- 105
- 884
- 94
अपडेट 6
राजीव से मुलाक़ात
सपना और सोनू मलिक शिमला से दिल्ली आ चुके थे ।
दोनो दिल्ली के एयरपोर्ट के बहार से टैक्सी लेकर सीधा राजीव के घर को निकल गये वहा जाकर पता चला की अब यहा कोई राजीव नही रहता हैं वो दोनो परेशान हो गये की अब क्या करे ।तभी पड़ोस के एक आदमी ने उनसे पूछा की राजीव को क्यों ढूढ़ रहे हो आप लोग उसके क्या लगते हो। मलिक बोला मैं उसका दोस्त हूँ।
सपना प्लीज आपको पता हैं तो बता दीजिये हमें उनसे मिलना बहुत ज़रूरी हैं।वो आदमी उनको देख रहा था ।तभी मलिक अपना फोन निकल के राजीव के साथ की एक फोटो दिखता हैं।जिसे देख उस आदमी को विश्वास हो जाता हैं की ये राजीव का दोस्त ही हैं।वो उनको उसके नये घर का पता दे देता हैं जो वहा से कुछ दूरी पे ही था ।
पता लेकर दोनो निकल पड़ते है राजीव से मिलने ,
राजीव अपने ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा हैं तभी उसके दरवाजे की घंटी बजती हैं जिसे सुन राजीव जाकर दरवाजा खोल के देखता है तो क्या पाता है सामने सोनू खड़ा था साथ मैं एक लड़की थी । राजीव ,सोनू को देखते ही गुस्से से आग बबूला हो जाता हैं। और दरवाजा बंद करने ही वाला होता हैं। की ,तभी सपना उसको रोकती हैं।राजीव हमारी बात सुनो प्लीज। ये सुन राजीव कहता हैं आप हो कौन और क्या चाहती हो देखो मैं आपको जानता नही हूँ तो मुझे माफ़ कीजिये।
सपना -किसी की ज़िंदगी बचाने के लिए जान पहचान होना ज़रूरी हैं क्या ??
सपना ने बहुत ही इमोशनल होकर बोला था आखिर राजीव भी एक इंसान हैं उसका दिल पसीज गया और बोला किसकी ज़िंदगी बचानी हैं इस मलिक के बच्चे की तो बात नही कर रही हो ।सपना नही मैं तो एक मासूम सी लड़की की ज़िंदगी की बात कर रही हूँ तो उस मनुस होटल की वजह से खतरे में पड़ चुकी है। इतना सुनते ही राजीव चौंक जाता है।
राजीव- क्या.... कौन सा होटल कही तुम होटल रॉकफोर्ड की बात तो नही कर रही हो।सपना हाँ वही काली शक्तियों से घिरा हुआ होटल रॉकफोर्ड जिसने अनेक जाने ली आज एक मासूम सी लड़की को निगलने जा रहा है कुछ करो राजीव कुछ करो तुम ही उसकी सहायता कर सकते हो।
इतना सुनते ही वो घबरा जाता हैं और बोलता है अब किसकी मौत करीब हैं।सपना कहती हैं घर में बैठ के बात करते है । वो अंदर आते है राजीव उनके लिए पानी लेकर आता है फिर चाय बनाने किचन चला जाता है।थोड़ी ही देर में चाय बन जाती हैं फिर सब मिलकर पीते हुए बात करने लगते है ।
राजीव अब बताओ बात क्या है ।सपना ,राजीव को सब बाते बता देती हैं जो भी घटनाये हुई हैं।अब तक । ये सुन राजीव गुस्से से तिलमिला जाता हैं उसने सोनू मलिक को एक जोर का थप्पड़ दे मारा और बोला साले हरामी बोला था ना उस होटल से दूर रह उस होटल में प्रेत आत्माओ का वास है पर तु नही माना देखा उसका नतीजा क्या हुआ । तेरी वजह से एक ज़िंदगी और गयी अब तु क्या करेगा बोल सोनू बोल ।
सोनू ,राजीव को पकड़ के रोने लगता है और बोलता है प्लीज भाई मुझे माफ़ कर दे मैं चंद रुपये के लालच में आकर गलती कर गया मुझे माफ़ कर दे राजीव ।
राजीव ने उसको अपने गले लगा लिया ।कुछ देर बाद राजीव बोला की तो अब क्या करना हैं।,सपना हमको शिमला जाना होगा ।मैं एक दम से शिमला कैसे जा सकता हूँ अभी मुझे ऑफिस जाना हैं ।छुट्टी लेनी होगी ।तभी जा पाऊंगा ।
सपना - अपने पास इतना समय नही हैं राजीव समझो बात को जितनी जल्दी हो सके आरोही को बचना पड़ेगा ।
राजीव - ठीक हैं मैं ऑफिस जाकर सर से छुट्टी लेकर आता हूँ तब तक तुम लोग आराम कर लो ।और वो ऑफिस के लिए निकल जाता हैं। दूसरी तरफ राकेश ने जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला आरोही उससे जोर से लिपट गयी और बोली भैया आप बहुत गंदे हो मुझे छोड़ कर कहा चले गये थे । राकेश बोला कही नही आरोही मैं तो यही था ।
आरोही - अच्छा कही उस रंडी के पास तो नही गये थे ना ,मुझे वो बिल्कुल पसंद नही है
राकेश - ये सुन थोड़ी देर चुप रहता हैं फिर बोलता हैं अरे नही आरोही मैं तो बस ऐसे ही मॉल रोड़ घूमने गया था ।
आरोही - वाह भैया आप तो बहुत गंदे हो अकेले ही घूमते हो मुझे दो दिनों से कही नही ले गये चलो ना आज घूमकर आते है ।
राकेश - ठीक हैं आरोही तुम तैयार हो जाओ मैं भी तैयार होकर आता हूँ
इतने में आरोही राकेश को चूम लेती हैं और बोलती हैं ठीक हैं इधर राकेश अपने कमरे में आकर नेहा को बताता हैं की वो और आरोही घूमने जा रहे हैं ये सुन नेहा बोलती हैं तुम पागल हो गये हो क्या उसकी तबियत खराब हैं और तुमको घूमना है राकेश अरे में नही आरोही ही चाहती हैं घूमना और जब तक सपना और मलिक उस राजीव को नही लाते हैं।तब तक कैसे भी करके आरोही को उलझा के रखना ही पड़ेगा ना ।तभी नेहा बोलती हैं मैं भी चलूँ आप के साथ ,ये सुन राकेश को आरोही की बात याद आ जाती हैं की वो उसको बिल्कुल पसंद नही करती हैं ।नेहा क्या सोचने लगे हो बताओ ना ।राकेश नही नही तुम मत चलो उसने बोला था की वो तुमको पसंद नही करती हैं और बोल के निकल जाता हैं। इधर नेहा सोचती हैं की कही आरोही अकेला पाकर राकेश पे हमला कर देगी तो क्या होगा नही नही मैं ऐसा नही करने दूंगी वो कुछ सोच के कमरा बंद करके चुप के से राकेश के पीछे निकल जाती हैं।
आरोही - भैया कहा जा रहे हैं?
राकेश - आज हम लोग कालका शिमला जाएंगे!
आरोही - वाह भैया मज़ा आएगा ।
कुछ ही देर में वो वहा पहुंच जाते हैं। और आरोही जब देखती हैं की ये एक टॉय ट्रेन का सफर हैं बहुत खुश हो जाती हैं और खुशी मैं राकेश को फिर से चूम लेती हैं।दोनो बैठ कर प्राकर्तिक सौंदरिये का आनंद लेने लगते है।
कालका से शिमला के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन यहां की कई खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों से होकर गुजरती है, जिसमें यात्रा करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। इस रेल मार्ग को दुनिया के सबसे खूबसूरत ट्रेन मार्गों में से एक कहा जाता है।
इसी टॉय ट्रेन के आखिर के डिब्बे में नेहा छुपकर दोनो को देख रही थी ।
सपना और मलिक आराम कर रहे थे ।तभी सपना उठकर बाथरूम जाती हैं। इधर सोनू मलिक घर की चीज़े देख रहा था ।सपना बाथरूम से निकल कर कमरे में जाती हैं जो राजीव का बैडरूम था ।उसी बेड पे बैठने वाली होती हैं की उसे लैपटॉप दिखाई देता हैं वो लैपटॉप लेकर जैसे ही खोलती हैं आह्ह्ह्ह...उह्ह्ह..की आवाज़ आने लगती हैं उसमे एक पोर्न वीडियो चल रही थी जिसे देख सपना चौंक जाती हैं। और तुरंत ही लैपटॉप बंद कर देती हैं ये सब मलिक देख लेता हैं और मुस्कुरा पड़ता हैं ।जब सपना की नज़र मालिक पे जाती हैं तो वो शर्मा जाती हैं ।
मलिक - देख लो सपना थोड़ा आराम मिलेगा तुमको
सपना - नही सर मुझे नही देखना वो तो पहले से ही चल रही थी ।मैंने खोला तो इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
मलिक - कोई नही होता है आखिर इंसान की भी कुछ ज़रूरत होती हैं। ये सुन दोनो ही मुस्कुरा देते है । मलिक निचे चला जाता हैं उसके जाते ही सपना लैपटॉप खोल के पोर्न देखने लगती हैं।आखिर वो भी एक जवान माल हैं चूत में उसके भी खुजली होती हैं। वो लगातार देखे जा रही थी और धीरे धीरे अपनी चूत को जीन्स के ऊपर से ही सहला रहा थी तभी उसकी नज़र दरवाजे पे गयी वो एक दम से चौंक गयी और शर्म से पानी पानी हो गयी । थोड़ी देर कमरे में सन्नाटा रहा और फिर मलिक बोला देख लो यार शर्मा क्यों रही हो ।सपना ने सर झुकाये ही बोला सर आप को ऐसे चुप के नही देखना चाहिए था ।मलिक तो क्या हुआ दो जवान बदन हैं आग तो लगेगी ना सपना और मुस्कुरा जाता हैं।
सपना सर उठा के मलिक को देखती हैं दोनो एक दूसरे को देख मुस्कुरा देते है तभी मलिक सपना के करीब आता हैं दोनो की साँसे तेज़ हो चली थी धड़कन की आवाज़ साफ सुनाई दे रही थी तभी मलिक सपना को चूमने लगता हैं ये इतना अचानक था की सपना कुछ समझ ही नहीं पाती हैं ।मलिक उसके होठो को बेतहाशा चूसे जा रहा था ।अब सपना भी सब भूल के मलिक के होंठ चूसने लगी।दोनो पे ही हवस हावी हो चुकी थी ।दोनो ने अपना मुँह खोल एक दूसरे के जीभ से खेलने लगे ।सपना का थूक मलिक पी रहा था और मलिक का थूक सपना दोनो ही एक दूसरे में मगन हो चुके थे। मलिक का हाथ धीरे धीरे सपना के चूचियों को दबोच लेता है और जोर जोर से मसलने लगता हैं जिससे सपना चाह के भी आह्ह नही भर पायी । दोनो ही एक दूसरे को खा जाना चाहते थे की तभी दरवाजे की घंटी बाजी और दोनो एक दम से अलग हो गये सपना शर्मा के बाथरूम में भाग गयी और मलिक दरवाजा खोलने ,वो जाते जाते बड़बड़ा रहा था ,बहनचोद अभी आना था जिसे भी आना था साली कितनी मुश्किल से तो फंसी थी पता नही कब से लेने का मन था और जब मौका मिला तो ये चुतियापा हो गया ।और दरवाजा खोल देता है सामने राजीव खड़ा था ।
आज पहली बार मलिक राजीव को देख खुश नही हुआ क्यों की उसके आने से सपना जैसा माल वो चोद नही पाया था ।राजीव ये सपना कहा हैं। मलिक कुछ बोलता उससे पहले ही सपना बोली मैं बाथरूम गयी थी ।क्या हुआ मिल गयी छुट्टी । राजीव बहुत मुश्किल से मिली हैं बॉस ने बोल दिया था एक सप्ताह से ज्यादा दिन नही ।मैं बोला ठीक है बॉस और चला आया चलो चलते है देखते है क्या कर सकते हैं मुझे तांत्रिक बाबा को भी बुलाना पड़ेगा ।
सपना - बाबा कौन बाबा ??
राजीव - वही बाबा जिन्होंने पापा को बताया था की उस होटल में आत्मा का वास है वो बहुत ताकतवर बाबा हैं उनके बिना तो उस लड़की को बचना मुश्किल ही नही ना नामुमकिन हैं।
सपना - अच्छा अच्छा चलो ठीक हैं चलते हैं।
तीनो शिमला के लिए निकल जाते है। इधर राकेश थक गया था घूम के पर आरोही तो लग ही नही रही थी की थकी हुई हो
आरोही - भैया चलो ना कही और चलते हैं।
राकेश - नही आरोही शाम होने वाली है होटल चलना चाहिए । आरोही - जैसा आप कहो भैया ।
इतना बोलकर होटल के लिए निकल जाते है नेहा भी उनके जाने के कुछ देर बाद निकल जाती हैं।
राजीव से मुलाक़ात
सपना और सोनू मलिक शिमला से दिल्ली आ चुके थे ।
दोनो दिल्ली के एयरपोर्ट के बहार से टैक्सी लेकर सीधा राजीव के घर को निकल गये वहा जाकर पता चला की अब यहा कोई राजीव नही रहता हैं वो दोनो परेशान हो गये की अब क्या करे ।तभी पड़ोस के एक आदमी ने उनसे पूछा की राजीव को क्यों ढूढ़ रहे हो आप लोग उसके क्या लगते हो। मलिक बोला मैं उसका दोस्त हूँ।
सपना प्लीज आपको पता हैं तो बता दीजिये हमें उनसे मिलना बहुत ज़रूरी हैं।वो आदमी उनको देख रहा था ।तभी मलिक अपना फोन निकल के राजीव के साथ की एक फोटो दिखता हैं।जिसे देख उस आदमी को विश्वास हो जाता हैं की ये राजीव का दोस्त ही हैं।वो उनको उसके नये घर का पता दे देता हैं जो वहा से कुछ दूरी पे ही था ।
पता लेकर दोनो निकल पड़ते है राजीव से मिलने ,
राजीव अपने ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा हैं तभी उसके दरवाजे की घंटी बजती हैं जिसे सुन राजीव जाकर दरवाजा खोल के देखता है तो क्या पाता है सामने सोनू खड़ा था साथ मैं एक लड़की थी । राजीव ,सोनू को देखते ही गुस्से से आग बबूला हो जाता हैं। और दरवाजा बंद करने ही वाला होता हैं। की ,तभी सपना उसको रोकती हैं।राजीव हमारी बात सुनो प्लीज। ये सुन राजीव कहता हैं आप हो कौन और क्या चाहती हो देखो मैं आपको जानता नही हूँ तो मुझे माफ़ कीजिये।
सपना -किसी की ज़िंदगी बचाने के लिए जान पहचान होना ज़रूरी हैं क्या ??
सपना ने बहुत ही इमोशनल होकर बोला था आखिर राजीव भी एक इंसान हैं उसका दिल पसीज गया और बोला किसकी ज़िंदगी बचानी हैं इस मलिक के बच्चे की तो बात नही कर रही हो ।सपना नही मैं तो एक मासूम सी लड़की की ज़िंदगी की बात कर रही हूँ तो उस मनुस होटल की वजह से खतरे में पड़ चुकी है। इतना सुनते ही राजीव चौंक जाता है।
राजीव- क्या.... कौन सा होटल कही तुम होटल रॉकफोर्ड की बात तो नही कर रही हो।सपना हाँ वही काली शक्तियों से घिरा हुआ होटल रॉकफोर्ड जिसने अनेक जाने ली आज एक मासूम सी लड़की को निगलने जा रहा है कुछ करो राजीव कुछ करो तुम ही उसकी सहायता कर सकते हो।
इतना सुनते ही वो घबरा जाता हैं और बोलता है अब किसकी मौत करीब हैं।सपना कहती हैं घर में बैठ के बात करते है । वो अंदर आते है राजीव उनके लिए पानी लेकर आता है फिर चाय बनाने किचन चला जाता है।थोड़ी ही देर में चाय बन जाती हैं फिर सब मिलकर पीते हुए बात करने लगते है ।
राजीव अब बताओ बात क्या है ।सपना ,राजीव को सब बाते बता देती हैं जो भी घटनाये हुई हैं।अब तक । ये सुन राजीव गुस्से से तिलमिला जाता हैं उसने सोनू मलिक को एक जोर का थप्पड़ दे मारा और बोला साले हरामी बोला था ना उस होटल से दूर रह उस होटल में प्रेत आत्माओ का वास है पर तु नही माना देखा उसका नतीजा क्या हुआ । तेरी वजह से एक ज़िंदगी और गयी अब तु क्या करेगा बोल सोनू बोल ।
सोनू ,राजीव को पकड़ के रोने लगता है और बोलता है प्लीज भाई मुझे माफ़ कर दे मैं चंद रुपये के लालच में आकर गलती कर गया मुझे माफ़ कर दे राजीव ।
राजीव ने उसको अपने गले लगा लिया ।कुछ देर बाद राजीव बोला की तो अब क्या करना हैं।,सपना हमको शिमला जाना होगा ।मैं एक दम से शिमला कैसे जा सकता हूँ अभी मुझे ऑफिस जाना हैं ।छुट्टी लेनी होगी ।तभी जा पाऊंगा ।
सपना - अपने पास इतना समय नही हैं राजीव समझो बात को जितनी जल्दी हो सके आरोही को बचना पड़ेगा ।
राजीव - ठीक हैं मैं ऑफिस जाकर सर से छुट्टी लेकर आता हूँ तब तक तुम लोग आराम कर लो ।और वो ऑफिस के लिए निकल जाता हैं। दूसरी तरफ राकेश ने जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला आरोही उससे जोर से लिपट गयी और बोली भैया आप बहुत गंदे हो मुझे छोड़ कर कहा चले गये थे । राकेश बोला कही नही आरोही मैं तो यही था ।
आरोही - अच्छा कही उस रंडी के पास तो नही गये थे ना ,मुझे वो बिल्कुल पसंद नही है
राकेश - ये सुन थोड़ी देर चुप रहता हैं फिर बोलता हैं अरे नही आरोही मैं तो बस ऐसे ही मॉल रोड़ घूमने गया था ।
आरोही - वाह भैया आप तो बहुत गंदे हो अकेले ही घूमते हो मुझे दो दिनों से कही नही ले गये चलो ना आज घूमकर आते है ।
राकेश - ठीक हैं आरोही तुम तैयार हो जाओ मैं भी तैयार होकर आता हूँ
इतने में आरोही राकेश को चूम लेती हैं और बोलती हैं ठीक हैं इधर राकेश अपने कमरे में आकर नेहा को बताता हैं की वो और आरोही घूमने जा रहे हैं ये सुन नेहा बोलती हैं तुम पागल हो गये हो क्या उसकी तबियत खराब हैं और तुमको घूमना है राकेश अरे में नही आरोही ही चाहती हैं घूमना और जब तक सपना और मलिक उस राजीव को नही लाते हैं।तब तक कैसे भी करके आरोही को उलझा के रखना ही पड़ेगा ना ।तभी नेहा बोलती हैं मैं भी चलूँ आप के साथ ,ये सुन राकेश को आरोही की बात याद आ जाती हैं की वो उसको बिल्कुल पसंद नही करती हैं ।नेहा क्या सोचने लगे हो बताओ ना ।राकेश नही नही तुम मत चलो उसने बोला था की वो तुमको पसंद नही करती हैं और बोल के निकल जाता हैं। इधर नेहा सोचती हैं की कही आरोही अकेला पाकर राकेश पे हमला कर देगी तो क्या होगा नही नही मैं ऐसा नही करने दूंगी वो कुछ सोच के कमरा बंद करके चुप के से राकेश के पीछे निकल जाती हैं।
आरोही - भैया कहा जा रहे हैं?
राकेश - आज हम लोग कालका शिमला जाएंगे!
आरोही - वाह भैया मज़ा आएगा ।
कुछ ही देर में वो वहा पहुंच जाते हैं। और आरोही जब देखती हैं की ये एक टॉय ट्रेन का सफर हैं बहुत खुश हो जाती हैं और खुशी मैं राकेश को फिर से चूम लेती हैं।दोनो बैठ कर प्राकर्तिक सौंदरिये का आनंद लेने लगते है।
कालका से शिमला के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन यहां की कई खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों से होकर गुजरती है, जिसमें यात्रा करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। इस रेल मार्ग को दुनिया के सबसे खूबसूरत ट्रेन मार्गों में से एक कहा जाता है।
इसी टॉय ट्रेन के आखिर के डिब्बे में नेहा छुपकर दोनो को देख रही थी ।
सपना और मलिक आराम कर रहे थे ।तभी सपना उठकर बाथरूम जाती हैं। इधर सोनू मलिक घर की चीज़े देख रहा था ।सपना बाथरूम से निकल कर कमरे में जाती हैं जो राजीव का बैडरूम था ।उसी बेड पे बैठने वाली होती हैं की उसे लैपटॉप दिखाई देता हैं वो लैपटॉप लेकर जैसे ही खोलती हैं आह्ह्ह्ह...उह्ह्ह..की आवाज़ आने लगती हैं उसमे एक पोर्न वीडियो चल रही थी जिसे देख सपना चौंक जाती हैं। और तुरंत ही लैपटॉप बंद कर देती हैं ये सब मलिक देख लेता हैं और मुस्कुरा पड़ता हैं ।जब सपना की नज़र मालिक पे जाती हैं तो वो शर्मा जाती हैं ।
मलिक - देख लो सपना थोड़ा आराम मिलेगा तुमको
सपना - नही सर मुझे नही देखना वो तो पहले से ही चल रही थी ।मैंने खोला तो इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
मलिक - कोई नही होता है आखिर इंसान की भी कुछ ज़रूरत होती हैं। ये सुन दोनो ही मुस्कुरा देते है । मलिक निचे चला जाता हैं उसके जाते ही सपना लैपटॉप खोल के पोर्न देखने लगती हैं।आखिर वो भी एक जवान माल हैं चूत में उसके भी खुजली होती हैं। वो लगातार देखे जा रही थी और धीरे धीरे अपनी चूत को जीन्स के ऊपर से ही सहला रहा थी तभी उसकी नज़र दरवाजे पे गयी वो एक दम से चौंक गयी और शर्म से पानी पानी हो गयी । थोड़ी देर कमरे में सन्नाटा रहा और फिर मलिक बोला देख लो यार शर्मा क्यों रही हो ।सपना ने सर झुकाये ही बोला सर आप को ऐसे चुप के नही देखना चाहिए था ।मलिक तो क्या हुआ दो जवान बदन हैं आग तो लगेगी ना सपना और मुस्कुरा जाता हैं।
सपना सर उठा के मलिक को देखती हैं दोनो एक दूसरे को देख मुस्कुरा देते है तभी मलिक सपना के करीब आता हैं दोनो की साँसे तेज़ हो चली थी धड़कन की आवाज़ साफ सुनाई दे रही थी तभी मलिक सपना को चूमने लगता हैं ये इतना अचानक था की सपना कुछ समझ ही नहीं पाती हैं ।मलिक उसके होठो को बेतहाशा चूसे जा रहा था ।अब सपना भी सब भूल के मलिक के होंठ चूसने लगी।दोनो पे ही हवस हावी हो चुकी थी ।दोनो ने अपना मुँह खोल एक दूसरे के जीभ से खेलने लगे ।सपना का थूक मलिक पी रहा था और मलिक का थूक सपना दोनो ही एक दूसरे में मगन हो चुके थे। मलिक का हाथ धीरे धीरे सपना के चूचियों को दबोच लेता है और जोर जोर से मसलने लगता हैं जिससे सपना चाह के भी आह्ह नही भर पायी । दोनो ही एक दूसरे को खा जाना चाहते थे की तभी दरवाजे की घंटी बाजी और दोनो एक दम से अलग हो गये सपना शर्मा के बाथरूम में भाग गयी और मलिक दरवाजा खोलने ,वो जाते जाते बड़बड़ा रहा था ,बहनचोद अभी आना था जिसे भी आना था साली कितनी मुश्किल से तो फंसी थी पता नही कब से लेने का मन था और जब मौका मिला तो ये चुतियापा हो गया ।और दरवाजा खोल देता है सामने राजीव खड़ा था ।
आज पहली बार मलिक राजीव को देख खुश नही हुआ क्यों की उसके आने से सपना जैसा माल वो चोद नही पाया था ।राजीव ये सपना कहा हैं। मलिक कुछ बोलता उससे पहले ही सपना बोली मैं बाथरूम गयी थी ।क्या हुआ मिल गयी छुट्टी । राजीव बहुत मुश्किल से मिली हैं बॉस ने बोल दिया था एक सप्ताह से ज्यादा दिन नही ।मैं बोला ठीक है बॉस और चला आया चलो चलते है देखते है क्या कर सकते हैं मुझे तांत्रिक बाबा को भी बुलाना पड़ेगा ।
सपना - बाबा कौन बाबा ??
राजीव - वही बाबा जिन्होंने पापा को बताया था की उस होटल में आत्मा का वास है वो बहुत ताकतवर बाबा हैं उनके बिना तो उस लड़की को बचना मुश्किल ही नही ना नामुमकिन हैं।
सपना - अच्छा अच्छा चलो ठीक हैं चलते हैं।
तीनो शिमला के लिए निकल जाते है। इधर राकेश थक गया था घूम के पर आरोही तो लग ही नही रही थी की थकी हुई हो
आरोही - भैया चलो ना कही और चलते हैं।
राकेश - नही आरोही शाम होने वाली है होटल चलना चाहिए । आरोही - जैसा आप कहो भैया ।
इतना बोलकर होटल के लिए निकल जाते है नेहा भी उनके जाने के कुछ देर बाद निकल जाती हैं।