बहुत बहुत धन्यवाद आपका महोदय।।Nice and excellent ending Of the story...
Superb update...
अगली कहानी पर भी आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका महोदय।।Nice and excellent ending Of the story...
Superb update...
बहुत बहुत धन्यवाद आपका महोदय जी।।Behad behad shaandaar kahani Mahi ji
Last m jo aapne kavita likhi padh ker dil khush ho gaya
Bahot bahot shukriya itni khoobsurat kahani k liye
बहुत बहुत धन्यवाद आपका मान्यवर कहानी को पसंद करने के लिए।।Bahot heen achi story thi madam ji dil ko chuu gaya jaldi se aisa heen ek aur new story start kijiye god bless u..
Abhi kuchh derr baad agli kahaani shuru kr rahe hain jo aapki pasand ki hogi..mahi g next story kab tak aaye GE
Waiting for next story
धन्यवाद आपका मान्यवर कहानी पसंद करने के लिए।।अति उत्तम लेखन एवं विषय। ऐसे ही कहानियाँ लिखते रहिये ।
क्योंकि इन्सेस्ट कहानियां लिखने में ज्यादा दिमाग नहीं लगाना पड़ता, वनस्पत रोमांस थ्रिल और सस्पेन्स कहानियों के मुकाबले।।धन्यवाद आपका मान्यवर।।
ये सब आप जैसे अच्छे और नियमित पाठकों के कारण ही संभव हुआ है।।
कहानी के शुरू में मैने जो कहा था वही सब लिखने का प्रयाश किया मैंने। हर किरदार के साथ न्याय करने की कोशिश की। फिर भी कहीं न कहीं थोड़ी बहुत कमी रह गई होगी। ये भी मानते हैं हम। अनामिका का किरदार सबसे धांसू रखा हमने, जिसने कहानी के पात्रों के साथ साथ पाठकों और लेखक का दिमाग भी घुमा दिया।
अरे मान्यवर।
इसकी कोई जरूरत नहीं है। आपने जब से पढ़ना शुरू किया तब से आपकी प्रतिक्रिया नियमित आती रही है। कोई दिक्कत नहीं है। जब हम दूसरी कहानी लिखेंगे तो आप उसमे शुरू से टिप्पणी करिएगा।।
जी पहले तो विचार बना था कि तुम्हारे लिए शुरू करना का, लेकिन जैसा मैंने पहले बताया है कि जिस कंप्यूटर में ये कहानी लिखी थी वो खराब हो गया है 5-6 दिन पहले तो अभी बाप का माल ही शुरू करना पड़ेगा, क्योंकि इन्सेस्ट कहानियां लिखने में ज्यादा दिमाग नहीं लगाना पड़ता, वनस्पत रोमांस थ्रिल और सस्पेन्स कहानियों के मुकाबले।।
जी इसमे केवल हवस ही देखने को मिलेगा पिछली कहानी की तरह। क्योंकि हवस के साथ रोमांस थ्रिल सस्पेन्स लिखना हमको नहीं आता।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका मान्यवर कहानी को इतना पसंद करने के लिए।
अगली कहानी में भी आपकी समीक्षा की प्रतीक्षा रहेगी।।
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बचपन की दोस्ती किसी हो होती है सर जी।। अगर एक बार दिल लग गया तो तोड़ने से भी नहीं टूटती। जैसे नयन अभिषेक और महेश की दोस्ती थी। जिसे तनु ने तोड़ने की कोशिश की लेकिन दोस्ती की बुनियाद ही विश्वास पर टिकी होती है, इसलिए अभिषेक ने तनु की बात का भरोसा नहीं किया।। कॉलेज जाने के बाद पल्लवी रश्मि और रेशमा के रूप में तीन और अच्छे दोस्त मिल गए। महिमा के रूप में प्यार करने वाली मिली नयन को , पल्लवी मिली महेश को तो खुशबू मिली अभिषेक को। अनामिका की बेवफाई के कारण संजू की शादी पायल से हुई। नयन के संस्कारों कर सदनीयति के कारण पायल की शादी एक अधिकारी के साथ हुई।।महेश , अभिषेक और नयन की दोस्ती जो वक्त के साथ साथ और भी मजबूत होती गई । बचपन से जवानी फिर इन तीनों की प्रेम कहानी । खुशबू , महिमा और पल्लवी के रूप में हमसफ़र मिलना । तनु , वर्षा और अनामिका के कारण थोड़ी बहुत परेशानियां भी हुई लेकिन अपने इरादे और भलमनसाहत से निर्विघ्न बाहर भी निकल आए ।
संजू के रूप में एक अच्छा दोस्त और रिश्तेदार मिला । दिव्या और उसके भाई के रूप में भी एक मजबूत सम्बन्ध बना । रश्मि और रेशमा के रूप में बहुत ही प्यारा और अनमोल साथी मिला ।
दोस्ती होती ही ऐसी है अगर सिद्दत से निभाई जाए तो अनन्तकाल तक चलती रहती है। कुछ यादगार पल आते हैं जीवन मे तो कुछ कड़वी यादें मानसपटल पर छप जाती हैं, लेकिन प्यार वो नेमत है जो सारे दुःख दर्द को भुला देती है।।समय गुजरेगा । दिन महिनों में और महिने सालों में बदल जायेंगे लेकिन बचपन और कालेज के जमाने की दोस्ती मानसपटल पर यादगार बन कर रह जायेंगे । आजीवन पर्यंत
दोस्ती कितनी भी तगड़ी हो। हम ये बोल सकते हैं कि कभी दूर नहीं जाएंगे एक दूसरे से, लेकिन जीवनचक्र का पहिए ऐसे मोड़ लेता है कि व्यक्ति घर गृहस्थी में उलझ जाता है। परंतु जब भी उसे मौका मिलता है वो अपने दोस्तों से जीवन के कुछ पल आनंद के साथ जरूर बिताता है।।रेशमा और रश्मि की भी शादी हो चुकी होगी । उनके भी बच्चे होंगे । वो भी अपने गृहस्थ जीवन में व्यस्त हो जायेंगी । लेकिन फुर्सत के समय जब जब वो अपने पुराने दिनों और दोस्तों को याद करेंगी तो उनके आंखों से भी आंसू के दो बूंद निकलने को बेकरार रहेंगे ।
शानदार और यादगार पंक्तियां सर जी।।वो ख्वाबों के दिन , वो किताबों के दिन ,
सवालों की रातें , जबाबों के दिन ।
कई साल हमने गुजारे यहां ,
यहीं साथ खेले , हुए हम जवां ।
था बचपन बड़ा , आशिकाना हमारा ,
सलामत रहे दोस्ताना हमारा । "
आखिर में जो पंक्तियां लिखी मैन वो मेरे मन के विचार थे। प्यार को लेकर हमारी यही सोच है।एक खुबसूरत कहानी की समाप्ति पर आपको बहुत बहुत बधाई माही जी । लास्ट में आपने जो चंद पंक्तियां लिखी है वो सच में बहुत ही सुन्दर थे । ऐसे ही आप अपने लेखनी से रीडर्स को एंटरटेन करती रहें ।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी।।एक बार फिर से आपको बहुत बहुत धन्यवाद ।
आज का अपडेट बहुत ही सुन्दर और जगमग जगमग ।
अपेक्षा ,क्योंकि इन्सेस्ट कहानियां लिखने में ज्यादा दिमाग नहीं लगाना पड़ता, वनस्पत रोमांस थ्रिल और सस्पेन्स कहानियों के मुकाबले।।
वनस्पत मतलब??
हमारी अगली कहानी है बाप का मालagli kahani kaunsi hai aapki ????? ..mahi maurya ji ..