- 1,472
- 6,084
- 159
ohhh very erotic update. Mazaaa aa gaya.
विक्की के लिए भी अब सब्र करना मुश्किल हो रहा था....उसने अपने होंठ जैसे ही आगे किए, नेहा उसपर किसी भूखी बिल्ली की तरहा टूट पड़ी और अपना शरीर उसपर रगड़ते हुए उसे बुरी तरह से स्मूच करने लगी...एक के बाद अब दूसरी स्मूच सच में विक्की के कॉन्फिडेंस को बड़ा रही थी...
इन कमसिन जवानियों को अपनी बाहों में भरकर चूमने का आनंद वो सच में एंजाय कर रहा था..
ख़ासकर अब...अपनी बहन के साथ...शायद आज शर्म की एक और दीवार टूटने के कगार पर थी उन दोनो भाई बहनो के बीच..
***********
अब आगे
***********
विक्की के होंठो को चूमते-2 वो उसकी गर्दन पर भी किस्स करने लगी, और धीरे-2 नीचे जाकर टी शर्ट नीचे खिसकाते हुए उसकी छातियों पर भी...
ये एहसास कुछ इस तरह का था की विक्की का शरीर उपर की तरफ उठ सा रहा था...
नेहा के गीले होंठ, जिनमें से लार निकलकर उसकी गर्दन और छाती को गीला कर रही थी, उसके शरीर को एक अलग ही तरह का एहसास दे रहे थे..
नेहा ने उसकी टी शर्ट को नीचे से उठाकर उपर किया और उसे निकाल फेंका...
अब वो खुल कर उसकी छाती पर चुम्मियों की बारिश कर पा रही थी..
अचानक नेहा ने विक्की के दाँये निप्पल को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया...
विक्की तो उछल ही पड़ा उसकी इस हरकत से...
उसे पीछे धकेलना चाहा पर वो हटी ही नही, किसी भूखी बिल्ली की तरह वो अपना मुँह उसकी छाती से लगाए पता नही क्या चूसने में लगी हुई थी....
विक्की को बड़ी जबरदस्त गुदगुदी सी हो रही थी और साथ ही उसके शरीर मे एक कसावट भी आ रही थी और एक तरंग सीधा उसके लंड तक जा कर उसे और भी कड़क बना रही थी...
शायद यही एहसास लड़कियों को भी होता होगा तभी उनके स्तनो को चूसने से उन्हें अपने आप पर काबू नही रहता.
पीछे तो वो हो नही रही थी, इसलिए उसने उसके रेशमी बालो में हाथ डाल कर उसे सहलाना शुरू कर दिया और उसे और जोर से दबा कर अपनी छाती में घुसा लिया...
उसकी लार से विक्की की छाती पूरी तरह से गीली हो चुकी थी....
फिर वो खिसक कर दूसरे निप्पल तक गयी और उसे भी चूसने लगी..
विक्की ये समझने की कोशिश कर रहा था की ये उसने सीखा कहा से, शायद जो एहसास उसे अपनी छातियो पर चाहिए था वो पहले विक्की को देना चाहती थी...
यानी वो भी चाहती थी की विक्की उसकी छातियो को चूसे , उन्हे चुभलाए, उन्हे मुँह में लेकर उसका दूध पी जाए..
इस बात का एहसास होते ही उसके हाथ धीरे से उसके बूब्स की तरफ बढ़ने लगे और उन्हे छूते ही उसने धीरे-2 दबाना शुरू कर दिया...
नेहा को जब लगा की विक्की उसकी छातियो को दबा रहा है तो वो सीधा हुई और उसने खुद ही अपनी टी शर्ट को उतार फेंका, अब वो उसके खड़े लंड पर अपनी गद्देदार गांड लेकर टॉपलेस बैठी थी...
और बीच के अवरोध यानी टी शर्ट को हटाने के बाद उसने खुद ही उसके हाथ को अपनी छाती से लगाया ताकि वो खुल कर अब उसके नंगे बूब को मसल सके
फिर वो धीरे से नीचे झुकी और अपनी दाँयी चुचि को पकड़कर सीधा विक्की के मुँह में डाल दिया, जैसे एक माँ अपने बेटे को दूध पिलाते हुए करती है ठीक वैसे ही...
Bahut hi mast update hai. Apni teenage ki masti ki yaad aa gai. Kya din hote the wo bhi sisters aur cousins ke sath.एक तो उसके जिस्म का सबसे सेंसेटिव पार्ट और वो भी उसके खुद के भाई के मुँह में फँसा हुआ...
विक्की तो उसकी चूत के होंठो को अपने मुँह में दबा कर ऐसे उन्हें ऐसे स्मूच कर रहा था जैसे वो चेहरे के होंठ हो...
उसकी चूत के कसे हुए लिप्स को एक ही बार में पूरा मुँह में भर कर जब उसने निचोड़ा तो नेहा की चूत का सारा रस नीचूड़ कर उसके मुँह में भरता चला गया...
जैसे कोई रसीला फल मुँह में लेकर दबा दिया हो उसने.
''आआआआआआआआआआआआअहह म्म्म्ममममममममममममम भाईईईईईईईईईईईईईईईई...... मज़ाआआआअ आआआआआआआ गयाआआआआअ''
अपनी सैक्सी बहन के मुँह से इस वक़्त भाई शब्द उतना ही सैक्सी लग रहा था उसे जितना उसका नशीला बदन..
विक्की की जीभ ने उसकी चूत की परतों में जगह बनाते हुए जब अंदर प्रवेश किया तो नेहा का पूरा शरीर काँपने लगा, जैसे कोई बिजली की नंगी तार से उसकी छूट को झटका दे रहा हो...
और उसी कंपकपाहट में उसने तेज़ी से झड़ना शुरू कर दिया..
''उहह ..म्म्म्ममममममममममममम............मैं तो गयी भाई........मैं तो गयी..............''
और फिर उसका शरीर किसी बेजान पत्ते की तरह लहरा कर पीछे गिरने लगा...
विक्की ने अपने घुटने उपर करके उसके शरीर को पीछे की तरफ से सहारा दिया वरना उसका सिर सीधा जाकर विक्की के खड़े लंड से टकरा जाता..
नेहा की गर्म चूत अभी भी विक्की के होंठो से सटी हुई थी,
जिसमें से बूँद-2 करके मीठा पानी बाहर निकल रहा था...
उसके नन्हे बूब्स हर गहरी साँस के साथ-2 उपर नीचे हो रहे थे और अपनी बंद आँखे किए वो अपने ऑर्गॅज़म से उभरने की कोशिश कर रही थी..
वो जिस पोज़ में उसके चेहरे पर अपनी चूत लगाए बैठी थी, विक्की का खड़ा लंड इस वक़्त उसकी कमर पर दस्तक दे रहा था...
विक्की के हाथ उपर जाकर उसके बूब्स को मसल रहे थे और बीच-2 में वो अपनी जीभ से उसकी चूत से निकल रहे पानी को भी सॉफ किए जा रहा था..
इशारा सॉफ था उसका,अब विक्की की बारी थी अपने लंड को शांत करने की...
और ये नेहा भी जानती थी की विक्की को खुश करना कितना ज़रूरी है उसके लिए...
और आज तो वो किसी भी हद तक जाने को तैयार थी अपने भाई के लंड को शांत करने के लिए..
Ahhhh kya ahsaas hai lund aur chut ke milan ka. I can feel the shiver in my body even today .अब एक तरह से नेहा का शरीर हवा में लटक रहा था और विक्की का लंड उसकी चूत में आगे की तरफ फँसा हुआ सिर्फ़ हल्के फुल्के झटके ही मार रहा था...
वैसे तो इन छोटे-मोटे झटकों से कुछ नही होना था पर विक्की का लंड इस वक़्त अपने आख़िरी पड़ाव पर था,
इसलिए अपने ऑर्गॅज़म तक पहुँचने में उसे थोड़ी भी देर नही लगी और उसके लंड से ताबड़तोड़ सफेद रंग के गोले निकलकर नेहा की चूत का शृंगार करने लगे..
ऐसा करते हुए उसने ख़ास तौर से ध्यान रखा की उसके लंड की पिचकारियाँ सिर्फ़ चूत के बाहरी हिस्से पर ही टक्कर मारें, अंदर की तरफ नही..
सारा रस निकल जाने के बाद विक्की का लंड थके हुए सैनिक की तरह वहीं ढेर हो गया...
और उसके उपर नेहा की चूत भी आकर धराशायी हो गयी..
दोनो के होंठ एक बार फिर से एक दूसरे से आ मिले...
नेहा को अपने भाई का केयरिंग करना काफ़ी पसंद आया,
और कोई होता तो इस वक़्त वो अपनी चूत को पकड़कर सुबक रही होती,
पर उसके भाई ने कितनी अक्लमंदी से इस स्थिति को संभाला था...
आज उसे सच में अपने भाई से प्यार हो गया था..
पर आने वाले दिनों में ये प्यार और केयरिंग कहाँ तक रहने वाली थी ये वो भी जानती थी और विक्की भी...
और आज के लिए उन दोनो के बीच का वो परदा तो गिर ही चुका था जिसके बाद अब उन्हे एक दूसरे से किसी भी तरह की कोई शर्म नही रह गयी थी..बस अपने इस प्यार को कैसे आगे बढ़ाना था ये उन्हे सोच समझकर डिसाईड करना था.
पर जितना आसान वो अपनी आने वाली लाइफ को सोच रहे थे उतनी आसान थी नही .....
आने वाले दिनों में लाइफ का एक जबरदस्त ट्विस्ट उनका इंतजार कर रहा था.
Slow and steady seduction of both the girls. Vicky is having good time.मंजू भी चाहती थी की विक्की उन्हे चूस डाले...अपने होंठ लगाकर उसके निप्पल्स को निचोड़ डाले.
मंजू ने एक ही झटके में अपनी शर्ट के बटन खोले और उसे निकाल फेंका, नीचे उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी, घने पेड़ के नीचे वो विक्की के सामने टॉपलेस खड़ी थी, उसके नन्हे बूब्स और उनपर लगे कड़क निप्पल्स विक्की को अपने पास बुला रहे थे
विक्की ने उसके बूब्स को पकड़कर होले से दबाना शुरू कर दिया और अपने होंठों से उसकी गर्दन से लेकर नीचे तक का सफर चाटते हुए तय करना शुरू कर दिया
पर जैसे ही विक्की ने अपना मुंह नीचे करके उसके निप्पल को मुंह में लेकर चूसना चाहा , दूर से कुछ बच्चे उन्हे उपर टीले की तरफ आते दिखाई दिए...
ये जामुन का मौसम था, और वो जिस पेड़ के नीचे खड़े थे वो जामुन से लदा पड़ा था...
उन दोनो ने एक दूसरे की तरफ देखा और वहाँ से जाने में ही भलाई समझी....
मंजू ने जल्दी से अपनी शर्ट पहन ली
शुक्र था की उन बच्चों में से कोई भी उन दोनो को नही जानता था, वरना जिस अंदाज से उन्हे वापिस जाते हुए बच्चे उन्हें घूर रहे थे वो पक्का वापिस जाकर उनकी चुगलखोरी कर देते..
रास्ते में मंजू ने विक्की को रात की शादी के बारे में बताया और ये भी कहा की नेहा भी आ रही है...
हो सके तो वो भी किसी तरह से वहां आ जाए ताकि बाकी का बचा हुआ काम वहां निपटाया जा सके.
आग दोनो में इतनी लगी हुई थी की विक्की ने बिना कुछ सोचे समझे हां कर दी...
अब तो बस सभी को रात की शादी का इंतजार था..
Woww Neha and Manju both are desperate to take Vicky's dick . Ohhh it reminds me so much of my teenage days.तीनो एक ही लय में आहें भरते हुए अपने-2 ऑर्गॅज़म के करीब पहुँचने लगे और अंत में एक साथ ही उन सबके अंदर का रस निकलकर बाहर आ गया....
विक्की के दोनो हाथ खीर से भर गये...
और उन दोनो की कमर पर ढेर सारी मायोनिज़ फैल गयी...
विक्की ने हाथ उपर किए और अपने गीले हाथ उनके चेहरो के करीब लाया, नेहा की चूत की मलाई उसने मंजू को खिलाई और मंजू की चूत का रस उसने नेहा के मुँह में डाल दिया, फिर दोनो ने मिलकर अपनी कमर पर फैली रसमलाई इकट्ठा की और उसे उंगलियों से चाट-चाटकार खाया....
अब विक्की का काम ख़त्म हो चुका था,
उसे तो अब भी विश्वास नही हो रहा था की नेहा ने उसे अभी तक नही पहचाना,
और वो आगे भी ना पहचाने इसलिए उसने जल्दी-2 अपने कपड़े पहने और उनके होश में आने से पहले ही वहां से रफू चक्कर हो गया..
कुछ देर बाद जब दोनो ने अपनी बोझिल आँखो से आस पास देखा तो विक्की वहाँ नही था,
मंजू ने जल्दी-2 अपने कपड़े पहने, नेहा को भी पहनाए और फिर जिस रास्ते से वो दोनो आए थे, वहीं से होते हुए वापिस अंदर पांडाल की तरफ़ चल दिए,
पहले बाहर बने लेडीज़ बाथरूम में उन्होने अपना हुलिया ठीक किया और फिर चुपके से अंदर जाकर बारात की भीड़ में मिल गये...
किसी को कुछ भी पता नही चला.
कुछ देर बाद दोनो ने खाना खाया और फिर मंजू के मॉम-डेड के साथ वो लोग वापिस आ गये...
वहां पहुँचने से पहले ही नेहा ने विक्की को फोन कर दिया था ताकि वो उसे घर ले जा सके..
घर जाते हुए वो आज काफ़ी खुश थी,
अपनी लाइफ का ये एडवेंचरस सैक्स एक्सपीरियन्स उसे काफ़ी पसंद आया था...
पर इस अधूरे खेल को अब वो पूरा करना चाहती थी,
उसने सोच लिया था की आज किसी भी हालत में वो विक्की के लंड को अपनी चूत में लेकर रहेगी...
इसलिए घर जाते हुए वो उसे कस कर पकड़े बैठी थी,
और रह रहकर उसका हाथ उसके कड़क होते लंड पर जा रहा था...
आज वो अपने भाई का शिकार करने के पूरे मूड में थी.
Ufffff very very sexy update. Neha was desperate to give her cherry to vicky. Mazaa aa gaya.और ज़ोर-2 से झटके देकर चुदाई करते हुए बड़बड़ाने की बारी इस बार विक्की की थी..
''आआअहह..... ले साली...भेंन की लोड़ी .......ले मेरा लंड .....बड़ी गर्मी भरी है ने तेरे अंदर.....अब रोज रात को पेला करूँगा तुझे...इसी कमरे में ......अहह...... मेरे लंड की गुलाम बनकर रहेगी अब तू साली.....रोज मेरे लंड को चूसेगी.....इसे अपनी चूत में लेकर मज़े लेगी......बोल....लेगी ना.....''
वो चिहुंक कर बोली : "हाँ भाई....लूँगी.....दिन रात लूँगी....जब भी मौका मिलेगा, इस मोटे लंड से चुदवाउंगी ......आहहह....इतने सालो बाद पहली बार अपनी जिंदगी का असली मज़ा मिल रहा है...आआआअहह....मैं पहले ही जवान क्यों नही हो गयी रे..........जल्दी से चोद मुझे.....''
फिर तो दोनो एक अलग ही फॉर्म में आ गये.....
विक्की ने उसके दोनो हाथ दबोच कर उसकी चूत में अपने लंड की रेल दौड़ा दी....
हर झटके से उसके नन्हे बूब्स उछलकर उपर तक जाते और नीचे आते,
विक्की उन्हे अपने मुँह से पकड़कर चूस भी रहा था बीच-2 में
और जल्द ही उन दोनो के अंदर चरम सुख का निर्माण होने लगा और वो ओर्गास्म उनके विशेष अंगो के मध्यम से बाहर आने को आतुर हो गया..
विक्की : "आआआआअहह नेहा...........मैं झड़ने वाला हूँ बस......अहह......''
नेहा ने चिल्लाते हुए अपनी टांगे उसके इर्द गिर्द बाँध दी और बोली : "मेरे अंदर भाई....मेरे अंदर निकालो अपना रस.....मैं तुम्हे अंदर तक महसूस करना चाहती हूँ ......''
विक्की : "पर ???''
नेहा : "पर वर कुछ नही...तुम करो...मैं गोली ले लूँगी....पर पहली बार मैं इसे महसूस करना चाहती हूँ ......डालो मेरे अंदर ही सारा रस भाई......''
विक्की के पास भी कुछ सोचने समझने का वक़्त नही था,
उसने एक लंबी साँस ली और अपनी गति बड़ा दी,
कुछ ही पलों में उसके लंड का गाड़ा रस निकलकर उसकी बहन की चूत में जाने लगा....
''आआआआआआआआआआआअहह.......सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स....... मैं तो गया रे........मैं तो गया..............''
नेहा भी अपने भाई के गर्म वीर्य को महसूस करके तुरंत झड़ गयी.....
दोनो एक दूसरे के जिस्मों को रगड़ते हुए और एक दूसरे के चेहरों को चूमते हुए अंत तक हल्के-2 झटके देते रहे...
फिर जैसे ही विक्की ने अपना लंड बाहर खींचा, गुलाबी रंग लिए ढेर सारा वीर्य चूत के रास्ते बाहर आ गया....
दोनो ने मुस्कुराते हुए एक दूसरे की तरफ देखा और फिर से एक बार एक दूसरे के होंठों को चूम लिया.
उसके बाद दोनो ने रूम की हालत ठीक की और बेड पर गिरे माल को सॉफ किया...
फिर फ्रेश होकर दोनो फिर से एक बार बेड पर आकर नंगे लेटे और काफ़ी देर तक एक दूसरे की बाहों में लिपटकर लेटे रहे...
नींद दोनो की आँखो में नही थी, मन तो और भी चुदाई करने का कर रहा था पर पहली चुदाई से नेहा की चूत सूज गयी थी, इसलिए सिर्फ़ मुम्मा चुसाई और होंठो की क़िस्सियो से काम चलाया उन्होने...
सुबह होने से पहले नेहा अपने कपड़े पहन कर नीचे अपने रूम में चली गयी और विक्की अपना अंडरवेयर पहन कर आराम से लंबी तानकर सो गया....
आज काफ़ी थक गया था वो , उसे जबरदस्त नींद आने वाली थी.
पर अगले दिन उसकी डबल शिफ्ट होने वाली थी, ये वो नहीं जानता था
कच्ची चूत की चाशनी का स्वाद अलग ही होता है. Vicky is so lucky to have two nubile sweeties.अब वो पल आ चुका था जिसके लिए मंजू की चूत ना जाने कितने दिनों से कुलबुला रही थी...
विक्की ने अपना गीला लंड उसकी गीली चूत पर रखा और उसके रास में डुबो कर उसे चूत के मुहाने पर रगड़ने लगा
फिर वो उसके उपर धीरे-2 झुकने लगा...
लंड अपनी जगह बनाता हुआ उसकी चूत की पतली सी गली में फिसलता हुआ आगे बढ़ने लगा...
जैसे-2 लंड अंदर जा रहा था, मंजू की आँखे फैलती जा रही थी....
इतने मोटे लंड का छोटे से छेद में जाना सच में किसी करिश्मे से कम नही होता,
पर वो इस वक़्त उसे अंदर जाता हुआ देखकर, अंदर से महसूस करते हुए , सिर्फ़ मुँह फाड़े उसे देखने के सिवा कुछ और कर ही नही सकती थी...
और जल्द ही उसकी चूत की चुंगी आ गयी,
यानी उसकी कमसिन चूत की सील....
दोनो ने एक दूसरे की आँखो में देखा और फिर एक जोरदार प्रहार करते हुए विक्की ने अपना लंड उसकी चूत में पूरा उतार दिया...
मोटा लंड उसकी चूत की सीमाओं को तोड़ता हुआ, अंदर तक जा धंसा...
''आआआआआआआआआआआहह......... विक्कककक्कीईईईईईईईईई........ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़........... मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गयी रीईईईईईईई..... अहह.... निकालो इसे......बहुत मोटा है ये तो.......दर्द हो रहा है मुझे...............''
विक्की को लगा था की शायद नेहा की तरह इसे भी ज़्यादा दर्द नही होगा,
पर वो ग़लत था, हर चूत एक जैसी नही होती, ये बात उसे आज समझ में आ गयी थी.
उसने उसे हॉंसला देते हुए, उसके होंठो को चूमा और नीचे जाकर उसके स्तनो को भी अपने मुँह में लेकर चुभलाया ....
थोड़ी देर में जब उसे लगा की अब वो शांत है तो उसने फिर से अपना लंड खींच कर अंदर डाल दिया....
कुछ झटको तक तो वो चिल्लाती रही पर कुछ ही देर बाद वो चीखे लंबी सिसकारियों में बदल गयी...
''उम्म्म्ममममममममममममममममममम.....ओह विक्कक्कीईईई......आख़िर चोद ही दिया तुमने मुझे.............आआआआअहह ........................ लव योउ विक्की................. आआआआअहहई लव योउ........''
उसके बाद तो उसने खुद ही अपनी कमर उठा -2 कर उसके लंड को पूरा अंदर लेने में कोई कसर नही छोड़ी..
और कुछ देर बाद जब वो उस पोज़िशन में थक गयी तो उसने विक्की को धक्का देकर अपनी जगह पर लिटाया और खुद उसके उपर सवार हो गयी ....
इस पोज़िशन में उसे ज़्यादा मज़ा आ रहा था....
नीचे से कुतुब मीनार की तरह खड़े लंड पर डांस करते हुए वो उसके मोटे लंड के मज़े लेने लगी...
विक्की भी अब उसके झूल रहे मुम्मो को सही ढंग से पकड़ कर मज़े ले पा रहा था...
और बीच-2 में उठकर वो उसके मुम्मो को चूम भी रहा था और उन्हे चूस भी रहा था...
कुछ ही देर में मंजू ने आनंदमयी चीखो के साथ अपने झड़ने का एलान कर दिया..
''आआआआआआआअहह विक्ककीईईईईईईईईईईईईईई....... आई एम् कमिंग.................अहह''
ऐसा कहते हुए वो उसके उपर झूल सी गयी और अपना सिर उसके कंधे पर रखकर जोरों से साँसे लेने लगी.....
कुछ देर तक तो विक्की ने उसे उसी पोज़िशन में उसे नीचे से चोदा पर फिर अपना लंड निकाल कर वो फिर से बेड के किनारे खड़ा हुआ और उसे घोड़ी बना कर पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर उसकी चुदाई करने लगा...
ऐसा करते हुए वो उसके मखमली चूतड़ों को अच्छे से दबा पा रहा था, उन्हे जोरों से दबाते हुए जल्द ही वो झड़ने के करीब पहुँच गया.....
''आआआआआआआआहह..............मंजू..................मैं झड़ने वाला हूँ .............आआआआआआअहह''
उसके इतना कहते ही मंजू ने उसके लंड को अपनी चूत से बाहर निकाला और पलट कर उसके सामने बैठ गयी.....
नेहा की तरह उसने रिस्क लेना सही नही समझा शायद....
या फिर वो उसके माल को चखना चाहती थी....
जो भी था, विक्की के लिए दोनो ही सूरत में झड़ना ही लिखा था....
अपने हाथ से लंड को रगड़ते हुए वो जल्द ही अपना रस उसके चेहरे पर फेंकने लगा.....
और वो भी अपना मुँह खोलकर जितना हो सकता था उसे सीधा अपने मुँह में लेकर उसे पीने लगी....
और पूरा झड़ने के बाद वो उसी बेड पर गहरी साँसे लेता हुआ गिर पड़ा....
और उसके साथ ही मंजू भी वहीँ गिर गयी...
अपने चेहरे से उसने सारा माल सॉफ करके चाट लिया और विक्की से लिपट कर आँखे बंद कर ली....
विक्की अपनी किस्मत पर इतरा रहा था....2 दिन मे उसने 2 कुँवारी चूतों का उद्घाटन कर दिया था...
ये सोचते-2 वो मुस्कुरा रहा था....
पर उसकी मुस्कुराहट पर उसी वक़्त ब्रेक लग गया जब मंजू ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा
''विक्की......आज स्कूल के बाद नेहा को भी यहीं ले आना....''
विक्की हैरानी भरी आँखों से उसे देखने लगा , जैसे पूछ रहा हो की आखिर चाहती क्या हो तुम
पर वो सिर्फ मुस्करा रही थी
शायद कुछ स्पेशल चल रहा था उसके दिमाग में
Wowwww very very erotic story dear.इतना कहते हुए उसने लंड की पिचकारी से उन दोनो के चेहरे और गर्दन के साथ-2 उनकी छातियों को भी भिगो डाला....
सब कुछ शांत होने के बाद दोनो ने उसके लंड को बारी-2 से अपने मुँह में लेजाकर सॉफ किया और उसके लंड की आखरी बूँद तक निगल डाली...
उसके बाद दोनो ने एकदुसरे के चेहरों पर लगी मलाई भी चट्ट कर दी...
और फिर मुस्कुराते हुए तीनो ने एक दूसरे को देखा और एक कभी ना टूटने वाले आलिंगन में बाँध कर सभी जोरदार तरीके से गले लग गये....
और गले लगे-2 ही तीनों बेड तक आए और एक दूसरे से लिपटकर नंगे ही लेट गये....
उन नंगे शरीरों के बीच लेटा हुआ विक्की इस वक़्त अपने आप को किसी राजा से कम नही समझ रहा था..
नंगे शरीरों का ये एहसास अब आने वाले दिनों में हमेशा के लिए बरकरार रहने वाला था...
*****************
समाप्त
******************
दोस्तो, ये कहानी मैं यही समाप्त कर रहा हू, आशा करता हू की आप सभी को ये कहानी पसंद आई होगी, जल्द ही एक नयी स्टोरी के साथ आपके सामने फिर से आऊंगा , तब तक के लिए गुड बाइ.
आपका दोस्त
अशोक