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निशा अपनी मोटी गान्ड को उठा-उठा कर रवि के लंड मे मारने लगती है और जब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो जाता है तो निशा नीचे लुढ़क जाती है और रवि को पकड़ कर अपने उपर चढ़ाने लगती है, रवि झट से अपनी भाभी की गदराई मोटी
जाँघो को फैला कर उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को लगा कर एक तगड़ा शॉट मारता है और उसका लंड उसकी भाभी की चूत मे जड़ तक समा जाता है, रवि अपनी भाभी की मोटी-मोटी जाँघो को कस कर दबोचता हुआ उसकी चूत मे अपने लंड के धक्के मारने लगता है और निशा आह-आह करते हुए सीसियती हुई उसके लंड पर अपनी चूत उठा-उठा कर मारने लगती है,
रवि सतसट अपनी भाभी की चूत को कस-कस कर चोदने लगता है और निशा की चूत पानी-पानी हो जाती है,
कुछ देर बाद रवि अपनी भाभी को बेड पर घोड़ी बना देता है और उसकी चूत मे अपने लंड को पीछे से लगा कर एक कस कर धक्का मारता है और उसका पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर समा जाता है और रवि अपनी भाभी की मोटी गदराई गान्ड को मसलते हुए उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को पेलने लगता है, निशा रवि के लंड के धक्को का जवाब अपनी अपनी चूत को उसके लंड पर मारती हुई देने लगती है जब निशा से सहना मुश्किल हो जाता है तो वह एक दम से लुढ़क जाती है और रवि अपनी भाभी की मोटी जाँघो को पूरा फोल्ड करके अपने पेर के पंजो पर बैठ कर अपनी भाभी की चूत को अपने लंड से कस-कस कर ठोकने लगता है और निशा खूब कस-कस कर उसके लंड पर अपनी चूत के धक्के मारने लगती है,
लगभग 20 मिनिट तक उसी पोज़ मे रवि अपनी भाभी को चोदता है और उसके बाद निशा की चूत की चिकनाहट खूब बढ़ जाती है और वह रवि को अपने हाथो से कस लेती है और रवि लगभग 20-25 तगड़े धक्के अपनी भाभी की चूत मे सतसट मारता हुआ उसकी चूत के अंदर अपने पानी को छोड़ देता है और निशा सीसियती हुई रवि को अपनी बाँहो मे कस कर पानी छोड़ती हुई गहरी-गहरी साँसे लाने लगती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरे से चिपके पड़े रहते है उसके बाद रवि अपनी भाभी को मुस्कुरा कर देखता हुआ उसके उपर से हट जाता है, निशा अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी साँसे लेती रहती है और फिर रवि जब उसके गालो को अपने दन्तो मे भर कर काटता है तब निशा अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और फिर दोनो देवेर भाभी एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है,
रवि- मुस्कुरा कर अपनी भाभी के मोटे-मोटे दूध के निप्पल को मसलता हुआ, भाभी आख़िर मेने आपको भी चोद ही
दिया,
निशा- मुस्कुरा कर उसके गाल को अपने हाथो से खिचती हुई, तू बहुत बड़ा कमीना है रवि, और दोनो एक दूसरे की बाँहो
मे चिपक जाते है,
उधर पायल और सोनिया करण से मिलने के लिए उसे फोन करके एक रेस्टौरेंट मे बुलाते है और करण वहाँ पहुच जाता
है, करण उन दोनो के पास पहुच कर दोनो को गौर से देखता है जैसे पहचानने की कोशिश कर रहा हो कि इनमे से उसकी
होने वाली बीबी कौन है और फिर मुस्कुरा कर सोनिया को देख कर
करण- लगता है आपने मुझे पहचाना नही
सोनिया- कुछ शरमाती हुई अपनी नज़रे उठा कर करण को देखती है और फिर उसको पहचानने की कोशिश करती है लेकिन उसे कुछ याद नही आ पता है,
करण- रहने दीजिए ज़्यादा अपने दिमाग़ पर ज़ोर मत लगाइए मे बता देता हू कि हमारी पहली मुलाकात कहाँ हुई थी और फिर करण उससे हुई उस टक्कर के बारे मे याद दिलाता है और सोनिया ना चाहते हुए भी उसकी और देख कर थोडा सा मुस्कुरा देती है,
करण- पायल की ओर देख कर, मगर मेने आपको नही पहचाना
पायल- दरअसल मे सोनिया को दोस्त हू और सोनिया के कहने पर आपसे मिलने आ गई
करण- यह तो आपने बहुत ही अच्छा किया इसी बहाने आप से भी मुलाकात हो गई,
पायल- दरअसल करण मे आपसे कुछ बात करना चाहती थी
करण- अरे इसमे इतना सोचने की क्या ज़रूरत है आप बिंदास कहिए आप क्या कहना चाहती है,
पायल- सोनिया की ओर देखती है और सोनिया,
सोनिया- मे दो मिनिट मे आती हू आप लोग बाते कीजिए
सोनिया वहाँ से उठ कर चली जाती है और करण हाँ तो मिस ?पायल- पायल नाम है मेरा
करण- हाँ तो पायल जी अब बताइए क्या कहना चाहती है आप
पायल- देखो करण मे कुछ भी घुमा फिरा कर नही कहना चाहती, मे बस तुमसे यह कहना चाहती हू कि मेरी सहेली
अभी शादी नही करना चाहती है लेकिन उसके मम्मी-पापा उसे फोर्स करके उसकी शादी कर रहे है जिसके करण वह काफ़ी
दुखी है,
करण- वो सब तो ठीक है लेकिन आप मुझसे क्या चाहती है
पायल- अपनी नज़रे इधर उधर घूमाते हुए, करण मे यह चाहती हू कि तुम इस रिश्ते से इनकार कर दो
करण पायल की बात सुन कर उसका मुँह देखने लगता है और पायल उसका मुँह देखते हुए उसके जवाब का इंतजार करने लगती है,
करण- लेकिन पायल जी यह कैसे हो सकता है, मुझे सोनिया पसंद है और मे उससे शादी करने को रेडी हू और यह बात
मे अपने मा-बाप को भी बता चुका हू,
पायल- पर करण तुम सोनिया के ज़ज्बात को समझो और तुम्हारे लिए ना कहना कौन सा मुश्किल है
करण- देखिए पायल जी, केवल रिश्ता तोड़ने की बात होती तो मुझे कोई प्राब्लम नही थी पर सच तो यह है कि सोनिया को मे बहुत ज़्यादा पसंद करता हू और अब मे उसके मॅटर पर कोई कॉंप्रमाइज़ नही कर सकता हू, मे सोनिया से किसी भी कीमत पर शादी करूँगा,
पायल- करण की बात सुन कर अपनी नज़रे नीची करके उदास हो जाती है और करण उसके खूबसूरत चेहरे को गौर से देखने लगता है,
पायल- कुछ सोच कर करण क्या कोई रास्ता नही है कि तुम सोनिया से शादी ना करो
करण- पायल की खूबसूरती को देखता हुआ, कुछ सोच कर, एक रास्ता है पायल जी, लेकिन वह आपको शायद पसंद ना आए
पायल- उसकी और हसरत भरी निगाहो से देखती हुई, तो बताइए ना क्या रास्ता है
करण- पायल जी मे सोनिया को एक ही शर्त पर छोडने के लिए तैयार हू, यदि आप मुझसे शादी करने को रेडी हो जाए तो,
पायल- करण की बात सुन कर एक दम सुन्न रह जाती है और करण का मुँह देखने लगती है
करण- मुस्कुराता हुआ, मेने कहा था ना कि आपको शायद मेरी बात पसंद ना आए, लेकिन सच कहु पायल जी बुरा मत
मानीएगा, सोनिया के बदले अगर कोई लड़की इस दुनिया मे होगी तो वह आप ही है आप के अलावा मे दुनिया की किसी भी लड़की के लिए सोनिया को छोडने को तैयार नही हू, इसे आप मेरी शर्त मानिए या मेरा फ़ैसला,
करण की बात सुन कर पायल करण को गौर से देखती हुई अपने मन मे सोचती है, कमीना बड़ा होशियार बनता है जब की
यह नही जानता कि इससे भी बड़े-बड़े कमिने इस दुनिया मे पड़े है, साले मुझसे शादी करके तू घाटे मे ही रहेगा क्यो
की तुझे चुदी-चुदाई बीबी मिलने वाली है, लगता है तेरी किस्मत मे किसी कुँवारी की चूत को फाड़ना लिखा ही नही है, इसीलिए या तो तेरी शादी सोनिया से होती या फिर अब तू मुझसे शादी करने को मरा जा रहा है,
करण- मुस्कुरकर क्यो पायल जी है ना दिमाग़ की बात अब फ़ैसला ना मेरे हाथ मे है और ना ही सोनिया के हाथ मे, अब जो भी फ़ैसला करना है वह आपको करना है,
पायल- अपने मन मे, अरे कामीने तू दिमाग़ वाला नही एक नंबर. का गधा है, तू कर मुझसे शादी पर याद रखना तेरे ही
घर मे तेरे ही बेड पर तेरी ही बीबी को मेरा भाई आकर ना चोदे तो मेरा भाई इस दुनिया का सबसे बड़ा कमीना नही,
पायल- करण मुझसे सोचने का थोड़ा वक़्त चाहिए
कारण- मुस्कुरा कर जितना वक़्क चाहिए आप ले लीजिए मे आपका और आपके फ़ैसले का इंतजार करूँगा
कुछ देर बाद सोनिया वापस आ जाती है और पायल उसे अपने साथ लेकर चल देती है,
सोनिया- क्या हुआ पायल क्या कहा उसने
पायल- क्या तुझे करण पसंद नही आया
सोनिया- पायल मुझे रवि के सिवा दुनिया का कोई भी लड़का अब पसंद नही आएगा, मे उसके बिना मर जाउन्गि और सोनिया रोने लगती है और पायल उसको देख कर खुद भी दुखी हो जाती है और अपने मन मे तू बहुत किस्मत वाली है सोनिया रवि को चाह कर उसे हासिल भी कर लेगी और एक मे हू जो रवि के सबसे करीब होकर भी उसकी कभी नही हो सकती हू, इस दुनिया ने ना जाने क्यो इंसान को रिश्तो के बंधन मे बाँध दिया है जब की दिल किसी के लिए धड़कना शुरू हो जाए तो उसे कोई रिश्ता नज़र नही आता है उसे तो बस प्यार करना आता है और वह उस प्यार के लिए अपना सब कुछ लूटा देना चाहता है,खेर मे रवि की बीबी नही बन सकती लेकिन उसकी बीबी बने बिना उससे जिंदगी भर प्यार तो कर ही सकती हू और मेरे और रवि के दिलो के प्यार को तो कोई रिश्ते की दीवार रोक नही सकती है,
पायल अपने घर आकर सीधे रवि के रूम मे जाती है और उस समय रवि बाथरूम मे रहता है तब पायल अपनी भाभी के
रूम मे झाँक कर देखती है तो निशा उसे अपने बेड पर सोई हुई नज़र आती है, पयल वापस रवि के रूम मे आ जाती है
तभी पायल की नज़र रवि के मोबाइल पर पड़ती है और वह उसका मोबाइल उठा कर जैसे ही बटन प्रेस करती है उसे एक मिस्कल्ल नज़र आता है और वह जब उस मिस्कल्ल को देखती है तो उस पर करण लिखा होता है पायल उस नाम को देख कर कुछ सोचने लगती है फिर जल्दी से उस मिस्स्कल्ल को एडिट करके उस नंबर. को देखती है और फिर अपने मोबाइल से सोनिया को कॉल करती है और सोनिया से करण का नंबर. मांगती है और जैसे ही सोनिया उसे कारण का नंबर. बताती है पायल के होश उड़ जाते है और वह सोचने
लगती है कि करण का नंबर. रवि के मोबाइल मे कैसे आया, तभी रवि बाथरूम का गेट खोल कर बाहर आता है और
रवि- मुस्कुराते हुए अरे दीदी आ गई तुम कितनी देर लगा दी मे कब से तुम्हारा वेट कर रहा था
पायल- हाँ वो सोनिया के घर पर ही रुक गई थी
रवि- पायल का चेहरा देखते हुए क्या बात है दीदी कुछ प्राब्लम है क्या,
पायल- नही रवि ऐसी कोई बात नही है
रवि- दीदी तुम्हारे दिल मे दर्द हो और मुझे पता ना चले यह कभी हो सकता है क्या, सच बोलो क्या बात है
पायल- मुस्कुराने की कोशिश करती हुई नही रवि ऐसी कोई बात नही है
रवि- उसका हाथ पकड़ कर अपने सर पर रखता हुआ, अगर अभी के अभी नही बताया कि क्या बात है तो मेरी जान...
पायल- अपने हाथ को रवि के मुँह पर रखती हुई उसके शब्दो को उसके मुँह मे ही रोक देती है और फिर रवि को सारी बात बता देती है,
रवि- पायल की बात सुन कर, दीदी कौन है वह लड़का मुझे एक बार उससे मिलवा दो मे उसे वही जिंदा गढ़ दूँगा, उसकी हिम्मत कैसे हुई तुमसे इतनी बात करने की, तुम मुझे अभी उसके पास लेकर चलो
पायल- अरे तू तो बिल्कुल पागल है, पहले यह तो पूछ कि दीदी तुम्हे वह लड़का पसंद है की नही तुम उससे शादी करोगी की नही उसके बाद उसे मारने की बात करना
रवि- नही दीदी मे सोनिया को पाने के लिए तुम्हारी लाइफ खराब नही कर सकता हू, तुम्हारी शादी उसी से होगी जिसे तुम
पसंद करोगी, इस तरह मेरे लिए किसी भी ऐरे गैरे से तुम शादी नही करोगी और यह मेरा आख़िरी फ़ैसला है फिर चाहे
मुझे सोनिया को ही क्यो ना भूलना पड़े, सोनिया की खातिर मे तुम्हारी कुर्बानी नही दे सकता हू,
पायल- रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए उसे अपने सीने से लगती है और इतना प्यार करता है अपनी दीदी से की उसके लिए अपनी प्रमिका को भी भूलने को रेडी है
रवि- दीदी इस दुनिया मे जितना मे तुम्हे चाहता हू उतना मे ना किसी को चाहता हू और ना ही कभी किसी को चाह पाउन्गा, और अगर तुम्हारे और मेरे बीच कभी तुम्हारा पति भी आ गया तो फिर समझ लो उसका भी गेम बजा दूँगा,
पायल- अरे पागल कही के मे इतनी भी पागल नही हू कि किसी भी ऐरे गैरे से शादी कर लूँगी, उस लड़के से मे मिल चुकी हू और देखने मे कोई बुरा नही है बस उसके बॅकग्राउंड का पता लगाना है उसके बाद फिर मे कोई फ़ैसला लूँगी, क्योकि मेरे
फेसले पर ही तेरी लव स्टोरी का क्लाइमॅक्स लिखा जाएगा, इसलिए तू फिकर मत कर तेरी दीदी तुझसे ज़्यादा समझदार है, वह आगे और पीछे दोनो तरफ का सोच कर चलती है और फिर हमे ऐसा फ़ैसला भी तो लेना होगा जिससे हम दोनो जब चाहे एक दूसरे की बाँहो मे समा सके और हमे रोकने वाला कोई ना हो,
रवि- पायल की बात सुन कर मुस्कुराते हुए, ठीक है दीदी लेकिन पहले मे उस लड़के से मिलूँगा अगर मुझे ठीक लगा तो ही
मे तुम्हे एस कहने दूँगा वरना नही
पायल- उसके गालो को चूमती हुई ओके बाबा ओके, अच्छा रवि एक बात तो बता यह करण कौन है, तेरे मोबाइल पर उसका मिस्स्कल्ल पड़ा हुआ था,
रवि- अरे दीदी करण के बारे मे मेने कभी तुम्हे बताया नही, दरअसल वह मेरा सबसे पक्का दोस्त है और हम दोनो
बहुत छोटे से ही एक दूसरे के दोस्त रहे है और जैसे-जैसे हम दोनो बड़े हुए हमारे विचार मिलते गये और हमारी
दोस्ती बढ़ती गई, आज तो यह हालत है कि करण मेरी एक आवाज़ पर अपनी जान दे सकता है,
पायल- मुस्कुराते हुए, अच्छा पर यह तेरा दोस्त करता क्या है
रवि- दीदी वह जॉब करता है और उसके मा-बाप गाँव मे रहते है वह यहा अकेला रहता है, और हाँ वह जॉब सिर्फ़ शौकिया
तौर पर करता है, जबकि उसके पास उसके बाप-दादा की काफ़ी ज़मीन और संपत्ति है वह अगर नौकरी ना भी करे तो अपनी
सारी लाइफ आराम से बैठ कर खा सकता है,
पायल- मुस्कुरा कर, रवि एक बात पुच्छू
रवि- पूछो
पायल- रवि तू बुरा तो नही मानेगा ना
रवि- ऑफ हो दीदी तुम पूछो ना, मेने कभी तुम्हारी किसी बातका बुरा माना है क्या
पायल- रवि अगर मे तेरे इस दोस्त से शादी करना चाहू तो
रवि- पायल की बात सुन कर ज़ोर-ज़ोर से हस्ने लगता है और पायल उसका मुँह आश्चर्या से देखने लगती है
पायल- रवि क्या हुआ क्यो हस रहा है, क्या मेने कोई जोक सुनाया है तुझे
रवि- अरे दीदी तुम्हारी बात किसी जोक से कम थोड़े ही है,
पायल- क्यो ऐसा क्या कह दिया मेने
रवि- अरे दीदी तुम शादी करोगी और वह भी इस गधे से
पायल- क्यो तेरा दोस्त अच्छा नही लगता है क्या
रवि- नही दीदी ऐसी बात नही है, वो तो क्या है ना, इस बेचारे से कभी कोई लड़की फसि ही नही और यह कुछ भोला किस्म का बंदा है इस लिए मे इसे गधा ही कहता रहता हू,
पायल- मुस्कुरा कर, तो फिर इस गधे से अगर मे शादी कर लेती हू तो तेरा ही फयडा है ना
रवि- एक दम से पायल के खूबसूरत मुस्कुराते हुए चेहरे को देख कर उसकी बात सुनता है और फिर पायल के शातिर दिमाग़ के बारे मे सोचते हुए पायल के खिलखिलाते चेहरे को घूरते हुए देखने लगता है,
पायल- रवि को इस तरह अपनी ओर देख कर थोड़ा शांत होती है और उसकी हसी कुछ गायब होने लगती है, पायल ऐसे क्या देख रहा है
रवि- दीदी मेरे करीब . ना
पायल- कुछ शर्मा कर लेकिन मुस्कुरा कर उसके पास आती है और रवि उसे अपनी गोद मे बैठा लेता है और उसके रसीले
होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगता है और लगभग 2 मिनिट तक अपनी दीदी के होंठो को चूस्ता हुआ अपनी दीदी
के कसे हुए कठोर दूध को दबाता रहता है,