExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 148सागर किनारे गंदे फर्श पर मत बैठोNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 149सागर किनारे- थोड़ा दूध चाहिएNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 150स्तनों से दूधNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 151त्रिकोणीय गर्म नजाराExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 152अब रिक्शाचालक की बारीExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 153सागर किनारे डबल चुदाईExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 154पैंटी कहाँ गयीExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 155तयारी दुग्ध स्नान की ( फ़्लैश बैक से वापसी )Mind Control
औलाद की चाह 156टैग का स्थानंतरण ( कामुक)Mind Control
औलाद की चाह 157दूध सरोवर स्नान टैग का स्थानंतरण ( कामुक)Mind Control
औलाद की चाह 158दूध सरोवर स्नानMind Control
औलाद की चाह 159दूध सरोवर में कामुक आलिंगनMind Control
औलाद की चाह 160चंद्रमा आराधना नियंत्रण करोMind Control
औलाद की चाह 161चंद्रमा आराधना - बादल आ गएNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 162चंद्रमा आराधना - गीले कपड़ों से छुटकाराNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 163चंद्रमा आराधना, योनि पूजा, लिंग पूजाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 164बेडरूमHow To
औलाद की चाह 165प्रेम युक्तियों- दिलचस्प संभोग के लिए आवश्यक माहौलHow To
औलाद की चाह 166प्रेम युक्तियाँ-दिलचस्प संभोग के लिए आवश्यक -फोरप्ले, रंगीलेHow To
औलाद की चाह 167प्रेम युक्तियाँ- कामसूत्र -संभोग -फोरप्ले, रंग का प्रभावHow To
औलाद की चाह 168प्रेम युक्तियाँ- झांटो के बालHow To
औलाद की चाह 169योनि पूजा के लिए आसनHow To
औलाद की चाह 170योनि पूजा - टांगो पर बादाम और जजूबा के तेल का लेपनHow To
औलाद की चाह 171योनि पूजा- श्रृंगार और लिंग की स्थापनाHow To
औलाद की चाह 172योनि पूजा- लिंग पू जाHow To
औलाद की चाह 173योनि पूजा आँखों पर पट्टी का कारणHow To
औलाद की चाह 174योनि पूजा- अलग तरीके से दूसरी सुहागरात की शुरुआतHow To
औलाद की चाह 175योनि पूजा- दूसरी सुहागरात-आलिंगनHow To
औलाद की चाह 176योनि पूजा - दूसरी सुहागरात-आलिंगनHow To
औलाद की चाह 177दूसरी सुहागरात - चुम्बन Group Sex
औलाद की चाह 178 दूसरी सुहागरात- मंत्र दान -चुम्बन आलिंगन चुम्बन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 179 यौनि पूजा शुरू-श्रद्धा और प्रणाम, स्वर्ग के द्वार Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 180 यौनि पूजा योनि मालिश योनि जन दर्शन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 181 योनि पूजा मंत्र दान और कमल Group Sex
औलाद की चाह 182 योनि पूजा मंत्र दान-मेरे स्तनो और नितम्बो का मर्दन Group Sex
औलाद की चाह 183 योनि पूजा मंत्र दान- आप लिंग महाराज को प्रसन्न करेंगी Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 184 पूर्णतया अश्लील , सचमुच बहुत उत्तेजक, गर्म और अनूठा अनुभव Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 185 योनि पूजा पूर्णतया उत्तेजक अनुभव Group Sex
औलाद की चाह 186 उत्तेजक गैंगबैंग अनुभव Group Sex
औलाद की चाह 187 उत्तेजक गैंगबैंग का कारण Group Sex
औलाद की चाह 188 लिंग पूजा Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 189 योनि पूजा में लिंग पूजा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 190 योनि पूजा लिंग पूजा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 191 लिंग पूजा- लिंगा महाराज को समर्पण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 192 लिंग पूजा- लिंग जागरण क्रिया NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 193 साक्षात मूसल लिंग पूजा लिंग जागरण क्रिया NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 194योनी पूजा में परिवर्तन का चरण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 195 योनि पूजा- जादुई उंगलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 196योनि पूजा अपडेट-27 स्तनपान NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 197 7.28 पांचवी रात योनि पूजा मलाई खिलाएं और भोग लगाएं NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 198 7.29 -पांचवी रात योनि पूजा योनी मालिश NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 199 7.30 योनि पूजा, जी-स्पॉट, डबल फोल्ड मालिश का प्रभाव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 200 7.31 योनि पूजा, सुडोल, बड़े, गोल, घने और मांसल स्त NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 201 7.32 योनि पूजा, स्तनों नितम्बो और योनि से खिलवाड़ NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 202 7. 33 योनि पूजा, योनि सुगम जांच NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 203 7.34 योनि पूजा, योनि सुगम, गर्भाशय में मौजूद NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 204 7.35 योनि सुगम-गुरूजी का सेक्स ट्रीटमेंट NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 205 7.36 योनि सुगम- गुरूजी के सेक्स ट्रीटमेंट का प्रभाव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 206 7.37 योनि सुगम- गुरूजी के चारो शिष्यों को आपसी बातचीत NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 207 7.38 योनि सुगम- गुरूजी के चारो शिष्यों के पुराने अनुभव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 208 7.39 योनि सुगम- बहका हुआ मन NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 209 7.40 बहका हुआ मन -सपना या हकीकत Mind Control
औलाद की चाह 210 7.41 योनि पूजा, स्पष्टीकरण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 211 7.42 योनि पूजा चार दिशाओ को योनि जन दर्शन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 212 7.43 योनि पूजा नितम्बो पर थप्पड़ NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 213 7.44 नितम्बो पर लाल निशान का धब्बा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 214 7.45 नितम्ब पर लाल निशान के उपाए Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 215 7.46 बदन के हिस्से को लाल करने की ज़रूरत NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 216 7.47 आश्रम का आंगन - योनि जन दर्शब Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 217 7.48 योनि पूजा अपडेट-योनि जन दर्शन NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 218 7.49 योनि पूजा अपडेट योनी पूजा के बाद विचलित मन, आराम! NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 219 CHAPTER 8- 8.1 छठा दिन मामा-जी मिलने आये Incest/Taboo
औलाद की चाह 220 8.2 मामा-जी कार में अजनबियों को लिफ्ट NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 221 8. 3 मामा-जी की कार में सफर NonConsent/Reluctance

https://xforum.live/threads/औलाद-की-चाह.38456/page-8
 
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aamirhydkhan

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वाह क्या लेखन है
ये तो striptease का भी बाप है
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odin chacha

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deeppreeti

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औलाद की चाह

CHAPTER 7 - पांचवी रात

चंद्रमा आराधना

अपडेट-03


चंद्र की रौशनी में स्ट्रिपटीज़



गुरु जी : टैग मत खोलना । चन्द्रमा की शक्ति उन पवित्र कागजों की पट्टियों में छेद कर देगी।

मैं: ठीक है।

गुरु-जी: मैं आपको निर्देश दूंगा और आपको वैसा ही करना है !

मैं: ठीक है।

गुरु-जी: मैं आपको जो भी निर्देश दूंगा और आपको बस उसका पालन करने की आवश्यकता है, लेकिन ध्यान रहे कि अपना जप बंद न करें।

मैंने सिर हिलाया और देखा कि संजीव और उदय काफी करीब खड़े थे, जिसका मतलब है कि मेरे स्ट्रिपिंग एक्ट वो नजदीक से स्पष्ट देख सकेंगे । मैंने अपना ध्यान संजीव की ओर लगाया और वह निस्संदेह अधीर लग रहा था, क्योंकि वह जानता था कि मेरे जैसी गदरायी हुई सेक्सी औरत एक मिनट में उसके सामने अपनी चोली खोलने वाली है !

मैंने निरंतर जप करना शुरू किया. जय चंद्रमा! जय चंद्रमा! जय चंद्रमा!!...

गुरु-जी: रश्मि , अपनी नाभि से शुरू करो। वह आपके शरीर का संतुलन और केंद्र बिंदु है। सबसे पहले अपने नाभिके टैग को अपने दाहिने हाथ की तर्जनी से दबाएं।



मैंने उनकी बात मानी-जी और उसके बाद गुरु-जी की आज्ञा सुनकर 10 सेकंड के बाद फिर से अपनी उंगली हटा ली ।

गुरु जी : अब तुम्हारी जाँघ की टैग। पहले जैसा ही दोनों हाथों से करें।

मैं ऐसा करने के लिए थोड़ा झुकी और मेरे स्तन मेरी छोटी चोली से लगभग कूद गए, जिससे मेरी गहरी दरार सभी पुरुषों को प्साफ़ दिखाई दे रही थी। मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था क्योंकि मुझे पता था कि अगला टैग या तो मेरा निप्पल का टैग होना चाहिए, या मेरी योनि का टैग, या मेरी गांड वाला टैग।

गुरु जी : ठीक है। रश्मि , अब आपके नितंबों पर टैग। आपको अपनी पैंटी नीचे खींचने की जरूरत नहीं है। आप बस अपनी स्कर्ट को एक हाथ से ऊपर उठाएं ताकि आपकी गांड पर पूर्णिमा की चांदनी पड़े ।

मैं तीन व्यस्क पुरुषों के सामने अपनी स्कर्ट को खींचने में बहुत हिचकिचा रही थी , लेकिन उस समय तक मेरे मन में यह विश्वास हो गया था कि मुझे वह बेशर्म हरकत करनी है। मैंने अपने मन को यह कहकर सांत्वना दी कि मेरे परिवार के सदस्यों या मेरे पति को इस बारे में कभी कुछ पता नहीं चलेगा और मैं नियमों का पालन भगवान को खुश करने के लिए ही कर रही हूं।

गुरु-जी: रश्मि , समय बर्बाद मत करो। अपनी स्कर्ट उठाओ और चंद्रमा को अपना प्यारा गांड दिखाओ।

मैंने अपनी आँखें बंद कर लीं और अपने दाहिने हाथ से अपनी स्कर्ट इकट्ठी कर ली, उसे अपनी कमर तक खींच लिया, और मैं ऐसा महसूस कर रही थी जैसे कि तीन पुरुष मेरे नीचे के अंगो की ओर देख रहे हों! मैंने जो पैंटी पहनी थी वह किसी भी तरह से मेरे बड़े मांसल गांड और नितम्बो की गरिमा की रक्षा के लिए पर्याप्त नहीं थी। वास्तव में, एक पैंटी कभी भी परिपक्व महिला के नितंबों को ठीक से नहीं ढकती है, लेकिन हम महिलाएं इसकी परवाह नहीं करती हैं क्योंकि साड़ी, सलवार-कमिज़ या स्कर्ट हमें पूरी तरह से ढक लेती है। लेकिन यहां स्थिति बहुत अलग थी। इन पुरुषों के संपर्क में आने से पहले मुझे कम से कम अपनी पैंटी को अपने नितम्बो पर फैलाने का मौका भी नहीं मिला था । मैंने अपनी पैंटी के नीचे कागज के टैग को अपने बाएं हाथ से 10 सेकंड के लिए दबाया और फिर उसे छोड़ दिया और ऐसा करती हुई शर्म से 10 सेकंड के लिए एक मूर्ति की तरह खड़ी रही ।

मैंने सोचा कि कम समय की समय सीमा ही मेरे लिए एकमात्र आश्वस्त करने वाला कारण था।

गुरु जी : ठीक है, अब अपना हाथ बदलो और यही प्रक्रिया दोहराओ।

इस बीच मैं साथ साथ लगातार जोर-जोर से नामजप कर रही थी , जिससे वास्तव में मुझे और शर्मिंदगी महसूस हो रही थी।

मैंने अपने हाथों का आदान-प्रदान करते हुए वही प्रक्रिया दोहराई। मैंने उन पुरुषों को देखने के लिए क्या जबरदस्त सेक्सी दृश्य पेश किया था ! लगभग 30 की एक गृहिणी उनके सामने खड़ी थी और अपनी स्कर्ट को कमर तक उठाकर उन्हें अपनी पैंटी से ढकी गांड दिखा रही थी। मेरे निप्पल पहले से ही इतने सख्त थे और मेरी ब्रा के कपड़े को छेद रहे थे। मैं घोर शर्म के कारण एक क्षण के लिए भी आंखें नहीं खोल सकी । मुझे याद आया कि स्कूल में उच्च कक्षाओं में हमारे पास एक पीटी शिक्षक था जो विकृत था और लड़कियों को उलटे सीधे तर्क देकर उनकी स्कर्ट उनसे ऊपर खिंचवाता था और मैं भी एक या दो बार उसका शिकार होने से बच नहीं पायी थी । लेकिन तब वह स्कूल था और मैं किशोर थी । लेकिन यहाँ मैं जो कर रही थी वह किसी स्ट्रिपटीज़ से कम नहीं था!

शुक्र है कि यह जल्द ही खत्म हो गया था और मैंने अपनी स्कर्ट को अपने पैंटी से ढके बड़े बन्स के ऊपर से नीचे खींच अपने नितम्बो को ढक लिया, लेकिन केवल अपनी चोली को खोलने के लिए तैयार होने के लिए!

गुरु जी : गुड जॉब । अब आपके निप्पल टैग की बारी है । आपको चोली को अपने शरीर से निकालने की ज़रूरत नहीं है, बस बटन खोलें।

मैंने एक बार अपनी आँखें खोली और गुरु-जी और अन्य लोगों की ओर बहुत डरते डरते देखा। टब के भीतर से और उस धुएँ भरे वातावरण में भी, मैं गुरु-जी की धोती के नीचे, जो अब तंबू की तरह दिखाई दे रहा था, उनके लिंग के विशाल निर्माण को नोटिस करने से नहीं चूकी । संजीव ने मुझे लगभग चौंका दिया क्योंकि मैंने उसे अपनी धोती के ऊपर से अपने लिंग को खरोंचते और दबाते हुए देखा। उदय अपेक्षाकृत शांत लग रहा था!

मैंने मंत्र पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की और अपनी चोली को खोलना शुरू कर दिया। जैसे ही मैंने आखिरी बटन खोला, पुरुष दर्शकों के सामने मेरे ब्रा से ढके भारी स्तन और स्तनों के बीच की विशाल दरार दिखाई दे रही थी। उस चांदनी वातावरण और धुएँ के रंग के माहौल में मैं अच्छी तरह से महसूस कर रही थी कि मैं वास्तव में एक सेक्स देवी की तरह दिख रही थी ! जैसा कि मैंने अपनी आँखों के कोने से देखा, वहाँ निश्चित रूप से एक तारीफ भरी वाह थी ? संजीव की आँखों में प्रशंसा, गुरु जी हालांकि इसके अपवाद थे।



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गुरु-जी: रश्मि , अब अपनी ब्रा के नीचे लगे टैग्स को महसूस करें और उन्हें दोनों हाथों की तर्जनी उंगलियों से दबाएं।

वास्तव में पता लगाने के लिए कुछ भी नहीं था क्योंकि मेरे निपल्स पहले से ही मेरे चोली के नीचे अपना सिर उठा चुके थे और मेरी ब्रा के कपड़े पर उनके छाप काफी स्पष्ट थी । मैंने अपने हाथों को पार किया और अपने निपल्स को दबाया जिन पर टैग लगाए गए थे।

गुरु-जी: अब चंद्रमा को अपने स्तनों को दिव्य शक्ति देने दो ताकि वे आने वाले दिनों में टाइट और दृढ़ रहें ताकि आपके पति उनमें से अधिकतम आनंद प्राप्त कर सकें। और अपने निपल्स को सुपरसेंसिटिव और गुलाबी होने दें ताकि जब भी आपका पति आपको छूए, भले ही वह सिर्फ हाथ पकड़े हुए हो, आपके निपल्स अपनी पूरी लचीली संरचना तक बड़े हो जाएं। जय चंद्रमा!

तीन आदमियों के सामने अपनी चोली का बटन खुला रखकर खड़े होने से मुझे पहले से ही पसीना आ रहा था और अब इस तरह के सीधे-सीधे सेक्सी कमेंट्स सुनकर, मैं गंभीरता से उत्साहित और उत्तेजित हो रही थी।

गुरु-जी: बढ़िया! अब आखिरी और सबसे अहम रश्मि ।

लगातार मंत्र के उच्चारण से मेरी सांस फूल रही थी, लेकिन गुरु जी के निर्देशानुसार मैं नहीं रुकी और लगातार मन्त्र का उच्चारण करती रही ।

गुरु जी : पहले अपनी चोली का बटन लगाओ और फिर आगे बढ़ो।

जैसे ही मैं जल्दी से अपनी चोली का बटन दबा रही थी तो गुरु जी ने आगे आदेश दिया।

गुरु जी : अब जैसे तुमने पहले अपनी स्कर्ट उठाई और वही काम करो। ध्यान रहे, अपनी तर्जनी को सिर्फ अपने छेद पर रखें, मुझे लगता है टैग आपकी योनि के बाईं ओर है।

मैं इस निर्देश को सुनकर शर्म से मर रही थी , लेकिन जानती थी कि मुझे यह करना ही होगा। मैंने अपनी स्कर्ट उठाई और मेरे बगल में खड़े तीनों पुरुषों को मेरी पैंटी के सामने का स्पष्ट दृश्य दिखाई दिया और मैंने अपनी उंगली को अपनी योनि पर रखा। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली थीं और अपने दाँत भींच लिए थे ! मेरे लिए ये बहुत ज्यादा अपमानजनक और शर्मनाक था। मैंने अपने जीवन में पहली बार महसूस किया कि दस सेकंड भी एक बहुत लम्बा समय था !

गुरु-जी: बस हो गया रश्मि । आप अपनी स्कर्ट नीचे खींच सकते हैं।

इससे पहले कि गुरु-जी पूरा कर पाते, मैंने झट से अपनी चूत से हाथ हटा लिया और अपनी पैंटी को ढकने के लिए अपनी स्कर्ट नीचे कर के अपनी योनि को ढक लिया । मंत्र का लगातार जाप करते-करते मैं लगभग बेहोश होने वाली थी और इस चंद्रमा आराधना के परिणामस्वरूप शर्म और उत्तेजना से कांप रही थी । गुरु जी की प्राथना से ऐसा लग रहा था कि गुरु-जी पूरे प्रकरण को समेट रहे हैं।

गुरु-जी: हे चंद्रमा! मुझे विश्वास है कि आप उसकी पूजा से खुश हैं और उसके यौन अंगों को पर्याप्त रूप से सजीव कर देंगे ताकि वे प्रजनन क्षमता का उत्पादन कर सकें। इसके स्तन, नाभि, चूत, गाण्ड और जांघों को कामुकता का प्रतीक बनने दें और वे मैथुन के दौरान उसकी पूरी उत्तेजना प्राप्त करने में मदद करें। जय चंद्रमा!

हम सब मंत्र को जोर से दोहरा उठे ! जय चंद्रमा!

इस समय तक धुंआ निकल रहा था क्योंकि उदय और संजीव नारियल के और सूखे छिलके या रसायन नहीं डाल रहे थे और अंत में कुछ अवसर मिलने पर मैंने अपनी ब्रा और चोली को तेजी से समायोजित किया और अपनी स्कर्ट को कुछ अच्छा महसूस करने के लिए ठीक किया ।

गुरु-जी: रश्मि , चूंकि आपने अच्छी तरह से प्रार्थना की है, मुझे विश्वास है कि आप चंद्रमा की दिव्य शक्तियों से वंचित नहीं होंगे।

वह मुझ पर मुस्कुराए और मुझे बहुत विश्वास हुआ कि मैंने महायज्ञ के इस हिस्से को ठीक से किया है, हालांकि किसी भी परिपक्व महिला के लिए पुरुषों के सामने प्रदर्शन करना शर्मनाक था।

गुरु-जी: अब हम दूध सरोवर स्नान की ओर बढ़ते हैं, जो मूल रूप से शरीर और आत्मा की शुद्धिकरण की प्रक्रिया है।




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जैसा कि आप जानते हैं सफेद रंग पवित्रता का प्रतीक है और स्वच्छता प्राप्त करने के लिए दूध से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। क्या मेरी बात तुम्हारी समझ में आ रही है?

मैं: हाँ, हाँ गुरु जी।

गुरु जी : जब तक संजीव और उदय व्यवस्था न कर लें, आईये चलें।

यह कहकर गुरूजी आंगन से नीचे उतरने लगे जबकि संजीव और उदय आश्रम के भीतर चले गए। मुझे गुरु-जी का अनुसरण करना था।

गुरु-जी: अनीता, ऐसा लगता है कि आप अभी भी महायज्ञ के परिणाम के बारे में किसी तरह के तनाव में हैं। क्या मैं सही हूँ?

मैं: ये सच है गुरु-जी।

गुरु जी : लेकिन क्यों? जब मैं आपके साथ हूं, लिंग महाराज आपको आशीर्वाद देते हैं, तो आपको चिंता नहीं करनी चाहिए? सच्चे यौन सुख को प्राप्त करने के लिए याद रखें जिससे आप एक स्वस्थ गर्भावस्था प्राप्त कर सकें, मन को बिल्कुल चिंता मुक्त होना चाहिए और किसी भी विचार और शंका का कोई बोझ नहीं होना चाहिए।

मैं: गुरु जी मैं जानती हूँ। मैं जितने भी डॉक्टरों के पास गयी , वे सब भी इस बात पर बहुत जोर देते हैं।

गुरु-जी: तो, आप जानती हो फिर चिंता मत करो और सब कुछ मुझ पर छोड़ दो।

अब हम आंगन से नीचे उतरे और लगभग आश्रम के द्वार पर पहुँच गए । मेरा मन लगातार संशय में था कि आश्रम में सरोवर कहाँ है दूध सरोवर स्नान के लिए था और क्या मुझे सबके सामने स्नान करना होगा!

मैं: ठीक है गुरु जी अमिन पूरा प्रयास करुँगी ।

मैं थोड़ा रुकी ।

मैं: गुरु जी, मेरा मतलब है कि मैं सरोवर के बारे में सोच रही थी । मैंने आश्रम में कोई तालाब या सरोवर जैसा कुछ नहीं देखा है।

मेरा प्रश्न सुनकर गुरुजी हल्के से हँस पड़े।

गुरु जी : अनीता, आपकी बात सही है। मेरे आश्रम में ऐसा कोई सरोवर नहीं है। लेकिन चीजों को शाब्दिक निहितार्थ पर न लें। हां, जब इस महायज्ञ के लिए शब्द गढ़ा गया था, तब दूध से भरा तालाब होना चाहिए था, जो आज काफी अव्यावहारिक है।

मैं: सही है गुरु जी।

गुरु जी ने अचानक विषय बदल दिया और ऐसा प्रश्न पूछा कि मैं लगभग अवाक रह गयी !

गुरु-जी: वैसे, मुझे लगता है कि मास्टर जी आपकी चोली की फिटिंग पर गड़बड़ कर गए। चलते समय आपके स्तन बहुत हिल रहे हैं! ऐसा नहीं होना चाहिए था ।

गुरु जी सीधे मेरे स्तनों को देख रहे थे और मुझे इतनी शर्म आ रही थी कि मैं एक शब्द भी नहीं बोल सकी और नीचे जमीन पर घास को देखने लगी ।

गुरु-जी: रश्मि , इसमें शर्म की कोई बात नहीं है! अगर मास्टर जी ने कोई गलती की है तो आपको उन्हें बताना चाहिए था।

मैं: हाँ। नहीं अरे ? वो

गुरु-जी: मैं देख सकता हूँ कि आपके स्तन भारी हैं और स्वाभाविक रूप से औसत महिलाओं की तुलना में अधिक जॉगिंग करेंगे, मास्टरजी को अधिक सावधान रहना चाहिए था।

मुझे पता था कि मुझे कुछ जवाब देने की जरूरत है और मैंने ऐसा करने के लिए साहस जुटाने की कोशिश की। गुरुजी ने चलना बंद कर दिया था और मैं और हम आश्रम के द्वार पर खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। मैंने देखा कि उन्होंने अपनी धोती को ठीक किया और मैं यह देखकर चौंक गयी कि उन्होंने खुलेआम अपने लंड को सहलाया।

मैं: मेरा मतलब है? गुरु-जी, मुझे लगता है? गलती इसलिए हुई है चूंकि मैंने साड़ी नहीं पहनी है,

गुरु जी : नहीं, नहीं। यदि आपका चोली ठीक से टाइट नहीं है, तो ऐसा हमेशा होता है। यह उन पर ठीक से और कसकर फिट होना चाहिए।

यह कहते हुए कि उसने अपनी हथेलियों को दो कप जैसा बना दिया है, यह दर्शाता है कि मेरी ब्रा मेरे स्तन पर कैसे फिट होगी! यह इतना शर्मनाक था कि मैंने अपने निचले होंठ को अपने दांतों से जकड़ लिया।

जारी रहेगी


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odin chacha

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Bahut hi khubsurat update tha bro...
 

deeppreeti

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औलाद की चाह

CHAPTER 7 - पांचवी रात

चंद्रमा आराधना

अपडेट-04


दुग्ध स्नान की तयारी


मैं: मेरा मतलब है? गुरु-जी, मुझे लगता है? गलती इसलिए हुई है चूंकि मैंने साड़ी नहीं पहनी है,

गुरु जी : नहीं, नहीं। यदि आपका चोली ठीक से टाइट नहीं है, तो ऐसा हमेशा होता है। यह उन पर ठीक से और कसकर फिट होना चाहिए।

यह कहते हुए कि उसने अपनी हथेलियों को दो कप जैसा बना दिया है, यह दर्शाता है कि मेरी ब्रा मेरे स्तन पर कैसे फिट होगी! यह इतना शर्मनाक था कि मैंने अपने निचले होंठ को अपने दांतों से जकड़ लिया।

गुरु-जी : हर हाल में रश्मि तुम्हे ये मुझसे बेहतर पता होना चाहिए। जब साड़ी पहनी होती तो ये इतना पता नहीं चलता, लेकिन सच तो यह है कि अब आपने साडी नहीं पहनी है ?.

मैं: जी गुरु-जी, मेरी गलती है ? मैं इसके बारे में मास्टर जी से बात करूंगी ।

मुझे इस अपमानजनक बातचीत का अंत करना था।

गुरु जी : ठीक है, रश्मि हम जो बात कर रहे थे उसी दूध सरोवर स्नान पर लौटकर आते हैं दरसल दूध से भरे तालाब में स्नान करने की जरूरत नहीं है। हम ऐसा करेंगे, हम एक कृत्रिम सेटिंग बनाएंगे जहां शिष्य स्नान कर योनि पूजा के लिए अपने शरीर को शुद्ध कर सकता है।

मैं: ओ! अब समझी ।

गुरु-जी: मुझे लगता है कि उन्होंने अब तक तैयार कर लिया होगा । चलो वापस चले ।

जैसे ही हम वापस चले, अब मैंने छोटे-छोटे कदम उठाने शुरू कर दिए, क्योंकि अब मैं अपनी चोली के भीतर अपने बड़े स्तनों चलते समय बहुत ज्यादा हिलने के बारे में बहुत सचेत थी ।

जब मैं आंगन में पुराने स्थान पर पहुँची तो मैंने देखा कि बाथटब नए अनुलग्नकों के साथ वहां था उदय और संजीव भी वहीँ मौजूद थे। टब खाली था और अब टब के चारों ओर पारदर्शी हल्के नीले रंग के अनुलग्नक थे जो लगभग 5-6 फीट ऊंचे थे और बाथटब से एक पाइप लाइन लगी हुई थी जो छोटी मोटर के साथ लगे बड़े ड्रम मे जुडी हुई थी। हालाँकि मैं कोई तकनिकी विशेषज्ञ नहीं थी , लेकिन अच्छी तरह से महसूस कर रही थी कि ड्रम से दूध उस टब में जाएगा जिसमे मुझे स्नान करना होगा । एक और पाइप लाइन और ड्रम भी था, लेकिन पाइप का कनेक्शन नहीं किया गया था । इस मिनी ड्रेस में भीगी हुई हालत में अपने बारे में सोचकर मेरा दिल तेजी से धड़कने लगा!

गुरु जी : बहुत अच्छा। तो रश्मि, सेटिंग तैयार है। जैसा कि आप देख सकती हो , शुद्धिकरण प्रक्रिया ढके हुए टब के भीतर होगी और उस ड्रम से दूध लगातार टब में बहता रहेगा।

मैं: ठीक है गुरु जी। लेकिन अगर यह ड्रेस गीली हो गयी तो ?

गुरु-जी: आपके अतिरिक्त महायज्ञ परिधान संजीव के पास है। तो, आप उसकी चिंता न करें। और आप जो दूसरा ड्रम देख रही है हैं जिसमें पानी है, जो आपको दूध सरोवर स्नान के बाद आपके शरीर से दूध की चिपचिपाहट को साफ कर देगा।

मैं संजीव की ओर मुड़ी और देखा कि वह एक पैकेट लिए खड़ा है, जिसमें संभवतः मेरी चोली, मिनीस्कर्ट और अंडरगारमेंट्स का अतिरिक्त जोड़ा हैं।संजीव के साथ ही उदय वही पर तौलिया लिए खड़ा था। तो मेरे दूधिया स्नान के लिए सब कुछ तैयार था!

गुरु-जी: जैसा कि आपने महायज्ञ के सभी चरणों में देखा है, यहाँ भी आप मेरे माध्यम से शुद्ध हो जाएंगे। जय लिंग महाराज! जय लिंग महाराज!

यह कहते हुए कि गुरु-जी एक साइड अटैचमेंट जो खुला था उसके बीच से तुरंत खाली टब के अंदर चले गए, । मैं भी उनके पदचिन्हों पर चली । प्रवेश की सीढ़ी का पहला कदम थोड़ा ऊंचा था और उदय मुझे हाथ का सहारा देने के लिए आगे आया ताकि मैं उस पर चढ़ सकूं। फिर जब उसने मुझे कदम तक पहुँचने के लिए सहारा दिया तो मुझे स्पष्ट रूप से महसूस हुआ कि उदय का हाथ मेरी स्कर्ट के ऊपर से मेरी मजबूत गांड को सहला रहा है और गुरुजी के गर्म हाथ ने मुझे टब के अंदर खींच लिया । मैं और गुरु-जी को टब के भीतर खड़े हुए तो उदय ने टब के खुले हुए साइड गेट को बंद कर दिया , टब चारों तरफ से 4-5 फीट तक ढका हुआ था और सिर्फ ऊपर वाला हिस्सा खुला हुआ था। चंद्रमा हल्के नीले रंग की दीवारों से अपने चांदनी बिखेर रहा था जिससे पृष्ठभूमि बहुत आकर्षक हो गई थी।

गुरु जी : पहले मैं लिंग महाराज की पूजा करूँगा। जो मैं जपता हूं तुम वही दोहराओगे । ठीक है रश्मि ?

गुरु जी हाथ जोड़कर मेरे सामने खड़े थे और प्रार्थना करने लगे । यद्यपि मैं मंत्र का उच्चारण जोर-जोर से कर रही थी परन्तु , इस अपरिचित वातावरण में मेरा मन खानाबदोश की तरह भटक रहा था।

माहौल ऐसा था कि ईमानदारी से कहूं तो पने पति के साथ शॉवर में खड़े होने का मन कर रहा था । बाथटब खाली होने के बावजूद, गुरु जी मेरे सामने खड़े थे, और मेरे चारों ओर की दीवारों ने मेरी कामुक भावनाओ को भी प्रबल होने में मदद की। हालाँकि इस समय शादी के बाद काफी समय बीत जाने के कारण मेरे जीवन से ऐसी घटनाएँ गायब हो गई थी , लेकिन निश्चित रूप से मेरी शादी के शुरुआती दिनों में जब हम छुट्टी पर जाते थे, तो मेरे पति मुझे कभी-कभार उनके साथ स्नान करने के लिए मजबूर करते थे । मैं कभी भी अपने पति के साथ नग्न अवस्था में स्नान करने वाली बेशर्म नहीं थी, लेकिन फिर भी मैंने कई अपने इस नियम को तोड़ दिया था । और जब भी ऐसा हुआ तो अक्सर हमने उसके बाद या उसके दौरान एक गीला लम्बा और गर्म सम्भोग किया. वे यादें निश्चित रूप से मेरे लिए बहुत कामुक ज्वलंत और सुखद हैं।

इसके अतिरिक्त हमारा ये संयक्त स्नान कमरे के साथ संलग्न स्नानघर की बंद दीवारों के भीतर कुछ देर तक चुंबन और आलिंगन के बाद समाप्त हो गया । हाँ, अनिल हमेशा स्नान करते समय मेरी साड़ी या सलवार-कमिज़ जो कुछ भी मैंने पहना हुआ होता था, उसे निकालमे के लिए बहुत उत्सुक रहता था, लेकिन मैं रूढ़िवादी होने के कारण दृढ़ता से विरोध करती थी और इसके कारण अंतिम परिणाम के रूप में वो मुझे केवल आंशिक रूप निर्वस्त्र कर पाता था ।

गुरु जी : जय लिंग महाराज! उदय, दूध डालना शुरू करें। भरने में कुछ समय लगेगा।

मैं गुरु-जी के शब्दों से मैं वापिस आज में आ गयी और महसूस किया कि बाथटब के फर्श पर गुनगुना दूध भर रहा है । बाथटब में दूध पाइपलाइन के माध्यम से भर रहा था, लेकिन चूंकि छेद छोटा था, इसलिए इसे भरने में कुछ समय लगना तय था। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पूरी प्रक्रिया वास्तव में मुझे यह महसूस करा रही थी कि मैं एक तालाब के किनारे खड़ी थी और पानी की लहरों मेरे पैरो का चुंबन कर रही थी !

गुरु जी : रश्मि, दूध भरने का प्रवाह काफी तेज है इसलिए मेरा हाथ थाम लो, नहीं तो तुम असंतुलित हो जाओगी ।


जारी रहेगी


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