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Horror कमरा नंबर 143 ( Incest + Horror + Suspense)

Prince_007

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अपडेट 6
राजीव से मुलाक़ात


सपना और सोनू मलिक शिमला से दिल्ली आ चुके थे ।
दोनो दिल्ली के एयरपोर्ट के बहार से टैक्सी लेकर सीधा राजीव के घर को निकल गये वहा जाकर पता चला की अब यहा कोई राजीव नही रहता हैं वो दोनो परेशान हो गये की अब क्या करे ।तभी पड़ोस के एक आदमी ने उनसे पूछा की राजीव को क्यों ढूढ़ रहे हो आप लोग उसके क्या लगते हो। मलिक बोला मैं उसका दोस्त हूँ।
सपना प्लीज आपको पता हैं तो बता दीजिये हमें उनसे मिलना बहुत ज़रूरी हैं।वो आदमी उनको देख रहा था ।तभी मलिक अपना फोन निकल के राजीव के साथ की एक फोटो दिखता हैं।जिसे देख उस आदमी को विश्वास हो जाता हैं की ये राजीव का दोस्त ही हैं।वो उनको उसके नये घर का पता दे देता हैं जो वहा से कुछ दूरी पे ही था ।
पता लेकर दोनो निकल पड़ते है राजीव से मिलने ,
राजीव अपने ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा हैं तभी उसके दरवाजे की घंटी बजती हैं जिसे सुन राजीव जाकर दरवाजा खोल के देखता है तो क्या पाता है सामने सोनू खड़ा था साथ मैं एक लड़की थी । राजीव ,सोनू को देखते ही गुस्से से आग बबूला हो जाता हैं। और दरवाजा बंद करने ही वाला होता हैं। की ,तभी सपना उसको रोकती हैं।राजीव हमारी बात सुनो प्लीज। ये सुन राजीव कहता हैं आप हो कौन और क्या चाहती हो देखो मैं आपको जानता नही हूँ तो मुझे माफ़ कीजिये।
सपना -किसी की ज़िंदगी बचाने के लिए जान पहचान होना ज़रूरी हैं क्या ??
सपना ने बहुत ही इमोशनल होकर बोला था आखिर राजीव भी एक इंसान हैं उसका दिल पसीज गया और बोला किसकी ज़िंदगी बचानी हैं इस मलिक के बच्चे की तो बात नही कर रही हो ।सपना नही मैं तो एक मासूम सी लड़की की ज़िंदगी की बात कर रही हूँ तो उस मनुस होटल की वजह से खतरे में पड़ चुकी है। इतना सुनते ही राजीव चौंक जाता है।
राजीव- क्या.... कौन सा होटल कही तुम होटल रॉकफोर्ड की बात तो नही कर रही हो।सपना हाँ वही काली शक्तियों से घिरा हुआ होटल रॉकफोर्ड जिसने अनेक जाने ली आज एक मासूम सी लड़की को निगलने जा रहा है कुछ करो राजीव कुछ करो तुम ही उसकी सहायता कर सकते हो।
इतना सुनते ही वो घबरा जाता हैं और बोलता है अब किसकी मौत करीब हैं।सपना कहती हैं घर में बैठ के बात करते है । वो अंदर आते है राजीव उनके लिए पानी लेकर आता है फिर चाय बनाने किचन चला जाता है।थोड़ी ही देर में चाय बन जाती हैं फिर सब मिलकर पीते हुए बात करने लगते है ।
राजीव अब बताओ बात क्या है ।सपना ,राजीव को सब बाते बता देती हैं जो भी घटनाये हुई हैं।अब तक । ये सुन राजीव गुस्से से तिलमिला जाता हैं उसने सोनू मलिक को एक जोर का थप्पड़ दे मारा और बोला साले हरामी बोला था ना उस होटल से दूर रह उस होटल में प्रेत आत्माओ का वास है पर तु नही माना देखा उसका नतीजा क्या हुआ । तेरी वजह से एक ज़िंदगी और गयी अब तु क्या करेगा बोल सोनू बोल ।
सोनू ,राजीव को पकड़ के रोने लगता है और बोलता है प्लीज भाई मुझे माफ़ कर दे मैं चंद रुपये के लालच में आकर गलती कर गया मुझे माफ़ कर दे राजीव ।
राजीव ने उसको अपने गले लगा लिया ।कुछ देर बाद राजीव बोला की तो अब क्या करना हैं।,सपना हमको शिमला जाना होगा ।मैं एक दम से शिमला कैसे जा सकता हूँ अभी मुझे ऑफिस जाना हैं ।छुट्टी लेनी होगी ।तभी जा पाऊंगा ।
सपना - अपने पास इतना समय नही हैं राजीव समझो बात को जितनी जल्दी हो सके आरोही को बचना पड़ेगा ।
राजीव - ठीक हैं मैं ऑफिस जाकर सर से छुट्टी लेकर आता हूँ तब तक तुम लोग आराम कर लो ।और वो ऑफिस के लिए निकल जाता हैं। दूसरी तरफ राकेश ने जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला आरोही उससे जोर से लिपट गयी और बोली भैया आप बहुत गंदे हो मुझे छोड़ कर कहा चले गये थे । राकेश बोला कही नही आरोही मैं तो यही था ।
आरोही - अच्छा कही उस रंडी के पास तो नही गये थे ना ,मुझे वो बिल्कुल पसंद नही है
राकेश - ये सुन थोड़ी देर चुप रहता हैं फिर बोलता हैं अरे नही आरोही मैं तो बस ऐसे ही मॉल रोड़ घूमने गया था ।
आरोही - वाह भैया आप तो बहुत गंदे हो अकेले ही घूमते हो मुझे दो दिनों से कही नही ले गये चलो ना आज घूमकर आते है ।
राकेश - ठीक हैं आरोही तुम तैयार हो जाओ मैं भी तैयार होकर आता हूँ
इतने में आरोही राकेश को चूम लेती हैं और बोलती हैं ठीक हैं इधर राकेश अपने कमरे में आकर नेहा को बताता हैं की वो और आरोही घूमने जा रहे हैं ये सुन नेहा बोलती हैं तुम पागल हो गये हो क्या उसकी तबियत खराब हैं और तुमको घूमना है राकेश अरे में नही आरोही ही चाहती हैं घूमना और जब तक सपना और मलिक उस राजीव को नही लाते हैं।तब तक कैसे भी करके आरोही को उलझा के रखना ही पड़ेगा ना ।तभी नेहा बोलती हैं मैं भी चलूँ आप के साथ ,ये सुन राकेश को आरोही की बात याद आ जाती हैं की वो उसको बिल्कुल पसंद नही करती हैं ।नेहा क्या सोचने लगे हो बताओ ना ।राकेश नही नही तुम मत चलो उसने बोला था की वो तुमको पसंद नही करती हैं और बोल के निकल जाता हैं। इधर नेहा सोचती हैं की कही आरोही अकेला पाकर राकेश पे हमला कर देगी तो क्या होगा नही नही मैं ऐसा नही करने दूंगी वो कुछ सोच के कमरा बंद करके चुप के से राकेश के पीछे निकल जाती हैं।
आरोही - भैया कहा जा रहे हैं?
राकेश - आज हम लोग कालका शिमला जाएंगे!
आरोही - वाह भैया मज़ा आएगा ।
कुछ ही देर में वो वहा पहुंच जाते हैं। और आरोही जब देखती हैं की ये एक टॉय ट्रेन का सफर हैं बहुत खुश हो जाती हैं और खुशी मैं राकेश को फिर से चूम लेती हैं।दोनो बैठ कर प्राकर्तिक सौंदरिये का आनंद लेने लगते है।
कालका से शिमला के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन यहां की कई खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों से होकर गुजरती है, जिसमें यात्रा करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। इस रेल मार्ग को दुनिया के सबसे खूबसूरत ट्रेन मार्गों में से एक कहा जाता है।
इसी टॉय ट्रेन के आखिर के डिब्बे में नेहा छुपकर दोनो को देख रही थी ।
सपना और मलिक आराम कर रहे थे ।तभी सपना उठकर बाथरूम जाती हैं। इधर सोनू मलिक घर की चीज़े देख रहा था ।सपना बाथरूम से निकल कर कमरे में जाती हैं जो राजीव का बैडरूम था ।उसी बेड पे बैठने वाली होती हैं की उसे लैपटॉप दिखाई देता हैं वो लैपटॉप लेकर जैसे ही खोलती हैं आह्ह्ह्ह...उह्ह्ह..की आवाज़ आने लगती हैं उसमे एक पोर्न वीडियो चल रही थी जिसे देख सपना चौंक जाती हैं। और तुरंत ही लैपटॉप बंद कर देती हैं ये सब मलिक देख लेता हैं और मुस्कुरा पड़ता हैं ।जब सपना की नज़र मालिक पे जाती हैं तो वो शर्मा जाती हैं ।
मलिक - देख लो सपना थोड़ा आराम मिलेगा तुमको
सपना - नही सर मुझे नही देखना वो तो पहले से ही चल रही थी ।मैंने खोला तो इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
मलिक - कोई नही होता है आखिर इंसान की भी कुछ ज़रूरत होती हैं। ये सुन दोनो ही मुस्कुरा देते है । मलिक निचे चला जाता हैं उसके जाते ही सपना लैपटॉप खोल के पोर्न देखने लगती हैं।आखिर वो भी एक जवान माल हैं चूत में उसके भी खुजली होती हैं। वो लगातार देखे जा रही थी और धीरे धीरे अपनी चूत को जीन्स के ऊपर से ही सहला रहा थी तभी उसकी नज़र दरवाजे पे गयी वो एक दम से चौंक गयी और शर्म से पानी पानी हो गयी । थोड़ी देर कमरे में सन्नाटा रहा और फिर मलिक बोला देख लो यार शर्मा क्यों रही हो ।सपना ने सर झुकाये ही बोला सर आप को ऐसे चुप के नही देखना चाहिए था ।मलिक तो क्या हुआ दो जवान बदन हैं आग तो लगेगी ना सपना और मुस्कुरा जाता हैं।
सपना सर उठा के मलिक को देखती हैं दोनो एक दूसरे को देख मुस्कुरा देते है तभी मलिक सपना के करीब आता हैं दोनो की साँसे तेज़ हो चली थी धड़कन की आवाज़ साफ सुनाई दे रही थी तभी मलिक सपना को चूमने लगता हैं ये इतना अचानक था की सपना कुछ समझ ही नहीं पाती हैं ।मलिक उसके होठो को बेतहाशा चूसे जा रहा था ।अब सपना भी सब भूल के मलिक के होंठ चूसने लगी।दोनो पे ही हवस हावी हो चुकी थी ।दोनो ने अपना मुँह खोल एक दूसरे के जीभ से खेलने लगे ।सपना का थूक मलिक पी रहा था और मलिक का थूक सपना दोनो ही एक दूसरे में मगन हो चुके थे। मलिक का हाथ धीरे धीरे सपना के चूचियों को दबोच लेता है और जोर जोर से मसलने लगता हैं जिससे सपना चाह के भी आह्ह नही भर पायी । दोनो ही एक दूसरे को खा जाना चाहते थे की तभी दरवाजे की घंटी बाजी और दोनो एक दम से अलग हो गये सपना शर्मा के बाथरूम में भाग गयी और मलिक दरवाजा खोलने ,वो जाते जाते बड़बड़ा रहा था ,बहनचोद अभी आना था जिसे भी आना था साली कितनी मुश्किल से तो फंसी थी पता नही कब से लेने का मन था और जब मौका मिला तो ये चुतियापा हो गया ।और दरवाजा खोल देता है सामने राजीव खड़ा था ।
आज पहली बार मलिक राजीव को देख खुश नही हुआ क्यों की उसके आने से सपना जैसा माल वो चोद नही पाया था ।राजीव ये सपना कहा हैं। मलिक कुछ बोलता उससे पहले ही सपना बोली मैं बाथरूम गयी थी ।क्या हुआ मिल गयी छुट्टी । राजीव बहुत मुश्किल से मिली हैं बॉस ने बोल दिया था एक सप्ताह से ज्यादा दिन नही ।मैं बोला ठीक है बॉस और चला आया चलो चलते है देखते है क्या कर सकते हैं मुझे तांत्रिक बाबा को भी बुलाना पड़ेगा ।
सपना - बाबा कौन बाबा ??
राजीव - वही बाबा जिन्होंने पापा को बताया था की उस होटल में आत्मा का वास है वो बहुत ताकतवर बाबा हैं उनके बिना तो उस लड़की को बचना मुश्किल ही नही ना नामुमकिन हैं।
सपना - अच्छा अच्छा चलो ठीक हैं चलते हैं।
तीनो शिमला के लिए निकल जाते है। इधर राकेश थक गया था घूम के पर आरोही तो लग ही नही रही थी की थकी हुई हो
आरोही - भैया चलो ना कही और चलते हैं।
राकेश - नही आरोही शाम होने वाली है होटल चलना चाहिए । आरोही - जैसा आप कहो भैया ।
इतना बोलकर होटल के लिए निकल जाते है नेहा भी उनके जाने के कुछ देर बाद निकल जाती हैं।
 

Prince_007

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Bhia tumne bhi story beech me chhod di kya
अभी मैं इसको नही लिख रहा हूँ भाई इसको कुछ समय बाद लिखना शुरू करूंगा फिलहाल मैं पुरा परिवार हवस का शिकार कहाॅंनी को कम्पलिट करने या अच्छे मुकाम पे लेकर इसको शुरू करूंगा तब तक इंतज़ार करे
 
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Prince_007

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Ok bro jab bhi karna puri karna and pura pariwar hawas ka shikar ka link pls.
 
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Prince_007

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अपडेट 7


राजीव ,सपना और सोनू शिमला पहुंचकर तांत्रिक बाबा की खोज में चल दिये ।
शाम हो चुकी थी राकेश और आरोही भी होटल पहुंच गये थे साथ ही नेहा उनके बाद ही पहुंच के अपने कमरे में चली गयी ।


" बाबा कहा हैं राजीव बोला ।
" कौन बाबा यहा कोई बाबा नही रहते हैं एक आदमी बोला जिसके गले में मालाओ की लड़ी थी ।
" जी वो साधवीं बाबा जो आत्माओं से लड़ने का मंत्र जानते हैं ।
" उस आदमी के चेहरे पे मुस्कान आ गयी और वो बोला वो बाबा अब यहा नही रहते वो तो जंगल में साधना करने गये हैं ।
" राजीव थोड़ा गंभीर होकर बोला तो अब हम लोग बाबा से कैसे मिल सकते हैं
" उनसे मिलने के लिए तुमको वही जाना होगा ।हाँ ध्यान रखना बाबा को किसी चीज़ का लालच मत देना वरना वो नाराज़ हो जाते हैं ।
" कहा के जंगल में और कैसे ?
" मन की सुन बालक तु खुद ढूढ़ लेना बाबा को वो यही के जंगल में हैं और कुछ ही समय के बाद वो हिमायल के लिए निकलने वाले हैं । और वो अपने मंत्रो के उच्चारण में लग जाता हैं ।
" अब क्या करे सोनू अचानक बोला गया ।
" चलो पहले होटल चलते हैं फिर देखते हैं बाबा के पास जाने रास्ता और होटल के लिए निकल जाते है


*******
इधर आरोही और राकेश एक दूसरे से लिपट के सोये हुए थे । कुछ समय गुज़रा और नेहा के दरवाजे पे ठक.. ठक... हुई । वो उठकर दरवाजा खोली तो सामने राकेश था वो अंदर आया ही था की वो उससे जोर से लिपट गयी और बोली
"आप बहुत गंदे हो अपनी बहन के साथ मज़े ले रहे हो आपको तो मेरा ख्याल ही नही हैं ।
"राकेश मुस्कुरा के बोला चल पगली मेरी आरोही की तबियत ठीक नही हैं तो उसके लिए ही किया ।वो नेहा की गोलाई को सहलाते हुए बोला ।
" झूठे कहे के देखा मैने कैसे लिपटे हुए थे वो राकेश के नाख़ून चुभा के बोली ।
" आह्ह क्या कर रही हो दर्द होता हैं ।

दोनों ही एक दूसरे को देख मुस्कुरा दिये और नेहा ने अपने होंठ राकेश के होठों से मिला दिये । धीरे धीरे दोनों के होठों एक दूसरे को होठों को भीगाने लगे थे । तभी दरवाजे से एक आवाज़ आयी कम से कम दरवाजा तो बन्द कर लेते ।
वो अलग होकर देखे तो सामने सपना खड़ी थी साथ में सोनू और कोई और भी नेहा शर्म से लाल होकर मुँह छुपा ली । राकेश भी जैसे तैसे अपने को संभाल के बोला
" आओ सपना क्या मिला राजीव??
" हाँ ये राजीव हैं ।उसने राकेश को दिखाते हुए बोला ।
और राजीव ये राकेश हैं इनकी ही बहन आरोही की जान खतरे में हैं ।
" राजीव ने राकेश को देखा और जैसे मन में बोल रहा हो इसकी बहन की जान खतरे में हैं और ये यहाँ मज़े ले रहा हैं कैसा हैं ये साला।
" राजीव राजीव कहा खो गये एक आवाज़ से वो उधर ही देखा ।
" कहा खोये हुए हो कब से राकेश कुछ बोल रहा हैं तुम कोई जवाब ही नही दे रहे हो । सपना बोल गयी ।
" अरे कुछ नही कुछ सोच रहा था । सब बैठ के थोड़ा आराम किये ।
" राजीव क्या तुम मुझे इस होटल के बारे में कुछ और बता सकते हो । राकेश बोला ।
" देखो मुझे कुछ खास नही पता, इस मोटू (सोनू की तरफ इशारा करके बोला ) को जितना पता होगा उठना ही मुझे ।
" फिर कुछ ऐसा जो हमे नही पता हो मेरा मतलब इस होटल में कई मौतें हुए हैं तो उनके बारे में तुम जानते ही होगे।

" हम्म..थोड़ा थोड़ा सा पर पुरा नही पता जैसा सपना मुझे बताई हैं की उस हिसाब से तुम्हारी बहन के अंदर किसी लड़की की रूह हैं जो उसके जिस्म पे कब्ज़ा किये हुए हैं ।
पर कुछ समझ नही आ रहा हैं कहा से शुरुवात करूँ ।
" तुम हमकों होटल की जानकारी दो कब कैसे ये शुरु हुआ । और तुम्हारे पापा के साथ क्या हुआ था ।
" बात ऐसी हैं की सोनू के पापा और मेरे पापा बहुत अच्छे दोस्त थे । एक बार पापा घर आये वो बहुत खुश थे बोले की बेटा तेरे अंकल ने बहुत अच्छा काम किया हैं ।
मैं छोटा था पर पूछा क्या काम किया पापा ,

" उसने एक ज़मीन खरीदी हैं और वहा होटल बनेगा ।
धीरे धीरे समय गुज़रा और होटल तैयार हुआ सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था पैसे की भरमार हो रही थी। पर पता नही कुछ अजीब होने लगा और सब एक दम से ख़तम हो गया ।पापा एक बाबा को जानते थे।तो होटल की ज़मीन की थोड़ी मिट्टी लेकर उनके पास गये ।उन्होंने हमको बताया की उस होटल में एक पुरी आत्मा का साया हैं ।ये सुन मैं तो घबरा गया था ।पर पापा बोले की,
" अगर ऐसा हैं तो वो वहा कैसे आयी और हमको बर्बाद क्यों कर रही हैं बाबा ।
" देख बच्चा वो किसी को बर्बाद नही करना चाहती वो तो बस किसी से मिलन करना चाहती हैं ।वो तो बस किसी के प्यार की तलाश में हैं ।वो चाहती हैं वही करेगी बाकी कोई उसके रास्ते में आएगा तो वो जान से जायेगा । वो जिसे अपने लिए चुन लेती हैं उसको उसकी बात मान नी पड़ेगी और नही माना तो सब कुछ ख़त्म समझो।
" पर बाबा वो कैसा मिलन चाहती हैं और वो हैं कौन ?
" ये मुझे नही मालूम मुझे ये पता करने के लिए उसको यहा बुलाना होगा तभी मैं बता सकता हूँ की वो कौन हैं और कहा से आयी हैं और कब से तड़प रही हैं मुक्ति पाने के लिए । पर याद रखना तुम अवश्य ही कुछ जानते हो आओ मंद मंद मुस्कुरा दिये ।

*******

इतना वो बाबा बोले और अपनी साधना में लीन हो गये मैने पापा को बहुत मना किया वो बोले ठीक हैं नही जाऊंगा पर पता नही कब वो आधी रात को चुपके से कब चले गये थे । बोलते बोलते राजीव की आँखे भीग गयी थी ।
सपना उसको अपने सीने से लगा के सांत्वना देते हुए। बोली, होता हैं राजीव जाने वाले को कोई रोक नही सकता
"राजीव आगे बोलने लगा की अगली सुबह पापा बिस्तर पे नही मिले तो मैं ढूढ़ने निकल गया मुझे पता था वो होटल ही गये थे। कुछ लोगो के साथ गया था तो उनकी लाश मिली वो भी ऐसी स्थिति में वो रो गया ।उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे ।

कुछ देर कोई नही बोला तभी राकेश बोला पर तुमने सबसे पहले देखा था कुछ मिला था तुमको ?
" सपना ने राजीव का सर अपनी चूचियों में घुसा लिया था जिसके मुलायम एहसास से राजीव को राहत मिल रही थी ।राजीव सर उठा के आगे बोला ।
" कुछ खास तो नही मिला था पर मैं १४३ में गया तो एक अजीब सी बदबू से कमरा भरा हुआ था । मैंने देखा पुरा कमरा तहस नहस तभी मेरी नज़र दिवार पे गयी वहा एक लिंग दिवार पे चिपका हुआ था और लिखा था मुझे लंड चाहिए ।मैं डर गया ये देख के बहुत अजीब था सब देखना मेरे लिए पर मै समझ गया की ये हो ना हो ये पापा का ही लिंग हैं । तभी मेरी नज़र एक वीडियो कैमरे पे गयी जिसको उठा के मैं तुरंत भगा पर किसी को कुछ नही बताया और अकेले में देखा ।

" सब एक साथ बोले क्या था उसमे ?? राजीव आँखें खोले सब को देख रहा और बोला ।

" उसमे मेरे ही पापा की लाश का वीडियो था । वो रोने लगा उसने सपना की चूचियों को पकड़ लिया और दबाते हुए उसके सीने में धंसा जाने लगा । जब सपना को एहसास हुआ की राजीव उसकी चूचियों काफी जोर से दबोच लिया हैं तो वो मजबूर होकर बोली राजीव हाथ हटाओ मुझे दर्द हो रहा हैं । उसने देखा की उसका हाथ कहा हैं तो डर से हटा लिया और सपना से माफ़ी मांगने लगा ।
" तो उस वीडियो में कोई दिखाई तो दिया होगा ना ।ये सोनू बोला ।
" नही दिखाई नही बस आवाज़ सुनाई दी थी वो बार बार बोल रही थी की। मेरी चूत प्यासी हैं मुझे लंड चाहिए मुझे लंड चाहिए राजीव गुस्से में बोल गया ।

"ये सुन सब थोड़ा चौंक गये वही नेहा और सपना शर्म से लाल हो गयी थी ।"

" ये चक्कर क्या हैं समझा नही मैं राकेश की आवाज़ में एक चिंता का भाव था
" वो पापा को मार रही थी और बोल रही थी। ऐसी ही गंदी बातें रुकों तुम खुद ही सुन लो मैंने वो आज भी संभाल के रखी थी वो जल्दी से टीवी से वीडियो कनेक्ट करता हैं और चलने लगता हैं ।


अब वीडियो का दृश्य *****

एक आवाज़ आती हैं आज तो पता लगा के ही रहूंगा।

वो हरामी बुड्ढा रमेश को फंसा के भाग गया मैंने मना किया था। रमेश मत ले ये ज़मीन पर नही मना वो अपने आप से ही बोलता हुआ होटल के कमरा नंबर १४३ की तरफ जा रहा था । टॉर्च की हलकी रौशनी में कुछ खास तो दिखाई नही दे रहा था पर वो वहा पहुंच के कमरा खोला और टॉर्च की हलकी रौशनी से कमरा महीने बाद जगमगया चारों तरफ कमरा धूल से भरा था । वो कैमरा एक जगह रख दिया और कुछ ढूढ़ने लगा अच्छे से तो नही दिखाई दे रहा था पर हलका सा वीडियो रिकॉड हुआ था। वो कुछ ढूढ़ने की कोशिश करने लगा पर क्या
** वीडियो को देखने वाले समझ नही पा रहे थे । काफी समय गुज़ार गया पर कुछ भी हाथ नही लगा वो पसीने से पुरी तरह भीग चुका था और थक हार के बोला ये बहनचोद रमेश छुपा के कहा गया है तभी एक आवाज़ उसको सुनाई दी ।
" तुम लोग मुझे लंड कब दिलवा रहे हो कितना समय बीत गया पर मुझे लंड नही मिला मुझे मेरे भईया के लिए दूसरा जन्म लेना हैं मुझे लंड चाहिए ।
ओम प्रकाश( राजीव का पिता) डर से कांपने लगा वो भागने के लिए उठा ही था की तभी किसी ने उसको पकड़ के पटक दिया आअह्ह्ह्ह...एक जोर से कहराने की आवाज़ आयी मुझे कुछ मत करो मुझे इस बारे में कुछ नही पता था मुझे रमेश ने बाद में बताया था की ऐसी भी कोई बात हैं।
" मुझे तो अपनी प्यास बुझानी हैं लंड की दीवानी हूँ ।मैं मस्तनी हूँ अपने भईया की एक कामुक आवाज़ में ये लाइन बोली गयी थी ।और ओम प्रकाश को मरने लगी साले बुड्ढे तु अपना ये मुरझया हुआ लंड लेकर आया हैं मुझे लंड चाहिए वो भी भईया का तुझ जैसेका नही उसने चेहरे पे वार किया और खून निकलने लगा पर कोई दिखाई नही दे रहा था ।
"आह्ह..तुम जो चाहती हो वो तभी मिलेगा जब तुम यहा से चली जाओ और तुम्हारी अधूरी तम्मना को मैं पुरी करवा दूँगा ।

" चुप साले मैं खुद चुदवा लूंगी मुझे मेरे भईया चाहिए ।
धीरे धीरे ओम प्रकाश के हाथ और पैर अलग हो गये और चारो तरफ खून था ।
वो लंड को पकड़ के बोली ये किसी काम का नही हैं मुझे तो लंड चाहिए बोलकर काट दी । ओम प्रकाश की आवाज़ कोई सुनने वाला नही था । वो बस चिल्लाएं जा रहा था ।
उसके बाद वो उसका सर कट दी और जोर जोर से हँसने लगी मुझे तो भईया से चुदवाना हैं ,मुझे तो भईया से चुदवाना हैं ऐसे ही एक लाइन चलती रही और लाश गायब हो गयी जो होटल की लॉबी में मिली थी ।
 
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vicky7500

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राजीव ,सपना और सोनू शिमला पहुंचकर तांत्रिक बाबा की खोज में चल दिये ।
शाम हो चुकी थी राकेश और आरोही भी होटल पहुंच गये थे साथ ही नेहा उनके बाद ही पहुंच के अपने कमरे में चली गयी ।


" बाबा कहा हैं राजीव बोला ।
" कौन बाबा यहा कोई बाबा नही रहते हैं एक आदमी बोला जिसके गले में मालाओ की लड़ी थी ।
" जी वो साधवीं बाबा जो आत्माओं से लड़ने का मंत्र जानते हैं ।
" उस आदमी के चेहरे पे मुस्कान आ गयी और वो बोला वो बाबा अब यहा नही रहते वो तो जंगल में साधना करने गये हैं ।
" राजीव थोड़ा गंभीर होकर बोला तो अब हम लोग बाबा से कैसे मिल सकते हैं
" उनसे मिलने के लिए तुमको वही जाना होगा ।हाँ ध्यान रखना बाबा को किसी चीज़ का लालच मत देना वरना वो नाराज़ हो जाते हैं ।
" कहा के जंगल में और कैसे ?
" मन की सुन बालक तु खुद ढूढ़ लेना बाबा को वो यही के जंगल में हैं और कुछ ही समय के बाद वो हिमायल के लिए निकलने वाले हैं । और वो अपने मंत्रो के उच्चारण में लग जाता हैं ।
" अब क्या करे सोनू अचानक बोला गया ।
" चलो पहले होटल चलते हैं फिर देखते हैं बाबा के पास जाने रास्ता और होटल के लिए निकल जाते है


*******
इधर आरोही और राकेश एक दूसरे से लिपट के सोये हुए थे । कुछ समय गुज़रा और नेहा के दरवाजे पे ठक.. ठक... हुई । वो उठकर दरवाजा खोली तो सामने राकेश था वो अंदर आया ही था की वो उससे जोर से लिपट गयी और बोली
"आप बहुत गंदे हो अपनी बहन के साथ मज़े ले रहे हो आपको तो मेरा ख्याल ही नही हैं ।
"राकेश मुस्कुरा के बोला चल पगली मेरी आरोही की तबियत ठीक नही हैं तो उसके लिए ही किया ।वो नेहा की गोलाई को सहलाते हुए बोला ।
" झूठे कहे के देखा मैने कैसे लिपटे हुए थे वो राकेश के नाख़ून चुभा के बोली ।
" आह्ह क्या कर रही हो दर्द होता हैं ।

दोनों ही एक दूसरे को देख मुस्कुरा दिये और नेहा ने अपने होंठ राकेश के होठों से मिला दिये । धीरे धीरे दोनों के होठों एक दूसरे को होठों को भीगाने लगे थे । तभी दरवाजे से एक आवाज़ आयी कम से कम दरवाजा तो बन्द कर लेते ।
वो अलग होकर देखे तो सामने सपना खड़ी थी साथ में सोनू और कोई और भी नेहा शर्म से लाल होकर मुँह छुपा ली । राकेश भी जैसे तैसे अपने को संभाल के बोला
" आओ सपना क्या मिला राजीव??
" हाँ ये राजीव हैं ।उसने राकेश को दिखाते हुए बोला ।
और राजीव ये राकेश हैं इनकी ही बहन आरोही की जान खतरे में हैं ।
" राजीव ने राकेश को देखा और जैसे मन में बोल रहा हो इसकी बहन की जान खतरे में हैं और ये यहाँ मज़े ले रहा हैं कैसा हैं ये साला।
" राजीव राजीव कहा खो गये एक आवाज़ से वो उधर ही देखा ।
" कहा खोये हुए हो कब से राकेश कुछ बोल रहा हैं तुम कोई जवाब ही नही दे रहे हो । सपना बोल गयी ।
" अरे कुछ नही कुछ सोच रहा था । सब बैठ के थोड़ा आराम किये ।
" राजीव क्या तुम मुझे इस होटल के बारे में कुछ और बता सकते हो । राकेश बोला ।
" देखो मुझे कुछ खास नही पता, इस मोटू (सोनू की तरफ इशारा करके बोला ) को जितना पता होगा उठना ही मुझे ।
" फिर कुछ ऐसा जो हमे नही पता हो मेरा मतलब इस होटल में कई मौतें हुए हैं तो उनके बारे में तुम जानते ही होगे।

" हम्म..थोड़ा थोड़ा सा पर पुरा नही पता जैसा सपना मुझे बताई हैं की उस हिसाब से तुम्हारी बहन के अंदर किसी लड़की की रूह हैं जो उसके जिस्म पे कब्ज़ा किये हुए हैं ।
पर कुछ समझ नही आ रहा हैं कहा से शुरुवात करूँ ।
" तुम हमकों होटल की जानकारी दो कब कैसे ये शुरु हुआ । और तुम्हारे पापा के साथ क्या हुआ था ।
" बात ऐसी हैं की सोनू के पापा और मेरे पापा बहुत अच्छे दोस्त थे । एक बार पापा घर आये वो बहुत खुश थे बोले की बेटा तेरे अंकल ने बहुत अच्छा काम किया हैं ।
मैं छोटा था पर पूछा क्या काम किया पापा ,

" उसने एक ज़मीन खरीदी हैं और वहा होटल बनेगा ।
धीरे धीरे समय गुज़रा और होटल तैयार हुआ सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था पैसे की भरमार हो रही थी। पर पता नही कुछ अजीब होने लगा और सब एक दम से ख़तम हो गया ।पापा एक बाबा को जानते थे।तो होटल की ज़मीन की थोड़ी मिट्टी लेकर उनके पास गये ।उन्होंने हमको बताया की उस होटल में एक पुरी आत्मा का साया हैं ।ये सुन मैं तो घबरा गया था ।पर पापा बोले की,
" अगर ऐसा हैं तो वो वहा कैसे आयी और हमको बर्बाद क्यों कर रही हैं बाबा ।
" देख बच्चा वो किसी को बर्बाद नही करना चाहती वो तो बस किसी से मिलन करना चाहती हैं ।वो तो बस किसी के प्यार की तलाश में हैं ।वो चाहती हैं वही करेगी बाकी कोई उसके रास्ते में आएगा तो वो जान से जायेगा । वो जिसे अपने लिए चुन लेती हैं उसको उसकी बात मान नी पड़ेगी और नही माना तो सब कुछ ख़त्म समझो।
" पर बाबा वो कैसा मिलन चाहती हैं और वो हैं कौन ?
" ये मुझे नही मालूम मुझे ये पता करने के लिए उसको यहा बुलाना होगा तभी मैं बता सकता हूँ की वो कौन हैं और कहा से आयी हैं और कब से तड़प रही हैं मुक्ति पाने के लिए । पर याद रखना तुम अवश्य ही कुछ जानते हो आओ मंद मंद मुस्कुरा दिये ।

*******

इतना वो बाबा बोले और अपनी साधना में लीन हो गये मैने पापा को बहुत मना किया वो बोले ठीक हैं नही जाऊंगा पर पता नही कब वो आधी रात को चुपके से कब चले गये थे । बोलते बोलते राजीव की आँखे भीग गयी थी ।
सपना उसको अपने सीने से लगा के सांत्वना देते हुए। बोली, होता हैं राजीव जाने वाले को कोई रोक नही सकता
"राजीव आगे बोलने लगा की अगली सुबह पापा बिस्तर पे नही मिले तो मैं ढूढ़ने निकल गया मुझे पता था वो होटल ही गये थे। कुछ लोगो के साथ गया था तो उनकी लाश मिली वो भी ऐसी स्थिति में वो रो गया ।उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे ।

कुछ देर कोई नही बोला तभी राकेश बोला पर तुमने सबसे पहले देखा था कुछ मिला था तुमको ?
" सपना ने राजीव का सर अपनी चूचियों में घुसा लिया था जिसके मुलायम एहसास से राजीव को राहत मिल रही थी ।राजीव सर उठा के आगे बोला ।
" कुछ खास तो नही मिला था पर मैं १४३ में गया तो एक अजीब सी बदबू से कमरा भरा हुआ था । मैंने देखा पुरा कमरा तहस नहस तभी मेरी नज़र दिवार पे गयी वहा एक लिंग दिवार पे चिपका हुआ था और लिखा था मुझे लंड चाहिए ।मैं डर गया ये देख के बहुत अजीब था सब देखना मेरे लिए पर मै समझ गया की ये हो ना हो ये पापा का ही लिंग हैं । तभी मेरी नज़र एक वीडियो कैमरे पे गयी जिसको उठा के मैं तुरंत भगा पर किसी को कुछ नही बताया और अकेले में देखा ।

" सब एक साथ बोले क्या था उसमे ?? राजीव आँखें खोले सब को देख रहा और बोला ।

" उसमे मेरे ही पापा की लाश का वीडियो था । वो रोने लगा उसने सपना की चूचियों को पकड़ लिया और दबाते हुए उसके सीने में धंसा जाने लगा । जब सपना को एहसास हुआ की राजीव उसकी चूचियों काफी जोर से दबोच लिया हैं तो वो मजबूर होकर बोली राजीव हाथ हटाओ मुझे दर्द हो रहा हैं । उसने देखा की उसका हाथ कहा हैं तो डर से हटा लिया और सपना से माफ़ी मांगने लगा ।
" तो उस वीडियो में कोई दिखाई तो दिया होगा ना ।ये सोनू बोला ।
" नही दिखाई नही बस आवाज़ सुनाई दी थी वो बार बार बोल रही थी की। मेरी चूत प्यासी हैं मुझे लंड चाहिए मुझे लंड चाहिए राजीव गुस्से में बोल गया ।

"ये सुन सब थोड़ा चौंक गये वही नेहा और सपना शर्म से लाल हो गयी थी ।"

" ये चक्कर क्या हैं समझा नही मैं राकेश की आवाज़ में एक चिंता का भाव था
" वो पापा को मार रही थी और बोल रही थी। ऐसी ही गंदी बातें रुकों तुम खुद ही सुन लो मैंने वो आज भी संभाल के रखी थी वो जल्दी से टीवी से वीडियो कनेक्ट करता हैं और चलने लगता हैं ।


अब वीडियो का दृश्य *****

एक आवाज़ आती हैं आज तो पता लगा के ही रहूंगा।

वो हरामी बुड्ढा रमेश को फंसा के भाग गया मैंने मना किया था। रमेश मत ले ये ज़मीन पर नही मना वो अपने आप से ही बोलता हुआ होटल के कमरा नंबर १४३ की तरफ जा रहा था । टॉर्च की हलकी रौशनी में कुछ खास तो दिखाई नही दे रहा था पर वो वहा पहुंच के कमरा खोला और टॉर्च की हलकी रौशनी से कमरा महीने बाद जगमगया चारों तरफ कमरा धूल से भरा था । वो कैमरा एक जगह रख दिया और कुछ ढूढ़ने लगा अच्छे से तो नही दिखाई दे रहा था पर हलका सा वीडियो रिकॉड हुआ था। वो कुछ ढूढ़ने की कोशिश करने लगा पर क्या
** वीडियो को देखने वाले समझ नही पा रहे थे । काफी समय गुज़ार गया पर कुछ भी हाथ नही लगा वो पसीने से पुरी तरह भीग चुका था और थक हार के बोला ये बहनचोद रमेश छुपा के कहा गया है तभी एक आवाज़ उसको सुनाई दी ।
" तुम लोग मुझे लंड कब दिलवा रहे हो कितना समय बीत गया पर मुझे लंड नही मिला मुझे मेरे भईया के लिए दूसरा जन्म लेना हैं मुझे लंड चाहिए ।
ओम प्रकाश( राजीव का पिता) डर से कांपने लगा वो भागने के लिए उठा ही था की तभी किसी ने उसको पकड़ के पटक दिया आअह्ह्ह्ह...एक जोर से कहराने की आवाज़ आयी मुझे कुछ मत करो मुझे इस बारे में कुछ नही पता था मुझे रमेश ने बाद में बताया था की ऐसी भी कोई बात हैं।
" मुझे तो अपनी प्यास बुझानी हैं लंड की दीवानी हूँ ।मैं मस्तनी हूँ अपने भईया की एक कामुक आवाज़ में ये लाइन बोली गयी थी ।और ओम प्रकाश को मरने लगी साले बुड्ढे तु अपना ये मुरझया हुआ लंड लेकर आया हैं मुझे लंड चाहिए वो भी भईया का तुझ जैसेका नही उसने चेहरे पे वार किया और खून निकलने लगा पर कोई दिखाई नही दे रहा था ।
"आह्ह..तुम जो चाहती हो वो तभी मिलेगा जब तुम यहा से चली जाओ और तुम्हारी अधूरी तम्मना को मैं पुरी करवा दूँगा ।

" चुप साले मैं खुद चुदवा लूंगी मुझे मेरे भईया चाहिए ।
धीरे धीरे ओम प्रकाश के हाथ और पैर अलग हो गये और चारो तरफ खून था ।
वो लंड को पकड़ के बोली ये किसी काम का नही हैं मुझे तो लंड चाहिए बोलकर काट दी । ओम प्रकाश की आवाज़ कोई सुनने वाला नही था । वो बस चिल्लाएं जा रहा था ।
उसके बाद वो उसका सर कट दी और जोर जोर से हँसने लगी मुझे तो भईया से चुदवाना हैं ,मुझे तो भईया से चुदवाना हैं ऐसे ही एक लाइन चलती रही और लाश गायब हो गयी जो होटल की लॉबी में मिली थी ।
Iske aage bhi kuchh hoga kya??
 
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