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इस अध्भुत कहानी के इस मोड़ पर मैं इस संशय में हूँ के कहानी को किधर ले जाया जाए ?


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deeppreeti

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परिचय

आप सब से एक महिला की कहानी किसी न किसी फोरम में पढ़ी होगी जिसमे कैसे एक महिला जिसको बच्चा नहीं है एक आश्रम में जाती है और वहां उसे क्या क्या अनुभव होते हैं,

पिछली कहानी में आपने पढ़ा कैसे एक महिला बच्चे की आस लिए एक गुरूजी के आश्रम पहुंची और वहां पहले दो -तीन दिन उसे क्या अनुभव हुए पर कहानी मुझे अधूरी लगी ..मुझे ये कहानी इस फोरम पर नजर नहीं आयी ..इसलिए जिन्होने ना पढ़ी हो उनके लिए इस फोरम पर डाल रहा हूँ



GIF1

मेरा प्रयास है इसी कहानी को थोड़ा आगे बढ़ाने का जिसमे परिकरमा, योनि पूजा , लिंग पूजा और मह यज्ञ में उस महिला के साथ क्या क्या हुआ लिखने का प्रयास करूँगा .. अभी कुछ थोड़ा सा प्लाट दिमाग में है और आपके सुझाव आमनत्रित है और मैं तो चाहता हूँ के बाकी लेखक भी यदि कुछ लिख सके तो उनका भी स्वागत है

अगर कहानी किसी को पसंद नही आये तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूँ. ये कहानी पूरी तरह काल्पनिक है इसका किसी से कोई लेना देना नही है .


वैसे तो हर धर्म हर मज़हब मे इस तरह के स्वयंभू देवता बहुत मिल जाएँगे. हर गुरु जी स्वामी या महात्मा एक जैसा नही होता. मैं तो कहता हूँ कि 90% स्वामी या गुरु या प्रीस्ट अच्छे होते हैं मगर 10% खराब भी होते हैं. इन 10% खराब आदमियों के लिए हम पूरे 100% के बारे मे वैसी ही धारणा बना लेते हैं. और अच्छे लोगो के बारे में हम ज्यादा नहीं सुनते हैं पर बुरे लोगो की बारे में बहुत कुछ सुनने को मिलता है तो लगता है सब बुरे ही होंगे .. पर ऐसा वास्तव में बिलकुल नहीं है.


1. इसमें किसी धर्म विशेष के गुरुओ पर या धर्म पर कोई आक्षेप करने का प्रयास किया है , ऐसे स्वयंभू गुरु या बाबा कही पर भी संभव है .

2. इस कहानी से स्त्री मन को जितनी अच्छी विवेचना की गयी है वैसी विवेचना और व्याख्या मैंने अन्यत्र नहीं पढ़ी है .

Note : dated 1-1-2021

जब मैंने ये कहानी यहाँ डालनी शुरू की थी तो मैंने भी इसका अधूरा भाग पढ़ा था और मैंने कुछ आगे लिखने का प्रयास किया और बाद में मालूम चला यह कहानी अंग्रेजी में "समितभाई" द्वारा "गुरु जी का (सेक्स) ट्रीटमेंट" शीर्षक से लिखी गई थी और अधूरी छोड़ दी गई थी।


बाद में 2017 में समीर द्वारा हिंदी अनुवाद शुरू किया गया, जिसका शीर्षक था "एक खूबसूरत हाउस वाइफ, गुरुजी के आश्रम में" और लगभग 33% अनुवाद "Xossip" पर किया गया था।

अभी तक की कहानी मुलता उन्ही की कहानी पर आधारित है या उसका अनुवाद है और अब कुछ हिस्सों का अनुवाद मैंने किया है ।

कहानी काफी लम्बी है और मेरा प्रयास जारी है इसको पूरा करने का ।
Note dated 8-1-2024


इससे पहले कहानी में , कुछ रिश्तेदारों, दूकानदार और एक फिल्म निर्देशक द्वारा एक महिला के साथ हुए अजीब अनुभवो के बारे में बताया गया है , कहानी के 270 भाग से आप एक डॉक्टर के साथ हुए एक महिला के अजीब अनुभवो के बारे में पढ़ेंगे . जीवन में हर कार्य क्षेत्र में हर तरह के लोग मिलते हैं हर व्यक्ति एक जैसा नही होता. डॉक्टर भी इसमें कोई अपवाद नहीं है अधिकतर डॉक्टर या वैध या हकिम इत्यादि अच्छे होते हैं, जिनपर हम पूरा भरोसा करते हैं, अच्छे लोगो के बारे में हम ज्यादा नहीं सुनते हैं ...
वास्तव में ऐसा नहीं है की सब लोग ऐसे ही होते हैं ।

सभी को धन्यवाद,


कहानी का शीर्षक होगा


औलाद की चाह



INDEX

परिचय

CHAPTER-1 औलाद की चाह

CHAPTER 2 पहला दिन

आश्रम में आगमन - साक्षात्कार
दीक्षा


CHAPTER 3 दूसरा दिन

जड़ी बूटी से उपचार
माइंड कण्ट्रोल
स्नान
दरजी की दूकान
मेला
मेले से वापसी


CHAPTER 4 तीसरा दिन
मुलाकात
दर्शन
नौका विहार
पुरानी यादें ( Flashback)

CHAPTER 5- चौथा दिन
सुबह सुबह
Medical चेकअप
मालिश
पति के मामा
बिमारी के निदान की खोज

CHAPTER 5 - चौथा दिन -कुंवारी लड़की

CHAPTER 6 पांचवा दिन - परिधान - दरजी

CHAPTER 6 फिर पुरानी यादें

CHAPTER 7 पांचवी रात परिकर्मा

CHAPTER 8 - पांचवी रात लिंग पूजा

CHAPTER 9 -
पांचवी रात योनि पूजा

CHAPTER 10 - महा यज्ञ

CHAPTER 11 बिमारी का इलाज

CHAPTER 12 समापन



INDEX

औलाद की चाह 001परिचय- एक महिला की कहानी है जिसको औलाद नहीं है.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 002गुरुजी से मुलाकात.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 003पहला दिन - आश्रम में आगमन - साक्षात्कार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 004दीक्षा से पहले स्नान.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 004Aदीक्षा से पहले स्नान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 005आश्रम में आगमन पर साक्षात्कार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 006आश्रम के पहले दिन दीक्षा.Mind Control
औलाद की चाह 007दीक्षा भाग 2.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 008दीक्षा भाग 3.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 009दीक्षा भाग 4.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 010जड़ी बूटी से उपचार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 011जड़ी बूटी से उपचार.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 012माइंड कण्ट्रोल.Mind Control
औलाद की चाह 013माइंड कण्ट्रोल, स्नान. दरजी की दूकान.Mind Control
औलाद की चाह 014दरजी की दूकान.Mind Control
औलाद की चाह 015टेलर की दूकान में सामने आया सांपो का जोड़ा.Erotic Horror
औलाद की चाह 016सांपो को दूध.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 017मेले में धक्का मुक्की.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 018मेले में टॉयलेट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 019मेले में लाइव शो.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 020मेले से वापसी में छेड़छाड़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 021मेले से औटो में वापसीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 022गुरुजी से फिर मुलाकातNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 023लाइन में धक्कामुक्कीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 024लाइन में धक्कामुक्कीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 025नदी के किनारे.Mind Control
औलाद की चाह 026ब्रा का झंडा लगा कर नौका विहार.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 027अपराध बोध.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 028पुरानी यादें-Flashback.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 029पुरानी यादें-Flashback 2.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 030पुरानी यादें-Flashback 3.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 031चौथा दिन सुबह सुबह.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 032Medical Checkup.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 033मेडिकल चेकअप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 034मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 035मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 036मालिश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 037ममिया ससुर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 038बिमारी के निदान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 039बिमारी के निदान 2.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 040कुंवारी लड़की.First Time
औलाद की चाह 041कुंवारी लड़की, माध्यम.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 042कुंवारी लड़की, मादक बदन.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 043दिल की धड़कनें .NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 044कुंवारी लड़की का आकर्षण.First Time
औलाद की चाह 045कुंवारी लड़की कमीना नौकर.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 046फ्लैशबैक–कमीना नौकर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 047कुंवारी लड़की की कामेच्छायें.First Time
औलाद की चाह 048कुंवारी लड़की द्वारा लिंगा पूजा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 049कुंवारी लड़की- दोष अन्वेषण और निवारण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 050कुंवारी लड़की -दोष निवारण.Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 051कुंवारी लड़की का कौमार्य .NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 052कुंवारी लड़की का मूसल लंड से कौमार्य भंग.First Time
औलाद की चाह 053ठरकी लंगड़ा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 054उपचार की प्रक्रिया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 055परिधानNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 056परिधानNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 057परिधान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 058टेलर का माप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 059लेडीज टेलर-टेलरिंग क्लास.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 060लेडीज टेलर-नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 061लेडीज टेलर-नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 062लेडीज टेलर की बदमाशी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 063बेहोशी का नाटक और इलाज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 064बेहोशी का इलाज़-दुर्गंध वाली चीज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 065हर शादीशुदा औरत इसकी गंध पहचानती है, होश आया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 066टॉयलेट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 067स्कर्ट की नाप.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 068मिनी स्कर्ट.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 069मिनी स्कर्ट एक्सपोजरNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 070मिनी स्कर्ट पहन खड़े होना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 071मिनी स्कर्ट पहन बैठनाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 072मिनी स्कर्ट पहन झुकना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 073मिनी स्कर्ट में ऐड़ियों पर बैठना.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 074फोन सेक्स.Erotic Couplings
औलाद की चाह 075अंतर्वस्त्र-पैंटी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 076पैंटी की समस्या.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 077ड्रेस डॉक्टर पैंटी की समस्या.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 078परिक्षण निरक्षण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 079आपत्तिजनक निरक्षण.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 080कुछ पल विश्राम.How To
औलाद की चाह 081योनि पूजा के बारे में ज्ञान.How To
औलाद की चाह 082योनि मुद्रा.How To
औलाद की चाह 083योनि पूजा.How To
औलाद की चाह 084स्ट्रैप के बिना वाली ब्रा की आजमाईश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 085परिधान की आजमाईश.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 086एक्स्ट्रा कवर की आजमाईश.How To
औलाद की चाह 087इलाज के आखिरी पड़ाव की शुरुआत.How To
औलाद की चाह 088महिला ने स्नान करवाया.How To
औलाद की चाह 089आखिरी पड़ाव से पहले स्नान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 090शरीर पर टैग.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 091योनि पूजा का संकल्प.How To
औलाद की चाह 092योनि पूजा आरंभ.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 093योनि पूजा का आरम्भ में मन्त्र दान.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 094योनि पूजा का आरम्भ में आश्रम की परिक्रमा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 095योनि पूजा का आरम्भ में माइक्रोमिनी में आश्रम की परिक्रमा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 096काँटा लगा.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 097काँटा लगा-आपात काले मर्यादा ना असते.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 098गोद में सफर.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 099परिक्रमा समापन.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 100चंद्रमा आराधना-टैग.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 101उर्वर प्राथना सेक्स देवी बना दीजिये।NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 102चंद्र की रौशनी में स्ट्रिपटीज़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 103चंद्रमा आराधना दुग्ध स्नान की तयारी.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 104समुद्र के किनारेIncest/Taboo
औलाद की चाह 105समुद्र के किनारे तेज लहरIncest/Taboo
औलाद की चाह 106समुद्र के किनारे अविश्वसनीय दृश्यNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 107एहसास.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 108भाबी का मेनोपॉज.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 109भाभी का मेनोपॉजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 110भाबी का मेनोपॉज.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 111भाबी का मेनोपॉज- भीड़ में छेड़छाड़.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 112भाबी का मेनोपॉज - कठिन परिस्थिति.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 113बहन के बेटे के साथ अनुभव.Incest/Taboo
औलाद की चाह 114रजोनिवृति के दौरान गर्म एहसास.Incest/Taboo
औलाद की चाह 115रजोनिवृति के समय स्तनों से स्राव.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 116जवान लड़के का आकर्षणIncest/Taboo
औलाद की चाह 117आज गर्मी असहनीय हैNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 118हाय गर्मीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 119गर्मी का इलाजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 120तिलचट्टा कहाँ गया.NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 121तिलचट्टा कहाँ गयाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 122तिलचट्टे की खोजNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 123नहलाने की तयारीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 124नहलाने की कहानीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 125निपल्स-आमों जितने बड़े नहीं हो सकते!How To
औलाद की चाह 126निप्पल कैसे बड़े होते हैं.How To
औलाद की चाह 127सफाई अभियान.Incest/Taboo
औलाद की चाह 128तेज खुजलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 129सोनिआ भाभी की रजोनिवृति-खुजलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 130सोनिआ भाभी की रजोनिवृति- मलहमNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 131स्तनों की मालिशIncest/Taboo
औलाद की चाह 132युवा लड़के के लंड की पहली चुसाई.How To
औलाद की चाह 133युवा लड़के ने की गांड की मालिश .How To
औलाद की चाह 134विशेष स्पर्श.How To
औलाद की चाह 135नंदू का पहला चुदाई अनुभवIncest/Taboo
औलाद की चाह 136नंदू ने की अधिकार करने की कोशिशIncest/Taboo
औलाद की चाह 137नंदू चला गयाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 138भाभी भतीजे के साथExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 139कोई देख रहा है!Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 140निर्जन समुद्र तटExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 141निर्जन सागर किनारे समुद्र की लहरेExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 142फ्लैशबैक- समुद्र की लहरे !Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 143समुद्र की तेज और बड़ी लहरे !Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 144फ्लैशबैक- सागर किनारे गर्म नज़ारेExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 145सोनिआ भाभी रितेश के साथMature
औलाद की चाह 146इलाजExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 147सागर किनारे चलो जश्न मनाएंExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 148सागर किनारे गंदे फर्श पर मत बैठोNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 149सागर किनारे- थोड़ा दूध चाहिएNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 150स्तनों से दूधNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 151त्रिकोणीय गर्म नजाराExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 152अब रिक्शाचालक की बारीExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 153सागर किनारे डबल चुदाईExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 154पैंटी कहाँ गयीExhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 155तयारी दुग्ध स्नान की ( फ़्लैश बैक से वापसी )Mind Control
औलाद की चाह 156टैग का स्थानंतरण ( कामुक)Mind Control
औलाद की चाह 157दूध सरोवर स्नान टैग का स्थानंतरण ( कामुक)Mind Control
औलाद की चाह 158दूध सरोवर स्नानMind Control
औलाद की चाह 159दूध सरोवर में कामुक आलिंगनMind Control
औलाद की चाह 160चंद्रमा आराधना नियंत्रण करोMind Control
औलाद की चाह 161चंद्रमा आराधना - बादल आ गएNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 162चंद्रमा आराधना - गीले कपड़ों से छुटकाराNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 163चंद्रमा आराधना, योनि पूजा, लिंग पूजाNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 164बेडरूमHow To
औलाद की चाह 165प्रेम युक्तियों- दिलचस्प संभोग के लिए आवश्यक माहौलHow To
औलाद की चाह 166प्रेम युक्तियाँ-दिलचस्प संभोग के लिए आवश्यक -फोरप्ले, रंगीलेHow To
औलाद की चाह 167प्रेम युक्तियाँ- कामसूत्र -संभोग -फोरप्ले, रंग का प्रभावHow To
औलाद की चाह 168प्रेम युक्तियाँ- झांटो के बालHow To
औलाद की चाह 169योनि पूजा के लिए आसनHow To
औलाद की चाह 170योनि पूजा - टांगो पर बादाम और जजूबा के तेल का लेपनHow To
औलाद की चाह 171योनि पूजा- श्रृंगार और लिंग की स्थापनाHow To
औलाद की चाह 172योनि पूजा- लिंग पू जाHow To
औलाद की चाह 173योनि पूजा आँखों पर पट्टी का कारणHow To
औलाद की चाह 174योनि पूजा- अलग तरीके से दूसरी सुहागरात की शुरुआतHow To
औलाद की चाह 175योनि पूजा- दूसरी सुहागरात-आलिंगनHow To
औलाद की चाह 176योनि पूजा - दूसरी सुहागरात-आलिंगनHow To
औलाद की चाह 177दूसरी सुहागरात - चुम्बन Group Sex
औलाद की चाह 178 दूसरी सुहागरात- मंत्र दान -चुम्बन आलिंगन चुम्बन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 179 यौनि पूजा शुरू-श्रद्धा और प्रणाम, स्वर्ग के द्वार Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 180 यौनि पूजा योनि मालिश योनि जन दर्शन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 181 योनि पूजा मंत्र दान और कमल Group Sex
औलाद की चाह 182 योनि पूजा मंत्र दान-मेरे स्तनो और नितम्बो का मर्दन Group Sex
औलाद की चाह 183 योनि पूजा मंत्र दान- आप लिंग महाराज को प्रसन्न करेंगी Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 184 पूर्णतया अश्लील , सचमुच बहुत उत्तेजक, गर्म और अनूठा अनुभव Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 185 योनि पूजा पूर्णतया उत्तेजक अनुभव Group Sex
औलाद की चाह 186 उत्तेजक गैंगबैंग अनुभव Group Sex
औलाद की चाह 187 उत्तेजक गैंगबैंग का कारण Group Sex
औलाद की चाह 188 लिंग पूजा Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 189 योनि पूजा में लिंग पूजा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 190 योनि पूजा लिंग पूजा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 191 लिंग पूजा- लिंगा महाराज को समर्पण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 192 लिंग पूजा- लिंग जागरण क्रिया NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 193 साक्षात मूसल लिंग पूजा लिंग जागरण क्रिया NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 194योनी पूजा में परिवर्तन का चरण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 195 योनि पूजा- जादुई उंगलीNonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 196योनि पूजा अपडेट-27 स्तनपान NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 197 7.28 पांचवी रात योनि पूजा मलाई खिलाएं और भोग लगाएं NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 198 7.29 -पांचवी रात योनि पूजा योनी मालिश NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 199 7.30 योनि पूजा, जी-स्पॉट, डबल फोल्ड मालिश का प्रभाव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 200 7.31 योनि पूजा, सुडोल, बड़े, गोल, घने और मांसल स्त NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 201 7.32 योनि पूजा, स्तनों नितम्बो और योनि से खिलवाड़ NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 202 7. 33 योनि पूजा, योनि सुगम जांच NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 203 7.34 योनि पूजा, योनि सुगम, गर्भाशय में मौजूद NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 204 7.35 योनि सुगम-गुरूजी का सेक्स ट्रीटमेंट NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 205 7.36 योनि सुगम- गुरूजी के सेक्स ट्रीटमेंट का प्रभाव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 206 7.37 योनि सुगम- गुरूजी के चारो शिष्यों को आपसी बातचीत NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 207 7.38 योनि सुगम- गुरूजी के चारो शिष्यों के पुराने अनुभव NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 208 7.39 योनि सुगम- बहका हुआ मन NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 209 7.40 बहका हुआ मन -सपना या हकीकत Mind Control
औलाद की चाह 210 7.41 योनि पूजा, स्पष्टीकरण NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 211 7.42 योनि पूजा चार दिशाओ को योनि जन दर्शन Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 212 7.43 योनि पूजा नितम्बो पर थप्पड़ NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 213 7.44 नितम्बो पर लाल निशान का धब्बा NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 214 7.45 नितम्ब पर लाल निशान के उपाए Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 215 7.46 बदन के हिस्से को लाल करने की ज़रूरत NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 216 7.47 आश्रम का आंगन - योनि जन दर्शब Exhibitionist & Voyeur
औलाद की चाह 217 7.48 योनि पूजा अपडेट-योनि जन दर्शन NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 218 7.49 योनि पूजा अपडेट योनी पूजा के बाद विचलित मन, आराम! NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 219 CHAPTER 8- 8.1 छठा दिन मामा-जी मिलने आये Incest/Taboo
औलाद की चाह 220 8.2 मामा-जी कार में अजनबियों को लिफ्ट NonConsent/Reluctance
औलाद की चाह 221 8. 3 मामा-जी की कार में सफर NonConsent/Reluctance

https://xforum.live/threads/औलाद-की-चाह.38456/page-8
 
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deeppreeti

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औलाद की चाह

273

CHAPTER 8-छठा दिन

मामा जी और डॉक्टर

अपडेट- 4


खुजली-धब्बे-जांच-आसमान से गिरी खजूर में अटकी


डॉ. दिलखुश जांच के बहाने अपने हाथों से मेरी पूरी दाहिनी बांह को छू रहा था और इस बार मैंने नोट किया कि उसकी उंगलियाँ मेरे ब्लाउज की आस्तीन के ऊपर भी चल रही थीं। स्वाभाविक रूप से इसका मुझ पर प्रभाव पड़ने लगा-मैं एक वयस्क विवाहित महिला थी और मेरी बांहों पर गर्म पुरुष हाथों का अहसास मुझे लगभग हांफने पर मजबूर कर रहा था।

डॉ. दिलखुश: अजीब बात है कि इस हाथ की गर्मी और खून के धब्बों की प्रकृति बाएँ से अलग है, जो एक तरह से साबित करता है कि यह एक मिश्रित एलर्जी का मामला है।

मामा जी: मतलब?

डॉ. दिलखुश: मेरा मत है कि यह किसी भी भोजन से होने वाली कोई साधारण एलर्जी प्रतिक्रिया नहीं है।

मामा जी: मैं समझ गया! क्या इसकी कोई दवा है, डॉक्टर?

डॉ. दिलखुश: एक मिनट सर... (मेरी ओर मुड़कर) मिसेज सिंह, एक बात बताइए मैंने नोटिस किया है कि आपको काफी पसीना आ रहा है। क्या आपको आमतौर पर इसी तरह पसीना आता है? मेरा मतलब है कि मुझे लगता है कि यह कमरा काफी आरामदायक है, तापमान भी आरामदायक है फिर भी ...?

वास्तव में, मुझे कुछ पसीना इस तथ्य के कारण घबराहट के कारण भी आया था कि मेरी जांच एक पुरुष डॉक्टर द्वारा की जा रही थी और कुछ गर्मी की गर्मी के कारण और कुछ पसीना संभवतः एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण था जो मैं अनुभव कर रही थी।

मैं: नहीं... सॉरी ... मेरा मतलब है...!

डॉ. दिलखुश: असल में आपके हाथों में भी थोड़ा पसीना आ रहा है और मुझे आपके ब्लाउज पर एक बड़ा-सा पैच भी दिख रहा है... मेरा मतलब है आपकी बगल में...!

जैसे ही मैंने देखा कि दोनों पुरुष मेरी दाहिनी कांख में गीले हिस्से को देख रहे थे, मैं तुरंत शरमा गई। मैंने उसे ढकने के लिए अनजाने में डॉक्टर की बांहों से अपना हाथ पीछे खींच लिया और पाया कि डॉ. दिलखुश ने मेरी दाहिनी बांह को काफी सुरक्षित तरीके से पकड़ रखा था। इसलिए मैंने दोनों पुरुषों को अपने ब्लाउज की बगल पर अपना बड़ा गोलाकार गीला पैच दिखाना जारी रखा।

मैं: नहीं... दरअसल अभी मुझे ज्यादा पसीना आ रहा है।

डॉ. दिलखुश: हम्म... मुझे यही आशंका थी। सामान्य से अधिक पसीना आना, सीने में जकड़न और सिरदर्द इसके विशिष्ट लक्षण हैं।

मैं: ओ! (मैं अभी भी पूरी तरह से शर्मिंदा महसूस कर रही थी ।)

डॉ. दिलखुश: एक और चीज जिसकी मुझे और जांच करने की आवश्यकता है वह है आपके शरीर पर लाल धब्बों का प्रकार। तब मैं दवा दे सकता हूँ। आपके बाएँ हाथ के धब्बे निश्चित रूप से आपके दाएँ हाथ के धब्बों से भिन्न हैं।

मामा जी: लेकिन डॉक्टर जाहिर तौर पर मुझे तो वह एक जैसे लग रहे हैं!

डॉ. दिलखुश: (मुस्कुराते हुए) हाँ, एक आम आदमी को यह एक जैसे ही लगेंगे, लेकिन वे अपने चरित्र, आकार और आकार में भिन्न हैं।

मामा जी: क्या वे धब्बे हानिकारक हैं?

डॉ. दिलखुश: वास्तव में नहीं, लेकिन अगर हम उनका इलाज नहीं करते हैं, तो वे शरीर के कुछ स्थानों पर थक्का बना सकते हैं।

मामा जी: ओह! वह घातक है।

डॉ. दिलखुश: (फिर से मुस्कुराते हुए) शाब्दिक अर्थ में घातक नहीं है, लेकिन उन्हें वैसे ही छोड़ देना बहुत समझदारी भरा फैसला नहीं है।

मामा जी: ओह्ह!

डॉ. दिलखुश: मैडम, क्या आपको अपने शरीर पर उन लाल छोटे-छोटे धब्बों की जाँच करने का मौका मिला?

मैं: हाँ... यहाँ !(यह कहते हुए मैंने फिर से अपना हाथ उसकी ओर दिखाया।)

डॉ. दिलखुश: नहीं, नहीं... मेरा मतलब यह है कि क्या आपको यह जांचने का मौका मिला कि वे आपके शरीर में और कहाँ विकसित हुए हैं?

मुझे तुरंत याद आया कि मैंने उन्हें अपनी जांघों और ऊपरी स्तन क्षेत्र पर नोट किया था, लेकिन डॉक्टर को यह कैसे बताऊँ? ऐसा करना बहुत ही बेशर्म बात होगी। लेकिन मुझे कुछ भी छिपाना नहीं चाहिए, अन्यथा इसका इलाज नहीं हो पाएगा। मैं दुविधा में थी । यहाँ तक कि अगर मैं बताऊँ कि मेरे पैरों और टांगो पर छोटे-छोटे घाव हैं, तो भी डॉ. दिलखुश निश्चित रूप से मेरी साड़ी उठाएंगे और मेरे पैरों और टांगो की जांच करेंगे। अरे नहीं! यह बहुत शर्मनाक होगा, वह भी मामा जी के सामने!

जैसे ही मुझे उत्तर देने में समय लगा, डॉ. दिलखुश ने इसे मेरे लिए और अधिक मुश्किल बना दिया।

डॉ दिलखुश: मिसेज सिंह, शरमाओ मत प्लीज। यदि मैं घावों की जांच नहीं करूंगा, तो मैं आपका ठीक से इलाज कैसे कर पाऊंगा? मुझे लगता है कि आप आधे-अधूरे इलाज के बाद भी दोबारा इससे पीड़ित नहीं रहना चाहेंगे।

मैं: नहीं, नहीं...ओह्ह! सॉरी ... ऐसा नहीं है। हाँ, हाँ, मेरा मतलब है कि मैं गलत हूँ...इसके बारे में पता है।

डॉ. दिलखुश: देखिए मैडम, आम तौर पर मैंने अपनी महिला रोगियों में इस तरह की एलर्जी प्रतिक्रिया देखी है कि उनके पूरे शरीर पर छिटपुट रूप से एलर्जी होती है, खासकर हाथों और पैरों में और कभी-कभी उनके स्तनों पर भी। लेकिन मैं आपको बता दूं कि एलर्जी की इस प्रजाति की बहुत तीव्र किस्म एक महिला की गांड को भी प्रभावित करती है।

डॉ दिलखुश: इसीलिए तो आपसे पूछ रहा हूँ।

अब मुझे लगा मैं बुरी फसी. "आसमान से गिरी खजूर में अटकी" मुझे अब स्वीकार करना पड़ा!

मैं: हाँ, गलती...मैंने उन्हें अपने ...पैरों ....गलती. और टांगो पर देखा...!

डॉ दिलखुश: मैं देखता हूँ। कहाँ? आपकी पिंडली पर?

मैं: हाँ... सॉरी ... मेरा मतलब है नहीं... असल में...!

डॉ. दिलखुश: घुटनों पर?

मैं: नहीं... मेरा मतलब है हाँ थोड़ा ऊपर।

डॉ. दिलखुश: आपकी जांघों के आसपास?

मैं: जी! डॉक्टर।

डॉ. दिलखुश: ठीक है, कहीं और?

स्वाभाविक रूप से मैंने पाया कि मेरे होंठ सूख रहे हैं और मैंने उन्हें अपनी जीभ से चाटकर गीला करने की कोशिश की। मैं: मेरे ऊपर... मेरा मतलब है ऊपरी स्तन...!

डॉ. दिलखुश: ओह! जानकर अच्छा लगा!

मैं उस पर गहराई से भौंहें सिकोड़ रही थी मानो कहना चाह रहा हो "तुम्हारा मतलब क्या है?"

डॉ. दिलखुश: श्रीमती सिंह, जैसा कि मैंने कहा कि इस अतिसंवेदनशीलता की तीव्र विविधता के कारण स्तनों पर छोटे-छोटे रक्त के धब्बे हो जाते हैं, जो कि निपल्स के आसपास और विशेष रूप से एरिओला पर होते हैं और, वे स्तन के अन्य हिस्सों पर दिखाई नहीं देते हैं... इसलिए... !

मैं: ओह! ठीक है (मैंने कर्कश आवाज में ऐसा कहा)

खासकर इस पुरुष डॉक्टर के मुंह से "निपल्स" और "एरियोलास" शब्द सुनने के बाद मैं निश्चित रूप से गहरी सांस ले रही थी और परिणामस्वरूप मेरे मजबूत स्तन मेरे ब्लाउज के अंदर कड़े हो गए और मेरी हालत खराब हो गई।

मामा जी: हाँ, मेरा मतलब है डॉक्टर, वह गंभीर स्थिति किस प्रकार भिन्न है? क्या तुम्हें यकीन है कि बहुरानी उससे पीड़ित नहीं है?

डॉ. दिलखुश: हाँ! बिल्कुल। मुझे लगता है कि मैडम ने अपने ब्लाउज के ऊपर से अपने स्तनों की जाँच की होगी और छोटे लाल धब्बे को देखा होगा; इसके अलावा मुझे उसके हाथों पर एक ज्ञात पैटर्न भी मिला। यदि उसे वहाँ भी दिक्क्त हुई होती तो इस समय तक उसके निपल्स बहुत सूज गए होते और गांड में गंभीर खुजली के साथ-साथ दर्द भी हो रहा होता।

मामा जी: ठीक है! बहूरानी, क्या तुम्हारी गांड यानी कि तुम्हारे नितंबों पर कोई खुजली हो रही है?

मैंने बस सिर हिलाया, मामा जी से नजरें भी नहीं मिला पा रही थी। डॉक्टर के प्रश्न अब बहुत गहन होते जा रहे थे।

डॉ. दिलखुश: दरअसल अभी हाल ही में मेरे पास अस्पताल में ऐसा केस आया था। महिला की उम्र 40 के आसपास थी और वह शादीशुदा थी और वास्तव में इस एलर्जी के तीव्र रूप से पीड़ित थी, लेकिन स्थानीय डॉक्टर ने उसे सामान्य एंटीएलर्जी दवाएँ दीं। जब चीजें बहुत हद तक नियंत्रण से बाहर हो गईं, तो उनके पति उन्हें मेरे पास ले आए। जब मैंने उसके हाथों और पैरों की जाँच की तो मुझे विशिष्ट धब्बे मिले और निश्चित रूप से जब मैंने उसके स्तनों की जाँच की, तो मैंने उसके एरोलास पर सूक्ष्म थक्के देखे। आप जानते हैं, सौभाग्य से उसके स्तनों के एरोला पूरी तरह से काले नहीं थे, जो कि 40 साल की एक विवाहित महिला और उसके बच्चों के लिए स्वाभाविक था... उसके स्तनों के एरोला गहरे गुलाबी रंग के थे, जिसकी वजह से मुझे उन धब्बों का आसानी से पता चल गया था।

मामा जी: ओह्ह! ।

डॉ. दिलखुश: और अंत में जब मैंने उसके नितंबों से उसकी साड़ी हटाई तो मुझे उसके नितंबों की दरार पर लाल धब्बे दिखाई दिए। तब आप जानते हैं कि मैंने इसे ठीक करने के लिए आवश्यक दवा दी थी। इसमें 48 घंटे लगे क्योंकि यह एलर्जी उसके शरीर में काफी अच्छे से फैल चुकी थी।

मामा जी: ओ-के-... तो डॉक्टर, आपको मेरी बहूरानी में उस तरह के लक्षण तो नहीं दिख रहे हैं ना? डॉ. दिलखुश: नहीं।

यह सुनकर मुझे भी बहुत राहत मिली और सच कहूँ तो इस पुरुष डॉक्टर से अपने स्तनों और गांड की जांच कराना बहुत शर्मिंदगी की बात होती और वह भी मामा जी की उपस्थिति में! "ओह! हे भगवान! इसके बारे में सोच भी नहीं सकती!"

डॉ. दिलखुश: ठीक है मैडम, यदि आप अनुमति दें तो मैं दवा देने से पहले बस एक बार आपकी टांगो पर घावों की जांच करूंगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके।

मैं (इसके बारे में मैं कुछ खास नहीं कर सकती थी।) ओ.। ठीक है जैसा आप ठीक समझे।

डॉ. दिलखुश: आप अपनी स्थिति में रहें और आराम करें...!

यह कहते हुए मुझे प्रतिक्रिया करने का एक क्षण भी दिए बिना, युवा डॉक्टर मेरे पैरों की ओर बढ़ा और मेरी साड़ी को मेरी टांगो से ऊपर खींचने लगा, जिससे मेरी गोरी सुडौल टांगें दिखने लगीं! मेरा दिल तुरंत जोर-जोर से धड़कने लगा क्योंकि मामा जी भी वहीं खड़े थे और मेरी टाँगों को खुला होते हुए देख रहे थे।

डॉ. दिलखुश: (लगभग अपने पैरों पर झुकते हुए) हे भगवान... आपकी पिंडली पर कोई दाग नहीं है।

उसने मेरी साड़ी मेरे घुटनों तक खींच दी थी और मेरी मांसल टाँगें दोनों मर्दों के सामने इतनी बेपर्दा हो गई थीं! मैं भारी साँस ले रही थी और मेरा चेहरा पूरी तरह लाल हो गया था जब मैंने महसूस किया कि डॉ. दिलखुश की गर्म उंगलियाँ मेरी चिकनी नंगी टांगों को रगड़ रही थीं और खरोंच रही थीं। मैं यह देखकर आश्चर्यचकित रह गयी कि मामाजी पूरी कार्यवाही देखकर अपनी लुंगी के ऊपर से अपनी जांघो के बीच खुजा रहे थे!

डॉ. दिलखुश: हम्म...घुटनों पर भी कोई दाग नहीं...हम्म...काफी अच्छा है!

वह फुसफुसाते हुए स्वर में टिप्पणी कर रहा था और अपना निरीक्षण जारी रख रहा था और वह मेरे पैरों को ऊपर उठा रहा था।

डॉ. दिलखुश: आहा! यहाँ मुझे एक मिला... (अपनी साड़ी को और ऊपर सरकाते हुए, अब लगभग मेरी जांघों के मध्य तक) हम्म...!

डॉ. दिलखुश अब अपनी उंगलियों से मेरी बायीं निचली जांघ को सहला रहे थे और उस जगह को दबा रहे थे जहाँ उन्हें लाल खून का धब्बा मिला था।

डॉ. दिलखुश: देखिए सर...!

मामा जी भी अब मेरी अधखुली टांगों पर झुक कर घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे थे! मेरे लिए बिस्तर पर इस तरह पड़े रहना बहुत शर्मनाक था और मेरी साड़ी मेरी जांघों के बीच तक ऊपर उठी हुई थी।

मामा-जी: यह... मेरा मतलब है... यह उज्ज्वल दिखता है... डॉक्टर क्या यह वैसा ही नहीं है?

डॉ. दिलखुश: हा हा... नहीं, नहीं सर, यह ज्यादा चमकीला नहीं है! असल में आप देख रहे हैं कि मैडम की जांघें बहुत गोरी हैं (यह कहते हुए उन्होंने मेरी चिकनी जांघों पर अपनी हथेली फिराई, शायद मामा जी को इसके गोरे होने का संकेत दे रहे थे!) जो वास्तव में आपको ये धब्धा देर ये महसूस हो रहा है कि यह अधिक चमकदार दिखाई दे रहा हैं।

मामा जी: ओह... ठीक है, ठीक है।

डॉ. दिलखुश: श्रीमती सिंह, क्या आपने ऐसा केवल एक या अधिक स्थान पर देखा?

मैं... मुझे और कुछ नहीं दिखा ...!

मैं: एक...सिर्फ एक ही दिखा डॉक्टर। (मैंने एकदम तुरंत से उत्तर दिया ताकि वह इस सेक्सी खोज को रोक दे।)

जारी रहेगी
 
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Aap kee Dedication saraahniya hai Lekhak ji haame aage aur bhee Utkantha rahegi

Bus ek aap se request thee Dono viklango ko fir se karane kaa moka mile Yaa Yadav ji yaa Mishra ji jinhone chote mandir me Karna try Kiya tha vese hee ek baar aur unhe chance mile jese Pooja ke baad uttar Pooja ho vese kripaya viklango kaa bhee khayl kare sir
 

deeppreeti

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Aap kee Dedication saraahniya hai Lekhak ji haame aage aur bhee Utkantha rahegi

Bus ek aap se request thee Dono viklango ko fir se karane kaa moka mile Yaa Yadav ji yaa Mishra ji jinhone chote mandir me Karna try Kiya tha vese hee ek baar aur unhe chance mile jese Pooja ke baad uttar Pooja ho vese kripaya viklango kaa bhee khayl kare sir
जब मैंने ये कहानी यहाँ डालनी शुरू की थी तो मैंने भी इसका अधूरा भाग पढ़ा था और मैंने कुछ आगे लिखने का प्रयास किया और बाद में मालूम चला यह कहानी अंग्रेजी में "समितभाई" द्वारा "गुरु जी का (सेक्स) ट्रीटमेंट" शीर्षक से लिखी गई थी और अधूरी छोड़ दी गई थी।

बाद में 2017 में समीर द्वारा हिंदी अनुवाद शुरू किया गया, जिसका शीर्षक था "एक खूबसूरत हाउस वाइफ, गुरुजी के आश्रम में" और लगभग 33% अनुवाद "Xossip" पर किया गया था।

अभी तक की कहानी मुलता उन्ही की कहानी पर आधारित है या उसका अनुवाद है और अब कुछ हिस्सों का अनुवाद मैंने किया है ।

कहानी काफी लम्बी है और मेरा प्रयास जारी है इसको पूरा करने का ।
 
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Ji Aap kaa man purvvaak aabhar
 

macssm

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Badhiya hai deepreeti ji update diya hai 💦
 

mut be helthy

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Nic story
 
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Sir kaab taak update aayega koi idea,
Sir agar Rashmi ko aap kuch din aur raakh ke Yadav ji ke ghar pe firse vahi Pooja Kari jaai jese haar Pooja kee ek Uttar Pooja hoti hai same bathroom me yaa galary me aur baad me morning me same in chota mandir and standing sex again 🙏🙏🙏😊
 

deeppreeti

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औलाद की चाह

274

CHAPTER 8-छठा दिन

मामा जी और डॉक्टर

अपडेट-5

खुजली सिंड्रोम-धब्बे-जांच



डॉ. दिलखुश: श्रीमती सिंह, क्या आपने ऐसा केवल एक या अधिक स्थान पर देखा?

मैं... मुझे और कुछ नहीं दिखा ...!

मैं: एक...सिर्फ एक ही दिखा या महसूस हुआ डॉक्टर। (मैंने एकदम तुरंत से उत्तर दिया ताकि वह इस सेक्सी खोज को रोक दे।)

जैसे ही मैंने उत्तर दिया, मैंने महसूस किया कि डॉ. दिलखुश ने मेरी साड़ी के अंदर कुछ इंच तक अपना हाथ डालकर मेरी ऊपरी जाँघों पर किसी थक्के का पता लगाया। जब उसने मेरी नंगी जाँघों पर यह क्रिया की तो मैं उत्तेजना में लगभग सिसकार उठी।

मैं: "अह्ह्ह्ह!"

डॉ. दिलखुश: ठीक है, ठीक है मैडम। लेकिन... लेकिन एक बात बताओ-क्या तुम्हारी टाँगे हमेशा इतनी गर्म... मेरा मतलब गर्म रहते हैं?

मैं: (आश्चर्य से कि यह कैसा प्रश्न था) हाँ... सॉरी ... मेरा मतलब है नहीं, वास्तव में नहीं... पूरी संभावना है कि... यह इस एलर्जी के कारण है।

डॉ. दिलखुश: मुझे ऐसी ही उम्मीद है... (अब उसने अपना हाथ मेरी साड़ी के अंदर से बाहर निकाला, लेकिन मेरी नंगी जांघों से नहीं हटाया) अन्यथा आपको निश्चित रूप से गहन जांच की आवश्यकता होगी।

मैं: नहीं, नहीं... एक बार जब मुझे इस खुजली और अन्य चीजों का अनुभव होने लगा तो मुझे बहुत अधिक असुविधा और कुल मिलाकर गर्माहट महसूस हो रही है।

डॉ. दिलखुश: हम्म... यह बिल्कुल स्वाभाविक भी है मैडम। असल में... सॉरी ... ठीक है, मैंने ऐसा इसलिए पूछा क्योंकि आज सुबह ही मेरे एक मरीज़, एक मध्यम आयु वर्ग की गृहिणी, जो कि मेरी एक पुरानी मरीज़ है, ने स्वीकार किया कि उसके पैरों में कम से कम 2 3 महीने-से गर्मी महसूस हो रही थी। लेकिन उसने शर्म के कारण मुझे ये पहले नहीं बताया! यह वास्तव में उसकी ओर से काफी मूर्खतापूर्ण था क्योंकि किसी को भी मेडिकल जांच के दौरान किसी भी दिक्कत के बारे में डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए।

मामा-जी: हम्म... निश्चित रूप से!

मैं स्पष्ट रूप से इस मामले के बारे में और अधिक जानने के लिए थोड़ा उत्सुक थी क्योंकि यह पूरी तरह से झूठ नहीं है कि मैं कभी-कभी अपने पैरों में समान लक्षणों का अनुभव करती हूँ अर्थात मुझे भी अपनी टांगो में गर्मी महसूस होती है। मुझे दिन के कुछ निश्चित समय में अपने पैरों के ऊपरी हिस्से में गर्मी का एहसास होता है और इतना ही नहीं कभी-कभी मुझे अपने नितंबों में भी ऐसी ही गर्मी महसूस होती है!

मैं: डॉक्टर इस से क्या हो सकता है?

डॉक्टर ने अपना हाथ मेरी जाँघों से नहीं हटाया था और अब वास्तव में उसने मेरी गर्म चिकनी मांस का एहसास करना शुरू कर दिया था! उसकी उँगलियाँ बहुत सूक्ष्मता से मेरी गोरी जांघों के रेशमीपन को सहला रही थीं। चूंकि मैंने अपने पैरों को आपस में चिपका रखा था, इसलिए वह आसानी से अपनी हथेली को मेरे दाहिनी टांग से बाईं ओर घुमा सकता था और मैं वास्तव में इस तरह चतुराई से टटोलने पर काफी असहज महसूस कर रही थी, लेकिन कुछ कर भी नहीं सकती थी।

डॉ. दिलखुश: नहीं... आप देखते हैं कि इसमें कुछ भी गंभीर नहीं हो सकता है, लेकिन यह किसी अन्य समस्या का लक्षण हो सकता है।

मैं: ओ! अच्छा ऐसा है।

मैंने "सामान्य" रहने की कोशिश की और झट से अपनी आँखों के कोने से मामा जी की ओर देखा, यह देखने के लिए कि क्या वह डॉक्टर का हाथ देख रहे हैं। सौभाग्य से, वह डॉक्टर को देख रहे थे और उनका ध्यान इस बात पर केंद्रित नहीं था कि डॉक्टर का हाथ क्या कर रहा है। डॉ. दिलखुश बिल्कुल "सामान्य" व्यवहार कर रहे थे, लेकिन उनका हाथ मेरे घुटनों के ऊपर मेरी संगमरमर जैसी चिकनी गोल-मटोल नंगी टांगों को महसूस कर रहा था!

डॉ. दिलखुश: जैसा कि उस महिला के मामले में था जिसके बारे में मैं बात कर रहा था... जब उसने मुझे अपने ऊपरी पैरों में गर्मी के बारे में बताया, तो जाहिर तौर पर मैंने उस क्षेत्र की जांच करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन फिर से वह मुझे अनुमति देने में बहुत शर्मिंदा थी। मैंने उसे समझाया कि समस्या की जड़ तक जाने के लिए, मुझे गर्मी की सीमा जानने के लिए क्षेत्र की जांच करने की ज़रूरत है, क्या यह अन्य भागों में विकिरण कर रही है या नहीं, या क्या इससे जुड़ी कोई लालिमा विकसित हो रही है आदि आदि।

मामा जी: आपने कहा था कि वह एक अधेड़ उम्र की महिला थी...!

डॉ. दिलखुश: हाँ! और वह शादीशुदा भी थी! मैंने आम तौर पर देखा है कि विवाहित महिलाएँ किशोर लड़कियों की तरह अपने निजी अंगों की जांच करने में ज्यादा शर्म नहीं दिखाती हैं, लेकिन यह मरीज एक अपवाद था। खैर, मुख्य बिंदु पर आते हुए, जब मैंने उसकी जाँघों का निरीक्षण किया तो मुझे न केवल वे गर्म लगीं, बल्कि जाँघों के पीछे की ओर कुछ लालिमा भी जुड़ी हुई थी। जब मैंने उसे इसके बारे में बताया तो उसने जवाब दिया कि उसने कभी अपनी जांघों के पिछले हिस्से का निरीक्षण नहीं किया और इसलिए वह इसके बारे में पहले कुछ भी महसूस करने में चूक गई।

मैं: फिर? (मैं निश्चित रूप से इस मामले के बारे में और अधिक जानने के लिए काफी उत्सुक हो रही थी।)

डॉ. दिलखुश: फिर हुह... फिर उसका एक और नाटक ...!

मामा जी: क्यों?

इस समय तक डॉ. दिलखुश का हाथ चिंताजनक ऊंचाई तक जा चुका था! उसने मेरी साड़ी को मेरी जांघों के बीच से काफी ऊपर सरका दिया था और मेरी टांगो को वहाँ तक नंगा कर दिया था और मैं जानती थी कि यह कोई जांच या परीक्षा नहीं थी जो वह कर रहा था। वह मेरी सेक्सी नंगी जाँघों के अहसास का आनंद ले रहा था-और वह भी बिल्कुल खुले तौर पर!

डॉ. दिलखुश: मैंने उससे कहा कि मैं यह निरीक्षण करना चाहता हूँ कि वह लालिमा उसके शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुँच रही है या नहीं... लेकिन (कंधे उचकाते हुए) वह फिर से जिद से इनकार कर रही थी।

मामा जी: क्या मना कर रही थी?

डॉ. दिलखुश: मुझे आगे की जाँच करने की अनुमति देने के लिए और अंततः बहुत प्रयास करने और समझाने के बाद, मैं उसे अपने नितंबों की जाँच करने की अनुमति देने के लिए मना सका।

मामा जी: ओह! हा-हा हा...!

स्वाभाविक रूप से मैं इस हंसी से ज्यादा खुश नहीं हुयी और अपनी पलकें झुका लीं। मेरे होंठ खुल रहे थे क्योंकि मैं महसूस कर रही थी कि डॉ. दिलखुश का गर्म हाथ मेरी मोटी नंगी जांघों पर ऊपर की ओर बढ़ रहा है और उसकी मखमली अनुभूति महसूस कर रही थी। इससे भी बुरी बात यह थी कि वह खुलेआम अपने अंगूठे को मेरे नग्न मांस पर दबा रहा था और अपने "विशेषज्ञ" हाथ से मेरे घुटनों से लेकर मेरी मध्य जांघों तक के पूरे क्षेत्र को महसूस कर रहा था और साथ ही सबसे सामान्य अंदाज में बातचीत जारी रख रहा था!

डॉ. दिलखुश: सौभाग्य से सर, मेरी मरीज़ ने साड़ी के नीचे पैंटी पहनी हुई थी जिससे शायद उसे कुछ सुरक्षा मिली। हा-हा हा वैसे भी मुझे पता चला कि लाली उसके नितंबों तक भी पहुँची हुई थी और मैंने मरीज को इसके बारे में सूचित किया। तो यह साबित हो गया कि यह सिर्फ उसके पैरों की गर्मी नहीं थी जो एक महिला अक्सर सेक्स के कारण अनुभव करती है... अरे मेरा मतलब रोमांच या उत्तेजना से है।

मैं अब थोड़ा चिंतित थी कि जब मुझे गर्मी महसूस हुई तो मैंने कभी भी अपने पैरों की लालिमा की जाँच नहीं की। मेरे नितंबों की जांच करने का मौका ही नहीं था। मैंने यह जानने की कोशिश की कि यह किसी उत्तेजना के कारण है या नहीं, लेकिन मैं कुछ भी पूरी तरह से जान नहीं पायी। हाँ, जब मेरे पति आस-पास होते हैं और संभोग के मूड में होते हैं, तो मैं निश्चित रूप से अपनी गांड और टांगों से गर्मी पैदा कर लेती हूँ, लेकिन जब वह आसपास नहीं होते हैं, तब भी मुझे अक्सर अपनी ऊपरी जांघों में गर्मी महसूस होती है, खासकर नहाने जाने से पहले या जब मैं लेटी होती हूँ। दोपहर के भोजन के बाद बिस्तर। क्या मुझे यह बात डॉक्टर को बतानी चाहिए? मैं अनिर्णीत थी क्योंकि डॉ. दिलखुश अभी भी मामा-जी की उपस्थिति को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए मेरे पैरों को बहुत अनुचित तरीके से छूने के मूड में थे!

डॉ. दिलखुश: यह सर्कुलेशन ब्लॉकेज की समस्या थी जिसके ऐसे लक्षण थे, जिसका इलाज मैं आज ही शुरू कर सकता था! यदि उसने मुझे पहले ही यह मुद्दा बता दिया होता तो दवा और इलाज पहले ही कीया जा सकता था। मेरा मतलब है कि आप जानते हैं सर, मैं हमेशा अपने मरीजों को सलाह देता हूँ कि यह मुद्दा कितना मूर्खतापूर्ण है... बोलें... मुझे बताएँ... मुझे निर्णय लेने दीजिए कि क्या इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए।

मामा जी और मैं (कोरस में) : हम्म सच।

डॉ. दिलखुश: मुझे आशा है श्रीमती सिंह आपको ऐसी कोई समस्या नहीं है ...!

मामा जी: हाँ बहूरानी, अगर तुम्हारे मन में कोई बात है या संशय हैं तो तुम उसे दूर कर सकती हो। डॉ. दिलखुश आपको रोज-रोज नहीं मिलेंगे, ये इतनी कम उम्र में इतने अनुभवी डॉक्टर हैं!

मैं: हम्म... अरे... हाँ, मामा जी मैं जानती हूँ

(अपनी गर्दन और कंधों के पिछले हिस्से को खुजलाते हुए) (मेरा खुजली सिंड्रोम अभी भी वहीँ था ।)

मैं: उम्म, मैं यह नहीं कह सकती कि मुझे इसका कोई अनुभव नहीं है, लेकिन गंभीर कुछ भी नहीं है।

डॉ. दिलखुश: अनुभव! कौन-सा अनुभव मैडम?

मैं: मेरा मतलब उस गर्मजोशी से है जिसका आपने अभी वर्णन किया है।

जारी रहेगी!
 
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